InterviewSolution
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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 1. |
एक त्वरित आवेश…………… को उत्पन्न करता है। |
| Answer» विघुत चुंबकीय तरंगे | |
| 2. |
निर्यात में विद्युत चुंबकीय तरंगों के वेग का सूत्र………….. है। |
| Answer» `c=(1)/(sqrt(mu_(0)epsi_(0))` | |
| 3. |
उस विघुत -चुम्बकीय विकिरण का नाम लिखिए जिसका तरंगदैर्घ्य `10^(-2)m` के परास में होता है। |
| Answer» Correct Answer - सूक्ष्म तरंगें। | |
| 4. |
विद्युत चुंबकीय तरंगों में विद्युत क्षेत्र और चुंबकीय क्षेत्र परस्पर……………….होते हैं। |
| Answer» Correct Answer - लंबवत | |
| 5. |
विद्युत चुंबकीय तरंगों का प्रयोगशाला में उत्पादन सर्वप्रथम………………. ने किया था। |
| Answer» Correct Answer - हर्ट्ज | |
| 6. |
मानव नेत्र……………….तरंगदैर्घ्य के प्रकाश के लिए अधिक सुग्राही है। |
| Answer» Correct Answer - `5550Å` | |
| 7. |
कुहरे में स्थित वस्तुओं को देखने के लिए किन तरंगों का उपयोग किया जाता है ? |
| Answer» Correct Answer - अवरक्त किरणों का। | |
| 8. |
अंधेरे में फ़ोटोग्राफ़ी के लिए ………………..तरंगों का उपयोग किया जाता है। |
| Answer» Correct Answer - अवरक्त | |
| 9. |
क्रिस्टलों की संरचना ज्ञात करने के लिए किन किरणों का उपयोग किया जाता है ? |
| Answer» Correct Answer - X-किरणों का। | |
| 10. |
पराबैंगनी किरणें का एक उपयोग लिखिए| |
| Answer» पराबैंगनी किरणें- कीटाणुओं को मारने के लिए | |
| 11. |
फोटोग्राफी के अन्य कक्ष में लाल रंग का धीमा प्रकाश क्यों रखा जाता है ? |
| Answer» क्योंकि लाल प्रकाश के कम ऊर्जा वाले फोटॉन फोटोग्राफिक फिल्मों को कम प्रभावित करते हैं। | |
| 12. |
अवरक्त तरंगें का एक उपयोग लिखिए| |
| Answer» अवरक्त तरंगें-रोगियों की सिकाई में | |
| 13. |
जे। सी। बोस द्वारा उत्पन्न विघुत -चुम्बक तरंगों के तरंगदै्घ्य की सीमा क्या थी ? |
| Answer» Correct Answer - 5 मिमी से 25 मिमी। | |
| 14. |
सूक्ष्म तरंगें क्या हैं ? इनके दो महत्वपूर्ण उपयोग बताइये। |
| Answer» सूक्ष्म तरंगें उन तरंगों को कहते हैं जिनका तरंगदैर्घ्य मिलीमीटर की कोटि का होता है। इन तरंगों का उपयोग राडार प्रणाली में तथा संचार में किया जाता है। | |
| 15. |
कुहरे में संकेत के रूप में किन तरंगों का उपयोग किया जाता है और क्यों ? |
| Answer» कुहरे में संकेत के रूप में अवरक्त तरंगों का उपयोग किया जाता है, क्योंकि तरंगदैर्घ्य अधिक होने के कारण इनका प्रकीर्णन बहुत कम होता है, जिससे वेधन क्षमता अधिक होने के कारण ये किरणें कुहरे तथा धुंध में भी अधिक दूरी तक जा सकती हैं। | |
| 16. |
विस्थापन धारा …………. में परिवर्तन के कारण उत्पन्न होती है। |
| Answer» Correct Answer - विघुत क्षेत्र | |
| 17. |
एक सरल उदाहरण देकर समझाइए कि विघुत चुंबकीय तरंगें किस प्रकार ऊर्जा और संवेग वहन (carry) करती हैं ? |
| Answer» कल्पना कीजिए कि विघुत चुंबकीय तरंगों के लंबवत कोई तल है। यदि उस तल पर कोई आवेश है तो तरंगों के विद्युत क्षेत्र और चुंबकीय ्षेत्र के कारण वह गति करने लगेगा । इससे सिद्ध होता है कि विघुत चुंबकीय तरंगें ऊर्जा और संवेग वहन करती हैं। | |
| 18. |
क्या विस्थापन धारा चालन धारा की तरह चुम्बकीय क्षेत्र का स्रोत है ? |
| Answer» Correct Answer - हाँ। | |
| 19. |
विस्थापन धारा किसे कहते हैं ? |
| Answer» जब निर्वात् या किसी माध्यम में समय के साथ विघुत पलक्स में परिवर्तन होता है, तो उत्पन्न धारा को विस्थापन धारा कहते हैं। | |
| 20. |
माइक्रोवेव ऑवन में सूक्ष्म तरंगों की आवृत्ति को जल अणुओं की अनुनादी आवृत्ति से मेल खाना चाहिए, क्यों ? |
| Answer» यदि सूक्ष्म तरंगों की आवृत्ति जल अणुओं की अनुनादी आवृत्ति से मेल खाती हैं तो इन तरंगों की ऊर्जा को प्रभावी रूप से जल अणुओं की गतिज ऊर्जा बढ़ाने के लिए स्थानांतरित की जा सकती है। | |
