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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.

151.

10 सेमी. त्रिज्या की वृत्ताकार कुण्डली में तार के 50 फेरे है । यदि कुण्डली में 10 ऐम्पियर की धारा प्रवाहित की जाये तो उसके केंद्र पर चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता क्या होगी ?

Answer» Correct Answer - `3*14xx10^(-3)` टेसला,
`I=10A,n=50,r=10cm=0*1`
`B=(mu_(0))/(4pi)*(2pinI)/(r)=10^(-7)xx(2xx3*14xx50xx10)/(0*1)`
`=31400xx10^(-7)=3*14xx10^(-3)T`
152.

1 मीटर की दुरी पर स्थित दो अननत लम्बे, पतले व सीधे तारों में धारा बह रही है जैसा की चित्र में दिखाया गया है। दोनों तारों के बीच एक बिंदु, जहाँ चुंबकीय क्षेत्र शून्य होगा, की दुरी पहले तार से है- A. 0.25 मीटरB. 0.2 मीटरC. 0.33 मीटरD. 0.5 मीटर

Answer» Correct Answer - B
153.

20 सेमी त्रिज्या के वृत्तकार लूप में 10 एम्पेयर धारा बाह रही है। लूप के केंद्र पर चुंबकीय क्षेत्र की गड़ना कीजिये।

Answer» लूप के केंद्र पर चुंबकीय क्षेत्र
`B=(mu_(0)I)/(2R) = (4pi xx 10^(-7))/(2R)`
प्रश्नानुसार I=10 एम्पेयर
R=20 सेमी `=20 xx 10^(-2)` मीटर
`B=(4pi xx 10^(-7))/(2 xx (20 xx 10^(-2))) = 3.14 xx 10^(-5)` टेस्ला
154.

500 फेरों तथा 5.0 सेमी त्रिज्या के वृत्ताकार लूप में 5.0 एम्पेयर की धारा बह रही है। लूप के केंद्र से गुजरने वाली अक्ष से 4.0 सेमी की दुरी पर स्थित बिंदु पर चुंबकीय क्षेत्र की तीव्रता की गणना कीजिये। `(mu_(0)//4pi=10^(-7))N/A^(2)`

Answer» R मीटर त्रिज्या के वृत्तकार लूप की अक्ष पर, लूप के केंद्र से x मीटर की दुरी पर स्थित बिंदु पर चुंबकीय क्षेत्र का व्यंजक
`B=(mu_(0)NIR^(2))/(2(R^(2)+x^(2))^(3//2))`
जहाँ N लूप में फेरों की संख्या है।
प्रश्नानुसार, N=500, I=5.0 एम्पेयर, R=5.0 सेमी `=5.0 xx 10^(-2)` मीटर, `x=4.0` सेमी, `=4.0 xx 10^(-2)` मीटर
`therefore B=((4pi xx 10^(-7)) xx 500 xx 5.0 xx (5.0 xx 10^(-2))^(2))/(2[(5.0 xx 10^(-2))^(2) + (4.0 xx 10^(-2))^(2)]^(3//2))`
`=((2 xx 3.14 xx 10^(-7)) xx 500 xx 5.0 xx (25 xx 10^(-4)))/(10^(-6) xx (41)^(3//2))`
`=(2 xx 3.14 xx 25 xx 25 xx 10^(-9))/(10^(-6) xx 41 xx sqrt(41))`
`=(6.28 xx 625 xx 10^(-3))/(41 xx 6.4)`
`=0.015` न्यूटन/एम्पेयर-मीटर
155.

एक वृत्ताकार खण्ड जिसकी त्रिज्या 10 सेमी. है अपने केंद्र पर `90^(@)` का कोण बनाता है उसमे 5 ऐम्पियर की धारा बाह रही है इसके केंद्र पर उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र व उसकी दिशा ज्ञात कीजिए ।

