InterviewSolution
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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 101. |
कॉपर सल्फेट विलयन में 96500 कोलोम विद्युत प्रवाहित करने पर प्राप्त Cu की मात्रा होगी ---A. `63*5` ग्रामB. ``31*75` ग्रामC. `965000` ग्रामD. `100` ग्राम |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 102. |
एल्यूमिनियम क्लोराइड विलयन में विद्युत धारा प्रवाहित करने पर `13.5` ग्राम `Al` मुक्त होता है, तो प्रवाहित आवेश की मात्रा होगी ---A. `2*0F`B. `1*5F`C. `1*0F`D. `0*5 F` |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 103. |
`0.00241 M` ऐसीटिक एसिड कीविशिष्ट चालकता `7.896xx10^(-5)S cm^(-1)` है । मोलर चालकता ज्ञात कीजिए । ऐसीटिक एसिड के लिए यदि `^^_(m)^(@)` का मान `390.5 S cm^(-1)` हो , तो इसका वियोजन नीयतांक क्या होगा ? |
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Answer» `^^_(m)^(e) =(kxx1000)/("मोलरता")= (7.896xx10^(-5)xx 1000)/(0.00241)` `=32.763 S cm^(2) mol^(-1)` `alpha =(^^_(m)^(c))/(^^_(m)) =(32.763)/(390.5)=0.084` `K=(alpha^2c)/((1-alpha))=((0.084)^2xx0.00241)/(1-0.084)` `=(0.084^2xx0.00241)/(0.916)=1.86xx10^(-5)` |
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| 104. |
`0*00241M ` एसिटिक अम्ल की विशिष्ठ चालकता `7*896xx10^(-5) S cm^(-1)` हो, तो मोलर चालकता ज्ञात कीजिय तथा यदि उसी एसिटिक अम्ल के लिए `^^_(m)^(0) 390*5 cm^(2) mol^(-1)` हो, तो वियोजन स्थिरांक की गणना कीजिय | |
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Answer» Correct Answer - `^^_m^c = 32* 76 cm^2 mol^(-1)` , `alpha = 8* 4 xx10^(2)`, `K_a = 1*86 xx10^(-5)` `^^_m^c = (Kxx1000)/("मोलरता"), ` `alpha = ^^_m^c/^^_m^@, k = (C alpha^@)/(1-alpha)` |
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| 105. |
`CuSO_(4)` के विलयन में `2*5F` विधुत की मात्रा प्रवाहित करने पर केथोड पर जमा Cu के ग्राम तुलयाँ की संख्या होगी ----A. शून्यB. `1*25`C. `2*5`D. `5*0` |
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Answer» Correct Answer - C 1 फैराडे से 1 ग्राम तुल्यांक मुक्त होता है , `2*5` फैराडे से `2*5` ग्राम तुल्यांक मुक्त होगा | |
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| 106. |
`CuSO_(4)` के विलयन को `1*5` एम्पियर की धरा से 10 मिनट तक विधुत किया गया | केथोड पर निक्षेपित कॉपर का द्रव्यमान क्या होगा ? |
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Answer» `t=10xx60=600s` आवेश=धारा `xx` समय या `Q=Ixxt` `=1*5Axx600 s` `=900 C` अभिक्रिया `- Cu_((aq))^(2+)+2e^(-)to Cu_((s))` के अनुसार, एक मोल `(63g)Cu` को निक्षेपित करने के लिए `2F` या `2xx96487C` अतः `900C` द्वारा निक्षेपित Cu का द्रव्यमान `=(63 g mol^(-1)xx900C)/(2xx96487 C mol^(-1))=0*2938 g`. |
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| 107. |
