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51.

ठण्डा, तनु `H_(2)SO_(4),Zn` के साथ क्रिया करके तेजी से `H_(2)` गैस मुक्त करता है किन्तु सान्द्र `H_(2)SO_(4)` ऐसा नहीं करता, क्यों?

Answer» तनु विलयन में काफी मात्रा में `H^(+)` रहते है जबकि सान्द्र `H_(2)SO_(4)` में `H_(2)SO_(4)` का वियोजन कम होने के कारण इनकी मात्रा कम रहती है।
`Zn+2H^(+)rarrZn^(2+)+H_(2)uarr`
52.

`Mg_(3)N_(2)` की जल से क्रिया करने पर कौन सी गैस मुक्त होती है? संकेत : `Mg_(3)N_(2)+6H_(2)Orarr3Mg(OH)_(2)+2NH_(3)`

Answer» Correct Answer - `NH_(3)`
53.

लवणीय हाइड्राइडस जल के साथ प्रबल अभिक्रिया करके आग उत्पन्न करती है | क्या इसमें `CO_(2)` (जो एक सुपरिचित अग्नि- शामक है ) का उपयोग कम कर सकते है समझाइए |

Answer» लवणीय हाइड्राइडस पानी के साथ प्रबल रूप में अभिक्रिया करते है तथा ड्राइहाइड्रोजन उप्तन्न करता है , जो आग पकड़ लेती है , जैसे -
`NaH(s)+H_(2)O(l)to NaOH(aq)+ H_(2)(g)`
`CaH_(2) +2H_(2)O(l) to Ca(OH)_(2)(aq) +2H_(2)(g)`
इस प्रकार उत्पन्न हुई आग अग्निशामक द्वारा नहीं बुझायी जा सकती क्योकि धातु हाइड्राइड द्वारा अपचियत हो जाती है |
`NaH +CO_(2) to HCOONa`
इस प्रकार की आग को बुझाने हेतु अग्निशामक (extingisher) के रूप रेत (sand) का प्रयोग किया जा सकता है |
54.

कौन सी धातुएँ तनु `HNO_(3)` के साथ `H_(2)` मुक्त करती है?

Answer» Correct Answer - Mg तथा Mn
55.

कौन-सी धातुएँ NaOH के साथ क्रिया करके `H_(2)` मुक्त करती है?

Answer» Correct Answer - Be तथा Al
56.

विखनिजित जल से क्या अभिप्राय है ? यह कैसे प्राप्त किया जा सकता है ?

Answer» सभी प्रकार के एनायनो और केटायनो से मुक्त जल विखनिजित (demineralised or deionised water ) जल कहलाता है |
57.

निम्न में से किस प्रक्रम द्वारा अधिक शुद्ध हाइड्रोजन (99.9 %) प्राप्त किया जा सकता है:A. उच्च अणुभार के हाइड्रोकार्बनों को मिश्रित करकेB. जल के वैद्युत-अपघटन सेC. लवणीय हाइड्राइड की जल से अभिक्रिया सेD. मेथेन की भाप से अभिक्रिया से

Answer» Correct Answer - C
`MH+H_(2)OrarrMOH+H_(2)uarr`
58.

सामान्य हाइड्रोजन की तुलना में भारी हाइड्रोजन कम क्रियाशील है। क्यों?

Answer» अणुभार अधिक होने के कारण भारी हाइड्रोजन `(D_(2))` की क्रियाएँ कुछ धीमी होती है। इसे समस्थानिक प्रभाव कहते है।
59.

सामान्य जल में भारी जल की मात्रा कितनी होती है ?

Answer» डयुटीरो-सल्फुरिक अम्ल , `D_(2) SO_(4)`
60.

`H_(2)O` की तुलना में भारी जल का क्वथनांक तथा गलनांक उच्च क्यों होता है ?

Answer» अन्तर -आणविक (intermolecualar) हाइड्रोजन आबंधो की
उपस्थिति के कारण
61.

