InterviewSolution
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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 1. |
बिन्दु A से B और `10^(9)` इलेक्ट्रॉन , `10^(-3)` सेकण्ड में प्रवाहित होते हैं । कितनी वैधुत धारा किस दिशा में प्रवाहित हो रही है ? |
| Answer» Correct Answer - `1.6xx10^(-7)` ऐम्पियर , B से A की ओर। | |
| 2. |
मैगनिन के एक तार में 0 . 5 ऐम्पियर धारा प्रवाहित हो रही है तार के अनुप्रस्थ - परिच्छेद से होकर 1 मिनट में बहने वाले इलेक्ट्रॉनों की संख्या कीजिए । |
| Answer» Correct Answer - `18.75xx10^(19)`. | |
| 3. |
एक तार में 1 मिनट में 30 कूलॉम आवेश प्रवाहित हो रहा है । तार में धारा का मान ज्ञात कीजिए । |
| Answer» Correct Answer - 0.5 ऐम्पियर । | |
| 4. |
धातु के एक तार में धारा प्रवाहित करने पर प्रारम्भ में धारा का मान अधिक रहता है ।फिर यह धीरे - धीरे घटकर पहले से कम मान पर स्थिर हो जाता है ( जबकि बैटरी का विधुत वाहक बल वही रहता है )। कारण बताइए । |
| Answer» धारा - प्रवाह के कारण तार का ताप बढ़ता है , जिससे तार का प्रतिरोध बढ़ता है और धारा का मान घटता जाता है । जैसे जैसे तार का ताप बढ़ता है , उससे उष्मीय विकिरण की दर बढ़ती है । जब उष्मीय विकिरण की दर , तार में वैधुत ऊर्जा व्यय की दर के बराबर हो जाती है तो तार का ताप स्थित हो जाता है । फलत : तार के प्रतिरोध का बढ़ना बन्द हो जाता है और धारा स्थिर हो जाती है । | |
| 5. |
एक दिये हुए धातु के तार के लिये दो विभिन्न तापों `T_(1)` व `T_(2)` पर धारा वोल्टेज ग्राफ संलग्न चित्र की भाँति हैं । इनमें कौन - सा ताप अधिक है ? |
| Answer» Correct Answer - ग्राफ के लिये `V// I =R` अधिक है । अतः ताप `T_(2)` ताप `T_(1)` से अधिक है । | |
| 6. |
संलग्न चित्र में प्रदर्शित परिपथ में बैटरी द्वारा स्थायी अवस्था में दी गई धारा की गणना किजिए । संधारित्र पर आवेश भी ज्ञात किजिए । |
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Answer» संधारित्र के आवेशित हो जाने पर , इसमें कोई धारा नहीं बहेगी । अतः स्थायी अवस्था में परिपथ की बीच की भुजा में कोई धारा नहीं होगी । चूँकि `4Omega` प्रतिरोध में कोई धारा नहीं है , अतः इसे छोड़ सकते हैं `2Omega` व `6Omega` के प्रतिरोध परस्पर श्रेणीक्रम में हैं अतः परिपथ में धारा `i=(2"वोल्ट ")/((2+6)"ओम")=0.25`ऐम्पियर । `6Omega` प्रतिरोध के सिरों के बीच विभवान्तर `=0.25"ऐम्पियर"xx6"ओम"=1.5`वोल्ट । चूँकि `4Omega` प्रतिरोध में कोई धारा नहीं है , अतः इसके सिरों के बीच विभवान्तर शून्य होगा तथा संधारित्र की प्लेटों के बीच विभवान्तर 1 । 5 वोल्ट होगा (जो `6Omega` प्रतिरोध के सिरों के बीच है )। `therefore` संधारित्र पर आवेश q = CV = 2 `" मइक्रोफैरड" xx1.5` वोल्ट =3 माइक्रोकूलॉम । |
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| 7. |
किसी चालक कि मुक्त इलेक्ट्रोनो के श्रान्तिकाल पर ताप से प्रभाव की व्याख्या कीजिए। |
| Answer» ताप बढ़ने पर श्रान्तिकाल घट जाता है । | |
