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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.

1.

सेवा क्षेत्र में किन-किन सेवाओं का समावेश होता है ?

Answer»

सेवाओं में व्यापार, संचार, हवाई तथा समुद्री मार्गों, शिक्षा, स्वास्थ्य, बैंकिंग, बीमा कंपनी, पर्यटन और मनोरंजन आदि का समावेश होता है।

2.

प्राथमिक क्षेत्र में किस-किसका समावेश होता है ?

Answer»

प्राथमिक क्षेत्र में कृषि और कृषि से जुड़ी हुई प्रवृत्तियों, पशुपालन, पशु संवर्धन, मत्स्य उद्योग, मुर्गी-बतक पालन, वन, कच्ची वस्तुओं आदि का समावेश होता है ।

3.

मिश्र अर्थतंत्र में क्या कमियाँ पायी जाती है ?

Answer»

आर्थिक अस्थिरता, संकलन का अभाव, आर्थिक नीतियों में सातत्य का अभाव, आर्थिक विकास की नीची दर आदि कमियाँ पायी जाती है ।

4.

विकासशील देशों का कर्ज अधिक होता है ।

Answer»

विकासशील देशों की मुख्य कृषि पेदाइशों, बगीचों की पेदाइशों और कच्ची धातुओं का निर्यात अधिक होता है ।

  • इस प्रकार के निर्यातों की माँग कम होती है और भाव नीचे होते है, जिससे निर्यातों से कमाई कम होती है ।
  • आयातों में औद्योगिक पेदाइशों और यंत्र सामग्री जैसी वस्तुएँ होती है ।
  • इन वस्तुओं के भाव अधिक होने से आयातों पर खर्च अधिक होता है ।
  • इसलिए विकासशील राष्ट्रों के लिए विदेशी व्यापार की शर्ते प्रतिकूल रहने से विदेशी कर्ज (देवा) अधिक होता है ।
5.

आर्थिक रूप से भारत कैसा देश है ?(A) विकसित(B) पिछड़ा(C) विकासशील(D) गरीब

Answer»

(C) विकासशील

6.

भारत ने कौन-सी आर्थिक पद्धति अपनायी है ?

Answer»

भारत ने मिश्र आर्थिक पद्धति अपनाई है ।

7.

मानवसर्जित उत्पादन का साधन …….. कहलाता है ।

Answer»

सही उत्तर है पूँजी

8.

उत्पादन के कितने साधन है ?(A) 2(B) 3(C) 4(D) 5

Answer»

सही विकल्प है (C) 4

9.

उत्पादन का सजीव साधन कौन-सा है ?(A) पूँजी(B) श्रम(C) जमीन(D) ऊर्जा

Answer»

सही विकल्प है (B) श्रम

10.

उत्पादन का मानवसर्जित साधन कौन-सा है ?(A) श्रम(B) नियोजक(C) पूँजी(D) जमीन

Answer»

सही विकल्प है (C) पूँजी

11.

बिन आर्थिक प्रवृत्ति किसे कहते हैं ?

Answer»

जिस प्रवृत्ति का उद्देश्य आय प्राप्त करना या खर्च करना न हो उसे बिन आर्थिक प्रवृत्ति कहते हैं । जैसे माता अपने बच्चों का लालन-पालन करे, समाज सेवा का कार्य आदि बिन आर्थिक प्रवृत्ति है ।

12.

मिश्र अर्थतंत्र क्यों अस्तित्व में आया ?

Answer»

बाजार पद्धति और साम्यवादी पद्धति की कुछ कमियों के कारण दोनों पद्धतियों की कुछ अच्छी बातों का सुमेल साधकर और मध्यम मार्ग के रूप में मिश्र अर्थतंत्र अस्तित्व में आया ।

13.

