InterviewSolution
Saved Bookmarks
This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 1. |
NaCl, KBr तथा KCI के लिए सीमान्त मोलर चालकताएँ `^^ ^(@)` क्रमश: `126,152` तथा `150 S cm^(2) Mol^(-1)` है । NaBr के लिए `^^ ^(@)` है -A. `128 S cm^(2) mol^(-1)`B. `176S cm^(2) mol^(-1)`C. `1.0xx 10^(-1)`D. `302 S cm^(2) mol^(-1)`. |
|
Answer» Correct Answer - A कोल्हाराऊश के नियमानुसार , `^^_(NaBr)^(@)= ^^_(NaCl)^(@)+ ^^_(KBr)^(@)-^^_(KCI)^(@)` `=126+152-150` `=128 S cm^(2)mol^(-1)` |
|
| 2. |
निम्न सैलों के `298 K` पर नशर्ट समीकरण तथा ई०एम०एफ० लीखिए - (i) `Mg(s) +Mg^(2+)(0.001M)||Cu^(2+)(0.0001M)|Cu(s)` (ii) `Fe(s)+Fe^(2+)(0.001M)||H^(+)(1M)|H_(2)(g)(1 "bar")|Pt(s)` (iii) ` Sn(s)+Sn^(2+)(0.050M)||H^(+)(0.0020M)|H_2(g)(1"bar")|Pt(s)` (iv) ` Pt (s) |Br_(2)(1)(0.010M)||H^(+)(0.030 M)|H_(2)(g)(1 "bar")|Pt(s)`. |
|
Answer» सैल अभिक्रिया निम्न प्रकार है - `Mg(s)+Cu^(2+)(0.0001M)toMg^(2+)(0.001M)+Cu(s)` इसलिए `n=2` इसके अनुसार नर्स्ट समीकरण निम्न होगी - `E_("cell")=E_("cell")^(@)-(0.059)/(2)log_(10).[(Mg^(2+))/(Cu^(2+))]` `therefore E_("cell")=(E_(Cu^(2+)//Cu)^(@)-E_(Mg^(2+)//Mg)^(@))-(0.059)/(2)log_(10).(0.001)/(0.0001)` `=[+0.34-(-2.37)]-(0.059)/(2)log_(10) 10` `=2.71-0.0295=2.68V` (ii) सैल अभिक्रिया निम्न है - `Fe(s)+2H^(+)(1M)toFe^(2+)(0.001M)+H_(2)(1 bar)` इसलिए `n=2` इस सैल के ई० एम० एफ० के लिए नर्स्ट समीकरण निम्न होगी - `E_(cell)=(E_(H^(+)//(1)/(2)H_(2)^(@))-E_(Fe^(2+)//Fe)^(@))- (0.059)/(2)log_(10).([Fe^(2+)]xxP_(H_(2)))/([H^(+)]^2)` `therefore E_(cell) =[0-(-0.44)]-(0.059)/(2)log_(10).(0.001xx1)/((1)^2)= 0.44-(0.059)/(2)log_(10)10^(-3)` ` =0.44-(0.059)/(2)xx(-3)=0.529V` (iii) सैल अभिक्रिया निम्न है - `Sn(s)+2H^+)(0.020M)toSn^(2+)(0.050M)+H_(2)(1 bar)` इसलिए `n=2` इसके अनुसार नर्स्ट समीकरण निम्न होगी - `E_(cell)=[E_(H^(+)//(1)/(2)H_(2))^(@)-E_(Sn^(2+)//Sn)^(@)]-(0.059)/(2)log_(10).([Sn^(2+)]xxP_(H_(2)))/([H^(+)]^(2))` `therefore E_("cell")=[0-(-0.14)]-(0.059)/(2)log_(10).(0.050xx1)/((0.020)^2)= 0.14-(0.059)/(2)log_(10)125=0.078V` (iv) सैल अभिक्रिया निम्न है - `2Br^(-)(0.010M)+2H^(+)(0.030M)toBr_(2)(l)+H_(2)(1bar)` इसलिए `n=2` सैल के लिए नर्स्ट समीकरण के अनुसार ई० एम० एफ० निम्न है - `E_("cell")=[E_(H^(+)//(1)/(2)H_(2))^(@) -E_((1)/(2)Br_(2)//Br^(-1))^(@)]-(0.059)/(2)log_(10).(P_(H_2))/([Br^(-)]^2[H^(+)]^2)` `=[0-(+1.08)]-(0.059)/(2)log_(10).(1)/((0.010)^2(0.030)^2)= -1.08-(0.059)/(2)log_(10)(1.11xx10^7)` `=-1.08-0.208=-1.288V` |
|
| 3. |
निम्नलिखित उगमों से जलीय माध्यम में विधुत रासायनिक सेल को प्रदर्शित कर सेल विभव ( E. M. F. ) का मान निकालिए --- `Zn^(2+)+2e^(-)=Zn" "(E^0=+0*76V)` `Ag^++e^(-)" "(E^0=+0*79V)` |
|
Answer» Correct Answer - `+1*55V`, `Zn_((s))"|"Zn_((aq))^(2+)"||"Ag_((aq))^(+)"|"Ag_((s))` `E_("cell")^@=E_("Cathode")^@-E_("Anode")^@` `=0*79V-(-0*76V)` `1*55V` |
|
| 4. |
`Fe+Zn^(2+)toFe^(2+)+Zn` `E_(Zn^(2+)//Zn)=0*76v,E_("Fe"^(2+))^0=-0*44V` ज्ञात कीजिय की उपरोक्त रासायनिक अभिक्रिया संभव है या नहीं ? |
|
Answer» इस किर्या में Fe का ऑक्सीकरण तथा `Zn^(2+)` का अपचयन हो रहा है | केथोड पर, `Zn^(2+)+2e^(-) to Zn` ( अपचयन ) एनोड पर, `FetoFe^(2+)+2e^(-)` (ऑक्सीकरण) इस अभिक्रिया के लिए सेल निम्न प्रकार होगा --- `Fe|Fe^(2+)||Zn^(2+)|Zn` `E_("cell")^@=E_("cathode")^@-E_("anode")^@` `=-0*76-(-0*44)` `=-76+0*44` `=-0*32V` |
