InterviewSolution
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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 1. |
अभिक्रिया `C_("ग्रेफाइट")+CO_(2)(g)to2CO(g)` के लिए `DeltaH` तथा `DeltaS` के मान क्रमशः 170kJ तथा `170 JK^(-1)` है| यह अभिक्रिया सवतः होगी :A. `710 K `B. `910 K`C. `1110 K`D. `510 K` |
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Answer» Correct Answer - C `because DeltaG=DeltaH-TDeltaS` अभिक्रिया सवतः ( spontaneous ) होगी जब `DeltaG=-ve` अर्थात `lt 0` होगा | `:." "DeltaH-TDeltaSle0` या `TDeltaSgtDeltaH` या ` Tgt( DeltaH)/(DeltaS)=(170xx10^(3))/(170)=1000 K` अतः `Tgt1000K` |
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| 2. |
निम्न आँकड़ों से आबन्ध ऊष्मा की गणना कीजिये - `2C_(("graphite")) + 3H_(2)(g) rarr C_(2)H_(6)(g), Delta_(r)H^(@) = - 84.67 kJ` `C_(("graphite")) rarr C(g), Delta_("sub") H^(@) = 716.7 kJ` `H_(2)(g) rarr 2H(g), Delta_(H-H)H^(@) = 435.9 kJ` दिया हुआ है कि `C -H` आबन्ध ऊर्जा का मान `416` kJ है। |
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Answer» दी गयी समीकरण निम्न है - `2C_("(graphite)") + 3H_(2)(g) rarr C_(2)H_(6)(g), Delta_(H-H)H^(@) = -84.67 kJ"........."(i)` `C_("(graphite)")rarrC(g)," " Delta_(H-H)H^(@) = 716.7 kJ"........"(ii)` `H_(2)(g) rarr 2H(g), " "Delta_(H)H^(@), " "Delta_(H)H^(@) = 435.9 kJ"........."(ii)` समीo (i) को 2 से तथा समीo (iii) को 3 से गुणा कर जोड़ने पर , `2C_("(graphite)") + 3H_(2)(g) rarr 2C(g) + 6H(g), DeltaH^(@) = 716.7 xx 2 + 435.9 xx 3` `= 2741.1 kJ"........."(iv)` समी o (i) को समी o (iv) से घटाकर व्युत्क्रमित करने पर, `C_(2)H_(6)(g) rarr 2C(g) + 6H(g), DeltaH^(@) = 2741.1 - (-84.67)` `=2825.77 kJ"........"(v)` समी o (v) से स्पष्ट है की एक मोल ऐथेन को गैसीय परमाणुओं में वियोजित करने पर `2825.77 kJ` ऊर्जा का अवशोषण होता है । एक अणु ऐथेन में एक `C-C` तथा छः `C-H` आबन्ध उपस्थित रहते है । अतएव `2825.77 kJ` =Bond energy of C-C bond + 6 `xx` (bond energy of C - H bond) or `2825.77 kJ` = Bond energy of C-C bond + 6 `xx` 416 (given that C-H bond energy is `416 kJ "mol"^(-1)`) Bond energy of C-C bond `= 2825.77- 6 xx 416` `= 329.77 kJ "mol"^(-1)` |
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| 3. |
जलीय विलयन में केलोरिन के ऑक्सीकारक क्षमता को निम्न पैरामीटरों कसे ज्ञात क्या जा सकता है : ltb`1/3CI_(2)(g)overset(1/2Delta_("disso")H^(@))(to)CI(g)overset(Delta_("eg")H^(@))(to)CI^(-)(g)overset(Delta_("hyd")H^(@))(to)CI^(-)(aq)` `1/2CI_(2)(g)` के रूपांतरण से सम्बंधित ऊर्जा होगी : ( आंकड़ों, `Delta_("disso")H_(CI_(2))^@=240" kJ mol"^-1, Delta_("eg") H_(CI)^@=-349" kJ mol"^-1`, `Delta_("hyd")H_(CI)^@=-381"kJ mol"^-1` का उपयोग करते हुए )A. `-610"kJ mol"^-1`B. `-850 "kJ mol"^-1`C. `+120 "kJ mol"^-1`D. `+ 152 "kJ mol"^-1` |
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Answer» Correct Answer - A `1/2""CI_(2)(g)to CI^(-)(aq*)` `DeltaH=1/2D_("disso")H_(CI_(2))+Delta_("eg")CI+Delta_("hyd")H_(CI^(-))` `=240/2""-249-381` `=120-349-381=-610"kJ mol"^(-1)` |