विकासशील अर्थतंत्र के कोई भी पाँच लक्षणों की चर्चा कीजिए ।

Answer»

विकासशील अर्थतंत्र के लक्षण निम्न प्रकार है :

नीची प्रति व्यक्ति आय : विकासशील देशों की राष्ट्रीय आय नीची होती है, जबकि जनसंख्या वृद्धि दर अधिक होने से प्रतिव्यक्ति आय नीची रहती है । प्रति व्यक्ति आय कम होने जीवन स्तर नीचा रहता है ।

जनसंख्या वृद्धि : विकासशील राष्ट्रों में जनसंख्या वृद्धि अधिक पायी जाती है । ऐसे देशों में जनसंख्या वृद्धि दर 2% से भी : अधिक होती है।

कृषिक्षेत्र पर निर्भरता : विकासशील राष्ट्रों में कृषि मुख्य आर्थिक प्रवृत्ति होती है और देश के 60% से अधिक लोग रोजगारी के लिए कृषि पर आधारित होती है । देश की राष्ट्रीय आय में भी कृषि का योगदान 25% होता है ।

आय का असमान वितरण : विकासशील राष्ट्रों में आय तथा उत्पादन साधनों का बँटवारा असमान होता है । यह असमानता ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में होता है । विकासशील राष्ट्रों में आय और संपत्ति का केन्द्रीकरण धनिक लोगों में होता है ।

बेरोजगारी : बेरोजगारी विकासशील देशों का महत्त्वपूर्ण लक्षण है । इन देशों में बेरोजगारी की मात्रा कूल श्रमिकों का 3% से अधिक होता है । मौसमी बेरोजगारी, छुपी बेरोजगारी, औद्योगिक बेरोजगारी आदि पायी जाती है, जो लम्बे समय की बेरोजगारी होती है ।

गरीबी : गरीबी विकासशील राष्ट्र का लक्षण है, जो लोग अपनी प्राथमिक आवश्यकताएँ जैसे अनाज, कपड़ा, आवास, शिक्षण और स्वास्थ्य आदि संतुष्ट नहीं कर सकते उन्हें गरीब माना जाता है । विकासशील देशों में ऐसे लोगों का अनुपात लगभग कुल
तीसरा भाग है ।

द्विमुखी अर्थतंत्र : विकासशील देशों में अर्थतंत्र द्विमुखी होता है । एकतरफ ग्रामीण क्षेत्रों में पिछड़ी कृषि पद्धति, पुरानी यंत्र सामग्री, रूढ़िचुस्त सामाजिक ढाँचा, कम उत्पादन पाया जाता है । दूसरी तरफ शहरी क्षेत्र में आधुनिक उद्योग, नयी उत्पादन पद्धति, आधुनिक यंत्र तथा विलासी जीवन पद्धति पायी जाती है ।

मूलभूत ढाँचागत सुविधाओं अपर्याप्त : विकास के लिए अनिवार्य मूलभूत सुविधाएँ जैसे शिक्षा, परिवहन, संचार, बीजली, स्वास्थ्य, बैंकिंग आदि का कम विकास पाया जाता है ।

अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का स्वरूप : विकासशील देशों में विदेशी व्यापार का स्वरूप और ढाँचा अलग पाया जाता है । ऐसे देशों में मुख्यत: कृषि उत्पादों और बागायती पेदाईशों तथा कच्ची धातुओं का निर्यात करते है । इन निर्यातों की माँग कम होने से मूल्य कम होता है । आयातों में औद्योगिक उत्पादों, यंत्र सामग्री की मात्रा अधिक होती हैं, ऐसी वस्तुओं के मूल्य अधिक होने से आयात खर्च अधिक होता है । इस प्रकार विकासशील राष्ट्रों के लिए विदेशी व्यापार की शर्ते प्रतिकूल रहने से देश पर विदेशी कर्ज बढ़ता है ।

14.

