InterviewSolution
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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 101. |
व्हीटस्टोन सेतु के सुग्राही होने की शर्त लिखिए । |
| Answer» चारो भुजाओ में प्रतिरोध एक ही कोटि के होने चाहिए । | |
| 102. |
मीटर सेतु का संशोधित रूप क्या है ? |
| Answer» कैरी - फोस्टर सेतु । | |
| 103. |
व्हीटस्टोन सेतु के सिद्धांत पर आधारित दो मापक यंत्रो के नाम लिखिए । |
| Answer» पोस्ट ऑफिस बॉक्स, मीटर सेतु । | |
| 104. |
विभिन्न चालकों के बीच विद्युत धारा के वितरण को ज्ञात करते के लिए किरचॉफ के नियमों को लिखिय| |
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Answer» किरचॉफ के निम्न दो नियम है| (1) प्रथम नियम या धारा नियम- किसी विद्युत परिपथ में किसी संधि पर मिलने वाली सभी धाराओं का बीजगणितीय योग शून्य होता है, अर्थात ` sum I =0 ` संधि की और आने वाली धारा को धनात्मक तथा संधि दूर जाने वाली धारा को ऋणात्मक लिया जाता है| चित्र के अनुसार माना किसी संधि P पर विभिन्न शाखाओं में बहने वाली धाराएँ क्रमशः ` I_1,I_2,I_3,I_4,I_5` तथा ` I_6` है, अतः इस नियम से, ` I_1 + I_2+ I_3 - I_4 - I_ 5-I_ 6= 0` या ` I_ 1+I_ 2+ I_3 =I _4+ I_ 5+I_6" "....(1)` अर्थात संधि की और आने वाली धाराओं का योग संधि से दूर जाने वाली धाराओं के योग के बराबर होता है| (2 ) .द्वितीय नियम या लूप का नियम या विभव का नियम- इस नियम के अनुसार किसी बंध परिपथ (लूप) के विभिन्न प्रतिरोधों एवं उनमें बहने वाली संगत धाराओं के गुणनफलों का बीजगणितीय योगफल उस बंद परिपथ में उपस्थिति विद्युत वाहक बलों के बीजगणितीय योग के बराबर होता है|अर्थात ` " "sum RI=sum E ` चित्र में दो बंद परिपथों ABCDA तथा CDEFC को प्रदर्शित किया गया है|बंद परिपथ ABCDA में किरचॉफ का द्वितीय नियम लगाने पर, ` (I_1+I_2) R_1 + (I_1+I_2) R_2 + I_1 ,R_3 =E_1 ` या ` I_1 (R_1+R_2+R_3)+ I_2 (R_1+R_2) =E_1 " "....(2) ` इसी प्रकार बंद परिपथ CDEFC में किरचॉफ का द्वितीय नियम लगाने पर, ` " " I_ 2 R _ 4- I_1 R_3 =E_ 2-E_1 " "...(3)` समीकरण (2 ) और (3 ) की सहायता से ` I_ 1` तथा ` I_ 2` का मान ज्ञात किया जा सकता है|यह नियम ऊर्जा संरक्षण नियम के अनुकूल है तथा यह केवल बंद परिपथों के लिए सत्य है| |
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| 105. |
विद्युत परिपथों के लिए किरचॉफ के नियमों को लिखिय एवं उदाहरण देते हुए समझाइये? |
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Answer» किरचॉफ के निम्न दो नियम है| (1) प्रथम नियम या धारा नियम- किसी विद्युत परिपथ में किसी संधि पर मिलने वाली सभी धाराओं का बीजगणितीय योग शून्य होता है, अर्थात ` sum I =0 ` संधि की और आने वाली धारा को धनात्मक तथा संधि दूर जाने वाली धारा को ऋणात्मक लिया जाता है| चित्र के अनुसार माना किसी संधि P पर विभिन्न शाखाओं में बहने वाली धाराएँ क्रमशः ` I_1,I_2,I_3,I_4,I_5` तथा ` I_6` है, अतः इस नियम से, ` I_1 + I_2+ I_3 - I_4 - I_ 5-I_ 6= 0` या ` I_ 1+I_ 2+ I_3 =I _4+ I_ 5+I_6" "....(1)` अर्थात संधि की और आने वाली धाराओं का योग संधि से दूर जाने वाली धाराओं के योग के बराबर होता है| (2 ) .