This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 20001. |
म Mool shabd aur pratyay alag Kijiye na nakali, Bhartiya ,Dakshina |
|
Answer» नकली=नकल+ई भारतीय=भारत+ईय दक्षिणा=दक्षिण+आ |
|
| 20003. |
How to make sentence with the word achanak |
|
Answer» मेरे घर से बाहर निकलते ही बारिश हो गई। |
|
| 20004. |
Conversation between air and pollution |
|
Answer» Answer: Amy: HI! How are you? Why are you looking dull? Jessi: Oh! I am to come through a way where there is a lot of factories to school. I am really affected because of that. Amy: It is due to air pollution. Jessi: We learnt about this in science lesson in our last term. Amy: YES! The presence of one or more chemicals in the atmosphere is air pollution. Jessi: What are the sources of air pollution? I totally forgot. Also tell the steps to prevent it. Amy: It is caused by both natural and artificial means. In natural means, VOLCANOES, fumaroles, hot SPRINGS, decay from marshes, bogs. In artificial means, there are so much, for example, stationary and mobile sources. These steps, as well as MANY others, are things we all can do to help reduce air pollution.Conserve energy – remember to turn off lights, computers, and electric appliances when not in use.Use energy efficient light bulbs and appliances.Participate in your local utility's energy conservation programsDo you understand? Jessi: Yes! Thanks for telling me about that. See you later. Bye. Amy: Bye! |
|
| 20005. |
निम्नलिखित समस्त पदों का विग्रह करके समास का नाम लिखो।आत्मबल, रणनीति, लोकगीत, भावपूर्ण, सेनानायक और रणकौशल |
|
Answer» 1 आत्मबल का समास विग्रह है (आत्मा का बल) और समास का नाम है (तत्पुरुष समास ) 2 रणनीति का समास विग्रह है (रण की नीति) और समास का नाम है (तत्पुरुष समास ) 3 लोकगीत का समास विग्रह है (लोक (जनता) का गीत) और समास का नाम है (तत्पुरुष समास ) 4 भावपूर्ण का समास विग्रह है (भावपूर्ण - भाव से पूर्ण) और समास का नाम है (तत्पुरुष समास ) 5 सेनानायक का समास विग्रह है (सेना का नायक) और समास का नाम है (तत्पुरुष समास ) 6 रणकौशल का समास विग्रह है (रण में कौशल) और समास का नाम है (तत्पुरुष समास ) समास की परिभाषा : - 'समास' शब्द का शाब्दिक अर्थ होता है 'छोटा रूप'। अतः जब दो या दो से अधिक शब्द (पद) अपने बीच की विभक्तियों का लोप कर जो छोटा रूप बनाते है, उसे समास, सामाजिक शब्द या समस्त पद कहते है। जैस : 'रसोई के लिए घर' शब्दों में से 'के लिए' विभक्त का लोप करने पर नया शब्द बना 'रसोई घर', जो एक सामासिक शब्द है। समास छः प्रकार के होते है : - 1. अव्ययीभाव समास 2. तत्पुरुष समास 3. द्वन्द्व समास 