InterviewSolution
Saved Bookmarks
This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 51. |
`6.56xx10^(-3)g` एथेन युक्त संतृप्त विलयन में एथेन का आंशिक दाब 1bar है. यदि विलयन में `5.00xx10^(-2)g` एथेन हो, तो गैस का आंशिक दाब क्या होगा ? |
|
Answer» `m=K_(H)xxp` प्रथम मामले में, `6.56xx10^(-3)g =K_(H)xx1` bar `K_(H)=6.56xx10^(-2) g "bar "^(-1)` द्वितीय मामले में, `5.00xx10^(-2)g =(6.56xx10^(-2)g "bar "^(-1))xxp` या `p=(5.00xx10^(-2)g)/(6.56xx10^(-2)g "bar"^(-1))=0.762"bar."` |
|
| 52. |
ऐथेन के `6.56xx10^(-2)` ग्राम युक्त विलयन में ऐथेन का आंशिक दाब एक बार है । यदि विलयन में `5.00xx10^(-2)` ग्राम ऐथेन हो तो गैस का आंशिक दाब क्या होगा ? |
|
Answer» हैनरी के नियमानुसार , `m=k*p` प्रथम स्थिति में, `6.56xx10^(-2)=kxx1` . . .(i) दूसरी स्थिति में, `5xx10^(2)=kxxp` . .. (ii) समीo (i) को समीo (ii) द्वारा भाग करने पर, `(6.56xx10^(2))/(5xx10^(-2))=(kxx1)/(kxxp)=(1)/(p)` `:." "p=(5xx10^(-2))/(6.56xx10^(-2))=0.762` बार |
|
| 53. |
समान विलायक में निर्मित सममोलर विलयनों के -A. क्वथनांक एवं हिमांक भिन्न - भिन्न होते है ।B. क्वथनांक एवं हिमांक समान होते है ।C. हिमांक समान परन्तु क्वथनांक भिन्न होते है ।D. क्वथनांक समान परन्तु हिमांक भिन्न होते है । |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 54. |
निम्नलिखित मिश्रणो में से प्रबल अंत : क्रिया के रूप में द्विध्रुव - द्विध्रुव आकर्षण उपस्थित है -A. बैन्जीम तथा ऐथेनोल के मध्यB. ऐसीटोनाइट्राइल तथा ऐसीटोन के मध्यC. KCl एवं जल के मध्यD. बैन्जीम एवं कार्बन टेट्राक्लोराइड के मध्य । |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 55. |
रासायनिक रूप से अर्द्धपारगम्य झिल्ली हैA. कॉपर फेरोसाइनाइडB. कॉपर फेरिसेनाइडC. कॉपर सल्फेटD. पोटेसियम आयोडाइड . |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 56. |
एक पेय जल का नमूना क्लोरोफॉर्म `(CHCl_(3))`से कैंसरजन्य समझने जाने की सिमा तक बहुत अभिक संदूषित है . इसमें संदूषण की सिमा 15ppm (द्रव्यमान में) है- (i) इसे द्रव्यमान प्रतिशत में व्यक्त कीजिए . (ii) जल के नमूने में क्लोरोफॉर्म की मोललता ज्ञात कीजिए. |
|
Answer» `15pp m CHCl_(3)` का तात्पर्य है कि `10^(6)g H_(2)O` `15g CHCl_(3)` उपस्थित है . (i) द्रव्यमान प्रतिशत `=(15)/(10^(6))xx100=1.5xx10^(-3)` `(becauseCHCl_(3)` का अणुभार `=12+ 1+35.5xx3=119.5)` (ii) मोललता `(n)=(15//119.5)/(10^(6))xx1000=1.25xx10^(-4)m` |
|
| 57. |
ऐल्कोहॉल एव जल के एक विलयन में आण्विक अन्योन्य क्रिया कि क्या भूमिका है? |
| Answer» ऐल्कोहॉल एव जा के विलयन में ऐल्कोहॉल तथा जल के अनु अंतरणविक H -बंधन प्रदर्शित करते है, लेकिन `H_(2)O-H_(2)O` तथा ऐल्कोहॉल-ऐल्कोहॉल H बंधन कि तुलना में दोनों को मिलाने पर ऐल्कोहॉल जल अन्योन्य क्रिया (H बंधन कि प्रबलता) घट जाती है. इससे अणुओ कि वाष्प अवस्था में जाने की प्रवृत्ति बाद जाती है. अतः यह विलयन राउलट के नियम से घनात्मक विचलन प्रदर्शित करता है . | |