उत्पादन के मुख्य साधन कौन-कौन से है ? समझाइए ।

Answer»

प्राकृतिक संपत्ति और श्रम की सहायता से चीजवस्तुओं और सेवाओं का उत्पादन किया जाता है । यह उत्पादन करने के लिए अनेक साधनों का उपयोग किया जाता है । उत्पादन के अनेक साधन है परंतु अध्ययन के लिए इन्हें चार भागों में बाँटा गया

  1. जमीन
  2. पूँजी
  3. श्रम
  4. नियोजक ।
15.

बाजारतंत्र की मर्यादाओं की जानकारी दीजिए ।

Answer»

बाजार पद्धति की अनेक कमियाँ हैं जो इस प्रकार है :

  • लाभ को ध्यान में रखकर उत्पादन होने से मोजशोख की वस्तुओं का उत्पादन बढ़ता है तथा आवश्यक प्राथमिक वस्तुओं का उत्पादन घटता है ।
  • राज्य की कोई नीति विषयक भूमिका न होने से प्राकृतिक संपत्ति का अपव्यय होता है ।
  • ग्राहकों की बाजार के प्रति अज्ञानता होने से उनका शोषण होता है ।
  • संपत्ति और आय का केन्द्रीकरण होने से आय की असमानता बढ़ती है ।
  • निरंकुशता (मनमर्जी), आर्थिक अस्थिरता, मजदूरों का शोषण आदि का भय रहता है ।
16.

मनुष्य की आवश्यकताएँ अमर्यादित होती है । समझाइए ।

Answer»

मनुष्य की आवश्यकताएँ अमर्यादित और असंख्य होती है ।

  • एक आवश्यकता से दूसरी अनेक आवश्यकताएँ उद्भव होती है ।
  • कई आवश्यकताएँ बारबार संतुष्ट करनी पड़ती है तो कुछ विज्ञान और टेक्नोलॉजी के कारण भी उद्भव हुई है ।
  • इस प्रकार अनेक कारणे से आवश्यकताएँ अमर्यादित हुई है, इसलिए इन आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए पसंदगी करनी पड़ती है।
17.

समाजवादी पद्धति में प्रोत्साहन और दण्डात्मक कदम की जानकारी दीजिए ।

Answer»

समाजवादी पद्धति में मजदूरों से उनकी कार्यशक्ति के अनुपात में कार्य लिया जाता है और उसके बदले में उनकी आवश्यकता के अनुपात में वेतन दिया जाता है ।

  • मजदूरों की कार्यक्षमता बढ़ाने हेतु बोनस जैसे वित्तीय प्रोत्साहन दिये जाते है ।
  • कई बार अच्छा कार्य करने के बदले पुरस्कार या सम्मान गैरवित्तीय प्रोत्साहन भी दिये जाते है ।
  • समाजवादी पद्धति में मजदूर, कर्मचारी को बिनकार्यक्षमता के बदले पदोअवनति या स्थानांतरण किया जाता है ।
18.

पूँजीवादी पद्धति और समाजवादी पद्धति में अंतर लिखो।

Answer»
पूँजीवादी पद्धतिसमाजवादी पद्धति
पूँजीवादी पद्धति में व्यक्ति आर्थिक रूप से स्वतंत्र होता है ।समाजवादी पद्धति आर्थिक रूप से स्वतंत्र नहीं होती है ।
आर्थिक निर्णय लेने में राज्य का हस्तक्षेप नहीं होता है ।आर्थिक निर्णय लेने में राज्य सत्ता केन्द्र में होती है ।
लाभ प्राप्त करने का उद्देश्य होता है ।लोक कल्याण का उद्देश्य होता है ।
भावतंत्र के आधार पर निर्णय लिये जाते है ।लोगों की आवश्यकता को ध्यान में रखकर निर्णय लिया जाता है ।
अमेरिका, जापान, इंग्लैण्ड आदि पँजीवादी देश है ।रूस. चीन आदि साम्यवादी देश है ।
19.

सन् 2015-16 में देश की राष्ट्रीय आय (GDP) कितनी थी ?

Answer»

सन् 2015-16 में देश की राष्ट्रीय आय (GDP) 1,35,67,192 करोड़ थी ।

20.

