InterviewSolution
This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
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                                    नेत्रों की सफाई एवं सुरक्षा आप किस प्रकार करेंगी? या आँखों को कैसे सुरक्षित रख सकते हैं? | 
                            
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                                   Answer»  नेत्र हमारे लिए प्रकृति की अमूल्य देन हैं। इनकी स्वच्छता एवं सुरक्षा सर्वोपरि है। हमें नेत्रों की सफाई एवं सुरक्षा के विषय में निम्नलिखित बातों का सदैव ध्यान रखना चाहिए 
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                                    फर्श पर थूकना क्यों हानिकारक है? | 
                            
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                                   Answer»  थूक और कफ में रोगाणु होते हैं; अतः फर्श पर थूकने से इनके अन्य व्यक्तियों तक फैलने .. की सम्भावना रहती है।  | 
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                                    दाँतों की नियमित सफाई न करने पर इनमें किस रोग के होने की आशंका रहती है? | 
                            
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                                   Answer»  दाँतों की नियमित सफाई न करने पर इनमें पायरिया नामक घातक रोग के होने की आशंका रहती है।  | 
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                                    नाखूनों की सफाई क्यों आवश्यक है? | 
                            
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                                   Answer»  नाखूनों की समुचित सफाई न होने पर उनमें गन्दगी तथा विभिन्न रोगों के रोगाणु एकत्र हो जाते हैं जो भोजन ग्रहण करते समय हमारे शरीर में प्रवेश करके रोग उत्पन्न कर सकते हैं।  | 
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                                    स्वास्थ्य के प्रत्यक्ष लक्षण क्या हैं? | 
                            
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                                   Answer»  स्वस्थ व्यक्ति के शरीर का वजन उचित होता है, अस्थि-संस्थान सुविकसित तथा सन्तुलित होता है, आँखों तथा बालों में स्वाभाविक चमक होती है तथा शरीर की मांसपेशियाँ सुसंगठित तथा सुविकसित होती हैं।  | 
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                                    स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाले घटक कौन-कौन से हैं? | 
                            
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                                   Answer»  नियमबद्धता, शारीरिक स्वच्छता, व्यायाम, पौष्टिक एवं सन्तुलित आहार, विश्राम एवं निद्रा तथा स्वस्थ मनोरंजन स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाले प्रमुख घटक अथवा कारक हैं।  | 
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                                    सोते समय किस प्रकार के वस्त्र पहनने चाहिए? | 
                            
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                                   Answer»  सोते समय ढीले-ढाले सूती वस्त्र पहनने चाहिए।  | 
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                                    टिप्पणी लिखिए–उत्तम स्वास्थ्य के लिए नाखूनों की स्वच्छता। | 
                            
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                                   Answer»  व्यक्तिगत शारीरिक स्वच्छता के अन्तर्गत नाखूनों की स्वच्छता का विशेष महत्त्व है। नाखून अँगुलियों के अग्रभाग में होते हैं। हम अपने सभी कार्य हाथों से करते हैं। भोजन पकाना एवं खाना भी हाथों द्वारा ही होता है; अत: हाथों को तथा विशेष रूप से नाखूनों को स्वच्छ रखना अनिवार्य होता है। यदि नाखून बढ़े हुए एवं गन्दे होते हैं, तो अनेक प्रकार से नुकसान हो सकता है। बढ़े हुए नाखूनों में गन्दगी भर जाती है तथा इस गन्दगी में तरह-तरह के रोगों के कीटाणु पनपने लगते हैं। जब हम भोजन ग्रहण करते हैं। तब भोजन के साथ ही ये कीटाणु भी हमारे मुँह में चले जाते हैं। इसलिए सामान्य रूप से नाखूनों को बढ़ने ही नहीं देना चाहिए। नाखूनों को सप्ताह में एक बार अवश्य ही काट देना चाहिए। नाखूनों को कैंची अथवा नेल-कटर द्वारा ही काटना चाहिए। कुछ लोग, विशेष रूप से बच्चे दाँतों से नाखून काटते हैं, यह बुरी एवं अस्वास्थ्यकर आदत है। अनेक फैशन-परस्त महिलाएँ नाखून बढ़ाकर रखती हैं। ऐसी महिलाओं के लिए यह अति आवश्यक सुझाव है कि वे नाखूनों की सफाई का विशेष रूप से ध्यान रखें अन्यथा स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।  | 
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                                    वस्त्रों का स्वच्छ होना क्यों आवश्यक है? | 
                            
