InterviewSolution
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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 201. |
चित्र में किसी 1.5V के सेल का आंतरिक प्रतिरोध मापने के लिए एक 2.0V का पौटेशियोमीटर दर्शाया गया है । खुला परिपथ में सेल का संतुलन बिंदु 76.3 सेमी० पर मिलता है । सेल के बाह्म परिपथ में `9.5Omega` प्रतिरोध का एक प्रतिरोधक संयोजित करने पर संतुलन बिंदु पौटेशियोमीटर के तार की 64.8 सेमी० लम्बाई पर पहुंच जाता है । सेल के आंतरिक प्रतिरोध का मान गया कीजिये । |
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Answer» जब सेल खुला परिपथ है, संतुलन बिंदु की लम्बाई, `I_1=76.3` सेमी सेल के बंद होने पर संतुलन बिंदु की लम्बाई , `l_2=64.8` सेमी और प्रतिरोध `(R)=9.5Omega` सेल का आंतरिक प्रतिरोध `r=(l_1/l_2-1)R` `=((76.3)/(64.8)-1)xx9.5=1.68Omega` सेल का आंतरिक प्रतिरोध `1.68Omega` है । |
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| 202. |
आपको एक 6 वोल्ट विधुत - वाहक बल तथा 1 ओम आंतरिक प्रतिरोध की सेल के साथ दो बाह्म प्रतिरोध `R_1=2` ओम तथा `R_2=3` ओम दिए जाते है । परिपथ में धारा क्या होगी जब सेल के सिरों के बीच - (i) `R_1 " व " R_2` श्रेणीक्रम में जोड़े जाये ? (ii ) `R_1 " व " R_2` समान्तर क्रम में जोड़े जाये ? |
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Answer» (i) परिपथ में धारा `I=E/(r+R_1+R_2)` प्रश्नानुसार, E=6 वोल्ट, r=1 ओम `R_1=2 " ओम ", R_2=3` ओम `I=6/(1+2+3)=1` ऐम्पियर (ii ) परिपथ में धारा `I=E/((R_1R_2)/(R_1+R_2)+r)=6/(((2xx3)/(2+3))+1)` `=6/(6//5+1)=6/(11//5)=30/11=2.73` ऐम्पियर |
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| 203. |
जब मीटर सेतु के रिक्त स्थानों में दो प्रतिरोध `R_1 " व " R_2(gtR_1)` जोड़े जाते है तो संतुलन बिंदु शून्य सिरे से 1 /3 मीटर दूर प्राप्त होता है । जब छोटे प्रतिरोध के श्रेणीक्रम में `6Omega` प्रतिरोध जोड़ दिया जाता है तो संतुलन बिंदु शून्य से 2 /3 मीटर दूर प्राप्त होता है । `R_1 " व " R_2` का मान ज्ञात कीजिये । |
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Answer» मीटर सेतु के संतुलन की स्थिति में सूत्र `R_1/R_2=l/(1-l)` (जहां l मीटर में है ) प्रथम स्थिति में - `R_1/R_2=(1//3)/(1-1//3)=(1//3)/(2//3)=1/2 " "….(1)` द्वितीय स्थिति में - `(R_1+6)/(R_2)=(2//3)/(1-2//3)=(2//3)/(1//3)=2 " " ......(2)` समी. (2 ) को (1 ) से भाग देने पर `(R_1+6)/(R_1)=(2)/(1//2)=(2xx2)/(1)=4` `R_1+6=4R_1 " अथवा " R_1=2Omega` `R_1` का मान समी (1 ) में रखने पर `2/R_2=1/2 " अथवा " R_2=4Omega` |
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| 204. |
दो तार a व b जिनमे प्रत्येक की लम्बाई 40 मीटर तथा परिच्छेद क्षेत्रफल `10^(-7) "मीटर"^2` है , श्रेणीक्रम में जुड़े है तथा इस संयुक्त तार के सिरों के बीच 60 वोल्ट का विभावंतर लगा है । इनके प्रतिरोध क्रमश: 40 व 20 ओम है । प्रत्येक तार के लिए - () विशिष्ट प्रतिरोध , (ii ) विधुत क्षेत्र तथा (iii ) धारा घनत्व ज्ञात करिये । |
