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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.

9951.

निम्नलिखित में से किस विद्वान ने भूगोल (Geography) शब्द (Term) का प्रयोग किया?(क) हेरोडटस(ख) गैलिलियो(ग) इरैटोस्थेनीज(घ) अरस्तू

Answer»

(ग) इरैटोस्थेनीज

9952.

आने-जाने के समय पर आपके घर एवं विद्यालय के बीच की दूरी को क्या प्रभाव पड़ता है? क्या आआपको अपने निवास से विद्यालय जाने में कितना समय लगता है? यदि विद्यालय आपके घर की सड़क के उस पार होता तो आप विद्यालय पहुँचने में कितना समय लेते?प समय को स्थान या, इसके विपरीत, स्थान को समय में परिवर्तित कर सकते हैं?

Answer»

अपने निवास से विद्यालय जाने में आधे घंटे का समय लगता है। यदि विद्यालय हमारे घर की सड़क के उस पार होता तो विद्यालय पहुँचने में लगभग 20 मिनट का समय लगता। आने-जाने के समय पर दूरी का प्रभाव पड़ता है। अधिक दूरी होने पर समय अधिक तथा कम दूरी होने पर समय कम लगता है। समय को स्थान या इसके विपरीत स्थान को समय में परिवर्तित किया जा सकता है। उदाहरण के लिए-अपने निवास स्थान से विद्यालय तक की दूरी पैदल पूरी करने पर समय अधिक लगेगा परन्तु किसी वाहन द्वारा दूरी को कम समय में पूरा किया जा सकता है। अतः समय को स्थान या इसके विपरीत स्थान को समय में इस प्रकार परिवर्तित किया जा सकता है कि विद्यालय निवास से 3 किमी या 30 मिनट दूर है जिसे वाहन द्वारा पहुँचकर 10 मिनट दूर कहा जा सकता है।

9953.

माँग, मूल्य व पूर्ति की पारस्परिक निर्भरता यो सम्बन्ध को समझाइए।

Answer»

माँग, मूल्य और पूर्ति के सम्बन्ध को निम्नवत् स्पष्ट किया जा सकता है

1. मूल्य, माँग व पूर्ति पर निर्भर रहता है – जिस प्रकार कागज काटने के लिए कैंची के दोनों फलकों का उपयोग आवश्यक है, ठीक उसी प्रकार कीमत (मूल्य) के निर्धारण में माँग और पूर्ति दोनों की ही आवश्यकता होती है। उनके परस्पर प्रभाव द्वारा मूल्य का निर्धारण उस बिन्दु पर होता है जहाँ पर दोनों की सापेक्ष स्थिति एक-सी होती है अर्थात् जहाँ पर माँग और पूर्ति दोनों ही मात्रा में बराबर होती हैं। इस प्रकार कहा जाता है कि मूल्य की स्थिति माँग व पूर्ति पर निर्भर करती है।
2. मॉग, मूल्य व पूर्ति पर – माँग और मूल्य में घनिष्ठ सम्बन्ध है। किसी वस्तु को खरीदने और व्यय करने की तत्परता (Willingness) पर मूल्य का बड़ा प्रभाव पड़ता है। कोई व्यक्ति वस्तु की कितनी मात्रा खरीदेगा, यह इस बात पर निर्भर करता है कि वस्तु का बाजार में कितना मूल्य है। जब हम कहते हैं कि बाजार में गेहूं की माँग एक हजार क्विटल है तो हमें इसके साथ यह भी बताना चाहिए कि यह माँग किस मूल्य पर है। माँग और मूल्य के घनिष्ठ सम्बन्ध के कारण ही यह कहा जाता है कि माँग से अभिप्राय वस्तु की उस मात्रा से है जो किसी निश्चित समय में किसी एक विशेष कीमत पर खरीदी जाएगी। इस प्रकार बिना मूल्य के माँग अर्थहीन है।
माँग, पूर्ति पर भी निर्भर रहती है। माँग और पूर्ति में घनिष्ठ सम्बन्ध है। कोई व्यक्ति वस्तु की कितनी मात्रा खरीदेगा, यह इस बात पर निर्भर करता है कि वस्तु की बाजार में कितनी पूर्ति है। बिना पूर्ति के माँग का कोई अर्थ नहीं होता। जब हम कहते हैं कि बाजार में गेहूं की माँग एक हजार क्विटल है तो हमें उसके साथ यह भी बताना चाहिए कि इस मूल्य पर वस्तु की कितनी पूर्ति है।
इस प्रकार स्पष्ट है कि वस्तु की माँग, मूल्य व वस्तु की पूर्ति पर निर्भर रहती है कि वस्तु कितनी मात्रा में खरीदी जाएगी।
3. पूर्ति, मूल्य व माँग पर – किसी वस्तु का उत्पादन कितनी मात्रा में किया जाए, यह वस्तु की माँग पर निर्भर करता है। उपभोक्ताओं की रुचि, फैशन तथा आय पर वस्तु की माँग निर्भर रहती है। लोग जितनी अधिक वस्तुओं की माँग करेंगे, वस्तु का मूल्य उतना ही अधिक होगा; अत: उत्पादक लाभ अर्जित करने के उद्देश्य से वस्तुओं का अधिक उत्पादन करेंगे जिसके कारण वस्तुओं की पूर्ति बढ़ेगी। कीन्स का रोजगार सिद्धान्त प्रभावपूर्ण माँग सिद्धान्त पर आधारित है। माँग जितनी अधिक होगी, वस्तुओं का उत्पादन या पूर्ति उतनी ही अधिक होगी। इस प्रकार माँग पूर्ति को प्रभावित करती है।
पूर्ति और मूल्य का घनिष्ठ सम्बन्ध होता है। किसी वस्तु की पूर्ति साधारणतया कीमत पर निर्भर होती है। कीमत बढ़ने पर पूर्ति भी बढ़ जाती है और कीमत घटने पर पूर्ति भी घट जाती है। अर्थशास्त्र में पूर्ति का अभिप्राय वस्तु की उस मात्रा से होता है जो किसी समय एक मूल्य-विशेष पर बिकने आती है। अंतः बिना मूल्य का उल्लेख किये पूर्ति का कोई अर्थ नहीं होता। इस प्रकार स्पष्ट है कि वस्तु की पूर्ति वस्तु की मॉग व मूल्य पर निर्भर होती रहती है।

