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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.

1.

किसी वैधुत परिपथ में 2 ऐम्पियर की धारा 5 मिनट तक प्रवाहित करने पर सेल द्वारा 1200 जूल कार्य किया जाता है । सेल के विधुत वाहक बल बल की गणना कीजिए ।

Answer» `E = W/q = 1200/(2 xx 5 xx 60) = 2` वोल्ट |
2.

किसी वैधुत परिपथ में 3 ऐम्पियर की धारा 5 मिनट तक प्रवाहित करने में 1350 जूल कार्य करना पड़ता है । परिपथ में स्रोत का विधुत वाहक बल क्या है ?

Answer» Correct Answer - `1.5` वोल्ट |
3.

किसी वैधुत परिपथ में 3 ऐम्पियर की धारा 5 मिनट तक प्रवाहित करने में 1200 जूल कार्य करना पड़ता है । परिपथ में स्रोत का विधुत वाहक बल ज्ञात कीजिए ।

Answer» परिपथ में प्रवाहित वैधुत आवेश ` q = I xx t`.
प्रश्नानुसार , धारा i = 3 ऐम्पियर तथा समय t = 5 मिनट
` = 5 xx 60 ` सेकण्ड ।
`:. ` प्रवाहित वैधुत आवेश ` q = I t = 3 `ऐम्पियर ` xx ( 5 xx 60` सेकण्ड )
` = 900` कूलॉम |
विधुत वाहक बल E , प्रति एकांक आवेश को प्रवाहक करने में किये गये कार्य से मापा जाता है ।
`:. ` स्रोत का विधुत वाहक बल ` E - W/q = (1200"जूल ")/(900" कूलॉम") = 1.33` वोल्ट ।
4.

सही विकल्प छाँटिए : (a) धातुओं की मिश्र धातुओं की प्रतिरोधकता प्रायः उनकी अवयव धातुओं की अपेक्षा ( अधिक /कम ) होती है । (b) आमतौर पर मिश्र धातुओं के प्रतिरोध का ताप - गुणांक , शुद्ध धातुओं के प्रतिरोध के ताप - गुणांक से बहुत कम / अधिक होती है । (c ) मिश्र धातु मैंगनिन की प्रतिरोधकता ताप में वृद्धि के साथ लगभग ( स्वतंत्र है / तेजी से बढ़ती है ) । (d) किसी प्रारूपी विधुतरोधी (उदाहरणार्थ , अंबर ) की प्रतिरोधकता किसी धातु की प्रतिरोधकता की तुलना में `(10^(22)//10^(23))` कोटि के गुणक से बड़ी होती है ।

Answer» (a) अधिक होती है । (प्रतिरोधकता मिश्र धातु `gt` अवयव धातु )
(b) कम होता है । `(alpha _("मिश्र धातु ") lt alpha _("शुद्ध धातु "))`
(c ) स्वतंत्र है , क्योंकि मिश्र धातु मैंगनिन का प्रतिरोध ताप गुणांक नगण्य होता है ।
(d ) ` 10^(22)` गुना अधिक होती है ।
5.

एक विभवमापी के तार कि सम्पूर्ण लम्बाई 10 मीटर है । विभवमापी के तार में स्थित धारा प्रवाहित करने पर तार में विभव - प्रवणता `0.0025` वोल्ट प्रति सेमी प्राप्त होती है । गणना कीजिए : (i) `1.025` वोल्ट वाली प्रमाणिक सेल से जोड़ने पर अविक्षेप बिंदु की दूरी , (ii) अज्ञात विभवांतर , यदि अविक्षेप बिंदु 860 सेमी की दूरी पर आता हो तथा () इस यंत्र द्वारा कितना अधिकतम विभवांतर नापा जा सकता है ?

Answer» (i) 410 सेमी , (ii) `2.15` वोल्ट , (iii) `2.5` वोल्ट ।
6.

किसी विभवमापी के तार में प्राथमिक परिपथ द्वारा एक निश्चित विभव - प्रवणता स्थापित की गई है । द्वितीयक परिपथों में जुड़े एक मानक सेल (`1.018` वोल्ट ) तथा एक अज्ञात सेल के लिए संतुलन बिंदु क्रमश :`305.4` सेमी तथा 450 सेमी पर प्राप्त होते है । ज्ञात कीजिए : (i) विभवमापी के तार में विभव - प्रवणता तथा (ii) अज्ञात सेल का विधुत वाहक बल ।

Answer» (i) `1/300 ` वोल्ट /सेमी , (ii) `1.5` वोल्ट ।
7.

निम्नांकित परिपथों में धाराओं `i_(1),i_(2)` व` i_(3)` के मानों की गणना कीजिए ।

Answer» (a) `i_(1) = 1.2` ऐम्पियर , `i_(2) = - 0.3` ऐम्पियर , `i_(3) = 0.9` ऐम्पियर |
(b) `i_(1) = 0.6328` ऐम्पियर , `i_(2) = -0.3224` ऐम्पियर , `i_(3) = + 0.3104` ऐम्पियर ।
8.

