This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
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निम्नलिखित वाक्यों के रेखांकित अंश में जो अर्थ निहित हैं उन्हें स्पष्ट करते हुए लिखिए- (क) वरना तुम तो मुझे काट ही देतीं। (ख) अमित जबतक तुम्हारे भोग नहीं लगा लेता, हमलोग खा थोड़े ही सकते हैं। (ग) बस-बस, मैं समझ गया। |
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Answer» दिए गए वाक्यों के रेखांकित अंशों के अर्थ तथा स्पष्टीकरण इस प्रकार हैं। • काट ही देती ( काटना) - भूल जाना स्पष्टीकरण -मोहन राम से कहता है कि यदि मै सामने आता दिखाई ना देता तो तुम्हे मेरा नाम सारणी में लिखना याद नहीं रहता। • भोग नहीं लगा ( भोग लगाना) - भोजन का पहला भाग चखाना स्पष्टीकरण -लोग सुबह पहले जब तक भगवान को प्रसाद नहीं चखाते है तब तक कुछ खाते पीते नहीं है। • बस - बस ( पर्याप्त हुआ अब नहीं ) स्पष्टीकरण -भई, अब मैं सब समझ गया, कुछ कहने की जरूरत नहीं। |
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कोई रिसर्च प्रोजेक्ट है क्या? व्हेरी इंटरेस्टिंग सब्जेक्ट। ऊपर दिए गए संवाद में दो पंक्तियाँ हैं पहली पंक्ति में रेखांकित अंश हिंदी से अलग अंग्रेजी भाषा का है जबकि शेष हिंदी भाषा का है। दूसरा वाक्य पूरी तरह अंग्रेजी में है। हम बोलते समय कई बार एक ही वाक्य में दो भाषाओं (कोड) का इस्तेमाल करते हैं। यह कोड मिक्सिंग कहलाता है। जबकि एक भाषा में बोलते-बोलते दूसरी भाषा का इस्तेमाल करना कोड स्विचिंग कहलाता है। पाठ में से कोड मिक्सिंग और कोड स्विचिंग के तीन-तीन उदाहरण चुनिए और हिंदी भाषा में रूपांतरण करके लिखिए। |
| Answer» | |
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स्त्री के चरित्र की बनी बनाई धारणा से रजनी का चेहरा किन मायनों में अलग है? |
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Answer» स्त्री के चरित्र की बनाई धारणा से रजनी का चेहरा सभी मायनों में बिल्कुल विपरीत दर्शाया गया है। • आमतौर पर भारतीय महिला की कल्पना की जाती है तो एक सामान्य सी घर का काम काज करने वाली सहमी सी महिला की तस्वीर आंखो के आगे आ जाती है। • रजनी की सोच व धारणा इन सबसे अलग दर्शाई गई है। • रजनी के अनुसार अन्याय व अत्याचार का डटकर मुकाबला करना चाहिए। • रजनी के अनुसार जुल्म सहने वाला भी अपराधी होता है। • भारतीय स्त्री की छवि से विपरीत वह कर्मठ , झुझारू व आशावादी स्त्री है। • वह एक निडर स्त्री है जो गलती होने पर अपने पति तक को डांट लगाती है। |
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Prativedan ka format |
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Answer» __________ शीर्षक( बीच में)_________ ___________संस्था का नाम (बीच में)___________ __________ उपरोक्त विषय के बारे में जानकारी_______ |
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Pathy muktak gya muktak ma qntar |
| Answer» | |
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विद्यार्थी और अनुशासन essay in Hindi |
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Answer» मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है । किसी समाज के निर्माण में अनुशासन की महत्वपूर्ण भूमिका होती है । अनुशासन ही मनुष्य को श्रेष्ठता प्रदान करता है तथा उसे समाज में उत्तम स्थान दिलाने में सहायता करता है । विद्यार्थी जीवन में तो इसकी उपयोगिता और भी बढ़ जाती है क्योंकि यह वह समय होता है जब उसके व्यक्तित्व का निर्माण प्रांरभ होता है । दूसरे शब्दों में, विद्यार्थी जीवन को किसी भी मनुष्य के जीवनकाल की आधारशिला कह सकते हैं क्योंकि इस समय वह जो भी गुण अथवा अवगुण आत्मसात् करता है उसी के अनुसार उसके चरित्र का निर्माण होता है । कोई भी विद्यार्थी अनुशासन के महत्व को समझे बिना सफलता प्राप्त नहीं कर सकता है । अनुशासन प्रिय विद्यार्थी नियमित विद्यालय जाता