InterviewSolution
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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 51. |
अभिक्रिया `ZntoZn^(2+)+2e` के लिए `E_(O.P.)^(@)` का मान `0.77 V` है `E_(R.P.)^(@)` का मान क्या होगा ? |
| Answer» `E_(R.P.)^(@)=-0.77V` | | |
| 52. |
निम्न `E^(@)` के मानो पर विचार करे `E_(Fe^(3+)//Fe^(2+))^(@)=0.77V,E_(Sn^(2+)//Sn)^(@)=-0.14V`, निम्न अभिक्रिया `Sn(s)+2Fe^(3+)(aq)to2Fe^(2+)(aq)+Sn^(2+)(aq)` के लिए `E_("cell")^(@)` होगाA. 0.63 वोल्टB. 1.40 वोल्टC. 0.91 वोल्टD. 1.68 वोल्ट |
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Answer» `E_("cell")^(@)=E_(O.P.Sn//Sn^(2+))^(@)+E_(R.P.Fe^(3+)//Fe^(2+))^(@)` `=0.14+0.77=0.91` वोल्ट |
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| 53. |
`0.2` M KCl विलयन का पर `25^(@)C` विशिष्ट चालकता (चालकता) 0.0248 सीमेन्स `"सेमी"^(-1)` है तो मोलर चालकता ज्ञात कीजिए । |
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Answer» `because` मोलर, चालकता `^^_(M)=(kxx1000)/(C)` `=(0.0248xx1000)/(0.2)=124"सीमेंस सेमी"^(2)" मोल"^(-1)` |
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| 54. |
0.5 N लवण विलयन को 2.0 सेमी दूरी रखे दो Pt इलेक्ट्रोडो के मध्य रखा गया है, जिनका क्षेत्रफल `4.0" सेमी"^(2)` तथा प्रतिरोध 20 ओम है विलयन का विशिष्ट चालकत्व (चालकता) तथा तुल्यानी चालकता की गणना कीजिए । |
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Answer» दिया है `l=2.0` सेमी, `a=4.0" सेमी"^(2),R=20` ओम `:.` विशिष्ट चालकत्व (चालकता) `(k)=(1)/(R)xx(l)/(a)` `=(1)/(20)xx(2.0)/(4.0)=2.5xx10^(-2)"महो सेमी"^(-1)` `:.` तुल्यांकी चालकता `(^^_(eq.))=(k+1000)/(N)=(2.5xx10^(-2)xx1000)/(0.5)` `=50` महो `"सेमी"^(2)" तुल्यांक"^(-1)` |
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| 55. |
किसी चालकता सेल में रखे दो इलेक्ट्रोडो के बीच की दूरी 2 सेमी तथा अनुप्रस्थ परिच्छेद का क्षेत्रफल `4 "सेमी"^(2)` है यदि इसमें भरे शुद्ध जल का विशिष्ट चालकत्व (चालकता) `8.0xx10^(-7)` सीमेन्स `"सेमी"^(-1)` हो तो जल प्रतिरोध तथा 2 वोल्ट विभवांतर पर सेल में प्रवाहित धरा की गणना कीजिए । |
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Answer» दिया है, `l=2` सेमी `a=4" सेमी"^(2),k=8.0xx10^(-7)` सीमेंस `"सेमी"^(-1)` `because" "` सेमी विशिष्ट चालकत्व (चालकता) `k=(1)/(R)xx(l)/(a)` `:." "` प्रतिरोध, `R=(1)/(k)xx(l)/(a)=(1)/(8.0xx10^(-7))xx(2)/(4)` `=6.25xx10^(5)` ओम ओम के नियमानुसार, `V=I*R` या `I=(V)/(R)=(2)/(6.25xx10^(5))=3.2xx10^(-6)` ऐम्पियर |
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| 56. |
जब `Zn^(2+)` व `Ag^(+)` युक्त विलयन में धरा प्रवाही की जा सकती है तब कैथोड पर सिल्वर मुक्त होती है क्यों ? |
| Answer» क्योकि Ag का मान ऑक्सीकरण विभव Zn से कम है । | |
| 57. |