| 8. |
निम्न परिपथ में ,`1Omega , 2Omega` तथा ` 3 Omega` के प्रतिरोधों में व्यय शक्ति का अनुपात है ? A. `1 : 2 : 3`B. `4 : 2 : 27`C. `6 : 4 : 9`D. `2 : 1 : 27 `. |
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Answer» Correct Answer - b मुख्य धारा i का `(2//3)` भाग प्रतिरोध `1Omega` में तथा `(1//3)` भाग प्रतिरोध `2Omega` में जायेगा । इस प्रकार , प्रतिरोध में `1Omega` धारा `2i//3`, प्रतिरोध `2Omega` में `i//3` , तथा प्रतिरोध `3Omega` में i (मुख्या धारा ) होगी । यदि प्रतिरोध R में धारा i है तब प्रतिरोध में व्यय शक्ति `p=i^(2)` R होगी । `thereforeP_(1):P_(2):P_(3)=((2i)/(3))^(2)xx1:(("i")/(3))^(2)xx2:i^(2)xx3` `=(4)/(9):(2)/(9):3=4:2:27`. |
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| 9. |
एक टंगस्टन के तन्तु (filament ) का `150^(@)C` पर प्रतिरोध 133 ओम है । इसका `500^(@)C` पर प्रतिरोध कितना होगा ? टंगस्टन का प्रतिरोध ताप - गुणांक 0.0045 प्रति `^(@)C`है । |
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Answer» यदि किसी तार का `0^(@)C` पर प्रतिरोध `R_(0)` तथा `t^(@)C` पर `R_(T)` हो , तब `R_(t)R_(0)(1+alphat)` अथवा `R_(0)=(R_(t))/(1+alphat)` जहाँ `alpha` प्रतिरोध ताप - गुणांक है । तन्तु का `150^(@)C` पर प्रतिरोध 133 ओम है । अतः इसका `0^(@)C` पर प्रतिरोध `R_(0)= (133ओम )/(1+(0.0045//^(@)C)xx150^(@)C)=79.0ओम ` अब तन्तु का `500^(@)C` पर प्रतिरोध `R_(500)=R_(0)(1+alphat_(500))` `=79.0ओम [1+0.0045//^(@)C)xx500^(@)C`] = 257 ओम । |
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| 10. |
तापदीप्त बल्बों को बनाने में यह ध्यान रखा जाता है कि उनके फिलामेन्ट का प्रतिरोध ताप के बढ़ाने पर बढ़ता है । यदि कमरे के ताप पर 100 W , 60 W तथा 40 W वाले बल्बों के फिलामेन्ट के प्रतिरोध क्रमशः `R_(100) , R_(60)` तथा `R_(40)` हों , तो इनमें कौन - सा सही सम्बन्ध है ?A. `(1)/(R_(100))=(1)/(R_(40))+(1)/(R_(60))`B. `R_(100)=R_(40)+R_(60)`C. `R_(100)gtR_(60)gtR_(40)`D. `(1)/(R_(100))gt(1)/(R_(60))gt(1)/(R_(40))`. |
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Answer» Correct Answer - d शक्ति `P=(V^(2))/(R)prop(1)/(R)therefore(1)/(R_(100))gt(1)/(R_(60))gt(1)/(R_(40))`. |
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| 11. |
एक प्लैटिनम प्रतिरोध तापमानी में लगी कुण्डली का प्रतिरोध `.^(@)C` . ताप पर 3.00 ओम तथा `100^(@)C` ताप पर 3.75 ओम है । किसी अज्ञात ताप पर इसका प्रतिरोध 3.15 ओम नापा जाता है अज्ञात ताप की गणना कीजिए । |
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Answer» Correct Answer - अज्ञात ताप `t=(R_(t)-R_(0))/(R_(100-R_(0)))xx100`. `20^(@)C` . |
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| 12. |
