InterviewSolution
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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 151. |
विसर्जन नली का प्रतिरोध है -A. ओमीयB. अन - ओमीयC. दोनों प्रकार काD. कभी ओमीय कभी अन - ओमीय |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 152. |
धातु में मुक्त इलेक्ट्रोनो की संख्या किस कोटि की होती है ? |
| Answer» `10^(28) " प्रति मीटर "^3` | |
| 153. |
किस चालक का प्रतिरोध कसी ताप पर शून्य हो जाता है ? |
| Answer» Correct Answer - क्रांतिक ताप पर | |
| 154. |
शुष्क मानव शरीर का प्रतिरोध किस कोटि का होता है ? |
| Answer» Correct Answer - लगभग `10^4 Omega` | |
| 155. |
यदि `0^@C` पर प्रतिरोध `R_0` हो तो `t^0C` पर प्रतिरोध क्या होगा ? |
| Answer» `R_t=R_0(1+alphat) " जहां " alpha` प्रतिरोध ताप गुणांक है | |
| 156. |
एक तार जिसका प्रतिरोध 0.1 ओम/सेमी है, एक वर्ग ABCD के आकार में मोड़ा गया है जिसको प्रत्येक भुजा 10 सेमी है । ठीक ऐसा ही एक तार बिंदुओं B व D के बीच जोड़ दिया गया है । वर्ग के दूसरे कोनो A व C के बीच तुल्य प्रतिरोध कितना होगा ? यदि A व C के बीच 2 वोल्ट की बैटरी जोड़ दे तब परिपथ में कितना शक्ति क्षय होगी ? यदि B व D के बीच अमीटर जोड़ दे तो उसका पाठ्यांक क्या होगा ? |
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Answer» 10 ओम , 4 वाट , शून्य Hint : यह संतुलित व्हीटस्टोन सेतु होगा जिसमे BD प्रतिरोध प्रभावहीन होगा । |
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| 157. |
मीटर सेतु की सहायता से किसी तार का प्रतिरोध तथा तार के पदार्थ का विशिष्ट प्रतिरोध ज्ञात करने की विधि का वर्णन शीर्षक के आधार पर कीजिए- उपकरण का वर्णन तथा विद्युत परिपथ का का चित्र| |
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Answer» सावधानियाँ- परिपथ में अधिक समय एक धारा प्रवाहित नहीं करनी चाहिय| (ii) जॉकी को तार के ऊपर रगड़ते हुए नहीं चलाना चाहिए| |
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| 158. |
मीटर सेतु की सहायता से किसी तार का प्रतिरोध तथा तार के पदार्थ का विशिष्ट प्रतिरोध ज्ञात करने की विधि का वर्णन शीर्षक के आधार पर कीजिए- सूत्र की स्थापना |
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Answer» सूत्र की स्थापना-कुंजी K के प्लग को लगा देते है तथा प्रतिरोध बॉक्स RB से एक ज्ञात प्रतिरोध (R ) निकाल कर जॉकी को तार AC में इधर-उधर खिसका कर एक ऐसी स्थिति प्राप्त करते है की धारामापी में विक्षेप शून्य हो जाएँ यह सेतु की संतुलन अवश्था है| संतुलन अवस्था में मीटर सेतु का विद्युत परिपथ व्हीटस्टोन सेतु के परिपथ के तुल्य होता है| तार AC के भाग AB का प्रतिबोध P तथा BC भाग का प्रतिरोध Q होता है| रिक्त भाग MN में लगा प्रतिबोध R तथा रिक्त स्थान XY में लगा प्रतिरोध S होता है अतः मीटर सेतु का तुल्य परिपथ चित्र के अनुसार होगा| माना की बिंदु A संतुलन बिंदु B की दुरी l है तो ` BC =100-l` होगी,अतः यदि तार में एकांक लम्बाई का प्रतिरोध x हो, तो P =बिंदु A और B के बीच प्रतिरोध ` " "=lx ` तथा ` " "Q =` बिंदु B और C के बीच प्रतिरोध ` " " =( 100-l) x` अब व्हीटस्टोन के सिद्धांत से, ` " " (P)/(Q)=( R)/(S) ` `rArr " " (lx)/( (100-l) x) =(R)/(S) ` ` rArr " "S= R ((100-l))/( l) ` इस प्रकार यदि R तथा l का मान ज्ञात किया जा सकता है| यदि अज्ञात प्रतिरोध S का मान ज्ञात किया जा सकता है| यदि अज्ञात प्रतिरोध के तार की लम्बाई L तथा उसकी त्रिज्या r सेमि है तो तार पदार्थ का विशिष्ट प्रतिरोध ` " "rho =S xx (pir^(2))/( L) ` ओम `xx ` सेमि. |