द्वितीय नियम या लूप का नियम या विभव का नियम- इस नियम के अनुसार किसी बंध परिपथ (लूप) के विभिन्न प्रतिरोधों एवं उनमें बहने वाली संगत धाराओं के गुणनफलों का बीजगणितीय योगफल उस बंद परिपथ में उपस्थिति विद्युत वाहक बलों के बीजगणितीय योग के बराबर होता है|अर्थात ` " "sum RI=sum E ` चित्र में दो बंद परिपथों ABCDA तथा CDEFC को प्रदर्शित किया गया है|बंद परिपथ ABCDA में किरचॉफ का द्वितीय नियम लगाने पर, ` (I_1+I_2) R_1 + (I_1+I_2) R_2 + I_1 ,R_3 =E_1 ` या ` I_1 (R_1+R_2+R_3)+ I_2 (R_1+R_2) =E_1 " "....(2) ` इसी प्रकार बंद परिपथ CDEFC में किरचॉफ का द्वितीय नियम लगाने पर, ` " " I_ 2 R _ 4- I_1 R_3 =E_ 2-E_1 " "...(3)` समीकरण (2 ) और (3 ) की सहायता से ` I_ 1` तथा ` I_ 2` का मान ज्ञात किया जा सकता है|यह नियम ऊर्जा संरक्षण नियम के अनुकूल है तथा यह केवल बंद परिपथों के लिए सत्य है| |
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| 106. |
क्या किसी तार का विशिष्ट प्रतिरोध उसके क्षेत्रफल अथवा लम्बाई पर निर्भर करता है ? |
| Answer» नहीं (विशिष्ट प्रतिरोध तार के पदार्थ तथा ताप पर निर्भर करता है । | |
| 107. |
किसी चालक के अनुप्रस्थ काट से प्रवाहित आवेश और प्रवाह के समय का गुणनफल ही वैद्युत-धारा है । |
| Answer» Correct Answer - गलत | |
| 108. |
वैद्युत धारा के स्रोत , जैसे - सेल , बैटरी आदि , इलेक्ट्रॉन उप्तन्न करते है । |
| Answer» Correct Answer - गलत | |
| 109. |
सेल का आंतरिक प्रतिरोध किन बातो पर निर्भर करता है ? |
| Answer» विधुत - अपघटय की प्रकृति , ताप एवं सांद्रता , प्लेटो के बीच की दूरी, प्लेटो के डूबे भाग के क्षेत्रफल पर | |
| 110. |
लेक्लांशे सेल का प्रयोग परिपथ में कहाँ किया जाता है ? |
| Answer» जहां सेल से रूक - रूककर धारा लेनी हो | |
| 111. |
यदि सेल के सिरों का विभवांतर V तथा विधुत - वाहक बल E हो तो किस स्थिति में - (I) V - E, (ii) V=E, (iii) V+E, (iv) V=0 होगा ? |
| Answer» (i) सेल निरावेशित हो रहा है , (ii ) सेल परिपथ खुला है अथवा सेल का आंतरिक प्रतिरोध शून्य है, (iii ) सेल आवेशित हो रहा है , (iv ) सेल परिपथ लघुपथित है | |
| 112. |
किसी विद्युत-परिपथ में दो बिंदुओं के बीच विभवांतर मापने के लिए वोल्टमीटर को किस प्रकार संयोजित किया जाता है ? |
| Answer» समान्तरक्रम ( पाश्र्वक्रम ) में । | |
| 113. |
विभवांतर मापने के लिए निम्नलिखित में किस युक्ति का उपयोग किया जाता है ?A. ऐमीटरB. वोल्टामीटरC. वोल्टमीटरD. ओममीटर |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 114. |
100 वाट तथा 200 वाट के दो बल्ब (i) श्रेणीक्रम (ii ) समान्तर क्रम में लगाए जाये तो कौन - सा बल्ब अधिक चमकेगा ? |
| Answer» (i) 100 वाट (ii ) 200 वाट | |
| 115. |
4R प्रतिरोध वाले एक तार को एक वृत्त के रूप में मोड़ा गया । वृत्त के व्यास के डिरो पर प्रभावित प्रतिरोध क्या होगा ? |
| Answer» व्यास के दो सिरों तार को समान भागो में विभाजित करेंगे प्रत्येक भाग का प्रतिरोध 2R होगा चूँकि दोनों भाग समान्तर क्रम में होंगे अतः तुल्य प्रतिरोध `=(2Rxx2R)/(2R+2R)=R` | | |
| 116. |
किसी निम्न वोल्टता संभरण जिससे उच्च धारा देनी होती है ,का आंतरिक प्रतिरोध बहुत कम होना चाहिए ,क्यों ? |
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Answer» एक विभव आपूर्ति (सप्लाई ) से ली जाने वाली अधिकतम धारा| ` I_(max) =(E)/( r)` जहाँ E स्त्रोत का विद्युत वाहक बल ` (e.m.f) ` और त्रिज्या r स्त्रोत का आंतरिक प्रतिरोध है, अतः स्पष्ट है की `I_(max) ` को बढ़ा होने के लिए r को छोटा होना चाहिए| |