`CuSO_(4)` का विधुत - अपघटन Pt इलेक्ट्रोड से करने पर विलयन रंगहीन हो जाता है क्यों |
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Answer» नीले `Cu_((aq.))^(2+)` आयन इलेक्ट्रोड पर अपचयित होकर Cu में परिवर्तित हो जाते है । `Cu^(2+)+2etoCu` (कैथोड पर) |
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| 58. |
`Cu,AgNO_(3)` के विलयन से `Ag` विस्थापित कर देता है जबकि `Ag,Zn` को `Zn(NO_(3))_(2)` के विलयन से विस्थापित नहीं कर पाता है क्यों ? |
| Answer» Cu, Ag से अधिक क्रियाशील है जबकि `Ag,Zn` से कम क्रियाशील है | |
| 59. |
`Zn,CuSO_(4)` के विलयन से Cu विस्थापित कर देता है क्यों ? |
| Answer» विधुत - रासायनिक श्रेणी में `Zn` का स्थान `Cu` से ऊपर है अतः `Zn,Cu` से अधिक क्रियाशील है । | |
| 60. |
`Fe,CuSO_(4)` विलयन से `Cu` विस्थापित कर देता है जबकि `Ag`, तथा `PtCuSO_(4)` विलयन `Cu` से विस्थापित नहीं कर पाता क्यों ? |
| Answer» `Cu,AgNO_(3)` के विलयन से `Ag` विस्थापित कर देता है जबकि `Ag,Zn` को `Zn(NO_(3))_(2)` के विलयन से विस्थापित नहीं कर पता क्यों ? | |
| 61. |
`1.0M` निकिल नाइट्रेट के 500 मिली के विलयन में `25^(@)C` पर साम्यावस्था स्थापित होने तक जिनक के टुकड़े (Zn granules) डाले गये । साम्यावस्था पर `Ni^(2+)` की विलयन में सांद्रता की गणना कीजिए । दिया है `E_(Zn^(2+)//Zn)^(@)=-0.75V,E_(Ni^(2+)//Ni)^(@)=-0.24V` |
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Answer» `E_(O.P._(Zn))^(@)` का मान `E_(O.P._(Ni))^(@)` से ज्यादा है अतः `Ni^(2+)` का अपचयन होगा अर्थात अभिक्रियाएं निम्न होगी `{:("ऐनोड पर":" "ZntoZn^(2+)+2e),("कैथोड पर : "ul(Ni^(2+)+2etoNi" ")),(" "Zn+Ni^(2+)toZn^(2+)+Ni):}` `{:("क्रिया से पहले मिली-मोल 500 0 0"),("साम्यावस्था पर मिली-मोल a (500-2) -"):}` साम्यावस्था पर, `E_("cell")^(@)=(0.059)/(2)"log"([Ni^(2+)])/([Zn^(2+)])` `:." "0.75-0.24=(0.059)/(2)"log"(a)/((500-a))` `becauseE_("cell")^(@)=E_(R.P._(Ni))^(@)` `:.(a)/((500-a))=5.15xx10^(-18)` `:." "a=500xx5.15xx10^(-18)` `:.[Ni^(2+)]=("मिली-मोल")/("कुल आयतन")=(500xx5.15xx10^(18))/(500)=5.15xx10^(-18)` |
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| 62. |
तुल्यांक चालकता का मात्रक लिखिए । |
| Answer» `"महो सेमी"^(-1)" तुल्यांक"^(-1)` | । | |
| 63. |
`Cu^(2+)(aq)+etoCu^(+)(aq)` तथा `Cu^(+)(aq)+etoCu(s)` के लिए इलेक्ट्रोड विभव क्रमशः`+0.15V` तथा `+0.50V` है `E_(Cu^(2+)//Cu)^(@)` का मान हैA. 0.500 VB. 0.325 VC. 0.650 VD. 0.150 V |
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Answer» `Cu^(2+)+etoCu^(+)," "E^(@)=+0.15V` `:.DeltaG_(1)^(@)=-nFE^(@)=-1xxFxx0.15=-0.15F` `Cu^(+)+etoCu," "E=+0.50V` `:.DeltaG_(2)^(@)=-1xxFxx0.50=-0.50F` अब `Cu^(2+)+2etoCu,E^(@)=?` `:.DeltaG_(3)^(@)=-2FE^(@)` `becauseDelta_(3)^(@)=DeltaG_(1)^(@)-DeltaG_(2)^(@)` `-2FE^(@)=-0.15F-(0.50)F=-0.65F` `E^(@)=(0.65)/(2)=0.325V` |
