InterviewSolution
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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 1. |
अभिक्रिया `2Cl(g)to Cl_(2)(g)` के लिए `DeltaH` एवं OSQ के चिन्ह क्या होंगे |
| Answer» Correct Answer - `Delta Hऋणात्मक है (आबंध ऊर्जा मुक्त होती है )तथा `DeltaH` ऋणात्मक है ।(अणुओ में परमाणुओ की तुलना में कम अव्यवस्था होती है ) | |
| 2. |
300 पर एक अभिक्रिया के लिए साम्य स्थिरांक 10 है| `DeltaG^(ө)` का मान क्या होगा ? `R=8.314 JK^(-1) "mol"^(-1)` |
| Answer» Correct Answer - `-5.744 " kJ mol"^(-1)` | |
| 3. |
निम्नलिखित अभिकियाओ के आधार पर NO (g ) के उष्मागतिकी स्थायित्व पर टिप्पणी कीजिए - `(1)/(2)N_(2)(g)+(1)/(2)O_(2)(g)to NO(g), DeltaH^(ө)=90 " kJ mol"^(-1)` `NO(g)+(1)/(2)O_(2)(g)to NO_(2)(g), Delta_(r )H^(ө)=-74 " kJ mol"^(-1)` |
| Answer» Correct Answer - NO(g) अस्थायी है, किन्तु `NO_(2)(g)` बनेगा | |
| 4. |
अभिक्रिया `2A(g)+B(g)to 2D(g)` के लिए `Delta U^(ө)= -10.5 kJ` एवं `DeltaS^(ө)=- 44.1 JK^(-1)` अभिक्रिया के लिए `DeltaG^(ө)` की गणना कीजिए और बताइए कि क्या अभिक्रिया स्वतः परिवर्तित हो सकती है ? |
| Answer» Correct Answer - 0.164 kJ, अभिक्रिया स्वतः परिवर्तित नहीं है | |
| 5. |
`C Cl_(4)(g)to C(g)+4Cl(g)` अभिक्रिया के लिए एन्थेलपी -परिवर्तन ज्ञात कीजिए एवं `C Cl_(4)` में `C-Cl` की आबंध एन्थेलपी की गणना कीजिए - `Delta_(vap)H^(ө)(C Cl_(4))=30.5 " kJ mol"^(-1)`. `Delta_(f)H^(ө)(C Cl_(4))= -135.5 " kJ mol"^(-1)`. `Delta_(alpha)H^(ө)(C )=715.0 " kJ mol"^(-1)`, यहाँ `Delta_(alpha)H^(0)` कणन एन्थेलपी है `Delta_(alpha)H^(ө) (Cl_(2))=242 " kJ mol"^(-1)` |
| Answer» Correct Answer - `326 " kJ mol"^(-1)` | |
| 6. |
जब 1 .00 मोल `H_(s)O(1)` को मानक परिस्थितियों में विरचित किया जाता है, तब परिवेश के एंट्रॉपी -परिवर्तन की गणना कीजिए - `Delta_(r )H^(ө)=-286 " kJ mol"^(-1)` |
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Answer» Correct Answer - `q_("surr")=+286 " kJ mol"^(-1)` `DeltaS_("surr")=959.73 J K^(-1)` |
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| 7. |
निम्नलिखित आँकड़ो से `CH_(3)OH(l)` की मानक -विरचन एन्थेलपी ज्ञात कीजिए - `CH_(3)OH(l)+(3)/(2) O_(2)(g) to CO_(2)(g)+2H_(2)O(l) , Delta _(r ) H^(ө)=-726 " kJ mol"^(-1)` C (ग्रैफाइट) `+O_(2)(g)to CO_(2)(g), Delta_(c )H^(ө)=-393 " kJ mol"^(-1)` `H_(2)(g)+(1)/(2)O_(2)(g)to H_(2)O(l), Delta_(f)H^(ө)=- 286 " kJ mol"^(-1)` |
| Answer» Correct Answer - `-239 " kJ mol"^(-1)` | |
| 8. |
