InterviewSolution
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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 151. |
हाइड्रोजन के जैसी स्पीशीज ` Li^(2+)` आयन गोलतः सममति अवस्था ` S_(1)` में है , जिसका एक त्रिज्य नोड है । प्रकाश अवशोषण पर आयन का संक्रमण `S_(2)` अवस्था में हो जाता है । अवस्था `S_(2)` को एक त्रिज्य नोड है और इसकी ऊर्जा हाइड्रोजन परमाणु की निम्नतम अवस्था की ऊर्जा के बराबर है । अवस्था `S_(1)` है :A. 1sB. 2sC. 2pD. 3s |
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Answer» `S_(1)` अवस्था ( spherical symmetrical ) के लिये, नोड्स की संख्या =1 `1= n-1` `:. n = 2 ` अतः यह 2s है । `E_(s_(2))= ( - 13.6 xx Z^(2))/( n^(2)) = E_(H)` आद्य अवस्था में - 13.6 ` E = ( - 13.6 xx 9 ) /( n^(2)) :. n = 3 ` इसलिये `S_(1)` अवस्था 2s तथा `S_(2)` अवस्था 3p है । |
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| 152. |
परमाणु के द्रव्यमान के लिये मुख्यतः कौन-से कण कहा उत्तरदायी है ? |
| Answer» प्रोटीन तथा न्यूट्रॉन | |
| 153. |
एक विमीय बॉक्स ( one dimension box ) में एक कण के लिये श्रोडिंगर तरंग समीकरण हैं :A. `(delta^(2) Psi )/( deltax^(2)) + ( 2m )/( h ) (E -oo) Psi = 0`B. `(delta^(2) Psi )/( deltax^(2)) + ( 8pi^(2)m)/(h^(2)) ( E-V) = 0`C. `(delta^(2) Psi )/( deltax^(2)) + ( 2m)/( h ) ( E-V) Psi = 0`D. `(delta^(2) Psi )/( deltax^(2)) + ( 8pi^(2)m)/(h^(2)) ( E-oo) = 0` |
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Answer» कोई उत्तर ठीक नहीं है । इसके लिये सही समीकरण निम्न हैं । `( delta^(2) Psi )/( deltax^(2)) + ( 8 pi^(2) m )/( h^(2)) (E-V) Psi = 0` |
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| 154. |
किसी कण की स्थिति तथा वेग में अनिश्चतता क्रमशः `10^(-10)` मीटर तथा `5.27xx10^(-24)` मीटर `सेकंड^(-1)` है । कण के द्रव्यमान की गणना कीजिए ( h=6.625xx10^(-34)` जूल सेकंड ) |
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Answer» Correct Answer - `0.1` किग्रा हाइजेनबर्ग के अनिश्चितता के सिद्धांत के अनुसार, `DeltaxDeltav ge (h)/(4pim)` दिया गया है, `Delta x=10^(-10)` मीटर, `Deltav=5.27xx10^(-24)मीटर सेकंड^(-1)` `h=6.625xx10^(-34)` जूल सेकंड `:. M~~(h)/(4pixxDeltaxxDeltav)` `~~(6.625xx10^(-34))/(4xx3.14xx10^(-10)xx5.27xx10^(-24))~~0.1` किग्रा अतः दिये गये कण का द्रव्यमान लगभग `0.1` किग्रा है । |
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| 155. |
H -परमाणु के स्पेक्ट्रम में प्राप्त स्पेक्ट्रम रेखाओ की तरंग-दैध्य्र 656.46 , 486.27, 434.17, 410.29 nm पायी गई इस श्रेणी की अगली ( next) लाइन की तरंग -दैध्य्र क्या होगी ? |
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Answer» चूंकि प्राप्त तरंग -दैध्य्र दृश्य क्षेत्र में है अतः यह बामर श्रेणी ( Balmer series ) से सम्बंधित है । यदि दूसरी ( next) लाइन के लिए `n_(1) = 2 ` और `n_(2) = ?` चूँकि `lambda = 410.29 xx 10^(-7)cm ` तथा `n_(1) =2 ` तब `n_(2)` की गणना रिट्ज़ ( Ritz) समीकरण से कर सकते हैं । `(1)/( lambda) = R_(H ) [ (1)/(n_(1)^(2)) - (1)/( n_(2)^(2))]` `(1)/( 410.29 xx 10^(-7))= 109678 [ (1)/(2^(2))- (1)/(n_(2)^(2))] implies n_(2) = 6` अतः , अगली लाइन इलेक्ट्रॉन के सातवे कोश से दूसरे कोश में कूदने ( jump) पर प्राप्त होगी । `(1)/(lambda) = R_(H ) [ (1)/(2^(2)) - ( 1)/( 7^(2))] = 109678[ (1)/(4) - (1)/( 49)]` `lambda = 397.2 xx 10^(-7) cm = 397.2 nm` |
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| 156. |
200 ग्राम की गोल्फ गेंद का वेग 5.0 मीटर प्रति घंटा है इस गेंद की तरंग -दैर्ध्य निम्नलिखित कोटि की होगी-A. `10^(-10)`मीटरB. `10^(-20)`मीटरC. `10^(-30)`मीटरD. `10^(-4)`मीटर |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 157. |