|
| 5. |
गेल्वेनि सेल का मानक सेल-विभव परिकलित कीजिय --- `Fe_((aq))^(2+)+Ag_((aq))^+toFe_((aq))^(3+)+Ag+_((s))` उपयुक्त अभ्रियाओ के लिए `Delta_(r)G^(0)` एव साम्य स्थिरणो की भी९ गणना कीजिय | |
|
Answer» `E_(Cr^(3+)//Ag)=-0*74V, E_(Cd^(3+)//Ce)=-0*40V,` `E_(Ag^(+)//Ag)^0=0*80V,E_(Fe^(3+)//Fe^(2+))^0=0*77V` `E_("cell")=+0*80 V-0*77 V` `=0*03 V` `Delta_rG^@=-nFE_("cell")^@` `=-(1 mol)xx(96500 C mol^(-1))xx(0*03 V)` `=-2895 CV mol^(-1)` `=-2895 J mol^(-1)` `=-2*895 KJ mol^(-1)` `Delta_rG^@=2*303xx8*314xx298xxlog K` या `log K_c=0*5074` `K_c="antilog "(0*5074)` `=3*22` |
|
| 6. |
सेल `Cu_((s))|Cu_((aq))^(2+)||Ag_((aq))^+|Ag_((s))` के विभव की गणना कीजिए | दिया गया है, `E_("cell")^@=0*56V,| [Cu_((aq))^(2+)]=0.1M` तथा `[Ag_((aq))^+]=0.1M`. |
|
Answer» सेल का E.M.F. `E_("cell")=E_("cell")^@+(0*059)/2log""([Ag_((aq))^+]^2)/([Cu_((aq))^(2+)])` `=056+(0*059)/2log_(10)""((0*1)^2)/(0*1)` `=0*56+0*0295(-1)` `=0*56-0*0295=0*53V` |
|
| 7. |
सेलों की 298K पर नर्न्स्ट समिकरारन एव EMF लिखिय --- `Pt_((s))|Br_(2(l))|Br-(0*010M||H^+(0*030M)|H_(2(g))("1 bar")| Pt_((s))` |
|
Answer» दिए गए सेल के लिए सेल अभिक्रिया निम्नप्रकार लिखी जा सकती है --- एनोड पर, `2Br_(aq)^(-)(0*01M)toBr_(2(l))+2e^(-)` केथोड पर, `2H^(+)(0*03M)+2e^(-)toH_(2(l))` नेट सेल अभिक्रिया --- `2Br^(-)(0*0M)+2H^(+)(0*03M)toBr_(2(l))+H_(2(l))` `:." EMF "=(0-1*08)-(0*0591)/2"log"1/((0*01)^2(0*03)^2)` `=-1*08-(0*0591)/2(7*0457)` `=-1*08-0*208` `=-1*288V` |
|
| 8. |
जल में `100` ampere की विद्युत धारा को लगभग कितने समय तक प्रवाहित किया जाये ताकि मुक्त हुई ऑक्सीजन द्वारा `27.66g` डाइबोरेन का पूर्ण दहन किया जा सके ?A. `6.4` घण्टाB. `0.8` घण्टाC. `3.2` घण्टाD. `1.6` घण्टा |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 9. |
निम्न में से प्रत्येक में विद्युत - अपघटन के उत्पाद बताइए - (i) `AgNo_(3)` का जलीय विलयन (सिल्वर इलेक्ट्रोड ) । (ii) `AgNO_(3)`का जलीय विलयन (प्लेटिनम इलेक्ट्रोड ) । (iii) ` H_(2)SO_(4)`का जलीय विलयन (प्लेटिनम इलेक्ट्रोड) । (iv) `CuCl_(2)` का जलीय विलयन (प्लेटिनम इलेक्ट्रोड ) । |
|
Answer» (i) `AgNO_(3)(aq)toAg^(+)(aq)+NO_(3)^(-)(aq)` `H_(2)OhArrH^(+)+OH^(-)` कैथोड पर - चूँकि सिल्वर का अपचयन विभव `(+0.80V)` जल `(-0.830)` से अधिक है इसलिए `Ag^(+)` वरीयता के आधार पर अपचयित होगा तथा सिल्वर धातु कैथोड पर जमा होगा । `Ag^(+)(aq)+e^(-)toAg(s)` एनोड पर -निम्न अभिक्रियाएँ सम्भावित है - `H_(2)O(l)to(1)/(2)O_(2)(g)+2H^(+)(aq)` `NO-(3)^(-)(aq)toNo_(3)+e^(-)` `Ag(s)toAg^(+)(aq)+e^(-)` इन अभिक्रियाओं में कॉपर का अपचयन विभव न्यूनतम है इसलिए सिल्वर एवं एनोड पर ऑक्सीकरण के फलस्वरूप `Ag^(+)` में परिवर्तित हो जाऐगी और `Ag^(+)` आयन विलयन में चले जायेंगे । `Ag(s) toAg^(+)(aq)+e^(-)` (ii) कैथोड पर - सिल्वर आयन अपचयित होने तथा सिल्वर धातु जमा होगी । एनोड पर - चूँकि जल का अपचयन विभव `NO_(3)^(-)` आयनों से कम होता है इसलिए जल वरीयता के आधार पर ऑक्सीकृत होगा तथा ऑक्सीजन मुक्त होगी । `H_(2)O(l)to(1)/(2)O_(2)(g)+2H^(+)(aq)+2e^(-)` कृपया पाठ्य देखें । (iv) `CuCl_(2)(aq)toCu^(2+)(aq)+2Cl^(-)(aq)` `H_(2)OhArrH^(+)+OH^(-)` कैथोड पर - चूँकि `Cu^(2+)(+0.341)` का अपचयन विभव जल `(-0.83V)` से अधिक होता है इसलिए `Cu^(2+)` वरीयता के आधार पर अपचयित होंगे तथा कैथोड पर कॉपर धातु जमा होगी । `Cu^(2+)(aq)+2e^(-)toCu(s)` एनोड पर - निम्न अभिक्रियाओं के होने की सम्भावना है - `H_(2)O(l)to(1).92)O_(2)(g)+2H^(+)(aq)+2e^(-),E^(@)=+1.23V` `2Cl^(-)(aq)toCl_(2)(s)+2e^(-),E^(@)=+1.36V` चूँकि जल का अपचयन विभव `Cl^(-)` (जलीय ) आयनों से कम होता है इसलिए जल वरीयता के आधार पर एनोड पर ऑक्सीकृत होगा तथा `O_(2)` गैस मुक्त होगा । |