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Answer» (i) `1.0xx10^(-7) "ओम-मीटर", 5.0xx10^(-8)` ओम-मीटर (ii) 1.0 वोल्ट/मीटर, 0.5 वोल्ट/मीटर (iii) `1.0xx10^7 "ऐम्पियर/मीटर"^2` (दोनों तारो में ) |
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| 205. |
किसी पौटेशियोमीटर व्यवस्था में, 1.25V विधुत वाहक बल के एक सेल का संतुलन बिंदु तार के 36.0 सेमी लम्बाई पर प्राप्त होता है । यदि इस सेल को किसी अन्य सेल द्वारा प्रतिस्थापित कर दिया जाये तो संतुलन बिंदु 63.0 सेमी पर स्थानांतरित हो जाता है । दूसरे सेल का विधुत वाहक बल क्या है ? |
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Answer» दिया है - `E_1=1.25V, l_1=35 " सेमी० तथा " l_2=63` सेमी० `therefore` हम जानते है कि पौटेशियोमीटर की विभव प्रवणता नियत रहती है । अर्थात `Epropl` `therefore " " E_1/E_2=l_1/l_2` `(1.25)/(E)=35/63` or `E=(1.25xx63)/(35)=2.25V` अतः द्वितीय सेल का वि० वा० बल 2.25V है । |
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| 206. |
एक बैटरी चार्जर 120 वोल्ट देता है । एक 10 वोल्ट विधुत - वाहक बल और 0.5 ओम आंतरिक प्रतिरोध की बैटरी को चार्जर द्वारा आवेशित किया जाना है । आवेशन धारा को 4.0 ऐम्पियर तक सिमित रखने के लिए कितना प्रतिरोध बैटरी के साथ श्रेणीक्रम में जोड़ा जाये ? आवेशन के समय बैटरी के सिरों के बीच विभवांतर क्या होगा ? |
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Answer» माना बैटरी के श्रेणीक्रम में R प्रतिरोध जोड़ा जाता है । चूँकि चार्जर का वि वा बल बैटरी से अधिक है अतः परिपथ में धारा चार्जर द्वारा प्रवाहित होगी । परिपथ में प्रभावी वि वा बल = 120 -10 =110 वोल्ट धारा `I=(110)/(0.5+R)` प्रश्नानुसार, I=4.0 ऐम्पियर `therefore " "4.0=(110)/(0.5+R)` `0.5+R=110/4=27.5` अथवा R=27 ओम आवेशन के समय, बैटरी के सिरों का विभवांतर V=E+Ir=10+4(0.5)=12 वोल्ट |
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| 207. |
एक लम्बे समय तक उपयोग में लाये गए संचायक सेल का विधुत वाहक बल 1.9V और विशाल आंतरिक प्रतिरोध `380Omega` है । सेल से कितनी अधिकतम धारा ली जा सकती है ? क्या सेल से प्राप्त यह धारा किसी कार की प्रवर्त्तक मोटर को स्टार्ट करने में सक्षम होगी ? |
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Answer» सेल का वि० वा० बल (E ) = 1.9V सेल का आंतरिक प्रतिरोध `(r)=380Omega` सेल तभी अधिकतम धारा देगा जब बाह्म प्रतिरोध शून्य होगा । अतः `I_(max)=E/r=(1.9)/(380)=0.005A` अतः हम देखते है की सेल द्वारा दी गयी धारा अति अल्प है । अतः सेल कार के मोटर को चलाने में सक्षम नहीं होगा क्योंकि इसके लिए अल्प समय हेतु 100A की धारा आवश्यक है । |
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| 208. |
