InterviewSolution
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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 201. |
H- परमाणु तथा `He^(+)` आयन के अंदर , ऊर्जा-स्तर ,कक्ष की त्रिज्या व इलेक्ट्रॉन का वेग निम्न किस प्रकार सम्बंधित है ? |
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Answer» `E_(nHe^(+))= E_(nH) xxZ^(2),` `r_(nHe^(+))= ( r_(nH))/( Z), u _(n He^(+))= u _(nH) xxZ ` |
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| 202. |
किसी कण की तरंग-दैध्य्र ( wavelength )और संवेग ( momentum ) के सम्बन्ध का सूत्र बतलाइए। |
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Answer» `lambda = ( h )/( p ) = ( h ) /( m u ) ` ( जहां =`lambda ` तरंग-दैध्य्र , p = संवेग ) |
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| 203. |
दी-ब्रॉगली द्वारा प्रतिपादित द्रव्य के दोहरे व्यवहार से इलेक्ट्रान सूक्ष्मदर्शी की खोज हुई, जिसे जैव अणुओं और अन्य प्रकार के पदार्थो की अति आवर्धित प्रतिबिम्ब के लिए उपयोग में लाया जाता है इस सूक्ष्मदर्शी में यदि इलेक्ट्रान का वेग `1.6xx10^(6)m s^(-1)` है, तो इस इलेक्ट्रॉन से संबन्धित दी-ब्रॉगली तरंगदैध्र्य की गणना कीजिए। |
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Answer» इलेक्ट्रॉन की दी-ब्रॉगली तरंगदैध्र्य `lambda=(h)/(mv)=(6.626xx10^(-34))/((9.11xx10^(-31))xx(1.6xx10^(6)))` `=4.55xx10^(-10)`m=455 pm. |
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| 204. |
दी-ब्रोगली द्वारा प्रतिपादित द्रव्य के दोहरे व्यवहार से इलेक्ट्रॉन सूक्ष्मदर्शी की खोज हुई जिसे जैव अणुओं और अन्य प्रकार के पदार्थों के अति आवर्धित प्रतिबिम्ब के लिए उपयोग में लाया जाता है । इस सूक्ष्मदर्शी में यदि इलेक्ट्रॉन का वेग `1.6 xx 10^(6) ms^(-1)` है तो इस इलेक्ट्रॉन से सम्बन्धित दी-ब्रोगली तरंग-दैर्ध्य की गणना कीजिए । |
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Answer» डि-ब्रोगली समीकरण के अनुसार, `lambda = ( h )/( m xx u ) + ( 6.625 xx 10^(-34))/(9.1 xx 10^(-31 ) xx 1.6 xx 10^(6))` `= 0.455 xx 10^(-9) m = 455 p m ` |
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| 205. |
निम्न में से किस कक्षा की त्रिज्या हाइड्रोजन परमाणु की प्रथम बोर कक्षा की त्रिज्या के समान है ?A. `He^(+) ( n =2 ) `B. `Li^(2+) ( n=2)`C. `Li^(2+)( n =3)`D. `Be^(3+) ( n = 2 ) ` |
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Answer» Correct Answer - D `r_(2) Be^(3+) = ( r_(2) H)/( Z ) = ( r_(1) H xx 2^(2))/(Z) = ( r_(2) H xx 4)/( 4) = r_(1) H ` |
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| 206. |
`He^(+)` आयन के लिए प्रथम बोर-कक्षा की त्रिज्या ज्ञात करे |
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Answer» `He^(+)` आयन के लिए `r_(n)=(r_(n)(H-"परमाणु"))/(Z)` `because n=1` और `Z =2 ` `r_(1)(r_(1)(H-"परमाणु"))/(2)` `=(0.529xx10^(-8))/(2)cm =0.262Å.` |
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| 207. |
एक धातु की सतह पर तरंग - दैर्घ्य ` 4 xx 10 ^( - 7 ) ` m वाले फोटॉन से प्रहार किया गया | धातु का कार्यफलन 2.13 eV है , तो (i ) फोटॉन की ऊर्जा eV में, (ii ) उत्सर्जित इलेक्ट्रॉन की गतिज ऊर्जा और (iii ) फोटोइलेक्ट्रॉन के वेग की गणना करे | |
