InterviewSolution
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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 1. |
488 नैनोमीटर तरंगदैर्ध्य का प्रकाश एक ऑर्गन लेसर से उत्पान किया जाता है इसे प्रकाश विधुत प्रभाव के उद्योग में लाया जाता है जब इस इस्पेकट्रम रेखा के प्रकाश को उत्सर्जक पर आपतित किया जाता है तब प्रकाशित एलेक्ट्रोनो का निरोधी विभव है 0.38 V उत्सर्जक के प्रदार्थ का कार्य फलां ज्ञात करे |
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Answer» दिया है प्रकाश का तरंगदैर्ध्य `lambda=488` नैनोमीटर `=488xx10^(-9)` मीटर निरोधी विभव `V_(0)=0.38 V,e=1.6xxx10^(19)C` प्लांक नियतांक `(h)=6.62xx10^(-34)` J-s प्रकाश की चल `c=3xx10^(8)` m/s माना `phi_(0)` कार्य फलां है अथवा `6.08xx10^(-20)=40.75xx10^(-20)` अथवा =2.17 eV |
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| 2. |
56 V विभान्तर के द्वारा त्वरित इलेक्ट्रॉनों का संवेग तरंग देघरी परिकलित कीजिय | |
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Answer» इलेक्ट्रॉन की गतिज ऊर्जा = 56 eV `= 56 xx 1*6 xx 10^(-19) J` संवेग ` p = sqrt(2mk)` `=sqrt(2xx9*1 xx10^(-31) xx 56 xx 1*6 xx 10^(-19))` `= sqrt(1630*72 xx 10^(-50))` ` = 4*04 xx 10^(-24)" kg ms"^(-1)` |
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| 3. |
488 nm तरंगदैघ्र्य का प्रकाश एक और्गन लेसर से उत्पन्न किया होता है, जिसे प्रकाश - विधुत प्रभाव के उपयोग में लाया जाता है | जब इस स्पेक्ट्रमी - रखी के प्रकाश को उत्सर्जक पर आपतित किया जाता है तब प्रकाशिक इल्केट्रॉनों का निरोधी ( आंतक ) विभव `0*38 V` है| उत्सर्जक पदार्थ का कार्य - फलन ज्ञात करें | |
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Answer» दिया है --- ` lamda = 488 nm, V_0 = 0*38 V` सूत्र -- `1/2 mv_("max")^(2) = hv - phi_v` या `eV_0 = (hc)/lamda - phi_0` या `phi_0 = (hc)/lamda - eV_0` या ` phi_0 =(66xx10^(-34)xx 3 xx10^(8))/(488 xx 10^(-9)) - 1*6 xx 10^(-19)xx 0*38` `= 4*057 xx 10^(-19) - 0*608 xx 10^(-19)` ` = 3*449xx 10^(-19)` ` = 3*449 xx 10^(-19)J` `= 3*449 eV`. |
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| 4. |
धातुओं में प्रकाश विद्युत प्रभाव किन विकिरणों से उत्पन्न नहीं होता हैं? |
| Answer» Correct Answer - रेडियो तरंग से। | |
| 5. |
प्रकाश सेल का परिभाषित कीजिए । |
| Answer» वह युक्ति जो प्रकाश ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करता है, को प्रकाश सेल कहते हैं। | |
| 6. |
सीजियम धातु का कार्य फलन `2*14 eV` है | जब `6xx10^(14) Hz` आवृति का प्रकाश धातु - पृष्ठ पर आपत्तित होता है, तो इलेक्ट्रॉनों का प्रकाशिक उत्सर्जन होता है | निरोधी विभव |
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Answer» दिया है - कार्यफलन `phi_(0) = 2*14 eV` `v = 6xx10^(14) Hz` `because" "eV_0 = ("K.E.")_("max")` ` = 0*34 eV` `:." "V_0 (0*34 xx 1*6 xx10^(-19)J)e=J/C` `= (0*34 xx 1*6 xx 10^(-19))/(1*6xx 10^(-19))` वोल्ट ` = 0*34` वोल्ट `= 0*34` वोल्ट |
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| 7. |
