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151.

बेन्जोइक अम्ल का मेथेनॉल 250ml में `0.15m` विलयन बनाने के लिए आवश्यक मात्रा की गणना कीजिए .

Answer» `V=250 ml, m =0.15m, C_(6)H_(5)COOH=122,` विलेय की मात्रा=?
`m=("विलेय का भार")/(" अणुभार")xx(1000)/(" विलयन का आयतन mL में")`
`0.15 =(W)/(122)xx (1000)/(250)`
`W=(0.15xx122xx250)/(1000)=4.575g`
152.

ऐसीटिक अम्ल, ट्राइक्लोरोएसिटिक अम्ल एव ट्राईफ्लुओरोऐसीटिक अम्ल की समान मात्रा से जल के हिमांक व अवनमन इनके उपरोक्त दिये गये क्रम में बढ़ता है. संक्षेप में समझाइए.

Answer» हिमांक में अवनमन निम्न क्रम में होते है-
ऐसीटिक अम्ल `lt` ट्राइक्लोरोऐसीटिक अम्ल `lt` ट्राईफ्लुरोऐसीटिक अम्ल
फ़्लोरिन अधिक त्रणविधुति होने के कारण उच्चतम इलेक्ट्रान निष्कासन प्रेणनिक प्रभाव रखती है . अतः ट्राईफ्लुरोऐसीटिक अम्ल प्रबलतम अम्ल है, जबकि ऐसीटिक अम्ल दुर्बलम अम्ल है .
अतः ट्राइक्लोरोऐसीटिक अम्ल अत्यधिक आयनित होकर अधिक आयतन उत्पन्न करता है जबकि ऐसीटिक अम्ल सबसे कम आयन उत्पन्न करता है .
अधिक आयन उत्पन्न करने के कारण ट्राइक्लोरोऐसीटिक अम्ल हिमांक में अधिक अवनमन करता है और ऐसीटिक अम्ल सबसे कम .
153.

298 K पर बैंजीन में मेथेन की मोललता के लिए हैनरी नियम स्थिरांक `4.27xx10^(5)mm` Hg है 298 K ताप तथा 760 mm Hg दाब पर बैंजीन में मेथेन की विलेयता की गणना कीजिए ।

Answer» दिया गया है- `k_(H)=4.27xx10^(6)` mm, p=760 mm
हैनरी के नियमानुसार,
`p=k_(H)*x`
`:." "x=(P)/(k_(H))=(760)/(4.27xx10^(5))=1.78xx10^(-3)`
इस प्रकार, बैंजीन में मेथेन का मोल प्रभाज `=1.78xx10^(-3)`
154.

ऐसीटिक अम्ल, ट्राईक्लोरोऐसीटिक अम्ल तथा ट्राई-फ्लोरोऐसीटिक अम्ल की समान मात्रा के लिए जल के हिमांक के अवनमन में वृद्धि उपरोक्त क्रम में ही प्रेक्षित की जाती है । संक्षेप में व्याख्या कीजिए ।

Answer» ऐसीटिक अम्ल, ट्राईक्लोरोऐसीटिक अम्ल तथा ट्राईक्लोरोऐसीटिक मॉल के लिए हिमांक में अवनमन का निम्नलिखित क्रम प्रेक्षित किया जाता है -
`CH_(3)COOHltCl-underset(Cl)underset(|)overset(Cl)overset(|)(C)-COOHltF-underset(F)underset(|)overset(F)overset(|)(C)-COOH`
ट्राईक्लोरोऐसीटिक अम्ल हिमांक में सर्वाधिक अवनमन प्रदर्शित करता है इसका कारण यह है कि सर्वाधिक विधुत ऋणात्मक होने के कारण फ्लोरीन सर्वाधिक `-I-` प्रभाव प्रदर्शित करता है जिसके फलस्वरूप ट्राईक्लोरोऐसीटिक अम्ल का आयनन सर्वाधिक होता है । विलयन में आयनो की अधिकतम संख्या होने के कारण यह हिमांक में सर्वोच्च अवनमन प्रदर्शित करता है (हिमांक में अवनमन एक अणुसंख्य गुणधर्म है और विलयन में उपस्थित कणों की संख्या पर निर्भर करता है) । क्लोरीन अपेक्षाकृत कम विधुत ऋणात्मक है और कम `-I-` प्रभाव प्रदर्शित करता है और या हिमांक में अपेक्षाकृत कम अवनमन प्रदर्शित करता है । एसीटिक अम्ल में कार्बन परमाणु से किसी विधुत ऋणात्मक समूह के जुड़े न होने के कारण इसका आयनन सबसे कम होता है और यह हिमांक में न्यूनतम अवनमन प्रदर्शित करता है ।
155.

