InterviewSolution
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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 101. |
`CaF_2` क्रिस्टल में `Ca^(2+)` आयन f.c.c. क्रम में व्यवस्थित है | एकक कोष्ठिका में `F^(-)` आयनों की संख्या की ज्ञात कीजिए| |
| Answer» प्रति एकक कोष्ठिका में `Ca^(2+)` आयनों की संख्या `=8xx1/8+6xx1/2=1+3=4` अतः प्रति एकक कोष्ठिका में `F^(-)` आयनों की संख्या `=2 xx 4 =8`. | |
| 102. |
किसी यौगिक की इकाई सैल के सभी कोनों पर धनायन `(A^+)` तथा अन्तःकेन्द्र पर ऋणायन `(B^- )` उपस्थित है। इस यौगिक का सरलतम सूत्र क्या होगा ? |
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Answer» प्रश्नानुसार, यौगिक में अन्त: केन्द्रित घनीय जालक उपस्थित हैं। इकाई सैल में आठ `A^(+)` आयन होना चाहिए। ये आयन घन के प्रत्येक कोने पर स्थित होंगे। एक `B^(-)` आयन घन के अन्तःकेन्द्र पर स्थित होगा। प्रत्येक कोने के आयन का योगदान `1/8` तथा अन्तःकेन्द्र पर स्थित का योगदान 1 होता है। प्रति इकाई सैल में धनायनों `(A^(+))` की संख्या `=8 xx 1/8 =1` प्रति इकाई सैल में ऋणायनों `(B^- )` की संख्या `=1xx1=1` अतएव, यौगिक का सरलतम सूत्र `A^(+) B^(-)` होगा। |
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| 103. |
तत्व A एवं B से बने घनीय ठोस में A के परमाणु सभी कोनों पर तथा B के परमाणु सभी फलकों के केन्द्र में स्थित है | यौगिक के सरलतम सूत्र की गणना कीजिए - |
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Answer» चूँकि, A परमाणु घन के सभी कोनों पर स्थित है , अतः प्रति एकक सेल में A की संख्या `=8 xx 1/8=1` B परमाणु, 6 फलकों पर है, एकक सेल में B परमाणुओं की संख्या `=6 xx 1/2 =3` परमाणुओं का अनुपात A : B= 1 : 3 अतः यौगिक का मूलनुपाती सूत्र `=AB_3`. |
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| 104. |
कारण बताइए कि क्षार धातुओं के हैलाइडों में फ्रेंकल दोष नहीं पाये जाते हैं ? |
| Answer» फ्रेंकल दोष विशेष आयनों (सामान्यतः धनायन) के निश्चित जालक बिन्दुओं से हटकर अन्तराकाशी स्थानों में आ जाने के कारण उत्पन्न होते हैं। क्षार धातुओं के हैलाइडों में धनायन बड़े आकार के होते हैं, तथा आसानी से अन्तराकाशी स्थानों में व्यवस्थित नहीं हो पाते, इसलिए क्षार धातुओं के हैलाइडों में फ्रेंकल दोष नहीं पाये जाते हैं। | |
| 105. |
संक्रमण ताप से आप क्या समझते हैं ? |
| Answer» वह ताप जिस पर कोई पदार्थ अतिचालक (super-conductor) की भाँति व्यवहार करने लगता है, संक्रमण ताप (transition temperature) कहलाता है। उदाहरणार्थ, Hg का संक्रमण ताप 4 K होता है। | |
| 106. |
NaCl क्रिस्टल में `Cl^(-)` क्रिस्टल में `Cl^(-)` आयन f.c.c. क्रम में व्यवस्थित है | एकक कोष्ठिका में `Cl^(-)` आयनों की संख्या की गणना कीजिए| |
| Answer» प्रति एकक कोष्ठिका में `Cl^(-)` आयनों की संख्या `=8xx1//8` कोनों पर `+6xx1//2`(फलक पर) = 1 + 3 = 4. | |
| 107. |
तत्व P एवं Q से बने किसी घनीय ठोस में P के परमाणु सभी कोनों पर तथा क्यू के परमाणु अतः केन्द्र पर स्थित हैं, यौगिक के सरलतम सूत्र की गणना कीजिए | |
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Answer» चूँकि, P के परमाणु घन के कोनों पर स्थित है, अतः प्रति एकक सेल में P की संख्या `=8xx1/8 =1` Q के परमाणु केवल अन्तः, केन्द्र पर स्थित है, अतः प्रति एकक सेल में Q की संख्या = 1 `:.` परमाणुओं का अनुपात = P : Q = 1 : 1 अतः, यौगिक का मुलानुपाती सूत्र = PQ. |
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| 108. |
ठोस कठोर क्यों होते हैं ? |