सीजियम धातु का कार्य फलन `2.14eV` है। जब `6xx10^(14)Hz` आवृत्ति का प्रकाश धातृ पृष्ठ पर आपतित होता है इलकक्ट्रॉनों का प्रकाशिक उत्सर्जन होता है। (a) उत्सर्जित इलेक्ट्रॉनों की उच्चतम गतिज ऊर्जा (b) निरोधी विभव और (c) उत्सर्जित प्रकाशिक इलेक्ट्रॉनों की उच्चतम चाल कितनी है? |
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Answer» Correct Answer - (a) `0.34eV=0.54xx10^(-19)J` (b) `0.34V` (c) `344km//s` |
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| 8. |
डी ब्रोग्ली तरंगो का प्रायोगिक सत्यापन सबसे पहले किसने किया |
| Answer» Correct Answer - डेविसन एवं जमर | |
| 9. |
द्रव्य तरंगो का प्रायोगिक प्रदर्शन किस प्रयोग द्वारा किया जाता है ? |
| Answer» डेविसन-जरमर प्रयोग | | |
| 10. |
एक समोर्जी इलेक्ट्रॉन किरण - पुंज जिसमें इलेक्ट्रॉन की चाल5.20×106मीटर/सेकण्ड है , पर एक चुम्बकीय क्षेत्र1.30×10−4टेस्ला किरण - पुंज की चाल के लम्बवत लगाया जाता है । किरण - पुंज द्वारा आरेखित वृत्त की त्रिज्या कितनी होगी, यदि इलेक्ट्रॉन के e/m का मान1.76×1011Ckg−1है । |
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Answer» दिया है --- `v=5*2 xx 10^6 "ms"^(-1)` `B = 1*3 xx 10^(-4) T.` इलेक्ट्रॉन का विशिष्ठ आवेश `e/m = 1*76 xx 10^(11)C//kg` इलेक्ट्रॉन पर चुम्बकीय क्षेत्र उसे वृताकार मार्ग में गति के लिए आवश्यक अभिकेंडर बल प्रदान करता है | ` :." eVB sin 90"^@ = (mv^2)/R` या `R= (mv)/(eB)` या `=0*227` मी. ` = 22*7 ` सेमी. |
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| 11. |
डी ब्रोग्ली तरंगो का प्रायोगिक सत्यापन सबसे पहले किसने किया |
| Answer» Correct Answer - डेविसन एवं जमर | |
| 12. |
संग्रहण विभव 10 MV के लिए इलेक्ट्रॉन की चाल ज्ञात करने के लिए उसी सूत्र का प्रयोग करें जो (a) में काम में लाया गया है| क्या आप इस सूत्र को गलत पड़ते है | ? इस सूत्र को किस प्रकार सुधारा जा सकता है ? |
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Answer» दिया है - `V= 500` वोल्ट ` e/m = 1*76 xx10^(11)" C kg"^(-1)` `v = 10 MV = 10 xx 10^6 V` `:." "v = sqrt(2xx1*76 x 10^(11)xx 10^7)` `= 1*88 xx 10^9 "ms"^(-1)` यह चाल संभव नहीं है क्योँकि कोई भी कण वायु या नीरवता में प्रकाश की चाल से अधिक चाल से नहीं चल सकता है | `(3xx 10^8 "ms"^(-1))` यदि प्रकाश की चाल से कण की चाल तुल्यनीय है, तो आइस्टीन के सम्बन्ध में `E = (m-m_0)c^2` `= mc^2 =- m_0 c^2` ` eV= (m_0 v^2 ) /sqrt(1-V^2/C^2) - m_0 c^2` या ` (ev)/(m_0 c^2) =1/sqrt(1- V^2 / C^2)-1` या ` (eV)/(m_0 c^2)+1=1/sqrt(1-V^2/C^2)` मान रखने पर, `(1*6 xx 10^(-19)xx10^7)/(*1xx10^(-31)xx (3xx10^8)^2) +1= 1/sqrt(1-V^2/C^2)` या `19*536 +1=1/sqrt(1-V^2/C^2)` या `1-V^2/C^2 = 1/((20*536)^2)` ` = 0*00237` या `V^2/C^2 = 1 - 0*00237 = 0*99763` या ` V^2 = 0*99763 xx C` या `V= sqrt(0*99763)C` या ` V= 0*999 C`. |
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| 13. |
डी ब्रोग्ली तरंगो पर आधारित किसी यंत्र का नाम लिखिए |
| Answer» इलेक्ट्रान शुशामदर्शी | |
| 14. |
जब इलेक्ट्रान को V वाल्ट से त्वरित किया जाता है तो इसकी डी ब्रोग्ली तरंगदैर्ध्य `lambda` है यदि इसे 4V वाल्ट से त्वरित किया जाये तो डी ब्रोग्ली तरंगदैर्ध्य का मान क्या होगा |
| Answer» Correct Answer - `lambda//2` | |
| 15. |
`(h)/(mv)` का विमीय सूत्र लिखिए |
