InterviewSolution
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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 51. |
किस प्रकार के क्रिस्टल दाब-विद्युत क्रिस्टल होते हैं ? |
| Answer» ऐसे क्रिस्टल जिनमें द्विघ्रुव इस प्रकार संरेखित होते हैं कि कुल द्विघ्रुव आघूर्ण का एक शुद्ध मान हो। | |
| 52. |
एक क्रिस्टलीय ठोस में होती है :A. दीर्ध परास कोटिB. लघु परास कोटिC. अनिश्चित अवस्थाD. ये सभी |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 53. |
क्रिस्टलो में परमाणु.........स्थितिज ऊर्जा की स्थिति में व्यवस्थित होते है ?A. शून्यB. अनन्तC. न्यूनतमD. अधिकतम |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 54. |
काँच, क्वार्ट्ज जैसे ठोस से किस प्रकार भिन्न होता है ? किन परस्थितियो में क्वार्ट्ज को काँच में परिवर्तित किया जा सकता है ? |
| Answer» काँच अक्रिस्टलीय होता है, इसमें अवयवी कणो (चतुष्फलकीय, `SiO_(4)`) की लघु परास व्यवस्था होती है । जबकि क्वार्ट्ज एक क्रिस्टलीय ठोस है जिसमे अवयवी कणो की दीर्घ परास व्यवस्था होती है । क्वार्ट्ज को पिघलाकर शीघ्रता से ठण्डा करने पर यह काँच में परिवर्तित हो जाता है । | |
| 55. |
निम्नलिखित में से कौन-सा पदार्थ विषमदैशिकता प्रदर्शित करेगा ?A. काँचB. `BaCl_(2)`C. लकड़ीD. कागज |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 56. |
अर्द्धचालकों द्वारा विद्युत के चालन का कारण क्या है ? |
| Answer» क्रिस्टल में दोष के कारण इलेक्ट्रॉन तथा छिद्र उत्पन्न हो जाते हैं। | |
| 57. |
NaCl तथा CsCl के सूत्र समान हैं, परन्तु इनकी संरचना भिन्न-भिन्न है, क्यों ? |
| Answer» NaCl में त्रिज्या अनुपात `(r^(+)//r^(-)) lt 0.732` होता है, तथा CsC में त्रिज्या अनुपात `(r^(+)//r^(-)) ge 0.732` होता है । | |
| 58. |
CsCl की एकक कोष्ठिका का द्रव्यमान किसके तुल्य होता है ?A. `8 Cs^(+)` और `1 Cl^(-)`B. `1 Cs^(+)` और `6 Cl^(-)`C. `1 Cs^(+)` और `1 Cl^(-)`D. `4 Cs^(+)` और `4 Cl^(-)` |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 59. |
क्रिस्टलीय पदार्थों के गलनांक …………. होते हैं। |
| Answer» Correct Answer - तीक्ष्ण | |
| 60. |
NaCl संरचना को CsCl संरचना में तथा CsCl संरचना को NaCl संरचना में किस प्रकार परिवर्तित किया जा सकता है ? |
| Answer» उच्च दाब पर NaCl प्रकार का क्रिस्टल CsCI प्रकार के क्रिस्टल में परिवर्तित हो जाता है। गर्म करने पर (760 K पर) CSCI प्रकार की संरचना पुन: NaCl प्रकार की संरचना में परिवर्तित हो जाती है। | |
| 61. |
NaCl क्रिस्टल की संरचना है :A. अन्त: केंद्रित घन (bcc)B. फलक केंद्रित घन (fcc)C. आर्थोरोम्बिकD. चतुष्कोणीय |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 62. |
बैण्ड सिध्दांत के अनुसार निम्न में क्या भेद होगा : (i) चालक तथा विद्युतरोधी में, (ii) चालक तथा अर्ध्दचालक में ? |
