Explore topic-wise InterviewSolutions in .

This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.

1.

माइक्रो तरंगें क्या हैं? इनका प्रसारण किस प्रकार किया जाता है? इनका एक प्रमुख उपयोग भी समझाइये।

Answer» वे विद्युत् चुम्बकीय तरंगें जिनकी तरंगदैश्ष्य । मिमी से 100 मिमी तक होती है, सूक्ष्म अथवा माइक्रो तरंगेकहलाती हैं। इन तरंगों की तरंगदैर्घ्य छोटे होने के कारण ये सीधी रेखा में चलती हैं। इन तरंगों के लिए वायुमण्डल पारदर्शी होती है। इन तरंगों को एक किरण पुँज के रूप मेंदिशा में आसानी से भेजी जा सकती हैं।
माइक्रो तंरगों के संचरण हेतु कृत्रिम उपग्रहों का उपयोग किया जाता है । इसके लिए एक कृत्रिम उपग्रह को पृथ्वी तल से लगभग 36,000 किमी. की ऊँचाई पर भूमध्य रेखीय तल में वृत्तीय कक्षा में स्थापित किया जाता है। इस कक्षा में कृत्रिम उपग्रह का पृथ्वी के परितः आवर्तकाल 24 घंटा होता है, जो कि पृथ्वी केअपने अक्ष के परितः घूर्णन के आवर्त काल के तुल्य होता है। इन उपग्रहों को तुल्यकारी या भू-स्थायी उपग्रह कहते हैं। पृथ्वी पर स्थित प्रेषित्र से माइक्रो तरंगों को इस उपग्रह पर भेजा जाता है। उपग्रह द्वारा इन्हें अभिगृहीत करके प्रवर्धित किया जाता है एवं पुनः पृथ्वी की ओर प्रेषित किया जाता है। इस प्रकार माइक्रो तरंग को बहुतअधिक दूरी तक प्रसारित किया जा सकता है।
माइक्रो तरंगों का मुख्य उपयोग रेडार में दुश्मन केहवाई जहाज की स्थिति पता लगाने के लिए किया जाता है। रेडार द्वारा इन तरंगों को निश्चित दिशा में प्रेक्षित कियाजाता है। ये तरंगें हवाई जहाज से परावर्तित होकर वापस उसी दिशा में लौट आती हैं। इस प्रकार प्रेषित तथा अभिगृहित तरंगों का समय अन्तर ज्ञात होने पर हवाई जहाज की दूरी ज्ञात की जा सकती है।
यदि यह समय । हो तो हवाई जहाज की दूरी d = df.
2.

भू-तरंगें क्या हैं?

Answer» उत्तर- रेडियो तरंगों के संचरण में जो तरंगें सीधे एक स्थान से दूसरे स्थान तक पृथ्वी के तल के अनुदिश भेजी, जाती हैं, भू-तरंगें कहलाती हैं।
3.

लम्बी दूरी के टी. वी. प्रसारण में कृत्रिम उपग्रह का उपयोग क्यों किया जाता है?

Answer» टेलीविजन सिग्नल की परास 100) मेगा हर्ट्ज से 200 मेगा हर्ट्ज तक होती है। इनका प्रसारण व्योम तरंगों द्वारा नहीं किया जा सकता, क्योंकि ये तरंगें आयन-मंडल से पूर्ण आन्तरिक परावर्तित न होकर पारगमित हो जाती हैं। इसलिये टी. वी. प्रसारण में कृत्रिम उपग्रह का उपयोग किया जाता है।
4.

विद्युत् चुम्बकीय स्पेक्ट्म में किसकी आवृत्ति सबसे अधिक होती है |

Answer» `gamma` - किरणों की आवृत्ति सबसे अधिक होती है |
5.

सबसे अधिक विघ्न क्षमता वाले विधुत चुम्बकीय विकिरण का नाम लिखिए |

Answer» Correct Answer - `gamma ` - किरणे
6.

रिमोट नियंत्रकों में कौन-सी विद्युत चुम्बकीय तरंग का उपयोग किया जाता है ?

Answer» Correct Answer - अवरक्त प्रकाश का।
7.

सूक्ष्म तरंगों का तरंगदैर्ध्य परास कितना होता है।

Answer» सूक्ष्म तरंगों का तरंगदैर्ध्य परास 1 मिमी 100 मिमी होता है।
8.

