

InterviewSolution
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Pad Parichay ke 15 udaharan likhiye |
Answer» उदाहरणएकमुझे\xa0एक\xa0पेन दो।\xa0(विशेषण)एक\xa0को तो जाना पड़ेगा।\xa0(सर्वनाम )एक\xa0तो जूथ बोलते हो और माफ़ी नहीं माँगते।\xa0(क्रिया-विशेषण\xa0)अच्छाअच्छो\xa0की मित्रता करनी चाहिए।\xa0(संज्ञा)पार्थ\xa0अच्छा\xa0लड़का है।\xa0(विशेषण)मुझे पहाड़ो में घूमने में\xa0अच्छा\xa0लगता है।\xa0(क्रिया-विशेषण\xa0)क्याबाज़ार से\xa0क्या\xa0लाना है ?\xa0(सर्वनाम)तुम\xa0क्या\xa0चाहते है ?\xa0(क्रिया-विशेषण\xa0)चाहेचाहे\xa0तुम कुछ भी करो ,काम होना चाहिए।\xa0(समुच्चयबोधक\xa0)मैं\xa0चाहे\xa0कुछ भी कर लू , मैं तुम्हे बुरी ही लगती हूँ।\xa0(क्रिया विशेषण\xa0)आपआप\xa0मत जाओ।\xa0(सर्वनाम (मध्यमपुरुष))तुम\xa0आप\xa0ही काम करलो।\xa0(निजवाचक सर्वनाम\xa0)कोईकोई\xa0अंदर आ रहा है।\xa0(सर्वनाम\xa0)काम करने के लिए\xa0कोई\xa0कामवाली चाहिए।\xa0(विशेषण\xa0)कौनकौन\xa0आया है ?\xa0(सर्वनाम )कौन\xa0बच्चा शैतानी कर रहा है ?\xa0(विशेषण\xa0)अवकाश में जाना\xa0कौन\xa0कठिन है ?\xa0(क्रिया-विशेषण\xa0)कुछकुछ\xa0भी खा लो।\xa0(सर्वनाम\xa0)मुझे\xa0कुछ\xa0लड़के चाहिए।\xa0(विशेषण )कुछ\xa0खा लो।\xa0(क्रिया-विशेषण\xa0)वहवह\xa0घर मेरा है।\xa0(विशेषण )वह\xa0मेरा घर है।\xa0(सर्वनाम\xa0)रेखांकित पदों के पद परिचय बताईये।१)\xa0आज समाज में\xa0विभीषणों\xa0की कमी नहीं है।विभीषणों(देशद्रोहियो)\xa0– संज्ञा (जातिवाचक) , बहुवचन , पुल्लिंग , संबंध कारक (कारक ‘की’)२)\xa0रात में\xa0देर तक\xa0बारिश होती रहीं।देर तक\xa0– क्रिया-विशेषण (कालवाचक)३)\xa0हर्षिता निबंध\xa0लिख रही है।लिख रही है\xa0– क्रिया (संयुक्त) , स्त्रीलिंग , एकवचन , धातु ‘लिख’ , वर्तमान काल , क्रिया का कर्ता ‘हर्षिता’ , क्रिया का कर्म ‘निबंध’४)\xa0इस पुस्तक में\xa0अनेक\xa0चित्र है ।अनेक\xa0– विशेषण (अनिश्चित संख्यावाचक ) , बहुवचन , पुल्लिंग , विशेष्य ‘चित्र ‘५)\xa0गांधीजी\xa0आजीवन\xa0मानवता की सेवा करते रहे ।आजीवन\xa0– क्रिया-विशेषण (कालवाचक)उदाहरणअपने गाँव की मिट्टी छूने के लिए मै तरस गया ।अपने\xa0– विशेषण ( सार्वनामिक ) , एकवचन , पुल्लिंग , विशेष्य ‘गाँव’गाँव की\xa0– संज्ञा (जातिवाचक) , एकवचन , पुल्लिंग , संबंधकारक (कारक ‘की’)मिट्टी\xa0– संज्ञा (द्रव्यवाचक)मैं\xa0– सर्वनाम (उत्तम पुरुष ) , एकवचन , पुल्लिंग , ‘तरस गया’ क्रिया का कर्तातरस गया\xa0– क्रिया (अकर्मक , संयुक्त) , भूतकाल , एकवचन , पुल्लिंग , कर्तृवाच्य , कर्ता “मै”निर्धन लोगो की ईमानदारी देखो ।