InterviewSolution
Saved Bookmarks
This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 151. |
निम्नलिखित को आयनिक, धात्विक, आणविक, सहसंयोजक अथवा अमणिभ ठोसों के रूप में वर्गीकृत कीजिए - (a) `P_(4)O_(10)` (b) ग्रेफाइट (c ) पीतल (d) `(NH_(4))_(3) PO_(4)` (e ) SiC (f) Rb (g) `I_(2)` (h) LiBr (i) `P_(4)` (j) Si (k) प्लास्टिक |
| Answer» आयनिक : (d), (h), धात्विक : (c), (f ), आणविक : (g), सहसंयोजक : (e), (), (a), i), (b), अमणिभ : (k) | |
| 152. |
आयनिक ठोसों के लिए जिसमे धनायन तथा ऋणायन प्रबल वैधुतक्षैतिज बल के द्वारा जुड़े होते हैं इनमे से कौन-सा कथन सही नहीं है ?A. उपसहसंयोजी संख्या बढ़ने पर त्रिज्या `r^(+)//r^(-)` बढ़ती हैB. आयनो के आकार में अंतर बढ़ने पर, उपसहसंयोजी संख्या बढ़ती हैC. उपसहसंयोजी संख्या 8 होने पर, `r^(+)//r^(-)` अनुपात 0.225 से 0.414 के मध्य होता हैD. AX (ZnS, बुर्टजाइट) प्रकार के आयनिक ठोस में `Zn^(2+)` तथा `S^(2-)` की उप सहसंयोजी संख्या क्रमश: 4 तथा 4 होती है |
|
Answer» Correct Answer - C उपसहसंयोजी संख्या 8 होने पर, `r^(+)//r^(-)` त्रिज्या अनुपात 0.732-1.000 के मध्य होता है । |
|
| 153. |
ठोस `CO_(2)` किसका उदाहरण है ?A. आण्विक क्रिस्टलB. सहसंयोजी क्रिस्टलC. धात्विक क्रिस्टलD. आयनिक क्रिस्टल |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 154. |
रॉक साल्ट (rock salt) जैसी (NaCl) क्रिस्टल संरचना में आयन के प्रत्येक प्रकार की उपसहसंयोजन (co-ordination) संख्या क्या होगी ? |
| Answer» रॉक साल्ट संरचना में आयन के प्रत्येक प्रकार की उपसहसंयोजन संख्या का अनुपात 6 : 6 होता है, जैसे NaCl में । `Na^(+)` आयन की उपसहसंयोजन संख्या 6 है तथा `Cl^(-)` आयन की उपसहसंयोजन संख्या भी 6 है । | |
| 155. |
जिन आयनिक ठोसों में घातु आधिक्य दोष के कारण ऋणार्यनिक टिक्तिका होती हैं, वे रंगीन होते हैं। इसे उपयुक्त उदाहरण की सहायता से समझाइए। |
|
Answer» जब NaCl क्रिस्टल की Na की वाष्प की उपस्थिति में गर्म करते है, तो कुछ `CI^(-)` आयन, जालक से बाहर निकल जाते है, और Na की वाष्प से क्रिया करके NaCI बना लेते हैं। इस अभिक्रिया के लिए सोडियम परमाणु इलेक्ट्रॉन त्यागकर `Na^(+)` आयन प्रदान करते हैं। `(NatoNa^(+)+e^(-))` इस प्रकार प्राप्त इलेक्ट्रॉन `CI^(-)` आयनों द्वारा उत्पन रिक्तियों को ग्रहण कर लेते हैं। अब क्रिस्टल में सोडियम आयन की अधिकता हो जाती है । इलेक्ट्रॉनों द्वारा घेरी गई रिक्तियों को F केन्द्र कहते हैं। ये `e^(-)` दश्य प्रकाश से ऊर्जा अवशोषित करके उत्तेजित हो जाते हैं। ये NaCI को पीला रंग प्रदान करते हैं। (देखिए धातु आधिक्य दोष) । |
|
| 156. |
KCl का घनत्व 1.9893 ग्राम `"सेमी"^(-3)` है । X-किरण विवर्तन द्वारा निर्धारित घनीय इकाई कोष्ठिका की भुजा `6.29082 Å` है । इसके आधार पर एवोगेड्रो संख्या का मान है :A. `6.017 xx 10^(23)`B. `6.023 xx 10^(23)`C. `6.03 xx 11^(23)`D. `6.017 xx 10^(19)` |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 157. |
एक यौगिक में तत्व A तथा B घनीय संरचना में क्रिस्टलीकृत होते हैं । परमाणु A घन के कोनो पर तथा B फलक के केंद्र पर उपस्थित है । यौगिक का सूत्र है :A. `AB_(3)`B. `AB_(2)`C. `AB_(4)`D. इनमे से कोई नहीं |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 158. |