`2.0 xx 10^(-10)` s काल वाली प्रकाश की तरंग-दैर्ध्य , आवृत्ति और तरंग संख्या की गणना कीजिए । |
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Answer» तरंग का काल `(T ) = 2.0 xx 10^(-10)` `:. ` आवृत्ति `(v ) = ( 1)/(T ) = ( 1)/( 2.0 xx 10^(10))= 5 x 10^(9) s^(-1)` `:. C = v xx lambda , c = 3.0 xx 10^(8) ms^(-1)` `:. lambda = ( c )/( v ) = ( 3.0 xx 10^(8))/( 5 xx 10^(9)) = 6.0 xx 10^(-2)m` तरंग संख्या `( bar(v)) = ( 1)/( lambda) = (1)/( 6.0 xx 10^(-2)) = 16.66 m^(-1)` |
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| 158. |
दिया है : इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान `9.11 xx 10^(-31) kg ,` प्लैंक नियतांक `6.626 xx 10^(-34) J -s, 0.1Å` तक की दूरी के लिए वेग के मापन की अनिश्चितता है :A. `5.79 xx 10^(8) ms^(-1)`B. `5.79 xx 10^(5) ms^(-1)`C. `5.79 xx 10^(6) ms^(-1)`D. `5.79 xx 10^(7) ms^(-1)` |
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Answer» Correct Answer - C हाइजेनबर्ग के अनिश्चितता के अनुसार , ` Delta x .m . Delta u = ( h )/( 4pi )` `0.1 xx 10^(-10) xx 9.11 xx 10^(-31) xx Deltau = ( 6.626 xx 10^(-34))/( 4 xx 3.14 )` `Delta u = ( 6.626 xx 10^(-34))/(0.1 xx 10^(-10) xx 9.11 xx 10^(-31) xx 4 xx 3.14)` `= 5.79 xx 10^(6) m sec^(-1)` |
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| 159. |
45 nm के तरंग-दैध्य्र के प्रकाश के लिए ऊर्जा का मान जूल में निकालों ( प्लांक स्थिरांक `h = 6.63 xx 10^(-34) Js`, प्रकाश का वेग `c= 3 xx 10^(8) ms^(-1))`A. ` 4.42 xx 10^(-15)`B. ` 4.42 xx 10^(-18)`C. ` 6.67 xx 10^(15)`D. `6.67 xx 10^(11)` |
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Answer» Correct Answer - B `E = ( hc)/( lambda ) = ( 6.63 xx 10^(-34) xx 3.0 xx 10^(8))/( 45 xx 10^(-9))` `= 4.4 2 xx 10^(-18) J` |
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| 160. |
0.1 kg की एक गेंद 10m/s के वेग से मगन कर सही है।इस गेंद के तरंग-दैर्ध्य की गणना करे। `(h=6.626 xx 10^(-34)Js)` |
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Answer» द ब्रागाली के समीकरण के अनुसार `lamda=h/p=h/(mv)=(6.626xx10^(-34)Js)/((0.1kg)xx(10ms^(-1)))` `therefore J="kg m"^(2)s^(-2)` `therefore lambda=(6.626xx10^(-34)"kg m"^(2)s^(-2).s)/(0.1kg xx 10ms^(-1))=6.626xx10^(-34)m` |
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| 161. |
निम्न उपकोशों के लिए n व l के मान लिखिए - (a) 1s (b) 5p (c ) 4d (d) 6f |
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Answer» (a) 1s के लिए n=1,l=0 (b) 5p के लिए - n = 5 , l =1 (c ) 4d के लिए - n =4, l = 2 (d) 6f के लिए - n=6, l = 3 |
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| 162. |
`4d^(1)` इलेक्ट्रॉन के लिए n , l , m तथा s के मान लिखिए । |
| Answer» `4d^(1)` इलेक्ट्रॉन के लिए , n=4,l = 2 , m = - 2 , s = + (1)/(2) | |
| 163. |
`3p^(6)` विन्यास में चौथे इलेक्ट्रॉन की चारो क्वाण्टम संख्याओं के मान लिखिए । |
| Answer» `n=3, l = 1 , m = - 1 ,s = - (1)/(2)` | |
| 164. |
सल्फर ( Z = 16 ) के अंतिम इलेक्ट्रॉन के लिए चारों क्वाण्टम संख्याओं का मान लिखिए । |
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Answer» `._(16)S= 1s^(2), 2s^(2) , 2p^(6), 3s^(2) , underset("अंतिम इलेक्ट्रॉन ")underset(uarr )(3p^(4)` `n= 3, l 1 , m = - 1 , s = + (1)/(2) ` या `- (1)/(2)` |
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| 165. |
सोडियम परमाणु के अंतिम इलेक्ट्रॉन की चारों क्वाण्टम संख्याओं के मान लिखिए । |
