InterviewSolution
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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 1. |
किसी रेड़ियोऐक्टिव पदार्थ की विघटन दर 320 प्रति सेकण्ड है। 90 मिनट पश्चात विघटन दर 40 प्रति सेकण्ड गिर जाती है। पदार्थ की अर्ध – आयु है -A. 30 मिनटB. 45 मिनटC. 60 मिनटD. 75 मिनट |
| Answer» Correct Answer - c | |
| 2. |
किसी रेडियोएक्टिव पदार्थ की `alpha`- तथा `beta`- उत्सर्जन के लिए माध्य आयु 1620 वर्ष तथा 405 वर्ष है। वह समय ज्ञात कीजिए जिसमें इस पदार्थ से `alpha`- तथा `beta`- के साथ –साथ उत्सर्जन होने पदार्थ का `3//4` भाग क्षय हो जाता है। दिया है `log_(e)4=1.386` |
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Answer» यदि किसी रेडियोएक्टिव पदार्थ की माध्य आयु `tau` तथा क्षय नियतांक `lamda` हो तो `lamda=1/(tau)` प्रश्नानुसार `alpha`- तथा `beta` उत्सर्जन के लिए पदार्थ की माध्य आयु क्रमशः 1620 वर्ष व 405 वर्ष है। अतः पदार्थ का `alpha` उत्सर्जन के लिए क्षय नियतांक `lamda_(alpha)=1/1620 "वर्ष"^(-1)` `beta`- उत्सर्जन के लिए क्षय नियतांक `lamda_(beta)=1/405 "वर्ष"^(-1)` सम्पूर्ण क्षय नियतांक `lamda=lamda_(alpha)+lamda_(beta)` `=1/1620+1/405=1/324 "वर्ष"^(-1)` माना पदार्थ के परमाणुओं की प्रारम्भिक संख्या `N_(0)` तथा `3//4` भाग क्षय हो जाने पर यह संख्या `N` रह जाती है अतः `N=N_(0)-3/4N_(0)=(N_(0))/4` अथवा `N/(N_(0))=1/4=(1/2)^(2)`……….1 यदि क्षय होने में लगा समय `n` अर्द्ध आयु के बराबर हो तो `N/(N_(0))=(1/2)^(n)`…………2 समीकरण 1 व 2 की तुलना करने पर `n=2` `:.t=nT=2T=(2xx0.693)/(lamda)` `=(2xx0.693xx324)/1=449` वर्ष |
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| 3. |
एक रेडियोएक्टिव पदार्थ की सक्रियता 5 वर्षों में प्रारम्भि5क की एक तिहाई रह जाती है। अगले 5 वर्षों में इसकी सक्रियता प्ररम्भिक की कितनी रह जायेगी? |
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Answer» माना पदार्थ की प्ररम्भिक सक्रियता `R_(0)` है। अतः 5 वर्ष बाद पदार्थ की सक्रियता `R=(R_(0))/3` (प्रश्नानुसार) अतः अगले 5 वर्ष पदार्थ की सक्रियता `R’=R/3=1/3((R_(0))/3)=(R_(0))/9` अतः अगले 5 वर्षों में पदार्थ की सक्रियता प्रारम्भिदक की `1//9` गुनी रह जायेगी। |
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| 4. |
एक नमूने में किसी क्षण 25% अविघटित रेडियोएक्टिव नाभिक है। 10 सेकण्ड पश्चात अविघटित नाभिकों की संख्या 12.5% रह जाती है। गण्ना कीजिएः (i) नाभिकों की माध्य आयु तथा (ii) वह अन्तराल जिसमें अविघटित नाभिकों की संख्या घटकर 6.25% रह जाती है। |
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Answer» (i) 10 सेकण्ड के समय अन्तराल में अविघटित नाभिकों की संख्या 25% से 12.5% अर्थात आधी रह जाती है अतः नाभिकों की अर्द्ध आयु `T=10` सेकण्ड `:.` माध्य आयु `tau=1.443T` `=1.443x10=14.43` सेकण्ड (ii) माना `t` समयान्तराल में अविघटित नाभिकों की संख्या घटकर 6.25% रह जाती है । इस समयान्तराल में `N/(N_(0))=6.25/100=1/16` हम जानते हैं कि `n` अर्द्ध आयु के पश्चात `N/(N_(0))=(1/2)^(n)` `:.(1/2)^(n)=1/16=(1/2)^(4)` अथवा `n=4` `:.t=nT=4xx10=40` सेकण्ड |
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| 5. |
यदि 5 दिन में एक रेयिोएक्टिव पदार्थ का 20 प्रतिशत क्षय होत है तो 10 दिन बाद बचे रेडियोएक्टिव पदार्थ की मात्रा मूल के कितने प्रतिशत होगी? |