Answer» वृत्तीय धारावाही लूप के केंद्र पर चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता `B=(mu_(0))/(4pi)xx(2piI)/(a)`
वृत्तीय लूप वृत्त केंद्र पर `2pi` रेडियन कोण बनाता है किन्तु प्रश्नानुसार वृत्ताकार खण्ड केंद्र पर `p0^(@)=(pi)/(2)` रेडियन कोण बना रहा है अतः उपर्युक्त सूत्र में `2pi` के स्थान पर `(pi)/(2)` रखेंगे ।
`:." "B=(mu_(0))/(4pi)xx((pi)/(2)xxI)/(a)=(mu_(0))/(4pi)xx(piI)/(2a)`
या `B=10^(-7)xx(piI)/(2a)` . . .(1)
दिया है - `1=5` ऐम्पियर,
`a=10` सेमी. `=(1)/(10)` मीटर `=10^(-1)` मीटर |
समीकरण (1) में मान रखने पर,
`B=10^(-7)xx(3*14xx5)/(2xx10^(-1))=7*85xx10^(-6)` टेसला ।
यदि वृत्ताकार खण्ड में धारा वामावर्त दिशा में प्रवाहित होती है तो क्षेत्र की दिशा कागज के तल के लम्बवत नीचे की ओर होगी ।
156.

d दुरी पर स्थित दो लम्बे, पतले समांतर तारों में I एम्पेयर धारा एक ही दिशा में प्रवाहित हो रही है। उनके बीच प्रति एकांक लम्बाई पर कार्यरत बल है-A. `(mu_(0)I^(2))/(2pid^(2))` आकर्षणB. `(mu_(0)I^(2))/(2pid^(2))` प्रतिकर्षणC. `(mu_(0)I^(2))/(2pid)` आकर्षणD. `(mu_(0)I^(2))/(2pid)` प्रतिकर्षण

Answer» Correct Answer - C
157.

किसी लम्बे तार में से कोई धारा प्रवाहित हो रही है इस तार को एक फेरे वाली कुंडली में मोड़ने पर उसके केंद्र पर चुंबकीय क्षेत्र B है । इसके बाद इसे मोड़कर n फेरो की वृत्तीय कुंडली बनायीं जाती है इस कुण्डली के केंद्र पर चुंबकीय क्षेत्र होगा -A. nBB. `2n^(2)B`C. 2nBD. `n^(2)B`.

Answer» Correct Answer - D
158.

निम्न चित्रानुसार किसी सीधे तार जिसमे 12 A विधुत धरा प्रवाहित हो रही है को `2*0` सेमी त्रिज्या के अर्द्धवृत्ताकार चाप में मोड़ा गया है इस चाप के केंद्र पर चुम्बकीय क्षेत्र B को माने । (a) सीधे खण्डो के कारण चुम्बकीय क्षेत्र कितना है ? (b) किस रूप में अर्धवृत्त द्वारा B को दिया गया योगदान वृत्ताकार पाश के योगदान से भिन्न है और किस रूप में ये एक - दूसरे के समान है ? (c) क्या आपके उत्तर में कोई परिवर्तन होगा यदि तार को उसी त्रिज्या जे अर्धवृत्त में पहले की तुलना में उपरोक्त चित्र (b) में दर्शाये अनुसार उल्टी दिशा में मोड़ दें ?

Answer» (a) `vec(dl)` एवं `vec(r)` सीधे खंडो के प्रत्येक अवयव के लिए समान्तर है अतः `vec(dl)xxvec(r)=0` सीधे खंड (b) को कोई योगदान नहीं देते है
(b) अर्द्धवृत्ताकार चाप के केंद्र पर चुंबकीय क्षेत्र
`B=(mu_(0)I)/(2pir)`
दिया है - `I=12A,r=0*02` मी.
`mu_(0)=4pixx10^(-7)TmA^(-1)`
`:." "B=(4pixx10^(-7)xx12)/(4xx0*02)=1*9xx10^(-4)T`.
(c) दाहिने हाथ के नियम से चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा पेपर के तल के अभिलम्बवत होगी ।
इस स्थिति में `B=1*9xx10^(-4)T`
अर्थात B का परिमाण वही है लेकिन दिशा विपरीत होगी ।
159.

एक लंबे, सीधे तार में 35A विद्युत धारा प्रवाहित हो रही है। तार से 20 cm दुरी पर स्थित किसी बिंदु पर चुंबकीय क्षेत्र का परिमाण क्या है ?

