InterviewSolution
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एक वर्गाकार कुंडली जिसकी प्रत्येक भुजा 10 सेमी है, में 20 फेरे है और उसमे 12 ऐम्पियर विघुत धारा प्रवाहित हो रही है। कुंडली ऊर्ध्वाधरत: लटकी हुई है और इसके तल पर खींचा गया अभिलंब 0.80 टेस्ला के एकसमान चुंबकीय क्षेत्र की दिशा से `30^(@)` का एक कोण बनाता है। कुंडली पर लगने वाले बलयुग्म आघूर्ण का प्रमाण क्या है? |
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Answer» कुंडली पर लगने वाले बलयुग्म आघूर्ण `tau=NiAB sin theta " ….(i)"` यहाँ N = 20, I = 12 ऐम्पियर, `A=10xx10^(-2)xx10xx10^(-2)=10^(-2)m^(2)`, `B=0.80T, theta=30^(@)` अतः `tau=20xx12xx10^(-2)xx0.80xxsin30^(@)` `=240xx10^(-2)xx0.80xx(1)/(2)` `tau=0.96` न्यूटन-मीटर। |
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