InterviewSolution
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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 1. |
नेत्र लेंस से रेटिना की दूरी x है। एक सामान्य आँख के लिए नेत्र-लेंस की अधिकतम फोकस-दूरी होगीA. xB. x से कमC. x से अधिकD. 2x |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 2. |
दूरबीन द्वारा सामान्य संयोजन के लिए प्रतिबिंब बनाकर चन्द्रमा को देखा जा रहा हैA. यह प्रतिबिंब चन्द्रमा के आकार से बड़ा होगा।B. यह प्रतिबिंब अभिदृश्यक द्वारा बने प्रतिबिंब से बड़ा होगा ।C. रेटिना पर बना प्रतिबिंब बिना टेलेस्कोप के चन्द्रमा को देखने पर बने प्रतिबिंब से बड़ा होगा ।D. चन्द्रमा के अभिदृश्यक के फोकस पर होगा । |
| Answer» Correct Answer - A::B::C | |
| 3. |
दो बच्चे जिनमें से पहला 52 इंच लंबा तथा दुसरा 55 इंच लंबा है, एक मनुष्य से क्रमशः 4.0 m तथा 5.0 m की दूरी पर खड़े है। मनुष्य को कौन-सा बच्चा ज्यादा लंबा लगेगा ? |
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Answer» पहले बच्चे द्वारा ऑंख पर बना कोण, `alpha_(1)=(52" इंच")/(4.0" मीटर")=13` इंच/मीटर । दूसरे बच्चे द्वारा आँख पर बना कोण, `alpha_(2)=(55" इंच")/(5.0" मीटर")=11` इंच/मीटर । `alpha_(1) gt alpha_(2)`, इसलिए मनुष्य को पहला बच्चा बड़ा लगेगा। |
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| 4. |
एक संयुक्त सूक्ष्मदर्शी के अभिदृश्यक की फोकस-दूरी `f _(0 )` तथा नेत्रिका से उसकी दूरी L है। वस्तु को अभिदृश्यक से u दूरी पर रखा जाता है। सूक्ष्मदर्शी के उचित प्रकार से कार्य करने के लिएA. `L lt u `B. `L gt u `C. `f _(0 ) lt L lt 2 f _(0 )`D. `L gt 2 f _(0 )` |
| Answer» Correct Answer - B::D | |
| 5. |
संयुक्त सूक्ष्मदर्शी में कई बार वस्तु एवं अभिदृश्यक के बीच के स्थान में तेल रखा जाता है। ऐसा किया जाता हैA. प्रतिबिम्ब का आकार बढ़ाने के लिएB. प्रतिबिंब द्वारा आँख पर बने कोण को बढ़ाने के लिएC. सूक्ष्मदर्शी की आवर्धक क्षमता बढ़ाने के लिएD. शुक्ष्म्दर्शी की विभेदक क्षमता बढ़ाने के लिए |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 6. |
एक संयुक्त सूक्ष्मदर्शी मेंA. अभिदृश्यक होता है, लेकिन नेत्रिका नहीं होतीB. नेत्रिका होती है, लेकिन अभिदृश्यक नहीं होताC. अभिदृश्यक तथा नेत्रिका दोनों होते हैD. न तो अभिदृश्यक होता है और न ही नेत्रिका होती है |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 7. |
एक व्यक्ति अखबार पढ़ते समय हाथों को सीधा कर लेता है ताकि आँखों से अखबार की दूरी 90 cm हो जाए। वह सामान्य रूप से 25 cm की दूरी पर अखबार को पकड़कर पढ़ सके इसके लिए उसे कितने पावर का चश्मा चाहिए ? |
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Answer» चश्में द्वारा 25 cm दूर रखे अखबार का आभासी प्रतिबिम्ब 90 cm पर बनना चाहिए। अतः `u = -25 cm , v = -90 cm. ` लेंस-सूत्र से, `P=(1)/(f)=(1)/(v)-(1)/(u)=(1)/(-90cm)-(1)/(-25cm)` `=(13)/(450cm)=(13)/(4.5m)=2.9m^(-1).` उसे 2.9 D के पावर का चश्मा चाहिए। परन्तु चश्में वाले उसे 3 D पावर का ही चश्मा देंगे। |
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| 8. |
जब हम किसी वस्तु को देखते है तो रेटिना पर बना प्रतिबिंबA. वास्तविक होता है।B. आभासी होता है।C. वस्तु के सापेक्ष सीधा होता है।D. वस्तु के सापेक्ष उल्टा होता है। |
| Answer» Correct Answer - A::D | |
| 9. |
सही विकल्प का चयन करें।A. यदि आँख का दूर-बिंदु और दूर हो जाए, तो चश्मे के अपसारी लेंस का पावर घटना चाहिएB. यदि आँख का निकट बिंदु और दूर हो जाए, तो चश्में के अभिसारी लेंस का पावर घटाना चाहिएC. यदि आँख का निकट बिंदु आँख से 1 m दूर हो, तो चश्में में अपसारी लेंस लगाना चाहिए।D. यदि आँख का दूर-बिंदु आँख से 1 m दूर हो, तो चश्में में अपसारी लेंस लगाना चाहिए। |