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| 4. |
निचे दिए हुए आंकड़ों के आधार पर `C_(2)H_(2)` में एक `C-=C` बांध की आबंध ऊर्जा ( energy kJ `"mol"^-1` में ) की गणना कीजिय | `2C_(s)+_H_(2)(g)to C_(2)H_(2)(g)DeltaH=225kJ mol^-1` `2C_((s))to 2H(g)" "DeltaH=330 kJ mol^-1`A. `1165`B. `837`C. `865`D. `815` |
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Answer» Correct Answer - D एंथेलिन के अणु के वियोजन के लिए `C_2GH_(2(g))to 2C((g))+2H_((g))" ...(1)"` दी गयी समीकरणों के अनुसार `2C_((s))+H_(2(g))toC_(2),DeltaH=225" kJ mol"^(-1)" ...(2)"` `2C_((s))to2C((g))," "DeltaH=1410"kJ mol"^(-1)" ...(3)"` `H_(2(g))to2H_((g))," "DeltaH=330"kJ mol"^(-1)" ...(4)"` समी० (3) में सेमी० (4) को जोड़कर, समी० (2) को घटने पर, (1) के लिए, `DeltaH=Delta_((3))+DeltaH_((4))-DeltaH_((2))` `=1410+330-225` `=1515` किलोजूल मोल`""^-1 ` समीकरण (i) के अनुसार `2C-H` बांध तथा एक C = C बांध टूटता है अतः समीकरण (i) के लिए `DeltaH=2xxC=2xxC-H` बांध की बांध ऊर्जा `+C-=C` बांध की बांध ऊर्जा `1515=2xx350+c-=C` बांध की बांध ऊर्जा `C-=C` बांध की ऊर्जा = =815 किलोजूल मोल`""^-1 ` |
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| 5. |
निचे दिए गए उष्मीय रसायन आंकड़ों के अनुसार, `Delta_(f)G_(H^+))^@(aq)=0` `H_(2)O(l)toH^(+)(aq)+OH^(-)(aq),DeltaH=57.32kJ` `H_(2)(g)+1/2O_(2)(g)to H_(2)O(l)," "H_(2)O(l)," "DeltaH=-268.20kl` `25^@C` पर `OH^(-)` आयाज के सम्भव की एन्थेलपी का मान है ,A. `-22.88 kJ`B. `-228.88 kJ`C. `+228.88 kJ`D. `-343.52 kJ` |
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Answer» Correct Answer - B `H_(2)O(l)toH^(+)(aq*)+OH^(-)(aq*), " "DeltaH=57.32 kJ" ...(1)"` `H_(2)(g)+1/2O+_(2)toH_(2)O(l)," "DeltaH=-281.20 kJ" ...(2)"` समी० (1) व् (2) को जोड़ने पर, `H_(2)(g)+1/2O_(2)(g)to H^(+)(aq*)+OH^(-)(aq*)," "DeltaH=-228.88kJ` `because" "Delta_(f)H^(@)H^(+)=0` `:." "Delta_(f)H^(@)OH^(-)=-228.88 kJ` |
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| 6. |
बैंजीन `(C_6H_6)` की वाष्पन की एन्थेलपी 30.8 किलजूल मोल`""^-1 ` है तथा इसके कवथनांक `81.1^@C` है निनलिखित परिवर्तनों के लिए आँटोपी परिवर्तन `(DeltaS)` का मान ज्ञात कीजिये जब 1 मोल बेंजीन `80.1^@C` पर (i) द्रव से वाष्पन में परिवर्तित होती है (ii) वाष्पन, द्रव में परिवर्तित होती है । |
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Answer» (i) `87.22` जूल `K^-1` मोल`""^-1` (ii) `-87.3` जूल `K^-1` मोल`""^-1` |
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| 7. |
निम्नलिखित प्रक्रियाओं में एन्थेलपी परिवर्तन निम्नलिहित है : `CI_(2)to2CI(g)," "242.3` किलजूल मोल`""^-1 ` `I_(2)(g)to 2I(g)," "151.0` किलजूल मोल`""^-1 ` `ICI_(2)(g)toI(g)+CI(g)," "`किलजूल मोल`""^-1 ` `I_(2)(s)to I_(2)(g)," "62.76" "` किलजूल मोल`""^-1 ` दिया है की आयोडीन तथा केलोरिन ककी मानक अवस्थाये `I_(2)(s)` तथा `CI_(2)(g)` है, ICI(g) की मानक सम्भावन उष्मा क्या होगी ?A. `+244.8` किलजूल/मोलB. `-14.6` किलजूल/मोलC. `-16.8` किलजूल/मोलD. `+16.8` किलजूल/मोल |