| Answer» ठोसों के अवयवी कण निविड संकुलन के कारण अत्यंत पास-पास होते है, अतः इन कणों के मध्य आकर्षण बल बहुत प्रबल होता है जिससे अवयवी कण निश्चित स्थिति ग्रहण कर लेते है तथा केवल अपनी माध्य स्थिति के दोनों ओर कंपन करते है अतः ठेरा कठोर व असंपीड्य होते है । | |
| 109. |
निकिल ऑक्साइड के विश्लेषण के अनुसार इसका अणुसूत्र `Ni_(0.98)O_(1.00)` है | `Ni^(2+)` तथा `Ni^(2+)` आयनों कि प्रतिशत मात्रा की गणना कीजिये | |
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Answer» अणुसूत्र `Ni_(0.98)O_(1.00)` यह इंगित करता है कि Ni के 98 परमाणु ऑक्सीजन के 100 परमाणुओं के साथ उपस्थित है | माना कि `Ni^(2+)` के रूप में उपस्थित परमाणुओं कि संख्या `=x therefore" "Ni^(3+)` के रूप में उपस्थित Ni परमाणुओं कि संख्या `=98-x` चूँकि निकिल ऑक्साइड विधुत उदासीन होता है इसलिए `x Ni^(2+)` आयनों तथा `(98-x) Ni^(3+)` आयनों पर उपस्थित कुल आवेश `100 O^(2-)` आयनों पर उपस्थित आवेश के बराबर होना चाहिए | अतएव, `x xx(2)+(98-x)xx3=100xx2` `"या "2x+294-3x=200` `"या "x=94` `therefore" "Ni^(2+)` आयनों कि प्रतिशतता `=(94)/(98)xx100=95.9 approx 96%` `"तथा "Ni^(3+)` आयनों कि प्रतिशतता `=(98-94)/(98)xx100=4.08 approx 4.0%` |
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| 110. |
निकिल ऑक्साइड के विश्लेषण के अनुसार इसका अणुसूत्र `Ni_(0.98) O_(1.00)` है । `Ni^(2+)` तथा `Ni^(3+)` आयनो की प्रतिशत मात्रा की गणना कीजिए । |
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Answer» माना ऑक्सीजन परमाणुओं की संख्या = 100 अत: निकिल परमाणुओं की संख्या = 98 माना `Ni^(2+)` आयनो की संख्या = x `Ni^(3+)` आयनो की संख्या = 98 - x 98 निकिल आयनो पर कुल धनावेश `= 2 xx x + 3 xx (98 - x)` 100 ऑक्साइड आयनो पर कुल ऋणावेश = `100 xx 2` कुल धनावेश तथा कुल ऋणावेश बराबर होते हैं, अत: `2 xx x + 3 xx (98 - x) = 100 xx 2` `2x + 294 - 3x = 200` या x = 94 `therefore" "Ni^(2+)` की प्रितशतता `= (94 xx 100)/(98) = 96%` `Ni^(3+)` की प्रतिशतता `= 100 - 96 = 4%` |
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| 111. |
सिल्वर फलक केंद्रित (fcc) संरचना में क्रिस्टलीकृत होता है । इस संरचना में निकटतम परमणुओ की दुरी 287 pm है तो, सिल्वर का घनत्व ज्ञात कीजिए । सिल्वर का परमाणु द्रव्यमान `107.87" g mol"^(-1)` तथा `N_(A) = 6.02 xx 10^(23) mol^(-1)` है । |
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Answer» फलक केंद्रित घन (fcc) के लिए, `d = (a)/(sqrt(2))` या `a = sqrt(2)d = 1.414 xx 287 = "406 pm" = 406 xx 10^(-10) cm` `Z = 4, M = 107.87, N_(A) = 6.02 xx 10^(23)` `therefore` घनत्व `(rho) = (Z xx M)/(a^(3) xx N_(A)) = (4 xx 107.87)/((406 xx 10^(-10))^(3) xx 6.02 xx 10^(23)) = 10.71"g cm"^(-3)` |
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| 112. |
तत्व B के परमाणु hcp जालक बनाते है, तथा तत्व A के परमाणु अष्टफलकीय रिक्तियों का `2/3`वां भाग बनाते है, तो A व B से बने यौगिक का सूत्र क्या होगा ? |
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Answer» माना hcp जालक में B के परमाणुओं की संख्या = n चूँकि चतुष्फलकीय रिक्तियों की संख्या निविड़ संकुलन में परमाणुओं की संख्या की दोगुनी होती है, इसलिए चतुष्फलकीय रिक्तियों की संख्या = 2n चूँकि परमाणु A चतुष्फलकीय रिक्तियों का `2/3`वां भाग घेरते है, अतः जालक में A के परमाणुओं की संख्या `=2/3 xx 2n =(4n)/3` `:.` A व B का अनुपात `A : B =(4n)/3: n=4/3:1=4:3` अतः यौगिक का सूत्र `A_4B_3` है | |