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Answer» फोटॉन का तरंग- दैर्घ्य ` ( lamda) = 4 xx 10 ^( 7 ) m ` धातु का कार्यफलन ` ( hv _ o ) = 2.13 eV ` ` = 2.13 xx 1.6020 xx 10 ^( -19) J ` (i) फोटॉन की ऊर्जा = ` ( ch )/ ( lamda ) = ( 3.0 xx 10 ^( 8) m s ^( - 1 ) xx 6.626 xx 10 ^( -34 ) Js ) / ( 4 xx 10 ^( - 7 ) m ) ` ` = 4.9695 xx 10 ^( - 19 ) J ` ` because 1.6020 xx 10 ^( - 19 ) J = 1 eV ` ` therefore 4.9695 xx 10 ^( - 19) J = ( 4.9695 xx 10 ^( - 19)) /( 1.6020xx 10 ^( -19)) eV = 3.102 eV ` (ii) उत्सर्जित इलेक्ट्रॉन की गतिज ऊर्जा ` = ( hv - hv _o ) ` ` = 3.102 eV - 2.13 e V ` ` = 0.972 e V `. (iii) फोटोइलेक्ट्रॉन का वेग फोटोइलेक्ट्रॉन की गतिज ऊर्जा = ` ( 1 ) / ( 2 ) mv ^ 2 ` या ` v = sqrt ( ( 2xx "गतिज ऊर्जा" )/ (m ) ) ` ` = sqrt ( ( 2xx 0.972 eV ) / ( 9.1 xx 10 ^( -11) kg ) ` ` = sqrt ( ( 2 xx 0.972 xx 1.6020xx10^( -19) J ) / ( 9.1 xx 10 ^( -31) kg ) ` ` = sqrt ( 0.3422 xx 10 ^( -12 ) ) ` ` = 0.589 xx 10 ^( -6 ) m s ^ ( -1 ) = 5.849 xx 10 ^( 5 ) m s ^( - 1 ) ` |
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| 208. |
हाइड्रोजन परमाणु में प्रथम दो बोर - त्रिज्याओं के मान ज्ञात करे | |
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Answer» ` r = ( n ^ 2 h ^ 2 ) / ( 4 pi ^ 2 Z e ^ 2 m ) ` ` because H ` के लिए , z = 1 , ` because " " r = ( n^ 2 h ^ 2 ) / ( 4 pi ^ 2 e ^ 2 m ) ` इस सूत्र में h , e और m के मान ` h = 6.62 xx 10 ^( -27 ) erg s, e = 4.8 xx 10 ^( - 10) esu ` और ` m = 9.109 xx 10 ^( - 28 ) g ` रखने पर, ` r = n ^ 2 xx 0.529 xx 10 ^( - 8 ) cm ` पहली कक्षा के लिए ` n = 1 `, अतः ` r _ 1 = 0.529 xx 10 ^( -8 ) cm ` ` therefore bar v = ( 2 pi ^ 2 m e ^ 4 ) /( h ^3 c ) [ ( 1 ) / ( n _ 1 ^ 2) - ( 1 ) / ( n_ 2 ^ 2 ) ] ` राशि ` ( 2pi ^ 2 me ^ 4 ) /( h ^3 c ) ` एक स्थिरांक है जिसे R द्वारा व्यक्त किया जाता है | अतः , ` bar v = R[ ( 1 ) / ( n _ 1 ^ 2 ) - ( 1 ) / ( n _ 2^ 2 ) ] ` इस स्थिरांक R को रिडबर्ग स्थिरांक (Rydberg constant ) कहते है | इसका मान `1.09679 xx 10^ 5 cm ^( -1 ) ` होता है | कक्षा में इलेक्ट्रॉन के प्रति सेकंड परिभ्रमणो की संख्या प्रति सेकंड परिभ्रमणो की संख्या = ` ("इलेक्ट्रॉन का वेग" ) /( "कक्षा की परिधि " ) = ( v ) / ( 2pi r ) ` ` because r = ( n^ 2 h^ 2 ) /( 4pi ^ 2 n Z e ^ 2 ) ` ` therefore ` (परिभ्रमणो की संख्या ) = ` ( v ) /( 2 pi * ( n ^ 2 h ^ 2 ) / ( 4pi ^ 2 m Z e ^ 2 ) ) = ( 2pi m Ze ^ 2 ) /( n^ 2 h ^ 2 ) ` कक्षा में तरंगो की संख्या (कक्षा में तरंगो की संख्या ) = ` ("कक्षा की परिधि " ) /( " इलेक्ट्रॉन तरंग का तरंग - दैर्घ्य " ) = ( 2pi r ) /( lamda ) ` द ब्रोग्ली समीकरण के अनुसार ` lamda = ( h ) / ( mv ) ` अतः , कक्षा में तरंगो की संख्या ` = ( 2pi mv r ) /( h ) = ( 2pi ) /( h ) * ( nh ) / ( 2pi ) = n `. |
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| 209. |
बामर श्रेणी की उस रेखा के तरंग - दैर्घ्य की गणना करे जो इलेक्ट्रॉन के चौथी कक्षा से दूसरी कक्षा पर कूदने से प्राप्त होती है | [रिडवर्ग स्थिरांक ` ( R ) = 109,677 cm ^ ( - 1 ) `] |
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Answer» तरंग संख्या ` bar v = 109,677 (( 1 ) / ( n _ 1 ^ 2 ) - ( 1 ) / ( n _ 2 ^ 2 ) ) cm ^ ( -1 )` प्रश्नानुसार ` n _ 1 = 2 ` और ` n`, अतः ` bar v = 109,677 ( ( 1 ) / ( 2 ^ 2 ) - ( 1 ) /( 4 ^ 2 ) ) cm ^ ( - 1 ) ` ` = 20564.4 cm ^ ( - 1 ) ` ` because ` तरंग दैर्घ्य ` (bar v) = ( 1 ) /( "तरंग दैर्घ्य " ( lamda ) ) ` ` therefore ` तरंग - दैर्घ्य ` ( lamda ) = ( 1 ) / ( v ) ` ` = ( 1 ) / ( 20564.4 ) cm ` ` = 0.00004862 cm ` ` = 4862 xx 10 ^( -8) cm ` ` = 4862 Å ( because 1 Å = 10 ^( - 8 ) cm ) ` |
