InterviewSolution
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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 1. |
हाइड्रेज़ीन व `H_(2)O_(2)` का Cu(II) के साथ मिश्रण रॉकेट में ईंधन की भाँति प्रयुक्त होता है। क्यों? |
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Answer» हाइड्रेज़ीन व `H_(2)O_(2)` की क्रिया अत्यधिक ऊष्माक्षेपी होती है। `NH_(2)NH_(2)+2H_(2)O_(2)overset("Cu(II)")rarrN_(2)uarr+4H_(2)Ouarr,DeltaH=-q` |
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| 2. |
निम्नलिखित में से कौन -सा कथन असत्य है ?A. `H_(2)O_(2)` एक ऑक्सीकारक की भॉंति कार्य कर सकता हैB. `H_(2)O_(2)` एक अपचायक की भॉंति कार्य कर सकता हैC. `H_(2)O_(2)` अम्लीय गुण दर्शाता हैD. `H_(2)O_(2)` क्षारीय गुण दर्शाता है |
| Answer» Correct Answer - d | |
| 3. |
निम्नलिखित से कौन-सा तथ्य सही नहीं है?A. `H_(2)O_(2),Fe(II)` को `Fe(III)` में ऑक्सीकृत करता हैB. `H_(2)O_(2)`, तनु `H_(2)SO_(4)` के वैघुत-अपघटन के द्वारा बनाया जा सकता हैC. `H_(2)O_(2), Mn(VII)` को Mn(II) में अपचयित करता हैD. `H_(2)O_(2)` एक दुर्बल बेस होता है |
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Answer» Correct Answer - D `H_(2)O_(2)` दुर्बल अम्ल होता है। |
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| 4. |
`H_(2)O_(2)` के सन्दर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन असत्य है?A. इसका संग्रहण प्लास्टिक या मोम की परत लगी गाढ़े रंग की बोतलों में किया जाता है।B. इसे धूल से दूर रखा जाता हैC. यह केवल ऑक्सीकारक की तरह व्यवहार करता हैD. यह प्रकाश के सम्पर्क में आने पर विघटित हो जाता है |
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Answer» Correct Answer - C `H_(2)O_(2)` ऑक्सीकारक तथा अपचायक दोनों की तरह कार्य करता है। |
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| 5. |
निम्नलिखित में से ` H_(2)O_(2)` को सही संरचना कौन -सा है ?A. B. C. D. |
| Answer» Correct Answer - b | |
| 6. |
` 1.5 N H_(2) O_(2)` विलयन की आयतन शक्ति है -A. 4.8B. `8.4`C. `3.0`D. `8.0` |
| Answer» Correct Answer - b | |
| 7. |
बोरियम परॉक्साइड से `H_(2)O_(2)` को बनाने के लिए सल्फ्यूरिक अम्ल के स्थान पर फॉस्फोरिक अम्ल को प्राथमिकता देते है। क्यों? |
| Answer» बनने वाली `H_(2)O_(2)` के अपघटन में `H_(2)SO_(4)` उत्प्रेरक का कार्य करता है, इसलिए `H_(2)SO_(4)` के स्थान पर फॉस्फोरिक अम्ल के प्रयोग को प्राथमिकता दी जाती है। साथ ही `BaO_(2)` पर `BaSO_(4)` की पर्त जम जाती है, अतः इसकी क्रियाशीलता घट जाती है। | |
| 8. |
औधोगिक 10 आयतन `H_(2) O_(2)` विलयन की सान्द्रता है :A. `30%`B. `10%`C. `3%`D. `1%` |
| Answer» Correct Answer - c | |
| 9. |
20 आयतनं वाले `H_(2)O_(2)` विलयन की सान्द्रता प्रतिशत में ज्ञात करो। |
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Answer» `underset("= 68 ग्राम")underset("2 मोल")(2H_(2)O_(2))rarr2H_(2)O+underset("22400 मिली (N.T.P. पर)")underset("1 मोल")(O_(2))` `because N.T.P` पर 22400 मिली `O_(2)` प्राप्त होती है = 68 ग्राम `H_(2)O_(2)` से `therefore` N.T.P. पर 20 मिली `O_(2)` प्राप्त होगी `=(68xx20)/(22400)` ग्राम `H_(2)O_(2)` से ग्राम से = 0.0607 ग्राम `H_(2)O_(2)` से `because` 1 मिली विलयन में उपस्थित `H_(2)O_(2)` की मात्रा =0.0607 ग्राम `therefore` 100 मिली विलयन में उपस्थित `H_(2)O_(2)` की मात्रा `=0.0607xx100=6.07%` |