एक विधुत मोटर जिसका प्रतिरोध 2 ओम है, 110 वोल्ट की सप्लाई से चालू की जाती है । अपनी पूरी चाल पर यह 10 ऐम्पियर धारा लेती है । ज्ञात कीजिये - (i) निवेश वैधुत शक्ति , (ii ) यांत्रिक ऊर्जा के रूप में निर्गत शक्ति , (iii ) मोटर की दक्षता । |
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Answer» (i) निवेश शक्ति `P_i=IV=(10)(110)=1100` वाट (ii) परिपथ में शक्ति ह्रास `DeltaP=I^2R=(10)^2(2)=200` वाट `therefore "निर्गत शक्ति" P_0=P_i-DeltaP=1100-200=900` वाट (iii ) मोटर की दक्षता (%) `=P_0/P_ixx100=900/1100xx100=81.8%` अर्थात मोटर निवेश वैधुत ऊर्जा का 81.8% भाग यांत्रिक ऊर्जा में रूपान्तरिक कर रहा है |
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| 209. |
10 सेल जिनमे प्रत्येक का वि० वा० बल 1 वोल्ट तथा आंतरिक प्रतिरोध 1 ओम है, श्रेणीक्रम में जुड़े है। समायोजन में 2 सेल उल्टे जुड़े है । समायोजन को `1Omega` बाह्म प्रतिरोध से जोड़ा जाता है । परिपथ में धारा क मान ज्ञात कीजिये । |
| Answer» Correct Answer - 0.5 एम्पियर | |
| 210. |
किसी कार की संचायक बैटरी का विधुत वाहक बल 12V है । यदि बैटरी का आंतरिक प्रतिरोध () हो, तो बैटरी से ली जाने वाली अधिकतम धारा का मान क्या है ? |
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Answer» प्रश्नानुसार, वि० वा० बल (E )=12V , आंतरिक प्रतिरोध `(r)=0.4Omega` `therefore` बैटरी से ली गयी धारा `(I)=E/(R+r)` अधिकतम धारा की अवस्था में , R=0 `therefore " " I_(max)=R/r` `(12)/(0.4)=30A` |
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| 211. |
12 वोल्ट वि० वा० बल वाले एक सेल क आंतरिक प्रतिरोध `5xx10^(-2)` ओम है । यह एक अज्ञात प्रतिरोध के सिरों से जोड़ा जाता है । सेल के सिरों पर क्या विभवांतर होगा जब इससे 60 एम्पियर की धारा का आहरण किया जाता है ? |
| Answer» Correct Answer - 9 वोल्ट | |
| 212. |
यदि किसी सेल ले खुले सिरों के बीच विभवांतर 2.2 वोल्ट हो तथा इसके सिरों के बीच 5 ओम प्रतिरोध जोड़ने पर सिरों के बीच विभवांतर 1.8 वोल्ट हो तो सेल का आंतरिक प्रतिरोध होगा -A. `7/12` ओमB. `12/7` ओमC. `9/10` ओमD. `10/9` ओम |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 213. |
यदि चित्र में प्रदर्शित व्हीटस्टोन सेतु संतुलित हो तो अज्ञात प्रतिरोध X का मान बताइये । |
| Answer» Correct Answer - `4 Omega` | |
| 214. |
खुले परिपथ में एक सेल की प्लेटो के बीच विभवांतर 1.5 वोल्ट है । इस सेल को 2 ओम के प्रतिरोध से जोड़ने पर इसकी प्लेटो के बीच विभवांतर 1.2 वोल्ट हो जाता है । वैधुत परिपथ बनाकर सेल का आंतरिक प्रतिरोध एवं 2 ओम वाले प्रतिरोध में बहने वाली धारा का मान ज्ञात कीजिये । |
| Answer» 0.5 ओम, 0.6 एम्पियर | |
| 215. |
एक कार्बन प्रतिरोधक के सिरों पर 50 वोल्ट विभवांतर लगाया जाता है । प्रतिरोधक पर प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय वलयों के रंग क्रमश: लाल। पीला एवं नारंगी है। प्रतिरोधक का प्रतिरोध तथा इसमें प्रवाहित धारा क मान ज्ञात कीजिये । |