`NaCI, HCI` एव `NaAc ( CH_3COONa)` के लिए `^^_m^0` क्रमशः `126*4, 425*9` एव `91*0 S cm^2 mol^(-1)` है | `HAe( CH_(3)COOH)` के लिए `^^ ^0` का परिकलन कीजिय| |
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Answer» केलरोश नियम से--- `^^_(m(HA_(C)))^0=lamda_(H^+)^0+lamda_(Ac^(-))^0=lamda_(H^+)^0+lamda_(CI^-)^0+lamda_(Ac^(-))^0+lamda_(Na^(+))^0-lamda_(CI^-)^0-lamda_(Na^+)^0` माना रखने पर, `=425*9+91*0-126*4) S^2 mol^(-1)` `=390*5 S^2 mol^(-1)` अतः `HA_c` की सीमांत मोलर चालकता `^^_m^0=390*5 Scm^2 mol^(-1)` |
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| 108. |
`NH_4 OH` के `0*01m` विलयन के लिए `^^_m^c=9*33 Omega^(-1)cm^2mol^(-1)` तथा `^^_m^oo=238*8 Omega^(-1)cm^2 mol^(-1)` हो तो, `0*01M NH_4OH` विलयन की वियोजन की मात्रा ज्ञात कीजिये | |
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Answer» `alpha=^^_m^oo/^^_m^oo=(9*33)/(238*0)=0*0392` `alpha=0*0392` |
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| 109. |
`0*00128 mol L^(-1)` ऐसीटिक अम्ल की छलकता `4*95xx10^(-5) Scm^(-1)` है | यदि एसिटिक अम्ल के लिए `^^_m^0` का मान `390*5 Scm^(-1)` है, तो इसके वियोजन सिथरानक की गणना कीजिय | |
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Answer» मोलर छलकता `(^^_m)=k/c=(4*95xx10^(-5)Scm^(-1))/(0*001028 molL^(-1))xx(1000cm^2)/L=48*15 S cm^2 mol^(-1)` वियोजन की मात्रा `=prop^^_m/^^_m^0=(48*15Scm^2 mol^(-1))/(390*5Scm^2mol^(-1))=0*1233` वियोजन स्थिरांक `K=(Calpha^2)/((1-alpha))` `=(0*001028mol L^(-1)xx(0*1233)^2)/(1-0*1233)` `K=(0*001028molL^(-1)xx0*01520)/(0*8767)` वियोजन स्थिरांक `K=1*78xx10^(-5)mol L^(-1)` |
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| 110. |
`CH_(3)COOH` के लिए `^^_m^oo` ज्ञात कीजिय | दिया गया है : `^^_(m("HCI"))^oo=426Omega^(-1)cm^(2)mol^(-1),` `^^_(m("NaCI"))=126Omega^(-1)cm^(2)mo^(-1),` `^^_(m(cm_(3)"CzooNa"))^oo=91Omega^(-1)cm^2 mol^-1` |
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Answer» `CH_3 COOH` दुर्बल विधुत अपधट्य तथा हसी, नाकि और `CH_3 COONa` प्रबल विधुत apghatay है, अतः कोलरूष नियम से, `^^_("m(HCI)")^oo=lamda_(H^+)^oo+lamda_(CI^-)^oo" ...(1)"` `^^_("m(NaCI)")^oo=lamda_(CH_3COO^-)^oo+lamda_(Na^(+))^oo" ...(3)"` `^^_(m(CH_3COONa))^oo=lamda_(CH_3COO^-)^oo+lamda_(Na^+)^oo" ...(3)"` किन्तु, `^^_(m(CH_3COOH))^oo=lamda_(CH_3COO^-)^oo+lamda_(H^+)^oo" ...(4)"` हमें (4)प्राप्त करना है जो (1) और (3) के योग में से (2) को घटने से प्राप्त होगा| `^^_(m(CH_(3)-COOH))^oo=^^_(m(CH_3COONa)^+)^oo+^^_(m(HCI))^oo-^^_(m(NaCI))^oo` `=91+426-126 Omega^(-1)cm^2 mol^-1` `=391 Omega^(-1)cm^2 mol^(-1)` |
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| 111. |
अनंत तनुता पर `HCl, NaCl` तथा `CH_(3)COONa` की मोलर चालकताये क्रमशः `380.5, 109.0` तथा `78.5 cm^(2) mol^(-1)` हो, तो अनत तनुता पर `CH_(3) COOH` की मोलर चालकता ज्ञात कीजिए। |