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| 10. |
हाइड्रोजन परॉक्साइड के द्वारा काले पुराने तेल चित्रों को पुनः सफेद करते है। इसमें निम्नलिखित अभिक्रिया होती है:A. `PbS+4H_(2)O_(2)rarrPbSO_(4)+4H_(2)O`B. `PbS+H_(2)O_(2)rarrPbO_(2)+H_(2)S`C. `H_(2)S+H_(2)O_(2)rarr2H_(2)O+S`D. `Na_(3)AsO_(3)+H_(2)O_(2)rarrNa_(3)AsO_(4)+H_(2)O` |
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Answer» Correct Answer - A `H_(2)O_(2)` द्वारा काले PbS का ऑक्सीकारक सफेद `PbSO_(4)` में हो जाता है। |
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| 11. |
18 आयतन हाइड्रोजन परॉक्साइड की नॉर्मलता ज्ञात कीजिए। |
| Answer» Correct Answer - 3.21 N | |
| 12. |
15 आयतन वाले `H_(2)O_(2)` की नॉर्मलता की गणना कीजिए। |
| Answer» Correct Answer - 2.68 N | |
| 13. |
`H_(2)O_(2)` ऑक्सीकारक तथा अपचायक दोनों के समान व्यवहार क्यों दर्शाती है ? |
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Answer» (i) `PbS+4H_(2)O_(2)rarrPbSO_(4)+4H_(2)O` `PbS+4O_(3)rarrPbSO_(4)+4O_(2)` (ii) `Na_(2)SO_(3)+H_(2)O_(2)rarrNa_(2)SO_(4)+H_(2)O` `Na_(2)SO_(3)+O_(3)rarrNa_(2)SO_(4)+O_(2)` |
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| 14. |
पुराने तैल चित्रों का रंग PbS बनने के कारण धीरे-धीरे काला पड़ जाता है, जो `H_(2)O_(2)` के प्रयोग से पुनः सफेद हो जाते है। क्यों? |
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Answer» `H_(2)O_(2)`, काले PbS को सफेद `PbSO_(4)` में बदल देता है। `underset("सफेद")(PbO)+H_(2)Srarrunderset("काला")(PbS)+H_(2)O`, `underset("काला")(PbS)+4H_(2)O_(2)rarrunderset("सफेद")(PbSO_(4))+4H_(2)O`, |
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| 15. |
`H_(2)O_(2)` के 1.5 N विलयन की सान्द्रता आयतन में ज्ञात करो। |
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Answer» `H_(2)O_(2)` विलयन के 1 लीटर में उपस्थित `H_(2)O_(2)=1.5` तुल्यांक `=1.5xx17` ग्राम =25.5 ग्राम N.T.P. पर-`2H_(2)O_(2)rarr2H_(2)O+O_(2)` `because` 68 ग्राम `H_(2)O_(2)` से प्राप्त होती है = 22400 मिली `O_(2)` `therefore` 25.5 ग्राम `H_(2)O_(2)` से प्राप्त होगी `=(22400xx25.5)/(68)` मिली `O_(2)` अब चूँकि 25.5 ग्राम 1 लीटर विलयन में है अतः 1 लीटर विलयन से प्राप्त होती है `=(22400xx25.5)/(68)` मिली `O_(2)` `therefore` 1 मिली विलयन से प्राप्त होगी `=(22400xx25.5xx1)/(68xx1000)` मिली `O_(2)` `therefore H_(2)O_(2)` का आयतन प्रतिशत = 8.4 |
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| 16. |
हाइड्रोजन परॉक्साइड का प्रयोग विरंजन कारक (bleaching agent ) के रूप में क्यों किया जाता है ? |
| Answer» इसकी ऑक्सीकारक प्रकृति के कारण | |
| 17. |
(a) 10 आयतन `H_(2)O_(2)` की मोलरता तथा नॉर्मलता ज्ञात करो। |