Answer» दिया है-I=35 A, r=20cm`=20xx10^(-2)m`
सूत्र- `B=(mu_(0)I)/(2pir)=(4pixx10^(-7)xx35)/(2pixx20xx10^(-2))`
`=3.5xx10^(-5)T`
160.

दो लम्बे समांतर तार वायु में 16 सेमी की दुरी पर हैं। प्रत्येक में 4 एम्पेयर की धारा बाह रही हैं। दोनों के बीच मध्य बिंदु पर क्षेत्र B की गड़ना कीजिये जबकि उनमे धारायें- (i) एक ही दिशा में, (ii) विपरीत दिशाओं में हैं।

Answer» (i) शून्य, (ii) `2 xx 10^(-5)वेबर/मीटर^(2)`
161.

10 सेमी त्रिज्या के एक वृत्ताकार लूप में 5.0 एम्पेयर की धारा बाह रही है। लूप के केंद्र पर उत्पन्न चुंबकीय क्षेत्र की गड़ना कीजिये।

Answer» `3.14 xx 10^(-5)` टेस्ला।
162.

दो बहुत बड़े और सीधे तारों के बीच की दुरी 10 सेमी हैं। इनमे से एक तार में 5 एम्पेयर तथा दूसरे तार में 15 एम्पेयर की धारा हैं। चित्रानुसार बिंदु P पर चुंबकीय क्षेत्र का परिमाण तथा दिशा ज्ञात कीजिये।

Answer» लम्बे धारावाही तार से d दुरी पर चुंबकीय क्षेत्र
`B=(mu_(0))/(2pi) I/d = (2 xx 10^(-7)) I/d`
चित्र में 5 एम्पेयर धारा वाले तार के कारण बिंदु P पर चुंबकीय क्षेत्र
`B_(1) = (2 xx 10^(-7)) xx 5/(4 xx 10^(-2)) = 2.5 xx 10^(-5)` टेस्ला `ox`
15 एम्पेयर धारा वाले तार के कारण बिंदु P पर चुंबकीय क्षेत्र
`B_(2) = (2 xx 10^(-7)) xx 15/(6 xx 10^(-2)) = 5.0 xx 10^(-5)` टेस्ला
चूँकि `B_(1)` व `B_(2)` परस्पर विपरीत दिशा में हैं, अतः बिंदु P पर परिणामी क्षेत्र
`B=B_(2)-B_(1)=(5.0 xx 10^(-5))-(2.5 xx 10^(-5))`
`=2.5 xx 10^(-5)` टेस्ला
B की दिशा कागज़ के ताल के लंबवत ऊपर की और हैं।
163.

दो लम्बे समांतर धारावाही तार परस्पर 40 सेमी दुरी पर हैं। प्रत्येक तार में 80 एम्पेयर की धारा समान दिशा में प्रवाहित हो रही हैं। एक तार पर एक दूसरे में प्रवाहित धारा के कारण उत्पन्न चुंबकीय क्षेत्र तथा इनकी 150 सेमी लम्बाई पर लगने वाले बल की गड़ना कीजिये।

Answer» एक तार में प्रवाहित धारा के कारण दूसरे तार के प्रत्येक बिंदु पर उत्पन्न चुंबकीय क्षेत्र `vecB` का परिमाण
`B=(mu_(0))/(2pi)I/d`
`=(2 xx 10^(-7)) (80/(40 xx 10^(-2))) = 4 xx 10^(-5)` टेस्ला
`vecB` की दिशा तार के प्रत्येक बिंदु पर लंबवत होगी। अतः तार की L लम्बाई पर लगने वाला चुंबकीय बल
F=ILB
यहाँ L=150 सेमी =1.5 मीटर
`F=(80 xx 1.5 xx 4 xx 10^(-5))`
`=4.8 xx 10^(-3)` न्यूटन
164.

l लम्बाई के तार, जिसमे I एम्पेयर की धरा प्रवाहित हो रही है, को मोड़कर वृत्ताकार बनाया जाता है। इसके चुंबकीय आघूर्ण का मान होगा-A. `(Il)/(4pi)`B. `(Il)/(2pi)`C. `(2I^(2))/(4pi^(2))`D. `(Il^(2))/(4pi)`

Answer» Correct Answer - D
`M=IA=I(pir^(2))=Ipi(l/(2pi))^(2)=Il^(2)//4pi`
165.