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| 64. |
किस आयन की आयनिक चालकता सर्वाधिक होती है ? |
| Answer» `H^(+)` (ग्रोथस चालकता, जिसे Jumping mech भी कहते है) । | |
| 65. |
एक विलयन में `Fe^(2+),Fe^(3+)` तथा `I^(-)` आयन उपस्थित है इस विलयन `35^(@)C` को पर आयोडीन से क्रिया करायी गयी `Fe^(3+)//Fe^(2+)` तथा `I_(2)//2I^(-)` के लिए के मान क्रमशः `+0.77V` तथा `0.536V` है रेडॉक्स अभिक्रिया के अनुकूल (favourable) हैA. `I_(2)I^(-)` में अपचयित होगा ।B. इसमें कोई रेडॉक्स अभिक्रिया नहीं होगीC. `I^(-),I_(2)` में ऑक्सीकृत होगाD. `Fe^(2+),Fe^(3+)` में ऑक्सीकृत होगा |
| Answer» क्योकि `Fe^(3+)//Fe^(2+)` का अपचयन विभव `I_(2)//I^(-)` से अधिक है अतः `Fe^(3+)` अपचयित तथा `I^(-)` ऑक्सीकृत हो जायेगा | |
| 66. |
प्लेटिनम इलेक्ट्रोड बारीक काले प्लेटिनम चूर्ण से आच्छादित रहते है क्यों ? |
| Answer» ध्रुवण कम करने के लिए | |
| 67. |
`500^(@)C` पर `Al_(2)O_(3)` के विघटन के लिये गिब्स ऊर्जा इस प्रकार है `(2)/(3)Al_(2)O_(3)to(4)/(3)Al+O_(2),Delta_(r)G=+966kJmol^(-1)` `500^(@)C` पर `Al_(2)O_(3)` के विधुत - अपघटनी अपचयन के लिये आवश्यक विभवांतर (potential difference) होगाA. 2.5 VB. 5.0 VC. 4.5 VD. 3.0 V |
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Answer» `(2)/(3)Al_(2)O_(3)to(4)/(3)Al+O_(2)` अतः `(2)/(3)(3O^(2-)),2O^(2-)toO_(2)" ":.n=4` `DektaG=-nFE` या `E=(-DeltaG)/(nF)=(-966xx10^(3))/(4xx96500)=-2.5V` अतः अपचयन के लिए आवश्यक विभवांतर |
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| 68. |
किसी इलेक्ट्रोड के `E_(O.P.)^(@)` तथा `E_(R.P.)^(@)` में क्या सम्बन्ध है ? |
| Answer» `E_(O.P.)^(@)=-E_(R.PP^(@)` | | |
| 69. |
किसी विलयन की छलकता पर ताप का क्या प्रभाव होता है ? |
| Answer» Correct Answer - बढ़ जाती है | |
| 70. |
क्या यह अभिक्रिया `2KCl+I_(2)to2KI+Cl_(2)` होगी |
| Answer» नहीं, `I_(2),Cl_(2)` को विस्थापित नहीं कर सकती क्योकि `Cl_(2),I_(2)` से प्रबल ऑक्सीकारक है | |
| 71. |
लवण - सेतु (salt bridge) का प्रभाव नहीं कार्य होता है तथा इसे किस तरह दर्शाते है ? |
| Answer» लवण -सेतु द्रव-संधि विभव को कम करने हेतु प्रयोग किया जाता है । चित्रांकन के लिए इसे दोनों इलेक्ट्रोडो के बीच दो खड़ी समानांतर रेखाओ से प्रदर्शित करते है । | |
| 72. |
जल के लिये `^^_(M)^(oo)` को ज्ञात करने के लिये एक विधि बताइए । |
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Answer» `^^_(MH_(2)O)^(oo)=^^_(MH^(+))^(oo)+^^_(MOH^(-))^(oo)` `^^_(MHCl)^(oo),^^_(MNaOH)^(oo)` तथा `^^_(MNaCl)^(oo)` की सहायता से कोलराऊश के नियमानुसार `^^_(MH_(2)O)^(oo)=^^_(MHCl)^(oo)+^^_(MNaOH)^(oo)-^^_(MNaCl)^(oo)` `=^^_(MH^(+))^(oo)^^_(MCl^(_))^(oo)+^^_(MNa^(+))^(oo)+^^_(MOH^(-))^(oo)-^^_(MNa^(+))^(oo)+^^_(MCl^(-))^(oo)` `=^^_(MH^(+))^(oo)+^^_(MOH^(-))^(oo)` |