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Answer» दिया है- 1 मिली `H_(2)O_(2)` विलयन से प्राप्त होती है मिली `because 22400` मिली `O_(2)` प्राप्त होती है = 68 ग्राम `H_(2)O_(2)` से `therefore` 10 मिली `O_(2)` प्राप्त होगी `=(68xx10)/(22400)` ग्राम `H_(2)O_(2)` से `=(17)/(560)` ग्राम `H_(2)O_(2)` से अर्थात 1 मिली `H_(2)O_(2)` विलयन में `H_(2)O_(2)` की मात्रा `=(17)/(560)` ग्राम `=(17)/(560xx34)` मोल `therefore M=(H_(2)O_(2)"के मोल")/("विलयन का आयतन (लीटर में)")` `=(17)/(560xx34xx1//1000)=0.893M` `N=(H_(2)O_(2)"के तुल्यांक")/("विलयन का आयतन (लीटर में)")=(17)/(560xx1//1000xx17)` = 1.786 N |
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| 18. |
ऑक्सीकारक तथा अपचायक दोनों के समान कार्य करने वाला योगिक है -A. `KMnO_(4)`B. `H_(2)S`C. `BaO_(2)`D. `H_(2) O_(2)` |
| Answer» Correct Answer - d | |
| 19. |
हाइड्रोजन का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास हैलोजनो के विन्यास से किस प्रकर समानता दर्शाता है ? |
| Answer» स्थायी उत्कृष्ट गैस विन्यास से एक इलेक्ट्रान कम | |
| 20. |
यद्यपि ` D_(2)O,H_(2)O` के साथ रासायनिक समानता प्रदर्शित करता है परन्तु फिर भी यह एक विषैला ( हानिकारक ) पदार्थ है स्पष्ट कीजिए | |
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Answer» एन्ज़ाइम उत्प्रेरित अभिक्रियाओं में `D^(+)` आयनो की अभिक्रिया के वेग के कम होने के कारण `D_(2)O` हानिकारक (विषैला ) होता है | |
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| 21. |
हाइड्रोजन को आवर्त -सारणी में एक पृथक स्थान पर रखा जाना चाहिए | हाइड्रोजन सबसे हल्का तत्त्व है इसके संयोजी कोश में केवल एक इलेक्ट्रॉन उपस्थित होता है |A. यदि कथन तथा कारण दोनों सत्य है तथा कारण कथन का सही स्पष्टीकरण है |B. यदि कथन तथा कारण दोनों सत्य है तथा कारण कथन का सही स्पष्टीकरण नहीं है |C. यदि कथन सत्य है परन्तु कारण असत्य है |D. यदि कथन असत्य है परन्तु कारण सत्य है | |
| Answer» Correct Answer - b | |
| 22. |
`H_(2)O_(2)` की रंग विरंजन क्रिया का कारण स्पष्ट करो। |
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Answer» `H_(2)O_(2)` की विरंजन क्रिया इसके ऑक्सीकारक गुण के कारण है। `H_(2)O_(2)rarrH_(2)O+[O],` रंगीन पदार्थ `+[O] rarr` रंगहीन पदार्थ |
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| 23. |
परमाणु क्रमांक 17 तथा 20 युक्त तत्त्व हाइड्रोजन के साथ योगिक बनाते है | इन यौगिकों के सूत्र लिखिए तथा जल में इनके रासायनिक व्यवहार कि तुलना भी कीजिए | |
| Answer» Correct Answer - `HCl, CaH_(2)` | |
| 24. |
हाइड्रोजन ऑक्सीकारक का कार्य करती है जब इसकी अभिक्रिया करते है:A. `Cl_(2)` सेB. `N_(2)` सेC. `O_(2)` सेD. `Na` से |
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Answer» Correct Answer - D `2Na+H_(2)rarr2NaH`, Na का ऑक्सीकरण `Na^(+)` में होता है। |
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| 25. |
बहुत -से गुणों में हाइड्रोजन समूह 17 के हैलोजनो से साथ समानता प्रदर्शित करता है | हाइड्रोजन तथा हेलोजन दोनों में ही निकटतम अक्रिय गैस के विन्यास से एक इलेक्ट्रॉन कम होता है |A. यदि कथन तथा कारण दोनों सत्य है तथा कारण कथन का सही स्पष्टीकरण है |B. यदि कथन तथा कारण दोनों सत्य है तथा कारण कथन का सही स्पष्टीकरण नहीं है |C. यदि कथन सत्य है परन्तु कारण असत्य है |D. यदि कथन असत्य है परन्तु कारण सत्य है | |