एक इलेक्ट्रान 300 वाल्ट के विभवांतर द्वारा त्वरित होकर एक लम्बे सीधे तार से 4 मिमी की दुरी पर गतिमान है। यदि तार में 5 एम्पेयर की धारा प्रवाहित की जाये तो इलेक्ट्रान पर लगने वाला बल क्या होगा?

Answer» Correct Answer - `4.131 xx 10^(-16)` न्यूटन
`v=sqrt(2eV//m)`
166.

200 g द्रव्यमान तथा `1*5m` लम्बाई के किसी सीधे तार से 2 A विधुत धारा प्रवाहित हो रही है यह किसी एकसमान क्षैतिज B चुम्बकीय क्षेत्र द्वारा वायु के बीच में निलंबित है (निम्न चित्रानुसार) । चुंबकीय क्षेत्र का परिमाण ज्ञात कीजिए

Answer» उपरोक्त चित्रानुसार तार बीच - वायु में निलंबित है इसके निलंबित रहने के लिए इस पर ऊपर की दिशा में बल `I//B` लगना चाहिए जो इसके भार mg को संतुलित कर सके ।
अतः `mf=I/B`
या `B=(mg)/(Il)`
`=(0*2xx9*8)/(2xx1*5)=0*65T`.
167.

एक लम्बे व सीधे तार में 10 एम्पेयर की धारा बाह रही हैं। उससे 10 सेमी की दुरी पर कितना चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न होगा? क्षेत्र की दिशा निर्धारण किस नियम से होगी?

Answer» `2.0 xx 10^(-5)` न्यूटन/एम्पेयर-मीटर, दाएं हाथ की हथेली के नियम 1 के द्वारा।
168.

दो लम्बे सीधे तार परस्पर 75 सेमी की दुरी पर हैं। इनमे `5.0` एम्पेयर की धारा समान दिशा में प्रवाहित हो रही हैं। एक तार के कारण दूसरे पर उत्पन्न चुंबकीय क्षेत्र की गड़ना कीजिये। दूसरे तार के 3 मीटर लम्बाई पर लगने वाले बल का मान ज्ञात कीजिये।

Answer» दिया हैं, r=75 सेमी `=75 xx 10^(-2)` मीटर, `I=5.0` एम्पेयर b=3 मीटर, B=? , F=?
चुंबकीय क्षेत्र `B=2 xx 10^(-7) I/r = (2 xx 10^(-7) xx 50)/(75 xx 10^(-2)) = 2/15 xx 10^(-5)`
`=1.3 xx 10^(-6)` टेस्ला
बल `F=ILB = 5.0 xx 3 xx 2/15 xx 10^(-5)`
`=2 xx 10^(-5)` न्यूटन (आकर्षण बल)
169.

0.5 मिमी व्यास के एक सीधे तार को, जिसमे 1 एम्पेयर की धारा प्रवाहित हो रही है, किसी दूसरे तार से प्रतिस्थापित कर दिया जाता है, जिसका व्यास 1 मिमी है तथा जिसमे समान धारा प्रवाहित हो रही है। दूर स्थित बिंदु पर चुंबकीय क्षेत्र का मान-A. पहले से दोगुना होगाB. पहले का आधा होगाC. पहले का एक चौथाई होगाD. पहले के बराबर होगा

Answer» Correct Answer - D
170.

एक लम्बे तार में 1 ऐम्पियर की धारा प्रवाहित हो रही है वायु में इससे 1 किमी दूरी पर स्थित किसी बिंदु पर चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता कितनी होती है ?

Answer» दिया है - `I=1` एम्पियर, `d=1` मिमी `=10^(-3)` मीटर
सूत्र - `B=10^(-7)(2I)/(d)=10^(-7)xx(2xx1)/(10^(-3))=2xx10^(-4)` टेसला
171.

एक लम्बे सीधे तार में 10 एम्पियर कि धारा बह रही है । तार से 10 मीटर कि दूरी पर चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता ज्ञात कीजिए।

Answer» सूत्र `B=(mu_(0))/(4pi).(2I)/d=10^(-7)xx(2I)/d` टेस्ला
दिया है : I = 10 ऐम्पियर, d = 10 मीटर
सूत्र में मान रखने पर,
`B=10^(-7)xx(2xx10)/(10)` टेस्ला
172.