निर्धन\xa0– विशेषण (गुणवाचक) , बहुवचन , पुल्लिंग , विशेष्य ‘लोगो’लोगो की\xa0– संज्ञा (जातिवाचक) , बहुवचन , पुल्लिंग , संबंध कारक (कारक ‘की’)ईमानदारी\xa0– संज्ञा (भाववाचक) , कर्म कारक , ‘देखो ‘ क्रिया का कर्मदेखो\xa0– क्रिया (सकर्मक) , बहुवचन , धातु ‘देख’ , वर्तमानकाल , क्रिया का कर्म ‘ईमानदारी’यह पुस्तक मेरे मित्र की है।यह\xa0–\xa0विशेषण (सार्वनामिक) , एकवचन , स्त्रीलिंग ,विशेष्य ‘पुस्तक’पुस्तक\xa0– संज्ञा (जातिवाचक ), एकवचन ,\xa0स्त्रीलिंग , कर्म कारक , ‘है ‘ क्रिया का कर्ममेरे\xa0–\xa0सर्वनाम (पुरुषवाचक – उत्तम पुरुष ) , पुल्लिंग , एकवचन ,\xa0संबंधकारकमित्र की\xa0– संज्ञा (जातिवाचक ), एकवचन , पुल्लिंग , संबंध कारक (कारक ‘की’) , ‘है ‘ क्रिया से संबंधहै\xa0– क्रिया , वर्तमानकाल , एकवचननेहा यहाँ इसी मकान में रहती है।नेहा\xa0– संज्ञा (व्यक्तिवाचक संज्ञा) , स्त्रीलिंग ,एकवचन ,करता कारक , ‘नेहा’ रहना क्रिया की कर्ता हैयहाँ\xa0– क्रिया विशेषण (स्थानवाचक क्रिया विशेषण)इसी\xa0– विशेषण (सार्वनामिक ) ,पुल्लिंग , एकवचन , विशेष्य – ‘मकान ‘मकान में\xa0– संज्ञा (जातिवाचक ) ,पुल्लिंग ,एकवचन ,अधिकरण कारक (कारक ‘में’), मकान ‘रहना’ क्रिया का कर्म हैरहती है\xa0– क्रिया (सकर्मक ), स्त्रीलिंग ,एकवचन , अन्य पुरुष , वर्तमानकाल , कर्तृवाच्य , ‘रहती है ‘ क्रिया की कर्ता ‘नेहा ‘ और कर्म ‘मकान’ हैअरे वाह ! तुम भी पुस्तक पढ़ सकते हो।अरे वाह !\xa0– विस्मयादिबोधक , आश्चर्य का भावतुम\xa0– सर्वनाम (मध्यमपुरुष ), एकवचन , पुल्लिंग , कर्ताकारक , ‘पढ़ सकते हो ‘ क्रिया का कर्ता हैभी\xa0– निपातपुस्तक\xa0– संज्ञा (जातिवाचक ) , स्त्रीलिंग , एकवचन , कर्मकारक , पुस्तक ‘पढ़ सकते हो’ क्रिया का कर्म हैपढ़ सकते हो\xa0– क्रिया ( सकर्मक ) , पुल्लिंग ,एकवचन , अन्य पुरुष , वर्तमानकाल , कर्तृवाच्य , क्रिया का कर्ता तुम व कर्म पुस्तकशाम तक वर्षा हो सकती है।शाम तक\xa0– क्रिया-विशेषण (कालवाचक) , हो सकती है क्रिया से संबंधवर्षा\xa0– संज्ञा (जातिवाचक) , एकवचन , स्त्रीलिंग , अन्य पुरुष , कर्म कारक , ‘हो सकती है ‘ क्रिया का कर्म हैहो सकती है\xa0– क्रिया (सकर्मक ), स्त्रीलिंग , एकवचन , अन्य पुरुष , भविष्यकाल , कर्मवाच्य , क्रिया का कर्म ‘वर्षा ‘मै क्रिकेट खेलता हूँ।