| 21. |
(i) निर्वात् में विघुत -चुम्बकीय तरंग के लिए विघुत क्षेत्र और चुम्बकीय क्षेत्र के आयामों में सम्बन्ध लिखिए। (ii) बताइए कि विघुत -चुम्बकीय तरंगों की प्रकृति अनुप्रस्थ होती है। |
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Answer» (i) `c=E/B` जहाँc प्रकाश का वेग तथा E व B क्रमश: विघुत क्षेत्र एवं चुम्बकीय क्षेत्र के आयाम हैं। (ii) विघुत चुम्बकीय तरंगों में विघुत क्षेत्र और चुम्बकीय क्षेत्र दोनों तरंग संचरण की दिशा के लम्बवत् दोलन करते हैं। अत: विघुत चुम्बकीय तरंगों की प्रकृति अनुप्रस्थ होती है। |
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| 22. |
विघुत -चुम्बकीय तरंगों के स्वरूपों का वर्णन कीजिए। |
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Answer» विघुत -चुम्बकीय तरंगों के विभिन्न स्वरूप निम्नलिखित हैं- (i) `gÅ " mm " Å`- किरणें- इन किरणों का तरंगदैर्घ्य `0.001 Å` से `1 Å` होता है। इनकी वेधन क्षमता अत्यधिक होती है। (ii) X-किरणें-इनका तरंगदैर्घ्य `1Å` से लेकर `100 Å` तक होता है। ये किरणें फोटोग्राफिक प्लेट पर रासायनिक प्रतिक्रिया करती हैं, प्रतिदीप्ति उत्पन्न करती हैं तथा गैंसों को आयनित कर देती हैं। (iii) पराबैंगनी किरणें-इनका तरंगदै्य 100 Å से लेकर 4000 Å तक होता है। ये किरणें प्रतिदीप्त उत्पन्न करती हैं तथा गैंसों को आयनित कर देती है। (iv) दृश्य प्रकाश-इनका तरंगदैर्घ्य 4000 Å से लेकर 7800 Å तक होता है। (v) अवरक्त किरणें-इनका तरंगदैर्घ्य 7800 Å से लेकर `10^(7)` Å तक होता है। पदार्थों को उच्च ताप तक गर्म करने पर ये किरणें उत्पन्न होती हैं। अत: इन्हें ऊष्मीय किरणें भी कहते हैं। (vi) हर्ट्जियन तरंगें-इन तरंगों का तरंगदैर्घ्य `10^(-3)` मीटर से 1 मीटर तक होता है। (vii) वायरलेस तरंगें-इनका तरंगदैर्घ्य 1 मीटर से `10^(4)` मीटर तक होता है। |
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| 23. |
विघुत -चुम्बकीय तरंगों के चार गुण लिखिए। |
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Answer» (i) ये तरंगें दोलायमान या त्वरित आवेशों से उत्पन्न होती है। (ii) ये तरंगें अनुप्रस्थ तरंगें होती हैं। (iii) ये तरंगें निर्वात् में भी संचरित हो सकती हैं। (iv) ये तरंगें निर्वात् में नियत वेग 3 x 10 मीटर सेकण्ड से चलती है। |
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विघुत -चुम्बकीय तरंगों की खोज निम्न ने की थी-A. फैराडेB. मैक्सवेलC. हर्ट्जD. मारकोनी। |
| Answer» Correct Answer - B | |
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विस्थापन धारा क्या है? समझाइए एवं इसका महत्व लिखिए। |
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Answer» विस्थापन धारा-"विस्थापन धारा वह धारा है जो किसी चालक में विघुत क्षेत्र अर्थात् विघुत फ्लक्स में परिवर्तन के कारण उत्पन्न होती है।" मैक्सवेल के अनुसार, विस्थापन धारा `I_(d)` का मान निम्न सूत्र द्वारा दिया जाता है- जहाँ `phi_(E)` विघुत फ्लक्स है। जहाँ विघुत फ्लक्स है। मैक्सवेल के अनुसार चुम्बकीय क्षेत्र के दो खत होते हैं- (i) संयोजी तार में प्रवाहित आवेश के कारण परिचालन धारा `I_(c)`। (i) विघुत फ्लक्स में परिवर्तन के कारण परिचालन उत्पन्न विस्थापन धारा `I_(d)`I अतः ऐम्पियर के परिपथीय नियम का संशोधित रूप `oint vec Bdvecl = mu_(0)(I_(c)+I_(d))` `=mu_(0)(I_(c)+epsi (dphi_(E))/(dt))" "`...(1) महत्व-विस्थापन धारा के तथ्य को उपयोग करके विद्युत व चुंबकत्व के नियमों के बीच सम्पिति प्रदर्शित की जा सकती है। फैराडे के वि।चूं। प्रेरण संबंधी नियमों से स्पष्ट है कि प्रेरित वि।वा।बल का मान फ्लक्स परिवर्तन की दर के अनुक्रमानुपाती होता है। किन्तु दो बिन्दुओं के बीच का विभवान्तर एक विन्दु से दूसरे बिन्दु तक एकांक आवेश को विस्थापित करने में किये गये कार्य के तुल्य होता है। अत: यह स्पष्ट है कि आवेश को विस्थापित करने के लिये एक विघुत बल या विद्युत क्षेत्र की उपस्थिति होनी चाहिए। अत: फैराडे के नियमानुसार एक समय परिवर्ती चुम्बकीय क्षेत्र, समय परिवर्ती विघुत क्षेत्र उत्पन्न करता है। सममिति से समय परिवर्ती विघुत क्षेत्र, समय परिवर्ती चुम्बकीय क्षेत्र उत्पन्न करता है। |