एक लम्बे सीधे तार में 12 एम्पेयर की धारा बह रही है। तार से 48 सेमि दुरी पर चुंबकीय क्षेत्र का तीव्रता होगी-A. `2 xx 10^(-6)` न्यूटन/एम्पेयर-मीटरB. `4 xx 10^(-6)` न्यूटन/एम्पेयर-मीटरC. `5 xx 10^(-6)` न्यूटन/एम्पेयर-मीटरD. `5 xx 10^(-5)` न्यूटन/एम्पेयर-मीटर

Answer» Correct Answer - C
173.

2 मीटर लम्बे तार में 5 एम्पियर की धारा प्रवाहित हो रही है । यह तार `0*15` टेस्ला के चुंबकीय क्षेत्र में रखा जाता है । तार पर लगने वाले बल की गणना कीजिए। यदि - (i) तार क्षेत्र के लम्बवत हो, (ii) तार क्षेत्र से `45^(@)` का कोण बनाये, (iii) क्षेत्र के अनुदिश हो ।

Answer» Correct Answer - (i) `1*5` न्यूटन (ii) `1*06` न्यूटन (iii) शून्य
`l=2m,I=5A,B=0*15T`.
(i) जब तार क्षेत्र के लम्बवत हो तब
`theta=90^(@)`
`F=BIl`
`=0*15xx5xx2`
`=0*15N`
(ii) `theta=45^(@),F=BIlsintheta`
`=0*15xx5xx2xx(1)/(sqrt(2))=1*06N`
`theta=0^(@)`
`:." "F=BIlsin0^(@)=0`.
174.

एक लम्बे सीधे तार में 10 ऐम्पियर की धारा बह रही है तार से 10 मीटर की दूरी पर चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता ज्ञात कीजिए ।

Answer» सूत्र - `B=(mu_(0))/(4pi)xx(2I)/(d)` या `B=10^(-7)xx(2I)/(d)`
दिया है - `I=10` ऐम्पियर, `d=10` मीटर |
उपर्युक्त सूत्र में मान रखने पर, `B=10^(-7)xx(2xx10)/(10)`
`=2xx10^(-7)" वेबर/मीटर"^(2)` |
175.

एक लम्बे सीधे तार में 5 ऐम्पियर की धारा प्रवाहित हो रही है इसके समान्तर 10 सेमी की लम्बवत दूरी पर एक इलेक्ट्रॉन `10^(6)` मीटर/सेकण्ड के वेग से गति कर रहा है इलेक्ट्रॉन पर लगने वाले बल की गणना कीजिए ।

Answer» सूत्र : `F=qvBsintheta` तथा `B=(mu_(0))/(4pi)xx(2I)/(a)`
दिया है : `I=5` ऐम्पियर `a=10` सेमी `=10xx10^(-2)` मीटर ,
`v=10^(6)` मीटर/सेकण्ड, `q=1*6xx10^(-19)` कूलॉम
सूत्र : `B=(mu_(0))/(4pi)xx(2I)/(a)` में रखने पर
`B=10^(-7)xx(2xx5)/(10xx10^(-2))=10^(-5)` टेसला |
अब सूत्र `F=qvBsintheta` में मान रखने पर,
`F=1*6xx10^(-19)xx10^(6)xx10^(-5)xxsin90^(@)`
`=1*6xx10^(-18)xx1=1*6xx10^(-18)` न्यूटन |
176.

50 सेमी लम्बे एक तार में 300 मिमी ऐम्पियर की धारा बह रही यदि तार को `10"वेबर/मीटर"^(2)` के चुम्बकीय क्षेत्र में लम्बवत रखा जाए तो तार पर लगने वाले बल परिमाण तथा दिशा बताइये ।

Answer» सूत्र - `F=IlBsintheta`
दिया है - `I=300mA=300xx10^(-3)A`,
`l=50` सेमी `=50xx10^(-2)` मीटर, B=10 `"वेबर - मीटर"^(2)` तथा `theta=90^(@)`.
सूत्र में मान रखने पर,
`F=300xx10^(-3)xx50xx10^(-2)xx10sin90^(@)`
`=1*5`
, न्यूटन फ्लेमिंग के बायें हाथ नियमानुसार तार व चुंबकीय क्षेत्र के लम्बवत होगी ।
177.