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| 73. |
क्षार धातुओं व मुद्रा धातुओं दोनों के बाह्य कोश में एक इलेक्ट्रॉन होता है किन्तु क्षार धातुएं मुद्रा धातुओं की तुलना में बहुत अधिक क्रियाशील होती है क्यों ? |
| Answer» क्षार धातुओं का `E_(O.P.)^(@)`, मुद्रा धातुओं के `E_(O.P.)^(@)` से बहुत अधिक होता है अतः मुद्रा धातुओं की तुलना में क्षार धातुएँ आसानी से आयन में परिवर्तित हो जाती है । | |
| 74. |
हाइड्रोजन अर्द्ध - सेल का अपचयन विभव ऋणात्मक होगा यदिA. `P(H_(2))=1" atm"` तथा `[H^(+)]=2.0M`B. `P(H_(2))=1" atm"` तथा `[H^(+)]=1.0M`C. `P(H_(2))=2" atm"` तथा `[H^(+)]=1.0M`D. `P(H_(2))=2" atm"` तथा `[H^(+)]=2.0M` |
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Answer» `2H^(+)+2etoH_(2)(g)` `E_(RP)=R_(RP)^(@)-(0.059)/(n)"log"(P_(H_(2)))/([H^(+)]^(2))=0(0.059)/(2)"log"(2)/((1)^(2))` जब `P_(H_(2))gt[H^(+)]` तो `E_(RP)` ऋणात्मक होगा । |
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| 75. |
गैल्वनिक सेल में लवण सेतु :A. सेल अभिक्रिया में रासायनिक रूप से भाग नहीं लेता हैB. एक इलेक्ट्रोड से दुसरे इलेक्ट्रोड पर आयनो का विसर्जन बंद करता हैC. सेल अभिक्रिया होने के लिए अनिवार्य हैD. दो विधुत - अपघटनी (electrolytic) विलयन की मिश्रणता को सुनिश्चित करता है । |
| Answer» दो इलेक्ट्रोड के विलयन को पृथक रखने हेतु लवण सेतु का उपयोग किया है इससे इलेक्ट्रोड के आयन एक - दूसरे के विलयन में मुक्त रूप से मिश्रित नहीं होते है परन्तु इससे विसरण का प्रक्रम नहीं रुकना चाहिए । यह रासायनिक अभिक्रिया में भाग नहीं लेता है । | |
| 76. |
अनंत तनुता पर `CH_(3)COONa,HCl` व `NaCl` विलयनों की तुल्यांक चालकताएँ क्रमशः `91.6 ,425.0` तथा `128.1"महो सेमी"^(2)" तुल्यांक"^(-1)` है अनंत तनुता पर ऐसीटिक अम्ल की तुल्यांक चालकता ज्ञात करो । यदि 0.1 N ऐसीटिक अम्ल के वियोजन की मात्रा 0.001 हो तो इस सांद्रता पर ऐसीटिक अम्ल की तुल्यांक चालकता भी ज्ञात करो । |
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Answer» कोलराऊश के नियम से `lamda_(CH_(3)COOH)=lamda_(CH_(3)COO^(-))^(oo)+lamda_(H^(+))^(oo)` `lamda_(CH_(3)COONa)^(oo)=lamda_(CH_(3)COO^(-))^(oo)+lamda_(Na^(+))^(oo)=91.6` . . .(1) `lamda_(HCl)^(oo)=lamda_(H^(+))^(oo)+lamda_(Cl^(-))^(oo)=425.0` . . .(2) `lamda_(NaCl)^(oo)=lamda_(Na^(+))^(oo)+lamda_(Cl^(-))^(oo)=128.1` . . (3) समीo (1) व (2) को जोड़कर (3) को घटाने पर `lamda_(CH_(3)COO^(-))^(oo)+lamda_(H^(+))^(oo)=lamda_(CH_(3)COONa)^(oo)+lamda_(HCl)^(oo)-lamda_(NaCl)^(oo)` `=91.6+425.0-128.1` या `lamda_(CH_(3)COOH)^(oo)=388.5"महो सेमी"^(2)" तुल्यांक"^(-1)` तथा `alpha=(lamda_(v))/(lamda_(oo))` `0.001=(lamda_(v))/(3.885)` `:." "lamda_(v)=0.885" महो सेमी"^(2)" तुल्यांक"^(-1)` |
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| 77. |