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| 117. |
किसी प्रतिरोध , जिस पर `147 Omega - 0.75 W` अंकित है, के सिरों पर कितनी अधिकतम वोल्टता लगा सकते है । |
| Answer» 10.5 वोल्ट `(V=sqrt(PR))` | |
| 118. |
क्या सभी परिपथीय अवयवों के लिए ओम का नियम सार्वत्रिक रूप से लागू होता है? यदि नहीं तो उन अवयवों के उदाहरण दीजिए जो ओम के नियम का पालन नहीं करते| |
| Answer» नहीं, अन -ओमी अवयवों के उदाहरण : निवृत डायोड ,अर्धचालक डायोड ,तापीय प्रतिरोध ,थायरिस्टर SCR आदि में ओम का नियम पालन नहीं होता है | |
| 119. |
विभवांतर का SI मात्रक हैA. वाटB. ऐम्पियरC. ओमD. वोल्ट |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 120. |
विद्युतवाहक बल का SI मात्रक हैA. ओमB. वोल्टC. कूलॉमD. ऐम्पियर |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 121. |
ऐमीटर तथा वोल्टमीटर में से किसका प्रतिरोध अधिक होता है ? |
| Answer» वोल्टमीटर का | |
| 122. |
क्या विभव धतात्मक , ऋणात्मक एवं शून्य हो सकता है ? |
| Answer» Correct Answer - हाँ | |
| 123. |
इलेक्ट्रॉन पर कितना आवेश रहता है ? |
| Answer» `1.6 xx 10^(-19)` कूलॉम का ऋण आवेश । | |
| 124. |
जूल/ कूलॉम ( J /C ) बराबर होता हैA. ओम केB. वोल्ट केC. ऐम्पियर केD. वाट के |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 125. |
5 मीटर लम्बे तथा `5Omega` प्रतिरोध वाले विभवमापी के तार में 2 mA की धारा प्रवाहित हो रही है । विभवमापी की विभवमापी हो रही है । विभवमापी की विभव प्रवणता है -A. `2.0xx10^(-3)` वोल्ट/मीटरB. `2.5xx10^(-2)` वोल्ट/मीटरC. `1.6xx106(-3)` वोल्ट/मीटरD. `2.3xx10^(-3)` वोल्ट/मीटर |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 126. |
प्रत्येक इलेक्ट्रॉन पर ऋणात्मक आवेश होता हैA. `1.6 xx 10^(-18)` कूलॉमB. `0.16 xx 10^(-18)` कूलॉमC. `1.6 xx 10^(-19)` कूलॉमD. `0.16 xx 10^(-19)` कूलॉम |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 127. |
प्रतिरोध का SI मात्रक हैA. ऐम्पियरB. ओमC. अर्गD. वाट |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 128. |
एक तार का प्रतिरोध 500 ओम है । इसकी विधुत चालकत्व ज्ञात कीजिये । |
| Answer» Correct Answer - 0.002`"ओम"^(-1)` | |
| 129. |
क्या किसी तार का विशिष्ट प्रतिरोध उसके परिच्छेद क्षेत्रफल पर निर्भर करता है ? |
| Answer» Correct Answer - नहीं | |
| 130. |
एक बेलनाकार चालक में विशिष्ट प्रतिरोध एवं विशिष्ट चालत्व का गुणनफल नर्भर करता है -A. ताप परB. पदार्थ परC. अनुप्रस्थ परिच्छेद परD. इनमे से कोई नहीं |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 131. |
चित्र में चालक का () ग्राफ प्रदर्शित है। इसका प्रतिरोध है - A. `4Omega`B. `2Omega`C. `3Omega`D. `1Omega` |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 132. |
मिश्र धातु की प्रतिरोधकता पर ताप वृद्धि का क्या प्रभाव पड़ता है ? |
| Answer» Correct Answer - बढ़ जाती है । | |
| 133. |
ताप बढ़ाने पर - (i) धातु (ii ) मिश्र धातु (iii ) अर्द्धचालक (iv ) विधुत - अपघट्यों की चालकता पर क्या प्रभाव पड़ता है ? |
| Answer» (i) घटती (ii ) घटती (iii ) बढ़ती (iv ) बढ़ती है । | |
| 134. |