| 58. |
यदि `N_(2)` गैस को 293 K पर जल में से प्रवाहित किया जाए तो एक लीटर जल में कितने मिली मोल `N_(2)` गैस विलेय होगी ? `N_(2)` का आंशिक दाब `0.987` bar है, तथा 293K पर `N_(2)` के लिए `K_(H)`(हेनरी स्थिरांक ) का मान `76.48K` bar (76480 bar) है . |
|
Answer» किसी गैस की विलेयता जलीय विलयन में उसके मोल-अंश में सबंधित होती है. हेनरी के नियम से- (`N_(2)` का मोल अंश) =x (नाइट्रोजन) `(P("नाइट्रोजन") )/(K_(H))=(0.987"bar")/(76,480"bar")=1.29xx10^(-5)` एक लीटर जल में उसके 5.5 मोल होते है,माना कि विलयन में `N_(2)` के मोलो की संख्या n है. `X_(("नाइट्रोजन"))=(n mol)/(n mol+55.5 mol )` `because n ltltlt55.5 mol` अतः `X_(n_(2))=(n)/(55.5)=1.29xx10^(-5)` इस प्रकार `n=1.29xx10^(-5)xx55.5mol` `=71.595xx10^(-5)` `n=7.16xx10^(-4)mol` `n=(7.16xx10^(-4)mol xx1000"milli-mol")/(1 mol)` `=0.716milli -mol.` |
|
| 59. |
298K पर क्लोरोफॉर्म `(CHCl_(3))` एव डाइक्लोरो मेथेन `(CH_(2)Cl_(2))` के वाष्प दाब क्रमश: 200 mm Hg व 415 mm Hg है . `25.5` ग्राम `CHCl_(3)` तथा 40 ग्राम `CH_(2)Cl_(2)`मिलाने पर विलयन के वाष्प दाब की गणना 298K पर कीजिए . |
|
Answer» विलयन के वाष्प की गणना- `CHCl_(3)` का द्रव्यमान `=25.5` ग्राम `CH_(2)Cl_(2)` का द्रव्यमान `=40` ग्राम `CHCl_(3)` का मोलर द्रव्यमान `=(12xx1)+(1xx1)+(3xx35.5)=85g mol^(-1)` `CHCl_(2)` के मोल `=(12xx1)=(25.5g)/(119.5 g mol^(-1))` `CH_(2)Cl_(2)` के मोल `=(40g)/(85g mol ^(-1))=0.470mol` मिश्रण के कुल मोल `=0.470+0.213` `=0.683mol` `CHCl_(3)` का मोल प्रभाज `(X_(CHCl_(2)))=(0.213)/(0.683)=0.312` `CH_(2)Cl_(2)` का मोल प्रभाज `(X_(CH_(2)Cl_(2)))=(0.470)/(0.683)=0.688` (या `1-0.312=0.688)` `P_("Total")=P_(CHCl_(3))+P_(CH_(2)Cl_(2))` ` =X_(CHCl_(3))P_(CHCl_(3))^(0)+X _(CH_(2)Cl_(2))X_(CH_(2)Cl_(2))^(0)` `=0.312xx200+0.688xx415` `=62.4+285.5` `=347.9mmHg.` |
|
| 60. |
क्वथनांक में उन्नयन निम्न है-A. `K_b.M`B. `K_b.N` C. `K_b.M .V` D. `K_b.m` |
|
Answer» Correct Answer - D |
|
| 61. |
50 mL एथेनॉल तथा 50 mL जल मिश्रित किये गये. ज्ञात कीजिए की प्राप्त विलयन में आयतन 100 mL होगा अथवा अधिक होगा या कम होगा . |
| Answer» एथेनॉल तथा जल दोनों के अणुओ में हाइड्रोजन बंधन पाया जाता है. जब इन्हे मिश्रित करने विलयन बनाया जाता है तो एक द्रव दूसरे द्रव के हाइड्रोजन बन्धन को तोड़ने का प्रयास करता है. इस प्रकार अणुओ के मध्य आकर्षण बल घाट जाता है एव आयतन बाद जाता है `(DeltaV_("maxing")=` धनात्मक), अतः विलयन का आयतन 100 mL से अधिक होगा . | |
| 62. |