चार क्षार धातुओं A,B,C तथा D का मानक इलेक्ट्रोड विभव क्रमशः `-3.05,-1.66-0.40` तथा 0.80V` है । इनमे से कौन - सी धातु अधिक क्रियाशील है ?A. AB. BC. CD. D |
| Answer» जिसका जितना अधिक ऋणात्मक अपचयन विभव होगा उतनी ही अधिक उसकी अपचयन प्रकृति होगी, अर्थात इलेक्ट्रॉन त्यागने की प्रवृति होगी तथा क्रियाशीलता अधिक होगी । | |
| 78. |
`25^(@)C` ताप पर जल में अनंत तनुता पर दो प्रबल विधुत - अपघटन की तुल्यांकी चालकताएँ दी गई है `^^_(CH_(3)COONa)^(oo)=91.05"Scm^(2)eq^(-1),^^_(HCl)^(oo)=426.2Scm^(2)eq^(-1)` ऐसिटिक अम्ल के जलीय विलयन की (तुल्यांकी चालकता) की गणना करने के लिए आवश्यक सूचना है :A. `NaCl"का "^^ ^(oo)`B. `CH_(3)COOK` का `^^ ^(oo)`C. `(^^_(H+)^(oo))H^(+)` की सीमित तुल्यांक चालकताD. क्लोरो ऐसिटिक अम्ल `(ClCH_(2)COOH)` का `^^ ^(oo)` |
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Answer» Correct Answer - A कोलराउश नियम के अनुसार `^^_(CH_(3)COOH)^(@)=^^_(CH_(3)COONa)^(@)+^^_(HCl)^(@)-^^_(NaCl)^(@)` |
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| 79. |
`15^(@)C`, पर अनंत तनुता पर प्रबल विधुत - अपघट्य `NaOH,NaCl` और `BaCl_(2)` की मोलर चायलकताएँ क्रमशः `248xx10^(-4),126xx10^(-4)` और `280xx10^(-4)Sm^(2)mol^(-1)` है `Ba(OH)_(2)` की मोलर चालकता `Sm^(2)mol^(-1)` में होगीA. `52.4xx10^(-4)`B. `524xx10^(-4)`C. `402xx10^(-4)`D. `262xx10^(-4)` |
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Answer» Correct Answer - B `lamda_(Ba(OH)_(2))^(@)=lamda_(BaCl_(2))^(@)+2lamda_(NaOH)^(@)-2lamda_(NaCl)^(@)` `=280xx10^(-4)+2xx248xx10^(-4)-2xx126xx10^(-4)` `=524xx10^(-4)Sm^(2)mol^(-1)` |
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| 80. |
जब विलयन में अमोनिया मिलायी जाती है तो `pH` बढ़कर 11 हो जाती है कौन - सी अर्द्ध -सेल अभिक्रिया pH से प्रभावित होती हैA. `E_("oxd"),E_("oxd")^(@)` से 0.65 बढ़ेगीB. `E_("oxd"),E_("oxd")^(@)` से घटेगीC. `E_("red"),E_("red")^(@)` से 0.65 बढ़ेगीD. `E_("red"),E_("red")^(@)` से 0.65 घटेगी |
| Answer» कैथोड उच्च विभव पर और ऐनोड निम्न विभव पर होती है विभवांतर के कारण विधुत धारा प्रवाह उच्च विभव से निम्न विभव की ओर होता है । जब विभवांतर शून्य होता है अर्थात दोनों इलेक्ट्रोड के विभव बराबर हो जाते है तब विधुत रासायनिक सेल कार्य करना बंद कर देती है । | |
| 81. |
संक्रमण तत्वों की प्रथम श्रेणी के चार सदस्यों को उनके परमाणु क्रमांक के साथ नीचे दिया गया है इनमे से किसमे `E_(M^(3+)//M^(2+))^(@)` का मान अधिकतम है ?A. Mn (Z=25)B. Fe (Z=26)C. Co (Z=27)D. Cr (Z=24) |
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Answer» `E_(Mn^(3+)//Mn^(2+))^(@)=1.57V,E_(Fe^(3+)//Fe^(2+))^(@)=0.77V` `E_(Co^(3+)//Co^(2+))^(@)=1.97V,E_(Cr^(3+)//Cr^(2+))^(@)=-0.41V` |
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| 82. |