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Answer» Correct Answer - `411*0 S cm^(2) mol^(-1)` `lamda_((CH_(3)COOH))=lamda_((HCI))+lamda_((CH_(3)COONa))-lamda_(NaCI)` `=380*5 + 109*0 - 78*5` `=411 Scm^2 mol^(-1)` |
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| 112. |
`LI^(+) Li, Z_(n)^(2+)//Zn, Ag^(+)//Ag` तथा `2H^(+)//H` के मानक अपचयन विभव क्रमशः `-3*05V, -0*76 V, + 0*80V` तथा `0*00V` इनमे कौन- सा सबसे प्रबल अपचयन है ---A. `H_(2)`B. `Zn`C. `Ag`D. `Li` |
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Answer» Correct Answer - D जिस तत्व का अपचयन अपचयन विभव सबसे कम होगा वह सबसे प्रबल अपचायक होगा | Li का अपचयन विभव सबसे कम है | |
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| 113. |
निम्नलिखित सैल का `289 K` पर सैल विभव ज्ञात कीजिए - `Zn(s)|Zn^(2+)(0.1M)||Sn^(2+)(0.001M)|Sn(s)` [ दिया हुआ है : `E_(Zn^(2+)//Zn)^(@)=-0.76V,E_(Sn^(2+)//Sn)^(@)=-0.14V`, गैस स्थिरांक , `R=8.314JK^(-1)mol^(-1)` , फैराडे स्थिरांक ,`F=96500mol^(-1)`] |
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Answer» इलेक्ट्रोड अभिक्रियाएँ तथा सैल अभिक्रिया निम्न है - `{:(,,Zn(s),to,Zn^(2+)(0.1M),+,2^(-)),(Sn^(2+)(0.001M),+,2e^(-),to,Sn(s),,):}/(Zn(s)+Sn^(2+)(0.001M)toZn^(2+)(0.1M)+Sn(s))`. चूँकि सैल अभिक्रिया में एलेक्ट्रोनों के 2 मोल का स्थानान्तरण निहित है अतएव `n=2` नस्ट समीकरण के अनुसार , `E_(cell)=E_(cell)^(@)-(2.303RT)/(nF)log_(10).([Zn^(2+)(aq)])/([Sn^(2+)(aq)])` `E_(cell)^(@)` को निम्न प्रकर से प्राप्त किया जा सकता है - `E_(cell)^(@)=E_(R)^(@)-E_(L)^(@)=-0.14-(-0.76)=0.62V` मानों को प्रतिस्थापित करने पर, `E_(cell)=0.,62-(2.303xx8.314xx98)/(2xx96500)log_(10).(0.1)/(0.001)` `=0.62-0.0591` `=0.561V`. |
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| 114. |
सैल अभिक्रिया , `Zn+Cu^(2+)to Zn^(2+)+Cu` के लिए `25^(@)C` पर मानक EMF (वि०वा०ब०) `1.10` वोल्ट है । `25^(@)C` पर `0.1M Cu^(2+)` तथा `0.1M Zn^(2+)` विलयनों का प्रयोग करने पर सैल अभिक्रिया का वि०वा०ब० होगा -A. `1.10` वोल्टB. `0.110` वोल्टC. `-1.10` वोल्टD. `-0.110` वोल्ट |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 115. |
`ZnSO_(4), AgNo_(3)` एव `CuSO_(4)` विलयन वाले तीन विधुत अपघटनी सेलों A,B,C को सेणीबद्ध किया गया एव `1*5` एमईपीयर की विधुत धरा सेल B के केथोड पर `1*45 g` सिल्वर निक्षेपित होने तक लगातार प्रवाहित की गई | विधुत धरा कितने समय तक प्रवाहित हुई ? निक्षेपित कॉपर एव जिनक का द्रव्यमान क्या होगा ? |