निम्नलिखित में से कौन - सा अणुसंख्य गुणधर्म है ?A. हिमांकB. क्वथनांकC. वाष्प दाबD. परासरण दाब । |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 63. |
बेंजीन तथा एथेनॉल किस प्रकार का विलयन है-A. ऋणात्मक विचलन प्रदर्शित करने वालाB. धनात्मक विचलन प्रदर्शित करने वालाC. दोनोंD. इनमें से कोई नहीं |
|
Answer» Correct Answer - B |
|
| 64. |
निम्न में से कौन सा अणुसंख्यक गुणधर्म है-A. वाष्पदाब में आपेक्षिक अवनमन B. क्वथनांक में उन्नयनC. दोनोंD. इनमें से कोई नहीं |
|
Answer» Correct Answer - C |
|
| 65. |
वाष्पदाब में सापेक्षिक अवनमन equal होता है-A. विलेय के मोल प्रभाज केB. विलेय के मोल केC. विलेय के द्रव्यमान केD. विलेय के आयतन के |
|
Answer» Correct Answer - A |
|
| 66. |
किसी विलयन की मोललता ताप पर निर्भर क्यों नहीं करती है? |
| Answer» मोललता प्रति किग्रा विलायक में घुलित विलेय के मोलो की संख्या को दर्शाती है । चूंकि विलायक का द्रव्यमान तथा विलेय के मोलो की संख्या तापमाप पर निर्भर नहीं करती है अतः मोललता ताप परिवर्तन के प्रभाव से अप्रभावित रहती है । | |
| 67. |
निम्नलिखित में से कौन - सी इकाई ताप के साथ परिवर्तित होती है तथा क्यों ? नॉर्मलता, मोलरता, मोललता, फॉर्मलता तथा मोल प्रभाज । |
| Answer» नॉर्मलता, मोलरता, फॉर्मलता क्योकि ये आयतन पर निर्भर करते है जो ताप परिवर्तित करने पर परिवर्तित हो जाता है । | |
| 68. |
`0.2" M "H_(2)SO_(4)` विलयन की सांद्रता ग्राम प्रति लीटर में होगी ।A. 21.4B. 39.2C. 9.8D. 19.6. |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 69. |
`K_b` का मान निर्भर करता है-A. विलेय की प्रकृति परB. विलेय के मोलो की संख्या परC. विलायक की प्रकृति परD. इनमे से कोंई नहीं |
|
Answer» Correct Answer - C |
|
| 70. |
`K_b` की इकाई होगी-A. `K . Kg . L`B. `K . Kg . L . mol^(+1)` C. `K^(-1) .Kg . mol^(-1)`D. `K . Kg . mol^(-1)` |
|
Answer» Correct Answer - D |
|
| 71. |
0.1 M HCl के कितने मिली`Na_(2)CO_(3)` तथा `NaHCO_(3)` दोनों के सम मोलो वाले मिश्रण के एक ग्राम के साथ पूर्ण क्रिया करेंगे ? |
|
Answer» माना ,मिश्रण में `Na_(2)CO_(3)` के x ग्राम हैं | `:." "NaHCO_(3)` की मात्रा `=1-x` ग्राम `:." "Na_(2)CO_(3)` के मोल `=(x)/(106)` (`becauseNa_(2)CO_(3)` का मोलर द्रव्यमान =106) `:." "NaHCO_(3)` के मोल `=(1-x)/(84)` (`becauseNaHCO_(3)` का मोलर द्रव्यमान = 84) चूँकि मिश्रण में दोनों के मोलो की संख्या बराबर है अतएव, `(x)/(106)=(1-x)/(84)` या `84x=106-106x` या `190x=160` या `x=(106)/(190)=0.55` ग्राम `:.