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| 210. |
एक प्रकाश - पुँज का तरंग दैर्घ्य 4000 pm है और यह 1 जूल ऊर्जा प्रदान करता है | इस प्रकाश - पुँज में विद्यमान फोटॉनों की संख्या ज्ञात करे | |
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Answer» प्रकाश का तरंगदैर्घ्य ` ( lamda ) = 4000 pm = 4000 xx 10 ^( -12 ) m ` प्रकाश की ऊर्जा ` ( E ) = 1 J ` एक फोटॉन की ऊर्जा = ` (hc ) / ( lamda ) ` मान ले कि फोटॉन की कुल संख्या N है | अतः कुल फोटॉनों की ऊर्जा = प्रकाश द्वारा प्रदत्त ऊर्जा या ` N ( hc ) / ( lamda ) = 1 J ` ` therefore N = ( lamda + 11 ) / ( hc ) = ( 4000 xx 10 ^( - 12 ) m xx 1 J ) /( 6.626 xx 10 ^( -34 ) Js xx 3.0 xx 10 ^( 8 ) m s ^ ( - 1 ) ) ` ` = (4000) / ( 6.626 xx 3.0) xx 10 ^( 14 ) = 2.0 xx 10 ^(16 ) ` |
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| 211. |
यदि एक प्रोटॉन, इलेक्ट्रॉन , न्यूट्रॉन व `CO_(2)` अणु का वेग एकसमान हो तो उनके तरंग-दैध्य्र का क्रम बताओ । |
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Answer» डि-ब्रोगली समीकरण के अनुसार, `lambda = ( h)/( m u ) ` अथवा `lambda prop (1)/(m) ` [ यदि वेग (u) स्थिर हो ] `:. Lambda ` का क्रम ( order ) निम्न प्रकार होगा - इलेक्ट्रॉन gt प्रोटॉन gt न्यूट्रॉन gt `CO_(2)` अणु |
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| 212. |
उस प्रकाश - विकिरण का तरंग - दैर्घ्य ` ( lamda ) `, कंपनावृत्ति (v ) एवं तरंग - संख्या ` (bar v ) ` ज्ञात करे जो ` 2.0 xx 10 ^( -10) ` s में एक बार कंपन करता है | |
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Answer» कंपन का समय = ` 2.0 xx 10 ^( - 10) s ` ` therefore ` कंपनावृत्ति (v ) = ` ( 1 ) / ( 2.0 xx 10 ^( -10) s ) = 0.5 xx 10 ^( 10) s ^ ( - 1 ) ` ` = 5.0 xx 10 ^( 9 ) s ^ ( - 1 ) ` तरंगदैर्घ्य ` ( lamda ) = ( c ) / ( v ) = ( 3.0 xx 10 ^ ( 8 ) ms ^ ( - 1 )) / ( 5. 0 xx 10 ^( 9) s ^ ( -1 ) ) = 6.0 xx 10 ^( -2) m ` तरंग - संख्या ` (bar v ) = ( 1 ) / ( lamda ) = ( 1 ) / ( 6.0 xx 10 ^ ( - 2 ) m ) = 16.6 m ^ ( -1 ) ` |
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| 213. |
सोडियम लैम्प द्वारा उतसर्जित पीले प्रकाश की तरंगदैध्र्य `(lambda)`580 nm हैं । इसकी आवर्ती (v) और तरंग संख्या `(bar(v))` का परिकलन कीजिए । |
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Answer» `lambda=580 nm=580xx10^(-9)m,c=3.0xx10^(8)m s^(-1)` `v=(c )/(lambda)=(3.0xx10^(8))/(580xx10^(-9))=5.17xx10^(14)s^(-1)` `bar(v)=(1)/(lambda)=(1)/(580xx10^(-9))=1.72xx10^(6)m^(-1)` |
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| 214. |
`3d^(1)` इलेक्ट्रॉन के लिए n ,l,m व s क्वाण्टम संख्याओं के मान ज्ञात कीजिए । |
| Answer» `3d^(1)` इलेक्ट्रॉन के लिए `n = 3 , l = 2, m = + 2 ` या `-2 , s = + (1)/(2)` | |
| 215. |
`2s^(2)` इलेक्ट्रॉनों के लिए चारों क्वाण्टम संख्याओं के मान लिखिए। |
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Answer» 2s-उपकोश के लिए , `n=2, l = 0 , m = 0 ` पहले इलेक्ट्रॉन के लिए - `n = 2, l = 0 , m = 0 , s = + (1)/(2)` या `- (1)/(2)` दूसरे इलेक्ट्रॉन के लिए - `n =2, l = 0 , m = 0 , s = - (1)/(2) ` या `+ (1)/(2)` |