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                                   Answer»  स्वच्छ वस्त्र स्वस्थ रहने में सहायक होते हैं तथा गन्दे वस्त्र स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालते हैं। इसलिए वस्त्रों का स्वच्छ होना आवश्यक है।  | 
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                                    पेट की आँतों की सफाई के लिए किन बातों को ध्यान में रखना आवश्यक है? | 
                            
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                                   Answer»  व्यक्तिगत स्वास्थ्य के लिए जहाँ बाहरी शारीरिक सफाई आवश्यक है वहीं अन्तरिक सफाई भी आवश्यक है। शरीर की आन्तरिक सफाई के लिए मुख्य रूप से पेट या आँतों की सफाई महत्त्वपूर्ण है। इसके लिए सर्वप्रथम आवश्यक है कि शौच की नियमित आदत डाली जाए। प्रात:काल सर्वप्रथम शौच के लिए जाना चाहिए। यदि किसी कारण से नियमित शौच न हो रहा हो, तो इसके लिए समुचित उपाय करने चाहिए। कब्ज़ से बचने के लिए आहार में हरी सब्जियाँ, फल तथा चोकरयुक्त आटे की रोटी का समावेश किया जाना चाहिए। इससे भी यदि कब्ज दूर न हो, तो सोते समय ईसबगोल की भूसी अथवा कोई अन्य हल्का रेचक पदार्थ लेना चाहिए।  | 
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| 11. | 
                                    विद्यालय में खेल के मैदान होने से क्या लाभ हैं? | 
                            
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                                   Answer»  विद्यालय में खेल के मैदान होने से निम्नलिखित लाभ हैं 
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                                    निद्रा और विश्राम क्यों आवश्यक हैं? | 
                            
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                                   Answer»  दैनिक कार्यों से होने वाली थकान को दूर करने के लिए तथा कार्यरत रहते हुए ऊतकों में हुई टूट-फूट की मरम्मत के लिए निद्रा और विश्राम की आवश्यकता होती है।  | 
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                                    व्यक्तिगत स्वास्थ्य से आप क्या समझती हैं? व्यक्तिगत स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाले कारकों का वर्णन कीजिए। | 
                            
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                                   Answer»  व्यक्तिगत स्वास्थ्य का अर्थ किसी व्यक्ति विशेष के शारीरिक, मानसिक एवं संवेगात्मक पक्षों के कल्याण को व्यक्तिगत स्वास्थ्य के रूप में जाना जा सकता है। अतः वह शारीरिक रूप से रोगमुक्त, बलशाली, कुशल एवं प्रफुल्ल होना चाहिए तथा मानसिक रूप से उत्साही, सक्रिय एवं विवेकशील होना चाहिए और इनके साथ-साथ उसका पारिवारिक एवं सामाजिक अनुकूलन सही होना चाहिए। व्यक्तिगत स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाले कारक व्यक्तिगत स्वास्थ्य को विभिन्न कारक प्रभावित करते हैं। उत्तम स्वास्थ्य के लिए इन कारकों को ध्यान में रखना आवश्यक होता है। व्यक्तिगत स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाले मुख्य कारक निम्नलिखित हैं. (1) उचित पोषण: (2) रोगों से मुक्त रहना: (3) नियमबद्धता: (4) शारीरिक स्वच्छता: (5) नियमित व्यायाम करना: (6) विश्राम एवं निद्रा: (7) मादक वस्तुओं से दूर रहना: (8) स्वस्थ मनोरंजन:  | 
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| 14. | 
                                    व्यक्तिगत स्वास्थ्य के लिए मनोरंजन का महत्त्व स्पष्ट कीजिए। | 
                            