टंगस्टन के तन्तु `200^(@)C` का पर प्रतिरोध 148 ओम है । टंगस्टन का प्रतिरोध ताप - गुणांक 0.0045 प्रति `.^(@)C` है व `500^(@)C` पर इसके प्रतिरोध क्या होगें ? |
| Answer» Correct Answer - 78 ओम , 253 ओम ।| | |
| 13. |
किसी फिलामेन्ट का `100^(@)C` पर प्रतिरोध 100 ओम तथा `400^(@)C` पर 200 ओम है । फिलामेन्ट के प्रतिरोध के ताप गुणांक की गणना कीजिए । |
| Answer» Correct Answer - `5xx10^(-3)` प्रति `.^(@)C` | |
| 14. |
किसी तार `t^(@)C` का ताप पर प्रतिरोध `R=R_(0)(1+at+bt^(2))` , जहाँ ` R_(0)` ताप `0^(@)C` पर प्रतिरोध है । ताप t पर प्रतिरोध ताप - गुणांक है :A. `(a+2bt)/(1+at+bt^(2))`B. `a+2bt`C. `(1+at+bt^(2))/(a+2bt)`D. नियतांक । |
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Answer» Correct Answer - b परिभाषा से , ताप t पर ताप - गुणांक `alpha=(R_(t)-R_(0))/(R_(0)xxt)`. अवकल रूप में `alpha=(1)/(R_(0))(dR)/(dt)` `(1)/(R_(0))[R_(0)(a+2bt)]=a2bt`. |
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| 15. |
किसी प्रतिरोध R में प्रवाहित आवेश का समय t के साथ विचरण `R=at-bt^(2)` के रूप में होता है , जहाँ a तथा b धनात्मक नियतांक हैं । R में उत्पन्न कुल ऊष्मा है :A. `(a^(3)R)/(6b)`B. `(a^(3)R)/(3b)`C. `(a^(3)R)/(2b)`D. `(a^(3)R)/(b)`. |
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Answer» Correct Answer - a `Q=at-bt^(2)` `i =(dQ)/(dt)=a-2bt` धारा `t=(a)/(2b)` समय तक रहेगी (जब i शून्य हो जायेगा )। R में उत्पन्न ऊष्मा `H=int_(0)^(1)i^(2)Rdt=int_(0)^(a//2b)(a-2bt)^(2)Rdt` `=int_(0)^(a//2b)(a^(2)+4b^(2)t^(2)-4abt)Rdt` `=[a^(2)t+4b^(2)(t^(3))/(3)-4ab(t^(2))/(2)]_(0)^(a//2b)R` `=[a^(2)((a)/(2b))+(4)/(3)b^(2)((a)/(2b))^(3)-2ab((a)/(2b))^(2)]R` `=[(1)/(2)(a^(3))/(b)+(1)/(6)(a^(3))/(b)-(1)/(2)(a^(3))/(b)]R=(a^(3)R)/(6b)`. |
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| 16. |
40 W तथा 100 W के दो बल्ब 220 वोल्ट पर कार्य करने के लिए बनाये गये हैं । किसके फिलमेंट का प्रतिरोध अधिक है ? इन प्रतिरोधों का अनुपात ज्ञात कीजिए । |
| Answer» Correct Answer - 40 वाट वाले का ; अनुपात `5 : 2`. | |
| 17. |
एक 15 वोल्ट - 20 वाट अंकित लैम्प को पूणर्तः प्रदीप्त करने के लिए , एक 25 वोल्ट के दिष्ट स्रोत और एक प्रतिरोध R के साथ श्रेणीक्रम में जोड़ा दिया गया है । गणना कीजिए : (i) परिपथ में धारा का मान , (ii) लैम्प का प्रतिरोध तथा (iii) प्रतिरोध R का मान । |
| Answer» Correct Answer - (i) 4/3 ऐम्पियर , (ii) 45/4 ओम , (iii) 7.5 ओम | | |
| 18. |
एक बल्ब पर 100 वाट तथा 220 वोल्ट अंकित है जब बल्ब जल रहा हो , तब उसका प्रतिरोध एवं उसमें प्रवाहित धारा की गणना कीजिए । |
| Answer» Correct Answer - `484Omega,(5)/(11)A`. | |
| 19. |
60 W - 220 V तथा 100 W - 220 V के दो बल्ब श्रेणीक्रम में जोड़कर 220 वोल्ट मेन्स से सम्बन्धित किये गये हैं । उनमें प्रवाहित होने वाली धाराओं की गणना किजिए । यदि बल्ब समान्तर - क्रम में जोड़े जायें , तब धाराएँ कितनी होगीं ? |