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| 216. |
हाइड्रोजन परमाणु में चतुर्थ स्थिर अवस्था से इलेक्ट्रॉन के गिरने पर निकले हुए विकिरण की तरंगदैर्ध्य, जो की लाइमन श्रृंखला में लाइन उतपन्न करता है, की गणना कीजिए । (`R_(H)=1.1xx10^(7)m^(-1)`) |
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Answer» `bar(v)=(1)/(lambda)=R_(H)Z^(2)((1)/(n_(1)^(2))-(1)/(n_(2)^(2)))` लैमन श्रृंखला की लैमन के लिए-`n_(1)=1` `(1)/(lambda)=1.1xx10^(7)m^(-1)xx1^(2)xx((1)/(1^(2))-(1)/(4^(2)))=1.1xx(15)/(16)10^(7)m^(-1)` `lambda=9.7xx10^(-8)m`. |
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| 217. |
मैगनेशियम ( Mg ) की आद्य-अवस्था ( ground state ) में इसके संयोजी इलेक्ट्रॉनों की सभी क्वाण्टम संख्याओं के मान बताइए। |
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Answer» Mg का परमाणु क्रमांक 12 है अतः इसका इलेक्ट्रॉनिक विन्यास `1s^(2) , 2s^(2) , 2p^(6), 3s^(2)` होगा । स्पष्ट कि 11वां और 12वां इलेक्ट्रॉन संयोजी इलेक्ट्रॉन होगा । 11वें इलेक्ट्रॉन के लिए - `n = 3, l = 0 , m = 0 , s = + (1)/(2)` 12वें इलेक्ट्रॉन के लिए - `n = 3 , l =0, m = 0 , s = - (1)/(2)` |
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| 218. |
लाइमन श्रेणी के प्रथम लाइन `( H_(alpha))` के अनुरूप (corresponding ) एक `He^(+)` आयन एक फोटॉन को उत्सर्जित करता है । आद्य (ground ) अवस्था में एक स्थिर हाइड्रोजन परमाणु से यह फोटॉन एक प्रकाश -इलेक्ट्रॉन ( photo -electron ) निकालता है । प्रकाश -इलेक्ट्रॉन का वेग ( velocity )ज्ञात करो । `R_(H)=109678` सेमी `^(-1)` |
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Answer» लाइमन श्रेणी के `H_(alpha)` लाइन के लिये ऊर्जा `= ( h c)/( lambda) =hc. R_(H) Z^(2) [(1)/(1^(2)) - (1)/( 2^(2))]` `= 6.626xx10^(-27) xx3xx 10^(10) xx 109678 xx2^(2) [ ( 3)/(4)]` `= 6.54 xx 10^(-11)` अर्ग यह ऊर्जा ही आद्य अवस्था में हाइड्रोजन परमाणु से इलेक्ट्रॉन निकालने के लिये प्रयुक्त होती है । इसलिये, `6.54 xx 10^(-11) = E_(1H) + (1)/(2) m u ^(2)` `= 13.6 xx 1.602 xx 10^(-12) + (1)/(2) m u^(2)` `(1)/(2) m u^(2) = 6.54 xx 10^(-11) - 2.179 xx 10^(-11)` `= 4.361 xx10^(-11)` अर्ग `u^(2) =( 4.361xx 10^(-11) xx2 )/( 9.108 xx 10^(-28)) =9.57xx10^(16)` `:. u = 3.09 xx 10^(8)` सेमी `//` सेकण्ड |
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| 219. |
बॉमर श्रेणी की `H_(alpha)` लाइन के लिए `lambda` का मान `6500Å` है । बॉमर श्रेणी की `H_(beta )` लाइन के लिए `lambda ` का मान ज्ञात करो । |
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Answer» बॉमर श्रेणी की `H_(alpha)` लाइन के लिये, `n_(1) = 2 , n _(2) = 3 ` बॉमर श्रेणी की `H_(beta)` लाइन के लिये , `n_(1) = 2 , n_(2) = 4 ` `:. (1)/( lambda_(H_(alpha)))= R_(H )[ (1)/(2^(2))-(1)/(3^(2))]` ........(1) और `:. (1)/( lambda_(H_(beta)))= R_(H )[ (1)/(2^(2))-(1)/(4^(2))]` ........(2) समीकरण (1 ) व (2 ) से, `:. ( lambda_(beta))/(lambda_(alpha))= ( ( 1)/(4) - (1)/(9))/((1)/(4)- (1)/(16))` `:. lambda _(beta) = lambda_(alpha) = [ (80)/( 108)] = 6500 xx ( 80)/( 108) = 4814.8 Å` |
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| 220. |