|
| 10. |
उस सेल को दर्शाये जिसमे निम्नलिखित अभिक्रिया होती है --- `Mg_((s))+2Ag^(+)(0*0001M)toMg^(2+)(0*130M)+2Ag_((s))` यदि `E_("cell")^(@)=3*17V` हो, तो 298K पर `E_("cell")` ज्ञात कीजिय | |
|
Answer» Correct Answer - सेल `Mg"|"Mg^(2+)(0*13M)"||"Ag^(+)(0*001//M)"|"Ag" "E_("cell") = 2*96 V` सेल `Mg"|"Mg^(2+) ( 0*130 M)"||" Ag^(+) ( 0*0001M) 1 Ma` `E__("cell")=E_("cell")^@ -(0*059)/2"log"([Mg^(2+)])/([Ag^(+)]^2)` |
|
| 11. |
मानक अवस्था में निम्नलिखित अभिक्रिया की सम्भाव्यता की प्रागुक्ति कीजिए - `Cu^(2+)(aq)+2Ag(s) to Cu(s)+2Ag^(+)(aq)` दिया हुआ है कि `E_(Cu^(2+0)//Cu)^(@)=0.34 "volts"` तथा ` E_(Ag^(+)//Ag)^(@)=0.80 "volts"` |
|
Answer» दी गई अभिक्रिया को दो अर्द्ध क्रियाओ में निम्न प्रकार से विभाजित किया जा सकता है - `Cu^(2+)(aq)+2e^(-) to Cu(s)` `2Ag(s)to 2Ag^(+)(aq)+2e^(-)` `therefore E_("cell")^(@)=E_("cathode")^(@)-E_("anode")^(@)=E_(Cu^(2+)//Cu)^(@)-E_(Ag^(+)//Ag)^(@)` `=+0.34-(+0.80)=0.46` volts. चूँकि `E_("cell")^(@)` का मान ऋणात्मक है अतएव अभिक्रिया सम्भाव्य नहीं है । |
|
| 12. |
निम्नलिखित धातुओं को उस क्रम में व्यस्थित कीजिए जिस क्रम में वे एक -दूसरे को विस्थापित करती है - `Fe, Cu,Zn,Mg,Al` |
|
Answer» दी गई धातुओं के मानक विभव निम्न है - `E_(Fe^(2+)//Fe)^(@)=- 0.44V, E_(Cu^(2+)//Cu)^(@)=+0.34V, E_(Zn^(2+)//Zn)^(@)=-0.76V` `E_(Ag^(+)//Ag)^(@)=+0.80V,E_(Mg^(2+)//Mg)^(@)=-2.37V` तथा `E_(Al^(3+)//Al)^(@)=-1.66V`. `E^(@)` के बढ़ते क्रम में इन धातुओं को व्यवस्था निम्न होगी - `E^(@)(V "में") : -2.37" " -1.66 " "-0.76" " -0.44 " " +0.34 " " +0.80` `"धातु" : -Mg" " Al " "Zn" " Fe " " Cu " " Ag` धातुओं का उपरोक्त क्रम उनके अपचायक क्षमता के घटते क्रम को प्रदर्शित करता है । अतएव , Mg, लवण विलयनों से Al,Zn,Fe,Cu तथा Ag को विस्थापित कर सकता है । Al, लवण विलयनों से Zn,Fe,Cu तथा Ag को विस्थापित कर सकता है । Zn , लवण विलयनों से Fe,Cu तथा Ag को विस्थापित कर सकता है । Fe , लवण विलयनों से Cu तथा Ag को विस्थापित कर सकता है । Cu, केवल Ag, को उसके लवण विलयन से विस्थापित कर सकता है । Ag, दी गई धातुओं में से किसी को भी विस्थापित नहीं कर सकता है । |
|
| 13. |
निम्नलिखित अभिक्रिया का साम्य स्थिरांक परिकलित कीजिय ---`Cu_((s))+2Ag_((aq))^+toCu_((aq))^++2Ag((s)),E^0=0*46V` |
|
Answer» `E^0=(0*059V)/2log K_C` (`n=2` अभिक्रिया के अनुसार ) `0*46 V=(0*059V)/2log K_C` `log K_C=(0*46xx2)/(0*059 V)=15*5932` साम्य स्थिरांक `K_C="Antilog "15*5932` `=3*919xx10^(15)` `=3*92 xx 10^(15)` |
|
| 14. |
`298K` पर निम्नलिखित अभिक्रिया के लिए साम्य स्थिरांक की गणना कीजिए - `2Fe^(3+)+Sn^(2+)hArr 2Fe^(2+)+Sn^(4+)` [ दिया हुआ है : `E_(Fe^(3+)//Fe^(2+))^(@)=+0.77V, E_(Sn^(4+)//Sn^(2+))^(@) =+0.15V, R=8.314JK^(-1) mol^(-1), F=96500 C mol^(-1)`]. |
|