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                                   Answer»  व्यक्तिगत स्वास्थ्य में मानसिक स्वास्थ्य भी निहित होता है। मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाला एक मुख्य कारक है—मनोरंजन। मनोरंजन के अर्थ को डॉ० नक्खुड़ा ने इन शब्दों में स्पष्ट किया है, “मनोरंजन वह अवकाशकालीन कार्य है जो व्यक्ति के तत्कालीन सन्तोष के लिए चुना जाता है। और जो व्यक्तियों को उनके अवकाश का सृजनात्मक उपयोग तथा खोई हुई शक्ति की पुनः प्राप्ति द्वारा आत्माभिव्यक्ति तथा आत्मानुभूति का अवसर देता है।” स्पष्ट है कि व्यक्ति के लिए स्वस्थ मनोरंजन का विशेष महत्त्व है। स्वस्थ मनोरंजन से व्यक्ति का मानसिक तथा शारीरिक स्वास्थ्य उत्तम बनता है। स्वस्थ मनोरंजन द्वारा व्यक्ति का चरित्र भी संगठित होता है। स्वस्थ मनोरंजन द्वारा व्यक्ति का चरित्र सुदृढ़ बनता है तथा आगे विभिन्न सद्गुणों का भी विकास होता है।  | 
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| 15. | 
                                    टिप्पणी लिखिए–व्यक्तिगत स्वास्थ्य के लिए वस्त्रों की स्वच्छता। | 
                            
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                                   Answer»  व्यक्तिगत स्वास्थ्य तथा शारीरिक स्वच्छता के लिए जहाँ एक ओर शरीर के विभिन्न अंगों को स्वच्छ रखना अनिवार्य है, वहीं शरीर पर धारण करने वाले वस्त्रों की स्वच्छता का भी ध्यान रखना आवश्यक है। वस्त्र चाहे जो भी पहना जाए, इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वह स्वच्छ हो। गन्दा वस्त्र कभी नहीं पहनना चाहिए। गन्दे वस्त्र धारण करने से शारीरिक स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इसके अतिरिक्त यह भी एक तथ्य है कि गन्दे वस्त्र धारण करने वाले व्यक्ति को कोई भी पसन्द नहीं करता तथा अपने पास बैठाना भी नहीं चाहता। साफ-सुथरे वस्त्र धारण करने से व्यक्ति का चित्त प्रसन्न रहता है तथा व्यक्ति चुस्त भी रहता है। वस्त्रों की सफाई के लिए वस्त्रों को नियमित रूप से धोना । आवश्यक होता है। गर्म कपड़ों को बीच-बीच में ब्रश से झाड़कर भी साफ किया जा सकता है।  | 
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| 16. | 
                                    व्यायाम से आप क्या समझती हैं? व्यायाम के महत्त्व एवं आवश्यक नियमों का वर्णन कीजिए।याव्यायाम के महत्व को स्पष्ट करते हुए कुछ उपयोगी व्यायामों का उल्लेख कीजिए। | 
                            
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                                   Answer»  व्यायाम का अर्थ व्यायाम का अर्थ है-“वे शारीरिक क्रियाएँ एवं गतिविधियाँ जो मनुष्य के समस्त अंगों के पूर्ण एवं सन्तुलित विकास में सहायक होती हैं।” व्यायाम के अन्तर्गत व्यक्ति को शरीर के विभिन्न अंगों की विभिन्न प्रकार से गति करनी पड़ती है। व्यायाम के विभिन्न प्रकार हो सकते हैं, जैसे कि सुबह-शाम को घूमना, भागना-दौड़ना, दण्ड-बैठक लगाना, मलखम्भ, योगाभ्यास अथवा कोई खेल खेलना। वर्तमान में सन्तुलित व्यायाम के लिए विभिन्न मशीनें भी तैयार कर ली गई हैं। व्यायाम की महत्त्व व्यक्तिगत स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाला एक मुख्य कारक है–नियमित रूप से व्यायाम करना। नियमित रूप से व्यायाम करने के अनेक लाभ हैं, जिनमें निम्नलिखित अत्यधिक महत्त्वपूर्ण हैं 
 व्यायाम के लिए आवश्यक नियम 
 कुछ उपयोगी व्यायाम (क) प्रातःकाल दौड़ना व टहलना: (ख) नियमित योगाभ्यास: (ग) खेल-कूद में भाग लेना:  | 
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| 17. | 
                                    शराब में मुख्य मादक अवयव कौन-सा होता है? | 
                            