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Answer» Correct Answer - D `I_(2)+CI_(2)to2ICI` `DeltaH=e_(I_(2^(stog)))+e_(I-I)+e_(CI-CI)-2xxe_(_I-CI)` `62.76+151.0+242.3-2xx211.3` `=33.46` किलोजूल ICI के 2 मॉलों के लिए `:." "DeltaH//"मोल"=(33.46)/2=16.73` किलोजूल मोल`""^-1 ` |
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| 8. |
मोल आदर्श गैस एक वायुमंडलीय दाब पर 10 लीटर के बर्तन में उपस्थित है। 100 लीटर के बरतन में निर्वात - स्थिति में प्रसार के फलस्वरूप गैस द्वारा किए गए कार्य की गणना कीजिए । |
| Answer» निर्व्रत में प्रसार होने पर गैस पर कोई विपरीत बल कार्य नहीं करता है अतः गैस द्वारा किया गया कार्य शून्य होगा । | |
| 9. |
300 K पर एक आदर्श गैस के दो मूल 1 लीटर से 10 लीटर तक समतापी उत्क्रमणीय प्रयास करते है इस प्रक्रिया में एन्थेलपी परिवर्तन ( किलजूल में ) होगा :A. `11.4`B. `-11.4`C. `0`D. `4.8` |
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Answer» Correct Answer - C 1 मोल के लिए `DeltaH=DeltaU+PDeltaV`, `C_(v)(T_(2)-T_(1))+R(T_(2)-T_(1))` `=(C_(v)+R)(T_(2)-T_(1))` `=(C_(v)+R)DeltaT` `because" "DeltaT=0 :. " "DeltaH= 0` |
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| 10. |
300 K पर किसी आदर्श गैस के 10 मोल उत्क्रमपनीय तथा समतापी प्रसार में 10 लीटर से 100 लीटर प्रसार करते है इसके लिए एथ्रोपि परिवर्तन ज्ञात कीजिय । |
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Answer» `DeltaS=2.303" nR log"V_2/V_1` `n=10` मोल, `R=8.314` जूल `K^^(-1)` मूल`""^-1`. `V_1=10` लीटर, `V_2=100` लीटर `DeltaS=2.303xx10xx8.314xxlog""100/10` `=191.24` जूल केल्विन`""^-1` |
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| 11. |
किसी ऊष्मागतिक पराक्रम में निकाय को 700 जूल उष्मा दी जाती है तथा निकाय पर 250 जूल क्रय किया जाता है प्रकृम के लिए `DeltaU` का मान ज्ञात कीजिय । |
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Answer» `DeltaU=q+w` प्रश्नानुसार, `q=700` जूल, `w=250` जूल `:." "DeltaU=700+250=1250` जूल |
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| 12. |
एक पराक्रम में निकाय की आतंरिक ऊर्जा में 915 जूल की वृद्धि होती है यदि निकाय को 710 जूल उष्मा दी गयी हो तो निकाय पर करत क्रय की गणना कीजिय । |
| Answer» Correct Answer - `w=_205` जूल | |
| 13. |
वैयुमण्डल दाब पर एक सिलिंडर में राखी 1.2 लीटर `O_2` गैस को 1000 कैलोरी उष्मा दी जाती है इसमें गैस का दाब बढ़कर 1.5 लीटर हो जाता है पराक्रम के लिए `DeltaU` का मां ज्ञात कीजिय । |
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Answer» `q=100` कैलोरी, `DeltaV=1.5-1.2=0.3` लीटर `P=1` वैयुमण्डल, `DeltaU=?` `w=-P" "DeltaV=q+w` `=1000+(-7.27)=+992.7` कैलोरी |
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| 14. |
निम्नलिहित में कौन - से अवस्था फलां है ? (a) दाब (b) ताप ( c) उष्मा (d) कार्य ( e) आयतन (f) आंतरिक ऊर्जा |