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Answer» (i) अचालको (विद्युतरोधी) में संयोजी बैण्ड तथा चालन बैण्ड की ऊर्जा में अधिक अंतर होता है जबकि चालक पदार्थो में ऊर्जा का यह अंतर बहुत कम होता है । अत: चालकों में संयोजी बैण्ड तथा चालन बैण्ड में इलेक्ट्रॉनों का अतिव्यापन हो जाता है । (ii) चालकों में संयोजी बैण्ड तथा चालन बैण्ड की ऊर्जा में कम अंतर होता है जबकि अर्ध्दचालको में यह अंतर कुछ अधिक होता है । |
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| 63. |
Cu, Ag तथा Au की एक मिश्रधातु में Cu, ccp जालक बनाता है । यदि Ag परमाणु कोर के किनारो पर हो तथा Au काय के केंद्र पर हो तो मिश्रधातु का सूत्र है :A. `Cu_(4)Ag_(2)Au`B. `Cu_(4)Ag_(4)Au`C. `Cu_(4)Ag_(3)Au`D. CuAgAu |
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Answer» Correct Answer - C प्रत्येक एकक कोष्ठिका में Cu परमाणु `= 8 xx (1)/(8) + 6 xx (1)/(2) = 4` Ag परमाणु `= 12 xx (1)/(4) = 3` Au परमाणु `= 1 xx 1 = 1 rArr Cu_(4)Ag_(3)Au` सूत्र है । |
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| 64. |
पुरानी इमारतों की खिड़कियों के काँच (glass) दूधियाँ क्यों दिखाई देते है ? |
| Answer» दिन की तपन (heating) तथा रात की ठंडक (cooling) के कारण काँच में कुछ क्रिस्टलीय गुण आ जाते हैं । | |
| 65. |
एक ठोस AB की संरचना NaCl प्रकार की है । यदि धनायन `A^(+)` की त्रिज्या 100 pm है तो ऋणायन `B^(-)` की त्रिज्या क्या होगी ? |
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Answer» `because` AB की संरचना NaCl प्रकार की है, तो `A^(+)` अष्टफल्कीय रिक्ति में होगा । `therefore " "r_(v) = 0.414 xx r_(s)` या `r_(A^(+))= 0.414 xx r_(B^(-))` या `r_(B^(-)) = (r_(A^(+)))/(0.414) = (100)/(0.414) = 241.54` pm |
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| 66. |
`CaF_(2)` क्रिस्टल है :A. fccB. bccC. सरल घनीयD. hep |
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Answer» Correct Answer - A `CaF_(2)` की संरचना fcc होती है जिसमे उपसहसंयोजन संख्या 8 : 4 होती है । अत: प्रत्येक इकाई सेल में `4 CaF_(2)` अणु उपस्थित है । |
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| 67. |
CsCl क्रिस्टल की संरचना है :A. bccB. fccC. अष्टफलकीय जालकD. इनमे से कोई नहीं |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 68. |
एक ठोस `A^(+) B^(-)` की संरचना NaCl प्रकार की है । यदि धनायन की त्रिज्या 250 pm हो तो ऋणायन की आदर्श त्रिज्या क्या होगी ? एक धनायन `C^(+)` जिसकी त्रिज्या 180 pm है, क्या यह `A^(+) B^(-)` क्रिस्टल की चतुष्फलकीय रिक्ति (tetrahedral void) में प्रविष्ट हो सकता है ? |
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Answer» `because` AB की संरचना NaCl प्रकार की हैं, तो `A^(+)` अष्टफलकीय रिक्ति में उपस्थित होगा । `therefore" "r_(A^(+))=0.414 xx r_(B^(-))` `= 0.414 xx 250 = 103.5` pm चतुष्फलकीय रिक्ति में प्रविष्टि के लिए त्रिज्या `r_(v) = 0.225 r_(s)` `= 0.225 xx 250 = 56.25` pm `C^(+)` की त्रिज्या 180 pm है, अत: यह चतुष्फलकीय रिक्ति में प्रविष्ट नहीं हो सकता । |
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| 69. |