Answer» प्रस्तुत अभिक्रिया के संगत ऑक्सीकरण तथा अपचयन अर्द्ध सैल निम्न है - `underset("oxidation half cell")(Sn^(2+)(aq)//Sn^(4+)(aq))" " underset("reduction half cell")(Fe^(3+)(aq)//Fe^(2+)(aq))` अतएव दी गई अभिक्रिया के संगत गैल्वेनिक सैल निम्न होगा - `Sn^(2+)(aq)|Sn^(4+)(aq)||Fe^(3+)(aq)|Fe^(2+)(aq)` इस सैल के लिए `n=2` तथा `E_(cell)^(@)=E_(R)^(@)-E_(L)^(@)=E_(Fe^(3+)//Fe^(2+))^(@)-E_(Sn^(4+)//Sn^(2+))^(@)=0.77-(+0.15)=+0..62V,T=298K` साम्य स्थिरांक `(K_c)` को निम्न व्यंजक से प्राप्त किया जा सकता है - `log_(10)K_c=(nF E_(cell)^(@))/(2.303RT)` मानो को प्रतिस्थापित करने पर , `log_(10)K_(c)=(2xx96500xx0.62)/(2.30xx8.314xx298)=20.97` `therefore K_(c)="antilog"_(10) 20.97=9.33xx10^(20)`. |
|
| 15. |
निम्न `E^(@)` मान दिए गए है -` E_(Fe^(3+)//Fe^(2+))^(@)=+0.77V, E_(Sn^(2+)//Sn)^(@)=-0.14V` मानक परिस्थितियों में निम्न अभिक्रिया , `Sn(s)+2Fe^(3+)(aq)to 2Fe^(2+)(aq)+Sn^(2+)(aq)` के लिए विभव है -A. `1.68 V`B. `1.40V`C. ` 0.91 V`D. ` 0.63V`. |
|
Answer» Correct Answer - C संगत सैल को निम्न प्रकार दर्शाया जा सकता है - `Sn(s)|Sn^(2+)(aq)||Fe^(3+)(aq)|Fe^(3+)(aq)|Fe^(2+)(aq)` मानक परिस्थितियों के अंतर्गत , `E_("सैल")^(@) =E_(R)^(@)-E_(L)^(@)=E_(Fe^(3+)//Fe^(2+))-E_(Sn^(2+)//Sn)^(@)` `=0.77-(-0.14)=0.91V` |
|
| 16. |
कथन: `E_(`सैल`)^(@)` के धनात्मक होने पर सैल अभिक्रिया सम्भाव्य तथा स्वतः स्फूर्त होती है । कारण: `E_(`सैल`)^(@)` के धनात्मक होने पर `DeltaG^(@)` ऋणात्मक होता है , जो सैल अभिक्रिया को सम्भाव्य बना देता है ।A. यदि कथन तथा कारण दोनों सत्य है तथा कारण कथन का सही स्पष्टीकरण है ।B. यदि कथन तथा कारण दोनों सत्य है तथा कारण कथन का सही स्पष्टीकरण नहीं है ।C. यदि कथन सत्य है परन्तु कारण असत्य है ।D. यदि कथन असत्य है परन्तु कारण सत्य है । |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 17. |
जिनक छड़ को `CuSO_(4)` के विलयन में डालने पर विलयन का नीला रंग लुप्त होता जाता है | |
| Answer» `CUSO_4` विलयन का नीला रंग उसमे उपस्थित `Cu^(2+)` आयनों के कारण हटा है जब `CuSO_4` विलयन में जिनक की छड़ डॉली जाती है तो विलयन के `Cu^(2+)` आयनों को `Zn^(2+)` आयन प्रतिस्थापित क्र देते है जिससे विलयन का रंग लुप्त हो जाता है | |
| 18. |
`0.16 M ZnSO_(4)` विलयन के 500 मिली में `90%` धारा दक्षता वाली `1.70` एम्पियर की धारा को 230 सेकण्ड तक प्रवाहित किया गया । जस्ते के निक्षेपन के पश्चात `Zn^(2+)` की मोलरता ज्ञात कीजिए । मान लीजिए कि विलयन का आयतन विद्युत - अपघटन के दौरान स्थिर रहता है । |
|
Answer» Correct Answer - `0.1564M` `0.16M` विलयन के 500 मिली में उपस्थित `ZnSO_(4)` के मोलों की संख्या `= ("मोलरता" xx "आयतन")/(1000)=(0.16xx500)/(1000)=0.08` विलयन में `ZnSO_(4)` निम्न प्रकार आयनित होता है - `underset(1 "मोल")(ZnSO_(4)(aq))hArr underset(1 "मोल")(Zn^(2+)(aq)+SO_(4)^(2-)(aq)` `therefore` दिए गए विलयन में `Zn^(2+)` के मोलो की संख्या (विद्दुत - अपघटन से पूर्व) `=0.08` विलयन में प्रवाहित विद्दुत धारा `=1.70xx(90)/(100)xx230=351.9C" "(because"धारा की दक्षता" 90% "है"।) ` `Zn^(2+)` के जस्ते के रूप में निपेक्षण का प्रक्रम निम्न है - `underset(1"मोल")(Zn^(2+))+underset(2"मोल")(2e^(-))toZn` ` Zn^(2+)` आयनों के 1 मोल को निपेक्षित करने के लिए आवश्यक विद्दुत `=2F=2xx96500C=193000C` `therefore 351.9C` विद्दुत द्वारा निपेक्षित `Zn^(2+)` के मोलों की संख्या `=(1)/(193000)xx351.9=1.82xx10^(-3)` विद्दुत -अपघटन के पश्चात , विलयन में शेष `Zn^(2+)` के मोलों की संख्या `=0.08-1.82xx10^(-3)=0.0782`. `therefore` विलयन की मोलरता `= ("मोलों की संख्या")/("लीटर में आयतन ") = (0.0782)/(0.5)=0.1564M` (`because` विलयन का आयतन `=500` मिली `=0.5L`) |
|
| 19. |
निम्न धातुओ को उस क्रम में व्यवस्थित कीजिए जिसमे वे एक - दूसरे को उनके लवणों के विलयन से विस्थापित करती है - `Al, Cu, Fe, Mg` तथा `Zn`. |