9954.

प्रो० मार्शल के अनुसार मूल्य-निर्धारण का सामान्य सिद्धान्त क्या है ?

Answer»

प्रो० मार्शल के अनुसार मूल्य-निर्धारण का सामान्य सिद्धान्त यह बताता है कि, “वस्तु का मूल्य सीमान्त तुष्टिगुण तथा सीमान्त उत्पादन लागत के बीच में माँग और पूर्ति की सापेक्षिक शक्तियों द्वारा उस स्थान पर निर्धारित होता है, जहाँ वस्तु की पूर्ति उसकी माँग के बराबर होती है।”

9955.

निम्नलिखित वर्षा-प्रकारों में से कौन विषुवतरेखीय प्रदेशों में पायी जाती है?(क) प्रतिचक्रवातीय वर्षा(ख) चक्रवातीय वर्षा(ग) पर्वतीय वर्षा ।(घ) संवहनीय वर्षा

Answer»

सही विकल्प है (घ) संवहनीय वर्षा

9956.

वस्तु के मूल्य-निर्धारण में तुष्टिगुण को महत्त्व प्रदान करने वाले अर्थशास्त्री हैं(क) प्रो० जेवेन्स(ख) मैन्जर तथा वालरस(ग) (क) तथा (ख) दोनों(घ) माल्थस व मिल

Answer»

सही विकल्प है  (ग) (क) तथा (ख) दोनों।

9957.

सब्जियों के मूल्य के निर्धारण में किस पक्ष की प्रधानता होती है, माँग पक्ष की या पूर्ति पक्ष की ?

Answer»

माँग पक्ष की।

9958.

If the period of consumptions is not the ……….. law of diminishing marginal utility does not operate. (a) Stop (b) Never end (c) Continuous (d) None of these

Answer»

(c) Continuous

9959.

What are human wants?

Answer»

Correct answer is Unlimited.

9960.

When the total utility is maximum marginal utility is:(a) Zero (b) Less than one (c) More than one(d) None of these

Answer»

Correct option is (a) Zero

9961.

“एक वस्तु की कीमत के निर्धारण में माँग और पूर्ति दोनों का समान महत्त्व होता है।” यह कथन है(क) ए० सी० पीगू का(ख) जे० के० मेहता का(ग) डेविड रिकार्डों का(घ) ए० मार्शल का

Answer»

सही विकल्प है  (घ) ए० मार्शल का।

9962.