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| 159. |
मीटर सेतु की सहायता से किसी तार का प्रतिरोध तथा तार के पदार्थ का विशिष्ट प्रतिरोध ज्ञात करने की विधि का वर्णन शीर्षक के आधार पर कीजिए- प्रेक्षण सरणी- |
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Answer» प्रेक्षण सारणी ` " " ` अज्ञात प्रतिरोध के तार की लम्बाई L =..............सेमि `" " ` अज्ञात प्रतिरोध के तार की त्रिज्या r =.........................सेमि| |
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| 160. |
मीटर सेतु की सहायता से किसी तार का प्रतिरोध तथा तार के पदार्थ का विशिष्ट प्रतिरोध ज्ञात करने की विधि का वर्णन शीर्षक के आधार पर कीजिए- कोई दो प्रमुख सबधानियाँ| |
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Answer» उपकरण का वर्णन तथा विद्युत परिपथ का चित्र- यह व्हीटस्टोन सेतु के सिद्धांत पर आधारित एक उपकरण है,जिसकी साहायता से किसी चालक का प्रतिरोध ज्ञात किया जा सकता है| प्रतिरोधक ज्ञात हो जाने से से उसके विशिष्ट प्रतिरोध का मापन भी किया जा सकता है| इसकी संरचना चित्र से प्रदर्शित है, जिसके अनुसार इनमें मेग्निन या कंस्टेन्टन का एक समान अनुप्रस्थ परिच्छेद वाला 1 मीटर लम्बा तार होता है जो पीतल की दो L आकार की पत्तियां AM और CY के बीच लकड़ी की प्लेट पर कसा होता है| तार के समांतर प्लेट एक मीटर पैमाना लगा होता है| AM तथा CY के बीच एक पीतल की अन्य पट्टी NX इस प्रकार कसी होती है,की पीतल की पट्टियों के बीच रिक्त भाग MN तथा XY प्राप्त हो|विद्युत संबंधन हेतु इसके बिंदु A,M,N,D,X,Y तथा C पर संयोजक पेंच लगे है| पेंच A और C के मध्य कुंजी K के साथ बैटरी E जोड़ते है तथा धारामापी के एक टर्मिनल को बिंदु D तथा दूसरे टर्मिनल को जॉकी (Jockey ) से जोड़ देते है| इस जॉकी को तार AC पर इधर-उधर चलाया जाता है|इस जॉकी को तार AC पर दबाने पर ही धारामापी का बिंदु B से संपर्क होता है, अन्यथा नहीं होता है| |
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| 161. |
विभवमापी की सहायता से किसी प्राथमिक सेल का आंतरिक प्रतिरोध ज्ञात करने के प्रयोग का शीर्षक के अंतरर्गत वर्णन कीजिए|विधि |
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Answer» सर्वप्रथम चित्र के अनुसार विद्युत परिपथ तैयार करते है| फिर कुंजी ` K_1` के प्लग को लगाकर विभवमापी तार में नियत विभव प्रवणता उत्पन्न करते है, फिर द्वितीयक परिपथ के कुंजी ` K_2` को खोलकर विसर्पी कुंजी के इधर-उधर खिसकाकर अविक्षेप बिंदु प्राप्त करते है तथा इस बिंदु की बिंदु A से दुरी `l_1` ज्ञात कर लेते है| (ii ) अब द्वितीयक परिपथ में लगे कुंजी `k_2` के प्लग को लगाकर प्रतिरोध बॉक्स से ज्ञात प्रतिरोध R निकालते है| तथा विसर्पी कुंजी को इधर-उधर खिसकाकर अविक्षेप बिंदु प्राप्त करते है तथा इस बिंदु B बिंदु A से दुरी `l_2` ज्ञात कर लेते है| (iii)अब R के मान को बदल-बदलकर उनके संगत `l_2` के मान ज्ञात कर लेते है तथा सूत्र में समस्त पदों का मान रखकर सेल के आंतरिक प्रतिरोध r की गणना कर लेते है| ध्यान रहे की सम्पूर्ण प्रयोग में प्राथमिक प्राथमिक परिपथ का प्रतिरोध परिवर्तित नहीं होना चाहिए| |