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Answer» 5 दिन में पदार्थ का 20 प्रतिशत क्षय होता है अतः 5 दिन पदार्थ की बची मात्रा (प्रतिशत में) `=100-20=80%` इसी प्रकार अगले 5 दिन बाद पदार्थ की बची मात्रा (प्रतिशत) `=80%` मात्रा का 80% `=80xx80/100=64%` अतः 10 दिन बाद पदार्थ की बची मात्रा `=64%` |
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| 6. |
स्वर्ण के समस्थानिक `._(79)^(197)Au` एवं रजत के समस्थानिक `._(47)^(107)Ag` की नाभिकीय त्रिज्या के अनुपात का सन्निकट मान ज्ञात कीजिए। |
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Answer» `Q R prop A^(1/3)` अतः `(R_(Au))/(R_(Ag))=((A_(AU))/(A_(Ag)))^(1/3)=(197/107)^(1/3)=(1.84)^(1/3)` मान लीजिए `x=(1.84)^(1/3)` `:.logx=1/3 log 1.84=1/3xx0.2648=0.0883` या `x=` Antilog `0.0883=1.226=1.23` अतः `(R_(Au))/(R_(Ag))=1.23` |
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| 7. |
स्वर्ण के समस्थानिक `""(79)^(197)"Au"` एवं रजत के समस्थानिक `""_(47)^(107)"Ag"` की नाभिकीय त्रिज्या के अनुपात का सन्निकट मान ज्ञात कीजिए | |
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Answer» `because R prop A^((1)/(3))` अत: `(R_("Au"))/(R_("Ag"))=((A_("Au"))/(A_("Ag")))^((1)/(3))=((197)/(107))^((1)/(3))=(1.84)^((1)/(3))` मान लीजिए `x=(1.84)^((1)/(3))` `:. logx=(1)/(3)log 1.84=(1)/(3)xx0.2648=0.0883` या `" "x=" Antilog "0.0883=1.226=1.23` अत: `(R_("Au"))/(R_("Ag"))=1.23.` |
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| 8. |
निम्न विघटन में उत्सर्जित कण का क्रम होगा - `""_(Z)X^(A)to""_(Z+1)Y^(A)to""_(Z-1)B^(A-4)to""_(Z-1)B^(A-4)`A. `alpha,beta,gamma`B. `beta,alpha,gamma`C. `gamma,beta,alpha`D. `beta,gamma,alpha`. |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 9. |
निम्नलिखित के लिए नाभिकीय समीकरण लिखिए - `""_(43)^(97)"Tc"` का `beta^(+)` -क्षय |
| Answer» `""_(43)^(97)"Tc"to""_(42)^(97)"Mo"+e^(+)+v` | |
| 10. |
निम्नलिखित के लिए नाभिकीय समीकरण लिखिए - `""_(83)^(210)"Bi"` का `beta^(-)`-क्षय |
| Answer» `""_(83)^(210)"Bi"to""_(84)^(210)"Po"+e^(-)+bar(v)` | |
| 11. |
`beta` - कण परमाणु के किस भाग से उत्सर्जित होता है ? |
| Answer» Correct Answer - नाभिक से | | |
| 12. |
`beta`- कण परमाणु के किस भागों से उत्सर्जित होता है? |
| Answer» Correct Answer - नाभिक से | |
| 13. |
निम्नलिखित में से समन्यूटॉनिक युग्म है -A. `""_(6)C^(14)`व`""_(7)N^(13)`B. `""_(6)C^(14)`व`""_(8)O^(16)`C. `""_(6)C^(14)`व`""_(7)N^(14)`D. `""_(6)C^(14)`व`""_(8)O^(17)` |
| Answer» Correct Answer - d | |
| 14. |
निम्नलिखित में कौन मूल कण नहीं है?A. प्रोटॉनB. इलेक्ट्रॉनC. न्युट्रोनोD. `alpha`-कण |
| Answer» Correct Answer - c | |
| 15. |
नाभिकीय बलों के लिए कौन-सा विनिमय उत्तरदायी है ?A. इलेक्ट्रॉनों का विनिमयB. प्रोटॉनों का विनिमयC. प्रोजिटोनो का विनिमयD. मेसानों का विनिमय |
| Answer» Correct Answer - b | |
| 16. |
नाभिकीय बल की प्रकृति है -A. विधुतीयB. चुम्बकीयेC. गुरुत्विकD. इसमें से कोई नहीं |
| Answer» Correct Answer - a | |
| 17. |
आशा की माँ ने चेर्नोबिल रिएक्टर में हुए विस्फोट के बारे मी अखबार में एक लेख पढ़ा | लेख से उन्हें अधिक समझ नहीं आया तब उन्होंने लेख के संबंध में आशा से कुछ प्रश्न पूछे | कक्षा XII भौतिकी में उसने जो पढ़ा तथा उनके आधार पर अपनी माँ को विषय वास्तु को समझने का प्रयास किया - चेर्नोबिल में कौन सा संयंत्र तथा जहाँ भीषण दुर्घटना हुई ? आपके अनुसार इस दुर्घटना का कारण क्या तथा ? |