प्रबल विदित - अपघटयो की चालकता :A. तनुता पर थोड़ी बढ़ती हैB. तनुता पर घटती हैC. तनुता के साथ कोई परिवर्तन नहीं होताD. विधुत - अपघटन के घनत्व पर निर्भर करती है |
| Answer» सामान्यतः प्रबल विधुत - अपघट्य तनुता पर चालकता के लक्षण को प्रदर्शित करते है । | |
| 83. |
यदि किसी अर्द्ध -सेल अभिक्रिया `A+e^(-) to A^(-)` में अधिक ऋणात्मक अपचायक विभव हो तो इसका अर्थ हैA. A शीघ्रता से अपचयित होता हैB. A शीघ्रता से ऑक्सीकृत होता हैC. `A^(-)` शीघ्रता से अपचयित होता हैD. `A^(-)` शीघ्रता से ऑक्सीकृत होता है |
| Answer» चूँकि `E_(A//A^(-))^(@)` का अधिक ऋणात्मक मान होता है A की `A^(-)` में अपचयित होने की प्रवृत्ति अत्यन्त कम होती है अतः `A^(-)` की A में ऑक्सीकृत होने की प्रवृत्ति अत्यधिक होती है । | |
| 84. |
तीन तत्वों के `E_(O.P.)^(@)` इस प्रकार है - `I=2.92V," "II=0.76V," "III=-2.65V` इनमे से कौन - सा प्रबलतम ऑक्सीकारक होगा व कौन प्रबलतम अपचायक ? |
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Answer» `E_(O.P.)^(@)` उच्च होने पर तत्व की ऑक्सीकृत होने की प्रवृति उच्च होगी तथा यह प्रबल अपचायक होगा । प्रबल अपचायक दुर्बल ऑक्सीकारक होगा । अतः प्रबलतम अपचायक -I तथा प्रबलतम ऑक्सीकारक -II |
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| 85. |
`F^(-)` दुर्बलतम अपचायक है जबकि `Li^(+)` प्रबलतम अपचायक है क्यों ? |
| Answer» `Li^(+)` का `E_(R.P.)^(@)` सबसे अधिक ऋणात्मक तथा `F^(-)` का `E_(R.P.)^(@)` सबसे अधिक धनात्मक होता है अतः `Li^(+)` प्रबलतम अपचायक है तथा `E^(-)` सबसे दुर्बलतम अपचायक है । | |
| 86. |
यघपि विo राo श्रेणी में Al हाइड्रोजन से ऊपर है यह जल और वायु में स्थाई है क्यों ? |
| Answer» वायु की उपस्थिति में ऐलुमिनियम पर `Al_(2)O_(3)` की पतली परत जम जाती है जिस पर वायु तथा जल का कोई प्रभाव नहीं पड़ता । | |
| 87. |
क्या मानक अवस्थाओं में `Fe^(3+),Br^(-)` में `Br_(2)` ऑक्सीकृत कर सकता है ? दिया है `E_(Fe^(3+)//Fe^(2+))^(@)=0.771V` तथा `E_(Br_(2)//Br^(-))=1.09V` |
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Answer» अभिक्रिया `Fe^(3+)+Br^(-toFe^(2+)+(1)/(2)BR_(2)` के लिए `E_("cell")^(@)E_(R.P_(Fe^(3+)//Fe^(2+)))^(@)+E_(O.P._(Br^(-)//Br_(2)))^(@)` `E_("cell")^(@)=+0.771-1.09=-0.319V` चूँकि `E_(cell)^(@)` ऋणात्मक है अतः यह अभिक्रिया असंभव है । |
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| 88. |
उस गैल्वेनी सेल को दर्शाइए जिसमे निम्नलिखित अभिक्रिया होती है - `Zn_((s))+2Ag_((aq))^(+)toZn_((aq))^(2+)+2Ag_((s))` अब बताइए - (i) कौन -सा इलेक्ट्रोड ऋणावेशित है ? (ii) सेल में विधुत धारा के वाहक कौन से है ? (iii) प्रत्येक इलेक्ट्रोड पर होने वाली अभिक्रिया क्या है ? |
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Answer» सेल को निम्न प्रकार प्रदर्शित किया जायेगा - `Zn_((s))|Zn_((aq))^(2+)||Ag_((aq))^(+)|Ag_((s))` (i) ऐनोड अर्थात जिनक इलेक्ट्रोड ऋणावेशित होगा (ii) बाह्य परिपथ में विधुत धारा सिल्वर से कॉपर की और प्रवाहित होगी । विधुत वाहक का कार्य इलेक्ट्रॉन करते है (iii) ऐनोड पर - `ZntoZn^(2+)+2e^(-)` कैथोड पर - `Ag^(+)+e^(-)toAg` |