`CO(g), CO_(2)(g)`, एवं `N_(2)O(g)` की विरचन एन्थेलपी क्रमशः `-110, -393.81` एवं `9.7 " kJ mol"^(-1)` है अभिक्रिया `N_(2)O_(4)(g)+3CO(g)to N_(2)O(g)` के लिए `Delta_(r )H` का मान ज्ञात कीजिए |
| Answer» Correct Answer - `Delta_(r ) =-778 kJ` | |
| 9. |
किसी चक्रीय प्रक्रम में :A. किया गया कार्य शून्य होता हैB. निकाय द्वारा किया गया कार्य निकाय को दी गई ऊष्मा के बराबर होता हैC. किया गया कार्य ऊष्मा पर निर्भर नहीं करताD. निकाय की आन्तरिक ऊर्जा में वृद्धि होती है । |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 10. |
आदर्श गैस की आन्तरिक ऊर्जा निर्भर करती है केवल :A. दाब परB. आयतन परC. ताप परD. अणुओं के आकर पर । |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 11. |
उपरोक्त प्रश्न में , माना कि पंथो 1 व 2 कि दौरान निकाय को दी गई ऊष्मा क्रमशः `Q_(1)` व `Q_(2)` हैं । तब :A. `Q_(1)gtQ_(2)`B. `Q_(1)=Q_(2)`C. `Q_(1)ltQ_(2)`D. `Q_(1)leQ_(2)`. |
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Answer» Correct Answer - A उष्मागतिकी के प्रथम नियम से , `Q=DeltaU+W`. |
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| 12. |
किसी चक्रीय प्रक्रम में गैस की आन्तरिक ऊर्जा :A. बढ़ती हैB. घटती हैC. नियत रहती हैD. शून्य हो जाती है । |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 13. |
एक बन्द थर्मस बोतल में जल है । बोतल को कुछ समय तक हिलाया जाता है । जल शान्त होने पर जल को निकाय मानकर कारण सहित बताइए कि: (i) क्या जल का ताप बढ़ेगा ? (ii) क्या जल को ऊष्मा दी गई ? (iii) क्या जल पर कार्य किया गया ? (iv) क्या जल कि आन्तरिक ऊर्जा में कोई परिवर्तन होगा ? |
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Answer» (i) थर्मस बोतल में जल उष्मीय रूप से विलग है । इसे हिलाने में जो कार्य किया जायेगा उससे इसका ताप बढ़ेगा , (ii) नहीं , क्योंकि जल उष्मीय रूप से विलग है , (iii) हाँ , जल पर श्यान - बालों के विरुद्ध कार्य किया गया , (iv) उष्मागतिकी के प्रथम नियम से , `DeltaU=Q-W` जहाँ, Q = 0 तथा W ऋणात्मक है (क्योंकि कार्य निकाय पर किया गया है) |अतः `DeltaU` धनात्मक है । इसका अर्थ है कि जल की आन्तरिक ऊर्जा बढ़ेगी । |
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| 14. |
एक बन्द बर्तन में जो कि जल में रखा है , ऑक्सीजन व ज्वलनशील गैस का मिश्रण जलाया जाता है । इससे जल का ताप बढ़ जाता है । जल तथा मिश्रण को एक निकाय मानकर बताइए : (i) क्या जल को ऊष्मा दी गई ? (ii) क्या जल पर कार्य किया गया ? (iii) क्या जल की आन्तरिक ऊर्जा में कोई परिवर्तन हुआ ? |