मैक्सवेल के चारों समीकरण लिखिए।

Answer» स्थिर वैद्युत कूलाम का नियम, चुम्बकत्व और मैक्सवेल एम्पियर सर्किटल नियम को मैक्सवेल समीकरण कहते हैं। यह
(i) `oint vecE . vecdS = (1)/(epsi_(0)).q`
(ii) ` ointvecE.vecdS = 0`
(iii) `e = (dphi_(B))/(dt)` जहाँ e प्रेरित वि. वा. बल है और ` ointvecEvecdl= (-dphi_(B))/(dt)`
(iv) `oint vecE . vecdt = mu_(0)(I_(c) + t_(0)(-d phi_(E))/(dt))`
9.

`alpha` -किरण व γ- किरणे में से किसकी ऊर्जा अधिक होगी?

Answer» Correct Answer - `gamma ` - किरणे
10.

रेडियो तरंगों का उत्पादन किस प्रकार किया जाता है ? इसके दो महत्वपूर्ण उपयोग लिखिए।

Answer» रेडियो तरंगे दोलित परपथों के द्वारा उत्पन्न की जाती है, चालक तार में त्वरित आवेशों के प्रवाह से ये तरंगें उत्पन्न होती है। इनके महत्वपूर्ण उपयोग-
(i) रेडियो व दूरदर्शन प्रसारण में।
(ii) सेल्यूलर फोन में।
11.

X-किरण व `gamma` -किरण, अवरक्त व पराबैगनी को आवृत्ति के घटते क्रम में लिखिए।

Answer» `gamma ` - किरणे ` gt X ` - किरणे ` gt ` पराबैगनी ` gt ` अवरक्त
12.

पराबैंगनी विकिरण देने वाले लैंपों के बल्ब क्वार्टज के बनाये जाते हैं, काँच के नहीं, क्यों?

Answer» काँच पराबैंगनी प्रकाश अवशोषित कर लेता है, इसलिये पराबैंगनी विकिरण देने वाले लैम्प काँच के नहीं बनाए जाते बल्कि क्वार्ट्ज के बनाये जाते हैं।
13.

X-किरणों का उत्पादन किस प्रकार किया जाता है ? इसके दो महत्वपूर्ण उपयोग लिखिए ।

Answer» जब कैथोड किरणें या तीव्रगामी इलेक्ट्रॉन पुँज किसी उच्च गलनांक वाले भारी तत्व, जैसे टंगस्टन कॉलिब्डेनम आदि पर गिरते है तब इलेक्ट्रॉनों की ऊर्जा से भारी तत्व के परमाणुओं की आंतरिक कक्षा के इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित हो जाते है। ये उत्सर्जित इलेक्ट्रॉन जब निम्न ऊर्जास्तर में आते है तो जिन विद्युत चुम्बकीय तरंगों का उत्सर्जन होता है, उसे X-किरणें कहते है। महत्वपूर्ण उपयोग-
(i) चिकित्सा क्षेत्र में टूटी हड्डी का पता लगाने में।
(ii) क्रिस्टल संरचना में अध्ययन में।
14.

गामा किरणों का उत्पादन किस प्रकार किया जाता है ? इसके महत्वपूर्ण उपयोग लिखिए।

Answer» किरणों उच्च आवृत्ति की यह किरणें विभिन्न नाभिकीय अभिक्रियाओं तथा रेडियोधर्मी नाभिकों द्वारा उत्सर्जित होता है।
इनके महत्वपूर्ण उपयोग-
(i) कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने में।
(ii) नाभिकीय संरचना में ।
(iii) आयनीकरण प्रकोष्ठ में।
15.

कुहरे में किसी वस्तु को देखने के लिए किन किरणों का उपयोग किया जाता है और क्यों?

Answer» कुहरे में किसी वस्तु को देखने के लिये अवरक्त किरणों का उपयोग किया जाता है, क्योंकि इन किरणों की तरंगदैर्घ्य अधिक होने के कारण इनका प्रकीर्णन बहुत कम होता है, जिस कारण ये किरणें कुहरे में भी अधिक दूरी तक जा सकती हैं।
16.

एक समतल विघुत चुम्बकीय तरग निर्वात में Z - अक्ष के अनुदिश चल रही है | इसके विघुत तथा चुम्बकीय क्षेत्रों के सिदशा की दिशा के बारे में आप क्या कहेगे ? यदि तरग की आवृत्ति 30 MHz हो तो उसकी तरगेदैर्घ्य कितनी होगी ?