| Answer» Correct Answer - a | |
| 26. |
`H_(2)O_(2)` क्वथनांक आशा से अधिक होता है। क्यों? |
| Answer» `H_(2)O_(2)` के अणु आन्तराअणुक हाइड्रोजन बन्ध द्वारा संगुणित रहते है। `H_(2)O_(2)` में जल से अधिक संगुणन होता है। इस कारण `H_(2)O_(2)` का क्वथनांक आशा से अधिक होता है। | |
| 27. |
जब गलित कैल्सियम हाइड्राइड का विघुत-अपघटन किया जाता है, तो हाइड्रोजन ऐनोड पर प्राप्त होती है। क्यों? |
| Answer» `CaH_(2)` के अन्दर हाइड्रोजन, `H^(-)` के रूप में रहता है। वैघुत-अपघटन करने पर `H^(-)` आयन ऑक्सीकृत होकर ऐनोड पर `H_(2)` को मुक्त करता है। | |
| 28. |
`H_(2)` के निर्माण की प्रयोगशाला विधि में शुद्ध जस्ते का प्रयोग नहीं करना चाहिए | शुद्ध जस्ता छिद्रित होता है तथा तीव्रता से `H_(2)SO_(4)` से क्रिया करता है |A. यदि कथन तथा कारण दोनों सत्य है तथा कारण कथन का सही स्पष्टीकरण है |B. यदि कथन तथा कारण दोनों सत्य है तथा कारण कथन का सही स्पष्टीकरण नहीं है |C. यदि कथन सत्य है परन्तु कारण असत्य है |D. यदि कथन असत्य है परन्तु कारण सत्य है | |
| Answer» Correct Answer - c | |
| 29. |
ड्राइहाइड्रोजन की प्रयोगशाला विधि में किस प्रकार के जस्ने (ज़िंक) का प्रयोग किया जाता है ? |
| Answer» Correct Answer - दानेदार जस्ता | |
| 30. |
हाइड्रोजन गैस को बनाने के लिए जल का वैघुत-अपघटन सदैव अम्ल `(H_(2)SO_(4))` या क्षार `(KOH)` की उपस्थिति में करते है। परन्तु फिर भी `SO_(4)^(2-)` या `K^(+)` आयनों का विसर्जन नहीं होता है। क्यों? |
| Answer» `SO_(4)^(2-)` आयन का विसर्जन विभव `OH^(-)` के विसर्जन विभव से अधिक होता है तथा `K^(+)` का विसर्जन विभव `H^(+)` से अधिक होता है। विसर्जन विभव जितना अधिक होता है, विसर्जित होने की प्रकृति उतनी ही कम होती है। | |
| 31. |
`H_(2)O_(2)` और `O_(3)` अभिक्रिया करके ऑक्सीजन बनाते है। एक मोल `O_(3)` से कितने मोल `O_(2)` प्राप्त होती है?A. 0.5B. 1C. 1.5D. 2 |
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Answer» Correct Answer - D `H_(2)O_(2)+underset("1 मोल")(O_(3))rarrH_(2)O+underset("2 मोल")(2O_(2))` |
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| 32. |
तनु `H_(2)O_(2)` को सान्द्रित करने के लिए इसे गर्म नहीं किया जाता है क्यों? |
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Answer» चूँकि गर्म करने पर `H_(2)O_(2), H_(2)O` में विघटित हो जाता है। `H_(2)O_(2)rarrH_(2)O+(1)/(2)O_(2)` |
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| 33. |
डाइहाइड्रोजन के निर्माण की प्रयोगशाला विधि में शुद्ध जस्ते का प्रयोग नहीं किया जाता अपितु इसके स्थान पर दानेदार जस्ते को प्रोयग में लाया जाता है , क्यों ? |
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Answer» दानेदार जस्ता छिद्रित होता है तथा इनमे उपस्थित अशुद्धियाँ विधुतरासयनिक युग्म बनाकर अभिक्रया को तीव्र कर देता है | |
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| 34. |
O-O बन्ध उपस्थिति है:A. `MnO_(2)` मेंB. `PbO_(2)` मेंC. `BaO_(2)` मेंD. `SnO_(2)` में |
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Answer» Correct Answer - C यह बन्ध पराक्साइडो `(BaO_(2))` में होता है। |