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Answer» (i) हाँ , ऊष्मा मिश्रण से जल में गई , (ii) नहीं , क्योंकि जल के आयतन में कोई परिवर्तन नहीं हुआ , (iii) `DeltaU=Q-W`. यहाँ Q धनात्मक है क्योंकि ऊष्मा जल द्वारा ली गई तथा W = 0 , अतः `DeltaU` धनात्मक है अर्थात जल की आन्तरिक ऊर्जा बढ़ी। |
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| 15. |
एक आदर्श गैस पर किये गये प्रक्रम में , W = 0 तथा `Qlt0` है । गैस का :A. ताप घटेगाB. आयतन बढ़ेगाC. दाब नियत रहेगाD. ताप बढ़ेगा । |
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Answer» Correct Answer - A उष्मागतिकी प्रक्रिया के लिये, `DeltaU=Q-W`. चूँकि W=0 तथा `Qlt0`, अतः `DeltaUlt0`. परन्तु `DeltaU=muC_(v)DeltaT`, अतः `DeltaTlt0`. |
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| 16. |
एक आदर्श गैस एक बन्द , दृढ़ व ऊष्मारोधी बर्तन में भरी है । 100 ओम प्रतिरोध की एक कुण्डली जिसमें 1 ऐम्पियर की धारा बहती है , गैस को ऊष्मा देती है । 5 मिनट बाद गैस की आन्तरिक ऊर्जा में परिवर्तन होगा :A. शून्यB. 10 किलोजूलC. 20 किलोजूलD. 30 किलोजूल | |
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Answer» Correct Answer - D `W(=PdV)=0` (क्योँकि बर्तन दृढ़ है)। अतः उष्मागतिकी के प्रथम नियम से `DeltaU=Q=I^(2)Rt=(1)^(2)xx100xx(5xx60)` =30000 जूल =30 किलोजूल| |
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| 17. |
100 ग्राम जल को `30^(@)C` से `50^(@)C` तक गर्म किया जाता है । जल के सूक्ष्म प्रसार को नगण्य मानकर , उसकी आन्तरिक ऊर्जा में परिवर्तन है : (जल की विशिष्ट ऊष्मा = 4184 जूल /किग्रा -K)A. 8.4 किलोजूलB. 84 किलोजूलC. 2.1 किलोजूलD. 4.2 किलोजूल| |
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Answer» Correct Answer - A यहाँ W=0, " " `Q=DeltaU+W` `thereforeDeltaU=Q=mcDeltaT` `=100xx10^(-3)xx4184xx(50-30)` जूल =8.4 किलोजूल| |
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| 18. |
सामान्य ताप `(0^(@)C)` तथा सामान्य दाब `(1.01xx10^(5)"न्यूटन/मीटर"^(2))` पर 1 ग्राम - अणु गैस का आयतन `22.4xx10^(-3)मीटर^(3)` होता है । अचर दाब पर गैस के ताप को `100^(@)C` बढ़ाने पर इसका आयतन कितना हो जायेगा ? गैस कितना बाह्य कार्य करेगी ? |
| Answer» Correct Answer - `30.6xx10^(-3) मीटर^(3)` , 828.2 जूल| | |
| 19. |
सामान्य ताप तथा स्थिर सामान्य दाब `(1.0xx10^(5)"न्यूटन/ मीटर"^(2))` पर किसी आदर्श गैस के आयतन में `2.4xx10^(-4)"मीटर"^(3)` की कमी करने पर किए गए बाह्य कार्य का मान होगा :A. 2.4 जूलB. 0.24 जूलC. 24 जूलD. 240 जूल| |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 20. |