एक रंजक (dye ) 4530 `Å` तरंग-दैध्य्र ( `lambda `) वाले प्रकाश की किरण को अवशोषित करता है और तब `5080Å` तरंग -दैध्य्र वाले प्रकाश की किरण उत्सर्जित करता है । यदि यह मान लें कि अवशोषित ऊर्जा का 47% भाग उत्सर्जित कर दिया जाता है तो प्रकाश के उत्सर्जित तथा अवशोषित क्वाण्टा ( quanta ) का अनुपात ज्ञात करो । |
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Answer» अवशोषित एक फोटॉन में ऊर्जा ` E = ( hc )/( lambda_("अवशोषित "))` माना `n_(1)` फोटॉन अवशोषित होते हैं , तो अवशोषित कुल ऊर्जा `= ( n _(1) xx hc )/(lambda_("अवशोषित "))` अब पुनः उत्सर्जित एक फोटॉन कि ऊर्जा `E = ( hc)/( lambda_("उत्सर्जित "))` माना `n_(2)` फोटॉन उत्सर्जित होते हैं , तो उत्सर्जित कुल ऊर्जा `( n _(2) xx hc)/(lambda_("उत्सर्जित "))` दिया है, `E_("अवशोषित ")xx(47)/( 100) = E _("पुनः उत्सर्जित ")` `(hc)/(lambda_("अवशोषित "))xxn_(1) xx ( 47)/( 100) xx n_(2) xx ( hc )/( lambda _("उत्सर्जित "))` `= ( 47) / (100) xx ( 5080)/( 4530) ` `:. ( n_(2))/( n_(1))= 0.527` |
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| 221. |
सोडियम लैम्प द्वारा उत्सर्जित पीले प्रकाश की तरंग-दैध्य्र `( lambda ) ` 580 nm है । इसकी आवृति (v ) और तरंग संख्या ( `bar( v)`) का परिकलन कीजिए । |
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Answer» पीले प्रकाश की तरंग-दैध्य्र `( lambda ) = 580 nm = 580 x 10^(-9) m, c= 3.0 xx 10^(8) ms^(-1)` पीले प्रकाश की आवृति `(v) = ( c )/( lambda) = ( 3.0 xx 10^(8))/( 580 xx 10^(-9))` ` = 5.17 xx 10^(14) s^(-1)` पीले प्रकाश के तरंग संख्या ` ( bar(v))= ( 1)/( lambda) = ( 1)/( 580 xx 10^(-9))` `= 1.72 xx 10^(6) m^(-1)` |
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| 222. |
प्रत्येक ऐसे फोटॉन की ऊर्जा ज्ञात कीजिए - (i) जो `3 xx 10^(35) Hz` आवृत्ति वाले वाले प्रकाश के सांगत हो । जिसकी तरंग-दैध्य्र `0.50Å` हो । |
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Answer» (i) `v= 3 xx 10^(15) Hz` या `s^(-1)` `:. E = hv = 6.625 xx 10^(-14) xx 3 xx 10^(15)` `= 1.988 xx 10^(-18)` जूल (ii) ` E = ( hc)/( lambda)` C.G.S. पद्धति में , `lambda = 0.50 Å = 0.50 xx 10^(-8) ` सेमी, `c= 3 xx 10^(10)` सेमी सेकण्ड`^(-1)`, `h =6.625 xx 10^(-27)` अर्ग-सेकण्ड `:. E = ( 6.625 xx 10^(-27) xx 3 xx 10^(10))/( 0.50 xx 10^(8)) = 3.98 xx 10^(-3)` अर्ग इस प्रश्न के सभी मान M.K.S. पद्धति में लेकर ऊर्जा का मान जूल में भी निकाल सकते है । `lambda = 0.5 0 Å= 0.50 xx 10^(-10)` मीटर , `h = 6.625 xx 10^(-34) ` जूल -सेकण्ड `:. E = ( 6.625 xx 10^(-34) xx3 xx 10^(8))/( 0.5 xx 10^(-10)) = 3.98 xx 10^(-15)` जूल |
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| 223. |
प्रत्येक ऐसे फोटॉन की ऊर्जा ज्ञात कीजिए- (i) जो `3xx10^(15)Hz` आवृत्ति वाले प्रकाश के संगत हो। (ii) जिसकी तरंगदैध्र्य `0.50 Å` हो। |
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Answer» (i) `E=hv=6.626xx10^(-34)xx3xx10^(15)` `=1.988xx10^(-18)" J"` (ii) `lambda=0.50 Å=0.50xx10^(-10)m` `E=(hc)/(lambda)=(6.626xx10^(-34)xx3xx10^(8))/(0.50xx10^(-10))=3.98xx10^(-15)" J"` |
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| 224. |
उस फोटॉन द्रव्यमान ( mass ) ज्ञात करो जिसका वेग `3 xx 10^(10)` सेमि प्रति सेकण्ड है और तरंग-दैध्य्र `3.6Å` है । `( h - 6.625 xx 10^(-27)` अर्ग-सेकण्ड ) |