आवश्यकताओं को अग्रीमता क्रम देना पड़ता है ।

Answer»

अमर्यादित आवश्यकताओं के सामने उत्पादन के साधन मर्यादित होते है ।

  • जो आवश्यकताएँ अधिक महत्त्व की होती है उन्हें निश्चित करना पड़ता है ।
  • जो आवश्यकताएँ अधिक महत्त्वपूर्ण होती है उन्हें पहले संतुष्ट करनी पड़ती है और उसके बाद अन्य आवश्यकताएँ ।
  • इस प्रकार उत्पादन के साधन मर्यादित होने से आवश्यकताओं का अग्रताक्रम निश्चित करना पड़ता है ।
21.

………… में ग्राहकों को बाजार का अज्ञान होने से शोषण का शिकार बनना पड़ता है ।

Answer»

सही उत्तर है बाजार पद्धति

22.

……. पद्धति में व्यक्तिगत स्वतंत्रता नहीं बनी रहती है ।

Answer»

सही उत्तर है समाजवादी

23.

……….. पद्धति में ग्राहकों का शोषण नहीं होता है ।

Answer»

सही उत्तर है समाजवादी

24.

साम्यवादी पद्धति का उद्भव कैसे हुआ ?

Answer»

बाजार पद्धति की अनेक कमियों तथा निष्फलता के परिणामस्वरूप समाजवादी पद्धति का उद्भव हुआ ।

25.

किन-किन देशों में साम्यवादी पद्धति है ?

Answer»

रूस, चीन आदि देशों में साम्यवादी पद्धति है ।

26.

बाजार पद्धति को मुक्त अर्थतंत्र क्यों कहते हैं ?

Answer»

बाजार पद्धति में स्पर्धा का तत्त्व अदृश्य हाथ की तरह समग्र बाजार पर नियंत्रण रखती है । इस पद्धति में राज्य का हस्तक्षेप न होने से इस पद्धति को मुक्त अर्थतंत्र कहते हैं ।

27.

समाजवादी पद्धति की कमियाँ बताइए ।

Answer»

समान वितरण और सामाजिक कल्याण के उद्देश्य से अस्तित्व में आयी साम्यवादी पद्धति की निम्नलिखित कमियाँ है :

  • उत्पादन के साधनों की मालिकी राज्य की होने से उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रोत्साहन नहीं मिलता है ।
  • स्पर्धा के अभाव के कारण अर्थतंत्र में संशोधन को वेग नहीं मिलता ।
  • इस पद्धति में व्यक्तिगत स्वतंत्रता नहीं रहती ।
  • राज्य के संपूर्ण हस्तक्षेप के कारण लालफीताशाही का भय बना रहता है ।
28.

मिश्र अर्थतंत्र में साधनों के वितरण की जानकारी दीजिए ।

Answer»

मिश्र अर्थतंत्र अर्थात् ऐसी आर्थिक पद्धति जिसमें सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्र एकदूसरे के प्रतिस्पर्धी नहीं परंतु पूरक बनकर काम करते है ।

  • इस पद्धति में कृषि, व्यापार, छोटे-बड़े से माल के उद्योगों आदि की मालिकी व्यक्तिगत (निजी) होती है ।
  • जबकि भारी उद्योग, संरक्षण सामग्री के कारखाने, रेलवे, बीजली, मार्ग, सिंचाई आदि आधारभूत, चाबीरूप क्षेत्रों की मालिकी राज्य की होती है ।
  • इस पद्धति में बाजार संपूर्ण स्वतंत्र नहीं होती । सरकार द्वारा भिन्न भिन्न रूप से अंकुश लगाया जाता है । इसी तरह पिछड़े क्षेत्रों में उद्योगों की स्थापना के लिए राज्य द्वारा सबसीडी, कर में राहत आदि प्रोत्साहन दिया जाता है ।
  • इस प्रकार मिश्र अर्थतंत्र एक ऐसी आर्थिक पद्धति है जिसमें आर्थिक निर्णयों की प्रक्रिया में आर्थिक आयोजन को मुख्य स्थान दिया जाता है । इसके लिए सार्वजनिक और निजी साहसों का सह-अस्तित्व स्वीकारा जाता है ।
  • इस पद्धति में अंकुश और नियंत्रण होने से ‘नियंत्रित आर्थिक पद्धति’ के रूप में पहचाना जाता है । भारत, फ्रांस आदि देशों में मिश्र अर्थतंत्र पाया जाता है ।
29.