कारण बताइए - (a) सफेद रंग का ZnO गर्म करने पर पीला हो जाता है या non-stoichiometric ZnO पिले रंग का अधिक सुचालक पदार्थ होता है । क्यों ? (b) F-केंद्र युक्त सोडियम अनुचुंबकीय होता है । (c) कुछ क्रिस्टलो में उपस्थित धनायनिक रिक्तियों के कारण ये अच्छे उत्प्रेक होते हैं । (d) नॉन-स्टॉइकिमितीय (Non-stoichiometric) सोडियम फ्लोराइड पिले रंग का ठोस होता है । |
|
Answer» (a) जब ZnO को गर्म किया जाता है तो यह उत्क्रमणीय रूप से ऑक्सीजन त्याग करके पीले ठोस में परिवर्तित हो जाता है । `ZnO_((s)) overset("ऊष्मा")hArr Zn^(2+) + (1)/(2) O_(2) + 2e^(-)` इस प्रकार प्राप्त `Zn^(2+)` क्रिस्टल के रिक्त अंतरकशीय स्थान ग्रहण करके इसे नॉन-स्टॉइकिमितीय (non-stoichiometric) ठोस में परिवर्तित कर देते हैं । इस प्रकार प्राप्त इलेक्ट्रॉन अंतराकाशीय स्थान में चले जाते हैं । अत: नॉन-स्टॉइकिमितीय ZnO पीले रंग का ठोस होता है एवं प्रवर्धित चालकता प्रदर्शित करता है । (b) अयुग्मित इलेक्ट्रॉनों के कारण । (c) संक्रमण धातुओं के यौगिक जालक में धातु आयन कि अनुपस्थिति के कारण धातु न्यूनता दोष प्रदर्शित करते हैं । यह आवेश निकटवर्ती आयन संतुलित करता है जिस पर अपेक्षाकृत अधिक आवेश होता है । इसके फलस्वरूप Chemisorption में वृध्दि होती है । (d) F-केंद्र (रंग केंद्र) की उपस्थिति के कारण NaCl में सोडियम की अधिकता (ऋणायन न्यूनता दोष) के कारण क्रिस्टल पीला दिखाई देता है । |
|
| 159. |
नॉन-स्टॉइकिमितीय (Non-stoichiometric) क्यूप्रस ऑक्साइड `(Cu_(2)O)` को प्रयोगशाला में बनाया जा सकता है । इस यौगिक में कॉपर तथा ऑक्सीजन का अनुपात 2 : 1 से थोड़ा कम होता है । क्या आप व्याख्या कर सकते हैं कि यह पदार्थ एक p-टाइप अर्ध्दचालक है ? |
| Answer» `Cu_(2)O` में Cu : O का अनुपात 2 : 1 से थोड़ा कम होता है, अत: यह धनायन रिक्तियों के कारण धातु न्यूनता दोष प्रदर्शित करता है । धातु न्यूनता दोष युक्त यौगिक धनावेशित छिद्र चालन क्रिया विधि से विधुत चालन करते रहते हैं, अत: p-टाइप अर्ध्दचालक होते हैं । | |
| 160. |
fcc सेल के एक आयनिक क्रिस्टल के कोर की लम्बाई 508 pm है । यदि धनायन की त्रिज्या 110 pm है तो ऋणायन की त्रिज्या होगी :A. 618 pmB. 144 pmC. 288 pmD. 398 pm |
|
Answer» Correct Answer - B आयनिक क्रिस्टल के कोर की लम्बाई `(A^(+)B^(-)) = 2 (r_(A^(+)) + r_(B^(-)))` `therefore" "508 = 2(110 + r_(B^(-)))` `r_(B^(-)) = 144` |
|
| 161. |
MgO में धनायन तथा ऋणायन की त्रिज्याएँ क्रमश: 65 pm तथा 140 pm हो तो इस क्रिस्टल की संरचना और धनायन की उपसहसंयोजन संख्या ज्ञात करो । |
| Answer» Correct Answer - अष्टफलकीय, 6 | |
| 162. |
एक द्विअंगी `(A^(+) B^(-))` की संरचना रॉक साल्ट सदृश है । यदि कोर लम्बाई 400 pm हो तथा धनायन की त्रिज्या 75 pm हो तो ऋणायन की त्रिज्या होगी :A. 100 pmB. 125 pmC. 250 pmD. 325 pm |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 163. |
वह दोष जिसमें क्रिस्टल जालक में एक धनायन तथा एक ऋणायन का स्थान रिक्त होता है-A. आयनिक दोषB. परमाण्विक दोषC. फ्रेज्केल दोषD. शॉट्की दोष। |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 164. |