| Answer» Correct Answer - A::D | |
| 10. |
इनमें से किसके द्वारा अंतिम प्रतिबिंब सीधा बनता है ?A. सरल सूक्ष्मदर्शी द्वाराB. संयुक्त सूक्ष्मदर्शी द्वाराC. खगोलीय दूरबीन द्वाराD. गैलीलीय दूरबीन द्वारा |
| Answer» Correct Answer - A::D | |
| 11. |
जब आँख द्वारा अलग-अलग दूरियों की वस्तुओं को देखा जाता है तब इनमें से क्या नहीं बदलता है ?A. नेत्र-लेंस की फोकस-दूरीB. नेत्र-लेंस से वस्तु की दूरीC. नेत्र-लेंस की सतह की वक्रता त्रिज्याएँD. नेत्र-लेंस से प्रतिबिम्ब की दूरी |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 12. |
एक व्यक्ति - 2.5 D का चश्मा लगाकर सामान्य रूप से वस्तुओं को देख सकता है। वह ग्रसित है।A. निकट-दृष्टि दोष सेB. दूर-दृष्टि दोष सेC. दृष्टि-वैषम्य दोष सेD. किसी दोष से नहीं |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 13. |
जब आँखों की सिलियरी मांसपेशियाँ सबसे कम संपीडन की अवस्था में होती है, तब देखी जाती हैA. बहुत दूर की वस्तुB. बहुत नजदीक की वस्तुC. लगभग 25 cm दूर की वस्तुD. लगभग 1 m दूर की वस्तु |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 14. |
निकट-दृष्टि दोष से ग्रसित एक मनुष्य 1.5 cm दूरी तक की वस्तुओं को स्पष्ट देख सकता है। इसके चश्में में प्रयोग किए जानेवाले लेंस का पावर बताएँ। |
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Answer» लेंस से अनंत पर की वस्तु का आभासी प्रतिबिम्ब आँख से 1.5 m की दूरी पर बन्ना चाहिए । अतः `f = - 1.5 m ` या `P = - (1 )/(1.5 )= - 0.67 D ` परन्तु, सामान्यतः बाजार में 0.25 D के अंतराल पर ही लेंस उपलब्ध रहते है। अतः, मनुष्य के चश्में में `0.50` D या 0.75 D पावर वाला लेंस लगाना पड़ेगा । |
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| 15. |
एक सामान्य आँख 25 cm से नजदीक की वस्तु को स्पष्ट नहीं देख पाती, क्योंकिA. नेत्र-लेंस की फोकस-दूरी 25 cm होती है ।B. रेटिना की नेत्र-लेंस से दूरी 25 cm होती है ।C. आँखें नेत्र-लेंस से रेटिना की दूरी को एक सीमा से और कम नहीं कर पाती ।D. आँखें नेत्र-लेंस की फोकस-दूरी को एक सीमा से और कम नहीं कर पाती। |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 16. |
एक मनुष्य 25 cm से 200 cm तक की वस्तुओं को स्पष्ट देख सकता है। वह विभिन्न प्रकार के व्यायाम करके अपनी सिलियरी मांसपेशियों को और मजबूत बना लेता है। इनमें से कौन उसके लिए स्पष्ट दृष्टि का संभावित रेंज है ?A. 25 cm से 200 mB. 18 cm से 200 cmC. 25 cm से 300 cmD. 18 cm से 300 cm |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 17. |
एक मनुष्य अपने निकट-बिंदु पर रखी एक छोटी वस्तु को देख रहा है। बिना अपनी आँख या वस्तु का स्थान बदले वह 5 X आवर्धक क्षमता का एक सरल सूक्ष्मदर्शी आँख के आगे रख लेता है। इस स्थिति में कोणीय आवर्धन का मान हैA. 5B. 2.5C. 1D. 0.2 |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 18. |
एक छोटी वस्तु 4.0 cm फोकस-दूरी वाले आवर्धक लेंस से 3.6 cm की दूरी पर राखी है । (a ) प्रतिबिम्ब का स्थान, (b ) रेखीय आवर्धन तथा (c ) कोणीय आवर्धन ज्ञात करें। |
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Answer» लेंस-सूत्र `(1 )/(v )- (1 )/(u )= (1 )/(f )` से, `(1 )/(v )= (1 )/(u )+ (1 )/(f )= (1 )/(-3.6 cm )+(1 )/(4.0 cm )` या `v = - 36 cm ` अतः, प्रतिबिम्ब का स्थान, `v _(2 )= - 36 cm ` (b ) रेखीय आवर्धन, `m = (v )/(u )= (-36 cm )/(- 3.6 cm )=10. ` (c ) यदि आवर्धक लेंस का प्रयोग न किया जाए, तो वस्तु द्वारा आँख पर बना अधिकतम कोण, जिसके लिए उसे स्पष्ट देखा जा सकता है, `alpha = (h )/(D )` दी हुई परिस्थिति में वस्तु द्वारा लेंस पर (या आँख पर ) बना कोण, `beta = (h )/(u )` अतः, कोणीय आवर्धन, `m = (beta )/(alpha )= ((h )/(u ))/((h )/(D ))=(D )/(u ) = (25 cm )/(3.6 cm )=7.0 ` |