Write the direction of Marginal Utility Curve.

Answer»

The curve slopes downwards to the right.

9963.

State any two assumptions of law of diminishing marginal utility.

Answer»

Two assumptions of law of diminishing marginal utility are as follows: 

(a) Change in other person’s stock: 

The law of diminishing marginal utility does not hold if there occurs a change in other people’s stock. According to the law, marginal utility diminishes when there is an increase in our stock. But it is pointed out that in some cases the utility changes not because of a change in our stock, but because of a change  other people’s stock.

(b) Suitable Time: In order to make the law applicable, the commodity should be consumed within a certain time otherwise, the law will not operate.

9964.

सीमान्त उपयोगिता हास नियम के प्रतिपादक थे (a) गौसेन(b) फ्रेडरिक(c) मार्शल(d) फ्रेजर

Answer»

सही विकल्प है (a) गौसेन

9965.

आवश्यकताएँ अनन्त/सीमित हैं। 

Answer»

आवश्यकताएँ अनन्त हैं। 

9966.

मधुर संगीत सुनने की दशा में सीमान्त उपयोगिता हास नियम(a) लागू होता है(b) लागू नहीं होता है(c) कभी-कभी लागू होता है(d) इनमें से कोई नहीं

Answer»

(b) लागू नहीं होता है 

9967.

जब सीमान्त उपयोगिता शून्य होती है, तब कुल उपयोगिता होती है(a) ऋणात्मक(b) धनात्मक(c) सर्वाधिक(d) शून्य

Answer»

सही विकल्प है (c) सर्वाधिक

9968.

धनी व्यक्ति के लिए आय में वृद्धि से मुद्रा की सीमान्त उपयोगिता(a) बढ़ती है(b) घटती है(c) स्थिर रहती है(d) इनमें से कोई नहीं

Answer»

सही विकल्प है (b) घटती है

9969.

उपयोगिता के प्रकार बताइए।

Answer»

उपयोगिता निम्नलिखित दो प्रकार की होती है

⦁    सीमान्त उपयोगिता
⦁    कुल उपयोगिता

9970.

उपयोगिता का सृजन उपभोग है/उपभोग नहीं है। 

Answer»

उपयोगिता का सृजन उपभोग है। 

9971.

सीमान्त उपयोगिता क्या है?

Answer»

किसी वस्तु की एक से अधिक इकाइयों का  जब कोई उपभोक्ता उपयोग करता है, तो उपभोग की गई अन्तिम इकाई को सीमान्त इकाई कहते हैं तथा उस वस्तु की सीमान्त इकाई से जो तुष्टिगुण प्राप्त होता है, वह सीमान्त तुष्टिगुण कहलाता है।

9972.

किसी वस्तु की सीमान्त उपयोगिता शून्य हो सकती है।नहीं हो सकती है।

Answer»

शून्य हो सकती है।

9973.

उपयोगिता को मापा जा सकता है।नहीं मापा जा सकता है।

Answer»

नहीं मापा जा सकता है।

9974.

उपयोगिता हास नियम को परिभाषित कीजिए एवं इसकी दो मान्यताएँ बताइए। 

Answer»

बोल्डिग के अनुसार, “जब कोई उपयोगिता, अन्य वस्तुओं का उपभोग स्थिर रखकर किसी एक वस्तु के उपभोग को बढ़ाता है, तो परिवर्तनशील वस्तु की उपयोगिता अन्त में अवश्य घटती है।”

उपयोगिता ह्रास नियम की दो मान्यताएँ निम्नलिखित हैं-

⦁    किसी भी वस्तु का उपभोग निरन्तर किया जाना चाहिए।

⦁    उपभोग वस्तु की प्रत्येक इकाई का परिमाण उचित होना चाहिए अन्यथा प्रारम्भिक अवस्था में ही आवश्यकता की तीव्रता घटने के स्थान पर अधिक हो जाएगी।

9975.

कुल उपयोगिता हमेशा बढ़ती है/नहीं बढ़ती है।

Answer»

नहीं बढ़ती है।

9976.

तुष्टिगुण वस्तुगत/मनुष्यगत होता है।

Answer»

तुष्टिगुण मनुष्यगत होता है।

9977.