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| 162. |
कमरे के ताप ` ( 27*0^(@) C) ` पर किसी तापन अवयव का प्रतिरोध ` 100Omega ` है|यदि तापन अवयव का प्रतिरोध ` 117Omega ` हो,तो अवयव का ताप क्या होगा? प्रतिरोध के पदार्थ का ताप गुणांक ` 1.70xx 10^(-4)"" ^(@) C ^(-1) ` है| |
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Answer» दिया गया है-` R_1 =100Omega ,R_2 -117Omega ,T_1 =27^(@) C ,T_2 =? ` ` " "alpha =1.70xx 10^(-4)"" ^(@)C^(-1) ` सम्बन्ध ` R_2 =R_1 [1+ alpha (T_2-T_1 (T_2 -T_1 ) ]` का उपयोग करने पर, `rArr " " (R_2) /( R_1) =1 +alpha (T_2-T_1) ` `rArr " "(R_2)/(R_1) -1=alpha (T_2-T_1) ` ` rArr " "(R_2-R_1)/(R_1) =alpha (T_2 -T_1) ` या ` " "T_2 -T_1 =(R_2-R_1) /(R_1alpha ) ` माना रखने पर ` rArr " "T_2 -27 =( 117-100) /( 100xx1.70xx10^(-4)) =(17xx10^(-4))/( 170) ` ` rArr T_2 -27=10^(3) =1000` `rArr T_2 =1000+ 27 =1027^(@) C ` |
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| 163. |
विभवमापी के प्रयोग में शून्य विक्षेप स्थिति में क्या परिवर्तन होगा यदि (ii ) प्राथमिक परिपथ के साथ श्रेणीक्रम में प्रतिरोध जोड़ दिया जाएँ? |
| Answer» द्वितीयक परिपथ में श्रेणीक्रम में जोड़ने पर सेल के वि.वा.बल पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा,अतः शून्य विक्षेप की स्थिति पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा| | |
| 164. |
R प्रतिरोध के तार को n बराबर भागो में काटा गया है । ये भाग समांतर क्रम में जोड़े जाते है । संयोजन का तुल्य प्रतिरोध है -A. nRB. `R/n`C. `n/R`D. `R/n^2` |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 165. |
क्रमश: 10 सेमी व 20 सेमी आंतरिक व बाह्म त्रिज्याओं वाले 1.0 मीटर लम्बे खोखले बेलनाकार पाइप का प्रतिरोध ज्ञात कीजिये । पाइप के पदार्थ की प्रतिरोधकता `2xx10^(-8)` ओम - मीटर है । |
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Answer» पाइप की भीतर त्रिज्या `r_1=10 "सेमी" =10xx10^(-2)` मीटर पाइप की बाहरी त्रिज्या `r_2=20 "सेमी" =20xx10^(-2)` मीटर पाइप का परिच्छेद क्षेत्रफल `A=pi(r_2^2-r_1^2)` `=3.14[20xx10^(-2))^2-(10xx10^(-2))^2]` `=9.42xx10^(-2) "मीटर"^2` पाइप का प्रतिरोध `R=(rhol)/A=((2xx10^(-8))xx1.0)/(9.42xx10^(-2))` `2.12xx10^(-7)` ओम |
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| 166. |
`20^(@)C` पर किसी धातु के 1.1 m लम्बे तार का प्रतिरोध ` 28Omega ` है । यदि तार का व्यास 0.3 mm है , तो इस ताप पर धातु की प्रतिरोधकता क्या है ? |