| Answer» `[h//mv]=[lambda]=[M^(0)LT^(0)]` | |
| 16. |
150 वाल्ट विभवांतर से त्वरित इलेक्ट्रान की डी ब्रोग्ली तरंगदैर्ध्य लिखिए |
| Answer» Correct Answer - 1 Å | |
| 17. |
स्थिर कण से जुडी डी ब्रोग्ली तरंगदैर्ध्य होगीA. `h//mv`B. `mv//h`C. शून्येD. अनंत |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 18. |
V वाल्ट विभवांतर से त्वरित `alpha` कण की डी ब्रोग्ली तरंगदैर्ध्य हैA. `(0.286)sqrt(v)` ÅB. `(12.27)/sqrt(v)` ÅC. `(0.101)/sqrt(v)` ÅD. `(0.202)/sqrt(v)` Å |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 19. |
T तप पर गैस के अनु की डी ब्रोग्ली तरंगदैर्ध्य होगीA. `(h)/sqrt(3mkT)`B. `(h)/(3mkT)`C. `(h)/sqrt(2mkT)`D. `sqrt(2mkT)` |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 20. |
फोटॉन के गतिज द्रवमान का सूत्र हैं -A. `(hv)/(lamda)`,B. `(h)/(clamda)`C. `(hv)/(c )`,D. `(hlamda)/( c)` |
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Answer» Correct Answer - B |
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| 21. |
फोटॉन का विराम द्रवमान होता हैंA. `E//c^(2)`B. `h//clamda`,C. `h//lamda`,D. शून्य | |
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Answer» Correct Answer - D |
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| 22. |
m द्रिव्यमान तथा v वेग से गतिमान कण की तरंगदैर्ध्य हैA. `h//mv`B. hmvC. `mh//v`D. `m//hv` |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 23. |
फोटॉन के गतिज द्रवमान का सूत्र हैं -A. `(hv)/(lamda)`,B. `(hlamda)/(c )`,C. `(hv)/(c )`,D. `(h)/(clamda)`, |
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Answer» Correct Answer - D |
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| 24. |
प्लांक नियतांक का अर्थ आवश्यक सूत्र द्वारा समझाइये । इसका मान भी लिखिए । |
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Answer» प्लांक नियतांक - जैसे -जैसे किसी विद्युत चुमबक विकिरण की आवृत्ति `(v)` बढ़ती है, इसकी ऊर्जा (E ) भी बढ़ती है, अर्थात विकिरण की ऊर्जा उसकी आवृत्ति के अनुक्रमानुपाती होती है अतः `E prop upsilon` या `E=h upsilon` जहाँ h एक नियतांक है जिसे प्लांक नियतांक कहते हैं। अतः `h=(E)/(upsilon)` इसका मान `6.63xx10^(-34)` जूल-सेकण्ड होता है। |
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| 25. |
एक इलेक्ट्रॉन और एक फोट्रोन प्रत्येक का तरंगदैघ्र्य `1*00 nm `है | इनका संवेग |
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Answer» दिया है = `lamda = 1 nm = 1 xx 10^(-9) m` ` h = 6*63 xx 10^(-34) "J-sec"` चूँकि फोटोन एव इलेक्ट्रॉन का `lamda` समान है अतः उनका संवेग भी समान होगा | `:." "P= h/lamda = (6*63 xx 10^(-34))/(1xx 10^(-9))= 6*63 xx 10^(-25)" kg ms"^(-1)` |
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| 26. |
सिद्ध कीजिए कि ` lambda` तरंगदैर्घ्य के फोटॉन का संवेग ` p = h//lambda` होता है । |
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Answer» फोटॉन की ऊर्जा ` E = (hc)/lambda` आइन्सटीन की द्रव्यमान ऊर्जा समीकरण से फोटॉन का संवेग ` p = mc = (mc^(2))/c = E// c` समीकरण (1) से का मान रखने पर `p = ((hc)/lambda) 1/c` अथवा `p = h// lambda ` |