एक ठोस `A^(+) B^(-)` की संरचना NaCl प्रकार की है | यदि धनायन की त्रिज्या 241.5 pm हो, तो ऋणायन की न्यूनतम त्रिज्या क्या होगी ? क्या धनायन `C^(+)` जिसकी त्रिज्या 50pm है `A^(+)B^(-)` क्रिस्टल की चतुष्फलकीय रिकित में प्रविष्ट हो सकता है ? |
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Answer» `A^(+)B^(-)` की संरचना NaCl प्रकार की है | अतः `A^(+)` आयन अष्टफलकीय रिकित में उपस्थित होगा | धनायन की वास्तविक त्रिज्या, अष्टफलकीय रिकित की त्रिज्या के बराबर होगी | अतः अष्टफलकीय रिकित की त्रिज्या `r_A=0.414 xx r_B^(-)` `=0.414 xx241.5 = 99.98 pm` चतुष्फलकीय रिकित की त्रिज्या `=0.225 xx 241.5 = 54.33 pm` `:.` धनायन `C^(+)` की त्रिज्या 50pm है , जो चतुष्फलकीय रिकित से कम है | अतः चतुष्फलकीय रिकित में प्रविष्ट हो सकता है | |
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| 70. |
गोल्ड (परमाणु त्रिज्या =0.144 pm) फलक केंद्रित इकाई सेल के रूप में क्रिस्टलीकृत होता है । सेल के एक किनारे की लम्बाई क्या होगी ? |
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Answer» fcc लैटिस के लिए, `r=(a)/(2sqrt(2))=0.3535a` `therefore" "a=(r )/(0.3535)=(0.144)/(0.3535)=0.407 nm` |
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| 71. |
निम्न में से प्रत्येक को p-प्रकार के अर्ध्दचालको में वर्गीकृत कीजिए : (i) Ge के साथ In डोप्ड, (ii) B के साथ Si डोप्ड |
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Answer» (i) Ge समूह 14 का तत्व है, जबकि In समूह 13 का तत्व है । अत: इसमें एक इलेक्ट्रॉन न्यून रिक्ति उतपन्न हो जाती है । इसलिए यह p-प्रकार का अर्ध्द-चालक है । (ii) B समूह 13 का तत्व है, जबकि Si समूह 14 का तत्व है । अत: इसमें मुक्त इकेट्रॉन उतपन्न हो जाता है । इसलिए यह n-प्रकार का अर्ध्द-चालक है । |
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| 72. |
CsCl में 8 : 8 संयोजन 6 : 6 में परिवर्तित हो जाता है जब क्रिस्टल :A. पर दाब लगाया जाता हैB. का ताप बढ़ाया जाता हैC. (a) व (b) दोनोंD. इनमे से कोई नहीं |
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Answer» Correct Answer - B उच्च ताप पर उप-सहसंयोजन 8 : 8 से 6 : 6 में परिवर्तित हो जाता है । जबकि उच्च दाब पर यह 6 : 6 से 8 : 8 में परिवर्तित होता है । |
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| 73. |
एक फलक केन्द्रित घनीय तत्त्व (परमाणुभार - 60) में सैल के किनारों (edges) की लम्बाई 400 pm है। इसका घनत्व क्या होगा? |
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Answer» फलक केन्द्रित घनीय नन्त्र के इकाई सैल में 4 परमाण होते हैं। अतः फलक केन्द्रित घनीय तत्व के लिये Z = 4. प्रश्नानुसार , a = 400 pm `= 400 xx 10^(-10) cm ` तथा `M= 60 g mol ^(-1) ` `rho = (Z xx M)/( a^3 xx N_A)=(4 xx 60 )/( (400 xx 10^(-10))^3 xx 6.02 xx 10^(23)) g cm ^(-3)` `rho= 6.23 g cm^(-3)` |
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| 74. |
एक ठोस AB की संरचना NaCl के समान है | यदि धनायन `A^(+)` की त्रिज्या 120 pm हो तो ऋणायन की अधिकतम सम्भव त्रिज्या की गणना कीजिये | |
