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एक आवेशित कण , एक ऐसे शक्तिशाली असमान चुंबकीय क्षेत्र में प्रवेश करता है , जिसका परिमाण और दिशा दोनों एक बिंदु से दूसरे बिंदु पर बदलते जाते है , एक जटिल पथ पर चलते हुए इसके बाहर आ जाता है । यदि यह मान लें कि चुंबकीय क्षेत्र में इसका किसी भी दूसरे कण से कोई संघट्ट नहीं होता , तो क्या इसकी अंतिम चाल , प्रारम्भिक चाल के बराबर होगी ?

Answer» हाँ , इसका अंतिम वेग इसकी आरम्भिक चाल के बराबर होगा , यदि यह वातावरण से कोई संघटन करे । यह इसलिए है कि चुम्बकीय क्षेत्र आवेशित कण पर सदा बल लगाता है जो इसकी गति के अभिलम्ब है , अतः यह बल केवल गति या वेग `vec(v)` कि दिशा ही बदल सकता है न कि इसका परिमाण ।


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