सभी प्रकार के आयनिक क्रिस्टलो में पाया जाने वाला दोष है :A. अरस-समीकरणमितीय दोषB. शॉटकी दोषC. फ्रेंकेल दोषD. उपर्युक्त सभी |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 165. |
n-प्रकार का अर्द्धचालक प्राप्त करने के लिए, सिलिकॉन में कितने संयोजी इलेक्ट्रॉनों की अशुन्दि मिलाई जाती है-A. 1B. 2C. 3D. 5 |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 166. |
किसी क्रिस्टल के धनायन और ऋणायन का त्रिज्यानुपात 0-525 है। उसकी समन्वयन संख्या होगी-A. 2B. 4C. 6D. 8 |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 167. |
n-टाइप अद्द्धचालकों में आवेश का संवहन मुख्यतः निम्न द्वारा होता है-A. इलेक्ट्रॉनB. छिद्रC. न्यूट्रॉनD. प्रोटॉन |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 168. |
NaCI में किस प्रकार का बिंदु दोष पाया जाता है-A. फ्रेन्केल दोषB. शॉट्की दोषC. जालक दोषD. अशुद्धि दोष। |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 169. |
फलक केन्द्रित घनीय जालक की इकाई कोशिका में समान परमाणु की कितनी चतुष्फलकीय रिक्तिकायें होती हैं-A. 4B. 6C. 8D. 10 |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 170. |
किसी क्रिस्टल के एकक सेल में परमाणुओं की संख्या 2 हो, तो क्रिस्टल की संरचना होगी-A. अप्टफलकीयB. अन्तः केन्द्रितC. फलक केन्द्रितD. सरल धनीय |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 171. |
आयोडीन क्रिस्टल को किस समूह में रखते है-A. आयनिक क्रिस्टलB. आयनिक ठोसC. छट्म ठोसD. आण्विक ठोस |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 172. |
CsBr की घनीय (cubic) संरचना है । यदि CsBr का घनत्व 4.24 g `cm^(-3)` है तो इकाई सेल के कोर (edge) की लम्बाई ज्ञात कीजिए | (Cs = 133 तथा Br = 80) |
|
Answer» `because` घनत्व `(rho) = (Z xx M)/((a)^(3) xx N_(A))` `Z = 1, M_(CsBr) = 133 + 80 = 213` `therefore a^(3) = (Z xx M)/(rho xx N_(A))=(1 xx 213)/(4.24 xx 6.023 xx 10^(23)) = 8.34 xx 10^(-23)` या `a = 4.369 xx 10^(-8)` cm |
|
| 173. |
निम्न में से किस क्रिस्टल में एकांतर चतुष्फलकीय रिक्तियाँ घिरी हुई होती हैं ?A. NaClB. ZnSC. `CaF_(2)`D. `Na_(2)O` |
|
Answer» Correct Answer - B ZnS संरचना में, सल्फाइड आयन सभी जालक बिन्दुओ पर उपस्थित होते हैं तथा `Zn^(2+)` आयन एकांतर चतुष्फलकीय रिक्तियों में स्थित होते हैं । |
|
| 174. |
(a) 58.5 ग्राम NaCl में इकाई सेलो की संख्या ज्ञात कीजिए । (b) 58.1 ग्राम NaCl में इकाई सेलो की संख्या ज्ञात कीजिए । |
|
Answer» (a) `therefore` 58.5 ग्राम NaCl = 1 मोल `= 6.023 xx 10^(23)" "Na^(+)Cl^(-)` इकाइयाँ एक इकाई सेल fcc में `4 Na^(+)Cl^(-)` इकाइयाँ होती है । `therefore` इकाई सेलो की संख्या ` = (6.023 xx 10^(23))/(4) = 1.505 xx 10^(23)` (b) `1.49 xx 10^(23)` इकाई सेल |
|
| 175. |
एक धातु के फलक केंद्रित घनीय (fcc) इकाई सेल में उपस्थित परमणुओ द्वारा घेरा गया कुल आयतन कितना होगा ? (परमाण्विक त्रिज्या r है ।) |
|
Answer» `because` fcc जालक में उपस्थित परमाणुओं की संख्या Z = 4 `therefore` परमाणुओं द्वारा घेरा कुल आयतन `= 4 xx V` `= 4 xx (4)/(3) xx pi r^(3)` `= (16)/(3) pi r^(3)` |