`CH_(3)CH_(2)CHClCOOH` के 10 ग्राम को 250 ग्राम जल में विलेय करने पर उत्पन्न हिमांक में अवनमन की गणना कीजिए । `K_(a)=1.4xx10^(-3),K_(f)=1.86"K kg mol"^(-1)`.

Answer» `CH_(3)CH_(2)CHClCOOH` का अणुभार
`=(4xx12)+(7xx1)+35.5+(2xx16)=122.5`
10 ग्राम अम्ल में मोलो की संख्या `=(10)/(122.5)=8.16xx10^(-2)`
विलयन की मोललता `(m)=(8.16xx10^(-2))/(250)xx1000=0.3264`
यदि अम्ल के वियोजन की मात्रा `alpha` हो तो
`CH_(3)CH_(2)CHClCOOHhArr`
प्रारंभिक सांद्रण cमोल/लीo
साम्य में सांद्रण `c(1-alpha)` मोल/लीo
`{:(CH_(3)CH_(2)CHClCOO^(-),+,H^(+)),(" "0,,0),(" "calpha,,calpha):}`
`:.K_(a)=([CH_(3)CH_(2)CHClCOO^(-)][H^(+)])/([CH_(3)CH_(2)CHClCOOH])=(calpha*calpha)/(c(1-alpha))=calpha^(2)`
`" "(because1-a~~1)`
या `alpha=sqrt(K_(a)//c)=sqrt((1.4xx10^(-3))/(0.3264)=0.065`
वांट हॉफ कारक (i) `=((1-alpha)+alpha+alpha)/(1)=1+alpha`
`=1+0.065=1.065`
सूत्र के अनुसार,
`DeltaT_(f)=i*K_(f)*m=1.065+1.86xx0.3264=0.65^(@)`
156.

मॉरफीन के समान यौगिक नैलोरफीन `(C_(19)H_(21)NO_(3))` का उपयोग औषधि के रूप में नशे के दुष्प्रभावों के उपचार के लिए किया जाता है । इसके लिए मरीज को प्रायः 1.5 mg मात्रा दी जाती है । इस उद्देश्य के लिए `1.5xx10^(-3)m` नैलोरफीन विलयन की मात्रा की गणना कीजिए ।

Answer» `1.5xx10^(-3)m` विलयन का अर्थ है कि 1 किग्रा (1000 ग्राम) जल में नैलोरफीन के `1.5xx10^(-3)` मोल उपस्थित है ।
नैलोरफीन `(C_(19)H_(21)NO_(3))` का अणुभार
`=(19xx12)+(21xx1)+(1xx14)+(3xx16)`
=311 ग्राम प्रति मोल
नैलोरफीन के `1.5xx10^(-3)` मोलो का द्रव्यमान
`1.5xx10^(-3)xx311=0.467` ग्राम
`:.0.467g` नैलोरफीन युक्त विलयन का कुल द्रव्यमान
`=1000+0.467=1000.467` ग्राम
`:.1.5mg` अर्थात `1.5xx10^(-3)g` नैलोरफीन युक्त विलयन का द्रव्यमान `=(1000.467)/(0.467)xx1.5xx10^(-3)=3.21` ग्राम
157.

फीनॉल को बेन्ज़ीन में घोलने पर उसके दो-दो अणु संगणित होकर एक बड़ा अणु बना लेते है. जब 2 ग्राम फीनॉल को 100 ग्राम बेन्ज़ीन में घोला जाता है , तब हिमांक में `0.69^(@)C` कि कमी होती है . `(K_(b)=5.12)` फीनॉल की संगुणन की मात्रा ज्ञात कीजिए

Answer» `M_(B)=(100xxK_(b)xxW_(B))/(DeltaTxxW_(A))`
`=(1000xx5.12xx2)/(0.69xx100)=148.40`
`2C_(6)H_(5)OHhArr(C_(6)H_(5)OH)_(2)`
`1-x" "x//2` संगुणन के पश्चात
`therefore` संगुणन बाद कणो की संख्या `=1-x+x/2=1-x/2`
फीनॉल का सामान्य अणुभार
`=6xx12+1xx5+16+1=94`
`("सामान्य अणुभार")/(" प्रेक्षित अणुभार")=(" संगुणन के बाद कणो की संख्या")/(" संगुणन के पूर्व कणो की संख्या")`
`(94)/(148.4)=(1-(x)/(2))/(1)`
`(1-(x)/(2))/(1)=(94)/(148.4)=0.633`
`x=(1-0.633)xx2=0.367xx2=0.734`
या फीनॉल में प्रतिशत संगुणन `=73.40%`
158.