| Answer» एक नाभिकीय रिएक्टर तथा | न्यूट्रॉन की वृध्दि दर को मापने वाले गुणन कारक रिएक्टर में दुर्घटना हुई थी | | |
| 18. |
आशा की माँ ने चेर्नोबिल रिएक्टर में हुए विस्फोट के बारे मी अखबार में एक लेख पढ़ा | लेख से उन्हें अधिक समझ नहीं आया तब उन्होंने लेख के संबंध में आशा से कुछ प्रश्न पूछे | कक्षा XII भौतिकी में उसने जो पढ़ा तथा उनके आधार पर अपनी माँ को विषय वास्तु को समझने का प्रयास किया - चेर्नोबिल पर संयंत्र में ऊर्जा विमुक्त होने की प्रक्रिया की व्याख्या कीजिये | |
| Answer» जब यूरेनियम ` - 235 (""_(92)^(235)U) ` पर मंदगामी न्यूट्रॉन की बमबारी की जाती है तो वह बेरियम ` (""_(56)^(144)Ba) ` एवं क्रिप्टॉन ने ` (""_(36)^( 89) Kr) ` नाभिक में विभक्त हो जाता है | इस प्रक्रिया में द्रव्यमान क्षति के कारण अत्यधिक मात्रा में ऊर्जा मुक्त होती है | | |
| 19. |
आशा की माँ ने चेर्नोबिल रिएक्टर में हुए विस्फोट के बारे में अखबार में एक लेख पढ़ा | लेख से उन्हें अधिक समझ नहीं आया तब उन्होंने लेख के संबंध में आशा से कुछ प्रश्न पूछे | कक्षा XII भौतिकी में उसने जो पढ़ा तथा उनके आधार पर अपनी माँ को विषय वास्तु को समझने का प्रयास किया - आपके अनुसार आशा व उसकी माँ ने किन मूल्यों का प्रदर्शन किया ? |
| Answer» आशा ने विज्ञात के प्रति अभिरुचि एवं सजगता तथा उनकी माँ के जागरूक एवं जिज्ञासु प्रकृति के होने के मूल्यों को प्रदर्शित किया | | |
| 20. |
नाभिकीय रियेक्टर किसे कहते हें? |
| Answer» नाभिकीय रियेक्टर एक ऐसा संयंत्र है जिसमें नाभिकीय विखण्डन की नियन्त्रित श्रृंखला अभिक्रिया चलाकर ऊर्जा उत्पन्न की जाती है। | |
| 21. |
`._(1)H^(1)` का परमाणु द्रव्यमान 1.00783u है। इसका द्रव्यमान आधिक्य ज्ञात कीजिए। |
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Answer» द्रव्यमान आधिक्य `=M-A` `=1.00783-1=0.00783u` `=0.00783xx931MeV//c^(2)=7.29MeV//c^(2)` |
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| 22. |
नाभिकीय रियेक्टर में श्रृंखला अभिक्रिया क्या होती है? |
| Answer» रिक्येक्टर में मंदगामी न्यूट्रॉनों द्वारा भारी नाभिक का विखण्डन होने पर ऊर्जा के साथ-साथ तीव्रगामी न्यूट्रॉन भी उत्पन्न होते हैं। ये न्यूट्रॉन मंदकों द्वारा मन्दित होकर अन्य नाभिकों को विखण्डित करने पर लगते हैं। इस प्रकार विखण्डन की एक श्रृंखला प्रारम्भ हो जाती है। इसे श्रृंखला अभिक्रिया कहते हैं। | |
| 23. |
नाभिकीय रियेक्टर में भारी जल एक उपयुक्त मंदक है क्यों? |
| Answer» नाभिकीय रियेक्टर में `U^(235)` का विखण्डन होने पर तीव्रगामी न्यूट्रॉन उत्पन्न होते हैं। विखण्डन की श्रृंखला अभिक्रिया जारी रखने के लिये न्यूट्रॉनों को मंदगामी करना आवश्यक है। इसके लिए तीव्रगामी न्यूट्रॉनों को मंदक पदार्थ से गुजारकर मंदगामी किया जाता है। मंदक प्रभावी तभी होता है जब इसके नाभिकों का द्रव्यमान न्यूट्रॉन के द्रव्यमान की कोटि का हो। (यदि नाभिक बहुत भारी है तब न्युट्रॉन उससे टकराने पर अपनी उसी चाल से वापिस लौअ जायेगा यदि नाभिक बहुत हल्का हे तब न्युट्रॉ अपनी लगभग उसी चाल से आगे चला जायेगा) भारी जल के नाभिक का द्रव्यमान न्यूट्रॉन के द्रव्यमान की ही कोटि का होता है। अतः ये नाभिक की गति मंद करने में सबसे अधिक प्रभावी है। | |
| 24. |
नाइट्रोजन नाभिक `(._(7)^(14)N)` की बंधन ऊर्जा MeV में ज्ञात कीजिए `m_(N)=14.00307u`. |