| Answer» Correct Answer - (a), (b), ( e), (f) | |
| 15. |
किसी गैस को 3 वैयुमण्डलीय दाब के विरूद्ध 3 लीटर से 5 लीटर तक प्रसार कराया गया । पराक्रम में करत क्रय की ऊर्जा को 290 K पर रखे 180 ग्राम जल का तप बढ़ाने में प्रयोग किया गया। यदि जल की विशष्ठ उष्मा `4।184` जूल `K^-1`ग्राम`""^-1` हो तो जल की अंतिम ताप ज्ञात कीजिय । |
| Answer» Correct Answer - `290.80` K | |
| 16. |
एक विधुत मोटर 15 किलोगोल प्रति सेकंड का कार्य पत्पादन करते समय 2 किलजूल प्रति सेकंड उष्मा परिपार्श्व को देती है । विधुत मोटर की आंतरिक ऊर्जा में प्रति सेकंड कितना परिवर्तन हो रहा है ? |
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Answer» `q=-2` किलोगोल ( मोटर द्वारा परिपार्श्व को दी गई उष्मा ), `w=-15` किलोगोल ( मोटर द्वारा गया कार्य ) उष्मागतिकी के प्रथम नियम से, `q=Delta U+(-w)` `-2=DeltaU+15rArrDeltaU=-17` किलोगोल |
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| 17. |
एक धावक 100 ग्राम ग्लूकोज खाकर लगभग 1500 किलजूल ऊर्जा प्राप्त करता है इसकी 50% ऊर्जा खेल की क्रिया में तथा शेष पसीने के रूप में जल के वाष्पीकरण में पयोग हो जाती है यदि 1 ग्रा जल के वाष्पीकरण के लिए 2.44 किलजूल ऊर्जा की आवशयकता होती हो तो धावक के शरीर से कितनी ग्रा जल का वाष्पीकरण हो जायेगा | |
| Answer» Correct Answer - `307.37` ग्राम | |
| 18. |
एक धावक को 1560 kJ ऊर्जा के समतुल्य `100 g` ग्लूकोज `(C_(6)H_(12)O_(6))` दिया गया । इस ऊर्जा के 50% का प्रयोग वह दौड़ने में करता हैं । शरीर में ऊर्जा के संचयन को रोकने के लिए उसे कितने जल की, पसीने के रूप में बाहर निकालने के लिए, आवश्यकता होगी ? जल के वाष्पन की एन्थैल्पी `44 kJ "mol"^(-1)` है । |
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Answer» Correct Answer - `-319.09 g` धावक द्वारा लिये गये 100g ग्लूकोज से प्राप्त ऊर्जा = 1560 kJ धावक द्वारा प्रयुक्त ऊर्जा `= (1560 xx 50)/(100) = 780 kJ` `:.` शेष बची ऊर्जा `=1560 - 780 = 780 kJ` शेष बची ऊर्जा के संचय (भण्डारण) को रोकने के लिए धावक को पानी पीना चाहिए ताकि यह ऊर्जा पसीना लाने में प्रयुक्त हो जाये । जल के वाष्पन की एन्थैल्पी `44 kJ "mol"^(-1)` है अर्थात वाष्पन (पसीना बनाने ) के प्रक्रम में एक मोल (18 g) जल के लिए 44 J ऊर्जा की आवश्यकता होती है । `:.` पसीना लाने के लिए आवश्यक जल की मात्रा `= (18)/(44) xx 780` `= 319.09g` |
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| 19. |
एक मनुष्य के स्नान करने के पश्चात् उसके शरीर में करीब 60 g जल चिपका रह जाता है। इस जल के वाष्पन के लिए कितनी ऊष्मा आवश्यक होगी? (जल की वाष्पन ऊष्मा = 40.8 kJ `mol^(-1)`) |
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Answer» `underset(H_(2)O(l))(60g) overset("वाष्पन")tounderset(H_(2)O(g))(60g)` जल का आणविक द्रव्यमान = `18.0gmol^(-1)` `therefore60g` जल =`(60g)/(18.0gmol^(-1))=3.33 mol` अब, `because` 1 मोल जल के वाष्पन के लिए आवश्यक ऊष्मा = 40.8 kJ `therefore 3.33` मोल जल के वाष्पन के लिए आवश्यक ऊष्मा=40.8 `xx` 3.33 kJ = 135.86 kJ. |
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| 20. |