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| 113. |
काय केंद्रित घनीय (bcc) जालक में इकाई कोष्ठिका का कितना भाग रिक्त होता है ?A. 0.32B. 0.1C. 0.23D. 0.46 |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 114. |
एक यौगिक में, तत्व Y के परमाणु ccp जालक बनाते हैं तथा तत्व X के परमाणु चतुष्फलकीय रिक्तियों का 2/3 भाग घेरते हैं । यौगिक का सूत्र होगा :A. `X_(4)Y_(3)`B. `X_(2)Y_(3)`C. `X_(2)Y`D. `X_(3)Y_(4)` |
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Answer» Correct Answer - A Y के परमाणुओं की संख्या = 4 (ccp के लिए) X के परमाणुओं की संख्या `= (2)/(3) xx 8 = (16)/(3)` (fcc के लिए) अत: यौगिक का सूत्र `X_(4)Y_(3)` होगा । |
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| 115. |
कॉपर के घनत्व की गणना कीजिए, जो की फलक केंद्रित घन (fcc) में क्रिस्टलीकृत होता है । कॉपर परमाणु की परमाण्विक त्रिज्या 128 pm है । कॉपर का परमाणु द्रव्यमान 63.5 g `mol^(-1)` है । |
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Answer» fcc क्रिस्टल के लिए, `r = (a)/(2 sqrt(2))` या `a = 2 sqrt(2) r = 2 xx 1.414 xx 128` `= "362 pm" = 362 xx 10^(-10) cm` Z = 4, M = 635 `therefore` घनत्व `(rho) = (Z xx M)/(a^(3) xx N_(A)) = (4 xx 635)/((362 xx 10^(-10))^(3)xx 6.023 xx 10^(23))` ` = 8.89 "g cm"^(-3)` |
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| 116. |
एक ठोस में तीन परमाणु X, Y, Z उपस्थित है । X fcc जालक का निर्माण करता है । Y परमाणु सभी चतुष्फलकीय रिक्तियों में उपस्थित है जबकि Z आदि अष्टफल्कीय रिक्तियों में उपस्थित है । ठोस का सूत्र है :A. `X_(4)YZ_(2)`B. `X_(4)Y_(2)Z`C. `XY_(2)Z_(4)`D. `X_(2)Y_(4)Z` |
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Answer» Correct Answer - D X - fcc = 4 , Y - चतुष्फलकीय रिक्ति = 8 `Z - .^(1/2)` अष्टफलकीय रिक्ति = 2 अत: `X_(4)Y_(8)Z_(2) = X_(2)Y_(4)Z` |
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| 117. |
निम्न में परमाणुओं की संख्या (Z) ज्ञात करो - (a) घनीय (cubic) जालक की एकक कोष्ठिका में, (b) काय केंद्रित घनीय (b.c.c.), जालक की एकक कोष्ठिका में तथा (c) फलक केंद्रित घनीय (f.c.c.) जालक के एकक कोष्ठिका में । |
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Answer» (a) घनीय कोष्ठिका (सेल) में 8 कोनो पर 8 परमाणु होते हैं । प्रत्येक परमाणु 8 कोष्ठिकाओं के साथ साझा करता है । `therefore" "Z = 8 xx (1)/(8) = 1` (b) b.c.c. में 8 परमाणु कोनो पर तथा एक केंद्र में रहता है । `therefore" "Z = (8 xx (1)/(8))+1 = 2` (c) f.c.c. परमाणु 8 कोनो पर तथा 6 परमाणु, 6 फलको पर होते हैं । अत: f.c.c. के लिए `therefore" "Z = 8 xx (1)/(8) + (6 xx (1)/(2))=4` |
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| 118. |
कॉपर fcc जालक रूप में क्रिस्टलीकृत होता हैं जिसके कोर की लंबाई `3.6 xx 10^(-8) cm`हैं। यह दर्शाइए कि गणना किए गए घनत्व के मान तथा मापे एग घनत्व `8.92 g cm^(-3)` में समानता हैं। |
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Answer» Correct Answer - 8.97 `g cm^(-3)` |
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| 119. |
एक धातु का fcc जालक है । एकक कोष्ठिका के किनारे की लम्बाई 404 pm है । धातु का घनत्व 2.72 g `cm^(-3)` है । धातु का मोलर द्रव्यमान होगा : (`N_(A)` आवोगाद्रो स्थिरांक `= 6.02 xx 10^(23) mol^(-1)`)A. 20 g `mol^(-)`B. 40 g `mol^(-)`C. 30 g `mol^(-)`D. 27 g `mol^(-)` |