क्या कारण है कि उच्च सामथर्य का विधुत हीटर मेंस में लगाने पर घर में जल रहे अन्य बल्बों को रौशनी कुछ मंद पद जाती है?

Answer» घर में विभिन्न बल्ब , हीटर , आदि परस्पर समांतर - क्रम में लगे होते है । हीटर में मेन्स से उच्च धारा प्रवाहित होती है , अतः मेन्स से आने वाली लाइनों में काफी विभव -पतन हो जाता है ।इससे बल्बों के सिरों पर उपलब्ध विभवांतर कम हो जाता है जिससे उनकी ज्योति मंद पड़ जाती है ।
9.

संलग्न परिपथ में किरचॉप के नियम से प्रत्येक प्रतिरोध में प्रवाहित धारा का मान ज्ञात कीजिए ।

Answer» `i_(1) = 8/19` ऐम्पियर `4 Omega` में , `i_(2) = - 3/19` ऐम्पियर `2 Omega` में तथा `(i_(1) + i_(2)) = 5/19 ` ऐम्पियर ` 5 Omega` में ।
10.

वैधुत परिपथ के लिये किरचॉप का प्रथम नियम किस राशि के संरक्षण पर आधारित है ?

Answer» Correct Answer - आवेश के ।
11.

प्रदर्शित चित्र में एक 4 वोल्ट की बैटरी `E_(1)` तथा एक परिवर्ती प्रतिरोध Rh विभवमापी के तार AB के श्रेणीक्रम में जुड़े है । विभवमापी के तार की लम्बाई 1 मीटर है | सेल `E_(2)` जिसका विधुत वाहक बल `1.5` वोल्ट है , का संबंध A एवं C से करने पर सेल से कोई धारा प्रवाहित नहीं होती है । AC की लम्बाई 60 सेमी है । ज्ञात कीजिए : (i) विभवमापी के सिरों A और B के बीच विभवांतर तथा (ii) AB तार पर 20 सेमी की दूरी पर स्थित दो बिन्दुओं के बीच विभवांतर ।

Answer» (i) `2.5` वोल्ट , (ii) `0.5` वोल्ट ।
12.

संलग्न चित्र में विभवमापी तार AB का प्रतिरोध `5 Omega` है तथा लम्बाई 10 मीटर है V_(AB) ज्ञात कीजिए ।

Answer» `V_(AB) = i R = (5"वोल्ट ")/(50 Omega) xx 5 Omega = 0.5` वोल्ट
`=(V_(AB))/l = (0.5"वोल्ट")/(10"मी ") = 0.05` वोल्ट /मीटर ।
13.

विभवमापी के दोनों सिरों के बीच एक निश्चित विभवान्तर है । दो सेले श्रेणीक्रम में इस प्रकार जोड़ी जाती है कि एक व्यवस्था में दोनों एक -दूसरे की सहायता करती है तथा दूसरी व्यवस्था में एक - दूसरे का विरोध करती है । इन संयोजनों का संतुलन विभवमापी तार पर क्रमश : 120 सेमी तथा 60 सेमी की लम्बाइयों पर होता है । दोनों सेलों के विधुत वाहक बलों में अनुपात है :

Answer» माना कि विभवमापी के तार की विभव - प्रवणता K वोल्ट / सेमी है और दोनों सेलों के विधुत वाहक बल `E_(1)` व `E_(2)` वोल्ट है । जब दोनों सेल एक -दूसरे की सहायता करते है तब परिणामी विधुत वाहक बल `(E_(1)+E_(2))` वोल्ट होगा । अतः
`E_(1) +E_(2) = K xx (120` सेमी ) ...(i)
जब दोनों सेल विरोध करते है तो परिणामी विधुत वाहक बल `(E_(1)-E)_(2))` वोल्ट होगा । अतः
` E_(1) - E_(2) = K xx (60` सेमी ) ......(ii)
समीकरण (i ) को समीकरण (ii ) से भाग करने पर
`(E_(1) +E_(2))/(E_(1)-E_(2)) = (120)/60 = 2/1`
अथवा ` E_(1) + E_(2) = 2 (E_(1) -E_(2))`
अथवा ` 3 E_(2) = E_(1)`
अतः विधुत वाहक बलों का अनुपात
` E_(1)/E_(2) = 3/1` .
14.

किसी विभवमापी के तार की लम्बाई 100 सेमी है तथा इसके सिरों के बीच कोई नियत विभवांतर बनाये रखा गया है । दो सेलों को श्रेणीक्रम में पहले - दूसरे की सहायता करते हुये तथा फिर एक - दूसरे की विपरीत दिशाओं में संयोजित किया गया है । इन दोनों प्रकरणों में शून्य विक्षेप स्थिति तार के धनात्मक सिरे से 50 सेमी तथा 10 सेमी दूरी पर प्राप्त होती है । दोनों सेलों के emf का अनुपात है :A. ` 5 : 1`B. ` 5 : 4`C. ` 3 : 4`D. `3 : 2`.

Answer» Correct Answer - D
विभवमापी में , ` E propto l`
` :. (E_(1)+E_(2))/(E_(1)-E_(2)) = 50/10 = 5/1`
अथवा ` E_(1)/E_(2) =(5+1)/(5-1) = 6/4 = 3/2`.
15.