` दिए गए मिश्रण में `Na_(2)CO_(3)` की मात्रा `=0.558` ग्राम तथा `NaHCO_(3)` की मात्रा `=1-0.558=0.442` ग्राम | मिश्रण में `Na_(2)CO_(3)` के मोल `=(0.558)/(106)=0.00526` मिश्रण में `NaHCO_(3)` के मोल `=(0.442)/(84)=0.00526` HCl के साथ इनकी अभिक्रिया निम्न प्रकार है `underset(0.00526)underset(1" मोल")(Na_(2)CO_(3))+underset(2xx0.00526)underset(1" मोल") (2HCl)to2NaCl+H_(2)O+CO_(2)` `underset(0.00526)underset(1" मोल") (NaHCO_(3))+underset(0.00526)underset(1" मोल") (HCl)toNaCl+H_(2)O+CO_(2)` `Na_(2)CO_(3)` के साथ अभिक्रिया के लिए आवश्यक HCl के मोल के `=2xx0.00526` `NaHCO_(3)` साथ अभिक्रिया के लिए आवश्यक HCl के मोल `=0.00526` `:.HCl` के कुल आवश्यक मोल `=(2xx0.00526)+0.00526=0.01579` `:.HCl` के `0.01579` मोल युक्त विलयन `=(1000)/(0.1)xx0.01579=157.9` मिली | |
|
| 72. |
क्वथनांक में उन्नयन एवं वाष्प दाब में अवनमन होते हैA. समानुपातीB. व्युत्क्रमानुपातीC. समानD. इनमे से कोई नहीं |
|
Answer» Correct Answer - A |
|
| 73. |
क्वथनांक में उन्नयन से सम्बंधित स्थिरांक को कहा जाता है-A. मोलल उन्नयन स्थिरांकB. ebullioscopic स्थिरांकC. दोनोंD. इनमे से कोई नहीं |
|
Answer» Correct Answer - C |
|
| 74. |
यदि 1g मिश्रण में `Na_(2)CO_(3)` एव `NaHCO_(3)` के मोलो की संख्या समाना हो, तो इस मिश्रण से पूर्णता क्रिया करने के लिए `0.1m HCl` के कितने mL की आवश्यकता होगी ? |
|
Answer» `Na_(2)CO_(3)`तथा ` NaHCO_(3)` के मिश्रण का भार =1g माना मिश्रण में `Na_(2)CO_(3)`के xg उपस्थित है . अतः `NaHCO_(3)`की मात्रा `=(1-x)g` `Na_(2)CO_(3)` के मोल `=(x)/(106)` `(becauseNa_(2)CO_(3)` का अणुभार =106 ) `NaHCO_(3)` के मोल `=(1-x)/(84)` `(because NaHCO_(3)` का अणुभार =84 ) चूँकि मिश्रण सममोलर है, अतः `(x)/(106)=(1-x)/(84)` `84x(1-x)xx106` या `84+106x=106` या `190x=106` या `x=(106)/(190)` `(Na_(2)CO_(3)` का मिश्रण में द्रव्यमान) `NaHCO_(3)` का मिश्रण में द्रव्यमान `=1-(106)/(190)=(84)/(190)` `{:(because Na_(2)CO_(3)+ 2HCl to 2NaCl+ CO_(2) +H_(2)O),(" ""1मोल" " "2"मोल"),(NaHCO_(3)+HClto NaCl+CO_(2)+H_(2)O),(" ""1मोल" " ""1मोल"):}` `106g Na_(2)CO_(3)` के पूर्ण उदासीनीकरण के लिए आवश्यक HCl =2 mol `therefore (106)/(190) g Na_(2)CO_(3)` के पूर्ण उदासीनीकरण के लिए आवश्यक HCl `=(2)/(106)xx(106)/(190)=(2)/(190)mol` `=0.01052mol` ग्लाइकॉल `84 g NaHCO_(3)` के पूर्ण उदासीनीकरण के लिए आवश्यक HCl `=(1)/(84)xx(84)/(190)=(1)/(190)mol` अतः HCl के कुल आवश्यक मोल `=0.00526mol` `=0.01052+0.00526=0.01578mol` `therefroe` आवश्यक `0.1M ((M)/(10))HCl` का आयतन `=1000xx0.01578xx10=157.8mL.` |
|
| 75. |
एक लीटर NaOH विलयन में, 40 ग्राम NaOH उपास्थि हो तो गणना कीजिए- NaOH का मोल प्रभाज, |
|
Answer» NaOH के मोल प्रभाज की गणना - `1000cm^(3)` विलयन का द्रव्यमान `=1.038xx1000=1038` ग्राम `NaOH` का द्रव्यमान =40 ग्राम जल का द्रव्यमान `=1038 -40 =998 ` ग्राम नोह के मोलो की संख्या `n_(A)=40/40=1` जल के मोलो की संख्या `n_(B)=(998)/(18)=55.4` NaOH का मोल प्रभाज `X_(A)=(n_(A))/(n_(A)+n_(B))=(1)/(1+55.4)=0.018.` |