है तथा कक्षा में अध्यापक द्वारा कही गई बातों का अनुसरण करता है । वह अपने सभी कार्यों को उचित समय पर करता है । वह जब किसी कार्य को प्रारंभ करता है तो उसे समाप्त करने की चेष्टा करता है । अनुशासन में रहने वाले विद्यार्थी सदैव परिश्रमी होते हैं । उनमें टालमटोल की प्रवृत्ति नहीं होती तथा वे आज का कार्य कल पर नहीं छोड़ते हैं । उनके यही गुण धीरे-धीरे उन्हें सामान्य विद्यार्थियों से एक अलग पहचान दिलाते हैं । अनुशासन केवल विद्यार्थियों के लिए ही आवश्यक नहीं है, जीवन के हर क्षेत्र में इसका उपयोग है लेकिन इसका अभ्यास कम उम्र में अधिक सरलता से हो सकता है । अत: कहा जा सकता है कि यदि विद्यार्थी जीवन से ही नियमानुसार चलने की आदत पड़ जाए तो शेष जीवन की राहें सुगम हो जाती हैं । ये विद्यार्थी ही आगे चलकर देश की राहें सँभालेंगे, कल इनके कंधों पर ही देश के निर्माण की जिम्मेदारी आएगी अत: आवश्यक है कि ये कल के सुयोग्य नागरिक बनें और अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन धैर्य और साहस के साथ करें । वर्तमान में अनुशासन का स्तर काफी गिर गया है । अनुशासनहीनता के अनेक कारण हैं । बढ़ती हुई प्रतिस्पर्धा के दौर में आज लोग बहुत ही व्यस्त जीवन व्यतीत कर रहे हैं जिससे माता-पिता अपनी संतान को वांछित समय नहीं दे पाते हैं । इसी कारण बच्चों में असंतोष बढ़ता है जिससे अनुशासनहीनता उनमें जल्दी घर कर जाती है । |
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nimnalikhit gadyansh ko padh kar niche likhe prashnon ke uttar dijiye nadiyon ke mod aur pahadon ke Kone ke Karan aadami ko bahut dur Tak dekh nahin ja sakta tha daku ke liye yahi sabse acchi jagah thi but main gaon mein aakar cool ho jate jaaye tab to khoon ko saja bhi mil sakti lekin niji sthanon mein mare hue aadmiyon ki koi parvah nahin ki jaati prashn number ek ukt gadyansh ke paath ek ladka ka naam bataiye prashn number do Tibet ki sadkon per aadami bahut dur Tak dikhai kaun nahin deta person number 3 aankhon ke liye kaun si jagah sabse achi thi prashn number 4 phone karne par khoon ko kahan saja mil sakti thi personal number hai niji sthanon ke lekhak ka kya taatparya tha |
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Answer» ssidjdjejdowjshdbehsufhdbdnx |
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दिए गए शब्दों के पर्यायवाची शब्द लिखिए-(i) सुबह -(ii) जग -(ii) वन -(iv) प्रभो -बंड 'ग' रचनात्मक मूल्यांकन [FORMATIVE ASSESSMENT]CCEPATव्यात्मकगतिविधियाँ[ACTIVITYकविता को याद करके प्रार्थना सभा में सुनाइए। |
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Answer» दिए गए शब्दों के पर्यायवाची शब्द लिखिए- |
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मेरा प्रिय त्योहार दीपावली पर निबंध |
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Answer» hey mate ANSWER is here दिवाली हिन्दू धर्म का एक ऐसा त्योहार है जिसे पूरे देश में उत्साह और खुशी के साथ मनाया जाता है. इस त्योहार की तैयारियां एक हफ्ते पहले से ही शुरू कर दी जाती हैं. लोग अपने घरों और दुकानों की साफ-सफाई से तैयारियों की शुरुआत करते हैं. दिवाली से पहले घरों और दुकानों के एक-एक कोने की सफाई की जाती है. कहा जाता है की इसी दिन भगवान राम 14 साल का वनवास काटकर अयोध्या वापस लौटे थे और सभी अयोध्या वासियों ने उनके स्वागत में घी के दीपक जलाए थे. भगवान राम को पूरे देश में उनकी पवित्रता और सत्यता के लिए पूजा जाता है. दिवाली का त्योहार कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है. इस दिन सभी हिन्दू अपने घरों में दीये जला कर अमावस्या की रात को भी रौशन कर देते हैं. अलग-अलग रंगों और आकारों की लाइट्स से सजे घर, दरवाजों पर चमकते हुए मिट्टी के दीपक नजारे को और भी खूबसूरत