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Answer» `underset("2 mol")(Zn^(2+)+2e^(-))tounderset("1 mol")(Zn_((s)))" (i)"` `underset("1 mol")(Ag^(2+)+l e^(-))to underset("1 mol")(Ag_((s)))" ...(ii)"` `underset("2 mol")(Cu^(+)+2e^(-))tounderset("1 mol")(Cu_((s)))" ...(iii)"` `Q=nF` समीकरण (ii) में, `n=1 mol` `Q=nF` ` =1xx96500 C mol^(-1)` `96500 C ` सिल्वर का मोलर द्रव्यमान `=108 g mol^(-1)` `=96500 C` 1 mol सिल्वर का द्रव्यमान `= 1 mol xx 108 g mol^(-1)` `=108 g ` `1*45 g Ag` के निक्षेपण के लिए आवशयक आवेश `=96500//108 = 893*51 C ` माना `1*5 amp` की धरा t समय तक प्रवाहित की जाती है | अतः प्रयुक्त की मात्रा `=1*5 A xx t` `=1*5 A xx t" "=1295*6 C ` `t=1295*6 C//1*5A` `=863*73 s` `=14 min 24 sec`. अभिक्रिया (i) में निक्षेपित Zn की मात्रा की गणना - 2 mol `e^(-)` पर आवेश `Q=2 mol xx 96500 C mol^(-1)` `=193000 C` `=1*93 xx 10^(5)C` Zn का मोलर द्रव्यमान `=65 g mol^(-1)` निक्षेपित Zn का द्रव्यमान `=1 mol xx 65 g mol^(-1)` निक्षेपित `Zn=65g` `125*6 C` द्वारा निक्षेपित जिनक `=65 g//(1*9^(3)xx10^(5)C)xx(1259*6C)` `=0*436 gm` अभिक्रिया (iii) में निक्षेपित क की मात्रा की गणना --- आवेशक इलेक्ट्रॉनों के मोल (n) = 2 mol `Q=2 mol xx 96500 C mol^(-1)` `=19300 C` `=1*93 xx 10^(5)C` Cu का मोलर द्रव्यमान `=63*5 g mol^(-1)` 1 mol Cu का द्रव्यमान `=1 molxx 63*5` `=63*5 g` अतः `1*93 xx 10^(5)C` आवेश द्वारा निक्षेपित `Cu=63*5 g` `:." "1295*C` आवेश द्वारा निक्षेपति `Cu=63*5 g//(1295*C))` `0*426 gm` |
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| 116. |
प्रबल विधुत अपघट्यों के लिए `^^_m` के नाम दुर्बल विधुत अपघटियोँ के `^^_m` के मानों से कम होते है |
| Answer» Correct Answer - असत्य | |
| 117. |
`BaCI_(2)` के जलीय विलयन की अनंत तनुता पर मोलर चालकता ज्ञात कीजिय जबकि `Ba^(2+)` आयन और `CI^(-)` आयन की आयनिक चालकताएँ क्रमशः `127*30 scm^(2)mol^(-1)` एव `76*34 scm^(2)mol^(-1)` है |
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Answer» Correct Answer - `279*98 scm^(2) mol^(-1)` `lamda ^(oo)= lamda_(+)^(oo)V_(+)+lamda_(-)^(oo)V_(_)` `becauseV_(+)` व् `V_(-)=1` `because 127*30 + 2(76*34)=2` `because 127*30+2(76*34)= 279*98 S cm^(-1) mol^(-1)` |
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| 118. |
सैल, `Zn|Zn^(2+)(1M)||Cu^(2+)(1M)|Cu,(E_("सैल")^(@)=1.10V)` को 298 K पर पूर्णतः निरावेशित किया गया । इस स्थिति में `(([Zn^(2+)])/([Cu^(2+)]))` का मान है -A. `"antilog"(24.08)`B. `373`C. `10^(37.3)`D. `9.65xx10^(4)`. |
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Answer» Correct Answer - C सैल के पूर्णतः निवेशित (discharge) होने पर सैल अभिक्रिया साम्य को प्राप्त कर लेती है तथा `E_("सैल")=0` होता है । सैल `Zn|Zn^(2+)(1M)||Cu^(2+)(1M)|Cu` के लिए अभिक्रिया निम्न है - `Zn(s)+Cu^(2+)(aq)hArrZn^(2+)(aq)+Cu(s)` इस अभिक्रिया के लिए साम्य स्थिरांक `K_(aq)=([Zn^(2+)(aq)])/([Cu^(2+)(aq)])` `E_("सैल")= E_("सैल")^(@)-(0.059)/(n)log_(10).([Zn^(2+)(aq)])/([Cu^(2+)(aq)])` या `0=1.10-(0.059)/(2)log_(10)K_(eq)` या ` log_(10)K_(eq)=(1.10xx2)/(0.059)=37.3` `therefore K_(eq)=10^(37.3)`. |
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| 119. |