|
| 76. |
एक विलयन में द्रव्यमान के अनुसार `25%` जल `25%` ऐथेनॉल तथा `50%` ऐसीटिक अम्ल उपस्थित है प्रत्येक घटक के मोल प्रभाज की गणना कीजिए । |
|
Answer» यदि विलयन की कुल मात्रा 100 g हो तो , जल की मात्रा = 25 g, ऐथेनॉल की मात्रा = 25 g तथा ऐसीटिक अम्ल की मात्रा = 50 g जल, ऐथेनॉल तथा ऐसीटिक अम्ल के अणुभार क्रमशः 18,46 तथा 60 है । अतएव, जल के मोलो की संख्या `(n_(1))=(25)/(18)=1.39`, ऐथेनोल के मोलो की संख्या `(n_(2))=(25)/(46)=0.54` ऐसीटिक अम्ल के मोलो की संख्या `(n_(3))=(50)/(60)=0.83` विलयन में उपस्थित कुल मोलो की संख्या `=n_(1)+n_(2)+n_(3)` `=1.39+0.54+0.83=2.76` `:." "` जल का मोल प्रभाज `=(n_(1))/(n_(1)+n_(2)+n_(3))=(1.39)/(2.76)=0.503` ऐथेनोल का मोल प्रभाज `=(n_(2))/(n_(1)+n_(2)+n_(3))=(0.54)/(2.76)=0.196` ऐसीटिक अम्ल का मोल प्रभाज `=(n_(3))/(n_(1)+n_(2)+n_(3))=(0.83)/(2.76)=0.301` |
|
| 77. |
1 मोलल जलीय विलयन में विलेय का मोल प्रभाज है -A. 1B. 1.8C. 18D. 0.018. |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 78. |
क्वथनांक में उन्नयन मोललता के ………… होता हैA. व्युत्क्रमानुपातीB. समानC. समानुपाती D. इनमे से कोई नहीं |
|
Answer» Correct Answer - C |
|
| 79. |
एक विलयन में द्रव्यमान के अनुसार `25%` जल, `25% ` एथिल ऐल्कोहॉल और `50%` ऐसीटिक अम्ल है. विलयन में प्रत्येक घातक के मोल प्रभाज की गणना कीजिए. |
|
Answer» मानलो विलयन का कुल द्रव्यमान =100 ग्राम जल का द्रव्यमान =25 ग्राम एथिल ऐल्कोहॉल का द्रव्यमान =25 ग्राम ऐसीटिक अम्ल का दरम्यमान =50 ग्राम जल का आण्विक द्रव्यमान =18 जल में मोलो की संख्या `=25/18=1.388` मोल एथिल ऐल्कोहॉल का आण्विक द्रव्यमान =46 एथिल ऐल्कोहॉल के मोलो की संख्या `=25/46=0.543` मोल ऐसीटिक अम्ल का आण्विक द्रव्यमान =60 ऐसीटिक अम्ल के मोलो की संख्या `=50/60=0.833` मोल विलयम में उपास्थि कुल मोलो की संख्या `=1.388+0.543+0.833=2.764` मोल जल का मोल प्रभाज `X_("water")=(1.388)/(2.764)=0.196.` ऐसीटिक अम्ल का मोल प्रभाज `X_("acetic acid")=(0.833)/(2.764)=0.302.` |
|
| 80. |
यदि 1 g मिश्रण में `Na_(2) CO_(3)`एवं `NaHCO_(3)`में मोलों की संख्या सामान हो तो इस मिश्रण से पूर्णत : क्रिया करने के लिए 0.1 M HCl के कितने mL की आवश्यकता होगी ? |
| Answer» Correct Answer - `157.8mL` | |
| 81. |
ग्लिसरीन का 10.2 ग्राम प्रति लीटर विलयन ग्लूकोज के `2 % ` विलयन का समपरासरी है. ग्लूकोज का अणुभार 180 है. ग्लिसरीन का अणुभार ज्ञात कीजिए. |
|
Answer» समपरासरी विलयन का आणविक सांद्रण समान होता है, अतः `(n_(1))/(V_91),=(n_(2))/(V_(2))` `w_(1)=` ग्लिसरीन का भार `=10.2` ग्राम `m_(1)=` ग्लिसरीन का अणुभार, `V_(1)` ग्लिसरीन विलयन का आयतन `((10.2)/(M_(1)))/(1000)=((2)/(180))/(100)` `w_(2)` ग्लूकोज का भार, `m_(2)` ग्लूकोज का अणुभार, `V_(2)` आयतन `implies(10.2)/(10M_(1))=(2)/(180)` `therefore91.8=M_(1)` ग्लिसरीन का अणुभार 91.8 है . |