| Answer» `Mg,Al,Zn,Fe` तथा `Cu`. | |
| 20. |
दिए गए सैल , `Ag|Ag^(+)||Cu^(2+)|Cu` के लिए `Ag^(+)+e^(-)to Ag, E^(@)=x` `Cu^(2+)+2e^(-)to Cu, E^(@)=y`. `E_("सैल")^(@)` है -A. `x+2y`B. `2x+y`C. ` y-x`D. ` y-2x`. |
|
Answer» Correct Answer - C `E_("सैल")^(@)=E_(R)^(@)-E_(L)^(@)=E-(Cu^(2+)//Cu)^(@)-E_(Ag^(+)//Ag)^(@)=y-x`. |
|
| 21. |
चालकता (साइमंस ) , पात्र के क्षेत्रफल तथा इसमें लिए गये विलयन की सांद्रता के समानुपाती होती है तथा पात्र की लम्बाई के व्युत्क्रमानुपाती होती है । तब समानुपाती स्थिरांक को व्यक्त किया जाता है -A. `S m mol^(-1)`B. `S^(2) m^(2)Mol^(-2)`C. `S m^(2)mol^(-1)`D. `S^(2) m^(2) mol`. |
|
Answer» Correct Answer - C `S prop` क्षेत्रफल `(m^2),Sprop` सान्द्रता `("mol" m^(-3))` तथा `Sprop (1)/(" लम्बाई")(m^(-1)` `therefore S prop m^(2).mol m^(-3),m^(-1)` `S=Km^(2)."mol" m^(-3)m^(-1)` `k=S "mol"^(-1)m^(2)`. |
|
| 22. |
सेलों की 298K पर नर्न्स्ट समिकरारन एव EMF लिखिय --- `Mg_((s))|Mg^(2+)(0*001M)||Cu^(2+)(0*001M)|Cu_((s))` |
|
Answer» एनोड पर सेल अभिक्रिया --- `Mg_((s))toMg^(2+)(0*001M)+2e^(-)` केथोड अभिक्रिया --- `Cu^(2+)(0*0001M)+2e^(-)to Cu_((s))` नेट सेल अभिक्रिया --- `Mg_((s))+Cu^(2+)(0*0001M)toMg^(2+)(0*001M)+Cu_((s))` नरंसत समिकरारन के अनुसार, `EMF=E_("cell")^@-(0*591)/2"log"([Mg^(2+)])/([Cu^(2+)])` `rArr" "EMF=E_(Cu^(2+)//Cu)^2-E_(MG^(2+)//Mg)^@` `-(0*591)/2"log"(0*001)/(0*0001)` `={0*34V-(-2*307)}-0*0295Vxxlog 10` `:." "EMF=(2*71-0*0295)` `V=2*68 V`. |
|
| 23. |
निम्न में से कौन - सी अभिक्रिया संभव नहीं है ?A. `Cu+2Ag NO_(3) to Cu(NO_3)_(2)+2Ag`B. `CaO+H_(2)to Ca+H_(2)O`C. `CuO+H_(2)to Cu +H_(2)O`D. `Fe+H_(2)SO_(4)to FeSO_(4)+H_(2)`. |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 24. |
अच्छे चालकत्व वाले पदार्थ होते है -A. दुर्बल वैद्युत अपघट्यB. प्रबल वैद्युत अपघट्यC. वैद्युत अनअपघट्यD. उत्प्रेरक . |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 25. |
हाइड्रोजन को छड़कर ईंधन सेलों में प्रयुक्त किये जा सकने वाले अन्य पदार्थ सुझाइय | |
| Answer» हाइड्रोजन के आलावा CO ( कार्बन मोनो ऑक्साइड तथा मेथेन `(CH_(4))` को भी ईंधन सेलों में प्रयुक्त किया जा सकता है | | |
| 26. |
विद्युतरासायनिक सैल , `M|M^(+)||X^(-)|X` के लिए `E_((M^(+)//M))^(@)=0.44` वोल्ट तथा `E_((X//X))^(@)=0.33` वोल्ट है । इन आँकड़ों की सहायता से कहा जा सकता है कि -A. `M+X to M^(+)+X^(-)` एक स्वतः स्फूर्त (spontaneous) अभिक्रिया है ।B. `M^(+)+X^(-) to M+X` एक स्वतः स्फूर्त अभिक्रिया है ।C. `E_("सैल")=+0.77` वोल्ट ।D. `E_("सैल")=-0.77` वोल्ट । |
|
Answer» Correct Answer - B संगत सैल अभिक्रिया है - `M+X to M^(+)+X^(-)` `E_("सैल")^(@)=E_(X//Y^(-))^(@)-E_(M^(+)//M)^(@)=0.33-(0.44)=-0.11` चूँकि `E_("सैल")^(@)` ऋणात्मक है अतः उपरोक्त स्वतः स्फूर्त नहीं है । यद्धपि विपरीत अभिक्रिया `(m^(+)+X^(-)toM+Y)` के लिए `E_("सैल")^(@)` धनात्मक होगा अतः विपरीत दिशा में सैल अभिक्रिया स्वतः स्फूर्त होगा । |
|
| 27. |
एक सेल की सेल अभिक्रिया निम्नलिखित है - `Zn(s) +2Ag^+(aq)to Zn^(2+)(aq)+2Ag(s)` इस सेल को संक्षिप्त में निरूपित कीजिए । इस सेल में ऑक्सीकरण इलेक्ट्रोड तथा इलेक्ट्रानो की दिशा को दर्शाइए तथा इलेक्ट्रोड अभिक्रियाएँ लिखिए। |
|
Answer» `Zn(s) |underset(overset("धारा का प्रवाह ")larr )overset(overset( e^- )to)(Zn^(2+)(aq)||Ag^(+))(aq)"|"Ag(s)` `underset(ZntoZn^(2+)+2e^-)("ओक्सीकरण इलेक्ट्रोड") " " underset(2Ag^(+)+2e^(-)to2Ag)("अपचयन इलेक्ट्रोड")` |