उपभोग से वस्तुओं की उपयोगिता में कमी/वृद्धि होती है। 

Answer»

उपभोग से वस्तुओं की उपयोगिता में कमी होती है। 

9978.

उपयोगिता की विशेषताओं का वर्णन कीजिए। 

Answer»

उपयोगिता की प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हैं-

⦁    उपयोगिता का सम्बन्ध वस्तु या सेवाओं की उस शक्ति से होता है, जो आवश्यकताओं को सन्तुष्ट करती है।

⦁    किसी वस्तु या सेवा का उपभोग व्यक्ति को लाभ प्रदान कर रहा है। या हानि, इससे उपयोगिता का कोई लेना-देना नहीं होता है।

⦁    उपयोगिता किसी वस्तु का उपभोग करने पर ही प्राप्त होती है। अत: उपयोगिता का सम्बन्ध उपभोगजन्य वस्तुओं से होता है, न कि पूँजीगत वस्तुओं से।

⦁    एक ही वस्तु की उपयोगिता भिन्न व्यक्तियों के लिए समान या भिन्न परिस्थितियों में एक व्यक्ति के लिए ही अलग-अलग हो सकती है।

⦁    उपयोगिता किसी वस्तु का वस्तुगत गुण नहीं है। वस्तु की उपयोगिता |  इसका उपभोग करने वाले पर निर्भर करती है।

⦁    उपयोगिता व सन्तुष्टि दोनों एक नहीं हैं। उपयोगिता तो इच्छा की तीव्रता का द्योतक है, जोकि ‘सन्तुष्टि की शक्ति’ या ‘अनुमानित सन्तुष्टि’ से सम्बन्धित होती है।

⦁    वस्तु के उपभोग में वृद्धि से अन्तत: उपयोगिता में ह्रास अवश्य होता है।

9979.

धन सदैव उत्पादक होता है/नहीं होता है। 

Answer»

धन सदैव उत्पादक नहीं होता है। 

9980.

अर्थशास्त्र में चिकित्सकों को उत्पादक माना/नहीं माना जाता है। 

Answer»

अर्थशास्त्र में चिकित्सकों को उत्पादक माना जाता है। 

9981.

उपयोगिता का सृजन ही उत्पादन/उपभोग है। 

Answer»

उपयोगिता का सृजन ही उत्पादन है।

9982.

उत्पादन का सक्रिय साधन है।(a) पूँजी(b) श्रम(c) भूमि(d) इनमें से कोई नहीं

Answer»

सही विकल्प है (b) श्रम

9983.

उत्पादन का/के साधन है/हैं। (a) भूमि(b) श्रम(c) पूँजी(d) ये सभी

Answer»

सही विकल्प है (d) ये सभी

9984.

उत्पादन की परिभाषा दीजिए। विभिन्न प्रकार के उत्पादन का उल्लेख कीजिए।अथवाअर्थशास्त्र में उत्पादन से क्या आशय होता है? उत्पादन के प्रकारों की विवेचना कीजिए। 

Answer»

उत्पादन से आशय उत्पादन (Production). से आशय वस्तुओं व सेवाओं में उपयोगिता सृजन के साथ-साथ उनके मूल्य या विनिमय शक्ति में वृद्धि करना होता है। अत: वस्तुओं व सेवाओं द्वारा आर्थिक उपयोगिता के सृजन को उत्पादन कहा जाता है। फेयरचाइल्ड के अनुसार, “सम्पत्ति को अधिक उपयोगी बनाना ही उत्पादन है।” टॉमस के अनुसार, “वस्तु के मूल्य में वृद्धि करना अथवा आर्थिक उपयोगिता में वृद्धि करना ही उत्पादन है।” डॉ. बसु के अनुसार, “उत्पादन का अर्थ तुष्टिगुण सृजन करना है।” ए. एच. स्मिथ के अनुसार, “उत्पादन वह प्रक्रिया है, जिससे वस्तुओं में उपयोगिता का सृजन होती है।” प्रो. एली के अनुसार, “आर्थिक उपयोगिताओं का निर्माण ही उत्पादन है।”

उत्पादन के प्रकार या उपयोगिता वृद्धि की रीतियाँ उत्पादन के प्रकार या उपयोगिता वृद्धि की रीतियाँ निम्नलिखित हैं