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Answer» `._(11) Na= 1s^(2) , 2s^(2) , 2p^(6), 3s^(1)` `n = 3 , l =0, m = 0 , s = + (1)/(2)` |
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| 166. |
निम्न युग्मों में से किस उपकोश में इलेक्ट्रॉन पहले भरेगा ? (a) 3p और 4s (b) 3d और 4s (c ) 4f और 5d |
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Answer» (a) 3p (b) 4s (c ) 5d `[(n +l)` के नियमानुसार ] |
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| 167. |
निम्न को आवश्यक क्रम में व्यवस्थित कीजिये - (a) इलेक्ट्रॉन भरने के क्रम में `-3p,4d,4s,5p` (b) 3d इलेक्ट्रॉन की संख्या के बढ़ते क्रम में - Ti, Fe, Cr, Cu (c ) अयुग्मित इलेक्ट्रॉनों की संख्या के बढ़ते क्रम में - `N,S,Cl,Fe^(3+),Cr` (d) H - परमाणु के स्पेक्ट्रम में निम्न संक्रमणों ( transitions ) में प्राप्त ऊर्जा के घटते क्रम में `- 4` से 1,3 से 2,2 से | |
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Answer» (a) `3p rarr 4s rarr 4d rarr 5p` (b) `Ti lt Cr lt Felt Cu` (c ) ` Cl lt S lt N lt Fe^(3+) lt Cr ` (d) 4 से `1 gt 2 ` से `1 gt 3 ` से 2 |
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| 168. |
निम्न को दिये गये क्रम में व्यवस्थित करो - (a) e,p,n,मैसॉन तथा न्युट्रिनो को उनके द्रव्यमान ( mass) के बढ़ते हुए क्रम में । (b) `lambda`-किरणे , U.V. किरणे X -किरणे तथा I.R. किरणों को ऊर्जा के बढ़ते हुए क्रम में । (c ) e,p,n व`alpha ` को `e//m ` अनुपात के बढ़ते हुए क्रम में । (d) बैंगनी (viiolet ) , नारंगी ( orange) , पीला ( yellow) , लाल ( red ) रंग के प्रकाश को ऊर्जा के घटते हुए क्रम में ।( e) I,F,Cl तथा Br को परमाणु क्रमांक के घटते हुए क्रम में । (f ) `lambda = 400` नैनोमीटर ( nm) , v = 10^(5)` सेकण्ड `^(-1 ), E =1000` जूल क्या `10^(5) eV ` विकिरण की ऊर्जा को घटते हुए क्रम में । (g) निम्न तरंग -दैध्य्र की विकिरण ऊर्जा को घटते हुए क्रम में, `4000Å, 2000Å,300` नैनोमीटर ( nm ) , 10^(5)` पीकोमीटर `( p m)`| |
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Answer» (a) न्यूट्रिनो`lt `इलेक्ट्रॉन `lt `मैसॉन`lt`प्रोटॉन`lt `न्यूट्रॉन (b) I.R. किरणें `lt ` U.V. किरणें `lt ` X- किरणें `lt lambda-` किरणें (c ) `n lt alpha lt p lt e ` (d) बैंगनी ( violet ) `gt` पीला (yellow ) `gt` नारंगी (orange ) `gt`लाल (red ) (f ) 1000 जूल `lt10^(5) eV gt 400` नैनोमीटर ( nm) `gt 10^(5)` सेकण्ड `^(-1 )` (g ) `10^(5)` पीकोमीटर ( pm ) `gt 2000Å gt 300 nm gt 4000Å` |
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| 169. |
निम्न विकिरणों को उनकी तरंग -दैध्य्र के बढ़ते हुए क्रम में लिखिए - (a) माइक्रोवेव विकिरण , (b ) लाल रंग की विकिरण , (c ) I.R. विकिरण , (d ) U.V. विकिरण , ( e ) कॉस्मिक विकिरण । |
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Answer» `(e ) lt (d) lt (b) lt (c ) lt (a)` | ऊर्जा जितनी अधिक होगी, तरंग-दैध्य्र उतनी ही काम होगी । |
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| 170. |
निऑन गैस को सामान्यतः संकेत बोर्डो में प्रयुक्त किया जाता है। यदि यह 616 nm पर प्रबलता से विकिरण-उत्सृजन करती है तो उत्सृजन की आवृत्ति 30 सेकण्ड में इस विकिरण द्वारा तय की गई दूरी क्वांटम की ऊर्जा तथा उपस्थित क्वांटम संख्या की गणना कीजिए, यदि यह 2J की ऊर्जा उतपन्न करती है। |
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Answer» (क) `lambda=616 nm=616xx10^(-9)m` आवृत्ति (v) `=(c )/(lambda)=(3.0xx10^(8))/(616xx10^(-9))=4.87xx10^(14)s^(-1)` (ख) विकिरण का वेग (c )`=3.0xx10^(8)" m "s^(-1)` `:. 30` सेकण्ड में तय की गई दूरी `=30xx3.0xx10^(8)` `=9.0xx10^(9)m` (ग) एक क्वांटम की ऊर्जा (E )`=hv=(6.626xx10^(-34))xx4.87xx10^(14)` `=3.3227xx10^(-19)" J "` उपस्थित क्वांटम की संख्या`=(कुल उतपन्न ऊर्जा)/(एक क्वांटम की ऊर्जा)` `=(2)/(3.227xx10^(-19))` `=6.2xx10^(18)` |