Answer» ` c = v lambda`
` lambda = (c)/(v) = (3 xx 10^(8))/(30 xx 10^(6)) = 10` मी
17.

एक आवेशित कण अपनी मध्य समयावस्था के दोनों और `10^(9)Hz` आवृत्ति से दोलन करता है | दोनल द्वारा जनित विघुत चुम्बकीय तरगो की आवृत्ति कितनी है |

Answer» दोलन द्वारा जनित विघुत चुम्बकीय तरग की आवृत्ति आवेशित कण के दोलन की आवृत्ति के समान होगी | अर्थात `10^(9) Hz` होगी |
18.

निर्वात में एक आवर्त चुम्बकीय तरग के चुम्बकीय क्षेत्र वाले भाग का आयाम `B_(0) = 510 nT ` है | तरग के विघुत क्षेत्र का आयाम क्या है |

Answer» सूत्र - ` c = (E_(0))/(B_(0))`
या ` E_(0) = cB_(0)`
या `E_(0) = 3 xx 10^(8) xx 510 xx 10^(-9)`
या `E_(0) = 153 NC^(-1)`
19.

निम्न चित्र में एक सधारित्र गया है जो 12 सेमी त्रिज्या की दो समांतर प्लेटो को 5 सेमी की दुरी पर रखकर बनाया है | सधारित्र को एक बाहा स्रोत द्वारा पर रखनर बनाया गया है | आवेशकारी धारा नियत है व इसका मान 0.15 A है | (a) धारिता एव प्लेटो के बीच विभवान्तर परिवर्तन की दर ज्ञात कीजिए | (b) प्लेटो के बिच धारा ज्ञात कीजिए | (c) क्या किरचफ का प्रथम नियम सधारित्र की प्र्त्येक प्लेट पर लागू होता है | स्प्ष्ट कीजिए |

Answer» दिया है - त्रिज्या R = 12 सेमी `= 12 xx 10^(-2)` सेमी
प्लेट के मध्य की दुरी d = 5 सेमी ` = 5 xx 10^(-2)` मी .
प्लेट का क्षेत्रफल `A = piR^(2) = pi (12 xx 10^(-2))^(-2) "मी"^(-2)`
(a) सूत्र - धारिता = `C = (epsi_(0)A)/(d)`
` = (8.85 xx 10^(-2) xx 3.14 xx 144 xx 10^(-4))/(5 xx 10^(-2))`
` = (800.3 xx 10 -16)/(10-2)`
` = 800 . 3 xx 10^(-14)`
` = 8.00 xx 10^(-12) = 8PF`
किसी क्षण प्लेट पर आवेश ` q = CV`
`because " "I = (dV)/(dt) = C (dV)/(dt)`
` therefore " " (dV)/(dt) = (I)/(C) = (0.15)/(8.01 xx 10^(-12))`
या `(dV)/(dt) = 18.7 xx 10^(9) Vs^(-1)`
(b) `I_(d) = epsi_(0).(d)/(dt)phi_(E)`., सिरों की त्रुटियों की उपेक्षा करने पर सधारित्र की प्लेटो के मध्य फ्लक्स ` phi_(E) = EA`
` therefore " " I_(d) = epsi_(0)A.(dphi_(E))/(dt)`
`therefore " "E = (q)/(epsi_(0)A)`
` therefore " "(dE)/(dt) = (I)/(epsi_(0)A)`
`I_(d) = I = 0.15A`
(c) हाँ , चुकी चालन धारा एव विस्थापन धारा सतत है अतः प्रथम यदि नियम से धारा `I_(d)` तथा I का योग हो तब सधारित्र की प्लेट पर किरचाफ का प्रथम नियम लागू होगा |
20.

व्योम तरंग संचरण किसे कहते है ? इस संचरण हेतु उपयुक्त आवृत्ति परास लिखिए ।

Answer» वे रेडियो तरंगें जो आयन मंडल से परावर्तित होकर वापस विभिन्न स्थानों पर पहुँचती है, व्योम तरंगें कहलाती है। इस प्रकार के संचरण को व्योम तरंग संचरण कहते है। इस प्रकार के संरचरण को व्योम तरंग संचरण कहते है। आवृत्ति परास `3MHz - 30 MHZ`