|
| 28. |
"यदि `E_(M^(n+)//M)^(@)` धनात्मक है तो मानक परिस्थितियों में `H_2` गैस `M^(n+)` को M में अपचयित कर सकती है । " इस कथन की पुष्टि कीजिए । |
| Answer» `E-(M^(n+)//M)^(@)` का धनात्मक मान यह दर्शाता है कि `M^(n+)` आयन की अपचयित होने की क्षमता `H^+` आयन की अपेक्षा अधिक है । अतः `H-(2)(g),M^(n+)` आयन को M में अपचयित कर सकती है । | |
| 29. |
धातु जो सरलता से ऑक्सीकृत हो जाती है -A. CuB. AgC. AlD. Pt. |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 30. |
"यदि `E_(M^(n+)//M)^(@)` ऋणात्मक है तो धातु `Mn^(+)` आयनों को `H_2(g)` में अपचयित नहीं कर सकती ।" इस कथन पर अपने विचार स्पष्ट कीजिए । |
| Answer» दिया गया कथन सत्य नहीं है । `E_(M^(n+)//M)^(@)` का मान ऋणात्मक होने पर `M^(n+)` आयन की M में अपचयित होने की प्रवृति `H^(+)` आयन के `H_(2)(g)` में अपचयित होने की प्रवृति की तुलना में अपेक्षाकृत कम होती है । दूसरे शब्दो में , M की अपचायक क्षमता , `H_(2)(g)` की अपेक्षा अधिक है । अतः धातु `M,H^(+)` आयनों को `H_(2)(g)` में अपचयित कर सकती है । | |
| 31. |
धातु जो हाइड्रोक्लोरिक अम्ल से `H_(2)` विस्थापित नहीं कर सकती है , वह है -A. ZnB. CuC. MgD. Al. |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 32. |
Zn धातु `CuSO_4` के जलीय विलयन से Cu को विस्थापित कर सकती है लेकिन Cu धातु `ZnSO_4` के विलयन से Zn को विस्थापित नहीं कर सकती है । कारण स्पष्ट कीजिए । |
|
Answer» `Zn+Cu^(2+)to Zn^(2+)+Cu, E_("सैल")^(@)=` धनात्मक (अभिक्रिया सम्भाव्य है । ) `Cu+Zn^(2+)to Cu^(2+)+Zn, E_("सैल")^(@)=` ऋणात्मक (अभिक्रिया सम्भाव्य नहीं है । ) |
|
| 33. |
किसी विलयन का प्रतिरोध ज्ञात करने में DC धारा का प्रयोग नहीं करते क्यों ? |
| Answer» DC धारा के कारन विलयन का विधुत-अपघटन हो जाता है विधुत-अपघटन हो जाता है तथा अतः इस उदेश्य के लिए AC का प्रयोग करते है | | |
| 34. |
विलयन के प्रतिरोध को निम्न में से किस्से गुना करने पर सेल स्थिरांक प्राप्त होता है ---A. विशिष्ठ छलकता `(K)`B. तुल्यांकी चालकता `(^^_m)`C. मोलर छलकता `(^^_m)`D. प्रेक्सेट चालकता |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 35. |
छलकता सेल में इलेक्ट्रोड सूक्षम विभाजित प्लेटिनक ब्लेक की परत से आवृत करते है, क्यू ? |
| Answer» चालकता सेल में इलेक्ट्रोड सुगम विभाजित प्लेटिनम ब्लेक की परत सेआवृत करते है ये ापुरताओ को बाहर नहीं आने देते तथा इलेक्ट्रोडो के ध्रुवं ( Polaristation ) प्रभाव को काम करते है | | |
| 36. |
केलोमेल है ---A. `Hg_(2)CI_(2)`B. `HgCI_(2)`C. `Hg_(2)CI_(2)+Hg`D. `Hg + HgCI_(2)` |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 37. |
गेल्वेनाइज्ड आयरन पर किसकी परत चढ़ी रहती है ---A. `Cu`B. `C`C. `Zn`D. `Ni` |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 38. |
विद्युत रासायनिक श्रेणी के आधार पर पानी के साथ क्रिया का निम्न में से सही करण है ----A. `Cu gt Zn gt Mg gt K`B. `K gt Mg gt Zn gt Cu`C. `K gt Zn gt Mg gt Cu`D. `Mg gt Zn gt Cu gt K` |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 39. |
उन गेल्वेनि सेल को दर्शय जिसमे निम्नलिखत अभिरकिया होती है --- `zn_((s))+2Ag_((aq))^+to Zn_((aq))^(2+)+2Ag_((s))` सेल में विधुत धरा के वाहक कौन से है ? |
|
Answer» सेल को निम्न प्रकार प्रदर्शित किया जाएगा --- `Zn_((s))|Zn_((aq))^(a+)||Ag_((aq))^+|Ag_((s))^+` बाहा परिपथ में सिल्वर से कॉपर की और विधुत धरा प्रवाहट होगी, क्योंकि धरा का प्रवाह, इलेक्ट्रॉन के प्रवाह के विपरीत दिशा में होता है | |
|