किसी प्रबल विद्युत - अपघट्य की अनन्त तनुता पर मोलर चालकता को `^^_(m)` तथा `sqrt(c)` के मध्य खींचे गये वक्र के बहिवेशन (extrapolation) द्वारा प्राप्त किया जा सकता है जबकि दुर्बल विद्युत -अपघट्य के लिए ऐसा सम्भव नहीं है । स्पष्ट कीजिए , क्यों ? |
| Answer» दुर्बल विद्दुत - अपघटय के लिए `^^_(m)` तथा `sqrt(c)` के मध्य खींचा गया आरेख कम सान्द्रता `^^_(m)` अक्ष के लगभग समानान्तर हो जाट है तथा इसका `sqrt(c)=0` तक बहिवेंशन सम्भव नहीं है । | |
| 120. |
किसी विलयन की विशिष्ट , तुल्यांक तथा मोलर चालकताओं पर तनुता का क्या प्रभाव होता है ? |
| Answer» तनुता बढ़ाने पर विशिष्ट चालकता घटती है जबकि तुल्यांक तथा मोलर चालकताएँ बढ़ती है । | |
| 121. |
`25^(@)C` पर जल में अनन्त तनुता पर ( जब आयन विलयन में मुक्त रूप से गति कर सकते हो ) दो प्रबल विद्युत -अपघट्यों की तुल्यांक चालकताएँ निम्न है - `^^_(CH_(3)COONa)^(@)=91.0 Scm^(2)//"equiv"` `^^_(HCI)^(@)=426.2 S cm^(2)//"equiv"`A. `NaCl` "का" `^^ ^(@)`B. `CH_(3)COOK "का" ^^ ^(@)`C. `H^(+)` की सीमान्त तुल्यांक चालकताD. क्लोरोएसिटिक अम्ल `(CICH_(2)COOH)` का `^^ ^(@)` . |
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Answer» Correct Answer - A कोहलाराऊश के नियमनुसार , `^^_(CH_(3)COOH^(@) = ^^_(HCI)^(@)+ ^^_(CH_(3)COONa)^(@)- ^^_(NaCI)^(@)` `therefore ^^_(CH_(3)COOH)^(@)` की गणना के लिए `^^-(NaCI)^(@)` की भी आवश्यकता है । |
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| 122. |
`Ba(OH)_2, BaCl_2` तथा `NH_4CI` के लिए अनन्त तनुता पर मोलर चालकताओ के मान क्रमश: पर मोलर चालकताओ के मान क्रमश: `523.28,280.0` तथा `129.8 ohm^(-1)cm^(2)mol^(-1)` है । अनन्त तनुता पर `Nh_(4)OH` की मोलर चालकता ज्ञात कीजिए । |
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Answer» कोल्हराऊश के नियमानुसार , `^^_(m)^(oo) [NH_4CI]=lambda_(NH_(4)^(+))^(oo) +lambda_(CI^-)^(oo)` `^^_(m)^(oo)[Ba(OH)_2]=lambda_(Ba^(2+))^(oo)+2lambda_(OH^-)^(oo)` `^^_(m)^(oo) [BaCl_2]=lambda_(Ba^(2+))^(oo)+2lambda_(CI^-)^(oo)` समी० में (i) की गुणा कर समी० (ii) में जोड़ने पर , `2xx ^^_(m)^(oo)[NH_(4)CI]+ ^^_(m)^(oo)[Ba(OH)_(2)]=2xxlambda_(NH_(4)^(+))^(oo)+2xxlambda_(CI^-)^(oo)+lambda_(Ba^2+)^(oo)+2xx lambda_(OH^-)^(oo)` समी० (iv) में से समी० (iii) को घटाने पर , ` 2xx ^^_(m)^(oo) [NH_(4)CI]+ ^^_(m)^(oo)[Ba(OH)_2]- ^^_(m)^(oo) [BaCI_2]=2 xx lambda_(NH_(4)^(oo))^(oo) +2xx lambda_(CI^-)^(oo) +lambda_(Ba^(2+))^(oo)+2xxlambda_(OH^-)^(oo)-lambda_(Ba^2+)^(oo)-2xxlambda_(CI^-)^(oo)` `=2xx lambda_(NH_(4)^(+))+2xx lambda_(OH^-)^(oo)` `=2xx ^^_(m)^(oo)[NH_(4)OH]` `^^_(m)^(oo) [NH_4OH]=(1)/(2){2xx ^^_(m)^(oo) [NH_(4)CI]+ ^^_(m)^(oo) [Ba(OH)_2]- ^^_(m)^(oo) [BaCl_2]}` `=(1)/(2) {2xx129.8+523.28-280.0}` `=(1)/(2)xx 502.88 = 251.44ohm^(-1)cm^2mol^(-1)` . |
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| 123. |