1000 mL जल के नमूने में 1 मिग्रा `CaCl_(2)` तथा 1 मिग्रा `MgCl_(2)` उपस्थित है। इस जल की कठोरता `CaCO_(3)` के सापेक्ष `10^(6)` मानते हुए ज्ञात कीजिए।

Answer» `CaCl_(2)` तथा `MgCl_(2)` के आण्विक द्रव्यमान क्रमशः 111 व 95 है।
`underset("111 ग्राम")(CaCl_(2))+Na_(2)CO_(3)rarrunderset("100 ग्राम")(CaCO_(3))+2NaCl`
`because` 111 ग्राम `CaCl_(2) = 100` ग्राम `CaCO_(3)`
तथा 95 ग्राम `MgCl_(2) = 100` ग्राम `CaCO_(3)`
`therefore` 1 मिग्रा `CaCl_(2) + 1` मिग्रा `MgCl_(2)=` (`(100)/(111)xx1` मिग्रा `CaCO_(3)`) + (`(100)/(95)xx1` मिग्रा `CaCO_(3)`)
= 1.95 मिग्रा `CaCO_(3)`
`because 1000 mL` या 1 लीटर (`10^(3)` भाग) जल = 1.95 मिग्रा `CaCO_(3)`
`10^(6)` भाग जल `=1.95xx10^(3)` मिग्रा `= 1.95 g CaCO_(3)`
`therefore` जल की कठोरता = 1.95 ppm
62.

`D_(2)O` का गलनांक, साधारण जल से अधिक क्यों होता है?

Answer» `D_(2)O` में उपस्थित हाइड्रोजन-बन्ध अधिक प्रबल होते है।
63.

`H_(2)O` तथा `D_(2)O` के गुणों को जानते हुए क्या आप मानते है कि `D_(2)O` का उपयोग पेय-प्रयोजनो के रूप में लाया जा सकता है?

Answer» नहीं, चूँकि भरी जल जीवो और पेड़-पौधो के लिए हानिकारक है। यह संजीवो में होने वाली जैविक अभिक्रियाओं की दर को कम कर देता है। अतः इसकी जैवमंडल में कोई उपयोगिता नहीं है।
64.

`Na+D_(2)Orarr`

Answer» `2Na+2D_(2)Orarr2NaOD+D_(2)`
65.

हाइड्रोजन क्षार धातुओ तथा हीलोजनो दोनों के साथ समानता क्यों दर्शाती है ?

Answer» विशिष्ट इलेक्ट्रॉनिक अभिविन्यास के कारण (विस्तृत्त वर्णन के लिए अध्याय देखे )|
66.

ऊष्मको में समुद्री जल का प्रयोग नहीं किया जाता है क्यों?

Answer» क्योकि समुद्री जल में उपस्थित लवण धातु की सतह पर जम जाते है तथा इसमें ऊष्मा का प्रवाह बाधित हो जाता है।
67.

`CH_(2)=CH_(2)` पर `H_(2)O_(2)` की क्रिया से प्राप्त होने वाली उत्पाद क्या है?

Answer» ग्लाइकॉल, `CH_(2)OH-CH_(2)OH`
68.

हाइड्रोजन ऑक्साइड, क्षारो के साथ क्रिया करता है। क्यों?

Answer» `H_(2)O` की क्षार के साथ क्रिया करने पर यह अम्ल की भाँति व्यवहार करता है। इसकी अम्लीय प्रकृति का कारण इसमें उपस्थित -O-H बन्ध है।
69.

`H_(2)O` अम्लीय होता है, क्षारीय होता है अथवा उभयधर्मी होता है?

Answer» Correct Answer - दुर्बल अम्लीय।
70.