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Answer» दिया है: ` m_(N)=14.00307u,m_(H)=1.007825u` `m_(n)=1.008665u` नाइट्रोजन नाभिक `._(7)^(14)N` में 7 प्रोटॉन तथा `14-7=7` न्यूट्रॉन हैं। `:.Z=7` तथा `N=7,A=14` द्रव्यमान क्षति `=` (कुल प्रोटॉनों का द्रव्यमान `+` कुल न्यूट्रॉनों का द्रव्यमान) `-` नाइट्रोजन नाभिक का द्रव्यमान `DeltaM=[Zm_(H)+(A-Z)m_(n)]-m_(N)` `=[7xx1.007825+(14-7)xx1.008665]-14.003074` `=7(1.007825+1.008665)-14.0030774` `=xx2.01649-14.003074` `=14.11543-14.003074` `=0.112356u` `:.` बंधन ऊर्जा `BE=DeltaM.c^(2)` `=0.112356uxxc^(2)` `=0.112356xx391.5(MeV)/(c^(2))xxc^(2)` `=104.659614MeV` `=104.7MeV` |
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| 25. |
नियॉन के तीन स्थायी समस्थानिकों की बहुलता क्रमश: `90.51%,0.27%` एवं `9.22%` है | इन समस्थानिकों के परमाणु द्रव्यमान क्रमश: `19.99u, 20.99u` एवं `21.99u` हैं | नियॉन का औसत परमाणु द्रव्यमान ज्ञात कीजिए | |
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Answer» नियॉन का औसत परमाणु द्रव्यमान `=(90.51xx19.99+0.27xx20.99+9.22xx21.99)/(100)` `=(1809.29+5.67+202.75)/(100)=20.18" u".` |
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| 26. |
नियॉन के तीन स्थायी सम्स्थानिकों की बहुलता क्रमशः 90.51 प्रतिशत, 0.27 प्रतिशत एवं 9.22 प्रतिशत है । इन समयथानिकों के परमाणु द्रव्यमान क्रमशः `19.99u,20.99u,20.99u` एवं `21.99u` हैं। नियॉन का औसत परमाणु द्रव्यमान ज्ञात कीजिए। |
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Answer» Correct Answer - `20.18u` |
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| 27. |
(a)लीथियम के दो स्थायी समस्थानिकों `._(3)^(6)Li` एवं `._(3)^(7)Li` की बहुलता का प्रतिशत क्रमशः 7.5 एवं 92.5 हैं। न समस्थानिकों के द्रव्यमान क्रमशः `6.01512u` एवं `7.01600u` हैं । लीथियम का परमाणु द्रव्यमान ज्ञात कीजिए। (b) बोरॉन के दो स्थायी समस्थानिक `._(5)^(10)B` एवं `._(5)^(11)B` है। उनके द्रव्यमान क्रमशः `10.01294u` एवं `11.00931u` एवं बोरॉन का परमाणु भार `10.811u` है। `._(5)^(10)B` एवं `._(5)^(11)B` की बहुलता ज्ञात कीजिए। |
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Answer» (a) दिया है `.^(6)Li` की बहुलता प्रतिशत `=7.5%` `.^(7)Li` की बहुलता प्रतिशत `=92.5%` `.^(6)Li` का परमाणु भार `=6.01512u` `.^(7)Li` का परमाणु भार `=7.01600u` परमाणु भार `=` समस्थानिकों का औसत भार `=(6.01512xx7.5+7.01600xx92.5)/(7.5+92.5)` `=(45.1134+648+98)/100=6.941u` (b) दिया है `.^(10)B` का भार `=10.01294u` `.^(11)B` का भार `=11.00931u` बोरॉन का परमाणु भार `=10.811u` माना `.^(10)B` की बहुलता प्रतिशत `x%` है। अतः `.^(11)B` की बहुलता प्रतिशत `(100-x)%` परमाणु भार `=` समस्थानिकों का औसत भार `=10.811=(x xx10.01294+(100-x)xx11.00931)/((x+100-x))` `.^(10)B` की बहुलता `x=19.9%` `.^(11)B` की बहुलता `(100-x)=100-19.9=80.1%` अतः `.^(10)B` की बहुलता `19.9%` तथा `.^(11)B` की बहुलता `80.1%` है। |
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| 28. |
एक रेडियोऐक्टिव समस्थानिक की अर्द्ध - आयु T वर्ष है | कितने समय के बाद इसकी ऐक्टिवता प्रारंभिक ऐक्टिवता की `1%` रह जाएगी ? |
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Answer» `N=N_(0)" का "1%=N_(0)xx(1)/(100)=(N_(0))/(100)` `N=N_(0)((1)/(2))^((t)/(T))` या `" "(N_(0))/(100)=N_(0)((1)/(2))^((t)/(T))` या `" "(1)/(100)=((1)/(2))^((t)/(T))` या `" "100=(2)^((t)/(T))` या `" "log100=(t)/(T)log2` या `" "log10^(2)=(t)/(T)xx0.3010` `2log10=(t)/(T)xx0.3010` `2xx1=(t)/(T)xx0.3010` या `" "t=(2T)/(0.3010)=6.64T`. |