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Answer» NaCl की संरचना fcc संरचना होती है जिसमें `Cl^(-)` आयन गहन के कोनो तथा फलक केन्द्रो पर स्थित होते है एवं `Na^(+)` आयन अन्तःकेंद्र एवं किनारों के केन्द्रो पर स्थित होते है | चूँकि ठोस AB की संरचना NaCl के समान है अतएव `A^(+)` आयनो को अष्टफलकीय रिक्तियों में उपस्थित होना चाहिये | इस प्रकार `A^(+)` आयन की त्रिज्या अष्टफलकीय रिक्ति की त्रिज्या () के बराबर तथा ऋणायन की अधिकतम सम्भव त्रिज्या (R) कण की त्रिज्या के बराबर होनी चाहिये | अष्टफलकीय रिक्ति के लिये, `(r)/(R)=0.414` प्रस्तुत प्रश्नानुसार, r= अष्टफलकीय रिक्ति की त्रिज्या `=A^(+)` की त्रिज्या `=120 pm` `therefore` ऋणायन की अधिकतम सम्भव त्रिज्या `=R=(r)/(0.414)=(120)/(0.414)=289.8 pm` |
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| 75. |
शुध्द क्रिस्टलीय पदार्थो को गर्म करने पर पहले वे धुंधले द्रव में परिवर्तित होते हैं तथा और अधिक गर्म करने पर धुंधलापन पूर्णत: विलुप्त हो जाते है तथा पारदर्शी द्रव प्राप्त होता है । यह गुण किस प्रकार के क्रिस्टल प्रदर्शित करते हैं :A. अपररूपी क्रिस्टलB. द्रव क्रिस्टलC. समायवी क्रिस्टलD. समाकृतिक क्रिस्टल |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 76. |
एक यौगिक `M_(p) X_(q)` में X की घनीय संवृत संकुलन (ccp) व्यवस्था है । इसकी इकाई सेल नीचे दी गई है । यौगिक का मुलानुपाती सूत्र है । A. MXB. `MX_(2)`C. `M_(2)X`D. `M_(5)X_(14)` |
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Answer» Correct Answer - B 8 X परमाणु कोने पर स्थित हैं । कोने के परमाणुओं का इकाई सेल में योगदान `= (1)/(8) xx 8 = 1` 6 X परमाणु फलक केंद्र पर स्थित है । फलक के परमाणुओं का इकाई सेल में योगदान `= 6 xx (1)/(2) = 3` कुल X परमाणु = 3 + 1 = 4 4 M परमाणु किनारो (edge) के केंद्र पर स्थित है । प्रति इकाई सेल परमाणुओं का संख्या `= 4 xx (1)/(4) = 1` 1 M परमाणु काय केंद्र पर स्थित है तथा इकाई सेल में पूर्ण योगदान देता है । अत: इकाई सेल में कुल M परमणुओ की संख्या = 1 + 1 = 2 ltbr`M : X :: 2 : 4 :: 1 : 2` अत: मुलानुपात सूत्र `MX_(2)` है । |
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| 77. |
निम्न में से प्रत्येक को प्रकार या प्रकार के अर्द्धचालकों में वर्गीकृत कीजिए : (i) Ge के साथ In डोप्ड, (ii) B के साथ Si डोप्ड | |
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Answer» (i) Ge समूह 14 का तत्व है जबकि In समूह 13 का तत्व है Ge के साथ In का डोपिंग करने पर लैटिस में इलेक्ट्रॉन न्यून छिद्र उतपन्न हो जाते है तथा डोप्ड पदार्थ p-प्रकार के अर्द्धचालक की तरह कार्य करता है | (ii) B समूह 13 का तत्व है जबकि Si समूह 14 का तत्व है | डोप्ड पदार्थ सामान्य इलेक्ट्रॉन संचरण क्रियाविधि के द्वारा विधुत का संचालन करेगा तथा n-प्रकार का अर्द्धचालक होगा | |
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| 78. |
एक तत्व bcc संरचना में उपस्थित है | इसके सैल किनारो की लम्बाई 250 pm है | यदि इसका घनत्व `8.0 g cm^(-3)` हो तो तत्व के परमाणु भार की गणना कीजिए | |