जल, ऐलुमिनियम (III) क्लोराइड एवं पौटेशियम क्लोराइड को अलग-अलग (a) सामान्य जल, (b) अम्लीय जल एवं (c ) क्षारीय जल से अभिकृत कराया जाता है, तो आप किन-किन विभिन्न उत्पादों की आशा करेंगे? जहाँ आवश्यक हो, वहाँ रासायनिक समीकरण दीजिए।

Answer» KCl का जल-अपघटन नहीं होता है, केवल `K^(+)` तथा `Cl^(-)` का जलयोजन हो जाता है।
`AlCl_(3)` एक प्रबल अम्ल `(HCl)` तथा दुर्बल बेस `[Al(OH)_(3)]` से बना लवण है। इस लवण के धनायनों का जल-अपघटन होता है तथा अम्लीय विलयन प्राप्त होता है।
`AlCl_(3)rarrAl^(3+)+3Cl^(-)`
`Al^(3+)+3H_(2)OiffAl(OH)_(3)+3H^(+)`
`AlCl_(3)overset("अम्लीय जल")rarrAl^(3+)(aq)+3Cl^(-)(aq)`
क्षारीय जल में `Al(OH)_(3)` बनता है जो एक विलेय संकर के रूप में रहता है:
`Al(OH)_(3)+OH^(-)rarr[Al(OH)_(4)]^(-)`
या `Al(OH)_(3)+OH^(-)rarrunderset("आयन")underset("मेटाएलुमिनेट")(AlO_(2)^(-))+2H_(2)O`
71.

जीवमंडल एवं जैव प्रणालियों में जल की उपयोगित को समझाइए।

Answer» जल निम्नलिखित गुणों के कारण उपयोगी तथा उत्तम विलायक है:
(i) जल की वाष्पन एन्थैल्पी और ऊष्मा धारिता उच्च होती है।
(ii) जल `0^(@)C` से `100^(@)C` तक द्रव अवस्था में रह सकता है।
(iii) जल की प्रकृति ध्रुवीय होती है और जल का परावैद्युतांक उच्च (78) होता है।
(iv) जीवो में होने वाली अधिकतर जैविक क्रियाओं के लिए जल की उपस्थिति आवश्यक है।
72.

निम्नलिखित यौगिकों की जल से क्रिया करने पर प्राप्त विलयन अम्लीय होगा अथवा क्षारीय- `(i) Na_(2)O` (ii) `SO_(2)` (iii) `P_(4)O_(6)`

Answer» (i) क्षारीय, `Na_(2)O+H_(2)Orarr2NaOH`
(ii) अम्लीय, `SO_(2)+H_(2)OrarrH_(2)SO_(3)`
(iii) अम्लीय, `P_(4)O_(6)+6H_(2)Orarr4H_(3)PO_(3)`
73.

जल का कौन-सा गुण इसे विलायक के रूप में उपयोगी बनता है? यह किस प्रकार के योगिक: (a) घोल सकता है और (b) जल-अपघटन कर सकता है?

Answer» (a) जल का अणु ध्रुवीय होता है और इसमें हाइड्रोजन बंध बनाने की क्षमता होती है। इसलिये जल में ध्रुवीय और अध्रुवीय दोनों प्रकार के पदार्थ घुल सकते है।
(b) जल में घुलने पर लवण अपने आयनों में वियोजित हो जाते है। लवण के धनायन या ऋणायन या दोनों जल से अभिक्रिया कर सकते है। इस प्रकार लवणों का जल-अपघटन हो जाता है।
74.

`H_(2)O_(2)` के 25 mL विलयन में पोटेशियम आयोडीन का अम्लीय विलयन अधिकता में मिला दिया गया | मुक्त हुई| ओयोडिन ले लिए 0 .3 N सोडियम थायोसल्फेट के २० mL की आवश्यकता हुई | `H_(2)O_(2)` विलयन की आयतन प्रबलता (volume strength ) ज्ञात कीजिए |