|
| 82. |
36 g जल तथा 46 g ग्लिसरीन के विलयन में ग्लिसरीन का मोल प्रभाज होगा -A. 0.46B. 0.36C. `0.20`D. `0.40` |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 83. |
मोलल उन्नयन स्थिरांक , क्वथनांक में उन्नयन के बराबर होता है जब मोललता m = …………….A. `2 mol/Kg`B. `3 mol/Kg`C. `1 mol/Kg`D. `4 mol/Kg` |
|
Answer» Correct Answer - C |
|
| 84. |
एक विलयन जिसे एक अवाष्पशील ठोस के 30 g को 90 g जल में विलीन करके बनाया गया है । उसका 298 k पर वाष्प दाब 2.8 kPa है । विलयन में 18 g जल और मिलाया जाता है जिससे नया वाष्प दाब 298 k पर 2.9 kPa हो जाता है निम्नलिखित की गणना कीजिए । (i ) विलेय का मोलर द्रव्यमान (ii ) 298 k पर जल का वाष्प दाब । |
| Answer» Correct Answer - `23g mol^(-1),3.53 kPa` | |
| 85. |
प्रतिहिम (antifreeze) क्या होते है ? यदि ग्लिसरीन `(C_(3)H_(8)O_(3))` तथा मेथिल ऐल्कोहॉल `(CH_(3)OH)` प्रत्येक के 1 किग्रा का मूल्य सामान हो तो कार रेडिएटर के लिए प्रतिहिम बनाने के लिए कौन - सा सस्ता पड़ेगा ? |
| Answer» विभिन्न पदार्थो के 1 मोल को सामान विलायक की सामान मात्रा में पृथक - पृथक घोलने पर, हिमांक में समान अवनमन उत्पन्न होता है । चूँकि मेथिल ऐल्कोहॉल का अणुभार `(32"g mol"^(-1))` ग्लिसरीन के अणुभार `(92"g mol"^(-1))` की अपेक्षाकृत बहुत काम है अतः मेथिल ऐल्कोहॉल का प्रयोग सस्ता होगा क्योकि मेथिन ऐल्कोहॉल के किसी दिये गये द्रव्यमान में मोलो की संख्या अधिक होगी । इसलिए `DeltaT_(f)` का एक निश्चित मान प्राप्त करने के लिए मेथिल ऐल्कोहॉल की काम मात्रा की आवश्यकता होगी । | |
| 86. |
यूरिया के एक जलीय विलयन का हमांक `-0.52^(@)C` है. `37^(@)C` पर इस विलयन का परासरण दाब ज्ञात कीजिए .(विलयन की मोलरता एव मोललता समान मान सकते है .) (जल का हिमांक अवनमन स्थिरांक `K_(f)=1.86`) |
|
Answer» Correct Answer - 1 वायुमण्डल मोललता `(DeltaT_(f))/(K_(f))=(0.52)/(1.86)=` (मोलरता `DeltaT_(f)=0.00-0.52^(@)=0.52)` परासरण दाब =CST `=(0.52)/(1.86)xx0.0821xx(273xx37)` परासरण दाब `=7.1` वायुमण्डल |
|
| 87. |
`0^(@)C` पे एक घोल का परासरण दाब 4 वायुमण्डल है. इस घोल का 546 K तापक्रम पर परासरण दाब क्या होगा-A. 4 वायुमण्डलB. 2 वायुमण्डलC. 8 वायुमण्डलD. 1 वायुमण्डल |
|
Answer» Correct Answer - C परासरण दाब घोल के परम ताप के समानुपाती होता है, `P prop T` ` (P_(1))/(P_(2))=(T_(1))/(T_(2)), T_(1)=0^(@)C=273K,` `P_(1)=4 atm` `implies (4)/(P_(2))=(273)/(246)" "impliesT_(2) =546K, P _(2)=?` `therefore P_(2) =(4xx546)/(273)=4xx2 =8` वायुमण्डल |
|
| 88. |