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Answer» अन्तः केन्द्रित घनीय तन्त्र की इकाई सैल 2 में परमाणु होते है | अतः Z=2. प्रश्नानुसार, `rho=8.0 g cm^(-3), a=250 pm=250xx10^(-10) cm , N_(A)=6.02xx10^(23)` घनत्व `(rho)` का मान निम्न होता है - `rho=(ZxxM)/(a^(3)xxN_(A))` या `" "M=(a^(3)xxN_(A)xxrho)/(Z)=((250xx10^(-10))^(3)xx6.02xx10^(23)xx8.0)/(2)` या `" "M=37.6` अतएव, तत्व का परमाणु भार `37.6 g mol^(-1)` होगा | |
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| 79. |
CsCl की उपसहसंयोजन संख्या 760 K से अधिक ताप पर गर्म करने पर 8 : 8 से 6 : 6 उपसहसंयोजन में परिवर्तित हो जाती है । क्यों ? |
| Answer» 760 K पर गर्म करने से CsCl संरचना NaCl संरचना में परिवर्तित हो जाती है अर्थात उच्च ताप पर उपसहसंयोजक संख्या घटती है । | |
| 80. |
एक धातु में गतिशील मुक्त इलेक्ट्रॉनों की उपस्थिति होने पर भी उसमें कोई धारा (current) उपस्थित नहीं होती है। स्पष्ट कीजिए, क्यों |
| Answer» धातुओं में विद्युत क्षेत्र की अनुपस्थिति में भी इलेक्ट्रॉन अनियमत स से गति करते हैं परन्तु किसी क्षण एक दिशा में गतिशील टेक्ट्रॉनं की संख्या विपरीत दिशा में गतिशील इलेक्ट्रॉनों की संख्या के समान होने के कारण इलेक्ट्रॉनों का कुल प्रवाह शून्य होता है। अतः विद्युत क्षेत्र की अनुपस्थिति में कोई धारा प्रवाहित नहीं होती है। | |
| 81. |
फैरिक ऑक्साइड हैक्सागोनल क्लोज पैंकिग के रूप में क्रिस्टल उत्पन्न करता है जिसमें प्रत्येक तीन छिद्र अष्टफलकीय रिक्तियों में से दो फैरिक आयन उपस्थित है | फैरिक ऑक्साइड के सूत्र को ज्ञात कीजिए | |
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Answer» हैक्सागोनल क्लोज पैकिंग में अष्टफलकीय रिक्तियों की संख्या उतनी ही होती है जितनी की अवयवी कणो की होती है | फैरिक ऑक्साइड में `O^(2-)` आयन क्यूबिक क्लोज पैकिंग संरचना बनाते है तथा अष्टफलकीय रिक्तियों का `2//3` भाग `Fe^(3+)` आयनो के द्वारा घिरा रहता है | यदि यूनिट सैल में `nO^(2-)` आयन हो तो `Fe^(3+)` आयनो की संख्या प्रति इकाई सैल `(2n)/(3)` होगी | `therefore" फैरिक ऑक्साइड का सूत्र " [(2n)/(3)]Fe^(3+).nO^(2-)` `=Fe_(2n)O_(3n)` `=Fe_(2)O_(3)` |
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| 82. |
षट्कोणीय संवृत संकुलन तथा घनीय संवृत संकुलन के मुख्य अंतरों को स्पष्ट कीजिए | |
| Answer» hcp में परतों के क्रम का प्रकार ABAB...... होता है जबकि ccp में परतों के क्रम का प्रकार ABCABC.... होता है। | |
| 83. |
एक तत्व की hep संरचना में एक परमाणु की अधिकतम उपसहसंयोजन संख्या क्या होगी ? |
| Answer» Correct Answer - 12 | |
| 84. |
एक AB अंतःकेंद्रित घनीय जालक में क्रिस्टलीय होता हैं जिसके इकाई सैल के किनारे की लम्बाई 384 pm हैं गणना कीजिये (a) जालक में विपरीत आवेशित आयनो के मध्य की दूरी तथा (b) `A^+` आयन की त्रिज्या यदि `B^-` की त्रिज्या 180 pm हो |