बना देते हैं. लोग नए कपड़े पहन कर देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा करते हैं. साथ ही एक दूसरे को मिठाइयां और उपहार भेज कर शुभकामनाएं भी देते हैं. यही वो समय है, जब हम अपने करीबी और प्रिय लोगों के साथ रिश्तों को और मजबूत बना सकते हैं. इस त्योहार का सभी हिन्दू धर्म के लोग बेसब्री से इंतजार करते हैं. ये सभी के लिए सबसे महत्वपूर्ण और पसंदीदा त्योहार है खासतौर पे बच्चे इसे सबसे ज्यादा पसंद करते हैं. दिवाली पर हर साल बड़ी संख्या में पटाखे भी जलाए जाते हैं, ऐसा करने से लोगों को कुछ देर की खुशी तो मिलती है, लेकिन पर्यावरण को काफी नुकसान पहुंचता है. पटाखे जलाने से वायु, ध्वनि और भूमि प्रदूषण होता है जिसकी वजह से कई लोगों को परेशानी होती है. दिवाली जिसे रौशनी का त्योहार भी कहा जाता है, हिन्दू धर्म का एक बहुत ही अहम हिस्सा है. पर्यावरण को प्रदूषण से दूषित न करके हमें इस त्योहार को उत्साह और खुशी के साथ मनाना चाहिए.इस उदाहरण के जरिए आपको निबंध लिखने में कुछ मदद तो जरूर मिलेगी. इस साल दिवाली 27 अक्टूबर 2019 को होगी और इस अवसर पर आप सभी को दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएं और उम्मीद करते हैं कि हर साल की तरह इस साल भी ये दिवाली सभी के लिए खुशियों की सौगात लेकर आए. hope it will HELP........................... |
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क्या इस ऐप पर विडियो भी भेज सकते हैं अगर भेज सकते हैं तो कैसे सही तरीके से समझाएं |
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Answer» No ...................... |
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Paragraph writing on yoga Abhyas in Hindi about 100 words |
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Answer» योग एक बहुत ही स्वस्थ एवं सरल क्रिया है जिसे कोई भी, कहीं भी और किसी भी समय आराम से कर सकता है। लेकिन हम अपने जीवन में इतने व्यस्त हैं कि इतनी उपयोगी एवं आसान क्रिया जिससे हम स्वस्थ रह सकते हैं, भूलते जा रहे हैं। आजकल की पढ़ाई के चलते, बच्चे न चैन से बैठ पाते हैं न ही खेल। यदि कुछ समय मिला तो वह टैलीविज़न और मोबाईल उन्हें अपने स्थान से उठने तक नहीं देता। ऐसे में बच्चे शारीरिक और मानसिक रूप से अत्यधि थकान महसूस करते हैं और जितना परिश्रम करते हैं उतना लाभ नहीं ले पाते। रही बात बड़ों की तो वे अपने-अपने कामों में इतने व्यस्त हैं कि पेट भरने के लिए काम करते हुए भी वे शांति से भोजन नहीं कर पाते और यदि कर लिया तो उसे पचाने में समस्या, क्योंकि उनके पास भी शारीरिक क्रियाओं के लिए समय नहीं है और वे समय से पहले ही बूढ़े होते जा रहे हैं। इन सब समस्याओं का उपाय योग ही है। यदि हम प्रतिदिन थोड़ा समय निकाल कर योग करें तो हम कई प्रकार की शारीरिक एवं मानसिक समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं। mark as brilliantes |
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प्रस्ततु पंकितियो किस कविता स लिगयी है |
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Answer» Answer: PLEASE POST the WHOLE QUESTION.... this question is incomplete.... |
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मेरा प्रिय त्योहार पर निबंध |
Answer» For PEOPLE who LOVE Holiहोली मेरा सबसे प्रिय त्योहार है । इस दिन घर-घर में उमंग एवं प्रसन्नता छायी रहती है । बाजारों में कई दिनों पूर्व से ही चहल-पहल देखी जा सकती है । मैं होली के अवसर पर माता-पिता के साथ खरीदारी करने जाता हूँ । नये वस्त्र, रंग, अबीर, पिचकारी आदि की खरीदारी करता हूँ । इनके अलावा पकवानों की सामग्री भी खरीदी जाती है । होली के दिन बहुत धूम- धाम रहती है । मैं अपने मित्रों तथा हमउम्र लोगों पर रंग डालता हूँ । मित्र भी मेरे साथ होली खेलते हैं । पिताजी तथा बुजुर्ग माथे पर गुलाल लगाकर मुझे आशीर्वाद देते हैं । फिर पुए-पकवानों को खाने तथा खिलाने का सिलसिला आरंभ होता है । गिन तथा गलियों में लोग खुश होकर नाचते हैं तथा एक-दूसरे पर रंग डालते हैं । इस दिन लोग आपसी वैर और द्वेष भुलाकर एक-दूसरे से गले मिलते हैं । शाम को ढ़ोल-नगाड़े बजाए जाते हैं । लोग गीत गाकर नाचते हैं । मैं इन कार्यक्रमों में उत्साह से भाग लेता हूँ । रंगों का त्योहार होली मुझे बहुत ही आकर्षक लगता है । यह हमें बुराई से दूर रहने तथा अच्छाई के मार्ग पर चलने की शिक्षा देता है |