ताप बढ़ाने पर धातु की विधुत चालकता घट जाती है जबकि अर्द्धचालक की बढ़ जाती है । क्यों ? |
| Answer» विधुत चालक `sigma=("ne"^2tau)/(m)` (i) धातु में ताप बढ़ने पर श्रान्तिकाल `tau` घट जाती है जबकि n अपरिवर्तित रहता है अतः `sigma` का मान घट जाता है। (ii ) अर्द्धचालक में ताप बढ़ने पर श्रान्तिकाल घटता है परन्तु इसकी तुलना में n ( मुक्त इलेक्ट्रोनो तथा कोटरों की एकांक आयतन संख्या ) का मान बहुत अधिक बढ़ जाता है अतः `sigma` का मान बढ़ जाता है । | |
| 135. |
विद्युत-धारा की प्रबलता की परिभाषा दें । |
| Answer» किसी चालक के किसी अनुप्रस्थ काट के पार करनेवाली विद्युत-धारा की प्रबलता उस अनुप्रस्थ काट से गुजरनेवाली प्रति एकांक समय में प्रवाहित होने वाले आवेश का परिमाण है । | |
| 136. |
विधुत चालकता का मात्रक है -A. ओम - मीटरB. `"ओम - मीटर"^(-1)`C. `"ओम"^(-1) - "मीटर"^(-1)`D. `"ओम"^(-1)` - मीटर |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 137. |
विशिष्ट चालकता की परिभाषा दीजिये । इसका मात्रक क्या है ? |
| Answer» इसका मात्रक `"ओम"^(-1)- "मीटर"^(-1)` है | |
| 138. |
त्रिभुज ABC की तीनो भुजाओं AB, BC, व CA के प्रतिरोध क्रमश: 40 ओम, 60 ओम तथा 100 ओम है । A व B के मध्य तुल्य प्रतिरोध होगा -A. 32 ओमB. 64 ओमC. 50 ओमD. 200 ओम |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 139. |
विभवमापी,वोल्ट्मीटर से किस प्रकार श्रेष्ट है? |
| Answer» जब किसी सेल का विद्युत वाहक बल वोल्ट्मीटर से नापते है, तो हमें शुद्ध मान प्राप्त नहीं होता है क्योंकि वोल्ट्मीटर को जब सेल से जोड़ते है तब वोल्ट्मीटर की सुई विक्षेप के लिए कुछ धारा अवश्य ही लेते है इस प्रकर खुले परिपथ में नहीं रह पाती है| सेल के आंतरिक प्रतिरोध के कारण कुछ विभव पतन अवश्य ही हो जाता है|इसके विपरीत जब हम विभवमापी द्वारा किसी सेल का वि.वा. बल नापते है तब शून्य विक्षेप की स्थिति में सेल से कोई धारा नहीं ली जाती है अर्थात सेल खुले परिपथ में रहता है और विभवमापी द्वारा सेल के वि.वा. बल की शुद्ध माप प्राप्त होती है |इस प्रकार विभवमापी एक आदर्श वोल्ट्मीटर है| | |
| 140. |
विद्युत शक्ति का SI मात्रक ........................ होता है । |
| Answer» Correct Answer - वाट | |
| 141. |
विद्युत -धारा की प्रबलता का SI मात्रक हैA. ऐम्पियरB. वोल्टC. ओमD. जूल |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 142. |
विधुत चालकता का सूत्र तथा मात्रक लिखिए । |
| Answer» `sigma=1/rho, "ओम"^(-1) "मीटर"^(-1)` | |
| 143. |
निम्नलिखित प्रश्नो के उत्तर दीजिये - (a ) किसी असमान अनुप्रस्थ काट वाले धात्विक चालक से एकसमान धारा प्रवाहित होती है । निम्नलिखित में से चालक में कौन - सी राशि अचर रहती है - धारा , धारा घनत्व , विधुत क्षेत्र , अपवाह चाल ? (b) क्या सभी परिपथीय अवयवों के लिए ओम का नियम सार्वत्रिक रूप से लागू होता है ? यदि नहीं तो उन अवयवों के उदाहरण दीजिये जो ओम के नियम का पालन नहीं करते । (c) किसी निम्न वोल्टता सम्भरण जिससे उच्च धारा देनी होती है , का आंतरिक प्रतिरोध बहुत कम होना चाहिए , क्यों ? (d ) किसी उच्च विभव (HT ) सम्भरण, मान लीजिये 6kV ,का आंतरिक प्रतिरोध अत्यधिक होना चाहिए , क्यों ? |