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| 171. |
निम्नलिखित विकिरणों के प्रकाश को आवृत्ति के बढ़ते हुए क्रम में व्यवस्थित कीजिए- माइक्रोवेव ओवन (oven) से विकिरण यातायात-संकेत से तृणमणि (amber) प्रकाश एफo एमo रेडियो से प्राप्त विकिरण बाहरी स्पेस (space) से कॉस्मिक किरणें X-किरणें |
| Answer» `FM lt माइक्रोवेव lt एम्बर प्रकाश lt X-किरणें lt कॉस्मिक किरणें`| | |
| 172. |
15 परमाणु संख्यावाले तत्वों के इलेक्ट्रॉनिक विन्यास लिखें । |
| Answer» `1s^(2)2s^(2)2p^(6)3s^(2)3p^(3)` | |
| 173. |
नीचे दिए गये परमाणु द्रव्यमान (A) और परमाणु संख्या ( Z ) वाले परमाणुओं के पूर्ण प्रतीक लिखिए- (i) `Z = 17 , A = 35` (ii) Z = 92, A = 233 (iii) Z = 4, A = 9 |
| Answer» (i) `._(17)^(35) Cl` (ii) ` ._(92) ^(233)U ` (iii) `._(4)^(9)Be` | |
| 174. |
नाइट्रोजन का परमाणु क्रमांक 7 है । (i) इसका इलेक्ट्रॉनिक विन्यास बताइए। (ii) इसके अधिकतम ऊर्जा वाले इलेक्ट्रॉनों की चारों क्वाण्टम संख्याएँ लिखिए । |
| Answer» (i)`1s^(2),2s^(2)2p^(3)` (ii) `n=2,l=1,m= +1,0` या `-1,s= +(1)/(2) `या `-(1)/(2)` | |
| 175. |
`Fe^(2+)(Z=26)` में d - इलेक्ट्रॉनों की संख्या निम्न में से किसमें समान नहीं हैं ।A. `Fe(Z= 26)` में d -इलेक्ट्रॉनB. `Ne( Z= 19 ) ` में p -इलेक्ट्रॉनC. `Mg(Z=12)` में s -इलेक्ट्रॉनD. `Cl(Z=17)` में p -इलेक्ट्रॉन |
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Answer» Correct Answer - d `Fe^(2+)` में d- इलेक्ट्रॉनों की संख्या =6 Cl में p -इलेक्ट्रॉनों की संख्या = 11 |
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| 176. |
वैनेडियम (V ) के एक यौगिक का चुम्बकीय आघूर्ण ( magnetic moment) 1.73 B.M. हैं । इस यौगिक में वैनेडियम आयन का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास क्या होगा ? |
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Answer» अयुग्मित इलेक्ट्रॉनों की संख्या तथा चुम्बकीय आघूर्ण में निम्न सम्बन्ध होता है - चुंबकीय आघूर्ण `sqrt([n(n+2)])B.M. ` जहां, n = अयुग्मित इलेक्ट्रॉनों की संख्या हैं अथवा `1.73 = sqrt([n(n+2)])` अथवा `1.73 xx 1.73 = n^(2) = 2n ` `:. n= 1 ` इस प्रकार वैनेडियम आयन में केवल एक अयुग्मित इलेक्ट्रॉन है अतः आयन का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास निम्न प्रकार होगा - `._(23)V^(4+) = 1s^(2), 2s^(2) 2p^(6), 3s^(2) 3p^(6)3d^(1)` |
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| 177. |
निम्नलिखित में से किसमें अधिकतम अयुग्मित इलेक्ट्रॉन हैं ?A. `Mg^(2+)`B. `Ti^(3+)`C. `V^(3+)`D. `Fe^(2+)` |
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Answer» Correct Answer - D `Fe^(2+)` में चार अयुग्मित इलेक्ट्रॉन हैं । `( 1s^(2) ,2s^(2) 2p^(6), 3s^(2) 3p^(6) 3d^(6))` |
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| 178. |
परमाणु क्रमांक 7,24,34 व 36 वाले परमाणुओं के लिए कुल स्पिन ( total spin ) तथा चुम्बकीय आघूर्ण ( magnetic moment ) का मान क्या होगा ? |