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Answer» दिया गया है कि `l= 1.1 m , R= 28 Omega, d=0.3 mm` `:.` तार की त्रिज्या `r=(d)/(2)=0.15 mm = 1.5 xx 10^(-4)m` . सूत्र `R=(rho l)/(A)=(rho l)/(pir^(2))` से , तार के धातु की प्रतिरोधकता ` rho=(R pir^(2))/(l)=((28 Omega) xx 22xx(1.5 xx 10^(-4)m)^(2))/(7 xx 1.1m ) = 1.8 xx 10^(-6) Omega m` . |
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| 167. |
सिल्वर के किसी तार का `27.5^@C` पर प्रतिरोध `2.1Omega` और `100^@C` पर प्रतिरोध `2.7Omega` है । सिल्वर की प्रतिरोधकता ताप गुणांक ज्ञात कीजिये । |
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Answer» दिया है - सिल्वर के तार का `27.5^@C` पर प्रतिरोध `=R_(27.5)=2.1Omega` `100^@C` ताप पर सिल्वर के तार का प्रतिरोध `=R_(100)=2.7Omega` माना सिल्वर का प्रतिरोध ताप गुणांक `alpha` है । `therefore " " alpha =(R_(t_2)-R_(t_1))/(R_1(t_2-t_1))` `alpha = (R_(100)-R_(27.5))/(R_(27.5)(100-27.5))` `=(2.7-2.1)/(2.1xx72.5)` `alpha=0.0039//""^@C` अतः सिल्वर का प्रतिरोध ताप का गुणांक `0.0039//""^@C` है । |
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| 168. |
एक ही पदार्थ से बने समान द्रव्यमान के दो तार A तथा B लिए जाते है । A का व्यास तार B के व्यास का आधार है । यदि तार A का प्रतिरोध 24 ओम हो तो तार B का प्रतिरोध ज्ञात कीजिये । |
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Answer» माना तार A तथा B की लम्बाईया क्रमश: `I_1 "व" I_2` , त्रिज्याएँ क्रमश: `r_1 "व" r_2` तथा प्रतिरोध क्रमश: `R_1 "व" R_2` है । प्रतिरोध के सूत्र से `R=(rhol)/(pir^2)=(rhol^2)/(pir^2l)=(rhol^2)/(V)` (जहां V तार का आयतन है ।) चूँकि तार एक ही पदार्थ के बने है तथा इनका द्रव्यमान समान है , अतः इनका आयतन भी समान होगा । अतः `R_1/R_2=(l_1/l_2)^2 " " ......(1)` यदि तार के पदार्थ का घनत्व d हो तो इनके द्रव्यमान समान रखने पर `m=pir_1^2l_1d=pir_2^2l_2d` `l_1/l_2=(r_2/r_1)^2=(D_2/D_1)^2=(2/1)^2=4 " "....(2)` (जहां `D_1 "व" D_2` क्रमश: तार A व B के व्यास ) `therefore` समी. (1 ) व (2 ) से, `R_1/R_2=(l_1/l_2)^2=(4)^2=16` `R_2=R_1/16=24/16` =1.5 ओम |
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| 169. |
चित्र में `R_1 gt R_2` , शक्ति क्षय - A. `R_1` में अधिक होगाB. `R_2` में अधिक होगाC. दोनों में बराबर होगाD. होगा ही नहीं |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 170. |
चित्र में `3Omega` प्रतिरोध में धारा 0.8 एम्पियर है । `4Omega` प्रतिरोध के सिरों का विभवांतर होगा - A. 1.6 वोल्टB. 2.4 वोल्टC. 4.8 वोल्टD. 9.6 वोल्ट |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 171. |
`20^@C` ताप पर चाँदी के तार का प्रतिरोध 2.0 ओम है , उबलते हुए जल में इसका प्रतिरोध 2.4 ओम हो जाता है ।द्रव का ताप ज्ञात कीजिए । चाँदी के लिए `alpha = 3.8xx10^(-3) "प्रति" ""^@C`। |
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Answer» ताप के साथ प्रतिरोध के परिवर्तन की समीकरण `R_t=R_0[1+alpha(t-t_0)]` प्रश्नानुसार, `R_t=2.4 "ओम," R_0=2.0` ओम `t_0=20^@C, alpha = 3.8xx10^(-3) "प्रति" ""^@C` `therefore " " 2.4=2.0[1+3.8xx10^(-3)(t-20)]` `3.8xx10^(-3)(t-20)=0.2` `t-20=(0.2)/(3.8xx10^(-3))=52.63` अथवा `t=72.63^@C` |