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Answer» Correct Answer - D fcc के लिए `Z = 4, a = "404 pm" = 4.04 xx 10^(-8)cm` `because M = (rho xx a^(3) xx NA)/(Z)` `= (2.72 xx (4.04 xx 10^(-8))^(3) xx 6.02 xx 10^(23))/(4) = "26.99 g mol"^(-1)` |
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| 120. |
संवृत संकुलित संरचना में n कण उपस्थित होने पर चतुष्फलकीय तथा अष्टफलकीय रिक्तियों की संख्या कितनी होगी? |
| Answer» Correct Answer - 2n,n | |
| 121. |
परमाणुओं के फलक केंद्रित जालक में प्रति इकाई कोष्ठिका, अष्टफल्कीय तथा चतुष्फलकीय रिक्तियों की संख्या हैं :A. 8, 4B. 1, 2C. 4, 8D. 2, 1 |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 122. |
सिल्वर fcc जालक में क्रिस्टलीकृत होता है । यदि सैल के किनारे की लम्बाई `4.077 xx 10^(-8)` सेमी तथा घनत्व 10.5 ग्राम `"सेमी"^(-3)` हो, तो सिल्वर के परमाणु द्रव्यमान की गणना कीजिए । |
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Answer» `because` घनत्व `(rho) = (Z xx M)/(a^(3) xx N_(A))` `therefore" "M = (rho xx a^(3) xx N_(A))/(Z)" "(because "के लिए Z = 4")` `= (10.5xx(4.077 xx 10^(-8))^(3)xx6.023 xx 10^(23))/(4) = 107.1` |
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| 123. |
फलक केंद्रित घन में प्रति इकाई कोश के परमाणु की संख्या तथा अन्त: केंद्रित घन में प्रति इकाई कोश के पमानु की संख्या के मध्य क्या विभिन्नता है ?A. 2B. 1C. 4D. 6 |
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Answer» Correct Answer - A फलक केंद्रित घन में प्रति इकाई कोश के परमाणु की संख्या = 4 अन्त: केंद्रित घन में प्रति इकाई कोश के परमाणु की संख्या = 2 अत: अन्तर = 4 - 2 = 2 |
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| 124. |
किसी क्रिस्टल का स्थायित्व उसके गलनांक के परिमाण पर निभर करता है । इस तथ्य पर अपने विचार व्यक्त करे । ठोस जल, एथिल एल्कोहॉल, डाइएथिल ईथर तथा मेथेन के गलनांक डेटा बुक से लिखिय । इन अणुओ के बीच अन्तराणविक बल के विषय में आप क्या बता सकते हैं ? |
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Answer» (i) क्रिस्टल में उपस्थित प्रबल स्थिर वैधुत आकर्षण बल अथवा सहसंयोजी बंधो की अधिक संख्या उसे अधिक स्थायित्व प्रदान करती है । क्रिस्टल जितना अधिक स्थायी होता है, उसका गलनांक उतना ही अधिक होता है । (ii) जल तथा एथिल ऐल्कोहॉल के अणु H-बंध द्वारा बंधे होते है । जल का गलनांक ऐल्कोहॉल से अधिक होता है, इससे प्रदर्शित होता है की जल में उपस्थित H-बंध ऐल्कोहॉल से से अधिक होते हैं । डाइएथिल ईथर का गलनांक मेथेन से अधिक है । डाइएथिल ईथर एक धुर्वीय अणु है तथा ईथर में उपस्थित अंतराअणुक आकर्षण द्विधुव-द्विधुव आकर्षण होता है । मेथेन एक अधुर्वीय अणु है तथा ठोस मेथेन में दुर्बल अंतराअणुक आकर्षण बल होता है । |
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| 125. |
"किसी क्रिस्टल का स्थायित्व उसके गलनांक के परिमाण पर निर्भर करता है।" इस तथ्य पर अपने विचार व्यक्त करें। ठोस जल, ऐथिल एल्कोहल, डाइएबिल ईथर तथा मेथेन के गलनांक डेटा बुक से लिखिये। इन अणुओं के बीच अन्तराणविक बल के विषय में आप क्या बता सकते हैं? |