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Answer» परमाणु क्रमांक 7,24,34 व 36 वाले परमाणुओं का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास - `._(7)N : 1s^(2),2s^(2) 2p^(3)` अयुग्मित इलेक्ट्रॉन =3 `._(24) Cr : 1s^(2), 2s^(2) 2p^(6), 3s^(2) 3p^(6) 3d^(5), 4s^(1)` अयुग्मित इलेक्ट्रॉन =6 `._(34) Sc : 1s^(2), 2s^(2) 2p^(6), 3s^(2) 3p^(6) 3d^(10), 4s^(2)4p^(4)` अयुग्मित इलेक्ट्रॉन =6 `._(36) Kr : 1s^(2), 2s^(2) 2p^(6), 3s^(2) 3p^(6) 3d^(10), 4s^(2)4p^(6)` अयुग्मित इलेक्ट्रॉन =0 किसी परमाणु के लिए कुल स्पिन ( s ) का मान निम्न सूत्र से ज्ञात करते है - कुल स्पिन `s= +- (1)/(2) xx ` अयुग्मित इलेक्ट्रॉन की संख्या `._(7)N ` के लिए कुल स्पिन `= +- (1)/(2) xx 3 = +- (3)/(2)` `._(24)Cr` के लिए कुल स्पिन `= +- (1)/(2) xx 6 = +- 3` `._(34)Se ` के लिए कुल स्पिन `= +- (1)/(2) xx 2 = +-1 ` `._(36)Kr` के लिए कुल स्पिन `= +- (1)/(2) xx 0 = 0 ` किसी परमाणु के लिए चुम्बकीय आघूर्ण `mu` का मान निम्न सूत्र से ज्ञात करते हैं - चुम्बकीय आघूर्ण `mu = sqrt((n(n+2)))B.M. ` जहां n = अयुग्मित इलेक्ट्रॉनों की संख्या अतः `._(7)N` के लिए चुम्बकीय आघूर्ण `= sqrt(3(3+2))= sqrt( 15) B.M.` `._(24)Cr` के लिए चुम्बकीय आघूर्ण `= sqrt(6(6+2))=sqrt(48) B.M.` `._(34)Se ` के लिए चुम्बकीय आघूर्ण `= sqrt(2(2+2)) = sqrt(8) B.M. ` `._(36)Kr ` के लिए चुम्बकीय आघूर्ण `= sqrt(0(0+2))= sqrt(0) B.M.` |
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| 179. |
निम्नलिखित में से किसमें अधिक चुम्बकीय आघूर्ण है ?A. `Mn^(2+)`B. `Fe^(2+)`C. `Ti^(2+)`D. `Cr^(3+)` |
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Answer» Correct Answer - a (a) `Mn^(2+)` में पाँच अयुग्मित इलेक्ट्रॉन होते हैं । `( 1s^(2) , 2s^(2) 2p^(6),3s^(2) 3p^(6) 3d^(5))` तथा इसका चुम्बकीय आघूर्ण अधिकतम होता है । |
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| 180. |
हाइड्रोजन परमाणु में इलेक्ट्रॉन को पहली कक्षा से पाँचवी कक्षा तक ले जाने के लिए आवश्यक ऊर्जा की जूल में गणना कीजिए। जब यह इलेक्ट्रॉन तलस्थ अवस्था में लौटता हैं तो किस तरंगदैध्र्य का प्रकाश उत्सृजित होगा ? (इलेक्ट्रॉन की तलस्थ अवस्था ऊर्जा`-2.178xx10^(-11)"ergs"` हैं । |
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Answer» `E_(n)=-(2.178xx10^(-18))/(n^(2))"J atom"^(-1)` `DeltaE=E_(5)-E_(1)` `=2.178xx10^(-18)[(1)/(1^(2))-(1)/(5^(2))]` `=2.091xx10^(-18)" J atom"^(-1)` उत्तेजित इलेक्ट्रॉन के तलस्थ अवस्था में लौटने पर समान ऊर्जा मुक्त होती हैं। `DeltaE=hv=h(c )/(lambda)` `lambda=(hc)/(DeltaE)=(6.626xx10^(-34)xx3xx10^(8))/(2.091xx10^(-18))` `=9.51xx10^(-8)m=951Å` |
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| 181. |
`Fe^(2+)` आयन में d -इलेक्ट्रॉनों की संख्या है :A. 5B. 6C. 3D. 4 |
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Answer» Correct Answer - b (b) `Fe^(2+): 1s^(2) , 2s^(2) 2p^(6) , 3s^(2) 3p^(6) 3d^(6)` |
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| 182. |
H-परमाणु की प्रथम कक्षा में एक इलेक्ट्रॉन की ऊर्जा -1.36 eV है। H-परमाणु की किसी उत्तेजित अवस्था में सम्भावित ऊर्जा क्या होगी ?A. `-3.4 eV`B. `-4.2 eV`C. `-6.8eV`D. `+6.8 eV` |
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Answer» Correct Answer - A `E_(n) = ( E_(1))/( n^(2)) = ( - 13.6 )/( 2^(2)) = - 3.4 eV` |
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| 183. |
यदि किसी इलेक्ट्रॉन की स्थिति में अनिश्चितता `+-0.001Å`की हो किस यथार्थ तक इलेक्ट्रॉन के संवेग की गणना संभव है । यदि इलेक्ट्रॉन का संवेग `(h)/( 2pi a_(0))` ( जहां `a_(0)= 0.529Å` हो तो प्राप्त मान को व्यक्त करने में क्या कठिनाई होगी ? |
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Answer» `Delta x .Deltap = ( h)/( 4pi ) ` `Delta x = 0.001 Å= 10^(-13)` मीटर `Delta p = ( 6.626 xx 10^(-34))/( 4 xx 3.14 xx 10^(-31)) = 5.27 xx 10^(-22)` न्यूटन -सेकण्ड प्रशनानुसार ,संवेग `(h)/( 2pi a_(0))= ( 6.626 xx 10^(-34))/(2 xx3.14 xx0.529 xx 10^(-10))= 2 xx 10^(-24) ` न्यूट्रॉन -सेकण्ड प्राप्त संवेग की अनिश्चितता बोर के संवेग `( (h)/( 2pi a_(0)))` से `[(5.27 xx 10^(-22))/( 2 xx 10^(-24))]` अर्थात 263.5 अधिक है । अतः बोर के सिद्धान्त की जगह नवीन सिद्धान्तों का दिया जाना तर्क संगत है । |