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| 172. |
एक सेल जिसका वि० वा० बल 10 वोल्ट तथा आंतरिक प्रतिरोध नगण्य है, एक परिपथ में चित्र के अनुसार जुडी है । अमीटर A का प्रतिरोध भी नगण्य है । अमीटर का पाठ होगा - A. 500 मिलिएमपीयरB. 50 मिलिएमपीयरC. 200 मिलिएमपीयरD. 0 |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 173. |
संलग्न परिपथ चित्र में अमीटर A का प्रतिरोध नगण्य है तथा वोल्ट्मीटर V का प्रतिरोध बहुत उच्च है । कुंजी K खुली होने पर वोल्ट्मीटर का पाठ 1.53 वोल्ट है । कुंजी बन्द करने पर अमीटर का पाठ 1.00 ऐम्पियर आता है तथा वोल्ट्मीटर का पाठ्यांक गिरकर (1.03) वोल्ट रह जाता है । ज्ञात कीजिये - (i) सेल का वि. वा. E , (ii ) सेल का आंतरिक प्रतिरोध r, (iii ) R का मान, (iv ) सेल से ली गई ऊर्जा का प्रतिरोध R में प्रतिशत ऊर्जा क्षय । |
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Answer» अमीटर का प्रतिशत नगण्य तथा वोल्ट्मीटर का प्रतिरोध बहुत उच्च है अतः ये क्रमश: आदर्श अमीटर तथा वोल्ट्मीटर है । (i) कुंजी खुली होने पर सेल से कोई धारा नहीं ली जाती । इस स्थिति में वोल्ट्मीटर का पाठ्यांक सेल के वि. वा. बल E के बराबर होगा । अतः E =1.53 वोल्ट (ii ) कुंजी बन्द करने पर, I=1.00 ऐम्पियर , V=1.03 वोल्ट V=E-Ir से `r=(E-V)/(I)=(1.53-1.03)/(1.00)=0.50` ओम (iii) `I=E/(r+R)` से `r+R=E/I=(1.53)/(1.00)=1.53` ओम R=1.53-r=1.53-0.50=1.03 ओम (iii) t समय में, सेल से ली गयी कुल ऊर्जा =EIt प्रतिरोध में क्षय कुल ऊर्जा `=I^2Rt` R में प्रतिशत ऊर्जा क्षय `=(I^2Rt)/(EIt)xx100=(IR)/(E)xx100` `=(1.00xx1.03)/(1.53)xx100=67.3%` |
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| 174. |
जब एक अज्ञात वोल्टेज V की बैटरी, जिसका आंतरिक प्रतिरोध शून्य है, एक प्रतिरोध R से जोड़ी जाती है तो यह इसमें 4 एम्पियर की धारा भेजती है । जब R के श्रेणीक्रम में 10 ओम का प्रतिरोध और जोड़ देते है तो धारा गिरकर 3 एम्पियर रह जाती है । प्रतिरोध R तथा वोल्टेज V के मान ज्ञात कीजिये । |
| Answer» Correct Answer - 30 वोल्ट, 120 ओम | |
| 175. |
एक विभवमापी के तार की प्रतिरोधकता `40xx10^(-8)` ओम - मीटर तथा अनुप्रस्थ काट का क्षेत्रफल `8xx10^(-6) "मीटर"^2` है ।इसमें 0.2 एम्पियर की धारा प्रवाहित होती है । तार की विभव - प्रवणता (वोल्ट /मीटर )है -A. 0.01B. 10C. `1.6xx10^(-2)`D. 5 |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 176. |
`1 "mm"^2` अनुप्रस्थ परिच्छेद वाले ताम्बे के तार में 1 ऐम्पियर धारा प्रवाहित है । यदि में `8.5xx10^22` मुक्त इलेक्ट्रान प्रति `"cm"^3` हो तो इलेक्ट्रोनो का अपवाह वेग ज्ञात कीजिए । |
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Answer» सूत्र `I="ne"Av_d` से `v_d=1/("ne"A)` प्रश्नानुसार, I=1 ऐम्पियर, `n=8.5xx10^22 "प्रति सेमी"^3 =8.5xx10^28 "प्रति मीटर"^3` `e=1.6xx10^(-19) "कुलाम", A=1 "मिमी"^2=10^(-6) "मीटर"^2` `therefore " " v_d=1/((8.5xx10^28)xx(1.6xx10^(-19))xx106(-6))` `=7.2xx10^(-5)` मीटर/सेकण्ड |
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| 177. |