मै\xa0– सर्वनाम , (परुषवाचक – उत्तम पुरुष ), पुल्लिंग , एकवचन , कर्ता कारक , ‘खेलता हूँ ‘ क्रिया का कर्ताक्रिकेट\xa0– संज्ञा , (जातिवाचक ) , एकवचन , पुल्लिंग , कर्म कारक , ‘खेलता हूँ ‘ क्रिया का कर्मखेलता हूँ\xa0– क्रिया (सकर्मक ) , पुल्लिंग , एकवचन , उत्तम पुरुष , धातु – ‘खेल’ , वर्तमानकाल , कर्तृवाच्य , क्रिया का कर्ता ‘मै ‘, क्रिया का कर्म ‘क्रिकेट’मयंक पतंग उड़ा रहा है।मयंक\xa0– संज्ञा (व्यक्तिवाचक ) , पुल्लिंग , एकवचन , कर्ता कारक , ‘\xa0उड़ा रहा है ‘ क्रिया से संबंधपतंग\xa0– संज्ञा (जातिवाचक ), पुल्लिंग , एकवचन ,कर्म कारक ,’उड़ा रहा है ‘ क्रिया का कर्मउड़ा रहा है\xa0– क्रिया(सयुंक्त क्रिया ) , एकवचन , पुल्लिंग , अन्य पुरुष ,’उड़ ‘ धातु , वर्तमानकाल , कर्तृ वाच्य , क्रिया का कर्ता ‘मयंक ‘ , क्रिया का कर्म ‘पतंग’डाकिया पत्र लाता है।डाकिया\xa0– संज्ञा(जातिवाचक ) , पुल्लिंग , एकवचन , कर्ता कारक , ‘लाता है ‘ क्रिया का कर्तापत्र\xa0– संज्ञा (जातिवाचक ) , पुल्लिंग , बहुवचन , कर्म कारक , ‘लाता है ‘ क्रिया का कर्मलाता है\xa0– क्रिया(सकर्मक ) , पुल्लिंग , एकवचन ,अन्य पुरुष , ‘ला ‘ धातु , वर्तमानकाल , कर्तृ वाच्य , क्रिया का कर्ता ‘डाकिया ‘ , क्रिया का कर्म ‘पत्र ‘यह उपहार मैं तुम्हें नहीं दे सकता हूँ।यह\xa0– विशेषण (सार्वनामिक ) , एकवचन , पुल्लिंग , विशेष्य ‘उपहार ‘उपहार\xa0– संज्ञा (व्यक्तिवाचक ) , पुल्लिंग , एकवचन , कर्म कारक , ‘\xa0दे सकता हूँ ‘ क्रिया का कर्ममैं\xa0– सर्वनाम (पुरुषवाचक – उत्तम पुरुष ) , पुल्लिंग , एकवचन , कर्ता कारक , ‘दे सकता हूँ’ क्रिया का कर्तातुम्हें\xa0– सर्वनाम (पुरुषवाचक – मध्यम पुरुष ) , पुल्लिंग , एकवचन , कर्म कारक , ‘दे सकता हूँ ‘ क्रिया का कर्मनहीं\xa0–\xa0क्रिया-विशेषण (नकारात्मक ) ,\xa0‘दे सकता हूँ ‘ क्रिया से संबंधदे सकता हूँ\xa0– क्रिया (सयुंक्त क्रिया ) , पुल्लिंग , एकवचन , उत्तम पुरुष , वर्तमानकाल , कर्तृ वाच्य , क्रिया का कर्ता ‘मैं ‘ , क्रिया का कर्म ‘उपहार ‘उपवन में सुंदर फूल खिले है।उपवन में\xa0– संज्ञा (जातिवाचक) , पुल्लिंग , एकवचन , अधिकरण कारक (कारक ‘में ‘) , ‘खिले है’\xa0क्रिया का कर्मसुंदर\xa0– विशेषण (गुणवाचक) , मूलावस्था ,पुल्लिंग ,\xa0बहुवचन , विशेष्य ‘फूल ‘फूल\xa0– संज्ञा (जातिवाचक) , पुल्लिंग , बहुवचन ,\xa0कर्ता कारक , ‘खिले है ‘ क्रिया का कर्ताखिले है\xa0– क्रिया(अकर्मक) , पुल्लिंग , बहुवचन , अन्य पुरुष , धातु ‘खिल’ , वर्तमानकाल , कर्तृ वाच्य , क्रिया का कर्ता ‘फूल’पल्ल्वी प्रतिदिन पार्क में जाती है।पल्ल्वी\xa0– संज्ञा(व्यक्तिवाचक ) , स्त्रीलिंग , एकवचन , कर्ता कारक , ‘जाती है ‘ क्रिया का कर्ता | |