Answer» सोडियम थायोसल्फेट के मिली -तुल्यंको की संख्या = ` 0.3 xx20 = 6 `
`therfore H_(2)O_(2)` के 25 मिली में `H_(2)O_(2)` के मिली -तुल्यंको की संख्या = 6
अभिक्रिया `H_(2) O_(2) + 2KI to 2KOH + I_(2) ` के अनुसार `H_(2)O_(2)` का तुल्यांकी भार = 17
`therefore H_(2) O_(2) ` के 25 मिली में `H_(2)O_(2)` की ग्राम में मात्रा ` 6 xx 10^(-3) xx17` ग्राम
या `H_(2) O_(2) `के 1 लीटर में ` H_(2)O_(2)` की ग्राम में मात्रा `(6xx17)/(25)` ग्राम
`underset("32 ग्राम ")(2H_(2))O_(2) to 2H_(2)O + underset("(S.P.T. पर 22 .4 लीटर)")underset("32 ग्राम ")(O_(2)) `
`therefore H_(2)O_(2)` के `(6xx17)/(25) ` ग्राम से प्राप्त ऑक्ससीजन ` (22.4)/(86)xx(6xx17)/(25) ` लीटर
`1.344` लीटर
अतः `H_(2)O_(2)` की आयतन प्रबलता ` 1.344 ` आयतन है |
75.

जल -अपघटन (Hydrolysis) तथा जलयोजल (Hydration) पदों में क्या अन्तर है ?

Answer» जल -अपघटन में जल के तथा आयन लवण के क्रमशः एनायन तथा कैटायन से क्रिया पर मूल अम्ल तथा मूल बेस का निर्माण करते है | जैसे -
`underset("Salt")(NH_(4)Cl(s)) +underset("Water")(H_(2)O(l)) to underset("Original acid")(HCl(aq)) +underset("Original base")(NH_(4)OH(aq))`
जलयोजन (hydration) में जल `(H_(2)O)` लवण के अनु अथवा आयनो के सब जुड़कर जलयोजित लवण (hydrated salt) या जलयोजित आयन (hydrated ion ) बनती है | जैसे -
`underset("Salt")(CuSO_(4)) (s) +5H_(2)O to underset("Hydrated Salt")(CuSO_(4) *5H_(2)O)`
`underset("Salt")(Na^(+)Cl^(-)) (s)+ underset("Water")(H_(2)O (l)) to underset("Hydrated ions")(Na^(+) (aq)) +Cl^(-)(aq)`
76.

सामान्य परिस्थितियों में हाइड्रोजन एक परमाण्विक की अपेक्षा द्विपरमाणविक रूप में क्यों पाया जाता है ?

Answer» हाइड्रोजन का इलेक्ट्रॉनिक `1s^(1)` विन्यास है | इनमे
He (Helium) कि भॉंति स्थायी इलेक्ट्रॉनिक विन्यास प्राप्त करने के लिये एक इलेक्ट्रॉन कि कमी होती है | इसलिए यह He क भॉंति स्थायी इलेक्ट्रॉनिक विन्यास प्राप्त करने के लिये दूसरे हाइड्रोजन परमाणुओ से एक इलेक्ट्रॉन का साझा करती है तथा द्विपरमाण्विक `H_(2)(H-H)` अणु बनाती है |
77.

सामान्य परिस्थितियों में हाइड्रोजन एक परमाण्विक की अपेक्षा द्विपरमाणविक रूप में क्यों पाया जाता है?

Answer» `1s^(1)` विन्यास होने के कारण यह एक सहसंयोजी बन्ध (H-H) बनाता है तथा अपना विन्यास पूर्ण कर द्विपरमानुक अणु `(H_(2))` बनाता है।
78.

किस प्रकार के तत्त्व या लवण के समन हाइड्राइड बनते है ?

Answer» कम विघुतऋणात्मकताओं वाले तत्त्व
79.

सामान्य तापमान पर हाइड्रोजन अधिक सक्रिय क्यों नहीं है ?

Answer» H-H बन्ध वियोजन ऊर्जा के उच्च होने के कारण
80.

`H_(2)O` एवं `D_(2)O` के गुणों को जानते हुए क्या आप मानते है कि `D_(2)O` का उपयोग पेय -प्रयोजनों के रूप में लाया जा सकता है ?