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गलती करने वाला तो है ही गुनहगार, पर उसे बर्दाश्त करने वाला भी कम गुनहगार नहीं होता- इस संवाद के संदर्भ में आप सबसे ज्यादा किसे और क्यों गुनहगार मानते हैं? |
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Answer» गलती सहने वाले को। ।।।।।।।।।।।।। |
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रजनी धारावाहिक की इस कड़ी की मुख्य समस्या क्या है? क्या होता अगर- क. अमित का पंचां सचमुच खराब होता। ख. संपादक रजनी का साथ न देता। |
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Answer» plz TELL which chapter is it |
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जब किसी का बच्चा कमज़ोर होता है, तभी उसके माँ-बाप ट्यूशन लगवाते हैं। अगर लगे कि कोई टीचर लूट रहा है, तो उस टीचर से न ले ट्यूशन, किसी और के पास चले जाएँ... यह कोई मजबूरी तो है नहीं- प्रसंग का उल्लेख करते हुए बताएँ कि यह संवाद आपको किस सीमा तक सही या गलत लगता है, तर्क दीजिए। |
| Answer» | |
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तो एक और आंदोलन का मसला मिल गया- फुसफुसाकर कही गई यह बात- क. किसने किस प्रसंग में कहीं? ख. इससे कहने वाले की किस मानसिकता का पता चलता है। |
Answer»
आई होप इट विल हेल्प्स उ।।।।प्लीज मार्क एस ब्रैंलिस्ट☺️☺️.... |
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रजनी ने अमित के मुद्दे को गंभीरता से लिया, क्योंकि - क. वह अमित से बहुत स्नेह करती थी। ख. अमित उसकी मित्र लीला का बेटा था। ग. वह अन्याय के विरुद्ध आवाज़ उठाने की सामर्थ्य रखती थी। घ. उसे अखबार की सुर्खियों में आने का शौक था। |
| Answer» | |
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Sunita ke bare mein Panch Vakya |
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Answer» question sachi se likho ... sunita kon h????? |
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What is excel database explain |
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Answer» Answer: are database FUNCTIONS? A function is a database object in SQL SERVER. Basically, it is a SET of SQL statements that accept only input parameters, perform actions and return the result. A function can return an only a single value or a table. We can't use a function to Insert, Update, Delete RECORDS in the database tables Explanation: Please mark me as BRAINLIEST |
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Observe the following graph and answer the following questions given below :-Questions:- ( 1 ) What is the contribution of secondary activities in India's GDP ? ( 2 ) What is the contribution of primary activities in Brazil's GDP ?( 3 ) What is the contribution of tertiary activities in Brazil's GDP ?please give correct answer |
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Answer» Answer: 1 52 to 72 3 30 to 100 hope it HELPS you |
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वृक्ष के चार अंगों के नाम लिखिए। Gyes I don't know hindi it's my 3rd language....... plz help me |
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Answer» jddjdndjdxnxnxdndnxnxnxnxnxnxbxbxbxbxbcbccbcbbcbxbxxb |