4. बहुब्रीहि समास 5. द्विगु समास 6. कर्म धारय समास तत्पुरुष समास : यहां पर तत्पुरुष समास है, क्योंकि तत्पुरुष समास में द्वितीय पद प्रधान होता है। यहाँ पर द्वितीय पद प्रधान है। दो या दो से अधिक पदों से मिलाकर बनाए गए नए पद को समास कहते हैं। इस समासीकरण में मूल शब्दों से बने नये शब्द का भिन्न अर्थ होता है। समास द्वारा बनाए गए शब्द को पुनः उसके मूल शब्दों के स्वरूप में लाने की प्रक्रिया को समास विग्रह कहते हैं। |
|
| 20006. |
Adharekhit shabdh ka bhed likhLogg |
| Answer» | |
| 20007. |
Chuttiyon ke vare mein 20 vaky |
|
Answer» chuttiyon what is this I NEVER HEARD this WORD before in Hindi LANGUAGE |
|
| 20008. |
Is it against the topic or for the topic |
| Answer» | |
| 20009. |
अपने छोटे भाई को पत्र लिखिए जिसमे प्रातःभम्रण के लाभ के बारे मे बताए |
|
Answer» परीक्षा भवन, नई दिल्ली 11 जनवरी 2021 प्रिय भाई, सदा खुश रहो। आज ही तम्हारा पत्र मिला। यह जानकर मुझे बड़ा ही दुःख हुआ कि तुम अस्वस्थ हो और इलाज से कोई लाभ नहीं हो रहा। तुमने लिखा है कि जब से तुम्हारा स्वास्थ्य गिरा। है। तब से तुम्हारा किसी काम में जी नहीं लगता, तुम्हें खाना अच्छा नहीं लगता, नींद भी ठीक नहीं आती। स्वभाव भी चिड़चिड़ा हो गया है, बात-बात पर गुस्सा आता है। किसी से बात करना भी अच्छा नहीं लगता। इसलिए में तुम्हें यह पत्र लिख रहा हूँ । तुम्हे हमेसा प्रातःभम्रण के बारे में बताने जा रहा हूँ। प्रातःभम्रण हमारे स्वस्त को अच्छा रखता है । हमारे मन को संत करता है । पिताजी को मेरा प्रणाम देना तुम्हारा मित्र |
|
| 20010. |
HEY GUYS.....REALLY URGENT.....PLS ANSWER THIS ASAP.....NO SPAMS PLS ......Varn vichhed karo- |
Answer»
^-^ # kuhu BANSAL FOLLOW me...make me brainly MARK as brainliest plz |
|
| 20012. |
Jo kadwa bolta ho use kya kehte hai |
|
Answer» katubhashi |
|
| 20013. |
Essay on Awo bharat sawra |
| Answer» | |
| 20014. |
Top 10 punjabi nobel |
| Answer» | |
| 20015. |
| कवि महजबी का जीवन परिचय |
|
Answer» mmkkopllkiinnnnkkoplmmn |
|
| 20016. |
Gopiyo ne Udhav ke dwara diye gye yog sandesh ke bare m Kya kha?? |
|
Answer» gopiyo ne kha ki ye yog sandesh use dijia Jo dukhi HO HAM to PEHLE HI krisn ke prem mai leen hai |
|
| 20017. |
Mobile phone or uva pidi par nibandhPls fast |
|
Answer» Answer: mobile PHONE in uva . |
|
| 20018. |
15 lines on school in Hindi |
|