भारतीय अर्थतंत्र को किन तीन भागों में बाँटा गया है ?

Answer»

भारतीय अर्थतंत्र में होनेवाली विविध असंख्य आर्थिक प्रवृत्तियों और व्यवसायों को मुख्य तीन भागों में बाँटा गया है :

  1. प्राथमिक,
  2. माध्यमिक
  3. सेवाक्षेत्र ।
30.

माध्यमिक क्षेत्र की जानकारी दीजिए ।

Answer»

इस क्षेत्र में छोटे-बड़े आधारभूत उद्योगों, निर्माण, बीजली, गैस और पानी की पूर्ति आदि प्रवृत्तियों का समावेश होता है । इस विभाग को उद्योग के रूप में भी जाना जाता है, जिसमें सूई जैसी छोटी वस्तु से लेकर बड़ी बड़ी मशीनों का निर्माण होता है ।

31.

विकास बिना की वृद्धि किसे कहते हैं ?

Answer»

देश की राष्ट्रीय आय में वृद्धि हुई हो तो भी जनसंख्या का बड़ा भाग गरीबी में जीता हो तो ऐसी परिस्थिति को विकास बिना की वृद्धि कहते हैं ।

32.

प्रति व्यक्ति आय किसे कहते हैं ?

Answer»

देश की कुल राष्ट्रीय आय में कुल जनसंख्या का भाग देने से प्रति व्यक्ति आय प्राप्त होती है । प्रति व्यक्ति आय कुल राष्ट्रीय आय/कुल देश की जनसंख्या है ।

33.

आर्थिक ढाँचा किसे कहते हैं ? भारतीय अर्थव्यवस्था के आर्थिक ढाँचे को समझाइए ।

Answer»

अर्थतंत्र में होनेवाली विविध असंख्य आर्थिक प्रवृत्तियों, विविध व्यवसायों को तीन विभागों में बाँटा गया है । प्राथमिक, माध्यमिक और सेवा क्षेत्र, इस वर्गीकरण को व्यावसायिक ढाँचा कहते हैं ।

आर्थिक ढाँचा :

  1. प्राथमिक क्षेत्र : अर्थतंत्र के इस विभाग में कृषि, कृषि से जुड़ी प्रवृत्तियों जैसे पशुपालन, पशु संवर्धन, मत्स्य उद्योग, मुर्गा-बतख पालन, जंगल, कच्ची धातुओं की खुदाई आदि प्रवृत्तियों का प्राथमिक विभाग में समावेश होता है ।
  2. माध्यमिक क्षेत्र : इस विभाग में छोटे-बड़े आधारभूत उद्योग, निर्माण, बीजली, गैस और पानी पूर्ति आदि प्रवृत्तियों का समावेश होता है । इस विभाग को उद्योग के रूप में पहचाना जाता है । जिसमें सूई से लेकर बड़ी-बड़ी मशीनों का समावेश होता है ।
  3. सेवा-क्षेत्र : इस विभाग में अनेकविध सेवाओं का समावेश होता है । ऐसी सेवाओं में व्यापार, संचार, हवाई तथा समुद्री मार्गों, शिक्षा, स्वास्थ्य, बैंकिंग, बीमा कंपनिया, प्रवास और मनोरंजन आदि का समावेश होता है ।
34.