Answer» `D_(2)O` पेय -प्रयोजनों हेतु उपयोग नहीं किया जा सकता क्योकि यह जहरीला होता है | यह पौधो कि वृद्धि (growth) को मंद कर देता है | यधपि यह एक कीटाणुनाशक व् जीवाणुनाशक है फिर भी यह पेय-प्रयोजनो के रूप में उपयोग नहीं होता क्योकि सामान्य जल में भारी जल कि अधिक मात्रा उसे विषैला बनती है |
81.

जल-अपघटन तथा जलयोजन पदों में क्या अन्तर है?

Answer» लवण के धनायन या ऋणायन की जल के अणुओं के साथ होने वाले अभिक्रिया को जल-अपघटन कहते है। उदाहरणार्थ-
`Cu^(2+)+2H_(2)OiffCu(OH)_(2)+2H^(+)`
`CO_(3)^(2-)+2H_(2)OiffH_(2)CO_(3)+2OH^(-)`
`CH_(3)COO^(-)+NH_(4)^(+)+H_(2)OiffCH_(3)COOH+NH_(4)OH`
जलयोजन में जल के अणु किसी अणु/आयन के साथ जुड़ जाते है। उदाहरणार्थ-`CuSO_(4)+5H_(2)OrarrCuSO_(4).5H_(2)O`
`Na_(2)CO_(3)+10H_(2)OrarrNa_(2)CO_(3).10H_(2)O`
82.

जीवमण्डल एवं जैव प्रणलियो में जल उपदेयला को समझाइए |

Answer» जल एक अत्यंत आवश्यक शरीरिक द्रव (vital body fluid) है और जीवन की सभी रूपों के लिए आवश्यक है | हाइड्रोजन आबंध (boiling point), के कारण इसके क्वथनांक हिमांक (freezing point), संलयन ऊष्मा (heat of fusion) और वाष्पन की ऊष्मा heat of vaporisation) सामान्य मानो से काफी अधिक होते है |
जल के असमान्य भौतिक गुण जैवमण्डल में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते है | जल के वाष्पीकरण की उच्च क्षमता वातावरण पर जल की मृदुल प्रभाव और जीवित प्राणियों के शरीर के ताप नियन्त्रण के लिए उतरदायी है |
जल का क्वथनांक उच्च होने के कारण यह सामान्य ताप पर द्रव अवस्था में रहता है अन्यथा पृथ्वी पर जल द्रव अवस्था में शेष ही नहीं रहता | एक बहुत जल का क्वथनांक उच्च होने के कारण यह सामान्य ताप पर द्रव अवस्था में रहता है अन्यथा पृथ्वी पर जल द्रव अवस्था में शेष ही नहीं रहता | एक बहुत अच्छा (exellent) विलायक है कुछ सह-संयोजक
कार्बनिक योगिक , जैसे - एल्कोहॉलऔर कार्बोहाइड्रेट , जल अणुओ के साथ हाइड्रोजन आबंध बनाते है जिस कारण ये जल में घुल जाते है | अपनी विलायक क्षमता के कारण जल पौधो और प्रणियो में होने वाली उपापचयी क्रियाओ के लिए आवश्यक आयनो व अणुओ के परिवहन में सहायता करता है अतः जल जैवमण्डल और जैविक तन्त्र के लिए अति आवश्यक है |
83.

`H_(2)O_(2)` एक अस्थाई द्रव है। क्यों?

Answer» `H_(2)O_(2)` रखने पर या गर्म करने अपघटित हो जाता है।
`2H_(2)O_(2)rarr2H_(2)O+O_(2)`
84.

हाइड्रोजन गैस को अम्लीय `KMnO_(4)` विलयन में प्रवाहित करने पर इसका रंग अपरिवर्तित रहता है अम्लीय `KMnO_(4)` विलयन रंग को उड़ाया का सकता है -A. विलयन को गर्म करकेB. विलयन को ठंडा करकेC. जस्ते के कुछ टुकड़े मिलाकरD. ताँबे के कुछ टुकड़े मिलाकर

Answer» Correct Answer - c
85.