Answer» Answer: 1. स्कूल एक ऐसी जगह है जहाँ हम चीजों को सीखते हैं। 2. हम अपने दिन का 1/4 हिस्सा स्कूल में बिताते हैं। 3. हम जीवन में चमकने के लिए स्कूल में पढ़ते हैं। 4. स्कूल पहला स्थान है जहाँ हमें दोस्त मिलते हैं। 5. आप जहां भी जाते हैं, स्कूल एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। 6. स्कूल जाना हमें एक ज्ञानी और अनुशासित इंसान बनाता है। 7. स्कूली जीवन हमारे जीवन का सबसे अच्छा हिस्सा है। 8. हमें दोस्ती, टीम वर्क, अनुशासन, मदद, आदि जैसे कई गुण सीखने को मिलते हैं। 9. हम अपने जीवन का लगभग 3/10 भाग स्कूली जीवन में व्यतीत करते हैं। 10. स्कूल जाना हमें सम्मानित व्यक्ति बनाता है। If I get to think more THINGS, I will add 5 more sentences :) Have a great day !! |
|
| 20019. |
15 lines on school in hindi |
|
Answer» विद्यालय का नाम राजकीय सहशिख्या माध्यमिक विद्यालय, किर्ति नगर है । यह एक आदर्श विद्यालय है । यहाँ शिक्षा खेल-कूद तथा अन्य शिक्षेतर गतिविधियों की उत्तम व्यवस्था है । यहाँ का वातावरण शांत एवं मनोरम है । मेरे विद्यालय में छठी से लेकर दसवीं कक्षा तक की पढाई होती है । प्रत्येक कक्षा में दो या तीन सेक्सन (अनुभाग) हैं । विद्यालय का भवन दुमंजिला है । इसमें लगभग पचास कमरे हैं । कक्षा के सभी कमरे, फर्नीचर, पंखे आदि से सुसज्जित एवं हवादार हैं । प्रधानाचार्य का कक्ष विशेष रूप से सजा हुआ है । इसके अलावा स्टाफ रूम पुस्तकालय कक्ष, हॉल, कंप्यूटर कक्ष प्रयोगशाला कक्ष आदि भी सभी प्रकार की उत्तम व्यवस्था से युक्त हैं । विद्यालय में पेयजल और शौचालय का भी समुचित प्रबंध है । मेरे विद्यालय में लगभग ढाई हजार विद्यार्थी पढ़ते हैं । अध्यापक- अध्यापिकाओं की संख्या पचास है । इनके अतिरिक्त दस अन्य स्टॉफ भी हैं । इनमें तीन क्लर्क एक माली एवं पाँच चपरासी हैं । एक दरबान है जो रात्रिकाल में विद्यालय की चौकीदारी करता |
|
| 20020. |
national green tribunal duwara 10 varsh purani baso ke parichalan par rok lagane ke nirnay par apne vichar likhte hue parivahan mantri ko patr likhiye in hindi |
|
Answer» fjgkhkskskoalalslsooqo |
|
| 20021. |
अब अश्रु दिखलाओ नहीं अब हाथ फैला ओ नहीं कविता का अर्थ बताएं |
|
Answer» अब अश्रु दिखलाओ नही हाथ फहलाओ नही’ ये पंक्तिया किसी कविता का शीर्षक नही हैं, बल्कि ये पंक्तियां जिस कविता की हैं, उसका शीर्षक है, “मानव बनो”। संदर्भ — “मानव बनो” कविता ‘शिवमंगल सिंह सुमन’ द्वारा रचित एक कविता है। इस कविता के माध्यम से कवि ने मानव को स्वयं को पहचानने और कर्मठता से जीने के लिये प्रेरित किया है। इस कविता का भावार्थ इस प्रकार है। भावार्थ — कवि कहता है कि अगर प्यार करना कोई भूल है, किसी की खुशामद करना अगर गलता है, तो मानव की सबसे बड़ी भूल है कि किसी की उम्मीद में बैठना। किसी की आस में रहना। किसी कार्य की पूर्ति के लिये किसी के आसरे बैठना। कवि का कहता है कि किसी कार्य की उम्मीद किसी से लगाना सच्चे मानव की पहचान नहीं है। सच्चे मानव की सही पहचान यह है कि वह अपने दम पर सारे कार्य करें। कवि कहता है कि रो-रोकर दिखाना यानि बात-बात पर अपने दुखों का रोना रोना, किसी के आगे हाथ फैलाना सच्चे और कर्मठ मानव