एक आवेशित कण ऐसे स्थान से गुजरता है जहाँ `E ne 0` तथा B=0 है। क्या किसी स्थिति में कण पर कार्यरत लोरेन्ज बल का मान शून्य हो सकता है?

Answer» Correct Answer - नहीं।
178.

समीकरण `vecF=q(vecV xx vecB)` में निम्न के बीच कोण क्या हैं? (a) `vecF` तथा `vecv`, (b) `vecF` तथा `vecB` , ( c) `vecF` तथा `(vecv xx vecB)`

Answer» (a) `90^(@)`, (b) `90^(@)`, ( c) `0^(@)`
179.

लोरेन्ज बल की समीकरण `vecF=q[vecE+(vecv xx vecB)]` है। किन-किन स्थितियों में लोरेन्ज बल का मान शुन्य हो सकता है?

Answer» (i) E=0, B=0, (ii) E=0, `B ne 0` तथा `vecv` or `vecB` समांतर हो।
(iii) `E ne 0, B ne 0` or `vecE=-(vecv xx vecB)` इस स्थिति में `vecE` or `vecB` परस्पर लंबवत होंगे।
180.

एक अनंत लम्बाई के तार में धारा I प्रवाहित हो रही है तार का अनुप्रस्थ परिच्छेद एक R त्रिज्या की अर्द्धवृत्ताकार वाली के रूप में है तब इसके अक्ष के अनुदिश चुंबकीय प्रेरण का मान होगा -A. `(mu_(0)I)/(2pi^(2)R)`B. `(mu_(0)I)/(2piR)`C. `(mu_(0)I)/(4pi^(2)R)`D. `(mu_(0)I)/(pi^(2)R)`.

Answer» Correct Answer - D
181.

दो लम्बे सरलरेखीय तार में धारा `I_(1)` व `I_(2)` प्रवाहित हो रही है एक - दूसरे से d दूरी पर है यदि दोनों तारो के मध्य प्रतिकर्षण बल को धनात्मक तथा आकर्षण बल को ऋणात्मक लें तब निम्न ग्राफ के अनुसार गुणन `I_(1)I_(2)` की F पर निर्भरता होगी -A. B. C. D.

Answer» Correct Answer - D
182.

एक बीटा (`beta`) कण चुम्बकीय क्षेत्र के समानांतर गति कर रहा है, तो उस पर लगने बाला बल होगा-A. शून्यB. 0.2 न्यूटनC. 1 न्यूटनD. इनमें से कोई नहीं।

Answer» Correct Answer - A
183.

एक अल्फ़ा (`alpha`) कण चुम्बकीय क्षेत्र के समानांतर गति कर रहा है, तो उस पर लगने बाला बल होगा-A. शून्यB. 0.1 न्यूटनC. 2 न्यूटनD. इनमें से कोई नहीं।

Answer» Correct Answer - A
184.

कुछ दुरी पर स्थित दो समान्तर तारो में `I_(1)` और `I_(2)` धारा एक ही दिशा में प्रवाहित हो रही है। दोनों तार -A. एक-दूसरे को आकर्षित करेंगेB. एक-दूसरे को प्रतिकर्षित करेंगेC. एक-दूसरे को न तो आकर्षित करेंगे और न ही प्रतिकर्षितD. इनमें से कोई नहीं।

Answer» Correct Answer - A
185.

एक आवेशित कण चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा में गति कर रहा है। कण पर लगने वाला चुम्बकीय बल-A. उसके वेग की दिशा में है।B. उसके वेग की विपरीत दिशा में है।C. उसके वेग के लम्बवत् है।D. शून्य है।

Answer» Correct Answer - D
186.

क्या आवेशित कण को एकसमान, चुंबकीय क्षेत्र में त्वरित क्रिया जा सकता है? क्या इसकी चाल बढ़ाई जा सकती है?