हाइड्रोजन गैस के चार औद्योगिक अनुप्रयोग लिखिए।

Answer» (i) ईंधन के रूप में
(ii) वनस्पति घी बनाने में
(iii) ऑक्सी-हाइड्रोजन ज्वाला बनाने में, जो वेल्डिंग के काम आती है
(iv) हैबर विधि द्वारा `NH_(3)` के निर्माण में
86.

`._(1)^(3)H^(+)` तथा `H_(3)^(+)` में क्या अन्तर है, स्पष्ट करो?

Answer» `._(1)^(3)H^(+)` ट्राइटियम के नाभिक (1p+2n) को प्रदर्शित करता है जबकि `H_(3)^(+)` एक आयन को व्यक्त करता है जो विसर्जन नलिका में प्राप्त होता है।
`H^(+)+H_(2)rarrH_(3)^(+)`
87.

`H_(2)O_(2)` के अपघटन के लिए मन्दक का कार्य करने वाले दो यौगिकों के नाम लिखिए।

Answer» ग्लिसरॉल, एसिटिनीलाइड
88.

अम्लीय पोटेशियम परमैगनेट और `H_(2)O_(2)` की अभिक्रिया का सन्तुलित समीकरण लिखिए।

Answer» `2KMnO_(4)+3H_(2)SO_(4)rarrK_(2)SO_(4)+2MnSO_(4)+3H_(2)O+5O`
`([H_(2)O_(2)+OrarrH_(2)O+O_(2)]xx5)/(2KMnO_(4)+3H_(2)SO_(4)+5H_(2)O_(2)rarrK_(2)SO_(4)+2MnSO_(4)+8H_(2)O+5O_(2))`
89.

जब एल्युमिनियम (III) क्लोराइड एवं पोटैशियम क्लोराइड को अलग -अलग (i) सामान्य जल , (ii) अम्लीय जल एवं (iii) क्षारीय जल से अभिकृत कराया जाएगा तो आप किन -किन विभिन्न उत्पादों कि आशा करोगे ? जहाँ आवश्यक हो , वहाँ रासायनिक समीकरण दीजिए |

Answer» पोटैशियम क्लोराइड (KCl) प्रबल बेस और प्रबल अम्ल से बना लवण है | स
ाधारण जल में यह अपने संघटक आयनो में विघटित हो जाता है | इस प्रक्रम में कोई जल -अपघटन नहीं होता है |
`KCl(s) overset("Water ")(to) K^(+)(aq) +Cl^(-)(aq)`
KCl का जलीय विलयन उदासीन होता है | इसलिए यह अम्लीय जल में अथवा क्षारीय जल में कोई अभिक्रिया प्रदर्शित नहीं करता है |
एल्युमिनियम क्लोराइड (`AlCl_(3)`) दुर्बल बेस और प्रबल अम्ल से बना लवण है | यह समान्य जल में जल अपघटित होकर अम्लीय विलयन बनाता है , जैसा आगे दिखया गया है |
`AlCl_(3)hArr Al^(3+) + 3Cl`
`( Al^(3+) + 3H_(2)O hArr Al(OH)_(2) +3H^(+))/(Al^(3+) + 3H_(2)O hArr Al(OH)_(2) +3H^(+)+ 3Cl^(-))`
अम्लीय जल में `H^(+)` आयन `Al(OH)_(3)` में क्रिया करके आयन और `H_(2)O` बनाते है |
इस प्रकार अम्लीय जल में जल-अपघटन प्रक्रिया अवरूद्व हो जाती है `Al^(3+)` और `Cl^(-)` और आयन विलयन में स्थित रहते है |
`AlCl_(3) underset("water")overset("Acidifed")(to) Al^(3+) + 3Cl^(-)`
क्षारीय जल में `Al(OH)_(3)` क्रिया करके `AlO_(2)^(-)` आयन देता है
`Al(OH)_(3) + OH^(-) to underset("Meta aluminate ion")(AlO_(2)^(-) + 2H_(2)O)` .
90.