किसी वस्तु का ताप `1^@C` बढ़ाने के लिए आवश्यक ऊष्मा की मात्रा कहलाती है :A. विशिष्ठ उष्माB. उष्मा धारिताC. जल तुल्यांकD. इनमे से कोई नहीं |
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Answer» Correct Answer - C `q=msxxDeltaT," "DeltaT=1,` तब `q=ms=`जल तुल्यांक |
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| 21. |
`H_(2)(g) + I_(2)(g) rarr 2HI(g) , DeltaH= 12.40` kcal इस समीकरण के अनुसार, HI की सम्भवन ऊष्मा है -A. `12.4 kcal`B. `-12.4 kcal`C. `-6.20 kcal`D. `6.20 kcal`. |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 22. |
एक तन्त्र 400 J ऊष्मा को अवशोषित करता है एवं अपने परिवेश पर 150 J के समतुल्य करता है । तन्त्र की आंतरिक ऊर्जा में परिवर्तन की गणना कीजिए । |
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Answer» तन्त्र द्वारा अवशोषित ऊष्मा, `q = 400 J` तन्त्र द्वारा किया गया कार्य , `w = - 150 J` ऊष्मागतिकी के प्रथम नियमानुसार, `DeltaU = q + w` `= 400+(-150)` `= 250 J` अतएव तन्त्र की आन्तरिक ऊर्जा में परिवर्तन 250 J होगा । |
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| 23. |
`CO_(2)` की मात्रा सम्भवन ऊष्मा हैA. शून्यB. दहन की मानक मोलर उष्माC. CO तथा `O_(2)` की मानक सम्भावन उष्माओ का योगD. कार्बन ( ग्रेफाइट ) की मानक मोल दहन उष्मा |
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Answer» Correct Answer - D किसी पदार्थ की मानक मोलर पूर्ण उष्मा `(H^(@))`, उसकी अपने प्रारम्भयिक घटको की सर्वाधिक स्थायी अवस्थाओं से बनने वाली मानक सम्भावन उष्मा के बराबर होता है |
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| 24. |
`CH_(2)(g), CO(g)` तथा `H_(2)O(g)` के लिए `DeltaH_f^@` के मान क्रमशः -393.5, -110.5, तथा -241.8 किलजूल मोल`""^-1 ` है निम्नलिखित अभिक्रिया के लिए मानक एन्थेलपी परिवर्तन ( किलजूल में ) क्या होगा ? `CO_(2)(g)+H_(2)(g)to CO(g)+H_(2)O(g)`A. `+524.1`B. `+41.2`C. `-262.5`D. `-41.2` |
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Answer» Correct Answer - B दिया है `C+O_(2)toCO_(2)," "DeltaH^(@)=-393.5`किलोजूल ...(1) `C+1//2O_(2)toCO," "DeltaH^@=-110.5` किलोजूल ...(2) `H_(2)+1//2O_(2)toH_(2)O" "H_(2)O," "DeltaH^@=-241.8` किलोजूल ...(3) `overline(CO_(2)+H_(2)toCO+H_(2)O," "DeltaH^@=+41.2"किलोजूल ...(3)")` |
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| 25. |
हाईडोजन, साइक्लोहेक्सिजन `(C_6H_10)` एव साइक्लोहेक्सेन `(C_6H_12)` की `25^@C` पर दहन की मानक उष्माये क्रमशः -241, -3800, -3920 किलो-जूल/मोल है साइक्लोहेक्सिन की हाइड्रोजनीकरण उष्मा ज्ञात कीजिय । |
| Answer» Correct Answer - `-121` किलो-कैलोरी | |
| 26. |
`X_2, Y_2` तथा `XY_3` के लिए मानक अंतपी के क्रमशः 60, 40 तथा 50 जोल केल्विन`""^-1 ` मोल`""^-1 ` है निम्न अभिक्रिया के लिए समय पर, तापमान होगा ? `1/2X_2+3/2Y_2toXY_3," "DeltaH=-30` किलजूलA. `1250 K`B. `500 K`C. `750 K`D. `1000 K` |