किसी चालक के लिए धारा घनत्व `(vec(J))`, चालकता `(sigma)` एवं विद्युत क्षेत्र की तीव्रता `(vec(E))` के बीच क्या सम्बन्ध है? |
| Answer» Correct Answer - `vecJ=sigma vecE` | |
| 178. |
चित्र में बिंदुओं A व D के बीच तुल्य प्रतिरोध ज्ञात कीजिये धारा `i_3` का मान तथा सेल का वि० वा० बल भी ज्ञात कीजिये । |
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Answer» तुल्य प्रतिरोध `=1.25Omega, i_3`=0.5 एम्पियर, E=2.5 वोल्ट |
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| 179. |
संलग्न परिपथ चित्र में लगी बैटरी का वि० वा० बल 12 वोल्ट तथा आंतरिक प्रतिरोध शून्य मानकर, अमीटर (A) के पाठ्यांक की गणना कीजिये जबकि कुंजी K - (i ) खुली हो, (ii) बंद हो । (अमीटर A का प्रतिरोध नगण्य है ) |
| Answer» (i) 0.3 एम्पियर, (ii) 0.6 एम्पियर | |
| 180. |
संलग्न चित्र में प्रत्येक विद्युत सेल का वि० वा बल एवं आंतरिक प्रतिरोध दिया गया है । बिंदुओं A व B के बीच आदर्श वोल्ट्मीटर जोड़ने पर उसका पाठ्यांक क्या होगा ? |
| Answer» Correct Answer - 14 वोल्ट | |
| 181. |
किसी चालक का तार में धारा i होने पर मुक्त इलेक्ट्रोनो का अपवाह वेग v है । यदि उसी धातु के , परन्तु दोगुनी त्रिज्या के तार में धारा 2i हो, तो इलेक्ट्रोनो का अपवाह वेग होगा -A. `v/4`B. `v/2`C. vD. 4v |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 182. |
एक तार के अनुप्रस्थ काट का क्षेत्रफल 1 `"मीटर"^2` तथा तार में मुक्त इलेक्ट्रोनो की संख्या `8xx10^24` प्रति मीटर है । तार में 6.4 ऐम्पियर की धारा प्रवाहित हो रही है । तार में इलेक्ट्रोनो का अपवाह वेग ज्ञात कीजिये । |
| Answer» `5xx10^(-6)` मीटर/सेकण्ड | |
| 183. |
धारा घनत्व , विशिष्ट चालकत्व (विधुत चालकता ) तथा विधुत क्षेत्र के बीच परस्पर संबंध चालकत्व का मात्रक ज्ञात कीजिये । |
| Answer» `sigma=1//rho "से" sigma` का मात्रक `"ओम"^(-1)-"मीटर"^(-1)` | |
| 184. |
एक अमीटर में लगे अज्ञात प्रतिरोध के साथ दो एक-सी सेलो (प्रत्येक 1.5 वोल्ट की ) से जुड़ा है । जब दोनों सेले श्रेणीक्रम में होती है तो अमीटर का पाठ 1 एम्पियर होता हे तथा जब सेले समांतर क्रम में लगी होती है तो अमीटर का पाठ 0.6 एम्पियर होता है । प्रत्येक सेल का आंतरिक प्रतिरोध क्या है ? अमीटर का प्रतिरोध नगण्य है । |
| Answer» Correct Answer - (1/3) ओम | |
| 185. |
चित्र में प्रत्येक बैटरी का वि वा बल 5 वोल्ट तथा आंतरिक प्रतिरोध `0.2 Omega` है। आदर्श वोल्ट्मीटर का पाठ्यांक V ज्ञात कीजिये । |
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Answer» आदर्श वोल्ट्मीटर का प्रतिरोध अनन्त होता है । चूँकि यह परिपथ से कोई धारा नहीं लेता अतः प्रतिरोध की गणना में वोल्ट्मीटर को छोड़ा जा सकता है । माना प्रत्येक बैटरी का वि. वा. बल E तथा आंतरिक प्रतिरोध r है । चूँकि सभी बैटरी श्रेणीक्रम में निरावेशित हो रही है , अतः तुल्य वि. वा. बल = 8 E , तुल्य आंतरिक प्रतिरोध 8r परिपथ में धारा `=(8E)/(8r)=E/r=5/(0.2)=25` ऐम्पियर V=E-Ir=5-25(0.2)=0 |
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| 186. |