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| 27. |
फोटोन के गातिक द्रिव्यमान का सूत्र हैA. `(hv)/(lambda)`B. `(h lambda)/(c )`C. `(hv)/(c )`D. `(h)/(c lambda)` |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 28. |
`lambda` तरंगदैर्ध्य की फोटोन का संवेग हैA. `(h)/(lambda)`B. `(h lambda)/(c^(2))`C. `(h lambda)/(c )`D. शून्ये |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 29. |
एक इलेक्ट्रॉन और एक फोटॉन प्रत्येक का तरंगदैर्ध्य 1.00 nm है । (a ) इनका संवेग |
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Answer» दिया है - `lambda = 1nm = 1xx10^(-9)m` `h=6.63xx10^(-34)"J-sec"` (a) चूँकि फोटॉन एवं इलेक्ट्रॉन का `lambda` समान है अतः उनका संवेग भी समान होगा । `therefore" "P=(h)/(lambda)=(6.63xx10^(-34))/(1xx10^(-9))` `=6.63xx10^(-25)"kg ms"^(-1).` |
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| 30. |
यदि h प्लांक नियतांक का SI मान हो तो 0.01 Å तरंगदैर्ध्य की फोटोन का संवेग हैA. `10^(-2)h`B. hC. `10^(2)h`D. `6.6*10^(-22) kgm/sec |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 31. |
एक फोटॉन का तरंगदैर्घ्य 5000 Å है | उसका संवेग ज्ञात कीजिए | |
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Answer» सूत्र-`p = (h)/(lambda) = (6*6 xx 10^(-34))/(5000 xx 10^(-10))` ` = 1*32 xx 10^(-27)` किग्रा-मीटर/सेकण्ड | |
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| 32. |
`10^(-5) Wm^(-2)` तीव्रता का प्रकाश एक सोडियम प्रकाश सेल के `2cm^2` क्षेत्रफल के पृष्ठ पर पड़ता है यह मान ले कि ऊपर की सोडियम की पांच परतों उपतित ऊर्जा को अवशोषित करती यही तो विकिरण के अंतर् - चित्रण में प्रकाश - विधुत उत्सर्जन के लिए आवशयक समय का आकलन कीजिय | धातु के लिए कार्य - फलन लगभग 2eV दिया गया है | आपके उतर का क्या निहितार्थ है ? |
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Answer» दिया है, `A = 2 cm^2 = 2 xx 10^(-4)m^2` कार्यफलन `phi_0 =2eV = 3*2 xx 10^(-19)J` प्रभावी परमाण्वीय क्षेत्रफल `= 10^(-20) m^2" "[because r = 10^(-10) m]` माना प्रत्येक परमाणु का एक मुक्त इलेक्ट्रॉन है अतः पांच परतों पर कुल मुक्त इल्क्ट्रॉनों की संख्या ` = (5 xx " प्रत्येक परत का क्षेत्रफल ")/("सोडियम का क्षेत्रफल ")` `(5xx2xx10^(-4))/(10^(-20))= 10^(17)` आपतापी क्षमता P = तीव्रता I `xx` क्षेत्रफल A ` = 10^(-5) xx 2 xx 10^(-4)` ` = 2xx 10^(-9)` वाट तरंग सिद्धांत से प्रत्येक इलेक्ट्रॉन द्वारा अवशोषित ऊर्जा एकसमान होती अतः अवशोषित ऊर्जा ` E = (2xx10^(-9))/(10^(17))= 2xx10^(-26)` वाट इलेक्ट्रॉन उत्सर्जन के लिए आवशयक समय `= ("कार्य फलन ")/("अवशोषित ऊर्जा") = (3*2xx 10^(-19))/(2xx10^(-26)) = 1*6 xx 10^(7)` सेकण्ड समय अंत्यत अधिक है जो अवलोकित समय के अनुसार नहीं है| अवलोकित समय `10^(-9) sec` है | अतः प्रकाश विधुत उत्सर्जन में तरंग प्रकृति मान नहीं होगी | |
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| 33. |
`10^(-5)Wm^(-2)` तीव्रता का प्रकाश एक सोडियम प्रकाश से के `2cm^(2)` क्षेत्रफल के पृष्ठ पर पडृता है। यह मान लें कि ऊपर की सोडियम की पांच परतें आपतित ऊर्जा को अवशोषित करती हैं, तो विकिरण के तरंग-चित्रण में प्रकाश विद्युत उत्सर्जन के लिए आवश्यक समय का आकलन कीजिए। धातु के लिए कार्य फलन लगभग `2eV` दिया गया है। आपके उत्तर का क्या निहितार्थ है। |