का कार्य नहीं है। कर्मठ मानव वो होता है जो अपनी कर्मठता से इस जगत में हलचल मचा दे। हर समय हाय-हाय करते रहना और हमेशा अपने दुखों का रोना रोते रहना मानव को शोभा नहीं देता बल्कि उसे आंसू बहाने से बेहतर यह कि वह मेहनत करे परिश्रम करें और अपने दम पर अपने सारे कार्यों की सिद्धि करके रहे। कवि कहता है कि कभी भी किसी बात का अफसोस मत करो, कुछ गलती हो जाये तो उससे सबक लेकर आगे बढ़ों। कभी किसी से ईर्ष्या मत करो, आपके अंदर जो आग जल रही है, उस आग को जलते रहने दो। उसको अपने लक्ष्य की पूर्ति का माध्यम बनाओ। आप मानव हो तो स्वयं को पहचानो। कर्मशील बनो, यही मानव की सच्ची पहचान है। |
|
| 20022. |
300 difficult words in hindi with their meanings |
| Answer» | |
| 20023. |
What is the sanskrit word of clarinet |
|
Answer» सुमुरली is the TRANSLATION of CLARINET
|
|
| 20024. |
प्रo1 निम्नलिखित का प्रयोग शब्द और पद दोनो मे करो।1)बच्चे2)धीरे3)छोटे4)लिखना5)किसान |
|
Answer» bacche Bahar JA rahe hain lekin Dheere Dheere chal rahe hain bacche chote Hain rahe hai UNKE PITA KISAN hai |
|
| 20025. |
iN shabdo me kuch shabd visheshan se sangya bane hai or kuch sangya se visherhan bane hai.dono prakar ke shabdo ko alag alag kar likhiye-safai,ushna,vismit,ashwast,aswasta |
|
Answer» visherhan: ashwast ASWASTA |
|
| 20026. |
हमारे हिंदुस्तानी याद दिलाएं संदर्भ सहित व्याख्या कीजिए |
|
Answer» वृहद भारत (GREATER INDIA) से अभिप्राय भारत सहित उन अन्य देशों से है जिनमें ऐतिहासिक रूप से भारतीय संस्कृति का प्रभाव है। इसमें दक्षिणपूर्व एशिया के भारतीकृत राज्य मुख्य रूप से शामिल है जिनमें ५वीं से १५वीं सदी तक हिन्दू धर्म का प्रसार हुआ था। वृहद भारत में मध्य एशिया एवं चीन के वे वे भूभाग भी सम्मिलित किये जा सकते हैं जिनमे भारत में उद्भूत बौद्ध धर्म का प्रसार हुआ था। इस प्रकार पश्चिम में वृहद भारत कीघा सीमा वृहद फारस की सीमा में हिन्दुकुश एवं पामीर पर्वतों तक जायेगी। |
|
| 20027. |
Vidyalai me internet ki suvidha uplabdh karane haitu mukhayadhayapak ko patra |
|
Answer» Answer: SCHOOL MAI AISA KABHI NHI HO SAKTA HOPE U UNDERSTAND MARK MY ANSWER AS BRAINLIEST AND I WILL FOLLOW U PLEASE XD |
|
| 20028. |
Yovan ka bhavbachk sanbd |
| Answer» YUVA..................... | |
| 20030. |
What is the meaning of o what is that sound in hindi? |
|
Answer» EXPLANATION:वह आवाज क्या है |
|
| 20031. |
What is the meaning of ricoh resurgent in hindi? |
|
Answer» ricoh punarutthan is the answer.hope it HELPS you so much.so please MARK this answer as brainliest answer..... |
|
| 20032. |
What is the meaning of down in the valley valley in hindi? |
|