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पाठ में से दिए गए अनुच्छेद में क्योंकि, और, बल्कि, जैसे ही, वैसे ही, मानो, ऐसे, शब्दों का प्रयोग करते हुए उसे दोबारा लिखिए- लैंप की लौ तेज़ की। खिड़की का एक पल्ला खोला तो तेज़ हवा का झोंका मुँह और हाथ को जैसे छीलने लगा। मैंने पल्ला भिड़ा दिया। उसकी आड़ से देखने लगा। देखा कि बारिश हो रही थी। मैं उसे देख नहीं रहा था। सुन रहा था। अंधेरा, ठंड और हवा का झोंका आ रहा था। जैसे बरफ़ का अंश लिए तुषार जैसी बूँदें पड़ रही थीं। |
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Answer» आड़ से देखने लगा। देखा कि बारिश हो रही थी। मैं उसे देख नहीं रहा था। सुन रहा था। अंधेरा, ठंड और हवा का झोंका आ रहा था। जैसे बरफ़ का अंश लिए तुषार जैसी बूँदें पड़ रही थीं। |
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स्पीति के लोगों और मैदानी भागों में रहने वाले लोगों के जीवन की तुलना कीजिए। किन का जीवन आपको ज्यादा अच्छा लगता है और क्यों? |
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Answer» किन का जीवन आपको ज्या:#8#oakskdदा अच्छा लगता है और क्यों? |
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स्पीति में बारिश एक यात्रा-वृत्तांत है। इसमें यात्रा के दौरान किए गए अनुभवों, यात्रा स्थल से जुड़ी विभिन्न जानकारियों का बारीकी से वर्णन किया गया है। आप भी अपनी किसी यात्रा का वर्णन लगभग 200 शब्दों में कीजिए। |
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Answer» The answer is ATTACHED above Hope it HELPSMARK as BRAINLIEST |
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लेखक ने स्पीति की यात्रा लगभग तीस वर्ष पहले की थी। इन तीस वर्षों में क्या स्पीति में कुछ परिवर्तन आया है? जानें, सोचें और लिखें। |
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Answer» आपका यह प्रश्न आपके पाठ्य पुस्तक से है जिसकी कहानी मैंने नहीं पड़ी है तो फिर मैं इसका उत्तर कैसे दे सकती हूं। Sorry |
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स्पीति में बारिश का वर्णन एक अलग तरीके से किया गया है। आप अपने यहाँ होने वाली बारिश का वर्णन कीजिए। |
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Answer» स्पीति में बारिश का। वर्णन अलग तरीके से किया गया है। हमारे यहां की बारिश का वर्णन इस प्रकार है। • जब गर्मियों के बाद वर्षा की पहली फुहार आती है तो सभी के मन प्रफ्फुलित हो जाते हैं।• चारों तरफ हरियाली छा जाती है। पेड़ पौधे लहलहाने लगते हैं। • बच्चे तो बारिश देखकर मस्ती में झूमने लगते है।उन्हें बारिश में भीगना अच्छा लगता है। • पक्षी कलरव करने लगते है। |
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कहानी लालच का फलIn short |
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Answer» here is your ANSWER hope U like it...... PLEZ follow me for more answees |
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वृक्ष के चार अंगों के नाम लिखिए।Gyes I don't know hindi it's my 3rd language....... plz help me |
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Answer»
पौधे या वृक्ष के मुख्यतः तीन भाग होते है – शीर्ष भाग, धड़ और जड़। 1. शिर्ष भाग – पौधे के इस भाग में पत्तियां, टहनियां, फल और फूल होते है। 2. धड़ भाग– इस भाग में छाल, केंबियम, पिथ, सैपवुड और हार्टवुड परते आती है। ये तने की विभिन्न परते होती है। 3. जड़ – जड़ जमीन के अंदर का भाग होता है जो पौधे या वृक्ष को आधार प्रदान करता है।
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लेखक माने श्रेणी का नाम बौद्धों के माने मंत्र के नाम पर करने के पक्ष में क्यों है? |