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Answer» Correct Answer - प्रति परमाणु एक चालान इलेक्ट्रॉन और प्रभावी परमाणिक क्षेत्रफल `~10m^(-20)m^(2)` मानने पर 5 सतहों में इलेक्ट्रॉनों की संख्या` `=(5xx2xx10^(-4)m^(2))/(10^(-20)m^(2))=10^(17)` आपतित शक्ति `=10^(-5)Wm^(-2)xx2xx10^(-4)m^(2)` `=2xx10^(-9)W` तरंग चित्रण में आपतित शक्ति इलेकट्रॉनों द्वारा सतत रूप से एकसमान अवशोषित होती हैं परिणामस्वरूप प्रति इलेक्ट्रॉन प्रति सेकंड अवशोषित ऊर्जा। `=(2xx10^(-9))/(10^(17))=2xx10^(-26)W` प्रकाश विद्युत उत्सर्जन के लिए आवश्यक समय `(2xx1.6xx10^(-19)J)/(2xx10^(-26)W)=1.6xx10^(7)s` जो लगभग आधा 0.5 वर्ष है। |
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| 34. |
फोट्रॉन के संवगे व ऊर्जा मे सम्बन्ध लिखिये । |
| Answer» Correct Answer - E = pc | |
| 35. |
एक फोटॉन की तरंगदैर्ध्य 1 `Å` हैं । इसका संवेग होगा -A. 0.1h,B. 10h,C. `10^(10)h`D. `10^(11)h` |
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Answer» Correct Answer - C |
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| 36. |
प्रकाशवैधुत प्रभव के लिखा आइन्सटीन का समीकरण लिखिए। |
| Answer» `K_(max) = hv - phi_(0)` | |
| 37. |
`10^(-5)` वेबर / मीटर त्रीवता का प्रकाश सोडियम प्रकाश सेल की 2 सेमि छेत्रफलं की प्रष्ट पर पड़ता है यह मान ले की उप्पर की सोडियम की पांच परते आपतित ऊर्जा को अवशोषित करती है तो विकिरण की तरंग चित्रण में प्रकश विधुत उत्सर्जन की लिए आवकश्यता समय का आकलन कीजिये धातु की लिए करिये फलां लगभग 2 eV दिया गया है आपकी उप्पर का क्या निहितरत है |
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Answer» दिया है प्रकाश की त्रीवता `=10^(-5) "वेबर / मीटर"^(2)` ltbr क्षेत्र फलन =2 मीटर `=2xx10^(-4)` धातु का कार्य फलन `(phi_(0))=2eV` मान t समय है Na हम जानते है की में एक मुक्त इलेक्ट्रान होता है फोटो सेल के प्रष्ट पर आपतित सक्ती आपतित त्रीवता `xx` फोटो सेल के प्रष्ट का क्षेत्र फलन `=10^(-5)xx2xx10^(-4)` `=2xx10^(-9)W` सभी पांच परतो में उपस्तित इलेक्ट्रान आपत्ति ऊर्जा को समान रूप से बट्टे है प्रत्येक इलेक्ट्रान द्वारा उत्सर्जन हेतु आवकश्यता समय `=1.6xx10^(7)` सेकंड जो संभव 0.5 वर्ष है प्रप्थ उत्तर से यह विदित है की एलेक्ट्रोंनों की उत्सर्जन का समाय बहुत अधिक है तथा उत्सर्जन हेतु समय उपयुक्त नहीं है आपतित प्रकाश फोटोन तथा इलेक्ट्रान उद्गमन की बीच कोई समय पश्चात नही है अतः यह संपषत है की इस प्रयोग में तरंग सिद्धांत प्रयुक्त नहीं हो सकता |
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| 38. |
किसी धातु की देहली आवृत्ति `3.3xx10^(14)Hz` है। यदि `8.2xx10^(14)Hz` आवृत्ति का प्रकाश धातु पर आपतित हो, तो प्रकाश - विद्युत उत्सर्जन के लिए अंतक वोल्टता ज्ञात कीजिए । |
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Answer» दिया है - `v_(0)=3.3xx10^(14)Hz` `v=8.2xx10^(14)Hz` सूत्र - `eV_(0)=hv-hv_(0)` या `" "V_(0)=(h(v-v_(0)))/(e)` `=(6.63xx10^(-34)xx(8.2xx10^(14)-3.3xx10^(14)))/(1.6xx10^(-19))` `=2.03` वोल्ट |
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| 39. |