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Answer» श्रेणीक्रम में जुड़े बल्बों में समान धारा प्रवाहित होगी । 60 वाट के बल्ब का प्रतिरोध `R_(1)=(V_(1)^(2))/(P_(1))=((220"वोल्ट")^(2))/(100"वाट")=807` ओम तथा 100 वाट के बल्ब का प्रतिरोध `R_(2)=(V_(2)^(2))/(P_(2))=((220"वोल्ट" )^(2))/(100"वाट")=484` ओम| `therefore` कुल प्रतिरोध , `R=R_(1)+R_(2)=807+484=1291` ओम । बल्ब 220 वोल्ट मेन्स से जुड़े हैं । अतः प्रत्येक में धारा `i=(V)/(R)=(220"वोल्ट")/(1291"ओम")=0.17` ऐम्पियर | समान्तर - क्रम में जुड़े दोनों बल्बों पर मेन्स से प्राप्त विभवान्तर V (=220वोल्ट ) सामान होगा , परन्तु उनमें धाराएँ अलग - अलग होंगी । अतः 60 वाट ले बल्ब में धारा `i_(1)=(P_(1))/(V)=(60"वाट")/(220"वोल्ट")=0.273` ऐम्पियर । [`because` P = V i वाट ] तथा 100 वाट के बल्ब में धारा `i_(2) = (P_(2))/(V)=(100"वोल्ट")/(220"वोल्ट")=0.454` ऐम्पियर । |
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| 20. |
60W - 220 V तथा 100 W - 220 V के दो बल्ब श्रेणीक्रम में जोड़कर 220 वोल्ट मेन्स से सम्बन्धित किए गये हैं । उनमें प्रवाहित होने वाली धारा की गणना कीजिए । |
| Answer» Correct Answer - 0.17 A. | |
| 21. |
एक बिजली की प्रेस का प्रतिरोध 44 ओम और इनमें बहने वाली धारा का मान 5 ऐम्पियर है । प्रेस की सामथर्य ज्ञात कीजिए । |
| Answer» Correct Answer - 1100 वाट। | |
| 22. |
`4xx10^(-3)` मीटर चौड़े , `25xx10^(-5)` मीटर मोटे तथा `6xx10^(-2)` मीटर लम्बे एक n - टाइप सिलिकन के नमूने की लम्बाई के बीच (across ) वोल्टता लगाने पर उसमें 4 8 मिलीएम्पियर की धारा प्रवाहित होती है । धारा - घनत्व का मान क्या है ? यदि मुक्त इलेक्ट्रॉन घनत्व `10^(22)` प्रति `मीटर ^(3)` हो तो नमूने की पूरी लम्बाई को तय करने में इलेक्ट्रॉनों को कितना समय लगेगा ? `(e=1.6xx10^(-19)` कूलॉम ) |
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Answer» धारा - घनत्व `j=("i")/(A)=(4.8xx10^(-3)"ऐम्पियर")/((4xx10^(-3)"मीटर")xx(25xx10^(-5)मीटर ))` `=4800"ऐम्पियर/ मीटर"^(2)`| यदि मुक्त - इलेक्ट्रॉन घनत्व हो तो , तब इलेक्ट्रॉनों का अनुगमन वेग `v_(d)=(j)/("ne")=(4800"ऐम्पियर" / "मीटर"^(2 ))/(10^(22)"मीटर"^(-3)xx(1.610^(-19)"ऐम्पियर- सेकण्ड" ))` =3 मीटर / सेकण्ड । पूरी लम्बाई तय करने में इलेक्ट्रॉनों का लगा समय `t=(l)/(v_(d))=(6xx10^(-2)"मीटर" )/(3"मीटर" //"सेकण्ड" )=2xx10^(-2)` सेकण्ड | |
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| 23. |
ताँबे तथा अमादित (undoped) सिलिकन के प्रतिरोधों की उनके ताप पर निर्भरता 300 - 400 K ताप अन्तराल में सही वर्णित है :A. ताँबे के लिये रेखीये वृद्धि तथा सिलिकन के लिये चरघातांकी वृद्धिB. ताँबे के लिये रेखीये वृद्धि तथा सिलिकन के लिये चरघातांकी घटावC. ताँबे के लिये रेखीये घटाव तथा सिलिकन के लिये रेखीये घटावD. ताँबे के लिये रेखीये घटाव तथा सिलिकन के लिये रेखीये वृद्धि । |