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Answer» डि -ब्रोगली समीकरण के अनुसार , `lambda= ( h )/( mc ) ` ( u = c ) इस प्रश्न में वेग का मान C.G.S. पद्धति में दिया गया है। अतः शेष मान भी C.G.S. पद्धति में ही लेने होंगे और m का मान ग्राम में आएगा । ` c= 3 xx 10^(10)` सेमि सेकण्ड`^(-1 )`, `lambda = 3.6 Å = 3.6 xx 10^(-8)` सेमी, `h = 6.625 xx 10^(-27)` अर्ग -सेकण्ड `:. m = ( h )/( lambda.c ) = ( 6.625 xx 10^(-27))/( 3.6 xx 10^(-8) xx 3 xx 10^(10)) = 6.1 xx 10^(-30)` ग्राम |
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| 225. |
हाइड्रोजन परमाणु की त्रिज्या `0.53Å` है, तो `._(3) Li^(2+)` की त्रिज्या होगी :A. `1.27Å`B. `0.17Å`C. `0.57Å`D. `0.99Å` |
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Answer» Correct Answer - B H परमाणु जैसी प्रजाति के लिये r `= (H के लिये r )/(Z)` `:. Li^(2+) = ( 0.53 )/( 3) = 0.17 Å ` ( Li के लिए Z = 3) |
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| 226. |
उस फोटॉन की आवृति क्या है जिसका संवेग `1.1 xx 10^(-23) kg ms^(-2)` है ?A. `5 xx 10^(16) Hz`B. ` 5 xx 10^(17) Hz`C. `0.5 xx 10^(18) Hz`D. ` 5 xx 10^(18) Hz` |
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Answer» Correct Answer - D `lambda = ( h )/( p ( "संवेग "))= ( 6.6 xx 10^(-34))/( 1.1 xx 10^(-23))= 6 xx 10^(-11)` मी आवृति `(v) = ( c )/( lambda) = ( 3.0 xx 10^(8))/( 6.0 xx 10^(-11)) = 5.0 xx 10^(18) Hz` |
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| 227. |
`H_(2)^(+),H_(2)` और `O_(2)^(+)` स्पीशीज में उपस्थित इलेक्ट्रॉनों की संख्या बताइए। |
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Answer» `H_(2)` में उपस्थित इलेक्ट्रॉनों की संख्या=1+1=2 `H_(2)^(+)` में उपस्थित इलेक्ट्रॉनों की संख्या=2-1=1 `O_(2)^(+)` में उपस्थित इलेक्ट्रॉनों की संख्या=(8+8)=-1=15 |
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| 228. |
हीलियम परमाणु का परमाणु द्रव्यमान 4 amu है और उसके नाभिक में 2 प्रोटॉन होते है । इसमें कितने न्यूट्रॉन होंगे ? |
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Answer» परमाणु द्रव्यमान = प्रोटॉनों की संख्या + न्यूट्रॉनों की संख्या `:.` न्यूट्रॉनों की संख्या = परमाणु द्रव्यमान - प्रोटॉनों की संख्या = 4 - 2 =2 |
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| 229. |
समान परमाणु क्रमांक के दो परमाणुओं X और Y की द्रव्यमान संख्याएँ क्रमशः 206 व 210 है यदि X के नाभिक में 126 न्यूट्रॉन हैं तो Y के नाभिक में न्यूट्रॉनों की संख्या ज्ञात कीजिए तथा उनका परमाणु क्रमांक ज्ञात कीजिए। |
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Answer» द्रव्यमान संख्या=प्रोटॉनों की संख्या+न्यूट्रॉनों की संख्या X के नाभिक में प्रोट्रॉनों की संख्या=द्रव्यमान संख्या-न्यूट्रॉनों की संख्या =208-126=82 अतः X व Y का परमाणु क्रमांक 82 है तथा Y के नाभिक में प्रोटॉनों की संख्या भी 82 ही है Y के नाभिक में न्यूट्रॉनों की संख्या=द्रव्यमान संख्या-प्रोटॉनों की संख्या =210-82=128 |
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| 230. |
18 mL जल में उपस्थित कुल इलेक्ट्रॉनों की संख्या कितनी है ? |
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Answer» जल का आणविक सूत्र `H_(2)O` है। हाइट्रोजन के एक परमाणु में एक इलेक्ट्रॉन तथा ऑक्सीजन के का परमाणु में 8 इलेक्ट्रॉन होते हैं । अतः `H_(2)O` के एक अणु में इलेक्ट्रॉनों की संख्या `=(2xx1)+8=10` है । 18 mL जल का भार 18 ग्राम होता है तथा जल का अनु भार 18 है । सभी तत्त्वों अथवा यौगिकों के ग्राम-अणु भार में उपस्थित अणुओ की संख्या नियत होती है । इसे ऐवोगेड्रो संख्या कहते हैं । इसका मान `6.022xx10^(23)` है ।अतः जल के 18 mL या 18 gm जल में उपस्थित अणुओ की संख्या `=6.022xx10^(23)` `6.022xx10^(24)` |