Answer» Correct Answer - हाँ, नहीं
187.

एक इलेक्टरॉन अनुप्रस्थ चुम्बकीय क्षेत्र B में v चाल से r त्रिज्या के वृत्ताकार पथ पर गति कर रहा है । इसके लिए `e/m` होगा -A. `v/(Br)`B. `B/(rv)`C. BvrD. `(vr)/B`

Answer» Correct Answer - A
188.

आदर्श वोल्टमीटर का प्रतिरोध होता है ।A. शून्यB. अति लघुC. अत्याधिकD. अनन्त ।

Answer» Correct Answer - D
189.

क्या होगा यदि वोल्टमीटर को परिपथ के श्रेणी क्रम में जोड दें ?

Answer» यदि वोल्टमीटर को परिपथ के श्रेणी क्रम में जोड़ दें तो परिपथ में धारा का मान बहुत कम होगा क्योंकि बोल्टमीटर का प्रतिरोध बहुत अधिक होता है।
190.

धाराबाही वृत्तीय कुण्डली के केन्द्र पर उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र होता है-A. कुण्डली के तल मेंB. कुण्डली के तल के लम्बवत्C. कुण्डली के तल से 45° परD. कुण्डली के तल से 135° पर ।

Answer» Correct Answer - B
191.

एक अचर चुंबकीय क्षेत्र के प्रभाव में एक आवेशित कण त्रिज्या R के वृत्त में स्थिर चाल v से चल रही है इस चालान का समय अंतराल -A. v पर निर्भर करेगा और R पर नहींB. R और v दोनों पर निर्भर करेगा ।C. R और v दोनों के प्रभाव से मुक्त रहेगाD. R पर निर्भर करेगा और v पर नहीं ।

Answer» Correct Answer - C
192.

एक प्रोटोन ( e )तथा एक इलेक्ट्रान `(vece)` समान संवेग से एकसमान चुंबकीय क्षेत्र में प्रवेश करते हैं-A. दोनों अविचलित रहते हैंB. इलेक्ट्रान का पथ अधिक वक्रीय होगाC. प्रोटोन का पथ अधिक वक्रीय होगाD. दोनों का पथ समान वक्रीय होगा

Answer» Correct Answer - D
193.

एक ऐम्पियर की क्षमता वाले अमीटर का प्रतिरोध `0*9` ओम है इसके साथ किस प्रतिरोध के शण्ट का उपयोग किया जाए जिससे उसकी क्षमता 10 ऐम्पियर हो जाये ?

Answer» Correct Answer - `1*1Omega` (शण्ट),
`I_(g)=1A,R_(g)=0*9Omega,I=10A`
`I_(g)=(SI)/(R_(g)+S)`
`1=(Sxx10)/(0*9+S)` या `0*9+S=10S`
या `9S=0*9`
या `S=0*Omega`
194.

एक अमीटर 1 ऐम्पियर तक की धारा को मापता है इसका प्रतिरोध `0*81` ओम है । अमीटर का परास 10 ऐम्पियर तक बढ़ाने के लिए आवश्यक शंट प्रतिरोध होगा -A. `0*03` ओमB. `0*3` ओमC. `0*9` ओमD. `0*09` ओम

Answer» Correct Answer - D
195.

जब प्रतिरोध G का धारामापी, निम्न प्रतिरोध के शण्ट S के साथ संयोजित किया जाता है प्रभावी प्रतिरोध `R_(eff)=(GS)/(G+S)` है यदि इस धारामापी से धारा प्रवाहित की जाती है तो धारा का अधिकतम भाग शण्ट से होकर एवं शेष भाग धारामापी से होकर प्रवाहित होता है अर्थात धारा स्वयं को स्वतः ही प्रतिरोध के व्युत्क्रम में विभक्त कर लेती है उपरोक्त अनुच्छेद को पढ़कर निम्न प्रश्नो के उत्तर दीजिए - (i) शण्ट से जुड़े धारामापी का प्रतिरोध शण्ट से कम क्यों होता है ? (ii) एक `30Omega` प्रतिरोध के धारामापी को `3Omega` के शण्ट के साथ जोड़ने पर मुख्या धारा कितना भाग (i) गैल्वेनोमीटर (ii) शण्ट से होकर प्रवाहित होगा । (iii) उपरोक्त अनुच्छेद से आप किन मानव मूल्यों को सीखते है ?