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| 35. |
जल के एक अणुओ के एकत्रीकरण (aggregation ) के लिए कौन -से बल उत्तरदायी होते है ? |
| Answer» Correct Answer - हाइड्रोजन आबन्ध | |
| 36. |
`H_(2)O_(2)` एक द्विभास्मिक अम्ल है, किन अभिक्रियाओं के द्वारा सिद्ध करोगे? |
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Answer» `H_(2)O_(2)` क्षार से क्रिया करके दो लवण बनता है जो सिद्ध करता है कि यह एक द्विभास्मिक अम्ल है। `H_(2)O_(2)underset(-H_(2)O)overset(NaOH)rarrNaHO_(2)underset(-H_(2)O)overset(NaOH)rarrNa_(2)O_(2)` |
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| 37. |
डाइहाइड्रोजन की अभिक्रियाशीलता के पदों में H-H बंध की उच्च एन्थैल्पी के परिणामो की विवेचना कीजिए। |
| Answer» H-H बन्ध की बन्ध ऊर्जा उच्च होने के कारण `H_(2)` आसानी से क्रिया नहीं करती है। | |
| 38. |
ड्राइ हाइड्रोजन की अभिक्रियाशीलता के सन्दर्भ में H-H बन्ध की उच्च एन्थैल्पी के परिणामो की विवेचना कीजिए | |
| Answer» H-H बन्ध की उच्च एन्थैल्पी `( 435.88 KJ mol ^(-1))` के कारण ड्राइहाइड्रोजन सामान्य तापमान पर अधिक क्रियाशील नहीं है | लेकिन उच्च ताप अथवा उत्प्रेरक की उपस्थिति में यह अधिक क्रियाशील हो जाती है तथा अनेक तत्त्वों के साथ बड़ी संख्या में यौगिक का निर्माण करती है | | |
| 39. |
संरचना एवं रासायनिक अभिक्रिया के आधार पर बताइए कि इलेक्ट्रॉन न्यून हाइड्राइडो के कौन-कौन से अभिलक्षण होते है ? |
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Answer» (i) इलेक्ट्रॉन न्यून हाइड्राइडो (electron-deficient hydrides) के पास इतने इलेक्ट्रॉन नहीं होते कि वह सामान्य सह-संयोजक बन्ध (Covalent bond ) बना सके | इसलिए इलेक्ट्रॉन कि कमी को पूरा करने के लिये ये बहुलक अवस्था में पाये जाते है जैसे , `B_(2)H_(6), B_(4) H_(10), (AlH_(3))_(n) ` इत्यादि | (ii) इलेक्ट्रॉनों कि कमी के कारण इलेक्ट्रॉन न्यून हाइड्राइड लुईस अम्लों कि तरह व्यवहार करते है और लुईस बेस के साथ जतलो (Complexes) का निर्माण करते है | `underset("(a Lewis acid)")underset("deficient hydride")underset("electron ")underset("Diborane")(B_(2)H_(6)) + underset("(a Lewis base)")underset("Ammonia") overset(". .")(2NH_(3)) to underset("Diammoniate diborane")(B_(2) H_(6) *2NH_(3))` (iii) एलेक्ट्रॉनों की कमी की कारण इलेक्ट्रॉन न्यून हाइड्राइडस बहुत अधिक अभिक्रियाशील होते है और अनेक धातुओ ,अधातुओ और यौगिकों के साथ अभिक्रिया करते है | जैसे - `B_(2)H_(6) + 6Cl_(2) to 2BCl_(3) + 6HCl` `B_(2) H_(6) + 3O_(2) to B_(2) O_(3) + H_(2)O` `B_(2) H_(6) +HCl overset(AlCl_(3))(to)B_(2)H_(5) Cl + H_(2)` ` B_(2) H_(6) + 2KOH + 2H_(2)O to 2KBO_(3) + 6H_(2)` |
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| 40. |
कठोर जल के एक नमूने को ऋणायन विनियम कॉलम पर प्रवाहित किया गया। प्राप्त जल क्या साबुन के साथ झाग देगा? उत्तर को स्पष्ट भी कीजिए। |
| Answer» नहीं, क्योकि कठोरता के लिए उत्तरदायी आयन `Ca^(2+)` व `Mg^(2+)` जल में उपस्थित है जो साबुन के ऋणायन के साथ अविलेय यौगिक बनाते है। | |
| 41. |
जल के एक अणु के द्वारा कितने हाइड्रोजन बन्ध बन सकते है ? |