1 kg जल में कितना KCl मिलाया जाये कि जल का हिमांक 2 K कम हो जाये ? (जल के लिए `K_(f)=1.86"K kg mol"^(-1)`)

Answer» KCl जल में निम्न प्रकार से पूर्णत: वियोजित होता है -
`underset("1 मोल")(KCl)tounderset("1 मोल")(K^(+))+underset("1 मोल")(Cl^(-1)`
KCl का 1 मोल विलयन `K^(+)` में आयनो का एक मोल तथा `Cl^(-)` आयनो का 1 मोल अर्थात आयनो का कुल 2 मोल देता है । अतएव KCl के लिए,
`i=("विलयन में कणो की संख्या")/("लिये गये कणो की संख्या")=(1+1)/(1)=2`
माना कि आवश्यक विलयन प्राप्त करने के लिए 1 kg जल में w ग्राम KCl घोला जाना चाहिए । अतएव विलयन की मोललता,
`m=("विलेय के मोलो की संख्या")/("kg में विलायक की मात्रा")=((w)/(74.5))/(1)=(w)/(74.5)" "` (KCl का सूत्रभार = 74.5)
हिमांक में अवनमन की परिवर्द्धित समीकरण के अनुसार,
`DeltaT_(f)=iK_(f)m`
चूँकि `DeltaT_(f)=2K,i=2,m=w//74.5" तथा "K_(f)=1.86"K kg mol"^(-1)` अतएव,
`:." "w=(2xx74.5)/(2xx1.86)=40.05g`
अतएव आवश्यक विलयन प्राप्त करने के लिए 1 kg जल में 40.05 g KCl घोला जाना चाहिए ।
159.

ऐसीटोनाइट्राइल `(CH_(3)CN)` में ऐस्पिरिन `(C_(9)H_(8)O_(4))` की भार प्रतिशतता की गणना करो जबकि `C_(9)H_(8)O_(4)` के 6.5 ग्राम `CH_(3)CN` के 450 ग्राम में विलेय हों ।

Answer» `because` विलयन का कुल भार `=6.5+450=456.5` ग्राम
`:.` ऐसीटोनाइट्राइल में ऐस्पिरिन की भार प्रतिशतता
`=(6.5)/(456.5)xx100=1.424%`
160.

अगर CuS का विलेयता गुणनफल `6xx10^(-16)`है तो जलीय विलयन में उसकी अधिकतम मोलरता ज्ञात कीजिए ।

Answer» Correct Answer - `2.45xx10^(-8)M`
161.

नैलॉर्फ़ीन `(C_(19)H_(21)NO_(3))` जो कि मॉर्फीन जैसी होती है । का उपयोग स्वापक उपभोक्ताओं द्वारा स्वापक छोड़ने से उत्पन्न लक्षणों को दूर करने में किया जाता है । सामान्यतया नैलॉर्फ़ीन कि 1 .5 mg खुराक दी जाती है उपरोक्त खुराक के लिए `1.5xx10^(-3)m` जलीय विलयन का कितना द्रव्यमान आवश्यक होगा ?

Answer» Correct Answer - जल का 3.2g
162.

1.00 kg जल में कितने ग्राम KCl घोला जाए कि इसका हिमांक घटकर `-8.0^(@)C` हो जाये ? `(K_(f)(H_(2)O)=1.88^(@)C"kg mol"^(-1))` (परमाणु द्रव्यमान - K=39, Cl=35.5)

Answer» Correct Answer - 158.5 g
Kcl विलयन में निम्न प्रकार पूर्णतया वियोजित होता है-
`{:(,KCl,hArr,K^(+),+,Cl^(-)),("प्रारम्भ में ","1 मोल",,-,,-),("वियोजित के पश्चात",-,,"1 मोल",,"1 मोल"):}`
`i=("विलयन में मोलो की संख्या")/("प्रयुक्त मोलो की संख्या")=(1+1)/(1)=2`
माना, 1.00 kg जल में घोलने के लिए w g KCl की आवश्यकता है । अंतः विलयन की मोललता,
`m=(w//74.5)/(1)=(w)/(74.5)`
आवश्यक `DeltaT_(f)=0-(-8.0)=8.0^(@)C`
हिमांक में अवनमन की परिवर्द्धित समीकरण के अनुसार
`DeltaT_(f)=ixxK_(f)xxm`
`8=2xx1.88(w)/(74.5)`
या `w=(8xx74.5)/(2xx1.88)=158.5g`
अंतः KCl का आवश्यक द्रव्यमान 158.5 g है |
163.