114 g ऑक्टेन में किसी अवाष्पशील विलेय ( मोलर द्रव्यमान `40 g mol ^(-1 )` ) की कितनी मात्रा घोली जाए की ऑक्टेन का वाष्प दाब घट कर मूल का 80 % रह जाए । |
| Answer» Correct Answer - 10 g | |
| 89. |
किसी ताप पर शुद्ध बेंजीन का वाष्पदाब 450 bar है `0.5g` अवाष्पशील विधुत अनपघातय ठोस को `39.0g` बेंजीन (मोलर द्रव्यमान `78g mol^(-1)`) में घोला गया .प्राप्त विलयन का वाष्प दाब `0.845` bar है. ठोस का मोलर द्रव्यमान क्या है? |
|
Answer» दिया गया है- `P_(A)^(0)=0.850"bar" , P_(A)=0.845"bar"` `m_(A)=78g mol^(-1), w_(B)=0.5g, w_(A)=39g, m_(B)=?` समीकरण `(P_(A)^(0)-P_(A))/(P_(A)^(0))=(w_(B))/(m_(B))xx(m_(A))/(w_(A))` `=(0.850"bar"-0.845"bar")/(0.850"bar")` `=(0.5gxx78gmol^(-1))/(m_(B)xx39g)` `=(0.005"bar")/(0.850"bar")` `=(0.005"bar")/(0.850"bar")=(39)/(m_(B)xx39)` `m_(B)=(39xx0.850)/(0.005xx39)=170` अतः ठोस का मोलर द्रव्यमान `=170 g mol^(-1)` |
|
| 90. |
मोलल उन्नयन स्थिरांक को पारिभाषित कीजिए । यह विलायक की वाष्पन की गुप्त ऊष्मा से किस प्रकार सम्बंधित है ? क्या यह विलेय की प्रकृति पर भी निर्भर करता है ? |
| Answer» मोलल उन्नयन स्थिरांक विलेय की प्रकृति पर निर्भर नहीं करता है । | |
| 91. |
विलायक के सामान्य क्वथनांक पर एक अवाष्पशील विलेय का `2 %` जलीय विलयन का `1.004` bar वाष्प दाब है . विलेय का मोलर द्रव्यमान क्या है ? |
|
Answer» क्वथनांक पर शुद्ध जल का वाष्प दाब `(P_(A)^(@))=1atm=1.013"bar"` विलयन का वाष्प दाब `(P_(A))=1.004"bar"` विलेय का द्रव्यमान `(W_(B))=2g` विलायक का द्रव्यमान `(W_(A))=98g` तनु विलयनों के लिए राउलट के नियमानुसार, `(P_(A)^(0)-P_(A))/(P_(A)^(0))=(n_(B))/(n_(A)+n_(B))=(n_(B))/(n_(A))=(w_(B))/(m_(B))xx(m_(A))/(w_(A))` मान रखने पर, `((1.013-1.004))/(1.013"bar")=(2g)/(m_(2))xx(18gmol ^(-1))/(98g)` या `m_(2)=(2xx18)/(98)xx(1.013)/(0.009)g mol ^(-1)` `=41.35 g mol ^(-1).` |
|
| 92. |
कथन विभिन्न अवाष्पशील तथा वैधुत अनअपघटय पदार्थो के सामान विलायक में निर्मित सममोलल विलयन क्वथनांक में समान उन्नयन प्रदर्शित करते है । कारण सभी विलायक केवल तभी उबलते है जब उनके वाष्प दाब वायुमण्डलीय दाब के समान हो जाते है ।A. यदि कथन तथा कारण दोनों सत्य है तथा कारण कथन का सही स्पष्टीकरण है ।B. यदि कथन तथा कारण दोनों सत्य है परन्तु कारण कथन का सही स्पष्टीकरण नहीं है ।C. यदि कथन सत्य है परन्तु कारण असत्य है ।D. यदि कथन असत्य है परन्तु कारण सत्य है । |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 93. |
जल है हमांक `0^(@)C` का एक मलाल घोल किस तापक्रम पर जम जाएगा यदि `NaCl` का `100%` वियोजन होता है- (जल के लिये `K_(f)=1.86K kg mol^(-1)`)A. `0^(@)C` परB. `1.86^^(@)C`परC. `-3.72^(@)C` परD. `+3.72^(@)C`पर |
|