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| 184. |
एक परमाणु में , क्वांटम संख्या `n=4,[m_(l)]=1` तथा `m_(s) = - (1)/(2) ` रखने वाले इलेक्ट्रॉनों की कुल संख्या है : |
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Answer» n= 4,l= 0,1,2,3 `m_(l) =1` केवल ( p,d तथा f-कक्षक में ) `m_(s)` की प्रत्येक कक्षक में 2 इलेक्ट्रॉन `= - (1)/(2)` अतः कुल इलेक्ट्रॉनों की संख्या = 6 |
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| 185. |
हाइड्रोजन परमाणु की बॉमर श्रेणी में अधिकतम तरंग-दैध्य्र की गणना कीजिए । |
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Answer» बॉमर श्रेणी की अनुसार , `bar(v) = (1)/( lambda) = R_(H) [ (1)/( n_(1)^(2))- (1)/( n_(2)^(2))]` जब इलेक्ट्रॉन `n_(2)=3` से `n_(1)=2` में जाता है । तब `lambda` का मान अधिकतम होगा । अतः जब `bar(v)` का मान निम्नतम होगा तब `lambda ` का मान अधिकतम होगा । `bar(v) = 109678 [ ( 1)/((2)^(2))- (1)/((3)^(2))] = 1.525 xx 10^(-6) m^(-1)` |
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| 186. |
एक कक्षा में चक्कर लगा रहे इलेक्ट्रॉन का कक्षकीय कोणीय संवेग ( orbital angular momentum ) `(h)/( 2pi ) sqrt(l(l+1))` है । s-इलेक्ट्रॉन के लिए इसका संवेग है :A. `(h)/( 2pi )`B. `sqrt(2) ( h)/( 2pi )`C. `+ (1)/(2) (h)/( 2pi )`D. शून्य |
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Answer» Correct Answer - d (d) s- कक्षक के लिए , l = 0 |
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| 187. |
मूल अवस्था में यदि हाइड्रोजन परमाणु के एक इलेक्ट्रॉन की ऊर्जा -13.6eV हो तो द्वितीय उत्तेजित कक्षा में इसका मान होगा :A. `-1.51eV`B. `-3.4eV1`C. `-6.04 eV`D. `-13.6 eV` |
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Answer» Correct Answer - a (क) द्वितीय उत्तेजित अवस्था का अर्थ है तृतीय ऊर्जा स्तर `E_(3)= ( E_(1))/(3^(2))= - (13.6 )/( 9) = - 1.51 eV` |
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| 188. |
जब हाइड्रोजन परमाणु में उत्तेजित इलेक्ट्रॉन n=6 से मूल अवस्था में जाता है तो प्राप्त उत्सर्जित रेखाओं की अधिकतम संख्या है । |
| Answer» उत्सर्जित रेखाओं की अधिकतम संख्या `= ( n ( n-1))/( 2)` ,brgt `= ( 6 xx (6-1))/( 2) = 15 ` | |
| 189. |
इलेक्ट्रॉनों को जो क्वांटम संख्या n तथा l द्वारा पहचाने जाते हैं (1) n=4,l=1 (2) n=4,l=0 (3) n=3, l =2 (4) n=3,l =1A. 3 lt 4 lt 2 lt 1B. 4 lt 2 lt 3 lt 1C. 2 lt 4 lt 1 lt 3D. 1 lt 3 lt 2 lt 4 |
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Answer» Correct Answer - b `(1) n=4, l = 1 implies 4p` `(2) n=4, l = 0 implies 4s` `(3) n = 3, l = 2 , implies 43d` `(4) n = 3 , l = 1implies 3p` अतः ऊर्जा का बढ़ता हुआ क्रम `3p lt 4s lt 3d lt 4p` `4 lt 2 lt 3 lt 1 ` |
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| 190. |
निम्न में कौन-सा ऊर्जा स्तर हाइड्रोजन परमाणु को प्रोटॉन अवशोषित करने की अनुमति प्रदान करता है, लेकिन फोटॉन को उत्सृजित करने की नहीं ?A. 3sB. 2pC. 1sD. 3d |
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Answer» Correct Answer - C इसकी न्यूनतम ऊर्जा के कारण |
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| 191. |
एक हाइड्रोजन परमाणु में इलेक्ट्रॉन के अनन्त से स्थिर अवस्था १ में आने पर उत्सृजित विकिरण की तरंगदैध्र्य होगी-(रिडबर्ग स्थिरांक `=1.097xx10^(7)मीटर^(-1)`)A. 91 नैनोमीटरB. 192 नैनोमीटरC. 406 नैनोमीटरD. `9.1xx10^(-8)`नैनोमीटर |