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Answer» अन्तः केंद्रित घनीय तंत्र में `2r_++2r_-""= " अन्तः विकर्ण " =asqrt3` `therefore " " r_++r_-""=(asqrt3)/2` `=(384sqrt3)/2"pm"=332.5 " pm"` अतः दो विपरीत आवेशित आयनों के मध्य की दूरी = 332.5 pm |
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| 85. |
NaCl क्रिस्टल में, `Cl^(-)` आयन fcc व्यवस्था में है तो इकाई सेल में `Cl^(-)` आयनो की संख्या क्या होगी ? |
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Answer» प्रति इकाई सेल `Cl^(-)` आयन की संख्या `underset("(कोनो पर)")(=8xx(1)/(8)) + underset("(फलक पर)")(6 xx (1)/(2) = 4)` |
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| 86. |
क्रिस्टलीय सोडियम क्लोरॉइड का घनत्व `2.165 g cm^(-3)` हैं इसकी घनीय इकाई सैल के किनारे की लम्बाई क्या होगी एक मोल NaCl युक्त की विमा क्या होगी |
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Answer» सोडियम क्लोरॉइड की इकाई सैल में चार `Na^+Cl^-` इकाई उपस्थित है अतः Z=4 . NaCl का सूत्र द्रव्यमान = 23+35.5=58.5 `because rho=(ZxxM)/(a^3xxN_A)` `therefore a=((ZxxM)/(rhoxxN_A))^(1//3)` `=((4xx58.5)/(2.165xx6.02xx10^(23)))^(1//3)` =`5.64xx10^(-8)cm` `therefore` इकाई सैल के किनारे की लम्बाई = `5.64xx10^(-8)cm` NaCl के 1 मोल का आयतन = `M/rho=(58.5)/(2.165)=27.02cm^3` माना , 1 मोल NaCl 27.02 `cm^3` आयतन वाले घन में संकुलित होता है तब इस घन के किनारे की लम्बाई `x^3=27.02 cm^3` `x=(27.02)^(1//3)=3.0 cm` |
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| 87. |
सोडियम क्लोराइड की एक इकाई सैल में चार सूत्र इकाई उपस्थित हैं। इकाई सैल के किनारे की लम्बाई 0.564 nm है । सोडियम क्लोरॉइड के घनत्व की गणना कीजिए। |
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Answer» Correct Answer - `2.167 gcm^(-3)` दिए गये तन्त्र के लिए `Z=4,a=00564 nm =0.564 xx 10^(-7)` cm `M=23+35.5=58.8 5, N_A=6.02 xx 10 6(23)` ` therefore rho =(ZxxM)/(a^3xx N_A)=(4xx 58.5)/((0.564 xx 10^-7)^3xx6.02 xx 10^(23))` `=2.167 g cm^(-3)` |
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| 88. |
Nacl के क्रिस्टल में किस प्रकार का संवृत संकुलन पाया जाता है ? |
| Answer» Correct Answer - fcc या ccp | |
| 89. |
ऐसे क्रिस्टल तंत्र का नाम, जिसमें समदैशिक गुण हो। |
| Answer» Correct Answer - घनीय | |
| 90. |
क्रोमियम धातु अंतःकेंद्रित घनीय जालक में क्रिस्टलीय होती है इसकी इकाई सैल के किनारे की लम्बाई 287 pm पायी गयी परमाणु त्रिज्या की गणना कीजिये क्रोमियम का `g//cm^3` में घनत्व क्या है |
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Answer» Correct Answer - `1.24 xx 10 ^(-8) cm , 7.31gcm^(-3)` a=287 pm =`287 xx 10^(-12) m = 287 xx 10^(-10) cm ` अन्तः केंद्रित घनीय इकाई सैल के लिए `a=(4)/sqrt(3)r ` अतः परमाणु त्रिज्या , `r=(asqrt(3))/(4)=(287 xx 10^(-10)xxsqrt(3))/(4)` `=1.24 xx 10 ^(-8) cm` अन्तः केंद्रित घनीय जालक के लिए Z=2 क्रोमियम के लिए M=51.99 अन्तः धातु के घनत्व , `rho =(ZxxM)/(a^3 xxN_A)=(2xx51.99)/((287xx10^(-10))^3xx6.02 xx 10^(23))` `=7.31 g cm^(-3)` |