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Answer» Correct Answer - C `1/2X_(2)+3/2Y_(2)toXY_(3)` `DeltaS_("अभिक्रिया")=S_("उतपपाद")-S_("अधिकारक")` `DeltaS_("अभिक्रिया")=50-(3/2xx40+1/2xx60)=-40`जूल मोल`""^(-1)` `DeltaG=DeltaH-TDeltaS` साम्य पर, `DeltaG=0` `DeltaH=TDeltaS` `DeltaT=(DelaS)/(DeltaS)=(30xx10^(3))/40=750K` |
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| 27. |
अभिक्रिया `AhArrB` के लिए `log_(10)`K का मान होगा : [ दिया है, `Delta_rH_(298K)^@=-54.70` किलोजूल मोल`""^-1` `Delta_(r)S_(298K)^@=10` जूल केल्विन`""^-1 `, R = 8.314 जूल केल्विन`""^-1 ` मोल`""^1 `,`2.303xx8.314xx298=5705]`A. `5`B. `10`C. `95`D. `100` |
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Answer» Correct Answer - B `DeltaG^(@)=DeltaH^(@)-TDeltaS^(@)` `=-54.07xx1000-298xx10=-57050` जूल मोल`""^-1 ` `=-57050=-5705" log"_(10)K` `:." "log_(10)K=10` |
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| 28. |
एक अभिक्रिया के लिए 300 K पर `K_(p)` का मान `1.8 xx 10^(-7)` है । इस ताप पर `DeltaG^(@)` की गणना कीजिए । `(R = 8.314 JK^(-1) "mol"^(-1))` |
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Answer» प्रस्तुत अभिक्रिया के लिए, `K_(P) = 1.8 xx 10^(-7)` चूँकि `DeltaG^(@) = -2.303 RT log_(10) K` अतएव उपरोक्त समीकरण से, `DeltaG^(@) = -2.303 xx 8.314 xx 300 xx log_(10)(1.8 xx 10^(-7))` ` = +38742.7 J = +38.74 kJ` |
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| 29. |
`H_2O(l)` ( 1 बार, 373 K ) `to H_(2)O(g)`( 1 बार, 373 K ) के लिए सही उष्मागतिकीय सेट है:A. `DeltaG=0, DeltaS=+ve`B. `DeltaG=0, DeltaS=0`C. `DeltaG=+ve, DeltaS=+ve`D. `DeltaG=-ve, DeltaS=+ve` |
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Answer» Correct Answer - A `underset("(1 बार, 373 K )")(H_(2)O(l))underset("(1 बार, 373 K )")(hArrH_(2)O(g))` `100^@C` पर `H_(2)O(l), H_(2)O(l)` के साथ समाय पर है, `:." "DeltaG=0` `because` द्रव अणु, गैस अणु में परिवर्तित हो रहे है, `:." "DeltaS=+ve` |
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| 30. |
निम्नलिखित अब्भिक्रियाओ के आधार पर NO(g) के उष्मागतिकीय स्थायित्व पर टिपणी कीजिये | `1/2N_(2)(g)+1/2(g)to NO(g), " "Delta_rH^@=90^@" kJ mol"^-1` ` NO(g)+1/2O_(2)(g)toNO_(2)," "Delta_(r)H^@=-74" kJ mol"^-1` |
| Answer» NO(g) के निर्माण में उष्मा अवशोषित हो रही है, अतः NO(g) अस्थाई है | `NO_(g)` के निर्माण में उष्मा उत्सर्जित हो रही है, अतः यह स्थाई है और इसका निर्माण होगा | | |
| 31. |
बर्फ को छूने पर ठंडा लगता है, क्योँ ? |
| Answer» बर्फ हमारे हाथ से उष्मा को ग्रहण करता है । | |
| 32. |
किसी अभिक्रिया `A_(2)B_(2)(g)toA_(2)(g) + B_(2)(g)` के लिए `DeltaE` का मान `25^(@)C` पर -24.2 kcal `(mol)^(-1)` है। इस अभिक्रिया के `Delta`H का मान क्या होगा? (R = 1.987 cal `("mol")K^(-1)`) |
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Answer» `DeltaH=DeltaE+DeltanRT` प्रश्नानुसार, `Deltan = 2 - 1 = 1` `DeltaH=24.2+1xx(1.987)/1000xx298` = - 24.2 + 0.592 `=-23.608` kcal `"mol"^(-1)` |
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| 33. |