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Answer» किसी क्रिस्टल का गलनांक जितना अधिक होता है, वह उतना अधिक स्थायी होता है। इसका कारण यह है कि किसी क्रिस्टल का गलनांक उसमें उपस्थित अन्तराणविक बल से सम्बन्धित होता है। ये बल ही क्रिस्टल में कणों को परस्पर बाँधकर रखते हैं। जब गलनांक अधिक होता है तो अन्तराणविक बल अधिक प्रचल होते है तथा क्रिस्टल अधिक स्थायी होता है। दिए हुए पदार्थों के गलनांक निम्न प्रकार हैं ठोस जल = 273 K ऐथिल एल्कोहल = 155.7K, डाइएथिल ईमर 156.8 K, मेथेन 90.5 R उपरोक्त आकड़ों से यह स्पष्ट है कि इन पदार्थों में अन्तराणधिक बला का परिमाण निम्न क्रम में है : ठास जल `lt` डाइएथिल ईथर `lt ` एथिल एल्कोहल `lt ` मेथेन ठोस जल में अन्तराणविक बल का परिमाण सबसे अधिक है। इसका कारण ह्यइड्रोजन बंध की उपस्थिति है। एथिल एल्कोहल में भी हाइड्रोजन बंध पाये जाते हैं परन्तु ये ठोस जल की अपेक्षा दुर्बल होते हैं। डाइएथिल ईयर अणु धुरुवोय होता है तथा इसके अणुओं के बीच स्थित अन्तराणविक बल द्विध्रुव-द्विध्रुव अन्योन्यता से उत्पन्न होते हैं। मेथेन अणुओ के बीच सबसे हुर्बल अन्तराणविक बल होते हैं, जो कि दुर्बल वान्डर वाल्स बल हैं। इसका कारण यह है कि मेथेन अणु की प्रकृति अध्रुवीय होती है। |
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| 126. |
एक घनाकार ठोस P तथा Q दो तत्वों से मिलकर बना हुआ है । Q के परमाणु घन के कोनो पर तथा P के परमाणु काय केंद्रित (bcc) हैं । यौगिक का सूत्र क्या होगा ? P तथा Q की समन्वय संख्याएँ ज्ञात कीजिए । |
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Answer» `because` Q परमाणु घन के कोनो पर है, अत: प्रति इकाई सैल में Q परमाणु की संख्या `=8 xx (1)/(8) = 1` प्रति इकाई सेल में P परमाणुओं की संख्या `= 1 xx 1 = 1` अत: यौगिक का सूत्र = PQ चूँकि काय केंद्रित परमाणु कोनो के सभी परमाणु के सम्पर्क में हैं । अत: P तथा Q की समन्यव संख्या 8 होगी । |
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| 127. |
यदि अष्टफलकीय रिक्ति की त्रिज्या r तथा संवृत संकुलन में परमाणु की त्रिज्या R हो, तो r तथा R में संबंध स्थापित कीजिए । |
| Answer» Correct Answer - `(r)/(R) = 0.414` | |
| 128. |
ठोस AX में `A^(+)` आयन के चारो और `X^(-)` आयन की व्यवस्था है, जैसा की चित्र में दर्शाया गया है (सही माप सूचक नहीं है) । यदि `X^(-)` आयन की त्रिज्या 250 pm हो तो `A^(+)` आयन की त्रिज्या है : A. 104 pmB. 125 pmC. 183 pmD. 57 pm |
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Answer» Correct Answer - A दिए गए चित्र के अनुसार, `X^(-)` की अष्टफलकीय रिक्ति (octahedral void) में `A^(+)` उपस्थित है । अष्टफलकीय रिक्ति की सीमान्त त्रिज्या (limiting radius) गोले की त्रिज्या का 0.414 गुना होती है । अत: `r_("रिक्ति") = 0.414r` गोले `r_(A^(+)) = 0.414 xx r_(x^(-))` `= 0.414 xx 250 = "10.3 pm" ~~ "104 pm"` |
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| 129. |
नियोबियम अन्त: केंद्रित घनीय संरचना में क्रिस्टलीकृत होता है । यदि इसका घनत्व 8.55 ग्राम `"सेमी"^(-3)` हो, तो परमाणु भार 93 u का प्रयोग करते हुए तत्व की परमाणु त्रिज्या की गणना कीजिए । |
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Answer» `because` घनत्व `(rho) = (Z xx M)/(a^(3)xx N_(A))" "("bcc के लिए Z = 2)` `therefore" "a^(3) = (Z xx M)/(rho xx N_(A))=(2 xx 93)/(8.55 xx 6.023 xx 10^(23))` या `a = 33 xx 10^(-8)` सेमी = 33 nm अब bcc संरचना के लिए, त्रिज्या `(r) = (a sqrt(3))/(4) = (33 xx sqrt(3))/(4) = 14.29` nm |
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| 130. |
जीनॉन फलक केंद्रित घनीय (fcc) संरचना में क्रिस्टलीकृत होता है तथा इसके इकाई सेल के कोर (edge) की लम्बाई 620 pm है । इसके निकटवर्ती परमाणुओं की दुरी तथा जीनॉन परमाणु की त्रिज्या ज्ञात कीजिए । |
| Answer» d = 439.7 pm, r = 219.85 pm | |
| 131. |