1 वायुमण्डलीय दाब तथा `100^(@)C` ताप पर 1.0 `मीटर^(3)` जल से उसी ताप पर 1671 `मीटर ^(3)` जल - वाष्प बनती है । जल के वाष्पन की गुप्त ऊष्मा `2.3xx10^(6)` जूल प्रति किग्रा है । यदि 2 .0 किग्रा जल को वायुमण्डलीय दाब तथा `100^(@)C` पर जल - वाष्प में परिवर्तित किया जाये, तो उसकी आन्तरिक ऊर्जा में कितनी वृद्धि होगी ? (जल का घनत्व `1.0xx10^(3)"किग्रा/मीटर"^(3)` , वायुमण्डलीय दाब `1.01xx10^(5)"न्यूटन/मीटर"^(2))` |
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Answer» 2.0 किग्रा जल को पर जल - वाष्प में बदलने पर जल द्वारा ली गई ऊष्मा ltbr gt Q = mL = 2.0 किग्रा `xx(2.3xx10^(6)` जूल /किग्रा ) `=4.6xx10^(6)` जूल । 2.0 किग्रा जल का आयतन `=("द्रव्यमान")/("घनत्व")=(2.0"किग्रा")/(1.0xx10^(3)"किग्रा /मीटर"^(3))` `2.0xx10^(-3)मीटर^(3)`| चूँकि 1.0 `मीटर^(3)` जल से 1671 `मीटर^(3)` जल - वाष्प बनती है , अतः `2.0xx10^(-3)मीटर^(3)` जल से बनी वाष्प का आयतन `=(1671"मीटर"^(3))/(1.0"मीटर")xx(2.0xx10^(-3)"मीटर"^(3))=3342xx10^(-3)"मीटर"^(3)` अतः 2.0 किग्रा जल को वायुमण्डलीय दाब पर वाष्प में बदलने पर आयतन में परिवर्तन `DeltaV=(3344xx10^(-3)"मीटर"^(3)-2.0xx10^(-3)"मीटर"^(3))` `=3340xx10^(-3)"मीटर"^(3)`| इस प्रक्रम में दाब के विरुद्ध किया गया बाह्य कार्य `W=PxxDeltaV=(1.01xx10^(5)"न्यूटन/मी"^(2))xx(3340xx10^(-3)"मी"^(3))` `=0.337xx10^(6)` जूल| ऊष्मागतिक के प्रथम नियमानुसार , आन्तरिक ऊर्जा में वृद्धि `DeltaU=Q-W=(4.6xx10^(6)"जूल")-(0.337xx10^(6)"जूल")` `=4.263xx10^(6)` जूल | |
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| 21. |
वायुमण्डलीय दाब `(1.01xx10^(5)" न्यूटन/मीटर"^(2))` तथा `100^(@)C` ताप पर 1` सेमी^(3)` जल से उसी ताप पर 1671 `मीटर ^(3)` जल - वाष्प बनती है । वाष्पन की गुप्त उष्मा 540 कैलोरी /ग्राम है । जल के 1 ग्राम को वायुमण्डलीय दाब पर वाष्प में परिवर्तित करने से उसकी आन्तरिक ऊर्जा में कितनी वृद्धि होगी ? ऊष्मा का यान्त्रिक तुल्यांक 4.2 जूल /कैलोरी है| |
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Answer» Correct Answer - `W=PDeltaV` `=1.01xx10^(5)xx(1671-1)xx10^(-6)J` `=168.67J=(168.67)/(4.2)=40` कैलोरी। 500 कैलोरी| |
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| 22. |
0.1 किग्रा की गेंद 10 मीटर की ऊँचाई से गिरी तथा पृथ्वी से टकराकर मीटर तक पुनः 7 m ऊपर उठी । इस प्रक्रिया में गेंद तथा पृथ्वी की आन्तरिक ऊर्जा में कितना परिवर्तन हुआ ? `(g=9.8 "मीटर/सेकण्ड"^(2))` |
| Answer» गेंद - पृथ्वी निकाय की आन्तरिक ऊर्जा में 2.94 जूल की वृद्धि होगी । यह नहीं कहा जा सकता कि गेंद व पृथ्वी की उर्जाओं में अलग - अलग वृद्धि कितनी - कितनी होगी । | |
| 23. |