| 40. |
निम्न अभिक्रिया वाले सेल एक E.M.F. की गणना कीजिये --- `Zn_((s))+2Ag_((aq))^+toZn_((aq))^(2+)+2Ag_((s))` `E_(Zn^(2+)//Zn)` तथा `E_(Ag^(2+)//Ag)^(2+)` के मन क्रमशः `-0*76` तथा `0*80V` है| |
|
Answer» प्रश्नानुसार चूँकि `E_(Ag^(2+)//Ag)^0` का मान अधिक है, अतः यह सेल का केथोड बनाता है | `E_("cell")^@=E_("cathode")^@-E_("anode")^@` `=E_(Ag^(+)//Ag)^@-E_(An^(2+)//Zn)^@` `=0*80-(-0*76)=0*80+0*76` `=1*56 V`. |
|
| 41. |
निम्नलिखित सैल के EMF की गणना कीजिए - `Cr|Cr^(3+)(0.1M)||Fe^(2+)(0.01M)|Fe` [ दिया हुआ है : `E_(Cr^(3+)//Cr)^(@)=0.75V` तथा `E_(Fe^(2+)//Fe^(@)=-0.45V`] |
|
Answer» प्रस्तुत अर्द्ध सैल के संगत सैल अभिक्रिया निम्न है - `Fe^(2+)(0.1M)+2e^(-)to Fe(s)` इस प्रकार `n=2,[Fe^(2+)]=0.1M` नस्ट समीकरण के अनुसार `298K` पर, `E_(Fe^(2+)//Fe)^(@)=E_(Fe^(2+)/Fe)^(@)-(0.059)/(n)log10.(1)/([Fe^(2+)]` मानों को प्रतिस्थापित करने पर , ` E_(Fe^(2+)//Fe)=-0.44-(0.059)/(2)log_(10).(1)/((0.1))` `=-0.44-(0.0295)` `=-0.4695V` (ii) इलेक्ट्रोड अभिक्रिया निम्न है - `H^(+)(0.02M)+e^(-)to (1)/(2)H_(2)(2atm)` इस प्रकार , `N=1,[H^(+)]=0.02M` तथा `P_(H_(2))=2atm`. नस्ट समीकरण के अनुसार `298K` पर , `E=E^(@)-(0.059)/(n)log_(10). (["अपचयीत अवस्था "])/(["ओक्सीकृत अवस्था"])` या `E_(H^(+)//(1)/(2)H_(2))=E_(H^(+)//(1)/(2)H_(2))^(@)-(0.059)/(N)log_(10).P_(H_(2))^(1//2)/([H^+])` मानों को प्रतिस्थापित करने पर, `E_(H^(+)//(1)/(2)H_(2))=0-(0.059)/(1)log_(10).(2)^(1//2)/(0.02)=0-(0.109)=-0.1-9V`. |
|
| 42. |
निम्नलिखित रिडॉक्स अभिक्रियाओं के संगत गैल्वेनिक सैलो की स्थापना कीजिए - (i) `Cu(s)+2Ag^(+)(aq) to Cu^(2+)(aq) +2Ag(s)` (ii) `Co(s) +Pd^(2+)(aq)to CO^(2+)(aq) +Pd(s)` |
|
Answer» (i) प्रस्तुत रिडॉक्स अभिक्रिया निम्न है - `Cu(s)+2Ag^(+)(sq)to Cu^(2+)(aq)+2Ag(s)` ऑक्सीकरण तथा अपचयन भागों को अलग करने पर , `Cu(s)to Cu^(2)(aq)+2e^(-)` `2Ag^(+)(aq)+2e^(-) to 2Ag(s)` चूँकि ऑक्सीकरण प्रक्रिया में `Cu(s)` का परिवर्तन `Cu^(2+)(aq)` में हो रहा है अतएव एनोड `Cu(s)|Cu^(2+)(aq)` होना चाहिए । इसी प्रकार कैथोड `Ag^(+)(aq)|Ag` होना चाहिए । अतएव गैल्वेनिक सैल को निम्न प्रकार से निरुपित किया जा सकता है - `Cu(s)|Cu^(2+)(aq)||Ag^(+)(aq)|Ag(s)` (ii) प्रस्तुत रिडॉक्स अभिक्रिया निम्न है - `Co(s)to Pd^(2+)(aq)to Co^(2+)(aq)|Pd(s)` इस अभिक्रिया के ऑक्सीकरण तथा अपचयन भाग निम्न है - ` Co(s)to Co^(2)(aq)+2e^(-)` `Pd^(2+)(aq)+2e^(-)to Pd(s)` चूँकि `Co(s)` ऑक्सीकृत तथा `Pd^(2+)(aq)` अपचयीत हो रहा है अतएव एनोड तथा एनोड तथा कैथोड निम्न होंगे - ` underset("Anode")(Co|Co^(2+)(aq))" "underset("Cathode")(Pd^(2+)(aq)|Pd(s))`. अतएव दी गई रिडॉक्स अभिक्रिया के संगत गैल्वेनिक सैल को निम्न प्रकार से निरूपित किया जा सकता है - `Co(s)Co^(2+)(aq)||Pd^(2+)(aq)|Pd(s)`. |
|
| 43. |
निम्नलिखित में से प्रत्येक गैल्वेनिक सैल की अर्द्ध सैल अभिक्रिया तथा शुद्ध सैल अभिक्रिया को लीखिए - (i) ` Zn (s) |Zn^(2+)(aq)||Ag^(+) (aq))|(Ag(s)` (ii) `Ni//Ni^(2+)(1M)||Ag^(+)(1M)//Ag` (iii) `Cr|Cr^(3+)(aq)||Pb^(2+)(aq)|Pb` |
|