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Answer» बोद्धो के माने मन्त्र की बहोत मानता है "ओं मणि पद्मे हुं" उनका बीज मन्त्र है इसी वज़ह से लेखक चाहता he की माने श्रेणी का नाम बोद्धो के माने मन्त्र के नाम पर रख देना ही सही होगा| |
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वर्षा यहाँ एक घटना है, एक सुखद संयोग है-लेखक ने ऐसा क्यों कहा है? |
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Answer» वर्षा यहां एक घटना है, एक सुखद संयोग है - लेखक ने ऐसा निम्नलिखित कारणों से कहा है। • लेखक के अनुसार स्पीति में बारिश बहुत कम होती थी। • कम वर्षा के कारण भूमि शुष्क, ठंडी और बंजर रहती थी। • वहां के लोगों को वर्षा ऋतु का इंतजार बड़ी बेसब्री से रहता। • वर्षा के आने पर सभी प्रफुल्लित हो उठते तथा इसे अपना सौभाग्य मानते। • लोग बारिश के दिन को खुशी का संकेत मानते थे। • लेखक के आने के बाद वहां बारिश हुई। • इस कारण लोगों ने कहा कि आपकी यात्रा सुखद होगी। |
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ये माने की चोटियाँ बूढ़े लामाओं के जाप से उदास हो गई हैं- इस पंक्ति के माध्यम से लेखक ने युवा वर्ग से क्या आग्रह किया है? |
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Answer» ये माने की चोटियां बूढ़े लामाओ के जाप से उदास हो गयी है - इस पंक्ति के माध्यम से लेखक ने युवा वर्ग से यह आग्रह किया है की देश दुनिया से युवक युवतियाँ यहाँ पहाड़ो पर आये और अपने नाच कूद, खेल, संगीत आदि से इन पहाड़ो को आनंदमय बना दो| |
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स्पीति के लोग जीवनयापन के लिए किन कठिनाइयों का सामना करते हैं? |
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Answer» सप्ति के लोग जीवनयापन के लिए बहोत कठिनाईओ का सामना करते थे स्पीति मे साल के आठ महीने बर्फ रहती है, तथा यहाँ पर साल मे एक बार बाजार खुलता है और सिर्फ एक बार खेती होती है और यहाँ पर रोज़गार के साधन भी नहीं है| |
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विभिन्न व्यापारी अपने उत्पाद की बिक्री के लिए अनेक तरह के विज्ञापन बनाते हैं। आप भी हाथ से बनी किसी वस्तु की बिक्री के लिए एक ऐसा विज्ञापन बनाइए जिससे हस्तकला का कारोबार चले। |
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Answer» " मिट्टी से बना फ्रिज" • भाईओ और बहनो यह हस्थ्काला से बना फ्रिज, खरीदिये और अनादमय सुख का लाभ उठाईये | • साथ ही बिजली भी बचाइए | • कुदरत का करिश्मा घर लाईये |
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Please give hindi trwnslation of class 8 sanskrit ncert chapter 13,shlok 1,3 and 5 |
Answer» HI MATE..... |
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त्योहार पर निबंध लिखिए |
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Answer» भारत त्योहारों का देश हैं जहां पूरे साल अलग अलग त्योहार बड़ी ही धूमधाम से मनाए जाते हैं। भारत में सभी धर्मों के लोग अपना त्योहार एक साथ मिल-जुलकर मनाते हैं चाहें वह हिंदुओं की दिवाली हो, मुस्लमानों की ईद हो, सिखों की लोहड़ी हो या फिर ईसाइयों का क्रिसमस हो। भारत में सभी त्योहार खुशी और जुनून के साथ मनाए जाते हैं। भारत में मनाए जानें वाले त्योहारों को हम तीन प्रकार से बांट सकते हैं जैसे राष्ट्रीय त्योहार, धार्मिक त्योहार और मौसमी त्योहार। सभी त्योहारों का अपना एक विशेष महत्त्व है और इन्हें मनाने का तरीका भी अलग अलग है। राष्ट्रीय त्योहारों में गणतंत्र दिवस, 15 अगस्त, शिक्षक दिवस, 2 अक्टूबर गांधी जयंती आदि त्योहार प्रमुख हैं। धार्मिक त्योहारों में होली, दिवाली, ईद, क्रिसमस आदि शामिल हैं और मौसमी त्योहरों में मकर संक्रांति, लोहड़ी, बैसाखी, पोंगल आदि बहुत से त्योहार हैं। |
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मोहन के लखनऊ आने के बाद के समय को लेखक ने उसके जीवन का एक नया अध्याय क्यों कहा है? |