1. रूप-परिवर्तन द्वारा उत्पादन किसी वस्तु के रूप को परिवर्तित करके उपयोगिता का सृजन किया जा सकता है। जब किसी वस्तु के रंग, रूप अथवा आकार में परिवर्तन किया जाता है, तो वह पहले से अधिक उपयोगी एवं लाभदायक बन जाती है। इसे रूप-परिवर्तन द्वारा उत्पादन कहा जाता है; जैसे-लकड़ी का रूप बदलकर मेज व कुर्सी बनाना।

2. स्थान-परिवर्तन द्वारा उत्पादन कई बार वस्तु का स्थान परिवर्तित करने से भी उपयोगिता का सृजन होता है या उपयोगिता में वृद्धि होती है, उसे स्थान परिवर्तन द्वारा उत्पादन कहा जाता है। जब कोई वस्तु किसी विशेष स्थान पर अधिक उत्पादित होती है, तो उस विशेष स्थान पर उस वस्तु की उपयोगिता कम होती है।

3. समय-परिवर्तन द्वारा उत्पादन कुछ वस्तुएँ ऐसी भी होती हैं, जिनकी उपयोगिता समय-परिवर्तन के साथ बढ़ती है। कुछ वस्तुएँ ऐसी भी होती हैं, जिनकी समय बीतने के साथ उपयोगिता में वृद्धि होती है। उदाहरणस्वरूप, संग्रह करने से भी कुछ वस्तुओं की उपयोगिता व मूल्य में वृद्धि होती है; जैसे-शराब तथा चावल जितने पुराने होते जाते हैं, उनकी उपयोगिता भी बढ़ने लगती है।

4. अधिकार-परिवर्तन द्वारा उत्पादन कभी-कभी वस्तु का अधिकार परिवर्तित करने पर अर्थात् एक व्यक्ति द्वारा वस्तु के स्वामित्व को दूसरे व्यक्ति को प्रदान करने पर भी उपयोगिता का सृजन होता है। इसे अधिकार-परिवर्तन द्वारा उत्पादन कहा  जाता है। उदाहरण के लिए, एक पुस्तक, पुस्तक विक्रेता हेतु अधिक उपयोगी नहीं होती है। वह उसके लिए लाभ कमाने की एक वस्तु मात्र होती है, जिसे वह बेचकर अपनी आय प्राप्त करता है, परन्तु जब यह पुस्तक एक विद्यार्थी द्वारा खरीद ली जाती है, तो वस्तु की उपयोगिता बढ़ जाती है।

5. सेवा द्वारा उत्पादन किसी सेवा या किसी व्यक्ति के व्यक्तिगत गुणों के कारण भी उपयोगिता का सृजन होता है, उसे सेवा द्वारा उत्पादन कहा जाता है; जैसे-डॉक्टर, वकील, अध्यापक, न्यायाधीश, नौकर, गायक, इत्यादि अपनी सेवाओं के द्वारा उपयोगिता का सृजन करते हैं।

6. ज्ञान वृद्धि द्वारा उत्पादन विज्ञापन द्वारा किसी वस्तु-विशेष से सम्बन्धित ज्ञान का प्रसार करने से उपयोगिता का सृजन होता है; जैसे-जब तक किसी उपभोक्ता को किसी वस्तु-विशेष से सम्बन्धित पूरा ज्ञान नहीं होता। वह वस्तु उसके लिए ज्यादा उपयोगी नहीं होती है, परन्तु यदि विज्ञापन के माध्यम से उपभोक्ता को उस वस्तु की जानकारी प्रदान की जाए, तो उसे उपभोक्ता की उस वस्तु के सन्दर्भ में उपयोगिता बढ़ जाएगी।

9985.

निम्नलिखित में से कौन-सा उत्पादन का साधन नहीं है?(a) भूमि(b) श्रम(c) वितरण(d) पूँजी

Answer»

सही विकल्प है (c) वितरण

9986.

निम्नलिखित में से कौन-सा देश संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् का स्थायी सदस्य नहीं है? (क) इंग्लैण्ड(ख) अमेरिका(ग) रूस(घ) भारत

Answer»

सही विकल्प है (घ) भारत

9987.

संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद् में अस्थायी सदस्यों की संख्या होती है –(क) पाँच(ख) दस(ग) पन्द्रह(घ) बारह

Answer»

सही विकल्प है  (ख) दस

9988.