Answer» प्रस्तुत सैल निम्न है - `Zn(s)|Zn^(2+)(aq)||Ag^(+)(aq)|Ag(s)` इस सैल की अर्द्ध सैल अभिक्रियाएँ निम्न है - `Zn(s)to Zn^(2+)(aq)+2e^(-)` `Ag^(+)(aq)+e^(-)to Ag(s)` सैल अभिक्रया को समी० (ii) को 2 से गुणा करके तथा समी० (i) में जोड़कर प्राप्त किया जा सकता है । `{:(,,Zn(s),to,Zn^(2+)(aq),+,2e^(-)),("["Ag^(+)(aq),+,e^(-),to,Ag(s)"]",xx,2):}/(Zn(s)+2Ag^(+)(aq)toZn^(2+)(aq)+2Ag(s))` दिये गए सैल की अर्द्ध सैल अभिक्रियाएँ निम्न है - `Ni to Ni^(2+)(1M)+2e^(-)` `Ag^(+)(1M) +e^(-) to Ag` सैल अभिक्रिया को निम्न प्रकार से प्राप्त किया जा सकता है - `{:(,,Ni,to,Ni^(2+)(1M),+,2e^(-)),("["Ag^(+)(1M),+,e^(-),to,Ag" ]",xx,2):}/(Ni+2Ag^(+)(1M)toNi^(2+)(1M)+2Ag)` प्रस्तुत सैल निम्न है - ` Cr|Cr^(3+)(aq)||Pb^(2+)(aq)|Pb` इस सैल की अर्द्ध सैल अभिक्रियाएँ निम्न है - ` Cr to Cr^(3+)(aq)+3e^(-)` `Pb^(2+)(aq)+2e^(-1)to Pb` सैल अभिक्रिया को निम्न प्रकार से प्राप्त किया जा सकता है - `{:(,,"["Cr,to,Cr^(3+)(aq)+3e^(-)"]",xx,2),("["Pb^(2+)(aq),+,2e^(-),to,Pb" ]"xx3,,):}/(2Cr+3Pb^(2+)(aq)toCr^(3+)(aq)+3Pb)`. |
|
| 44. |
अभिक्रिया , `(1)/(2)H_(2)(g)+AgCl(s) to H^(+)(aq)+Cl^(-)(aq)+Ag(s)` निम्न गैल्वेनिक सैल में सम्पन्न होती है -A. `Ag|AgCl(s)|KCl("soln")||AgNo-(3)("soln")|Ag`B. `Pt|H_(2)(g)|HCI("soln")||AgNo_(3)("soln")|Ag`C. `Pt|H_(2)(g)|HCI("soln")||AgCl(s)|Ag`D. `Pt|H_(2)(g)KCI("soln")||AgCI(s)|Ag`. |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 45. |
निम्नलिखीत मानक अर्द्ध - सैलों के संयोग से बनने वाले सैल के EMF (वी० वा० ब०) की गणना कीजिए - (i) `Zn(s) |Zn^(2+)(aq)` (ii) `Ag(s)|Ag^(+)(aq)` |
|
Answer» सैल को निम्न प्रकार निरूपित किया जा सकता है - ` Zn(s)|Zn^(2+)(aq)||Ag^(+)(aq)|Ag` `E_("सैल")^(@)=E_(R)^(@)-E_(L)^(@)=E_(Ag^(+)//Ag)^(@)-E_(Zn^(2+)//Zn)^(@)` `=+0.80-(-0.76)=1.56V` |
|
| 46. |
उस गैल्वेनिक सैल का चित्र बनाओ जिसमे निम्न अभिक्रिया संपन्न होती है - `Zn(s)+2Ag^(+)(aq) to Zn^(2+)(aq)+2Ag(s)` स्पष्ट कीजिए - (i) कौन - सा इलेक्ट्रोड आवेशित है ? (ii) सैल में धारा के वाहक । (iii) प्रत्येक इलेक्ट्रोड पर अभिक्रिया । |
|
Answer» जिंक इलेक्ट्रोड एनोड का कार्य करता है जबकि सिल्वर इलेक्ट्रोड कैथोड का कार्य करता है । सैल को निम्न प्रकार प्रदर्शित कर सकते है - `Zn(s) |Zn^(2+)(aq)||Ag^(+)(aq)|Ag(s)` (i) `Zn//Zn^(2+)` इलेक्ट्रोड ऋणात्मक आवेशित होता है तथा एनोड की तरह कार्य करता है । (ii) बाह्रा परिपथ में इलेक्ट्रान तथा आन्तरिक परिपथ में आयन । (iii) एनोड पर - `Zn(s)to Zn^(2+)(aq)+2e^(-)` कैथोड पर - `Ag^(+) (aq)+e^(-) to Ag(s)`. |
|
| 47. |
क्या किसी गैल्वेनिक सैल का निम्नलिखित निरूपण सही है अथवा नहीं ? स्पष्ट कीजिए - `Ag|Ag^(+)(aq)||Zn^(2+)(aq)|Zn` दिया है : `E_(Ag^(+)//Ag)^(@)=+0.80V,E_(Zn^(+)//Zn)^(@)=-0.76V` |
|
Answer» `E_("सैल")^(@) =E_(Zn^(2+)//Zn)^(@) -E_(Ag^(+)//Ag)^(@)` `=-0.76(+0.80)=-1.56V` चूँकि `E_("सैल")^(@)` ऋणात्मक है अतः दिया गया निरूपण सही नहीं है । |
|
| 48. |
किसी सैल का वि० वा० ब० मुक्त ऊर्जा परिवर्तन से किस प्रकार सम्बन्धित होता है ? |
| Answer» `DeltaG^(@)=-n FE^(@)`. | |
| 49. |
Zn तथा Fe कॉपर सल्फेट से Cu को विस्थपित कर सकते है । जबकि Pt तथा Au ऐसा नहीं कर सकते । स्पष्ट कीजिए , क्यों ? |
| Answer» विद्दुतरासायनिक श्रेणी में Zn तथा Fe,Cu के ऊपर उपस्थित है जबकि Pt तथा Au,Cu के नीचे उपस्थित है । | |
| 50. |
एक चालकता सैल में `0.05 M NaOH` विलयन का प्रतिरोध `31.6ohm` प्राप्त किया गया । यदि चालकता सैल के सैल स्थिरांक का मान `0.367cm^(-1)` हो तो विलयन की इस सान्द्रणों पर मोलर चालकता ज्ञात कीजिए । |
|
Answer» विशिष्ट चालकता k का मान निम्न प्रकार से ज्ञात किया जा सकता है - `k=(1)/(R)xx(l)/(A)=(1)/(R)xx` सैल स्थिरांक ` k=(1)/(31.6)xx0.367=0.0116 ohm ^(-1) cm^(-1)` अतएव विलयन की मोलर चालकता , `.^m =(kxx1000)/("मोलकता") =(0.0116xx1000)/(0.05)=232ohm^(-1)cm^(2) mol^(-1)`. |
|