नियोबियम बॉडी सैन्टर्ड क्यूबिक संरचना के क्रिस्टल देता है। यदि इसका घनत्व 8.55 ग्राम सेमी`^(3)` हो तो परमाणु भार 93 u का प्रयोग करते हुए तत्त्व की परमाणु त्रिज्या की गणना कीजिये। |
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Answer» दिया है `rho = 8.55 " ग्राम सेमी "^(-3)`, M = 93 u, Z=2 `N_A= 6.022 xx 10^(23)` , a= ? सूत्रानुसार , `a=((Mxx Z)/(rho xx N_A))^(1//3)` `=3.3 xx 10^(-8)` सेमी = 33 nm बॉडी सेंटर्ड क्यूबिक लैटिस के लिए किसी परमाणु की त्रिज्या (r ) निम्न प्रकार ज्ञात की जा सकती है ` r=(sqrt(3a))/(4)=0.433 a= xx 3 = 14.29 nm ` |
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| 132. |
निम्न में से कौन-सा ठोस अवस्था में सहसंयोजक क्रिस्टल है ?A. सिलिकॉनB. सल्फरC. फॉस्फोरसD. आयोडीन |
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Answer» Correct Answer - A Si-सहसंयोजक ठोस, `S_(8)`-आण्विक ठोस `P_(4)`-आण्विक ठोस, `I_(2)`-आण्विक ठोस |
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| 133. |
स्पष्ट करें : (i) धात्विक तथा आयनिक क्रिस्टलों के बीच समानता तथा अन्तर का आधारा | आयनिक ठोस कठोर तथा भंगुर होते हैं। |
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Answer» धात्विक तथा आणविक क्रिस्टलों के बीच समानता तथा अन्तर के लिए कृपया सारणी 1.2 देखें। धात्विक तथा आयनिक क्रिस्टलों के बीच समानता का आधार है कि दोनों में वैद्युतस्थैतिक आकर्षण बल पाया जाता है तथा बंध अदैशिक होता है। धात्विक क्रिस्टलों में वैद्युतस्थैतिक बल संयोजी इलेक्ट्रॉनों तथा करनैल के बीच होता है जबकि आयनिक क्रिस्टलों में यह बल विपरीत आवेश वाले आयनों के बीच होता है। यही कारण है कि दोनों प्रकार के क्रिस्टलीय पदार्थों का गलनांक बहुत अधिक होता है। घात्विक तथा आयनिक क्रिस्टल मुख्य रूप से एक-दूसरे से विहयुत चालकता, कठोरता तथा क्षण भंगुरता में भिन्न होते हैं। इन भिन्नताओं का आधार वैद्युतस्थैतिक बलों की प्रकृति तथा धातुओं में इलेक्ट्रॉनों की गति है। आयनिक ठोसों में वैद्युतस्थैतिक बल विपरीत आवेशित आयनों के बीच होते हैं, जो कि लैटिस बिन्दुओं पर रिथर होते है इसलिए ये विद्युत का संचालन करने में असमर्थ होते हैं। धात्विक ठोसों में करनैल तथा संयोजी इलेबट्रॉनों के मध्य आकर्षण होता है। संयोजी इलेक्ट्रॉनों की गतिशीलता के कारण धातु विद्युत के अच्छे सुचालक होते हैं। (Ii) आयनिक ठोस कठोर तथा भंगुर होते हैं। इनकी कठोरता विपरीत आवेशित आयनों के बीच वैद्गुतस्थैतिक आकर्षण बल के कारण होती है, जो कि कणों को आपस में प्रबलता से बाँधे रखता है। आणविक ठोसं की भगुरता का कारण उन पर बल लगाए जाने पर आयनिक परतों का एक- दूसरे के ऊपर फिसलना है। इससे समान आवेशित आयन एक-दूसरे के समीप आ जाते तथा प्रतिकर्षण उत्पन करते हैं। इस कारण से क्रिस्टल टूट जाता है। |
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| 134. |
एक धातु (परमाणु द्रव्यमान = 50) काय केंद्रित घनीय (bcc) संरचना में क्रिस्टलीकृत होती है । यदि धातु का घनत्व 5.96 ग्राम `"सेमी"^(-3)` हो तो इसकी इकाई सेल का आयतन ज्ञात कीजिए । |
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Answer» यदि इकाई के कोर की लम्बाई a है तो सेल का आयतन `V = a^(3)` `because` घनत्व `(rho) = (Z xx M)/(a^(3) xx N_(A)) = (Z xx M)/(V xx N_(A))` bcc के लिए Z = 2 `therefore` आयतन `(V) = (2 xx 50)/(5.96 xx 6.023 xx 10^(23)) = 27.85 xx 10^(-24) "सेमी"^(3)` |
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| 135. |
नियोबियम bcc संरचना में क्रिस्टलीकृत होता है । यदि इसका घनत्व 8.55 g `cm^(-3)` है नियोबियम को परमाणु त्रिज्या ज्ञात कीजिए । (Nb का परमाणु द्रव्यमान = 93) |