संयुक्त राष्ट्र के मुख्य अंगों का विवरण दीजिए। उनमें से सुरक्षा परिषद् के संगठन तथा कार्यों की विवेचना कीजिए। यासंयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद् के स्थायी एवं अस्थायी सदस्यों की संख्या लिखिए। यासंयुक्त राष्ट्र संघ के प्रमुख अंगों का वर्णन कीजिए तथा विश्व शान्ति की स्थापना में इसकी भूमिका का मूल्यांकन कीजिए। 

Answer»

द्वितीय विश्व युद्ध के पश्चात् ‘सेनफ्रांसिस्को सम्मेलन के आधार पर 24 अक्टूबर, 1945 को संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना हुई। संयुक्त राष्ट्र के छः मुख्य अंग हैं, जो निम्नलिखित हैं –

1. साधारण सभा या महासभा – साधारण सभा संयुक्त राष्ट्र संघ का सबसे प्रमुख अंग है। संघ के सभी सदस्य साधारण सभा के सदस्य होते हैं। प्रत्येक सदस्य राज्य को इसमें 5 प्रतिनिधि भेजने का अधिकार होता है।
2. सुरक्षा परिषद् – यह संयुक्त राष्ट्र संघ की कार्यकारिणी है। इसका स्थान अत्यन्त महत्त्वपूर्ण है। 1 जनवरी, 1966 से परिषद् में 15 सदस्य हैं जिनमें 5 स्थायी तथा 10 अस्थायी सदस्य हैं। संयुक्त राष्ट्र संघ का ‘हृदय’ व ‘दुनिया की पुलिसमैन’ कही जाने वाली सुरक्षा परिषद् संयुक्त राष्ट्र संघ की कार्यपालिका है। सुरक्षा परिषद् में कुल 15 सदस्य होते हैं, जिनमें से 5 स्थायी सदस्य व 10 अस्थायी सदस्य हैं। पाँच स्थायी सदस्य अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस तथा ब्रिटेन हैं। इसके अतिरिक्त अस्थायी सदस्यों का निर्वाचन महासभा द्वारा दो वर्षों के लिए किया जाता है। सुरक्षा परिषद् में किसी भी विषय पर निर्णय 15 में से 9 सदस्य राष्ट्रों की स्वीकृति द्वारा होता है। इसमें भी 5 स्थायी सदस्य राष्ट्रों का स्वीकारात्मक मत होना अनिवार्य होता है। यदि पाँचों में से एक भी स्थायी सदस्य प्रस्ताव पर विरोध प्रकट करता है तो प्रस्ताव को रद्द समझा जाता है। इस अधिकार को स्थायी राष्ट्रों का निषेधाधिकार (वीटो) कहा जाता है।
3. आर्थिक व सामाजिक परिषद् – इस परिषद् का उद्देश्य अन्तर्राष्ट्रीय क्षेत्र की आर्थिक व सामाजिक समस्याओं के समाधान हेतु सहयोग प्राप्त करना है। इसमें इस समय 54 सदस्य हैं।
4. प्रन्यास परिषद् – इस परिषद् का मुख्य कार्य अविकसित और पिछड़े हुए प्रदेशों के हितों की रक्षा करना है। यह कार्य उन्नत व विकसित सदस्यों के द्वारा किया जाता है।
5. अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय – यह संयुक्त राष्ट्र संघ का न्यायिक अंग है। न्यायालय में 15 न्यायाधीश होते हैं जो साधारण सभा व सुरक्षा परिषद् द्वारा 9 वर्ष की अवधि के लिए निर्वाचित होते हैं। न्यायालय में सभी निर्णय बहुमत से होते हैं। न्यायालय केवल ऐसे ही विवादों पर विचार कर सकता है जिनसे सम्बन्धित सभी पक्ष विवादों को न्यायालय के सम्मुख विचारार्थ प्रस्तुत करें।
6. सचिवालय – इसके सचिवालय का प्रधान महामन्त्री और संघ की आवश्यकतानुसार कर्मचारी वर्ग होता है। महामन्त्री की नियुक्ति सुरक्षा परिषद् की सिफारिश पर साधारण सभा द्वारा 5 वर्ष के लिए की जाती है।

सुरक्षा परिषद् के कार्य
संयुक्त राष्ट्र संघ घोषणा-पत्र की धारा 24, 25 व 26 के अन्तर्गत उल्लिखित सुरक्षा परिषद् के प्रमुख कार्य निम्नलिखित हैं –