बाजार पद्धति के लक्षण लिखिए ।

Answer»

उत्पादन के साधनों की मालिकी व्यक्तिगत या निजी होती है । बाजार पद्धति में आर्थिक प्रवृत्ति के केन्द्र में लाभ होता है । ग्राहक को पसंदगी करने के विशाल अवसर प्राप्त होते है ।

  • बाजार में सरकार का हस्तक्षेप नहीं होता है । उत्पादन के साधनों का बँटवारा लाभ पर आधारित होता है ।
  • आर्थिक निर्णय भावतंत्र पर आधारित होते है ।
35.

बाजार पद्धति के आर्थिक निर्णयों के केन्द्र में क्या होता है ?

Answer»

बाजार पद्धति के आर्थिक निर्णयों के केन्द्र में लाभ होता है ।

36.

कौन-सा लक्षण बाजार पद्धति का है ?(A) उत्पादन साधनों की मालिकी व्यक्तिगत होती है।(B) आर्थिक प्रवृत्ति केन्द्र में लाभ होता है ।(C) सरकार का हस्तक्षेप नहीं होता है ।(D) ये तीनों ही ।

Answer»

सही विकल्प है (D) ये तीनों ही ।

37.

बाजार पद्धति में आर्थिक निर्णय किसके आधार पर लिये जाते है ?(A) लागत(B) मांग(C) पूर्ति(D) भावतंत्र

Answer»

सही विकल्प है (D) भावतंत्र

38.

बाजार पद्धति में उत्पादन साधनों की मालिकी किसकी होती है ?(A) राज्य(B) व्यक्तिगत(C) संयुक्त(D) जनता की

Answer»

सही विकल्प है (B) व्यक्तिगत

39.

बाजार पद्धति का मुख्य उद्देश्य …….. है ।(A) लाभ(B) समाज कल्याण(C) उत्पादन वृद्धि(D) रोजगारी वृद्धि

Answer»

(B) समाज कल्याण

40.

इनमें से कौन-सा लक्षण समाजवादी पद्धति को लागू नहीं पड़ता है ?(A) ग्राहकों का शोषण नहीं होता है ।(B) आय और संपत्ति की असमानता घटती है ।(C) संसाधनों की मालिकी राज्य की होती है ।(D) उत्पादन के निर्णय भावतंत्र के आधार पर होते है ।

Answer»

(D) उत्पादन के निर्णय भावतंत्र के आधार पर होते है ।

41.

……….. $ से कम आयवाले देश विकासशील देश है ।

Answer»

सही उत्तर है 735

42.

विश्व बैंक 2004 के लेख के अनुसार कितने डॉलर से कम प्रति व्यक्ति आयवाले लोग विकासशील देश कहलाते है ?(A) 480 $(B) 520 $(C) 7358(D) 250 $

Answer»

सही विकल्प है (C) 7358

43.

कौन-सा कारक आर्थिक विकास निर्देशक है ?(A) देश की राष्ट्रीय आय में वृद्धि ।(B) प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि ।(C) लोगों के जीवन स्तर में सुधार ।(D) ये तीनों ही ।

Answer»

सही विकल्प है (D) ये तीनों ही ।

44.

विकासशील देशों में 20% धनिक लोग राष्ट्रीय आय का हिस्सा 40% और नीचे के 20% लोग ……….% हिस्सा रखते है ।

Answer»

सही उत्तर है 10

45.

सन् 2004 में विकासशील देशों की प्रतिव्यक्ति आय का निर्धारण किसने किया है ?(A) UNESCO(B) WTO(C) WHO(D) विश्व बैंक

Answer»

सही विकल्प है (D) विश्व बैंक

46.

राष्ट्रीय आय में (विकासशील देशों में) कृषि का कितना हिस्सा होता है ?(A) 60%(B) 50%(C) 36%(D) 25%

Answer»

सही विकल्प है (D) 25%

47.

विकासशील देशों में ….. जनसंख्या वृद्धि दर पायी जाती है ।(A) 1%(B) 2%(C) 3%(D) 2.5%

Answer»

सही विकल्प है (B) 2%