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| 29. |
8.0 m Ci सक्रियता का रेडियोऐक्टिव स्त्रोत प्राप्त करने के लिए `""_(27)^(60)"Co"` की कितनी मात्रा की आवश्यकता होगी ? `""_(27)^(60)" Co"` की अर्ध - आयु 5.3 वर्ष है | |
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Answer» दिया है - `R=8.0" m Ci"` `=8.0xx10^(-3)xx3.7xx10^(10)` disintegration per second `=29.6xx10^(7)` `=2.96xx10^(8)` disintegration per second `T_(1//2)=5.3` वर्ष `=5.3xx365xx24xx60xx60" s"` `=1.67xx10^(8)" s"` `:. lambda=(0.6931)/(T_(1//2))=(0.6931)/(1.67xx10^(8))=0.415xx10^(-8)` `=4.15xx10^(-9)s^(-1)` सूत्र - `R=lambdaN` से, `N=(R)/(lambda)=(2.97xx10^(8))/(4.15xx10^(-9))=0.7157xx10^(17)` `=7.157xx10^(16)` Co के एक मोल में अर्थात 60 ग्राम में `6.023xx10^(23)` परमाणु होते हैं | अत: उसके `7.157xx10^(15)` परमाणु का द्रव्यमान `=(60)/(6.023xx10^(23))xx7.157xx10^(16)` `=71.30xx10^(-7)" g"` `=7.13xx10^(-6)" g."` |
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| 30. |
जीवित कार्बनयुक्त द्रव्य की सामान्य ऐक्टिवता, प्रति ग्राम कार्बन के लिए 15 क्षय प्रति मिनट है | यह ऐक्टिवता, स्थायी समस्थानिक `""_(6)^(14)C` के साथ-साथ अल्प मात्रा में विधमान रेडियोऐक्टिव `""_(6)^(12)C` के कारण होती है | जीव की मृत्यु होने पर वायुमंडल के साथ इसकी अन्योन्य क्रिया (जो उपरोक्त संतुलित ऐक्टिवता को बनाए रखती है) समाप्त हो जाती है, तथा इसकी ऐक्टिवता कम होनी शुरू हो जाती है | `""_(6)^(14)C` की ज्ञात अर्द्ध-आयु (5730 वर्ष) और नमूने की मापी गई ऐक्टिवता के आधार पर इसकी सन्निकट आयु की गणना की जा सकती है | यही पुरातत्व विज्ञान में प्रयुक्त होने वाली `""_(6)^(12)C` काल निर्धारण प्रद्धति का सिद्धांत है | यह मानकर की मोहनजोदड़ो से प्राप्त किसी नमूने की ऐक्टिवता 9 क्षय प्रति मिनट प्रति ग्राम कार्बन है | सिंधु घाटी सभ्यता की सन्निकट आयु का आकलन कीजिए | |
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Answer» दिया है - `R_(0)=15` क्षय प्रति मिनट प्रति ग्राम R = 9 क्षय प्रति मिनट प्रतिग्राम `T_((1)/(2))=5730` वर्ष सूत्र - `" "(N)/(N_(0))=((1)/(2))^((t)/(T_(1//2)))` किन्तु, `" "(R)/(R_(0))=(N)/(N_(0))` `:." "(R)/(R_(0))=((1)/(2))^((t)/(T_(1//2)))` या `" "(9)/(15)=((1)/(2))^((t)/(5730))` या `" "(3)/(5)=((1)/(2))^((t)/(5730))` या `" "(5)/(3)=(2)^((t)/(5730))` या `" "log""(5)/(3)=(t)/(5730)log2` या `" "log5-log3=(t)/(5730)xx0.3010` या `" "0.2219=(t)/(5730)xx0.3010` या `" "t=(0.2219xx5730)/(0.3010)=4224.2` वर्ष | |
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| 31. |
एक रेडियोऐक्टिव समस्थानिक की अर्द्ध - आयु T वर्ष है | कितने समय के बाद इसकी ऐक्टिवता प्रारंभिक ऐक्टिवता की `3.125%` |
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Answer» `N=N_(0)xx(3.125)/(100)=(N_(0))/(32)` सूत्र- `" "N=N_(0)((1)/(2))^((1)/(T))` `:." "(N_(0))/(32)=N_(0)((1)/(2))^((t)/(T))` या `" "(1)/(32)=((1)/(2))^((t)/(T))` या `" "((1)/(2))^(5)=((1)/(2))^((t)/(T))` `:." "(t)/(T)=5impliest=5T` वर्ष | |
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| 32. |