| Answer» 24 किलो-ओम, 2.08 मिली ऐम्पियर | |
| 216. |
एक कार्बन प्रतिरोधक की तीन पट्टियो (बेण्ड) के वर्ण क्रमश: नीला, काला एवं पीला है । यदि इनके सिरों के बीच 30 वोल्ट विभवांतर लगा दिया जाये तो इनमे प्रवाहित धारा का मान ज्ञात कीजिये । |
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Answer» प्रतिरोध के वर्ण: नीला काला पीला वर्ण कोड: 6 0 4 प्रतिरोध `R=60xx10^4 "ओम" =6xx10^5` ओम प्रश्नानुसार V=30 वोल्ट अतः प्रतिरोधक में प्रवाहित धारा `I=V/R=30/(6xx10^5)=5xx10^(-5)` ऐम्पियर |
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| 217. |
लोहे के एक ठोस गोले की त्रिज्या r है । इसके दो बराबर भाग किये जाते है । प्रथम भाग को गलाकर एकसमान व्यास का `L_1` लम्बाई का तार बनाया जाता है । दुसरे भाग को लगाकर एकसमान व्यास का `L_2` लम्बाई का तार बनाया जाता है । सिद्ध कीजिये कि इन तारो के प्रतिरोधों का अनुपात उनकी लम्बाई के वर्ग के अनुपात के बराबर होगा । |
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Answer» गोले के प्रत्येक भाग का आयतन `V=1/2(4/3pir^3)=2/3pir^3` माना प्रथम भाग से बने तार की त्रिज्या `r_1` तथा दुसरे से बने तार की त्रिज्या `r_2` है । दोनों तार के आयतन समान (V) है , अतः `pir_1^2L_1=pir_2^2L_2 " अथवा " (r_2/r_1)^2=L_1/L_2` पहले तार का प्रतिरोध `R_1=(rhoL_1)/(pir_1^2)` दूसरे तार का प्रतिरोध `R_2=(rhoL_2)/(pir_2^2)` `therefore " " R_1/R_2=L_1/L_2(r_2/r_1)^2=L_1/L_2(L_1/L_2)=L_1^2/L_2^2` यही सिद्ध करना था । |
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| 218. |
यदि किसी चालक तट की लम्बाई एवं ताप को नियत रखा जाए इसी त्रिज्या में परिवर्तन के संगत प्रतिरोध किस प्रकार परिवर्तित होगा? |
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Answer» प्रतिरोधकता `rho _1` त्रिज्या r एवं लम्बाई l के चालक तार का प्रतिरोधक निम्न होता है- ` " "R= (rho l)/( pir^(2)) ` अतः ` Rprop (1)/( r^(2))` अतः r के संगत प्रतिरोध में परिवर्तन निम्न चित्र के अनुसार होगा| |
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| 219. |
यदि इलेक्ट्रॉन का आवेश एवं अपवाह वेग अंत्यंत कम है,तो चालकों में इससे प्राप्त धारा का मान अधिक कैसे होगा| |
| Answer» चूँकि चालकों में आवेशों की संख्या घनत्व अत्याधिक होती है| इसका मान ` 10^(29) ` प्रति मी` ^(2) ` होता है| | |
| 220. |
मेंगनीन के दो गुण लिखिय ,जिसके कारण उसे प्रामाणिक प्रतिरोध बनाने के लिए प्रयुक्त किया जाता है| |
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Answer» मेंगनीन के तार की प्रतिरोधकता अधिक होती है| (ii) मेग्निन के तार का प्रतिरोधकता ताप का गुणांक कम होता है| |
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| 221. |