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वि. चु. तरंगों के विभिन्न भागों के आविष्कारक के नाम बताइए। |
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Answer» वि. चु. तरंगों के विभिन भागों के आविष्कारक के नाम निम्न हैं - (i) `gamma`-किरणें - बेकुरल तथा क्यूरी (i ) X-किरणें- रौंजन (iii) पराबैंगनी किरणें रिटर (iv) दश्य प्रकाश-न्यूटन (v) अवरक्त किरणें-हर्शल (vi) हर्जियन तरंगें-हर्ट्ज (vii) वायरलेस तरंगें-मारकोनी। |
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| 27. |
निर्वात में एक आवर्त विद्युत चुंबकीय तरंग के चुंबकीय क्षेत्र वाले भाग का आयाम `B_(0) = 510nT` है तरंग के विद्युत क्षेत्र वाले भाग का आयाम क्या है ? |
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Answer» दिया है - `B_(0)=510nT=510xx10^(-9)T` `c=(E_(0))/(B_(0)) implies E_(0)=B_(0)c=510xx10^(-9)xx3xx10^(8)` =153 N/C |
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25 MHz आवृत्ति की एक समतल विद्युत चुंबकीय तरंग निर्वात में X-दिशा के अनुदिश गतिमान है। दिक्-काल (Space) में किसी विशिष्ट बिंदु पर `vecE= 6.3 hat j V//m` है इस बिंदु पर `vecB` का मान क्या है ? |
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Answer» दिया है -`v=25MHz=25xx10^(6) Hz`, `E_(y)=6.3 V//m` क्योकि `vecE=6.3 hatj` की दिशा Y -अक्ष के अनुदिश है । तरंग X -अक्ष की दिशा में गतिमान है । अतः `vecB` की दिशा Z -अक्ष के अनुदिश होगी । `B_(z)=(E_(y))/(c)=(6.3)/(3xx10^(8))=2.1xx10^(-8)` टेस्ला `vecB=2.1xx10^(-8) hatk ` टेस्ला |
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| 29. |
एक रेडियो 7.5 MHz से 12 MHz बैंड के किसी स्टेशन से समस्वरित हो सकता है। संगत तरंगदैर्प्य बैंड क्या होगा ? |
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Answer» दिया है- `v_(1)=7.5 MHz=7.5xx10^(6)Hz, v_(2)=12MHz=12xx10^(6)` Hz `lambda_(1)=(c)/(v_(1)) =(3xx10^(8))/(7.5xx10^(6))`=40 m `lambda_(2)=(c)/(v_(2))=(3xx10^(8))/(12xx10^(6))=25 m` तरंग बैंड =40m-25m |
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निम्नलिखित में से कौन-सी तरंग विद्दुत चुम्बकीय तरंगे नहीं हैA. `gamma`-किरणेंB. X-किरणेंC. ध्वनि तरंगेD. रेडियों -तरंगें |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 31. |
विघुत चुम्बकीय तरंगों के अस्तित्व की प्रायोगिक पुष्टि सर्वप्रथम निम्न ने की थी -A. फैराड़ेB. मैक्सवेलC. हर्ट्जD. मार्कोनी। |
| Answer» Correct Answer - C | |
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एक समतल विद्युत चुंबकीय तरंग निर्वात में 2- अक्ष के अनुदिश चल रही है। इसके विद्युत तथा चुंबकीय क्षेत्रों के सदिश की दिशा के वारे में आप क्या कहेंगे? यदि तरंग की आबृत्ति 30 Mz हो तो उसकी तरंगदैर्घ्य कितनी होगी ? |
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Answer» दिया है `v=30MHz =30xx10^(6)Hz` चूँकि तरंग Z -अक्ष के अनुदिश चल रही है , विघुत क्षेत्र सदिश E और चुंबकीय क्षेत्र सदिश B , XY समतल में परस्पर लंबवत होंगे । तरंगदैधर्य `lambda= c/v=(3xx10^(8))/(30xx10^(6))`=10m |
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