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                                   Answer»  शराब में मुख्य मादक अवयव ऐल्कोहॉल होता है।  | 
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| 18. | 
                                    सूर्य के प्रकाश की वस्तुओं पर क्या प्रभाव पड़ता है? | 
                            
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                                   Answer»  सूर्य के प्रकाश के वस्तुओं पर पड़ने वाले प्रमुख प्रभाव निम्नलिखित हैं 
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                                    व्यक्तिगत स्वास्थ्य के एक उपाय के रूप में विश्राम तथा निद्रा का वर्णन कीजिए।याविश्राम तथा निद्रा की क्या आवश्यकता है? इसके मुख्य नियमों का वर्णन कीजिए। | 
                            
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                                   Answer»  विश्राम एवं निद्रा की आवश्यकता व्यक्तिगत स्वास्थ्य के लिए व्यायाम एवं शारीरिक श्रम के साथ-साथ विश्राम भी नितान्त आवश्यक होता है। वास्तव में हम जो भी शारीरिक अथवा मानसिक कार्य करते हैं, उससे हमारे शरीर में थकान आ जाती है। यह थकान क्या है? वास्तव में शारीरिक परिश्रम करते समय हमारे शरीर में अनेक विषैले तत्त्व एकत्र हो जाते हैं। ये तत्त्व ही हमारी माँसपेशियों को थकाते हैं। इसके अतिरिक्त कार्य करते समय हमारे शरीर के ऊतक अधिक टूटते-फूटते रहते हैं। कार्य के दौरान इनकी मरम्मत नहीं हो पाती, अतः शरीर के उत्तम स्वास्थ्य के लिए इन ऊतकों की मरम्मत तथा विषैले तत्त्वों का बाहर निकलना अनिवार्य होता है। इस उद्देश्य के लिए विश्राम अति आवश्यक है। विश्राम का सर्वोत्तम उपाय है-निद्रा। विश्राम एवं निद्रा के नियम अनियमित विश्राम एवं निद्रा स्वास्थ्य के लिए हानिकारक सिद्ध होते हैं। विश्राम व निद्रा के सामान्य नियम निम्नलिखित हैं 
 नींद का महत्त्व  | 
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| 20. | 
                                    मादक द्रव्य कौन-कौन से होते हैं? इनका शरीर पर क्या प्रभाव पड़ता है? सोदाहरण वर्णन कीजिए। | 
                            
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                                   Answer»  प्रमुख मादक द्रव्य तथा उनका शरीर पर प्रभाव, सभी मादक द्रव्य अनिवार्य रूप से स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं, परन्तु फिर भी अनेक पुरुष एवं स्त्रियाँ इनका सेवन करते हैं। विभिन्न राजकीय एवं व्यक्तिगत माध्यमों के द्वारा मादक द्रव्यों से होने वाली हानियों के विषय में समय-समय पर जानकारियाँ दी जाती हैं, परन्तु आश्चर्य की बात है कि मादक द्रव्यों का सेवन करने वाले मनुष्यों की संख्या में कोई विशेष कमी होती नहीं दिखाई पड़ती है। कुछ प्रमुख मादक द्रव्य निम्नलिखित हैं (1) अफीम: 
 (2) भाँग: 
 (3) चरस व गाँज़ा: (4) कोकीन: (5) तम्बाकू: 
 (6) मदिरा या शराब: 
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| 21. | 
                                    दैनिक कार्यों से हुई थकान को दूर करने के लिए(क) कार्य करना चाहिए(ख) विश्राम करना चाहिए(ग) व्यायाम करना चाहिए(घ) भोजन करना चाहिए। | 
                            
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                                   Answer»  सही विकल्प है (ख) विश्राम करना चाहिए  | 
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