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Answer» 0.143 nm संकेत : `a^(3) =(ZxxM)/(rho xx N_(A)), a = 3306 xx 10^(-10) m` bcc के लिए `r = (sqrt(3)a)/(4)` |
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| 136. |
लैड (II) सल्फाइड की NaCl प्रकार की संरचना है । यदि PbS की इकाई सेल के कोर (edge) की लम्बाई 500 pm है तो इसके घनत्व की गणना कीजिए । (Pb = 207, S = 32) |
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Answer» `because` इकाई सेल का घनत्व `(rho) = (ZxxM)/(a^(3)xxN_(A))` PbS, NaCl प्रकार की संरचना है । अत: यह fcc संरचना में क्रिस्टलीकृत होगी । fcc संरचना के लिए Z = 4, a = 500 pm `= 5 xx 10^(-8)` सेमी `rho = (4xx239)/((5 xx 10^(-8))^(3)xx 6.023 xx 10^(23))` = 12.69 ग्राम `"सेमी"^(-3)` |
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| 137. |
एक तत्व की एकक कोष्ठिका की संरचना अंत: केंद्रित घन (b.c.c.) है, एकक कोष्ठिका के कोर की लम्बाई 288 pm है, तथा तत्व का घनत्व 7.2 g/`cm^3` है, तो 208 ग्राम तत्व में कितने परमाणु है ? |
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Answer» एकक कोष्ठिका का आयतन `(a^3)=(288 pm)^3= (288xx 10^(-12)m)^3=(299xx 10^(-10)cm)^3=2.39 xx 10^(-2)cm^3` 208 g तत्व का आयतन `=("द्रव्यमान ")/("घनत्व")` `=(208g)/(7.2 g cm^(-3))=28.88 cm^3` इस आयतन में एकक कोष्ठकाओं की सांख्य `=("कुल आयतन ")/(" एकक कोष्ठिका का आयतन ")` `(28.88cm^3)/(2.39xx 10^(-23) cm^3//"एकककोष्ठिका ")` `=12.08 xx 10^23` एक कोष्ठिकाएँ b.c.c की एकक कोष्ठिका में 2 परमाणु होते है अतः 208 ग्राम तत्व में परमाणुओं की संख्या =2 (परमाणु/ एकक कोष्ठिका `xx 12.08xx 10^23` एक कोष्ठिका अतः तत्व में परमाणुओं की संख्या `=24.16 xx 10^23` परमाणु | |
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| 138. |
सहसंयोजक नेटवर्क (network) जालक युक्त दो ठोस पदार्थो के नाम लिखो । |
| Answer» कार्बन (ग्रेफाइड तथा हीरा) एवं `SiO_(2)` (क्वार्ट्ज) । | |
| 139. |
नायोबियम का क्रिस्टलीकरण अंतः केन्द्रित घनीय संरचना में होता है। यदि इसका घनत्व `8.55 g cm^(-3)` हो, तो इसके परमाण्विक द्रव्यमान 93u का उपयोग करके परमाणु त्रिज्या की गणना कीजिए। |
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Answer» घनत्व `8.55 g cm^(-1)` `:.` एकक कोष्ठिका का द्रव्यमान `=(zxxM)/(N_0)` `=(2xx(93 gmol^(-1)))/(6.022 xx 10^(23) mol^(-1))` `=30.89 xx 10^(-23) g` एकक कोष्ठिका का आयतन `(a^3)` `=("एकककोष्ठिका का द्रव्यमान")/("एकककोष्ठिका का घनत्व")` `=((30.89xx10^(-23)g))/((8.55g cm^-3))` `=3.613 xx10^(-23) cm^3` एकक कोशिका के कोर की लंबाई `(a) = (36.13 xx10^(-24))^(1//3)` `=3.31xx 10^(-8)cm` bce संरचना के लिए `r=(sqrt3a)/4=(sqrt3xx(3.31xx10^(-8)cm))/4` `=1.43xx 10^(-8)cm=143 p m`. |
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| 140. |
टंगस्टन 316 pm कोर (edge) लम्बाई के साथ काय केंद्रित घनीय (bcc) संरचना में क्रिस्टलीकृत होता है तथा इसका घनत्व 19.35 ग्राम `"सेमी"^(-3)` है । इस तत्व के 100 ग्राम में कितने परमाणु होंगे ? |
| Answer» Correct Answer - `3.28 xx 10^(23)` | |
| 141. |
सोडियम क्लोराइड का क्रिस्टल भंगुर होता है । क्यों ? |
| Answer» आयनो के मध्य प्रबल विधुत स्थैतिक आकर्षण बल के कारण । | |
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KF की संरचना NaCl की भाँति है | यदि इसके सेल की कोर लम्बाई 536 pm हो, तो धनत्व की गणना कीजिए | (परमाणु भार K = 39, F = 19) |