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| 89. |
एडीसन संचायक सेल (Edison storage cell) को निम्न प्रकार प्रदर्शित किया जाता है । `Fe_((S))|FeO_((s))|KOH_((aq.))|Ni_(@)O_(3(s))|Ni_((s))` इस सेल की अर्द्ध-अभिक्रियाएं इस प्रकार है - `Ni_(2)O_(3(s))+H_(2)O_((l))+2eto2NiO_((s))+2OH^(-)E^(2)=+0.40V` `FeO_((s))+H_(2)O_((l))toFe_((S))+2OH^(-),E^(@)=-0.87V` (i) सेल अभिक्रिया क्या है ? (ii) सेल का विधुत वाहक बल क्या है ? यह KOH की सांद्रता पर कैसे निर्भर करता है ? (iii) 1 मोल `Ni_(2)O_(3)` से अधिकतम कितनी विधुत ऊर्जा प्राप्त की जा सकती है ? |
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Answer» दिया है : `becauseE_("FeO"//Fe)^(@)=-0.87V` तथा `E_(Ni_(2)O_(3))^(@)=+0.40V` `:.E_(Fe//FeO)^(@)=+0.87V` तथा `E_("NiO"//Ni_(2)O_(3))^(@)=-0.40V` चूँकि अभिक्रिया `Fe//FeO` के लिए `E_(O.P.)^(@)` का मान `"NiO"//Ni_(2)O_(3)` के लिए `E_(R.P.)^(@)` के मान से अधिक है अतः इस सेल में `Fe` का ऑक्सीकरण व `Ni` का अपचयन होगा । ऐनोड पर : `Fe_((s))+2OH^(-)toFeO_((s))+H_(2)O_((l))+2e` कैथोड पर : `Ni_(2)O_(3(s))+H_(2)O_((l))+2eto2NiO_((s))+2OH^(-)` (i) अतः सेल अभिक्रिया निम्नलिखित है - ltbr? `Fe_((s))+Ni_(2)O_(3(s))toFeO_((s))+2NiO_((s))` (ii) `E_("cell")=E_(O.P._(Fe//Fe^(2+)))^(@)-(0.059)/(2)"log"([H_(2)O])/([OH^(-)]^(2))+E_(R.P._(Ni^(+2)//Ni))^(@)+(0.059)/(2)"log"([H_(2)O])/([OH^(-)]^(2))` `=E_(O.P._(Fe//Fe^(+2)))^(@)+E_(R.P._(Ni^(2+)//Ni))^(@)=0.87+0.40=1.27V` तथा सेल के `E_("cell")` पर `[OH^(-)]` की सांद्रता का कोई प्रभाव नहीं होगा । (iii) `-DeltaG^(@)=nFE^(@)=2xx127xx96500=-245110` जूल `=-245.11` किलोजूल |
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| 90. |
सोडियम साधारण ताप पर पानी से क्रिया करता है जबकि Mg गर्म पानी से क्रिया करता है क्यों ? |
| Answer» विधुत - रासायनिक श्रेणी में `Na,Mg` से ऊपर है अतः अधिक क्रियाशील है इस कारण यह पानी से कम ताप ही क्रिया कर लेता है । | |
| 91. |
`[Ag(CN)_(2)]^(-)` संकीर्ण आयन से रजत (चांदी) प्राप्त करने के लिए ताम्बे का प्रयोग नहीं किया जाता है बल्कि जस्ता का उपयोग किया जाता है समझाइए |
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Answer» चूँकि जिंक कॉपर की तुलना में प्रबल अपचायक है तथा कॉपर की तुलना में सस्ता है । `Zn+2[ag(CN)_(2)]to[Zn(CN)_(4)^(2-)+2 Ad darr]` |
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| 92. |
क्या कारण है कि सोडियम धातु गलित `NaCl` के विधुत -अपघटन से प्राप्त की जाती है जलीय `NaCl` के विलयन से नहीं ? |
| Answer» `Na` का `E_(O.P.)^(@)` बहुत उच्च है । अतः ये कैथोड पर अपचयित नहीं होता । | |