|
| 176. |
यदि गोल्ड (प.द्र. = 197) फलक केंद्रित घनीय (fcc) संरचना में क्रिस्टलीकृत होता है 1 ग्राम गोल्ड में इकाई सेलो की संख्या ज्ञात कीजिए । |
| Answer» Correct Answer - `7.64 xx 10^(20)` | |
| 177. |
पोटेशियम काय केंद्रित घन (bcc) में क्रिस्टलीकृत होता है तो 1 ग्राम पोटेशियम में इकाई सेलो की संख्या ज्ञात कीजिए । (K का परमाणु द्रव्यमान = 39) |
|
Answer» 1 मोल पोटेशियम = 39 ग्राम `= 6.023 xx 10^(23)` परमाणु 1 ग्राम पोटेशियम में परमाणुओं की संख्या `= (6.023 xx 10^(23))/(39)` `because` bcc में 2 परमाणु हैं । `therefore` इकाई सेलो की संख्या `= (6.023 xx 10^(23))/(39 xx 2) = 7.72 xx 10^(21)` |
|
| 178. |
एक पदार्थ `A_(x)B_(y)` एक पृष्ठ केंद्रित घनीय (fcc) जालक के रूप में क्रिस्ट्लित होता है, जिसमे A घन के प्रत्येक कोने पर स्थित हैं तथा B प्रत्येक पृष्ठ के केंद्र पर स्थित हैं । `A_(x) B_(y)` का संघटन (composition) क्या होगा ?A. `AB_(3)`B. `A_(4)B_(3)`C. `A_(3)B`D. ज्ञात नहीं कर सकते |
|
Answer» Correct Answer - A A fcc के कोनो पर हैं अत: `A = (8)/(8) = 1` तथा B पृष्ठों पर है अत: `B = (1)/(2) xx 6 = 3` अत: सूत्र `AB_(3)` होगा । |
|
| 179. |
एक आयनिक यौगिक की इकाई सेल में A आयन घन के शीर्षो पर हैं तथा B आयन घन के पृष्ठों के केंद्र पर हैं । इस यौगिक का अनुपाती सूत्र होगा :A. ABB. `A_(2)B`C. `A_(3)B`D. `AB_(3)` |
|
Answer» Correct Answer - D चूँकि A कोनो पर स्थित हैं अत: `A = (8)/(8) = 1` चूँकि B पृष्ठीय केन्द्रो पर स्थित हैं अत: `B = (1)/(2) xx 6 = 3` अत: सूत्र `AB_(3)` होगा । |
|
| 180. |
Na तथा Mg क्रमश: bcc तथा fcc के रूप में क्रिस्ट्लित होते हैं तब Na तथा Mg की उनकी इकाई सेलो में परमाणुओं की संख्या क्रमश: होगी :A. 4 तथा 2B. 9 तथा 14C. 14 तथा 9D. 2 तथा 4 |
|
Answer» Correct Answer - D bcc तथा fcc में परमाणुओं की संख्या क्रमश: 2 तथा 4 होती है । |
|
| 181. |
घनीय आकार के एक आदर्श NaCl क्रिस्टल में, जिसका द्रव्यमान 1 ग्राम है, कितनी इकाई सेल होगी ?A. `1.28 xx 10^(21)` इकाई सेलB. `1.71 xx 10^(21)` इकाई सेलC. `2.57 xx 10^(21)` इकाई सेलD. `5.14 xx 10^(21)` इकाई सेल |
|
Answer» Correct Answer - C fcc के लिए Z = 4 1 ग्राम NaCl में अणुओ की संख्या `= (6.023 xx 10^(23))/(58.5)` `therefore` 1 ग्राम NaCl में उपस्थित इकाई सेलो की संख्या `= (6.023 xx 10^(23))/(58.5 xx 4)` `= 2.57 xx 10^(21)` इकाई सेल |
|
| 182. |
एक घन की कोर लम्बाई 400 pm है । इसका विकर्ण है :A. 600 pmB. 566 pmC. 693 pmD. 500 pm |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 183. |
1.0 ग्राम NaCl में आदर्श घनीय निकाय तंत्र की इकाई कोष्ठिकाओं की संख्या होगी :A. `1.28 xx 10^(21)` एकक सेलB. `1.71 xx 10^(21)` एकक सेलC. `2.57 xx 10^(21)` एकक सेलD. `5.14 xx 10^(21)` एकक सेल |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 184. |
N गोलों से बनी एक घनीय संकुलित संरचना में अष्टफल्कीय रिक्तियों की संख्या है :A. N/2B. 2NC. 4ND. N |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 185. |