60.0 g ऐलुमिनियम का ताप `35^(@)C` से `55^(@)C` करने के लिए कितने किलो जूल ऊष्मा की आवयश्कता होगी ? Al की मोलर उष्माधारिता `24 " J mol"^(-1)K^(-1)` है |
| Answer» Correct Answer - 1.067 kJ | |
| 24. |
सामान्य दाब तथा `0^(@)C` ताप पर पिघलने पर 1 किग्रा बर्फ का आयतन 91 `सेमी^(3)` घट जाता है । बर्फ के गलने की गुप्त ऊष्मा `3.4xx10^(5)` जूल/किग्रा है । ज्ञात कीजिए कि 2 किग्रा बर्फ के सामान्य दाब तथा ताप पर पिघलने से आन्तरिक ऊर्जा में कितना परिवर्तन होगा ? (सामान्य दाब `=1.01xx10^(5)"न्यूटन /मीटर"^(2))` |
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Answer» किग्रा बर्फ के पिघलने के लिये आवश्यक ऊष्मा Q = mL = 2 किग्रा `xx(3.4xx10^(5)("जूल")/("किग्रा"))=6.8xx10^(5)` जूल| चूँकि Q बर्फ द्वारा ली गई ऊष्मा है , अतः : यह धनात्मक है । सामान्य दाब पर ,2 किग्रा बर्फ के आयतन में `2xx91 सेमी^(3)` `=182 सेमी^(3)` की कमी होगी `(DeltaV=-182"सेमी"^(3))` | अतः बाह्य दाब द्वारा बर्फ पर किया गया कार्य `W=PxxDeltaV=(1.01xx10^(5)"न्यूटन /मी")xx(-182xx10^(-6)"मी"^(3))` =- 18.4 जूल | चूँकि कार्य बर्फ पर किया गया है , अतः यह ऋणात्मक है । ऊष्मागतिक के प्रथम नियमानुसार , बर्फ की आन्तरिक ऊर्जा में परिवर्तन `DeltaU=Q-W=6.8xx10^(5)` जूल -(-18 .4 जूल ) `=+(6.8xx10^(5)+18.4)` जूल | `DeltaU` का मान धनात्मक है । अतः पिघलने पर बर्फ की आन्तरिक ऊर्जा में वृद्धि होती है । |
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| 25. |
किसी निकाय को 200 कैलोरी ऊष्मा दी गई तथा निकाय पर 210 जूल कार्य भी किया गया । यदि 50 कैलोरी ऊष्मा का चालन द्वारा विनाश हो , तो निकाय की आन्तरिक ऊर्जा में परिवर्तन ज्ञात कीजिए| (1 कैलोरी = 4.2 जूल) |
| Answer» 840 जूल की वृद्धि । | |
| 26. |
यदि किसी निकाय में 30 जूल ऊष्मा दी जाये , तो वह 20 जूल कार्य करता है । निकाय की आन्तरिक ऊर्जा :A. 10 जूल बढ़ जायेगीB. 10 जूल घट जायेगीC. 20 जूल बढ़ जायेगीD. 30 जूल बढ़ जायेगी । |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 27. |
यदि किसी निकाय को 40 जूल ऊष्मा देने पर निकाय पर किया गया कार्य 8 जूल हो , तो निकाय की आन्तरिक ऊर्जा में परिवर्तन ज्ञात कीजिए । |
| Answer» 48 जूल की वृद्धि । | |
| 28. |
उष्मागतिकी का प्रथम नियम लिखिए । यह नियम किस भौतिक राशि के संरक्षण पर आधारित है ? |
| Answer» यदि किसी ऊष्मागतिक निकाय को Q ऊर्जा देने पर , निकाय द्वारा कृत कार्य W हो तब निकाय की आन्तरिक ऊर्जा में परिवर्तन`DeltaU=Q-W` होगा । यही उष्मागतिकी का प्रथम नियम है जो कि ऊर्जा - संरक्षण पर आधारित है । | |
| 29. |
हिलियन तथा ऑक्सीजन गैसों के समान द्रव्यमानों को ऊष्मा की समान मात्राएँ दी गयीं । किसके ताप में अधिक वृद्धि होगी तथा क्यों ? |