विशुद्ध `""_(6)^(11)C` के 2.2 मिलीग्राम रेडियो - एक्टिव नमूने की अर्द्धआयु 1224 सेकण्ड है | अग्र की गणना कीजिए - सक्रियता जबकि नमूने का `5mu g` शेष है | |
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Answer» दिया है - रेडियोएक्टिव नमूने का द्रव्यमान = 2.2 मिलीग्राम `=2.2xx10^(-3)` ग्राम `T_(1//2)=1224` सेकण्ड `5mu g=5xx10^(-6)` ग्राम में परमाणुओं की संख्या `=(6.025xx10^(23)xx5xx10^(-6))/(11)=2.74xx10^(17)` `lambda=(0.6931)/(T_(1//2))=(0.6931)/(1224)=0.00057` `=5.7xx10^(-4)("सेकण्ड")^(-1)` सक्रियता `R=lambda"N"=5.7xx10^(-4)xx2.74xx10^(17)` `=15.618xx10^(13)=1.56xx10^(14)` बैकेरल | |
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| 33. |
यदि `""_(12)^(27)"Al"` के नाभिक की त्रिज्या `R_("Al")` हो तो `""_(53)^(125)"Te"` नाभिक की लगभग त्रिज्या होगी -A. `(5)/(3)"R"_("Al")`B. `(3)/(5)"R"_("Al")`C. `((13)/(53))^(1//3)"R"_("Al")`D. `((53)/(13))^(1//3)"R"_("Al")`. |
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Answer» Correct Answer - A `R=R_(0)A^(1//3)` से, `R=(R_("Al"))/(R_("Te"))=((A_("Al"))/(A_("Te")))^(1//3)implies(R_("Al"))/(R_("Te"))=((27)/(125))^(1//3)=(3)/(5)` `impliesR_("Te")=(5)/(3)"R"_("Al")`. |
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| 34. |
इलेक्ट्रॉन और `beta`-कण में एक अंतर लिखिए | |
| Answer» इलेक्ट्रॉन प्रत्येक परमाणु का मूल कण होगा है जबकि `beta`-कण नाभिक में न्यूट्रॉन के विघटन के कारण उत्पन्न होता है | | |
| 35. |
माना कि हम `._(26)^(56)Fe` नाभिक के दो समान अवयवों `._(13)^(28)Al` में विखंडन पर विचार करें। क्या ऊर्जा की दृष्टि से यह विखंडन सम्भव है? `m(._(26)^(56)Fe)=55.93494u` और `m(._(13)^(28)Al)=27.98191u` |
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Answer» क्षय प्रक्रिया हेतु दी गयी समीकरण `._(26)^(56)Feto2._(13)^(28)Al` द्रव्यमान क्षति `(Deltam)=m(._(26)^(56)Fe)-2m(._(13)^(28)Al)` `=55.93494-2(27.98191)` `=-0.02888u` `Q=Deltamxx931=-26.88728MeV` चूंकि ऊर्जा ऋणातमक है अतः विखण्डन प्रभावशाली रूप से नहीं होगा। |
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| 36. |
किसी नाभिकीय अभिक्रिया `A+btoC+d` का `Q` मान निम्नलिखित समीकरण द्वारा परिभाषित होता है- `Q=[m_(A)+m_(b)-m_(C)-m_(d)]c^(2)` जहां दिए गए द्रव्यमान, नाभिकीय विराम द्रव्यमान हैं। दिए गए आंकड़ों के आधार पर बताइए कि निम्नलिखित अभिक्रियाएंऊष्माक्षेपी हैं या ऊष्माशोषी a. `._(1)^(1)H+._(1)^(3)Hto._(1)^(2)H+._(1)^(2)H` (b) `._(6)^(12)+._(6)^(12)Cto._(10)^(20)Ne+._(2)^(4)He` दिए गए परमाणु द्रव्यमान इस प्रकार है- `m(._(1)^(3)H)=1.007825u, m(._(1)^(2)H)=2.014102u` `m(._(1)^(3)H)=3.016049u, m(._(6)^(12)C)=12.000000u`, `m(._(10)^(20)Ne)=19.992439u` |
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Answer» दी गयी समीकरण (a)`._(1)^(1)H+._(1)^(3)Hto._(1)^(2)H+._(1)^(2)H` द्रव्यमान क्षति `(Deltam)=m(._(1)^(1)H)+m(._(1)^(3)H)-2m(._(1)^(2)H)` `=1.007825+3.016049-2(2.014102)` `=-0.00433u` समीकरण में `Q` मान `Q=Deltamxx931=-0.00433xx931=-4.031MeV` चूंकि ऊर्जा ऋणात्मक है अतः समीकरण ऊष्माशोषी है। (b) दी गयी समीकरण `._(6)C^(12)+._(6)^(12)Cto._(10)^(20)Ne+._(2)^(4)He` `Deltam=2m(._(6)^(12)C)-m(._(10)^(20)Ne)-m(._(2)^(4)He)` `=2xx12-19.992439-4.002603` `=0.00495u` `Q=Deltamxx931=0.00495xx931=MeV` चूंकि ऊर्जा धनात्मक है अतः समीकरण ऊष्माक्षेपी है। |