| 93. |
गलित NaCl (molten NaCl) का Pt इलेक्ट्रोडो की उपस्थिति में विधुत - अपघटन |
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Answer» `{:("ऐनोड पर :"," "Cl^(-),to,1//2Cl_(2)++e),("कैथोड पर ,", Na^(+)+e,to,Na):}` `Na^(+)` के अपचयन से कैथोड पर सोडियम धातु तथा `Cl^(-)` के ऑक्सीकरण से ऐनोड पर क्लोरीन प्राप्त होते है । |
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| 94. |
गलित `CaH_(2)` का Pt इलेक्ट्रोड की उपस्थिति में विधुत - अपघटन - |
| Answer» `{:("एनोड पर :"," "2H^(-),to,H_(2)+2e),("कैथोड पर :",Ca^(2+)+2e,to,Ca):}` | |
| 95. |
उच्च धारा और निम्न विभव पर विधुत - अपघटन द्वारा `Al_(2)O_(3)` को अपचयित किया जाता है यदि गलित `Al_(2)O_(3)` में से `4.0xx10^(4)` ऐम्पियर की धारा 6 घंटे के लिए प्रवाहित की जाती है तो ऐलुमिनियम का कितना द्रव्यमान उत्पादित होता है? (धारा दक्षता को `100%` मानिए Al का परमाणु द्रव्यमान `=27" ग्राम मोल"^(-1)`)A. `9.0xx10^(3)` ग्रामB. `8.1xx10^(4)` ग्रामC. `2.4xx10^(5)` ग्रामD. `1.3xx10^(4)` ग्राम |
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Answer» `(Al^(3+))_(2)+6eto2Al" "(E_(Al)=M//3)` `w=(Exxixxt)/(96500)=(27//3xx4xx10^(4)xx6xx60xx60)/(96500)` `=8.05xx10^(4)`g |
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| 96. |
12.3 ग्राम नाइट्रोबेंजीन को ऐनिलीन में अपचयित करने के लिये आवश्यक कूलॉम की संख्या होगीA. 115800 कूलॉमB. 5790 कूलॉमC. 28950 कूलॉमD. 57900कूलॉम |
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Answer» `C_(6)H_(5)NO_(2)+6H^(+)+6etoC_(6)H_(5)NH_(2)+2H_(2)O` `because123g` (1 मोल) नाइट्रोबेंजीन को ऐनिलीन में अपचयित करने के लिये आवश्यक आवेश `=6xx96500` कूलॉम (6 फैराडे) `:.12.3g` नाइट्रोबेंजीन को ऐनिलीन में अपचयित करने के लिये आवश्यक आवेश `(6xx96500xx12.3)/(123)=57900` कूलॉम |
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| 97. |
`Na_(2)O,MgO,Al_(2)O_(3),CuO,Ag_(2)O` में कौन-कौन- सा ऑक्साइड `H_(2)` द्वारा अपचयित हो सकता है क्यों ? |
| Answer» विधुत - रासायनिक श्रेणी में H से नीचे के तत्वों के ऑक्साइड अतः `CuO,Ag_(2)O,H_(2)` से अपचयित हो जायेंगे | |
| 98. |
क्या कारण है कि `H_(2),CuO` को अपचयित कर देती है जबकि `MgO` को अपचयित नहीं कर पाती ? |
| Answer» विधुत -रासायनिक श्रेणी के अनुसार `H_(2),Cu` से अधिक क्रियाशील है जबकि `Mg` से कम क्रियाशील है अतः `H_(2),Cu^(2+)` को अपचयित कर देती है तथा `Mg^(2+)` को अपचयित नहीं कर पाती । | |
| 99. |
स्टार्चयुक्त पोटैशियम आयोडाइड विलयन में क्लोरीन जल मिलाने पर विलयन नीला हो जाता है क्यों ? |
| Answer» `Cl_(2),KI` विलयन से `I_(2)` मुक्त कर देती है मुक्त हुई यह `I_(2)` स्टार्च के साथ क्रिया करके नीला योगिक बनाती है । | |
| 100. |
हैलोजन अम्लों को घटती अपचायक क्षमता के क्रम में लिखिए |
| Answer» Correct Answer - `HTgtHBrgtHClgtHF` | |