Answer» खाई के नीचे। HOPE IT HELPS YOU. PLEASE MARK ME AS BRAINLIEST. |
|
| 20033. |
What is the meaning of i'm slaught in hindi? |
|
Answer» मैं खिसका हुआ हूं PLEASE MARK ME BRAINLIEST IF THE ANSWER IS CORRECT ❤️ ❤️ ❤️ |
|
| 20034. |
Disadvantages of mobile phone in sanskrit |
| Answer» | |
| 20035. |
Vartman Nari par Das panktiyan |
Answer»
|
|
| 20036. |
।।६०५५।५ । भC१ तथे ।पर्न अन को पत्र(ोटाई) |
|
Answer» । ६ ०५५।५ । भC१ त थे । पर्न अन को पत्र (ोटाई) |
|
| 20038. |
गोपिया योग की व्याख्या किस प्रकार करते हैं |
|
Answer» What! |
|
| 20040. |
Ankh ke andha ya ankh hi nahi honahonaaanochade in hindi |
|
Answer» ANKH ke Andhe .., Jo bure KAAM KO hote huye dekhkr dusre ki sahayta na Kare ... |
|
| 20041. |
गड् गा ka Manak Roop kya hai |
|
Answer» गङ्गा का मानक रूप है - गंगा। |
|
| 20042. |
Essay on mera bharat mahan in punjabi |
|
Answer» HOPE you UNDERSTAND this NIBANDH |
|
| 20043. |
3. अंग-अंग मुस्कराना |
| Answer» | |
| 20044. |
अपना उललू सीधा करना पर एक sentence |
|
Answer» तुम्हारे मित्र को कहो की पहले अपना उल्लू सीधा करे बादमे दुसरो को कहे। |
|
| 20045. |
Vidyalaya Mein agale mahine gatividhiyan ka varnan karte hue Apne Pita ko Patra likhiye |
|
Answer» EXPLANATION:SUNITA KI ma KAA phunita |
|
| 20047. |
Hastkala pe kuch lines |
|
Answer» Answer: Hey MATE.!! रचनात्मकता मनुष्य का स्वाभाविक गुण है। अपनी रचनात्मक प्रवृत्ति और क्षमता के बल पर मनुष्य ने अनेक कलाओं को जन्म दिया। इनमें से प्रत्येक कला की अपनी पृथक मौलिक विशेषताएं थीं। रुहेलखण्ड क्षेत्र प्रारम्भ से ही विविध हस्तकलाओं की भूमि रहा है। इस तथ्य की पुष्टि अहिच्छत्र इत्यादि पुरास्थलों के उत्खनन में प्राप्त विभिन्न प्रकार की कलाकृतियों से होती है। यहाँ की कलाओं में कुछ अपने परम्परागत रुप में विद्यमान हैं। ऐसी कलाओं के केन्द्र रुहेलखण्ड के गाँव हैं। दूसरी ओर कुछ कलाओं ने समय के साथ-साथ बढ़ती हुई माँग के अनुसार वृहद् और व्यावसायिक रुप ग्रहण कर लिया है। इस प्रकार की कलाओं के केन्द्र प्रायः रुहेलखण्ड क्षेत्र के नगर हैं। हालांकि परम्परागत ग्रामीण हस्तकलाएं भी व्यावसायिक रुप ग्रहण कर रही हैं, लेकिन उनका व्यावसायिक स्वरुप आस-पास के ग्रामीण इलाकों तक ही सीमित है। इस तरह रुहेलखण्ड की हस्तकलाओं को निम्नलिखित वर्गीकरण के अन्तर्गत समझा जा सकता है- (1 ) परम्परागत ग्रामीण हस्तकलाएं (2 ) व्यावसायिक रुप ग्रहण कर चुकी हस्तकलाएं (1 ) परम्परागत ग्रामीण हस्तकलाएं रुहेलखण्ड क्षेत्र के गाँवों में विभिन्न प्रकार की हस्तकलाओं के दर्शन होते हैं, जिनमें गाँव के स्री, पुरुष तथा बच्चे अत्यन्त निपुण हैं। इन कलाओं में अग्रलिखित प्रमुख हैं- (i ) डलिया निर्माण (II ) चटौना निर्माण (iii ) हाथ के पंखे (iv ) सूप (V ) मिट्टी के बर्तन (i ) डलिया निर्माणः रुहेलखण्ड क्षेत्र के गाँवों में डलिया निर्माण एक प्रमुख हस्तकला है। यह डलिया विभिन्न रंगों और डिजायनों में बनाई जाती हैं। ग्रामीण परिवार की महिलाएं इन डलियों को बनाने में अत्यन्त निपुण होती हैं। इन डलियों का निर्माण भरा नामक जंगली घास से निकली एक विशिष्ट प्रकार की छाल (बरुआ) से किया जाता है। यह जंगली घास यहाँ के गाँवों में आसानी से उपलब्ध है। सर्वप्रथम बरुआ की छाल की गोलाकार (रस्सी की आकृति के समतुल्य) बत्तियाँ बनाई जाती हैं। अब इन बत्तियों पर विभिन्न प्रकार के रंग लगाए जाते हैं। ये रंग विशिष्ट प्रकार के होते हैं तथा इनको गर्म पानी में घोलकर तैयार किया जाता है, ताकि यह पक्के बने रहें। रंग सूख जाने के उपरान्त विभिन्न रंगों की बत्तियों को एक-दूसरे के ऊपर गोलाकृति में व्यवस्थित करके डलिया का आकार दिया जाता है। डलिया निर्मित हो जाने के उपरान्त कई बार डलिया के किनारों पर रंगे-बिरंगे कपड़ों की झल्लरें लगाई जाती हैं। प्रायः इन झल्लरों पर काँच के छोटे-छोटे टुकड़ों से भी सजावट की जाती है। इस प्रकार निर्मित डलिया देखने में अत्यन्त मोहक प्रतीत होती हैं। यह डलिया वजन में हल्की तथा बहु उपयोगी होती है। (ii ) चटौना निर्माणः पूजा तथा भोजन के दौरान बैठने के लिए आसन के रुप में प्रयुक्त चटौना रुहेलखण्ड की ग्रामीण कला का एक मुख्य अंग है। ग्रामीण परिवार की लड़कियाँ तथा महिलाएं चटौना बनाने में विशेष रुप से दक्ष होती हैं। इनको बनाने में भी भरा नामक जंगली घास से प्राप्त बरुआ की छाल प्रयुक्त होती है। डलिया निर्माण की भाँति चटौने को बनाने में भी सर्वप्रथम बरुआ की छाल की गोलाकार लम्बी बत्ती बनाई जाती हैं। अब इन बत्तियों पर गर्म पानी में पृथक-पृथक घोलकर तैयार किए गए विभिन्न रंग लगाए जाते हैं। रंग सूख जाने के उपरान्त उस बत्तियों को चक्राकार घुमाते हुए तथा बत्ती की परतों को आपस में संयुक्त करते हुए चटौने को अन्तिम रुप दिया जाता है। चटौने को आवश्यकता के अनुरुप किसी भी आकार में बनाया जा सकता है। ये चटौना अत्यन्त हल्का तथा आरामदायक होता है। इसकी खूबसूरती के कारण लोग इसे अपने घरों में सजावट के लिए भी प्रयुक्त करते हैं। (iii ) हाथ के पंखे: रुहेलखण्ड क्षेत्र के ग्रामीण लोग हाथ के पंखे बनाने में विशेष रुप से दक्ष होते हैं। यह पंखे भी भरा से प्राप्त बरुआ की छाल से निर्मित होते हैं। सर्वप्रथम बरुआ की छाल के बारीक (लगभग 1/2 से.मी. चौड़े) तथा लम्बे टुकड़े काट लिए जाते हैं। अब इन टुकड़ों पर पृथक-पृथक विभिन्न रंग लगाए जाते हैं। इसके उपरान्त रंग-बिरंगे टुकड़ों को एक दूसरे में पिरोते हुए डिजायन-युक्त पंखा बुना जाता है। पंखे को मजबूती प्रदान करने के लिए इसके सिरों पर रंगीन कपड़ों की झल्लरें लगाई जाती हैं। यह झल्लरें पंखों को अनोखी सुन्दरता प्रदान करती हैं। तदुपरान्त पंखे के एक ओर लकड़ी का हत्था लगाकर इसे अन्तिम