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| 37. |
(a)`._(88)^(226)Ra` एवं `._(86)^(220)Rn` नाभिकों के `alpha` क्षय से उत्सर्जित `alpha`- कणों का `Q` मान एवं गतिज ऊर्जा ज्ञात कीजिए। दिया है `m(._(88)^(226)Ra)=226.02540u,m._(86)^(222)Rn)=222.01750u`, `m(._(86)^(220)Rn)=220.01137u,m(._(84)^(216)Po)=216.00189u` |
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Answer» (a)`._(88)^(226)Ra` का `alpha`- क्षय निम्न है `._(88)^(226)Rato .(86)^(222)Rn+._(2)^(4)He+Q` समीकरण् में `Q` मान निम्न प्रकार दिया जाता है `Q`- माना `=[m(._(88)^(226)Ra)-m(._(86)^(222)Rn)-m_(alpha)]xx931.5MeV` `=(226.02540-222.01750-4.00260)xx93.15` `=0.0053xx931.5=4.94MeV` उत्सर्जित `alpha` कण की गतिज ऊर्जा `=((A-4)/A).A=(226-4)/226xx4.94` `=4.85MeV` (b) `._(86)^(220)Rn` का `alpha`- कण क्षय निम्न है `._(86)^(220)Rn to._(84)^(216)"Po" +._(2)^(4)He` समीकरण में `Q`-मन निम्न प्रकार दिया जाता है `Q` -मान `=[m(._(86)^(220)Rn)-m(._(84)^(216)Po)-m_(alpha)]xx931.5MeV` `=[220.01137-216.00189-4.00260)xx9315` `=6.41MeV` उत्सर्जित `alpha` कण की गतिज ऊर्जा `=((A-4)Q)/A=(220-4)/220x6.41` `=6.28MeV` |
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| 38. |
एक तत्व के परमाणु जोकि द्रव्यमान में भिन्न हैं। परन्तु समान प्रकार के रासायनिक गुण रखते है, वे कहलाते हैं-A. समनुट्रोनिकB. समस्थानिकC. समभारिकD. समावयवी |
| Answer» Correct Answer - a | |
| 39. |
निम्न `beta` क्षय अभिक्रियाओं का `Q` मान तत्वों के परमाणु द्रव्यमान के पदों में ज्ञात कीजिए- (i) `._(z)X^(A)to._(z+1)Y^(4)+e^(-)+bar(v)(beta^(-) "क्षय")` (ii) `._(z)X^(A)to._(z-1)Y^(A)+e^(+)+v(beta^(+) "क्षय")` तत्व `X` व `Y` के नाभिक के द्रव्यमान क्रमशः `m_(N)(X)` व `m_(N)(Y)` तथा इनके परमाणु के द्रव्यमान क्रमशः `m(X)` व `m(Y)` हैं। इलेक्ट्रॉनों का द्रव्यमान `m_(e)` है। |
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Answer» (i) एन्टिन्यूट्रिनों का द्रव्यमान शून्य होता है । अतः `Q=[m_(N)(X)-m_(N)(Y)-m_(e)]c^(2)` `=[{m(X)-zm_(e)}-{m(Y)-(Z+1)m_(e)}-m_(e)]c^(2)` `=[m(X)-m(Y)]c^(2)` (ii) न्यूट्रिनों का द्रव्यमान शून्य होता है। अतः `Q=[m_(n)(X)-m_(N)(Y)-m_(e)]c^(2)` `=[{m(X)-Zm_(e)}-{m(Y)-(Z-1)m_(e)}-m_(e)]c^(2)` `=[m(X)-m(Y)-2m_(e)]c^(2)` |
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| 40. |
किसी नाभिक में दो प्रोटॉनों के बीच की दूरी `10fm` है। इनके बीच कार्यरत किस बल का परिमाण अधिक होगा-नाभिकीय बल अथवा वैद्युत बल? |
| Answer» वैद्युत बल (इतनी दूरी पर नाभिकीय बल का परिमाण नगण्य हो जायेगा) | |
| 41. |
`alpha` - कण निम्नलिखित परमाणु का नाभिक होता है -A. हाइड्रोजनB. ड्यूटीरियमC. हीलियमD. ट्राइटियम | |
| Answer» Correct Answer - B::C | |
| 42. |
दो अर्ध - आयुकालों में विघटित होने वाले रेडियोऐक्टिव नाभिकों का विखंडित भाग होगा -A. a.एक चौथाईB. b.आधाC. c.तीन चौथाईD. d.संपूर्ण भाग | |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 43. |
नीचे दी गई क्षय योजना में, `gamma`- क्षयों की विकिरण आवृत्तियों एवं `beta`- कणों की अधिकतम गतिज ऊर्जाएं ज्ञात कीजिए। |