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| 19. |
एक सरल सूक्ष्मदर्शी का कोणीय आवर्धन बढ़ाने के लिए, बढ़ाना चाहिएA. लेंस की फोकस-दूरीB. लेंस का पावरC. लेंस का व्यासD. वस्तु का आकार |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 20. |
एक गैलीलीय दूरबीन बनाने के लिए 50 cm फोकस-दूरी के अभिदृश्यक तथा 5.0 cm फोकस-दूरी की नेत्रिका का प्रयोग किया गया है । (a ) दूरबीन की लम्बाई तथा बहुत दूर की वस्तु को देखने के लिए सामान्य संयोजन की स्थिति में इसके द्वारा उत्पन्न कोणीय आवर्धन ज्ञात करें। (b ) यदि इस दूरबीन को 2.0 m दूरी पर की वस्तु को देखने के लिए फोकस किया जाए, तो पुनः सामान्य संयोजन के लिए कितना कोणीय आवर्धन प्राप्त होगा ? |
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Answer» (a) गैलीलीय दूरबीन का अभिदृश्यक उत्तल लैंस तथा नेत्रिका अवतल लेंस होती है। `f_(0)=50cm, f_(e)= -5 cm`. अतः, दूरबीन की लम्बाई, `L=f_(0)-|f_(e)|=50cm-5cm=45 cm.` `therefore` कोणीय आवर्धन, `m=(f_(0))/(f_(e))=(50cm)/(5 cm)=10.` (b) अभिदृश्यक के लिए, `u=-200 cm, f_(0)=50cm.` अतः, `(1)/(v)=(1)/(f_(0))+(1)/(u)` या `(1)/(v)=(1)/(50cm)+(1)/(-200cm)` या `v=66.7cm.` `therefore` दूरबीन की लम्बाई, `L=v-|f_(e)|=66.7cm-5cm=61.7cm.` कोणीय आवर्धन निकालने के लिए हम मानेंगे की वस्तु 2.0 m की दूरी से ही दूरबीन के देखी जा रही है । ऐसी स्थिति में कोणीय आवर्धन, `m=(beta)/(alpha)=(v)/(f_(e))=(66.7cm)/(5cm)=13.3.` |
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| 21. |
एक खगोलीय दूरबीन के अभिदृश्यक की फोकस-दूरी 200 cm तथा नेत्रिका की फोकस-दूरी 4.0 cm है। यह दूरबीन 10 km दूरी के वास्तु को देखने के लिए उपयोग में लाई जा रही है । अंतिम प्रतिबिम्ब अनंत पर बन रहा है। दूरबीन की लम्बाई तथा इसके द्वारा उत्पन्न कोणीय आवर्धन निकालें। |
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Answer» चूँकि अभिदृश्यक की फोकस-दूरी 200 cm की तुलना में वस्तु की दूरी 10 km बहुत अधिक है, इसलिए प्रथम प्रतिबिम्ब अभिदृश्यक के फोकस के अत्यंत निकट, अर्थात उससे 200 cm की दूरी पर ही बनेगा। चूँकि अंतिम प्रतिबिम्ब अनंत पर बनता है, इसलिए अभिदृश्यक द्वारा बनाया गया प्रतिबिम्ब नेत्रिका के फोकस पर बना है। अतः, दूरबीन की लम्बाई, `L=200 cm+4.0 cm=204cm` तथा कोणीय आवर्धन, `m=(f_(0))/(f_(e))= -(200cm)/(4.0 cm)=-50.` |
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| 22. |
किसी दूरबीन की विभेदन क्षमता बढ़ाने के लिएA. अभिदृश्यक का व्यास घटाना चाहिए।B. अभिदृश्यक का व्यास बढ़ाना चाहिए।C. अभिदृश्यक की फोकस-दूरी बढ़ानी चाहिए।D. अभिदृश्यक की फोकस-दूरी घटानी चाहिए। |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 23. |
एक प्रयोगशाला में विभिन्न प्रकार की दूरबीनें है। प्रत्येक में अभिदृश्यक की फोकस दूरी `f _(0 )` बराबर है तथा नेत्रिका की फोकस-दूरी `f _(e )` भी बराबर है। वभिन्न प्रकार की दूरबीनों मेंA. पार्थिव दूरबीन की लम्बाई सबसे अधिक हैB. गैलीलियन दूरबीन की लम्बाई सबसे कम है।C. खगोलीय दूरबीन की लम्बाई गैलीलियन दूरबीन से कम है।D. गैलीलीय दूरबीन की लम्बाई पार्थिव दूरबीन से अधिक है। |
| Answer» Correct Answer - A::B | |
| 24. |
दूरबीन के अभिदृश्यक का व्यास बड़ा करने सेA. कोणीय आवर्धन अधिक होता है।B. प्रतिबिंब अधिक चमकदार ( bright ) बनता है।C. प्रतिबिंब का आकार बढ़ता है।D. विभेदक क्षमता बढ़ती है। |
| Answer» Correct Answer - B::D | |