10 L आयतन और 1 atm दाब पर एक आदर्श गैस के 1 mol को एक अन्य 100 L वाले वायुरिक्त बर्तन में प्रविष्ट कराने की प्रक्रिया में संपादित कार्य की गणना करें। |
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Answer» संपादित कार्य, W = बाह्य दाब `xx` आयतन में परिवर्तन `=xxDeltaV` प्रश्नानुसार, बाह्य दाब p = 0 `therefore`W=0 |
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| 34. |
`100^(@)C` पर एक आदर्श गैस के 1mol का आयतन उत्क्रिमणीय रूप से 5 L से बढ़ाकर 10 L कर दिया जाता है। W, q और `DeltaE` को गणना करें। |
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Answer» `W=2.303RTlog(V_(2))/(V_(1))` `=2.303xx2xx(100+273)log10/5` `=2.303xx2xx373xxlog2` `=2.303xx2xx373xx0.314` `=539.46cal=2258.12J` स्थिर ताप पर, q = W = 2258.12J. स्थिर ताप पर, `DeltaE = 0`. |
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| 35. |
एक गैस घर्षणरहित पिस्टन से युक्त एक सिलिंडर में बंद है। इस गैस को 1atm के स्थिर दाव के विरुद्ध प्रसारित कर इसका आयतन 10 L से बढ़ाकर 15 L कर दिया जाता है। इस प्रक्रिया में गैस परिवेश से 100 J ऊष्मा का अवशोषण करती है। प्रक्रिया में होने वाले आंतरिक ऊर्जा में परिवर्तन (`Delta`E) को गणना करें। |
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Answer» ऊष्मागतिकी के प्रथम नियम के अनुसार, `Delta`E = q - p `Delta`V (गैस का प्रसार होने पर) प्रश्नानुसार, q = 100 J p = 1 atm `Delta`V = 15 – 10 = 5 L `therefore` p `Delta`V = 1 `xx` 5 = 5 L-atm = 506.5 J. (`because` 0.0821 L-atm = 8.314 J) `Delta`E = (100 - 506.5) J = - 406.5 J. |
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| 36. |
चक्रीय पराक्रम में आंतरिक ऊर्जा में परिवर्तन कितना होता है ? |
| Answer» Correct Answer - शून्य | |
| 37. |
एक आदर्श गैस के 1 mol का आयतन 1 atm के स्थिर दाब के विरुद्ध 2 L से बढाकर 5L कर दिया जाता है। इस प्रक्रिया में संपादित कार्य की गणना करें। |
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Answer» आयतन में वृद्धि = 5 - 2 = 3 L = `Delta`V p =1 atm W - = p`Delta`V = -1 `xx` 3 = - 3 L-atm = - 303.9 J. (`because` 1 L-atm = 101.3 J) (ऋणात्मक चिह्न प्रसार-कार्य का सूचक है।) |
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| 38. |
एक विलगित निकाय में एक अआदर्ष गैस के उत्क्रमणीय तथा अनुत्क्रमणीय दोनों प्रकारो से विस्त्तर करने कड़िया जाता हिअ यदि `T_+1` प्रारंभिक ताप तथा `T_f` अंतिम ताप हो तो निम्न में से कोण - सा कथन सही है ?A. `T_f=T_i` उत्क्रमणीय तथा आक्रमणीय दोनों प्रक्रयाओं के लिएB. `(T_f)_("irrev")gt(T_i)_("irrev")`.C. `(T_ftT_i) ` उत्क्रमणीय प्रक्रिया के लिए किन्तु `T_f=T_i` अनुक्रमणीय के लिएD. `(T_f)_("irrev")gt(T_i)_("irrev")`. |
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Answer» Correct Answer - B उत्त्क्रमणीय प्रक्रिया में करत कार्य अधिकतम होता है अतः `T_(f)gtgtT_(i)` उत्त्क्रमणीय प्रक्या में, |
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| 39. |