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Answer» `gamma_(1)` के संगत ऊर्जा `E_(1)=1.088-0=1.088KeV` `=1.088xx1.6xx10^(-13)J` `gamma_(1)` हेतु आवृत्ति `v_(1)=(E_(1))/h=(1.088xx1.6xx10^(-13))/(6.63xx10^(-34))` `=2.63xx10^(20)Hz` `gamma_(2)` के संगत ऊर्जा `E_(2)=0.412-0=0.412MeV` `=0.412xx1.6xx10^(-13)J` `gamma_(2)` के लिए आवृत्ति `=v_(2)=(E_(2))/h=(0.412xx1.6xx10^(-13))/(6.63xx10^(-34))` `=9.98xx10^(19)Hz` `gamma_(3)` के संगत ऊर्जा `E_(3)=1.088-0.412=0.976MeV` `=0.676xx1.6xx10^(-13)J` `gamma_(3)` के लिए आवृत्ति `v_(3)=(E_(3))/h=(0.676xx1.6xx10^(-13))/(6.63xx10^(-34))` `v_(3)=1.64xx10^(20)Hz` `beta_(1)` के लिए अधिकतम गजि ऊर्जा `K_(“max”)(beta_(1))=[m(._(79)^(198)Au)-._(80)^(198)Hg` की द्वितीय अवस्था द्रव्यमान`]xx931MeV` `=931[197.968233-197.66760]-1.088` `=1.371-1.088=0.283MeV` `beta_(2)` के लिए अधिकतम गतिज ऊर्जा- `K_(“max”)(beta_(2))=[m(._(79)^(198)Au)-Hg^(198)` की तृतीय अवस्था का द्रव्यमान`]xx931MeV` `=931[197.968233-197.66760]-0.412` `=0.957MeV` |
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| 44. |
नाभिकीय `beta`-क्षय में न्यूट्रिनों का प्रयोगिक रूप से संसूचन कठिन क्यों होता है ? |
| Answer» न्यूट्रिनों उदासीन कण होते हैं जिनका विराम द्रव्यमान शून्य होता है | ये कण पदार्थों से बिना अन्योन्य क्रिया के उनको पार कर जाते हैं | | |
| 45. |
नीचे दी गई क्षय योजना में `gamma` क्षयों की विकिरण आवृत्तियां एवं `beta` कणों की अधिकतम गतिज ऊर्जाएं ज्ञात कीजिए। दिया है `m(.^(198)Au)=197.968233 u` `m(.^(198)Hg)=197.966760u` |
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Answer» Correct Answer - `K_("max")(beta_(1)^(-))=0.284MeV,K_("max")(beta_(2)^(-))=0.960MeV` `v(gamma_(1))=2.627xx10^(20)Hz, v(gamma_(2))=0.995xx10^(20)Hz,v(gamma_(3))=1.632xx10^(20)Hz` |
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| 46. |
नाभिकीय `beta`- क्षय में न्यूट्रॉनों का प्रायोगिक रूप से संसूयन कठिन क्यों होता है? |
| Answer» न्यूट्रिनों उदासीन कण होते हैं, जिनका विराम द्रव्यमान शून्य होता है। ये कण पदार्थों से बिना अन्योन्य क्रिया के उनको पार कर जाते हैं। | |
| 47. |
`alpha` -कणों और `beta`- कणों में से किसकी आयनन क्षमता अधिक होती है? |
| Answer» Correct Answer - `alpha`- कणों की। | |
| 48. |
1 a.m.u. को परिभाषित कीजिए। |
| Answer» `C-12` के 1 परमाणु के `1/12` वें भाग के द्रव्यमान को ` 1 a.m.u.` कहते हैं। | |
| 49. |
`._(38)^(90)Sr` की अर्द्ध आयु 28 वर्ष है। इस समस्थानिक के 15 mg के विघटन की दर क्या है? |
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Answer» दिया है `T_(1//2)=28` वर्ष `=28xx365x24xx60xx60` `=8.83xx10^(8)s` `lamda=0.6931/(T_(1//2))=0.6931/(8.83xx10^(8))=0.0785xx10^(-8)` `=7.85xx10^(-10)s^(-1)` Sr के एक मोल अर्थात 90g में `6.023xx10^(23)` परमाणु होते हैं। अतः `15mg=15xx10^(-3)g` में परमाणुओं की संख्या `N=(6.023xx10^(23))/90xx15xx10^(-3)` `=1.0038xx10^(20)` `:.` विघटन की दर `R=lamdaN` `=7.85xx10^(-10)xx1.0038xx10^(20)` `=7.88xx10^(10)Bq` `=(7.88xx10^(10))/(3.7xx10^(10))Ci=2.13Ci` |
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| 50. |
एक रेडियों समस्थानिक की अर्द्ध-आयु 5 वर्ष है | इसकी सक्रियता को `3.125%` कम होने में कितना समय लगेगा ? |
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Answer» Correct Answer - 25 वर्ष | `(R)/(R_(0))=3.125%=(3.125)/(100)=(1)/(32)((1)/(2))^(5)`. `(R)/(R_(0))=((1)/(2))^(n)impliesn=5(t)/(T_(1//2))impliest=5T_(1//2)`. |
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