ठण्ड में झीले ऊपर से नीचे की ओर जमती है क्यों?

Answer» (i) सभी ऊष्मा आदान-प्रदान सतह पर होते है। चूँकि सबसे पहले परि परिपार्श्व के साथ ऊष्मा सतह से स्थानान्तरित होती है अतः यह भाग पहले जमता है।
(ii) बर्फ का घनत्व जल से कम है अतः बनने वाली बर्फ सतह पर तैर जाती है तथा झील की सतह जम जाती है।
91.

`H_(2)O, B_(2)H_(6), NaH ` तथा `LaH_(3)` हाइड्राइडो के किस वर्ग से सम्बंधित है ?

Answer» `H_(2)O` : सह- संयोजकीय हाइड्राइड , `B_(2)H_(6)` सह- संयोजकीय हाइड्राइड
NaH सैलाइन हाइड्राइड , `LaH_(3)` : धात्विक हाइड्राइड
92.

लिटमस पर `H_(2) O_(2)` का क्या प्रभाव होता है ?

Answer» नीले लिटमस को लाल क्र देता है
93.

किस प्रकार के हाइड्राइडो का संघटन निश्चित नहीं होता है ?

Answer» Correct Answer - इंटरस्टिशियल
94.

लिटमस पर `H_(2)O_(2)` का क्या प्रभाव होता है ?

Answer» Correct Answer - हाँ
95.

आयन विनिमय उपचार द्वारा प्राप्त मृदु जल में -A. मुक्त `H^(+)` आयन उपस्थित होते हैB. मुक्त `OH^(-)` आयन उपस्थित होते हैC. रेजिन के अणु उपस्थित होते हैD. पूर्णतया अन -आयनित लक्षण होते है |

Answer» Correct Answer - d
96.

जल के मुदुकरण में प्रयुक्त कैलगन है -A. `Na_(2) [Na_(4) (PO_(3))_(6)]`B. `Na_(4) [Na_(2) (PO_(3))_(6)]`C. `Na_(2) [Na_(4) (PO_(4))_(5)]`D. `Na_(4) [Na_(4) (PO_(4))_(6)]`

Answer» Correct Answer - a
97.

ऑक्सीजनीकृत (oxygenated) जल क्या है ?

Answer» थेनार्ड ने हाइड्रोजन परॉक्साइड को ऑक्ससीजनकृत जल नाम दिया था |
98.

क्या हाइड्रोजन धात्विक व्यवहार प्रदर्शित कर सकता है?

Answer» हाँ, यह पाया गया है कि अत्यधिक उच्च दाब पर धात्विक हाइड्रोजन प्राप्त की जा सकती है। बृहस्पति ग्रह के कोर पर हाइड्रोजन धात्विक अवस्था में उपस्थित है।
99.

जल के स्वतः प्रोटीनोकरण से आप क्या समझते है? इसका क्या महत्व है?

Answer» स्वतः प्रोटीनीकरण का अर्थ है स्वतः आयनीकरण। अतः जल का एक अणु प्रोटॉन देता है तथा जल का दूसरा अणु प्रोटॉन ग्रहण करता है।
`H_(2)O+H_(2)OrarrH_(3)O^(+)+OH^(-)`
`underset("अम्ल")(H_(2)O)+underset("क्षार")(NH_(3))iffNH_(4)^(+)+OH^(-)`
`underset("क्षार")(H_(2)O)+underset("अम्ल")(CH_(3)COOH)iffCH_(3)COO^(-)+H_(3)O`
100.

स्वतः ऑक्सीकरण प्रक्रम द्वारा `H_(2) O_(2)` के निर्माण में प्रयुक्त कार्बनिक योगिक का नाम लिखिए |

Answer» 2 -ऐथिलऐन्थ्राक्विनोन