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| 231. |
हीलियम के एक नमूने का द्रव्यमान `8.02xx10^(22)` amu है । इस नमूने में हीलियम के परमाणुओं की संख्या ज्ञात कीजिए (हीलियम का परमाणु भार=4) |
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Answer» हीलियम के 1 परमाणु का द्रव्यमान=4 amu अतः नमूने में हीलियम परमाणुओं की संख्या `=(8.02xx10^(22))/(4)` `2.005xx10^(22)` |
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| 232. |
क्रोमियम परमाणु (Z=24) की मूल अवस्था में द्विगंशी क्वांटम संख्याएँ `l=1` तथा `l=2` युक्त इलेक्ट्रॉनों की संख्या क्रमशः है-A. 12 तथा 4B. 12 तथा 5C. 16 तथा 4D. 16 तथा 5 |
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Answer» Correct Answer - B r का मूल अवस्था में इलेक्ट्रॉनिक विन्यास `1s^(2) 2s^(2) 2p^(6) 3s^(2) 3p^(6) 3d^(5) 4s^(1)` है l=1 (p-उपकोष )वाले इलेक्ट्रॉनों की संख्या `=6(2p^(6)में)+6(3p^(6)में)=12` l=2 (d-उपकोश) वाले इलेक्ट्रॉनों की संख्या `= (3d^(5)में)` |
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| 233. |
`n=4,l=0,m=0`तथा `s= + (1)/(2)` क्वांटम संख्याओं का सैट निम्नलिखित में से किस परमाणु के सबसे कमजोर बंधित तथा इलेक्ट्रॉन मूल अवस्था को दर्शाता है ?A. NaB. ClC. CrD. Rb |
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Answer» Correct Answer - C `._(11)Na : 1s^(2) , 2s^( 2) 2p^(6), 3s^(1)` `._(17)Cl : 1s^(2) , 2s^(2) 2p^(6), 3s^(2) 3p^(5)` `._(24) Cr: 1s^(2) , 2s^(2) 2p^(6), 3s^(2) 3^(6), 4s^(1)` `._(37) Rb : 1s^(2), 2s^(2)2p^(6),3s^(2) 3p^(6) 3d^(10), 4s^(2) 4p^(6) ,5s^(1)` |
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| 234. |
जब n=2 तब m के मान होंगे-A. 1 मानB. 3 मानC. 4 मानD. 7 मान |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 235. |
क्वांटम संख्या के दिए गये समूहों में से कौन-सा सिध्दान्त के अनुरूप नहीं है ?A. n=3, l=2, m=-3, `s=+(1)/(2)`B. n=4, l=3, m=3, `s=+(1)/(2)`C. n=2, l=1, m=0, `s=-(1)/(2)`D. n=4, l=3, m=2, `s=+(1)/(2)` |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 236. |
निम्नलिखित में से क्वांटम संख्याओं का कौन-सा समूह परमाणु में इलेक्ट्रॉन की उच्चतम ऊर्जा को दर्शाता है?A. n=3, l=2, m=1, `s=+(1)/(2)`B. n=3,l=2,m=1,`s=+(1)/(2)`C. n=4,l=0,m=0,`s=+(1)/(2)`D. n=3,l=0,m=0,`s=+(1)/(2)`. |
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Answer» Correct Answer - B (n+1) का मान कम होने पर उपकोश की ऊर्जा कम होती है । इलेक्ट्रॉन (a) के लिए, n+l=3+1=4 इलेक्ट्रॉन (b) के लिए, n+l=3+2=5 इलेक्ट्रॉन ( c) के लिए, n+l=4+0=4 इलेक्ट्रॉन (d) के लिए, n+l=3+0=3 इलेक्ट्रॉन (b) के लिए, n+lका मान अधिकतम है, अतः इसकी ऊर्जा अधिकतम होगी। |
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| 237. |
क्लोरीन परमाणु के अयुग्मित इलेक्ट्रॉन के लिये क्वांटम संख्याओं का सही समूह है-A. `{:(,n,l,m),((a),2,1,0):}`B. `{:(,n,l,m),((b),2,1,1):}`C. `{:(,n,l,m),((c ),3,1,1):}`D. `{:(,n,l,m),((d),3,0,0):}` |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 238. |