| Answer» हीलियम एक - परमाणुक गैस है , इसे दी गई कुल ऊष्मा इसके अणुओं की स्थानान्तरीय गतिज ऊर्जा को बढ़ायेगी परन्तु ऑक्सीजन द्वी - परमाणुक गैस है इसे दी गई ऊष्मा का कुछ भाग स्थानान्तरीय गतिज ऊर्जा बढायेगा तथा शेष भाग घूर्णीय व कम्पनिक गतिज ऊर्जाओं को बढ़ाने में चला जायेगा । अतः हीलियम के ताप में अधिक वृद्धि होगी । | |
| 30. |
`0^(@)C` के बर्फ तथा `0^(@)C` के जल में से किसके अणुओं की स्थतिज ऊर्जा अधिक होती है और क्यों ? |
| Answer» जल के अणुओं की स्थतिज ऊर्जा अधिक होती है । बर्फ को `0^(@)C` पर पिघलाने में दी गई ऊष्मा `0^(@)C` पर बने जल के अणुओं की स्थतिज ऊर्जा को बड़ा देती है । | |
| 31. |
जब एक गैसीय निकाय को 100 जूल ऊष्मा दी जाती है , तो आन्तरिक ऊर्जा 30 जूल बढ़ जाती है । निकाय द्वारा कृत कार्य ज्ञात कीजिए । |
| Answer» Correct Answer - 70 जूल । | |
| 32. |
(i) क्या यह सम्भव है कि किसी निकाय को ऊष्मा देने पर भी उसके ताप में वृद्धि न हो ? (ii) क्या यह सम्भव है कि किसी निकाय को बिना ऊष्मा दिये अथवा उससे बिना ऊष्मा लिये उसका ताप परिवर्तित हो जाये ? |
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Answer» (i) हाँ ,अवस्था - परिवर्तन के समय (जैसे बर्फ के गलते समय या जल के उबलने समय) निकाय ऊष्मा लेता है पर उसका ताप नहीं बदलता है |हाँ , आन्तरिक ऊर्जा बदलती है| (ii) हाँ , रुद्धोष्म परिवर्तन में बिना ऊष्मा दिये अथवा लिये ताप बदल सकता है| रुद्धोष्म संपीडन में ताप बढ़ता है जबकि रुद्धोष्म प्रसार में ताप गिरता है| |
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| 33. |
किसी गैस के रुद्धोष्म संपीडन में गैस को बाहर से कोई ऊष्मा नहीं दी जाती फिर भी गैस का ताप बढ़ जाता है । सम्बन्धित नियम अथवा समीकरण देते हुए इसका कारण कीजिए । |
| Answer» उष्मागतिकी का प्रथम नियम,`DeltaU=Q-W` रुद्धोष्म संपीडन में Q=0, अतः `DeltaU=-W` , निकाय पर किये गये कार्य से आन्तरिक ऊर्जा में वृद्धि होती है जिससे गैस का ताप बढ़ जाता है । | |
| 34. |
`1//2` मोल हीलियम गैस एक बर्तन में S.T.P. पर है । आयतन को स्थिर रखते हुए , गैस का दाब दोगुना करने के लिए आवश्यकता ऊष्मा - ऊर्जा है (गैस की ऊष्मा - धरिता =3 जूल/ग्राम -K ):A. 43276 जूलB. 1638 जूलC. 819 जूलD. 409.5 जूल| |
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Answer» Correct Answer - B `P//T` = नियतांक । आवश्यक उष्मीय ऊर्जा `=muC_(v)DeltaT`, यहाँ `mu=1//2` मोल, `C_(v)=12` जूल/(मूल-K) चूँकि 1 मोल हीलियम = 4 ग्राम तथा `DeltaT=273K`. `therefore` उष्मीय ऊर्जा `=(1)/(2)xx12xx273=1638` जूल| |
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