InterviewSolution
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एक चल कुंडली में धारा प्रवाहित करने पर कुछ विक्षेप होता है । विक्षेप में क्या परिवर्तन होगा ? यदि (i) धारा दुगुनी कर दिया जाये। (ii) चुंबकीय क्षेत्र दुगुनी कर दी जाये । (iii) कुंडली में फेरों की संख्या दुगुनी कर दी जाये । (iv) निलंबन तार की ऐंठन दृढ़ता आधी हो जाये । |
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Answer» चल कुंडली धारामापी में धारा I प्रभावित करने पर , विक्षेप `phi`प्राप्त होता है । तथा ` I propto phi` या `I = (Kphi)/(nBA) ` (i) धारा दुगुनी करने पर विक्षेप दुगुनी हो जायेगी । (ii)चुंबकीय क्षेत्र की तीव्रता दुगुनी करने पर विक्षेप दुगुना हो जायेगा । (iii)कुंडली में फेरों की संख्या आधा करने पर विक्षेप आधा हो जायेगा। (iv) निलंबन तार की ऐंठन दृढ़ता आधी करने पर विक्षेप दुगुना हो जायेगा । |
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