किसी बैटरी का टर्मिनल विभवांतर -A. सदैव बैटरी के वि० वा० बल के बराबर होता हैB. सदैव बैटरी के वि० वा० बल से कम होता हैC. बैटरी में प्रवाहित धारा की दिशा के अनुसार उसके वि० वा० बल से अधिक और कम होता हैD. बैटरी के आंतरिक प्रतिरोध के परिणाम के अनुसार अधिक और कम होता है |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 187. |
एक सेल का वि० वा० बल E वोल्ट है । जब इसे लघुपथित कर देते है तो इसका टर्मिनल वोल्टेज है -A. E वोल्टB. E/2 वोल्टC. 0D. E/3 वोल्ट |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 188. |
0.5मिमी त्रिज्या के तार में 0.5 ऐम्पियर की धारा है । तार में मुक्त इलेक्ट्रोनो की संख्या `4xx10^(28) "प्रति मीटर"^3` है । ज्ञात कीजिये - (i) तार में धारा घनत्व , (ii ) मुक्त इलेक्ट्रोनो का अनुगमन वेग । |
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Answer» (i) तार में धारा घनत्व `J=I/A=I/(pir^2)` प्रश्नानुसार, I=0.5 ऐम्पियर, r=0.5 मिमी `=0.5xx10^(-3)` मीटर `therefore " " J=(0.5)/(3.14xx(0.5xx10^(-3))^2)=6.37xx10^5 "ऐम्पियर/मीटर"^2` (ii) सूत्र `J="ne"v_d` से `v_d=J/"ne"=(6.37xx10^5)/(4xx10^(28)xx1.6xx10^(-19))` `=9.95xx10^(-5)` मीटर/सेकण्ड |
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| 189. |
आंतरिक प्रतिरोध r वाले सेल से भरे भार प्रतिरोध R में वैधुत ऊर्जा स्थानांतरित हो रही है । (i) अधिकतम शक्ति स्थानांतरण, (ii ) अधिकतम दक्षता के लिए शर्त लिखिए । |
| Answer» (i) R=r , (ii) `R=oo` | |
| 190. |
n एकसमान सेल जिसमे प्रत्येक का वि वा बल E तथा आंतरिक प्रतिरोध r है , समान्तर में जुड़े है । इस संयोजन द्वारा बाह्म प्रतिरोध R में प्रवाहित धारा का मान लिखिए । |
| Answer» Correct Answer - `I=E//(r/n+R)` | |
| 191. |
एक सेल से 0.5A धारा लेने पर उसका विभवांतर 1.8V तथा 1.0A धारा लेने पर उसका विभवांतर 1.6V हो जाता है । सेल का आंतरिक प्रतिरोध और विधुत - वाहक बल ज्ञात कीजिये । |
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Answer» सूत्र विभवांतर `V=E-Ir` से, पहली शर्त के अनुसार , `1.9=E-0.5r " "...(1)` दूसरी शर्त के अनुसार, `1.6=E-1.0r " " ...(2)` समीकरण (1 ) व (2 ) समीकरण को हल करने पर 0.2=0.5r अतः आंतरिक प्रतिरोध r=-2/5=0.4 ओम r का मान समीकरण (1 ) में रखने पर , `1.8=E-0.5xx0.4` अथवा E=1.8+0.2=2.0 वोल्ट अतः वैधुत वाहक बल E=2.0 वोल्ट |
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| 192. |
यदि किसी सेल का आंतरिक प्रतिरोध `1Omega` है । सेल में होकर 1 एम्पियर की धारा प्रवाहित होने पर सेल में विभव पतन होगा -A. 1 वोल्टB. 2 वोल्टC. 0.5 वोल्टD. 0 |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 193. |
60 ओम के बाह्म प्रतिरोध को बैटरी के टर्मिनलो से जोड़ने पर 0.3 ऐम्पियर की धारा प्रवाहित होती है तथा प्रतिरोध घटाकर 30 ओम कर देने पर धारा का मान 0.5 ऐम्पियर हो जाता है । बैटरी के वि. वा. बल तथा आंतरिक प्रतिरोध की गणना कीजिये । |