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Answer» मोहन के लखनऊ आने के बाद के समय को लेखक ने उसके जीवन का नया अध्याय इस लिए कहा है क्योंकि, " अगर मोहन अपने गांव मे रहता तो उसे अपनी पढ़ाई से वंचित रहना पड़ता परन्तु वह शहर आकर अपनी पढ़ाई अच्छी तरीकेसे प्रारम्भ कर दी थी और साथ ही साथ उसे पारिवारिक ज्ञान भी मिला"| |
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मास्टर त्रिलोक सिंह के किस कथन को लेखक ने ज़बान के चाबुक कहा है और क्यों ? |
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Answer» यह ज़बान की चाबुक से पड़ी ऐसी मार थी, जिसके निशान शरीर पर नहीं धनराम के दिल पर लगे थे। एक बच्चे के मन ने इस बात को मान लिया कि वह पढ़ने के लायक नहीं है। यही कारण है मास्टर त्रिलोक सिंह के कथन को लेखक ने ज़बान के चाबुक कहा है। |
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| 16896. |
(1) बिरादरी का यही सहारा होता है। क. किसने किससे कहा? ख. किस प्रसंग में कहा? ग. किस आशय से कहा? घ. क्या कहानी में यह आशय स्पष्ट हुआ है? (2) उसकी आँखों में एक सर्जक की चमक थी- कहानी का यह वाक्य- क. किसके लिए कहा गया है? ख. किस प्रसंग में कहा गया है? ग. यह पात्र-विशेष के किन चारित्रिक पहलुओं को उजागर करता है? |
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Answer» (1). क. यह वाक्य वंशीधर ने अपनी जाती के एक युवक रमेश से कहा| ख. वंशधर जब अपने बेटे की पढ़ाई को लेकर चिंतित थे तब रमेश ने उनसे उनके बेटे को आगे पढ़ने के लिए अपने साथ बंगलोरे चलने की बात रखी इस प्रसंग मे वंशीधर ने मृदुता प्रकट करते हुए यह बात कही| ग. वंशीधर के कहने का यह आशय था की जरुरत पड़ने पर अपनी जाती का ही कोइना कोई काम आता है| घ. नहीं, कहानी मे यह आशय कतई स्पष्ट नहीं हुआ क्योंकि रमेश ने वंशीधर के बेटे को शहर मे पढ़ाने की बजाय अपना नौकर बनाया और शोषण किया| (2) क. यह वाक्य मोहन के लिए कहा गया है| ख. जब मोहन भट्टी पर बैठकर मुड़ी हुई मोटी छड़ को पिघलकर सुडोल आकार देता है तब उसकी आँखों मे सृजक चमक आजाती है| ग. यह पात्र विशेष इस चारित्रिक पहलु को दिखता है की वह जाती को व्यवसाय से नहीं जोड़ता| |
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कहानी के उस प्रसंग का उल्लेख करें, जिसमें किताबों की विद्या और घन चलाने की विद्या का जिक्र आया है। |
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Answer» कहानी मे किताबों की विद्या और घन चलाने की विद्या का जिक्र तब आया जब एक दिन धनराम कक्षा मे तेरह का पहाड़ा नहीं बोल पाया और मास्टर जी ने उसे फटकार ते हुए बोला की "तुम्हारे दिमाग़ मे लोहा भरा हुआ है वहां विद्या की अग्नि नहीं पहचोगी", हलाकि यह बात ठीक भी थी क्योंकि धनराम के पिता ने उसे बचपन से ही घन चलाने की विद्या देना प्रारम्भ कर दिया था| |
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धनराम मोहन को अपना प्रतिद्वंद्वी क्यों नहीं समझता था? |
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Answer» धनराम को बचपन से ही यह बात समझा दी गयी थी की ऊँची जाती वाले लोग उनके प्रतिद्वंदी नहीं होते है, कक्षा मे भी मोहन मास्टर त्रिलोक का चाहता था और हमेशा उसके बारेमे बोला जाता था की वह एक दिन विद्यालय का नाम रोशन करेगा, इन्ही कारणों की वज़ह से धनराम मोहन को अपना प्रतिद्वंदी नहीं समझता था मोहन उसके लिए हमेशा से ही बेहतर था| |
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इस ऐप पर प्रशनो के उतर क्यो नही दिखाई दे रहे है |
| Answer» | |
| 16900. |
सिल्वर वैडिंग कहानी के माध्यम से लेखक ने किस समस्या को उभारा है? *1 pointपीढ़ी का अंतरालभाषा की समस्याबच्चों की असंवेदनशीलता |
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Answer» DIFFERENCE between TWO GENERATION both generation thinking Explanation: i HOPE this is helpful follow me |
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