Answer» (i) शण्ट निम्न प्रतिरोध का होता है जिसे धारामापी के साथ समान्तर क्रम में जोड़ते है जिससे उनके संयोजित से शण्ट से जुड़े धारामापी का प्रतिरोध शण्ट के प्रतिरोध से कम जाता है ।
(ii) माना I कुल धारा है तथा G प्रतिरोध के धारामापी से प्रवाहित धारा `I_(g)` व शण्ट से प्रवाहित धारा `I_(s)` है चूँकि धारा स्वतः ही प्रतिरोध के व्युत्क्रमानुपाती में विभक्त हो जाती है अतः
धारामापी से प्रवाहित का मान
`(I_(g))/(I)=(S)/(G+S)=(3)/(30+3)=(1)/(11)`
शण्ट से प्रवाहित धारा का भाग
`(I_(s))/(I)=(S)/(G+S)=(30)/(30+3)=(10)/(11)`.
(iii) धारा स्वतः ही प्रतिरोध के व्यत्क्रम में विभक्त से होकर गुजरती है इसी प्रकार में सफलता प्राप्ति हेतु अथवा आगे बढ़ने के लिए सदैव उस मार्ग का चयन करते है जिसमे लक्ष्य को प्राप्त करने में कम बाधा उत्पन्न होती है क्योकि ऐसा करने पर उसकी ऊर्जा व समय दोनों की बचत होती है और वह अपने लक्ष्य को प्राप्त कर लेता है
196.

यदि एक इलेक्ट्रॉन व् प्रोटॉन जिनके संवेग सामान है एक चुंबकीय क्षेत्र में लम्बवत प्रवेश करते है तो -A. इलेक्ट्रॉन व प्रोटॉन का वक्र पथ समान होगाB. दोनों अविक्षेपित होंगेC. इलेक्ट्रॉन का पथ अधिक वक्रीय होगाD. प्रोटॉन का पथ अधिक वक्रीय होगा

Answer» Correct Answer - A
197.

एक वृत्तीय कुण्डली में बहने वाली धारा को दुगुना करने तथा इसमें फेरों की संख्या आधी करने पर इसके केन्द्र पर चुम्बकीय क्षेत्र का मान होगा-A. दुगुनाB. आधाC. अपरिवर्तितD. चौगुना।

Answer» Correct Answer - C
198.

यदि अमीटर को किसी परिपथ में समान्तर क्रम में जोड़ दिया जाये तो क्या होगा ?

Answer» यदि अमीटर को किसी परिपथ में समान्तर क्रम में जोड़ दिया जाये तो प्रतिरोध कम होने के कारण उसमें अत्यधिक धारा बहेगी जिससे उसका संकेतक अत्यधिक विक्षेप के कारण टूट सकता है या कुण्डली जल सकती है।
199.

एक आदर्श वोल्टमीटर का प्रतिरोध कितना होना चाहिए और क्यों ?

Answer» एक आदर्श वोल्टमीटर का प्रतिरोध अनन्त होना चाहिए। वोल्टमीटर को विद्युत् परिपथ में समान्तर क्रम में जोड़ा जाता है। यदि वोल्टमीटर का प्रतिरोध अत्यधिक है तो उसमें से होकर नगण्य धारा प्रवाहित होगी। अत: मुख्य परिपथ में प्रवाहित होने वाली धारा में कोई उल्लेखनीय परिवर्तन नहीं होगा।
200.

यदि अमीटर को किसी परिपथ में समान्तर क्रम में लगा दिया जाए तो क्या होगा ? आदर्श अमीटर का प्रतिरोध कितना होना चाहिए ?

Answer» यदि अमीटर को किसी परिपथ में समानांतर क्रम में लगा दिया जाए प्रतिरोध कम होने के कारण उसमे अत्यधिक धारा बहेगी जिससे उसका संकेतक अत्यधिक विक्षेप के कारण टूट सकता है या कुण्डली जल सकती है आदर्श अमीटर का प्रतिरोध शून्य होना चाहिए ।