जब 6.5 g. ऐस्पिरिन `(C_(9)H_(8)O_(4))` को 450 g ऐसिटोनाइट्राइल `(CH_(3)CN)` में घोला जाए तो ऐस्पिरिन का ऐसिटोनाइट्राइल के भार प्रतिशत ज्ञात कीजिए ।

Answer» Correct Answer - `1.424%`
164.

जब `6.5g` एस्परिन `(C_(9)H_(8)O_(4))` को 450g ऐसिटोनाइट्राइल `(CH_(3)CN)` में घोला जाये तो ऐसीप्रिन का ऐसिटोनाइट्राइल में भार प्रतिशत ज्ञात कीजिए.

Answer» ऐस्पिरिन का द्रव्यमान प्रतिशत
=("ऐस्पिरिन का द्रव्यमान")/(" ऐस्पिरिन का द्रव्यमान + ऐसिटोनाइट्रिइल का द्रव्यमान")xx100`
`=(6.5)/(6.5+450)xx100=1.424%.`
165.

उस विलयन की मललता की गणना कीजिए जिसमे `5gNaOH, 450 mL` विलयन में घुला हुआ है.

Answer» NaOH के मोल `=5g//40gmol^(-1)=0.125` मोल
विलयन का लीटर में आयतन `(450mL)/(1000mL L^(-1))`
मोलरता `=("विलेय की मोल")/("विलयन का लीटर में आयतन")`
`=(0.125molxx1000mL L ^(-1))/(450mL )`
मोलरता `=0.278M `
`=0.278mol L ^(-1).`
166.

यदि 22g बेंज़ीन में 112g कार्बन टेट्रा क्लोराइड विलेय हो, तो बेंज़ीन ेव कार्बन टेट्राक्लोराइड के द्रव्यमान प्रतिशत कि गणना कीजिए.

Answer» Correct Answer - `C_(6)H_(6)=15.28%, C Cl_(4)=84.72%`
167.

विलयन कि मललता कि गणना कीजिए- `30gCo (NO_(3))_(2).6H_(2)O, 4.3` लीटर विलयन में घुला हुआ हो.

Answer» `Co(NO_(3))_(2). 6H_(2)O,` का आणविक द्रव्यमान
`=58.7+2(14+48)+6xx18`
`=290.7`
`Co(NO_(3))6H_(2)O` के मोलो कि संख्या
`=(30g)/(290.7 g mol ^(-1))=0.1031`
विलयन का आयतन `=4.3L`
विलयन कि मललता `=("विलेय के मोलो कि संख्या")/(" विलयन का आयतन (लीटर में)")`
`=(0.1031mol)/(4.3L )=0.0239M`
168.

एक विलयन में बेन्जीन का 30 द्रव्यमान % कार्बनटेट्राक्लोराइड में घुला हुआ हो तो बेन्जीन के मोल - अंश की गणना कीजिए ।

Answer» Correct Answer - `0.459,0.541`
169.

यूरिया `(NH_(2)CONH_(2))` के 0.25 मोललता,2.5kgजलीय विलयन को बनने के लिए के लिए आवश्यक यूरिया के द्रव्यमान की गणना कीजिए ।

Answer» Correct Answer - `36.964 g`
170.

निम्नलिखित प्रत्येक विलयन की मोलरता की गणना कीजिए - (क) `30g,Co(NO_(3))_(2).6H_(2)O4.3` लीटर विलयन घुला हुआ हो (ख)`30 mL 0.5 M H_(2)SO_(4)` को `500 mL` तनु करने पर ।

Answer» Correct Answer - `0.024M,0.03M`
171.

`H_(2)SO_(4)` का एक घोल जिसमे `9.8` ग्राम `H_(2)SO_(4),2` लीटर जल में घुला है, की मोलरता है-A. `0.1` MB. `0.05` MC. `0.01` MD. `0.2` M

Answer» Correct Answer - B
मोलरता `=("एक लीटर विलयन में विलेय का भार")/(" विलेय का अणुभार")`
`=(9.8)/(2xx98)=(98)/(2xx980)=(M)/(20)=0.05M.`
172.