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Answer» दिया है - M= 39 + 19 = 58, `N_0= 6.023 xx 10^23, Z= 4 (f.c.c.), a= 536 pm = 536 xx 10^(-10) cm` `a^3=(536 xx10^(-10)cm)^3` `a^3 = 154 xx 10^(-24) cm^3` घनत्व `(prop)=(M.Z)/(a^3. N_0)` `=(58xx4)/((154 xx10^(-24))xx6.023 xx10^23)` `=2.50 gm//cm^3` |
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| 143. |
एक धातु (परमाणु भार = 50) की क्रिस्टल संरचना bcc तथा घनत्व 5.96 gm//cm^3` है, तो उसके इकाई सेल की कोर लम्बाई की गणना कीजिए| |
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Answer» दिया गया है - `M=50, Z = 2 (b.c.c.),` `prop=5.96 gm//cm^3, N_0= 6.023 xx 10^23` एवोगेड्रो इकाई सेल का आयतन `(a^3) = (M.Z)/(prop. N_0)` `a^3=(50xx2)/(5.96xx6.023xx10^23)` `a^3=2.78 xx10^(-23) cm^3` इकाई सेल की कोर लम्बाई (a) `=3.04 xx10^(-8)cm= 304 pm`. |
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| 144. |
एक तत्व की bcc संरचना है, इसके एकक सेल कोर (edge) की लम्बाई 288 pm तथा तत्व का घनत्व 7.2 g `cm^(-3)` है । तत्व के 208 g में कितने परमाणु होंगे ? |
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Answer» `because` घनत्व `(rho) = (Z xx M)/(a^(3) xx N_(A))` bcc के लिए `Z = 2, a ="288 pm" = 2.88 xx 10^(-8) cm, rho = 7.2"g cm"^(-3)` `therefore M = (rho xx a^(3) xx N_(A))/(Z) = (7.2 xx (2.88 xx 10^(-8)) xx 6.023 xx 10^(23))/(2)` ` = 51.79 "g mol"^(-3)` `because` तत्व के 51.79 ग्राम में उपस्थित है `= 6.023 xx 10^(23)` परमाणु `therefore` तत्व के 208 ग्राम में उपस्थित होंगे ` = (6.023 xx 10^(23) xx 208)/(51.79) = 2.419 xx 10^(24)` परमाणु |
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| 145. |
आप किस प्रकार सुनिश्चित करेंगे कि उच्च गलनांक तथा क्वथनाक युक्त दिया गया एक कठोर तथा दृढ ढोस आयनिक है अथवा सहसंयोजक? |
| Answer» ठोस को गलने पर विधुत चालकता में विर्धि यह दर्शाती है कि यौगिक आयनिक है | दूसरी ओर यदि गलाने पर चालकता में केबल सूक्ष्म वृद्धि होती है तो ठोस सहसयोंजक ठोस होता है | | |
| 146. |
एक तत्व bcc संरचना में पाया जाता है, जिसकी कोर लंबाई 500pm हैं। यदि इसका धनत्व `7.5 g cm^(-3)` है, तो तत्व के 300g में कितने परमाणु होंगे। |
| Answer» Correct Answer - `6.4 xx10^23` | |
| 147. |
उच्च ताप पर सोडियम क्लोराइड क्रिस्टल द्वारा विद्युत्प्र वाहित होती है, कारण बताइए? |
| Answer» उच्च ताप पर इसके क्रिस्टलों के निश्चित व्यवस्था में विचलन होने के कारण अपूर्णता निर्मित हो जाती है। | |
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पोंटेशियम फ्लोराइड (KF) के क्रिस्टल की संरचना सोडियम क्लोराइड के समान है। इस पदार्थ का घनत्व `2.48gcm^(-3)` है `K^(+)` तथा `F^(-)` आयनों के मध्य दूरी `268 xx 10^(-10)` cm है । ऐवोगेड्रो संख्या की गणना कीजिए। |
| Answer» Correct Answer - `6.01 xx10^23` | |
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एक तत्व fcc क्रिस्टल संरचना में पाया जाता है जिसकी इकाई कोशिका के किनारे (cdge) का मान 400pm है। यदि इस तत्व का घनत्व `7g//cm^3` हो तो बताइए कि इस तत्व के 280g में परमाणुओं की संख्या क्या होगी ? |
| Answer» Correct Answer - `2.5 xx 10^23` | |
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एक तत्व के इकाई सेल की कोर लंबाई 100pm तथा संरचना bcc है। यदि इसके 250gm में `25 xx 10^24` परमाणु हो, तो उसके घनत्व की गणना कीजिए। |
| Answer» Correct Answer - `3.125 cm^(-3)` | |