4f-कक्षक में उपस्थित एक इलेक्ट्रॉन के लिए क्वांटम संख्याओं का कौन-सा समूह सही है ?A. n=4,l=3,m=+4,`s=+(1)/(2)`B. n=4, l=4, m=-4, `s=-(1)/(2)`C. n=4,l=3,m=+1,`s=+(1)/(2)`D. n=3,l=2,m=-2,`s=+(1)/(2)`. |
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Answer» Correct Answer - C एक 4f -इलेक्ट्रॉन के लिए,n=4, l=0, 1,2,3, m=-3 से +3 के मध्य का कोई भी मान तथा `s=+(1)/(2)` या `(1)/(2)` |
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| 239. |
कथन- किसी परमाणु के कोश में से अधिक इलेक्ट्रॉन नहीं हो सकते । कारण- इस कोश के लिए चारो क्वांटम संख्याओं के कुल स्नूह सम्भव है ।A. यदि कथन तथा कारण दोनों सत्य है तथा कारण, कथन का सही स्पष्टीकरण है ।B. यदि कथन तथा कारण दोनों सत्य है तथा कारण, कथन का सही स्पष्टीकरण नहीं है ।C. यदि कथन सत्य है परन्तु कारण असत्य है ।D. यदि कथन असत्य है परन्तु कारण सत्य है । |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 240. |
कथन -परमाणु में विभिन्न उपकोशों को भरते समय इलेक्ट्रॉन -उपकोष में जाने से पहले -उपकोष में प्रवेश करते है । कारण- इलेक्ट्रॉन जितना हो सके उतना अयुग्मित रहने को वरीयता देते है ।A. यदि कथन तथा कारण दोनों सत्य है तथा कारण, कथन का सही स्पष्टीकरण है ।B. यदि कथन तथा कारण दोनों सत्य है तथा कारण, कथन का सही स्पष्टीकरण नहीं है ।C. यदि कथन सत्य है परन्तु कारण असत्य है ।D. यदि कथन असत्य है परन्तु कारण सत्य है । |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 241. |
किसी परमाणु में निम्नलिखित क्वांटम संख्याओं वाले कितने इलेक्ट्रॉन होंगे ? n=4, `m_(s)=-(1)/(2)` n=3,l=0 |
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Answer» n=4 कक्षक के लिए, इलेक्ट्रॉनों की संख्या `=2n^(2)=2xx(4)^(2)=32` इनमें से आधे इलेक्ट्रॉनों के लिए `m_(s)=+(1)/(2)` तथा शेष आधे के लिए `m_(s)=-(1)/(2)` होगा।अतएव n=4 तथा `m_(s)=-(1)/(2)` युक्त इलेक्ट्रॉनों की संख्या 16 होगी। n=3 तथा l=0 युक्त कक्षक के लिए `m_(1)=0` तथा `m_(s)=+(1)/(2)` तथा `-(1)/(2)` इस प्रकार केवल दो इलेक्ट्रॉन होंगे। |
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| 242. |
n=5,l=0 या n=3,l=2 में से क्वांटम संख्यों के किस इलेक्ट्रॉन समूह में पहले प्रवेश करेगा ?A. n=5,l=0B. दोनों संभवC. n=3,l=2D. जानकारी अपूर्ण |
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Answer» Correct Answer - C ऑफबाऊ नियमानुसार , इलेक्ट्रॉन अपनी ऊर्जा के अनुसार कक्षकों में प्रवेश करते हैं , एक कक्षक की ऊर्जा ( n+l) के समानुपाती होती है । यदि दो कक्षकों के लिए ( n + l) समान है तो उस कक्षक में पहले प्रवेश करेंगे जिसके लिए n का मान कम हॉट । अतः पहले इलेक्ट्रॉन n = 3, l = 2 में भरे जायेंगे । |
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| 243. |
4d इलेक्ट्रॉन के निरूपण के लिये निम्न में से चरों क्वांटम संख्याओं का सही सेट है :A. `4,3,2, (1)/(2)`B. 4,2,1,0C. `4,3,-2,+ (1)/(2)`D. `4,2,1,-(1)/(2)` |
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Answer» Correct Answer - D 4d के लिये `n=4, l = 2 , m = - 2 ,-1, 0, +1, +2, s= - (1)/(2)` |
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| 244. |
निम्नलिखित में समस्थापित , समभारी व समन्यूट्रॉनिक छाँटिए । (i) `._(90)^(232)Th` (ii) `._(98)^(238)U` (iii) `._(92)^(235)U` (iv) `._(92)^(234)U ` (v) `._(91)^(234)Pa` |
| Answer» समस्थानिक -(ii), (iii), (iv), समभारी - (iv), (v) , समन्यूट्रॉनिक - (i), (iv) | |