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Answer» Correct Answer - A `bar(v)=(1)/(lambda)=R_(H)((1)/(n_(1)^(2))-(1)/(n_(1)^(2)))` `=1.097xx10^(7)((1)/(1^(2))-(1)/(oo^(2)))` `lambda=(1)/(1.097xx10^(7))=9.11xx10^(-8)`मीटर |
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| 192. |
हाइड्रोजन परमाणु में अनन्त `(oo)` से स्थिर अवस्था 1 में इलेक्ट्रॉनिक संक्रमण के लिए उत्सृजित विकिरण की तरंगदैध्र्य तथा ऊर्जा की गणना कीजिए (R`=1.09678xx10^(7)मी^(-1)`) |
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Answer» Correct Answer - `9.11759xx10^(-8)` मीटर,`2.18xx10^(-18)`जूल हाइड्रोजन परमाणु में किसी संक्रमण के लिए, `bar(v)=R((1)/(n_(1)^(2))-(1)/(n_(2)^(2)))` दी गयी स्थिति में, `R=1.09678xx10^(7) मीटर^(-1)`, `n_(1)=1, n_(2)=oo` `:. " " bar(v)=1.09678xx10^(7)((1)/(1^(2))-(1)/(oo_(2)))` `=1.09678xx10^(7) मीटर^(-1)` चूँकि, `lambda=(1)/(bar(v))` अतः दिए गये संक्रमण की तरंगदैध्र्य, `=(1)/(1.09678xx10^(7))` `=9.11759xx10^(-8)` मीटर इस संक्रमण में उत्सृजित विकिरण की ऊर्जा, `=hv=hcbar(v)` `=6.626xx10^(-34)xx3xx10^(8)xx1.09678xx10^(7)` `=2.180xx10^(-18)` जूल| |
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| 193. |
हाइड्रोजन परमाणु की बोर ( Bohr ) कक्षा में एक इलेक्ट्रॉन का कोणीय संवेग ( angular momentum ) `4.2178 xx 10^(-34)` किग्रा -मी`^(2 )//` सेकण्ड है ।जब इलेक्ट्रॉन इस कक्षक से दूसरी ठीक नीचेकी कक्षा में कूदता है तो उत्सर्जित स्पेक्ट्रम लाइन की तरंग दैध्य्र ज्ञात करो । |
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Answer» दिया है , `m u r = ( nh )/( 2pi ) = 4.2178 xx 10^(-34)` या `n = ( 4.2178 xx 10^(-34) xx 2pi )/( h ) ` `= (4.21 xx 10^(-34) xx 2 xx 3.14)/( 6.626 xx 10^(-34))= 4 ` अतः `(1)/( lambda) = R_(H) [ (1)/( n_(1)^(2) ) =- (1)/( n_(2)^(2))]` 4th से 3rd कक्षा के लिये संक्रमण स्पेक्ट्रम लाइन है `(1)/( lambda) = 1.09678[ (1)/(3^(2))- (1)/(4^(2))] ` `lambda= 1.88 xx 10^(-4) cm` |
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| 194. |
किसी धातु की सतह पर `6800 Å` तरंगदैध्र्य वाली विकिरण डालने से शून्य वेग वाले इलेक्ट्रॉन उत्सृजित होते हैं । धातु की देहलीज (threshold) आवृत्ति `(v_(0))` कार्यफलन `(W_(0))` ज्ञात कीजिए। |
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Answer» `hv=W+(1)/(2)mv^(2)` चूँकि इलेक्ट्रॉन्स शून्य वेग से उत्सृजित होते हैं, अतएव v=0 इसलिए, `" " hv=W_(0)` `:. " " W_(0)=hv=(hc)/(lambda)=(6.626xx10^(-34)xx3xx10^(8))/(6800xx10^(-10))` `=2.923xx10^(-19)"J"` यदि `v_(0)` देहलीज (threshold) आवृत्ति हैं तो `W=hv_(0)` अथवा `" " v_(0)=(W)/(h)=(2.923xx10^(-19))/(6.626xx10^(-34))` `=4.412xx10^(14)s^(-1)` |
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| 195. |
एक हाइड्रोजन परमाणु में द्वितीय बोर ( Bohr ) कक्षा में इलेक्ट्रॉन ( electron ) की गतिज ऊर्जा ( kinetic urja ) है : [ `a_(0) :` बोर त्रिज्या ( Bohr radius ) ]A. `( h^(2))/( 4pi^(2) ma_(0)^(2))`B. `(h^(2))/(16pi^(2) ma_(0)^(2))`C. `(h^(2))/(32pi^(2) ma_(0)^(2))`D. `(h^(2))/ (64pi ^(2) ma_(0)^(2))` |
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Answer» Correct Answer - C बोर कक्षक के लिये , K.E. `= (1)/(2) m v^(2)` तथा `mvr_(n) = ( nh)/( 2pi ) ` या `v = ( nh)/( 2pi mr_(n))` `:. K.E. = ( 1)/( 2) m ( n^(2) h^(2))/( 4pi^(2) m^(2) r_(n)^(2))= ( n^(2) h^(2))/(8 pi ^(2) mr_(n)^(2))` द्वितीय बोर कक्षक के लिये , n=2 `:. r_(n) = a_(0) xx n^(2) = 4a_(0)` `( a_(0)=` बोर त्रिज्या ) अब `K.E. = ( 2^(2) h^(2))/( 8 pi ^(2) m ( 4a_(0))^(2)) = ( h^(2))/( 32pi ^(2) ma_(0)^(2))` |