रुप दिया जाता है। यह पंखा झलने पर पर्याप्त हवा तो देता है साथ ही इसकी सुन्दरता भी देखते बनती है। (iv ) सूप : गेहूँ, दालें तथा अन्य अनाजों के साफ करने हेतु रुहेलखण्ड के ग्रामों में एक विशिष्ट प्रकार के हस्तनिर्मित सूप का प्रयोग किया जाता है। ये सूप प्रायः ग्रामीण परिवार के लोग नहीं बनाते हैं। इनकों बनाने वाले कारीगरों के पृथक समूह हैं। बदायूँ तथा बरेली जिले के गाँवों में ऐसे कारीगरों के अनेक समूह हैं। बदायूँ जिले के कुछ कारीगरों से सूप निर्माण की प्रक्रिया की जानकारी मिली। सूप का निर्माण सरकरा नामे पौधे की झाड़ियों से प्राप्त सिरकी से किया जाता है। इसके अतिरिक्त बाँस की खपच्ची, चमड़े का धागा तथा प्लास्टिक का तार इत्यादि सूप-निर्माण में प्रयुक्त अन्य वस्तुएं हैं। सर्वप्रथम सिरकियों को चमड़े के धागे, बाँस की खपच्ची तथा प्लास्टिक के तार की सहायता से आपस में सम्बद्ध किया जाता है। इसके उपरान्त बाँस की खपच्चियों की मदद से सूप के किनारों को मजबूती प्रदान की जाती है। बाँस की खपच्चियों की सहायता से सूप में हल्का सा घुमाव भी पैदा किया जाता है, ताकि अनाज साफ करने (या अनाज को फटकने) में आसानी रहे। इस सूप में पीछे की ओर लगभग चार इंच चौड़ी किनारी लगाई जाती है। यह किनारी सूप को पकड़ने तथा इसको दीवार पर टांगने में मदद देती है। इस प्रकार निर्मित सूप गाँवों के साथ-साथ शहरों में भी प्रयुक्त होते देखे जा सकते हैं। सूप निर्माण में प्रायः एक परिवार के समस्त सदस्य संलग्न होते हैं। Hope it helps mark it as the brain LIST answr and follow me |
|
| 20048. |
Upsarg Kise Kahate Hain upsarg ke 5 udaharan likhiye Kise Kahate Hain udaharan likhiye |
|
Answer» शब्द के आगे लगने वाले वर्ण को उपसर्ग कहते हैं । उदाहरण - उपसर्ग + शब्द = नयाशब्द अप + मान = अपमान सु + प्रभात = सुप्रभात अप + यश = अपयश कु + ख्यात = कुख्यात कु + रूप = कुरूप |
|
| 20049. |
"सर्वेसर्वा" समस्त पद का समास विग्रह क्या होगा |
| Answer» | |
| 20050. |
Aashad ritu ka varnan kijiye |
|
Answer» हम सबसे सुंदर ग्रह पर निवास करते है, जी हाँ धरती, जो हरियाली से युक्त बेहद सुंदर और आकर्षक है। कुदरत हमारी सबसे अच्छी साथी होती है जो हमें धरती पर जीवन जीने के लिये सभी जरुरी संसाधन उपलब्ध कराती है। प्रकृति हमें पीने को पानी, सांस लेने को शुद्ध हवा, पेट के लिये भोजन, रहने के लिये जमीन, पशु-पक्षी, पेड़-पौधे आदि हमारी बेहतरी के लिये उपलब्ध कराती है। हमें बिना इसके पारिस्थितिक संतुलन को बिगाड़े इसका आनन्द लेना चाहिये। हमें अपने प्राकृतिक परिवेश का ध्यान रखना चाहिये, स्थिर बनाना चाहिये, साफ रखना चाहिये और विनाश से बचाना चाहिये जिससे हम अपनी प्रकृति का हमेशा आनन्द ले सकें। ये हम इंसानों को ईश्वर के द्वारा दिया गया सबसे खूबसूरत उपहार है जिसे नुकसान पहुँचाने के बजाय उसका आनन्द लेना चाहिये। |
|