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Answer» Correct Answer - b ताँबे के लिये प्रतिरोध रेखीये रूप से बढ़ेगा तथा सिलिकन (अर्द्धचालक) के लिये दिये गये तापीय परास में चरघातांकी रूप से घटेगा । |
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| 24. |
(i) हीटर के तार तथा (ii) फ्यूज के तार के विशिष्ट लक्षणों की तुलना कीजिए । |
| Answer» हीटर के तार की धातु का गलनांक तथा विशिष्ट प्रतिरोध ऊँचा , जबकि फ्यूज तार की धातु का गलनांक तथा विशिष्ट प्रतिरोध नीचा होता है । | |
| 25. |
1000 W - 250 V के हीटर के तार का प्रतिरोध ज्ञात कीजिए |
| Answer» Correct Answer - `62.5Omega` | |
| 26. |
एक प्रतिरोधक , जिस पर `147Omega-0.75`W अंकित है , के सिरों पर कितनी अधिकतम वोल्टता निरापद रूप से लगा सकते हैं ? ltbr gt सूत्र `P=(V^(2))/(R)` से `V=sqrt(PR)`. |
| Answer» Correct Answer - 10. 5 वोल्ट । | |
| 27. |
450 वाट की एक विधुत प्रेस 225 वोल्ट पर कार्य करने के लिए बनाई गई है । उसका प्रतिरोध ज्ञात कीजिए । |
| Answer» Correct Answer - `112 . 5 Omega`. | |
| 28. |
1 किलोवाट के विधुत बल्ब में 1 मिनट में कितनी ऊर्जा व्यय होगी ? |
| Answer» `W=Pxxt=10^(3)xx60=6xx10^(4)` जूल । | |
| 29. |
5 . 0 किलोवाट के विधुत हीटर में 15 मिनट में कितनी ऊर्जा व्यय होगी ? |
| Answer» `45.5xx10^(6)` जूल । | |
| 30. |
किलोवाट - घण्टा किसका मात्रक है ? 1 किलोवाट - घण्टा कितनी जूल ऊर्जा के तुल्य है ? |
| Answer» वैधुत ऊर्जा का , `3.6xx10^(6)` जूल । | |
| 31. |
समीकरण `vecE=pvecj`, जहाँ p का मात्रक लिखिए । |
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Answer» `p=(E)/(j)` `therefore` p का मात्रक `= ("वोल्ट "//"मीटर")/("ऐम्पियर "//"मीटर"^(2 ))=("वोल्ट - मीटर ")/("ऐम्पियर")=ओम - मीटर` । |
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| 32. |
क्या सूत्र v = i R अन - ओमीये प्रतिरोध के लिये भी सत्य है ? |
| Answer» सत्य है , v = i R प्रतिरोध की परिभाषा है , ओम के नियम की नहीं । | |
| 33. |
ओमीय तथा अन - ओमीय प्रतिरोध में अन्तर उदाहरण देकर स्पष्ट कीजिए । |
| Answer» यदि किसी चालक का ताप तथा अन्य भौतिक अवस्थाएँ न बदलने पर प्रतिरोध नियत रहे चाहे चालक के सिरों के बीच कितना ही विभवान्तर हो तब उसे ओमीय प्रतिरोध कहते हैं , जैसे ताँबे का तार तथा पारा । यदि प्रतिरोध आरोपित विभवान्तर के बदलने पर बदल जाये तब उसे अन - ओमीये प्रतिरोध कहते हैं , जैसे डायोड वाल्व तथा थर्मिस्टर । | |
| 34. |
`Cu^(++)` पर कितने कूलॉम आवेश है ? |
| Answer» `3.2xx10^(-19)` कूलॉम । | |
| 35. |
क्या ओम का नियम सभी चालकों के लिये सत्य है ? |
| Answer» नहीं , केवल धात्वीय चालकों के लिये सत्य है । | |
| 36. |
ओम के नियम को सत्यापित करने के लिए एक विधार्थी को एक टेस्ट - प्रतिरोध `R_(T)` एक उच्च प्रतिरोध `R_(1)` , एक निम्न प्रतिरोध दो अभिन्न धारामापी `G_(1),G_(2)` एवं एक परिवर्ती वोल्टता स्रोत V दिये गये हैं प्रयोग करने के लिए निम्नांकित में से सही परिपथ चुनिये :A. B. C. D. |