`H_(2)SO_(4)` के एक घोल जिक्से 2 लीटर में `9.8` ग्राम H_(2)SO_(4)`घुला है, की मोलरता होगी-A. `0.1M`B. `0.05M`C. `0.01M`D. `0.2M.`

Answer» Correct Answer - B
2 लीटर में `9.8` ग्राम `H_(2)SO_(4)`
मोलरता `=("एक लीटर में "H_(2)SO_(4) "का भार")/(H_(2)SO_(4)" का अणुभार")`
`=((9.8)/(2))/(98)M =0.05M.`
173.

किसी घोल के 500ml में `4.9` ग्राम 3`H_(3)PO_(4)`घोला गया है. घोल की नॉर्मलता होगी-A. `3.0`B. `1.0`C. `0.3`D. `0.4`

Answer» Correct Answer - C
नॉर्मलता `=("एक लीटर में भार")/(" तुल्यांक भार")=(4.9xx2)/((98)/(3))`
`=(4.9xx2xx3)/(98)=0.3N.`
174.

4N NaOH के 50 मि ली में 1N NaOH घोल प्राप्त करने के लिये जल का कितना आयतन मिलाना होगाA. 100 मिलीB. 150 मिलीC. 200 मिलीD. 250 मिली

Answer» Correct Answer - B
`N_(1)V_(1)=N_(2)V_(2)` तथा `4N xx50=1N xxV_(2)`
`V_(2)=200ml`
जल का आयतन `=200-50=150 ml.`
175.

सोडियम नाइट्रेट के 1 M विलयन की मोललता की गणना कीजिए . (विलयन का घनत्व 1.25 `cm^(-3)`)

Answer» `1M NaNO_(3)` विलयन में `NaNO_(3)1000cm^(3)` विलयन में उपास्थि रहता है.
विलयन का द्रव्यमान = आयतन `xx ` घनत्व
`=1000xx1.25=1250` ग्राम
`NaNO_(3)=23+14+=85` ग्राम
`therefore` विलायक का द्रव्यमान `=1250 ` ग्राम `-85 ` ग्राम `=1165 ` ग्राम
मोललता `("विलेय के मोलो की संख्या")/(" विलायक का द्रव्यमान")xx1000`
`=(1)/(1165)xx1000=0.858m.`
176.

एथिल ऐल्कोहॉल में जल क्लोरोफॉर्म मिलाया जाता है तो ऐसा विलयन बनता है जो प्रदर्शित करता है-A. हेनरी के नियम की अनुप्रयोगात्मकताB. आदर्श गुणC. राउलट के नियम से त्राणात्मक विचलनD. राउलट के नियम से घनात्मक विचलन.

Answer» Correct Answer - C
177.

10 g सुक्रोज को 100 g जल में घोला गया है । विलयन में सुक्रोज का द्रव्यमान प्रतिशत ज्ञात कीजिए ।

Answer» घुलित सुक्रोज की मात्रा10 g, जल (विलायक) की मात्रा = 100 g
`:.` विलयन का द्रव्यमान =100+10=100 g
अतएव सुक्रोज का द्रव्यमान प्रतिशत `=("विलेय की मात्रा")/("विलयन की मात्रा")xx100=(10)/(110)xx9.09`
178.

171 ग्राम शक्कर को `(C_(12)H_(22)O_(11))` एक लीटर जल में घोला गया है. घोल की मोलरता है-A. `0.20` MB. `1.0` MC. `0.5` MD. `0.25` M.

Answer» Correct Answer - C
मोलरता `=("एक लीटर विलयन में घुलित का भार")/(" घुलित का अणुभार")`
`C_(12)H_(22)O_(11)=` शक्कर का अणुभार =342
मोलरता `=(171)/(342)M =M/2 =0.5 M.`
179.

`4.38g` निर्जल सोडियम कार्बोनेट 175 ml विलयन में उपस्थित है. विलयन में फॉर्मलता की गणना कीजिए.