Answer» Correct Answer - C वांटहॉफ गुणांक `i=("घोल में वियोजन पर कुल कण")/(" सामान्य कण")=(DeltaT_(f))/(DeltaT_(f cal))` `2=(DeltaT_(f)_(abs))/(DeltaT_(fcal))=(DeltaT_(f))/(1.86)` `therefore DeltaT_(f)=1.86xx2=3.72` `0^(@)C=3.72^(@)C` पर बर्फ बनेगा . |
|
| 94. |
114g ऑक्टेन में किसी अवाष्पशील विलेय (मोलर द्रव्यमान `40g mol ^(-1))` की कितने मात्रा घोली जाये कि ऑक्टेन का वाष्पदाब घटकत मूल का `80 %` रह जाये? |
|
Answer» प्रश्नानुसार, `M_(B)=40, W_(A)=11 4g, M_(A)=114g mol^(-1), W_(B)=?` `"विलायक"_(" ऑक्टेन")=(114g)/(114g mol ^(-1))=1 mol` `(p_(A)^(0)-p_(A))/(p_(A)^(0))=(n_(B))/(n_(A))=(W_(B)M_(A))/(M_(B)xxW_(A))` `=(100-80)/(80)=(W_(B)xx114)/(40xx114)` `W_(B)=10g.` |
|
| 95. |
विलयन का वाष्पदाब विलायक की तुलना में …………... होता है(यदि विलेय अवाष्पशील हो)A. कमB. अधिकC. समानD. कुछ भी हो सकता है |
|
Answer» Correct Answer - A |
|
| 96. |
`0.6%` यूरिया विलयन का `25^(@)C` पर वाष्पदाब क्या होगा, यदि इस तापक्रम पर जल (घोलक) का वाष्पदाप 24 mm Hg है? |
|
Answer» `(P_(A)^(0)-P_(A))/(P_(A)^(0))=(W_(B)M_(A))/(M_(B)W_(A))P^(0)=24.0mm Hg, ` `P = ? w =0.6, m =60, W=100g, M=18` `implies(24-P_(A))/(24)=(0.6xx18)/(60xx100)` `implies(24-P_(A))/(24)=(6xx18)/(600xx100)` `implies(24-P_(A))=(18xx24)/(100xx100)` `implies(24)/(1)-(18xx24)/(100xx100)=P_(A)` `implies 24-0.0.432=P_(A)` `P_(A)=23.957` mHg. |
|
| 97. |
विलेय की एक मलाल सांद्रता के घोल का क्वथनांक उन्नयन सर्वाधिक होगा यदि विलायक-A. एथिल ऐल्कोहॉल हैB. ऐसीटोन हैC. बेंजीन हैD. क्लोरोफॉर्म है. |
|
Answer» Correct Answer - D ऐसीटोन का मोलल उन्नयन स्थिरांक अधिक है. `Delta T_(f) =K_(b) xxm` |
|
| 98. |
विलायक A का वाष्पदाप `0.80` वायुमंडल है. यदि इसमें एक अवाष्पशील पदार्थ B मिला दिया जाये तो घोल का वाष्पदाब `0.60` वायुमंडल हो जाता है . घोल में B का मोल प्रभाज होगा-A. `0.25`B. `0.50`C. `0.75`D. `0.50` |
|
Answer» Correct Answer - A `(p^(0)-p)/(p^(0))=` घुलित का मोल प्रभाज `=(0.08-0.60)/(0.80)=(20)/(80)=1/4 =0.25` |
|
| 99. |
`300K` पर 36 g प्रति लीटर सांद्रता वाले ग्लूकोस के विलयन का परासरण दाब 4.98 bar है । यदि इसी ताप पर विलयन का परासरण दाब 1.52 bar हो तो उसकी सांद्रता क्या होगी ? |
| Answer» Correct Answer - `0.061M ` | |
| 100. |
2 लीटर जल में `25^(@)C` पर `K_(2)SO_(4)` के 25mg को घोलने पर बनने वाले विलयन का परासरण दाब यह मानकर ज्ञात कीजिए कि `K_(2)SO_(4)` पूर्णत: वियोजन हो गया है. |
|
Answer» `n=(0.025)/(175)=0.0001428` `V=2L` `T=25^(@)C=25+273atm =298K` `i=3` `K_(2)SO_(4)` वियोजित होकर दो `K^(+)` तथा एक `SO_(4)^(2-)` आयन देता है. अतः यह 3 आयन देता है. `i=(1+(n-1)X)/(1)=(1+(2-1)X)/(1)=3` `pi =i(n)/(V)RT` `=(3xx0.0001428xx0.0821xx298)/(2)` `=5.2xx10^(-3)atm.` |
|