प्रामणिक प्रतिरोध बनाने के लिए किन-किन मिश्र धातुओं का उपयोग किया जाता है और क्यों? |
| Answer» प्रामाणिक प्रतिरोध बनाने के लिए मेंगनीन, कंस्टेन्टन,नाइक्रोम आदि मिश्र धातुओं का उपयोग किया जाता है,क्योंकि इनकी प्रतिरोधकता अधिक होती है तथा प्रतिरोधकता ताप गुणांक कम होता है | | |
| 222. |
निम्न में कौन - कौन से प्रतिरोध ओमीय है ? कार्बन प्रतिरोध , टंगस्टन तार , डायोड |
| Answer» कार्बन प्रतिरोध , टंगस्टन तार , डायोड | |
| 223. |
प्रतिरोध तार बनाने में किन पदार्थो का प्रयोग होता है ? |
| Answer» कान्सटेन्टन , मैगेनिन | |
| 224. |
एक सेल किसी धातु के तार द्वारा निरावेशित हो रहा है । सेल के - (i) बाहर (ii ) भीतर आवेशवाहक क्या है ? |
| Answer» (i) इलेक्ट्रान (ii ) धन तथा ऋण आयन | |
| 225. |
किसी धातु के मुक्त इलेक्ट्रान धातु के भीतर तो स्वतंत्र रूप से विचरण करते है परन्तु उसके पुष्ठ के बाहर नहीं निकल पाते , ऐसा क्यों ? |
| Answer» धातु के मुक्त इलेक्ट्रान धातु के भीतर स्थित धन आयनो के आकर्षण के कारण धातु के पृष्ठ से बाहर नहीं निकल पाते । | |
| 226. |
किन्ही दो गुणों के आधार पर चालक तथा अर्द्धचालक में अन्तर स्पष्ट कीजिये । |
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Answer» (i) ताप बढ़ने पर चालक की चालकता घटती है जबकि अर्द्धचालक की बढ़ती है । (ii ) चालक का प्रतिरोध ताप गुणांक धनात्मक तथा अर्द्धचालक का ऋणात्मक होता है |
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| 227. |
किसी सेल के अंदर हो रही रासायनिक अभिक्रियाएँ ही उस सेल के दोनों ध्रुवों को जोड़नेवाले तार में आवेश के परवाह का कारण है । |
| Answer» Correct Answer - सही | |
| 228. |
किसी सेल के अंदर हो रही रासायनिक अभिक्रियाएँ ही उस सेल के दोनों ध्रुवों को जोड़नेवाले तार में आवेश के परवाह का कारण है । |
| Answer» Correct Answer - सही | |
| 229. |
संलग्न चित्र में बिंदु A व B के बीच तुल्य प्रतिरोध तथा स्रोत द्वारा प्रवाहित धारा ज्ञात कीजिये । |
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Answer» `6Omega "तथा" 3Omega` प्रतिरोध समान्तर क्रम में है । इनका तुल्य प्रतिरोध `R_1=(6xx3)/(6+3)=18/9=2Omega` `8Omega "तथा" R_1` श्रेणीक्रम में है, अतः बिन्दुओ A व B के बीच तुल्य प्रतिरोध `R=8+R_1=8+2=10Omega` स्रोत द्वारा प्रवाहित धारा `I=V/R=20/10=2` ऐम्पियर |
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| 230. |
`R Omega ` के पाँचप्रतिरोध लिए गए। पहले तीन कि श्रेणीक्रम तथा बाद में इनके साथ प्रतिरोध को समान्तर क्रम में जोड़ा जाता है तब तुल्य प्रतिरोध होगा -A. `3/7 R Omega`B. `7/3 R Omega `C. ` 7/2 R Omega`D. `8/7 R Omega ` |
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Answer» Correct Answer - c |
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| 231. |
100 ओम प्रतिरोध के एक तार को कितने भागो में विभाजित किया जाये कि इन्हे समान्तर क्रम में जोड़ने पर 1 ओम का प्रतिरोध हो। |
