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    				| 1. | ‘बुराई अटल भाव धारण करके बैठती है। क्या आप लेखक की इस उक्ति से सहमत हैं? स्पष्ट कीजिए। | 
| Answer» लेखक का यह कथन पूरी तरह से सही है कि बुराई हमारे मन में अटल भाव धारण कर के बैठ जाती है। भद्दे और फूहड़ गीत हमें बहुत जल्दी याद हो जाते हैं। अच्छी और गंभीर बात जल्दी समझ में नहीं आती। इसी प्रकार से बचपन में सुनी अथवा कही हुई गंदी गालियां कभी नहीं भूलतीं। ऐसे ही जिस व्यक्ति को कोई बुरी लत लग जाती है, जैसे सिगरेट, शराब आदि पीना, तो उसकी वह बुरी आदत भी आसानी से नहीं छूटती है। कोई व्यक्ति हमें गंदे चुटकले आदि सुनाकर हंसाता है तो हमें बहुत अच्छा लगता है। इस प्रकार बुरी बातें सहज ही हमारे मन में प्रवेश कर जाती हैं। | |