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| 196. |
जब हाइड्रोजन परमाणु के n=4 ऊर्जा स्तर से n=2 ऊर्जा स्तर में इलेक्ट्रॉन जाता हैं तो किस तरंगदैध्र्य का प्रकाश उत्सृजित होगा ? |
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Answer» हाइड्रोजन में `n^(th)` कोश की ऊर्जा `E_(n)=-(2.178xx10^(-18))/(n^(2))" J "atom^(-1)` इस प्रकार, `E_(2)=-(2.178xx10^(-18))/((2)^(2))` तथा `E_(4)=-(2.178xx10^(-18))/((4)^(2))` `:. DeltaE=E_(4)-E_(2)=2.178xx10^(-18)((1)/(2^(2))-(1)/(4^(2)))` `=4.08xx10^(-19)" J "atom^(-1)` `DeltaE=hv=(hc)/(lambda)` `:. " " lambda=(hc)/(DeltaE)=(6.626xx10^(-34)xx3xx10^(8))/(4.08xx10^(-19))` `=4.87xx10^(-7)" m"` =487 nm |
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| 197. |
निम्न परमाणुओं के लिए चौथे कोश के उपकोशों के ऊर्जा-स्तर के क्रम को बताइए- (a) H - परमाणु (b) Br- परमाणु |
| Answer» (a) ` 4s = 4p 4d = 4f ` (b) ` 4gt 4d gt 4p gt 4s ` | |
| 198. |
हाइड्रोजन परमाणु के लिए द्वितीय और तृतीय बोर-कक्षाओं में इलेक्ट्रॉन की ऊर्जाएं क्रमशः `-5.42xx10^(-12)ergs` और `-2.41xx10^(-12)"ergs"` है । यदि इलेक्ट्रॉन तृतीय कक्षा से द्वितीय कक्षा में प्रवेश करे तो उत्सर्जित के तरंग-दैधर्य की गणना करे। |
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Answer» प्रश्नानुसार `E_(2)=-5.42xx10^(-12)ergs` `E_(3)=-2.41xx10^(-12)ergs` `h=6.62 xx10^(27)ergs s` अब `because DeltaE=E_(3)-E_(2)` `=(-2.41xx10^(-12)+5.42xx10"^(-12))ergs` `=+3.01xx10^(-12)ergs` या, `hv=3.01xx10^(-12)ergs` +2 रसायन भाग 1 या, `(hc)/(lamda)=3.01xx10^(-12)ergs` या, `lamda=(hc)/(3.01xx10^(-12))` `=((6.62xx10^(-27)ergs s)xx(3xx10^(10)cm s^(-1)))/(3.01xx10^(-12)ergs )` `=6.604xx10^(-5)cm` `=6604 xx10^(-8)cm =6604Å.` |
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| 199. |
हाइड्रोजन परमाणु के प्रथम तथा द्वितीय बोर कक्ष की ऊर्जाओं का अन्तर ज्ञात कीजिए । किस न्यूनतम परमाणु क्रमांक पर न=२ से न=१ ऊर्जा स्तर में संक्रमण के फलस्वरूप `lambda=3xx10^(-8)` मीटर वाली X-किरणें उत्सृजित होगी ? यह परमाणु क्रमांक कौन-सी हाइड्रोजन सदृश स्पीशीज का है ? |
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Answer» Correct Answer - `1.63xx10^(-11)` अर्ग , Z=2, `He^(+)` H में `n^(th)` स्तर की ऊर्जा, `E_(n)=-(2pi^(2)me^(4))/(n^(2)h^(2))" "` (C.G.S. प्रणाली में) अतः प्रथम द्वितीय कक्षों की ऊर्जा में अन्तर, `DeltaE=E_(2)-E_(1)=(2pi^(2)me^(4))/(h^(2))(1/(1^(2))-(1)/(2^(2)))` `=(2xx(3.14)^(2)xx9.108xx10^(-28)xx(4.803xx10^(-10))^(4))/((6.626xx10^(-27))^(2))xx(1-(1)/(4))` `=1.63xx10^(11)`अर्ग रिडबर्ग समीकरण के अनुसार एक परमाणु का परमाणु क्रमांक (Z) `bar(v)` से निम्न प्रकार संबन्धित है- `bar(v)=(1)/(lambda)=RZ^(2)((1)/(n_(1)^(2))-(1)/(n_(2)^(2)))` दिया है- `lambda=3xx10^(-8)` मीटर `=3xx10^(-6)`सेमी `R=109677 सेमी^(-1), n_(1)=1, n_(2)=2` `:. " " (1)/(3xx10^(-6))=109677xxZ^(2)((1)/(1^(2))-(1)/(2^(2)))` या `" "Z=2.013=2` अतः यह परमाणु क्रमांक `He^(+)` का है । |
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| 200. |
`Li^(2+)` आयन के किस ऊर्जा -स्तर की ऊर्जा , h -परमाणु के चौथे ऊर्जा -स्तर के बराबर होगी ? |
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Answer» `E_(nLi^(2+))= ( E_(1Li^(2+)))/(n^(2))` H-परमाणु के लिए , `E_(4) = ( E_(1H))/( 4^(2))` तथा `E_(1Li^(2+))= E_(1H) xx 3^(2)` दिया है - `(E_(1H))/( 4^(2))= ( E_(1Li^(2+)))/(n^(2))` या `(E_(1H))/(4^(2) )= ( E_(1H) xx 3^(2))/( n^(2))` `:. n^(2) = 3^(2) xx 4^(2) = 144 implies n = 12 ` |
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