| Answer» Correct Answer - 10 भाग | |
| 232. |
R ओम के n प्रतिरोधों को पहले श्रेणीक्रम में जोड़ने पर तथा फिर समान्तर क्रम में जोड़ने पर यदि तुल्य प्रतिरोध क्रमश: `R_S " व " R_P` हो तो सिद्ध कीजिये कि ` R_S-R_P=(n^2-1)R/n` |
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Answer» Hint:- `R_S=nR, R_P=R/n` `R_S-R_P=nR-R/n=(n^2R-R)/(n)=(n^2-1)R/n` |
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| 233. |
60 वाट व 100 वाट वाले बल्बों के तुंत एक ही लम्बाई के है , तबA. 100 वाट वाला तुंत मोटा हैB. 60 वाट वाला तुंत मोटा हैC. दोनों समान मोटाई के हैD. दोनों की लम्बाई बराबर नहीं हो सकती |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 234. |
दो तारो को श्रेणीक्रम में जोड़ने पर परिणामी प्रतिरोध 25 ओम तथा समान्तर क्रम में जोड़ने पर 4 ओम है । प्रतिरोध के अलग - अलग मान ज्ञात कीजिये । |
| Answer» Correct Answer - 20 ओम, 5 ओम | |
| 235. |
दो तारो को श्रेणीक्रम में जोड़ने पर परिणामी प्रतिरोध 25 ओम तथा समान्तर क्रम में जोड़ने पर 4 ओम है । प्रतिरोधों के अलग - अलग मान ज्ञात कीजिये । |
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Answer» माना दिए गये तारो के प्रतिरोध `R_1 " व " R_2` है। उन्हें श्रेणी क्रम में जोड़ने पर तुल्य प्रतिरोध `R_1+R_2` तथा समान्तर क्रम में जोड़ने पर तुल्य प्रतिरोध `R_1R_2//(R_1+R_2)` होगा । प्रश्नानुसार - `R_1+R_2=25 " " …..(1)` `(R_1R_2)/(R_1+R_2)=4 " " .....(2)` समीकरण (1 ) से `(R_1+R_2)` का मान समीकरण (2 ) में रखने पर `(R_1R_2)/(25)=4` `R_1R_2=100 " " ....(3)` समीकरण (1 ) से `R_2` का मान समीकरण (3 ) में रखने पर `R_1(25-R_1)=100` `R_1^2-25R_1+100=0 " "...(4)` `(R_1-20)(R_1-5)=0` तदनुसार `R_1=20` ओम अथवा 5 ओम अतः `R_2=5` ओम अथवा 20 ओम अतः तारो के प्रतिरोध 20 ओम व 5 ओम है । |
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| 236. |
समान वोल्टता के दो बल्बों के प्रतिरोध क अनुपात 1 : 2 है । समांतर क्रम में जोड़ने पर उनमे शक्ति - क्षय का अनुपात होगा -A. `1:2`B. `1:1`C. `1:4`D. `2:1` |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 237. |
एक ही वोल्टता के दो बल्बों के प्रतिरोध 1 : 2 के अनुपात में है । श्रेणीक्रम में जोड़ने पर उनमे शक्ति -क्षय का अनुपात होगा -A. `1:2`B. `1:1`C. `1:4`D. `2:1` |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 238. |
25W - 220V तथा 100W - 220V के दो बल्बों को 220 वोल्ट मेंस के साथ श्रेणीक्रम में जोड़ा जाता है । कौन - सा बल्ब अधिक चमकेगा ?A. 25 वाट काB. 100 वाट काC. दोनों समान चमकेंगेD. इनमे से कोई नहीं |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 239. |