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| 91. |
लोहा अन्तः केंद्रित तथा फलक केंद्रित घनीय के रुप में स्थित हो सकता है यदि लोहे के परमाणु की प्रभवि त्रिज्या 124pm हो तो दोनों संरचनाओं में लोहे के घनत्व की गणना कीजिये |
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Answer» अतः केंद्रित घनीय तन्त्र के लिए `r=(asqrt(3))/(4) " तथा " Z=2` Fe के परमाणु द्रव्यमान =55.8 `a=(4r)/(sqrt(3))=(4xx 1.24)/(sqrt(3))=286.4 pm ` `=286.4 xx 10^(-10) cm ` अतः घनत्व `rho =(ZxxM)/(a^3 N_A)` `=(2 xx 55.8)/((286. 4 xx 10^(-10))""^3xx 6.02 xx10 ^(23))=7.89 g cm ^(-3)` फलक केंद्रित घनीय तन्त्र के लिए `r=(asqrt(2))/(4) तथा Z=4 ` `therefore a =(4r)/(sqrt(2))=(4 xx 124 )/(sqrt(2)) =350.7 pm ` `=350.7 xx 106(-10)` cm अतः घनत्व , `rho =(Z xx M)/(a^3 xx N_A)` `=(4xx 55.8)/(350. 7 xx 10^(-10))^3xx 6.02 xx 10^(23)` `=8.59 gcm ^(-3)` |
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| 92. |
NaCl के क्रिस्टल में संवृत संकुलित संरचना बनाने वाले एवं रिक्ति में उपस्थित आयनो के नाम लिखिए | |
| Answer» Correct Answer - `Cl^(-),Na^(+)` | |
| 93. |
सर्वाधिक सममित (symmetrical) तथा असममित (unsymmetrical) क्रिस्टल तंत्र का नाम लिखिए । |
| Answer» सममित - घनीय (cubic) , असममित - त्रिनताक्ष (triclinic) | |
| 94. |
SiC किस प्रकार का ठोस है ? |
| Answer» घनत्व `= MZ//a^3No` | |
| 95. |
फलक केन्द्रित घनीय तन्त्र में प्रति इकाई सैल कितने परमाणु उपस्थित होते हैं? |
| Answer» Correct Answer - चार | |
| 96. |
अक्रिस्टलीय ठोस में वर्गीकृत कीजिए: पॉलीयूरियेन, नैफ्थेलीन, बेंजोइक अम्ल, टेफ्लॉन, पोंटैशियम नाइट्रेट, सेलोफेन, पॉलिविनाइल क्लोराइड, रेशा काँच, तांबा। |
| Answer» अक्रिस्टलीय ठोस-पॉलीयूरियेन, टेफ्लॉन, सेलोफेन, पॉलिविनाइल क्लोराइड, रेशा, काँच । | |
| 97. |
घनीय सैल में (i) कोनो पर, (ii) फलक के केंद्र पर तथा (iii) अन्तःकेन्द्र पर उपस्थित कणों का इकाई सैल में क्या योगदान होता है ? |
| Answer» `1/8, (ii),1/2 ,(iii) 1.` | |
| 98. |
एक फलक केंद्रित घनीय तंत्र परमाणुओं A तथा B से निर्मित है | A कोनों पर तथा B फलक केंद्रों पर उपस्थित है | यदि प्रत्येक इकाई सैल के चार कोनों पर परमाणु A अनुपस्थित हो तो योगिक का सरलतम सूत्र क्या होगा ? |
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Answer» कोनों पर उपस्थित A परमाणुओं (धनायनों) की संख्या `= (8-4) xx 1/8 =1/2` फलक केन्द्रों पर B परमाणुओं (ऋणायनों) की संख्या `=6 xx 1/2 =3` अत: यौगिक का सरलतम सूत्र `AB_6 ` है |
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| 99. |
बिन्दु दोष …………… प्रकार के क्रिस्टल में पाये जाते हैं | |
| Answer» Correct Answer - आयनिक | |
| 100. |
ठोसों का आयतन निश्चित क्यों होता है ? |
| Answer» ठोसों में अवयवी कणों की स्थिति निश्चित होती है तथा कणों के बीच रिक्त स्थान बहुत ही कम होता है अतः कण गति करने के लिए स्वतंत्र नहीं होते है इन पर दाब प्रभाव नहीं होता अतः इनका आयतन निश्चित होता है। | |