समान गोलों से बनी एक संरचना में कोर लम्बाई 0.8 मिलीमीटर है । परमाणु की त्रिज्या (radius) ज्ञात करो यदि यह (a) एकल घनीय जलक (single cubic lattice) है, (b) b.c.c जालक है, (c) f.c.c. जालक है । |
|
Answer» (a) `r = (a)/(2)=(0.8)/(2)=0.4` मिमी (b) `r=(sqrt(3)a)/(4)=(0.8x sqrt(3))/(4)=0.3464` मिमी (c) `r=(a)/(2 sqrt(2))=(0.8)/(2 sqrt(2))=0.2828` मिमी |
|
| 186. |
एक फलक केंद्रित घनीय तत्व (परमाणु द्रव्यमान = 60) की कोर लम्बाई 400 pm है । इसका घनत्व है :A. 6.23 g `cm^(-3)`B. 6.43 g `cm^(-3)`C. 6.53 g `cm^(-3)`D. 6.63 g `cm^(-3)` |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 187. |
फलक केन्द्रित घनीय सेल का एक उदाहरण दीजिए । |
| Answer» Correct Answer - Fe, Cu, Ag, Zn आदि | |
| 188. |
अन्तः घनीय (Body cube) का एक उदाहरण है-A. NaB. MgC. ZnD. Cu |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 189. |
किस यौगिक में 8 : 8 समन्वयन अंक पाया जाता है-A. MgOB. `Al_2O_3`C. CsClD. इन सभी में |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 190. |
सीजियम क्लोराइड के `Cs^(+)` और `CI^(-)` की समन्वयन संख्या क्या है ? |
| Answer» Correct Answer - आठ | |
| 191. |
हीरा विद्युत् का ………….. है। |
| Answer» Correct Answer - कुचालक | |
| 192. |
चतुष्फलकीय समन्वयन संख्या के लिए त्रिज्या अनुपात `r^(c+)//r^(a-)` होता है-A. 0.732 - 1.000B. 0.414 - 0.732C. 0.225 - 0.414D. 0.155 - 0.225 |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 193. |
हीरा उदाहरण है-A. ठोस जिसमें हाइड्रोजन बब्ध हैंB. आयनिक ठोसC. सहसंयोजक ठोसD. कार्बन (अक्रिस्टलीय) |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 194. |
विद्युत् का सबसे अच्छा सुचालक हैं-A. हीराB. ग्रेफाइटC. सिलिकॉनD. कार्बन (अक्रिस्टलीय) |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 195. |
जो क्रिस्टल विधुत के सुचालक है तथा ऊष्मा के भी सुचालक है, वे हैं ?A. आयनिक क्रिस्टलB. सहसंयोजी क्रिस्टलC. धात्विक क्रिस्टलD. उपरोक्त सभी |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 196. |
ZnS है एक :A. आयनिक क्रिस्टलB. सहसंयोजी क्रिस्टलC. धात्विक क्रिस्टलD. वांडर वाल्स क्रिस्टल |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 197. |
ग्रेफाइट है :A. आयनिक ठोसB. धात्विक ठोसC. सहसंयोजी ठोसD. आण्विक ठोस |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 198. |
हीरा, ग्रेफाइट, सिलिका आदि में ………… प्रकार का बंध होता है। |
| Answer» Correct Answer - सहसंयोजक | |
| 199. |
जिंक ब्लैण्ड संरचना में जिंक आयन (धनायन) की समन्वय (co-ordination) संख्या है :A. 2B. 4C. 6D. 8 |
|
Answer» Correct Answer - B जिक बलेडी (ZnS) की fcc संरचना होती है और इस आयनिक क्रिस्टल में `Zn^(2+)` तथा `S^(2+)` समन्वयी संख्या 4 : 4 है । |
|
| 200. |
निम्न क्रिस्टलो में प्रत्येक आयन की उपसहसंयोजन (समन्वय) संख्या (co-ordination number) लिखिए - (a) NaCl (b) CsCl (c) `CaF_(2)` (d) `Na_(2)O` (e) ZnS |
|
Answer» (a) `NaCl` में `Na^(+) = 6 , Cl^(-) = 6` (b) CsCl में `Cs^(+) = 8 , Cl^(-) = 8` (c) `CaF_(2)` में `Ca^(2+) = 8 , F^(-) = 4` (d) `Na_(2)O` में `Na^(+) = 4 , O^(2-) = 8` (e) ZnS में `Zn^(2+) = 4 , S^(2-) = 4` |
|