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Answer» Correct Answer - c `G_(1)` के श्रेणीक्रम में उच्च प्रतिरोध `R_(1)` जोड़कर उसे वोल्टमीटर की तरह प्रयुक्त करना हैं तथा विभवान्तर नापने के लिये इसे `R_(T)` के समान्तर - क्रम में जोड़ना है ।`G_(2)` के समान्तर में निम्न प्रतिरोध जोड़कर अमीटर की तरह प्रयुक्त करना है तथा `R_(T)` इसे के श्रेणीक्रम में जोड़ना है । परिपथ (c ) सही है । |
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| 37. |
धातुओं में मुक्त इलेक्ट्रॉनों की संख्या किस कोटि की होती है तथा उनका क्या कार्य होता है ? |
| Answer» `10^(29) प्रति मीटर ^(3)` | मुक्त इलेक्ट्रॉन धातुओं में आवेश वाहक का कार्य करते हैं ? | |
| 38. |
एक चालक में 50 वोल्ट पर 2 मिली - ऐम्पियर तथा 60 वोल्ट पर 3 मिली - ऐम्पियर धारा बहती है । चालक ओमीया है या अन - ओमीया , इसे गणना द्वारा स्पष्ट कीजिए । |
| Answer» अन - ओमीया , `R=25xx10^(3)Omega,20xx10^(3)Omega`. | |
| 39. |
इलेक्ट्रॉनों के माध्य मुक्त पथ से आप क्या समझते हैं ? |
| Answer» धातु के भीतर मुक्त इलेक्ट्रॉन धातु के धन आयनों से टकराते रहते हैं । दो टक्करों के बीच इलेक्ट्रॉन द्वारा चली माध्य दूरी को इलेक्ट्रॉन का माध्य मुक्त पथ `(lambda)` कहते हैं अधिकांश धातुओं के लिये मीटर `lambda, 10^(-9)` की कोटि का होता है । | |
| 40. |
निम्नांकित में से कौन - सा विन्यास ओम के नियम की सत्यता के लिए प्रयुक्त किया जा सकता है ?A. B. C. D. |
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Answer» Correct Answer - a अमीटर को तुल्य - प्रतिरोध के सदैव श्रेणीक्रम में तथा वोल्टमीटर को समान्तर - क्रम में जोड़ते हैं । |
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| 41. |
यदि किसी ताँबे के तार में प्रवाहित धारा को इससे दोगुनी त्रिज्या के ताँबे के तार में प्रवाहित किया जाये , तो इलेक्ट्रॉनों के अनुगमन वेग पर क्या प्रभाव पड़ेगा ? यदि यही धारा समान मोटाई के एक लोहे के तार में प्रवाहित की जाये , तब ? |
| Answer» तार की त्रिज्या दोगुनी होने पर उसका अनुप्रस्थ - परिच्छेद का क्षेत्रफल A चार गुना हो जायगा । अतः अनुगमन वेग `v _(d )` पहले का एक - चौथाई रह जायेगा `(v_(d)=I//"ne "A)` | |
| 42. |
0.1 मीटर लम्बे किसी तार के सिरों के बीच 5 वोल्ट विभवान्तर आरोपित करने से इलेक्ट्रॉनों की अपवाह चाल `2.5xx10^(-4)` मी / से होती है । यदि इस तार में इलेक्ट्रॉन घनत्व `8xx10^(28) "मी" ^(-3)` हो तो , इस के पदार्थ की प्रतिरोधकता होगी , लगभग :A. `1.6xx10^(-8)` ओम - मीB. `1.6xx10^(-7)` ओम - मीC. `1.6xx10^(-6)` ओम - मीD. `1.6xx10^(-5)` ओम - मी | |