| Answer» Correct Answer - चार | |
| 42. |
कठोर जल, साबुन के साथ झाग क्यों नहीं देता है? |
| Answer» क्योकि `Ca^(2+)` तथा `Mg^(2+)` साबुन के ऋणायन, `RCOO^(-)` के साथ अविलेय लवण बनाते है। | |
| 43. |
जल के एक अणु की आकृति कैसी है? |
| Answer» कोणीय या V के समान | |
| 44. |
कार्बनिक यौगिकों से जल की न्यून मात्रा को पृथक करने की लिए सामान्यतः आयनिक हाइड्राइडो का प्रयोग क्यों किया जाता है ? |
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Answer» `H^(-)` प्रबल ब्रांस्टेड क्षारक होने के कारण `H_(2)O` से शीघ्रता से क्रिया करके गैस उत्पन्न करता है | `H^(-) (s) + H_(2)O(l) to H_(2)(g) + OH^(-) (aq)` |
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| 45. |
सैलाइन हाइड्राइडो की प्रकृति आयनिक होती है | सैलाइन हाइड्राइडो उन तत्त्वों के द्वारा निर्मित होते है , जिनकी विधुतऋणात्मकता का मान उच्च होता है |A. यदि कथन तथा कारण दोनों सत्य है तथा कारण कथन का सही स्पष्टीकरण है |B. यदि कथन तथा कारण दोनों सत्य है तथा कारण कथन का सही स्पष्टीकरण नहीं है |C. यदि कथन सत्य है परन्तु कारण असत्य है |D. यदि कथन असत्य है परन्तु कारण सत्य है | |
| Answer» Correct Answer - c | |
| 46. |
द्रव अवस्था में जल के अणु परस्पर बंधे होते है -A. द्विध्रुव -द्विध्रुव आकर्षण द्वाराB. हाइड्रोजन आबंधन द्वाराC. वांडर वाल्स बलों द्वाराD. इनमे से कोई नहीं |
| Answer» Correct Answer - b | |
| 47. |
जल स्थायी रूप में कठोर होता है जब इनमे उपस्थित होते है -A. Mg तथा Ca के क्लोराइड तथा सल्फेटB. Na तथा K के बाइकार्बोनेटC. Na तथा K के कार्बोनेटD. Na तथा K के फॉस्फेट |
| Answer» Correct Answer - a | |
| 48. |
लवणीय हाइड्राइड किस प्रकार कार्बनिक यौगिकों से अति सूक्ष्म जल कि मात्रा को हटा सकते है ? |
| Answer» लवणीय हाइड्राइड (जैसे - `NaH, CaH_(2))` कमरे के ताप पर जल से अभिक्रिया करके उनके हाइड्रॉक्साइड बनाते है तथा गैस निकालते है | इस गुण कि कारण इसका उपयोग कार्बनिक यौगिकों के जल कि अति सूक्ष्म मात्रा निकलने में किया जाता है | जिस कार्बनिक योगिक को शुद्ध करना होता है , उसे एक लवणीय हाइड्राइड के साथ आसवित किया जाता है | `H_(2)` वायुमण्डल में निष्कासित हो जाती है और धात्विक हाइड्राक्साइड फ्लास्क में शेष रह जाता है | जल रहित कार्बनिक योगिक आसवित हो जाता है | | |
| 49. |
निम्नलिखित में से कौन -से हाइड्राइडस अरससमीकरणमितीय (नॉन- स्टॉयशियोमितिट्रिक ) होते है ?A. सैलाइनB. धात्विकC. आणविकD. बहुलीकरण |
| Answer» Correct Answer - b | |
| 50. |
जल की अस्थायी कठोरता दूर करने के लिए इसमें चूना मिलाया जाता है। किन्तु यदि चूने की अधिक मात्रा मिला दी जाये तो इसमें पुनः अस्थायी कठोरता आ जाती है, क्यों? |
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Answer» चूना,अस्थायी कठोरता के लिए उत्तरदायी कैल्सियम बाइकार्बोनेट को अविलेय कार्बोनेट में परिवर्तित कर देता है जिसमे कठोरता दूर हो जाती है। `Ca(HCO_(3))_(2)+Ca(OH)_(2)rarr2CaCO_(3)darr+2H_(2)O` किन्तु यदि चूने का आधिक्य होता है तो यह वायुमण्डलीय को अवशोषित कर लेता है जिससे पुनः कैल्सियम बाइकार्बोनेट बन जाता है। `Ca(OH)_(2)+2CO_(2)rarrCa(HCO_(3))_(2)` |
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