`KNO_(3)` के संतृप्त विलयन का प्रयोग लवण सेतु के निर्माण के लिए किया जाता है क्योंकि -A. `K^(+)` का वेग `NO_(3)^(-)` की अपेक्षा अधिक होता है ।B. `NO_(3)^(-)` का वेग `K^(+)` की अपेक्षा अधिक होता है ।C. `K^(+)` तथा `NO_(3)^(-)` के वेग लगभग समान होता है ।D. `KNO_(3)` जल में अत्यधिक विलेय होता है । |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 124. |
अनन्त तनुता पर `LiCl, NaCl` तथा `KCl की तुल्यांक चालकता का क्रम है -A. `LiCl gt NaCl gt KCI`B. `KCI gt NaCI gt LiCI`C. `NaCI gt KCI gt LiCI`D. `LiCI gt KCI gt NaCI`. |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 125. |
सीसा संचायक सेल को आवेशित करने पर -A. `PbO_(2)` घुलता है ।B. लेड इलेक्ट्रोड पर `PbSO_(4)` जमता है ।C. `H_(2)SO_(4)` पुनः बनता है ।D. अम्ल की मात्रा घटती है । |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 126. |
निचे दिए गए मानक इलेक्ट्रोड विभवों क आधार पर धातुओं को उनकी बढ़ती हुवी अपचायक समता के क्रममें व्यवस्थित कीजिय --- `K^+//K=-2*93V, Ag^+//Ag=0*80V,Hg^(2+)//Hg=0*7V` `Mgt^(2+)//Mg=-2*37V, Cr^(3+)//Cr=-0*74V` |
| Answer» `Ag^+//AgltHg^(2+)//HgltCr^(3+)//CrltMg^(2+)//Mg^(2+)//MgltK^(+)//K` | |
| 127. |
चार धातुओं A,B,C और D के मानक ऑक्सीकरण इलेक्ट्रोड विभव क्रमश: `+1.5` वोल्ट , `-2.0` वोल्ट , `+0.84` वोल्ट तथा `-0.36` वोल्ट है । इन धातुओं की बढ़ती सक्रियता का क्रम है -A. ` A lt B lt C lt D`B. `D lt C lt B lt A `C. `A lt C lt D lt B`D. `B lt C lt D lt A` |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 128. |
तीन धात्विक धनायनों के मानक अपचयन विभवों के मान क्रमश: `0.52,-3.03` तथा `-1.18` वोल्ट है । संगत धातुओं की अपचायक क्षमता का क्रम है -A. `Y gt Z gt X`B. `X gt Y gt Z`C. `Z gt Y gt X`D. `Z gt X gt Y`. |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 129. |
तत्वों A,B तथा C के मानक अपचयन इलेक्ट्रोड विभव क्रमश: `+0.68,-2.50` तथा `-0.50 V` है । इनकी अपचायक क्षमता निम्न क्रम में होगी -A. `A gt B gt C`B. `A gt C gt B`C. `C gt B gt A `D. `B gt C gt A`. |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 130. |
तीन धातुाओं A,B तथा C के मानक अपचयन इलेक्ट्रोड विभव क्रमश: `+0.5V,-3.0V` तथा `-1.2V` है । इन धातुाओं की अपचायक क्षमता का क्रम है -A. `B gt C gt A `B. `A gt B gt C`C. `C gt B gt A `D. `A gt C gt A`. |
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Answer» Correct Answer - A इलेक्ट्रोड विभव का मान अधिक ऋणात्मक होने पर इलेक्ट्रोड की अपचायक क्षमता अधिक होती है । अतः `B gt C gt A`. |
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| 131. |
समीकाण `E^0 = ("RT")/("nF")"InK"_(c)` कहलाता है ---A. गिब्स समीकरणB. गिब्स हेल्महोल्टज समीकरणC. नर्न्सट समीकरणD. वॉन्डरवाल समीकाण |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 132. |
फैराडे की विमा है ----A. कुलाओमB. कोलाओम तुल्यांकC. लोलाओम / तुल्यांकD. कुलओम / डिग्री केल्विन |
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Answer» Correct Answer - A |
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