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Answer» Correct Answer - d `I = "ne" Av_(d)` परन्तु `I=(V)/(R)`, जहाँ `R=(p_(l))/(A)` `therefore (VA)/(p_(l))="ne"Av_(d)` अथवा `p=(V)/("ne"v_(d)l)` यहाँ V = 5 वोल्ट , l = 0.1 मीटर , `v_(d)=2.5xx10^(-4)` मी /से , इलेक्ट्रॉन घनत्व `=8xx10^(28)मी ^(-3)` `thereforep=(5)/(8xx10^(28)xx1.6xx10^(-19)xx2.5xx10^(-4)xx0.1)` `=1.6xx10^(-5)` ओम - मी । |
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| 43. |
किसी चालक की लम्बाई l है इसके दो सिरों के बीच v विभवान्तर है । इस चालक में आवेश वाहकों के अपवाह वेग के लिए एक व्यंजन लिखिए । |
| Answer» `v_(d)=(eV)/(ml)tau` | |
| 44. |
व्यास d तथा लम्बाई l के एक ताँबे के तार के सिरों पर विभवान्तर v लगाया गया है इलेक्ट्रॉनों के अपवाह वेग पर क्या प्रभाव पड़ेगा यदि (i ) v दोगुना , (ii ) l दोगुना तथा (iii ) d दोगुना कर दिया जाये ? |
| Answer» (i) v दोगुना होने पर तार में धारा 1 दोगुनी हो जाएगी । अतः अपवाह वेग `v _(d )` भी दोगुना हो जायेगा `(v_(d)=I//"ne " A)`। (ii ) तार की लम्बाई l दोगुनी करने पर प्रतिरोध दोगुना ओर इसलिये धारा आधी रह जायेगी अतः अपवाह वेग भी आधा रह जायेगा (iii ) व्यास d दोगुना होने पर अनुप्रस्थ - क्षेत्रफल A चार गुना तथा धारा 1 भी चार गुनी (प्रतिरोध चौथाई हो जाने के कारण ) हो जायेगी । अतः `v _(d )` अपरिवर्तित रहेगा । | |
| 45. |
यदि इलेक्ट्रॉन का अपवाह वेग `v_(d)` तथा वैधुत - क्षेत्र की तीव्रता E हो , तो निम्नलिखित में से कौन - सा सम्बन्ध ओम के नियम का पालन करता है ?A. `v_(d)=`नियतांकB. `v_(d)propE`C. `v_(d)propsqrt(E)`D. `v_(d)propE^(2)`. |
| Answer» Correct Answer - b | |
| 46. |
यदि किसी चालक तार के सिरों के बीच कोई विभवान्तर न लगा हो , तब उसके मुक्त इलेक्ट्रॉनों के अनुगमन वेग का मान लिखिए । |
| Answer» Correct Answer - शुन्य । | |
| 47. |
विधुत धारा घनत्व j तथा अपवाह वेग `v_(d)` में सम्बन्ध है : जहाँ e इलेक्ट्रॉन का आवेश तथा n उनकी संख्या है ।A. `j="ne "v_(d)`B. `j=("ne")/(v_(d))`C. `j=(v_(d)^(e))/(n)`D. `j="ne "v_(d)^(2)` |
| Answer» Correct Answer - a | |
| 48. |
वैधुत क्षेत्र बढ़ाने पर इलेक्ट्रॉन के अपवाह वेग क्या प्रभाव होता है? |
| Answer» Correct Answer - बढ़ता है । | |
| 49. |
RC का विमीय समीकरण निकालिए जबकि R प्रतिरोध तथा C धारित है । |
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Answer» C की विमा `=[M^(-1)L^(_2)T^(4)A^(2)]`, R की विमा `=[ML^(2)T^(-3)A^(-2)],RC` की विमा = [T]. |
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| 50. |
अनुगमन वेग की परिभाषा दीजिए । l लम्बाई के एक चालक को E विधुत वाहक बल्ब की सेल से जोड़ा जाता है । यदि इस चालक के स्थान पर समान पदार्थ व समान मोटाई के किसी अन्य चालक जिसकी लम्बाई 3 l हो , सेल से जोड़ दिया जाए तब अनुगमन वेग पर क्या प्रभाव पड़ेगा ? |
| Answer» अनुगमन वेग , `v_(d)=((eE)/(ml))tau` जहाँ E सेल का विधुत वाहक बल है । इस प्रकार `v_(d)prop1//l`। ltbr gt `therefore v_(d)=v_(d)//3`। (अनुगमन वेग एक तिहाई हो जायेगा ) ltbr gt `[because v_(d)prop(1)/(l)]` | |