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Answer» माना बैटरी का वि. वा. बल E तथा आंतरिक प्रतिरोध r है बैटरी के टर्मिनलो के बीच बाह्म R जोड़ने पर, प्रवाहित धारा `I=E/(r+R)` प्रश्नानुसार, जब R = 60 ओम है, तब I=0.3 ऐम्पियर है। अतः `0.3=E/(r+60) " "....(1)` इसी प्रकार , जब R = 30 ओम है, तब I=0.5 ऐम्पियर है। अतः `0.5=E/(r+30) " " ...(2)` समीकरण (2 ) को समीकरण (1 ) से भाग देने पर, `(r+60)/(r+30)=(0.5)/(0.3)=5/3` 3r+180=5r+150 `therefore` 2r=30 अथवा r=15 ओम r का समीकरण (1 ) में रखने पर `0.3=E/(15+60)` E=(0.3)(75)=22.5 वोल्ट |
|
| 194. |
n एकसमान सेल जिसमे प्रत्येक का वि वा बल E तथा आंतरिक प्रतिरोध r है , श्रेणीक्रम में जुड़े है । इस संयोजन द्वारा बाह्म प्रतिरोध R में प्रवाहित धारा का मान लिखिए । |
| Answer» Correct Answer - I=nE/(nr+R) | |
| 195. |
विधुत - वाहक बल E तथा आंतरिक प्रतिरोध r के एक सेल से किसी परिवर्ती प्रतिरोध R पर एक स्थिर वोल्टता मिले, इसके लिए प्रतिबंध निकालिये । |
| Answer» Hint:- `V=IR=(E/r+R))R, V` का मान स्थिर होने के लिए r=0 , इस स्थिति में V=E होगा । | |
| 196. |
एक बाह्म प्रतिरोध R को आंतरिक प्रतिरोध r तथा वि० वा० बल E वाली बैटरी से जोड़ दिया जाता है । बाह्म परिपथ में धारा अधिकतम होगी यदि -A. `Rltr`B. `Rgtr`C. R=rD. R=0 |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 197. |
समान आंतरिक प्रतिरोध तथा विधुत - वाहक वाले n सेलो को बाह्म प्रतिरोध R के साथ श्रेणीक्रम में जोड़ने पर अधिकतम धारा कब प्राप्त होगी ? |
| Answer» Correct Answer - जब r=R/n हो | |
| 198. |
चित्र (a) में विधुत - वाहक बल E तथा आंतरिक प्रतिरोध r वाले सेल को बाह्म प्रतिरोध R से जोड़ा गया है । बिंदु a से d तक दूरी के साथ विभव का परिवर्तन दर्शाइए । |
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Answer» माना बिंदु a, b, c तथा d के विभव क्रमश: `V_a, V_b, V_c " तथा " V_d` है । चित्र से `V_b-V_a=E` `V_c-V_b=Ir` `V_d-V_c=IR` `V_d=V_a` बिंदु a से d तक दूरी के साथ विभव का परिवर्तन चित्र b से प्रदर्शित है । |
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| 199. |
विधुत वाहक बल E तथा आंतरिक प्रतिरोध r के एक सेल को बाह्म प्रतिरोध R से जोड़ दिया गया है । r का वह मान निकालिये जिससे - (i) R में प्रवाहित धारा , R के मान पर निर्भर न करे । (ii ) R पर लगने वाली वोल्टता, R के मान पर निर्भर न करे । |
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Answer» (i) `I=E/(r+R)` से, यदि rgtgtR, `I=E/r` , अतः I का मान R पर निर्भर नहीं होगा । (ii ) V=E-Ir से, यदि r=0, V=E, अतः V का मान R पर निर्भर नहीं होगा । |
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| 200. |
यदि प्रतिरोधकों का संयोजन किसी 12V की बैटरी जिसका आंतरिक प्रतिरोध नगण्य है, से सम्बन्ध है ,तो प्रत्येक प्रतिरोधक के सिरों पर वोल्टता पात ज्ञात कीजिए| |
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Answer» परिपथ में धारा का मान ` " "I= (E)/( R_s +r) =(E)/(R_s) ` (r नगण्य है ) ` " "I=(12)/( 6) =2` ऐम्पियर ` R_1` प्रतिरोधक में सिरे पर वोल्टता पात ` V_1 =IR_1` ` " "=2xx1` ` " "= 2` वोल्ट `R_2` प्रतिरोधक के सिरे पर वोल्टता पात ` V_2 = IR_2` ` " "=2 xx 2 ` ` " "= 4` वोल्ट ` R_3`प्रतिरोधक के सिरे पर वोल्टता पात` V_3 = IR_3` ` " "= 2xx3` ` " " = 6` वोल्ट |
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