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    				| 1. | जब लोहे की कील को कॉपर सल्फ़ेट के विलयन में डुबोया जाता हैं तो विलयन का रंग क्यों बदल जाता हैं ? | 
| Answer» जब लोहे की कील को कॉपर सल्फेट के विलयन में डुबोया जाता है तो लोहे द्वारा कॉपर के विस्थापन के कारण लौह सल्फेट का निर्माण होता है । `underset("आयरन")(Fe(s))+underset(("गहरा नीला"))underset("कॉपर सल्फेट")(Cu(SO_(4))_(2)(aq))rarr underset(("हल्का हरा"))underset("फैरस सल्फेट")(FeSO_(4)(aq)+Cu(s))` कॉपर की मात्रा काम हो जाने से विलयन का रंग हल्का होने लगता है तथा सल्फेट बनने से नीले रंग में हरा रंग मिलने से रंग बदल जाता है । | |