25W - 220V तथा 100W - 220V के दो बल्बों को 220 वोल्ट के समांतर क्रम में लगाया जाता है । कौन - सा बल्ब अधिक चमकेगा ?A. 25 वाट काB. 100 वाट काC. दोनों समान चमकेंगेD. इनमे से कोई नहीं |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 240. |
एक मकान में 12 बल्ब जिनमे प्रत्येक का प्रतिरोध 440 ओम है , एक 1 /10 अश्व - शक्ति की मोटर , और 4 पंखे प्रत्येक 100 वाट का , लगे है। उनको प्रत्येक दिन 5 घण्टे चलाया जाता है । एक 30 दिन के महीने में बिजली का क्या खर्च आएगा ? (एक अश्व - शक्ति = 746 वाट , बिजली का मूल्य Rs. 2.00 प्रति यूनिट तथा पावर सप्लाई की वोल्टेज = 220 वोल्ट ) |
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Answer» Rs.538.38 Hint:- 1 यूनिट = 1 किलोवाट - घंटा |
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| 241. |
50 ओम प्रतिरोध वाले धात्विक तार को खींचकर उसकी लम्बाई दोगुनी कर देने पर उसका नया प्रतिरोध होगा -A. 25 ओमB. 50 ओमC. 100 ओमD. 200 ओम |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 242. |
40 ओम प्रतिरोध वाले धात्विक तार को खींचकर उसकी लम्बाई दोगुनी कर देते है । उसका नया प्रतिरोध होगा -A. 20 ओमB. 80 ओमC. 160 ओमD. 320 ओम |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 243. |
एक मोटे तार को खींचकर इसकी लम्बाई 25 % बड़ा दीं गयी है। नए तार का प्रतिरोध कितने प्रतिशत बढ़ जायेगा |
| Answer» Correct Answer - 0.5625 | |
| 244. |
सम्बन्धन तार ताम्बे के बनाये जाते है तथा मोटे होते है| क्यों? |
| Answer» समबन्धन तार के ताम्बे के बनाये जाते है क्योंकि ताम्बे के पदार्थ का विशिष्ट प्रतिरोध कम होता है|मोटा तार लेने पर इसका प्रतिरोध नगण्य हो जाता है| | |
| 245. |
Al तथा Ge के एक - एक टुकड़े को `T_1` K ताप से `T_2` ताप तक ठंडा किया जाता है । प्रतिरोध -A. प्रत्येक का बढ़ जायेगाB. प्रत्येक का घट जायेगाC. Al का बढ़ेगा तथा Ge का घटेगाD. Al का घटेगा तथा Ge का बढ़ेगा |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 246. |
एक ताम्बे का टुकड़ा तथा दूसरा जर्मेनियम का टुकड़ा दोनों कमरे के ताप से 80 K तक ठंडे किये जाते है तो -A. प्रत्येक का प्रतिरोध बढ़ता हैB. ताम्बे का प्रतिरोध घटता हैC. ताम्बे का प्रतिरोध बढ़ता है तथा जर्मेनियम का घटता हैD. ताम्बे का प्रतिरोध घटता है एवं जर्मेनियम का बढ़ता है |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 247. |
विद्युत बल्ब में ................. का फिलामेंट होता है । |
| Answer» Correct Answer - टंग्स्टन | |
| 248. |
विद्युत हीटर में तार की कुंडली के लिए जिस तत्त्व का व्यवहार किया जाता है , वह हैA. ताँबाB. टंग्स्टनC. नाइक्रोमD. जस्ता |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 249. |
जर्मेनियम , निकिल , लोहा तथा सिलिकॉन में अर्द्धचालको को बताइये । |
| Answer» जर्मेनियम , सिलिकॉन | |
| 250. |
निम्न धातुओं को विधुत चालकता के बढ़ते हुए क्रम में लिखिय - चांदी , एलुमिनियम , ताम्बा , लोहा |
| Answer» लोहा , एलुमिनियम , ताम्बा , चांदी | |