⦁    विश्व-शान्ति व सुरक्षा बनाये रखना तथा इसके भंग होने की स्थिति में कारणों की जाँच करना व विचार-विमर्श कर समझौता, अपील या बाध्यकारी आदेश देकर उसका समाधान करना।
⦁    किसी राष्ट्र द्वारा निर्णय व नियमों का उल्लंघन किये जाने पर उसके विरुद्ध कड़ी कार्यवाही (कूटनीतिक, आर्थिक या सैनिक) करना।
⦁    महासभा में नये सदस्य राष्ट्रों के आवेदन-पत्रों पर विचार करना व सुझाव देना।
⦁    संयुक्त राष्ट्र संघ का महासचिव सुरक्षा परिषद् की सिफारिश पर ही महासभा द्वारा नियुक्त किया जाता है।
⦁    सुरक्षा परिषद् को एक अन्य महत्त्वपूर्ण कार्य अपनी वार्षिक रिपोर्ट महासभा को प्रेषित करने से सम्बन्धित है।
⦁    विश्व में प्राणघातक अस्त्रों के नियमन का प्रयत्न करना।

9989.

अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय का प्रधान कार्यालय है(क) न्यूयॉर्क में(ख) वाशिंगटन में(ग) जेनेवा में(घ) हेग में

Answer»

सही विकल्प है (घ) हेग में

9990.

संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना हुई- (क) 24 अक्टूबर, 1944 में(ख) 15 नवम्बर, 1945 में(ग) 24 अक्टूबर, 1946 में(घ) 24 अक्टूबर, 1945 में

Answer»

 (घ) 24 अक्टूबर, 1945 में

9991.

निम्नलिखित में से कौन संयुक्त राष्ट्र संघ का अंग नहीं है(क) सुरक्षा परिषद्(ख) विश्व स्वास्थ्य संगठन(ग) आर्थिक तथा सामाजिक परिषद्(घ) अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय

Answer»

सही विकल्प है (ख) विश्व स्वास्थ्य संगठन

9992.

संयुक्त राष्ट्र संघ का मुख्यालय कहाँ स्थित है? (क) मास्को(ख) जेनेवा(ग) पेरिस(घ) न्यूयॉर्क

Answer»

सही विकल्प है (घ) न्यूयॉर्क

9993.

संयुक्त राष्ट्र का मुख्यालय कहाँ है?

Answer»

संयुक्त राज्य अमेरिका के न्यूयॉर्क नगर में।

9994.

संयुक्त राष्ट्र संघ का मुख्यालय कहाँ है? (क) पेरिस में(ख) लन्दन में(ग) न्यूयॉर्क में(घ) मास्को में

Answer»

सही विकल्प है  (ग) न्यूयॉर्क में

9995.

Dividend is paid out of _______ of the company. (a) Capital (b) Building Fund (c) Profit

Answer»

Correct option: (c) Profit

9996.

The dividend is to be paid to the shareholders within ______ days from the date of declaration. (a) 30 (b) 40 (c) 20

Answer»

Correct option: (a) 30

9997.

Registered shareholders receive dividend through _____ warrant. (a) share (b) debenture (c) dividend

Answer»

Correct option: (c) dividend

9998.

Match the pairs. Group ‘A’Group ‘B’a)Dividend Warrant1)Instrument for Payment of Interestb)Return on Shares2)Capitalisation of Building Fundc)Bonus Shares3)Electronic Clearing Serviced)ECS4)Capitalisation of Reserve Funde)NEFT5)National Electronic Fund Transfer6)Dividend7)Electronics Co-operative Fixed Transfer8)National Electronic Fixed Transfer9)Instrument for Payment of Dividend10)Interest

Answer»
Group ‘A’Group ‘B
(a) Dividend Warrant(9) Instrument for Payment of Dividend
(b) Return on Shares(6) Dividend
(c) Bonus Shares(4) Capitalisation of Reserve Fund
(d) ECS(3) Electronic Clearing Service
(e) NEFT(5) National Electronic Fund Transfer
9999.

Who recommends the rate of dividend?

Answer»

The Board of Directors of the company recommends the rate of dividend.

10000.

What is meant by payment of dividend electronically?

Answer»

Payment of dividend electronically means transfer of dividend amount through ECS (Electronic Clearing Service) NEFT(National Electronic Fund Transfer) etc.