`CaCO_(3),CaO` और `CO_(2)` के गठन की ऊष्माएँ क्रमशः 288.5, 151.,9 और 94.1 kcal प्रति मोल हैं, तो `CaCO_(3)` के CaO और `CO_(2)` में विघटन की ऊष्मा ज्ञात करें। |
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Answer» Correct Answer - 42.5 kcal |
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| 40. |
17°C ताप और स्थिर आयतन पर `CO_(2)` तथा `H_(2)O` (द्रव) में `C_(2)H_(4)` के दहन की ऊष्मा 332190 cal है, तो स्थिर दाब पर `C_(2)H_(4)` के दहन की ऊष्मा निकालें। |
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Answer» Correct Answer - 333350 cal |
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| 41. |
किसी निकाय द्वारा उष्मा का अवशोषण करने पर परिवर्तन किन स्थितियों में होंगे ? उष्मा का अवशोषण केवल कार्य करे। |
| Answer» Correct Answer - चक्रीय पराक्रम में | |
| 42. |
किसी निकाय द्वारा उष्मा का अवशोषण करने पर परिवर्तन किन स्थितियों में होंगे ? उष्मा का अवशोषण केवल एन्थेलपी में वरदी करे । |
| Answer» Correct Answer - समदाबी पराक्रम में | |
| 43. |
एक अनुत्क्रमणीय प्रक्रिया स्थिर P तथा T पर हो रही है, जिसमे केलवाल दाब आअयतन प्रसार कार्य निकाय द्वारा क्या जा रहा है | जिब्स ऊर्जा ( dG ) तथा एंथोपि परिवर्तन ( dS ) होंगे :A. `(dS)_(V,U)=0, (dG)_(T,P)= 0`B. `(dS)_(V,U)=0, (dG)_(T,P)=+ve`C. `(dS)_(V,U)=-ve, (dG)_(T,P)=-ve`D. `(dS)_(V,U)=+ve, (dG)_(T,P)=-ve` |
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Answer» Correct Answer - D सवतः होने वाले परिवर्तन के लिए ( कार्य निकाय द्वारा क्या जाता है | ) `(dG)_("T,P")=` तृणात्मक तथा `(dS_("V,U")=` धनात्मक |
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| 44. |
एक विलगित निकाय के लिए `DeltaU = 0`, इसके लिए `DeltaS`क्या होगा ? |
| Answer» यदि तंत्र में अनियमितता बढ़ेगी तो एन्ट्रोपी बढ़ेगी (अर्थात `DeltaS` धनात्मक होगा) अन्यथा `DeltaS = 0`. | |
| 45. |
ऊर्जा किस स्वरूप से किस सवरूप में परिवर्तित होती है ? विधुत-अपघटन करना |
| Answer» विधुत-ऊर्जा से रासायनिक ऊर्जा | |
| 46. |
किसी निकाय द्वारा ऊष्मा का अवशोषण करने पर परिवर्तन किन स्थितियों में होंगे ? ऊष्मा का अवशोषण केवल आंतरिक ऊर्जा में बृद्धि करे। |
| Answer» समायातनि पराक्रम में | |
| 47. |
किसी रुद्राश्म प्रक्रम के लिए निकाय की आंतरिक ऊर्जा पर क्या प्रभाव होगा यदि (i) निकाय पर क्रय किया जा रहा हो । (ii) निकाय द्वारा कार्य किया जा रहा हो । |
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Answer» `DeltaU = q+w` रूढशम प्रक्रम के लिए `q=0` (i) चूँकि `w=+ve, :. DeltaU=+ve,` अर्थात आंतरिक ऊर्जा बाद जाएगी । (ii) चूँकि `w=-ve, :. DeltaU=-ve, ` अर्थात आंतरिक ऊर्जा घाट जाएगी | |
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| 48. |
ऊर्जा किस स्वरूप से किस सवरूप में परिवर्तित होती है ? मेज को ठकेलना |
| Answer» यांकिक ऊर्जा से गतिज ऊर्जा | |
| 49. |
ऊर्जा किस स्वरूप से किस सवरूप में परिवर्तित होती है ? नाभिकीय विखंडन |
| Answer» नाभिकीय ऊर्जा से गतिज ऊर्जा | |
| 50. |
ऊर्जा किस स्वरूप से किस सवरूप में परिवर्तित होती है ? ट्यूनिंग फोर्क को झटका देना |
| Answer» यांकिक ऊर्जा से ध्वनि ऊर्जा | |