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Answer» (a ) चालक की धारा उसके क्षेत्रफल पर निर्भर नहीं करती है अतः धारा नियत होती है , धारा घनत्व अनुप्रस्थ क्षेत्रफल के व्युत्क्रमानुपाती होती है (अर्थात `Jprop1/A`)। वैधुत क्षेत्र तथा अनुगमन वेग , क्षेत्रफल के व्युत्क्रमानुपाती होते है (अर्थात `Eprop1/A " तथा " v_dprop1/A`)। अतः क्षेत्रफल परिवर्तित होने पर धारा घनत्व (J ), वैधुत क्षेत्र (E ), अनुगमन वेग (`v_d`), अपरिवर्तित नहीं करते है । (b) नहीं, ओम का नियम सभी चालकीय पदार्थो के लिए सार्वत्रिक रूप से लागू नहीं है । निर्वात नलिका अर्द्धचालक, डायोड, ट्रांजिस्टर, थर्मोस्टेर तथा विधुत अपघट्य आदि ओम के नियम का पालन नहीं करते है । (c) अति अल्प आंतरिक प्रतिरोध पर धारा अति उच्च होती है । सूत्र `I_(max)=V/r`, के अनुसार , R (आंतरिक प्रतिरोध ) का मान कम होने पर धारा का मान बढ़ता है | (d) हाईटेंशन सप्लाई हेतु आंतरिक प्रतिरोध बहुत अधिक होता है , यदि परिपथ को विलगित कर दिया जाता है तब आंतरिक प्रतिरोध पर्याप्त उच्च नहीं रहता तथा धारा सीमा से अधिक बढ़ जाता है , जिससे परिपथ नष्ट हो जाता है । |
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| 144. |
विभवमापी एक आदर्श वोल्ट्मीटर है, इस कथन को समझाइये| |
| Answer» जब किसी सेल का विद्युत वाहक बल वोल्ट्मीटर से नापते है, तो हमें शुद्ध मान प्राप्त नहीं होता है क्योंकि वोल्ट्मीटर को जब सेल से जोड़ते है तब वोल्ट्मीटर की सुई विक्षेप के लिए कुछ धारा अवश्य ही लेते है इस प्रकर खुले परिपथ में नहीं रह पाती है| सेल के आंतरिक प्रतिरोध के कारण कुछ विभव पतन अवश्य ही हो जाता है|इसके विपरीत जब हम विभवमापी द्वारा किसी सेल का वि.वा. बल नापते है तब शून्य विक्षेप की स्थिति में सेल से कोई धारा नहीं ली जाती है अर्थात सेल खुले परिपथ में रहता है और विभवमापी द्वारा सेल के वि.वा. बल की शुद्ध माप प्राप्त होती है |इस प्रकार विभवमापी एक आदर्श वोल्ट्मीटर है| | |
| 145. |
यदि व्हीटस्टोन सेतु की प्रत्येक भुजा तथा धारामापी का प्रतिरोध R है तो बैटरी को जोड़ने वाले सिरों के बीच प्रतिरोध है -A. `R/2`B. RC. 2RD. `R/4` |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 146. |
विद्युत-शक्ति का मात्रक होता हैA. जूलB. कूलॉमC. वोल्टD. वाट |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 147. |
एक कार्बन प्रतिरोधक में क्रमशः बैंगनी हरा, और लाल रंग बैंड अंकित है| उसका उचित प्रतिरोध लिखिय| |
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Answer» ` 75xx 10^(2) 52+- 20% 52` ` therefore ` प्रतिरोध का उचित मान ` ( 75xx 10^(2) +- 20%) ^(52) ` |
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| 148. |
एक कार्बन प्रतिरोध पर बैंडो के रंग क्रमश : लाल , काला , नारंगी तथा रजत है । इसके प्रतिरोध तथा विश्वसनीयता क्या है ? |
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Answer» कार्बन प्रतिरोध पर बैंडो के रंग लाल काला नारंगी रजत इनके संगतमान `20 xx 10^3 " " pm` 10% अतः दिए गये कार्बन प्रतिरोध का प्रतिरोध `R=20xx10^3 Omega pm 10%` है । |
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| 149. |
विद्युत-धारा उत्पन्न करने की युक्ति को क्या कहते है ?A. ऐमीटरB. मीटरC. जनित्रD. वोल्टमीटर |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 150. |
चित्र में बैटरी द्वारा दी गयी कुल धारा है - A. 1AB. 6AC. 4AD. 2A |
| Answer» Correct Answer - C | |