`lamda` तरंगदैर्ध्य के फोटॉन की ऊर्जा होगी -A. `hclamda`,B. `(hc)/(lamda)`C. `(lamda)/(hc)`D. `(hlamda)/( c)`. |
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Answer» Correct Answer - B |
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| 40. |
आपतित प्रकाश की तरगदैधर्य घटाने पर प्रकाश इलेक्टॉनों के वेगा पर क्या प्रभव पड़ता है । |
| Answer» Correct Answer - बढ़ जाता है । | |
| 41. |
निरोधी विभव क्या है ? यह आपतित प्रकाश की तीव्रता तथा आवृत्ति पर किस प्रकार निर्भर करता है ? |
| Answer» प्रकाश-विघुत सेल में ऐनोड पर वह ऋणात्मक विभव, जिस पर किसी आपतित प्रकाश-विघुत धारा शून्य हो जाती है, निरोधी विभव कहते है | यह आपतित प्रकाश की तीव्रता पर निर्भर नहीं करता किन्तु बढ़ाने पर बढ़ जाता है | | |
| 42. |
निरोधी विभव का मन किस राशि पर निभर्र करता है , आपतित प्रकाश की अवर्ती पर अथवा तीव्रता पर ? |
| Answer» Correct Answer - अवर्ती पर | |
| 43. |
यदि फोटो-सेल पर आपतित प्रकाश की तीव्रता को बड़ा दिया जाये तो निरोधी विभव किस प्रकार परिवर्तित होगा ? |
| Answer» निरोधी विभव अपरिवर्तित रहेगा | | |
| 44. |
प्रकाश वैधुत उत्सर्जन मे (A) कार्यफसल तथा देहली आवर्ती मे सम्बन्ध लिखिये। (B) कार्यफसल तथा देहली तरंगदैधर्य मे सम्बन्ध लिखिए । देहली आवर्ती देहली तरंगदैधर्य मे सम्बन्ध लिखिए । |
| Answer» `phi_(0) = hv_(0), (B) phi_(o) = hc // lambda_(0) (c ) v_(0) = c//lambda_(0)` | |
| 45. |
निरोधी विभव किसे कहते है। निरोधी विभव तथा उत्सर्जित इलेक्ट्रॉन की अधिकतम गतिज ऊर्जा मे सम्बन्ध लिखिये । |
| Answer» Correct Answer - `K_(max) =eV_(0)` | |
| 46. |
आपतित प्रकाश की तीव्रता बढ़ाने पर (i) संतृप्त धारा (ii) निरोधी विभव (iii) इलेक्ट्रॉन की अधिकतम गतिज ऊर्जा पर पर प्रभाव पड़ता है । |
| Answer» (I) बढ़ जाती है (II) अपरिवर्तित रहता है (III) अपरिवर्तित रहती है | |
| 47. |
एक धातु की सतह पर जब 6eV ऊर्जा के फोटॉन गिरते है तो प्रकाश एलेक्ट्रोनो की अधिकतम गतिज ऊर्जा 4eV निरोधी विभव हैA. 4 वोल्टB. 6 वोल्टC. 8 वोल्टD. 10 वोल्ट |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 48. |
प्रकाश इलेक्ट्रॉनों की अधिकतम गतिज ऊर्जा तथा उनकी संख्या पर क्या प्रभाव पड़ेगा, यदि प्रकाश विद्युत प्रभाव के एक प्रयोग में ऐनोड विभव को निरोधी विभव के बराबर कर दिया जाए ? |
| Answer» यदि ऐनोड विभव निरोधी विभव के ठीक बराबर होगा, तो फोटो इल्केट्रॉनों का उत्सर्जन रुक जायेगा, अर्थात उनकी संख्या शून्य हो जायेगी । | |
| 49. |
निम्न कण एक ही वेग से गतिमान हैं । अधिकतम दी-ब्रोग्ली तरंगदैर्ध्य वाला कण हैंA. `beta` - कण,B. प्रोटॉन ,C. `alpha` - कण ,D. न्यूट्रॉन | |
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Answer» Correct Answer - A |
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| 50. |
किसी धातु के लिये आपतित प्रकाश की आवृति `v_(1)` के लिये निरोधी विभव `V_(1)` तया आवृति `v_(2)` के लिए गए निरोधी विभव `V_(2)` है प्लांक नियंताक का मान ज्ञात कीजिए | |
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Answer» `e(V_(1) -V_(2)) // (v_(1) -v_(2))` `eV_(1) = hv_(1) -W " तथा" ` `e(V_(1) -V_(2))=h(v_(1)-v_(2))` `h=e(V_(1)-V_(2))// (v_(1)-v_(2))` |
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