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    				| 1. | एक चुम्बकीय आघूर्ण `6.7xx10^(-2)` `"ऐम्पियर-मीटर"^(2)` एवं जड़त्व आघूर्ण `7.5xx10^(-6)` `"किग्रा-मी"^(2)` वाली चुम्बकीय सुई एक 0.01 टेस्ला तीव्रता के चुम्बकीय क्षेत्र में सरल आवर्त दोलन कर रही है। 10 पूरे दोलन का समय होगा :A. 8.76 सेकण्डB. 6.65 सेकण्डC. 8.89 सेकण्डD. 6.98 सेकण्ड | 
| Answer» Correct Answer - B यदि दोलन करते समय किसी क्षण चुम्बकीय सुई का चुम्बकीय याम्योत्तर से कोणीय विक्षेप `theta` है तथा उस क्षण उसका कोणीय त्वरण a है तो चुम्बकीय सुई पर लगने वाला विक्षेपक बल-युग्म का आघूर्ण `I alpha` होगा, जहाँ I सुई का दोलन अक्ष के परित: जड़त्व आघूर्ण है। इस क्षण प्र्त्यानयन बल-युग्म का आघूर्ण `MB sin theta` है। दोनों आघूर्ण परस्पर बराबर व विपरीत होने चाहिए। `therefore I alpha=-MBsin theta` कोण `theta` छोटा है। अतः `sin theta=theta` `therefore alpha=-(MB)/(I)theta=-mu theta` कोणीय त्वरण `prop` कोणीय विक्षेप अतः चुम्बकीय सुई की गति सरल आवर्त्त है जिसका दोलनकाल `T=(2pi)/(sqrt(mu))=2pisqrt((1)/(MB))` `=2pisqrt((7.5xx10^(-6))/(6.7xx10^(-2)xx00.1))=2pixx10^(-1)sqrt((75)/(67))` `t=10 T=2pixx1.058=6.65` सेकण्ड। | |