Answer» सोडियम कार्बोनेट का सूत्र भार
`=Na_(2)CO_(3)`
`=(23xx2)+12+(16xx3)`
`=106`
विलेय का भार `=4.38gm`
विलेय के ग्राम सूत्र भार की संख्या
`=4.38xx(1)/(106)=0.041`
तथा आयतन लीटर में `=175ml ("लीटर")/("1000 मिली")=0.175` लीटर
`therefore (F) =("विलेय के ग्राम सूत्र भार की संख्या")/(" विलयन का लीटर में आयतन")`
`=(0.041)/(0.175)=0.234`
180.

प्रोटीन के एक विलयन के 100m. विलयन में `7.0` ग्राम प्रोटीन विलेय है . यदि `37^(@)C` पर इस विलयन का परासरण दाब 25mmHg, है,तो प्रोटीन का अणुभार ज्ञात कीजिए. (`S=0.0821` लीटर वायुमंडल प्रति डिग्री प्रति मोल)

Answer» `pi=CST`
`therefore100 ml` में 7.0 ग्राम प्रोटीन विलेय है
`therefore1000 ml` में
`=(7.0xx1000)/(100)` ग्राम =70 ग्राम प्रोटीन `=(70)/(M)` मोल प्रोटीन
`because(25)/(760)=(70)/(M)xx0.0821xx310` प्रति लीटर
`thereforeM=(70xx0.0821xx310xx760)/(25)`
`M=54159"ग्राम/ मोल"^(-1)` प्रोटीन का अणुभार
181.

20 ग्राम कॉस्टिक soda 480 ग्राम जल में घोला गया है. विलयन की प्रतिशत सान्द्रता ज्ञात कीजिए.

Answer» प्रतिशत सान्द्रता
`=("विलेय का भार")/(" विलेय का भार + विलायक का भार")xx100`
`=(20)/(480+20)xx(100)/(1)=(20)/(500)xx(100)/(1)=4%`
182.

`NaOH ` के `0.25mol L^(-1)` विलयन का क्या तात्पर्य है .

Answer» `NaOH ` के `0.25mol L^(-1)` का तात्पर्य है की `NaOH ` के 0.25 मोल को 1 लीटर विलयन में घोला गया है.
183.

यदि `1.325` ग्राम निर्जल सोडियम कार्बोनेट (अणुभार =106 ) को 250 मिलीलीटर जल में विलेय किया गया है तो विलयन की मोलरता ज्ञात कीजिए.

Answer» मोलरता `M=(1325g xx1000)/(250xx106)=0.05` मोल प्रति लीटर.
184.

शुष्क सोडियम कार्बोनेट (तुल्यांकी भार =53 ) के 5.3 ग्राम 500 मिली विलयन में घुले है. विलयन की नॉर्मलता ज्ञात कीजिए.

Answer» सोडियम कार्बोनेट `(Na_(2)CO_(3))` का तुल्यांकी भर `= 53 ` 500 मिली विलयन में उपस्थित `Na_(2)CO_(3)` की मात्रा `=5.3` ग्राम
`therefore` 1000 मिली विलयन में उपस्थित
`Na_(2)CO_(3)=(5.3)/(500)xx1000=10.6` ग्राम
अतः `Na_(2)CO_(3)` की ग्राम प्रति लीटर सान्द्रता
`=10.6` ग्राम
नॉर्मलता `=(10.6)/(53)=0.2N.`
185.

सोडियम हाइड्रोक्साइड (तुल्यक भार =40 ) के भार 2 ग्राम 250 मिली विलयन में घुले है. विलयन की नॉर्मलता ज्ञात कीजिए .

Answer» सोडियम हाइड्रोक्साइड (NaOH ) का तुल्यांकी भार =40
250 मिली विलयन में उपस्थित NaOH की मात्रा =5 ग्राम
`therefore` 1000 मिली विलयन में उपस्थित NaOH
`=(2xx1000)/(250)=8`
अतः NaOH की ग्राम /लीटर सान्द्रता =8 ग्राम
`=(" सान्द्रता ग्राम /लीटर")/(" पदार्थ का तुल्यांकी भार")=8/40=0.2N.`
186.

एक पेय जल का नमूना क्लोरोफॉर्म `(CHCL_(3))` से , कैंसरजन्य समझे जाने की सीमा तक बहुत अधिक संदूषित है । इसमें संदूषण की सीमा 15ppm ( द्रव्यमान में ) है - (i) इसे द्रव्यमान प्रतिशत में व्यक्त कीजिए । (ii) जल के नमूने में क्लोरोफॉर्म की मोललता ज्ञात कीजिए ।

Answer» Correct Answer - `-1.5xx10^(-3)% ,1.25xx10^(-4) m`