दिये गये परिपथ में अज्ञात प्रतिरोध X तथा बैटरी से मिलने वाली धारा की गणना कीजिए , जब धारामापी में कोई धारा नहीं है । तार AB के प्रति एकांक लम्बाई का प्रतिरोध `0.01` ओम`" सेमी"^(-1)` है ।

Answer» व्हीटस्टोन - सेतु के सिद्धांत से
` X/4 = 60/40 " " :. X = 6 Omega`
60 सेमी लम्बे तार का प्रतिरोध ` = 60 xx 0.01 = 0.6 Omega , 40 ` लम्बे तार का प्रतिरोध ` = 40 xx 0.1 = 0.4 Omega`.
` R_(eq) = (R_(1) xx R_(2))/(R_(1)+R_(2)) = ((6 + 4)xx(0.6+0.4))/((6+4)+(0.6+0.4)) = 10/11`
`:. i = V/R_(eq) = 5/(5//11) = 5.5` ऐम्पियर |
16.

किसी दिये गये सेल का आंतरिक प्रतिरोध ज्ञात करने के लिये प्रयुक्त एक विभवमापी के तार की लम्बाई 4 मीटर है और इसके सिरों से जुड़ी मुख्य बैटरी का विधुत वाहक बल `2.0` वोल्ट है । बैटरी का आंतरिक प्रतिरोध नगण्य है । दिये गये सेल के सिरों पर जोड़े गये प्रतिरोधक R का प्रतिरोध (i) अनंत (ii)`9.5 Omega` रखने पर विभवमापी की संतुलन लम्बाइयाँ क्रमश : 3 मीटर तथा`2.85` मीटर है , तो सेल का आंतरिक प्रतिरोध होगा :A. `0.25 Omega`B. ` 0.95 Omega`C. ` 0.5 Omega`D. ` 0.75 Omega`.

Answer» Correct Answer - C
अज्ञात सेल का आंतरिक प्रतिरोध
`r = (l_(1)/l_(2) - 1) R = (3/(2.85) - 1) (9.5 Omega) = 0.5 Omega`.
17.

एक विभवमापी प्रयोग के दौरान पाया गया कि जब सेल के सिरों को विभवमापी तार के 52 सेमी लम्बाई के दोनों ओर जोड़ा जाता है तो धारामापी में धारा का कोई प्रवाह नहीं होता है । यदि सेल को `5 Omega`, प्रतिरोध द्वारा शंट कर दिया जाये तो सेल के सिरों को तार के 40 सेमी लम्बाई के दोनों ओर जोड़ने से संतुलन प्राप्त हो जाता है । सेल का आंतरिक प्रतिरोध होगा :A. ` 2 Omega`B. ` 2.5 Omega`C. ` 1 Omega`D. ` 1 . 5 Omega`.

Answer» Correct Answer - D
सूत्र का प्रयोग करने पर ` r = R (l_(1)/l_(2) - 1)`
` = 5(52/40 - 1) = (5 xx 12)/40 = 1.5 Omega`.
18.

दर्शाये गये चित्र में तार AB की लम्बाई `4.0` मीटर है । धारामापी के मुक्त सिरे को AB के किस बिंदु पर जोड़ना चाहिए जिससे धारामापी में अविक्षेप स्थिति प्राप्त हो ?

Answer» `l/(4-l) = 10/20 rArr l = 4/3 ` मी |
19.

एक मानक सेल का विधुत वाहक बल विभवमापी के 150 सेमी तार की लम्बाई पर संतुलित होता है । जब इस सेल को 2 ओम के प्रतिरोध से शंट कर दिया जाता है तो संतुलित बिंदु 100 सेमी लम्बाई पर मिलता है । सेल के आंतरिक प्रतिरोध का मान होगा :A. `0.1` ओमB. 1 ओमC. 2 ओमD. `0.5` ओम

Answer» Correct Answer - B
20.

एक मीटर - सेतु से `90 Omega` के मानक प्रतिरोध के साथ एक प्रयोग करते समय , जब जॉकी को तार के बाये सिरे से `40.0` सेमी पर दबाया जाता है , तब धारामापी पर शून्य विक्षेप प्रदर्शित होता है , जैसा चित्र में दिखाया गया है । मीटर - सेतु में प्रयुक्त पैमाने की अल्पतमांक ( least count ) 1 मिमी है । अज्ञात प्रतिरोध का मान है : A. `60 pm 0.15 Omega`B. ` 135 pm 0.56 Omega`C. ` 60 pm 0.25 Omega`D. ` 135 pm 0.23 Omega`

Answer» Correct Answer - C
सेतु के संतुलन के लिये ,
`R/90 = l/((100 - l)) = (40.0)/(100 - 40.0)`
` R = 90 xx (40.0)/(60.0) = 60.0 Omega`
` (dR)/R = l/(100 - l) `
`(dR)/R = (Delta l)/l + (Delta l)/(100 - l) = (0.1)/40 + (0.1)/60`
` dR = 60 ((0.1)/40) + 60 ((0.1)/60)`
` = 0.15 + 0.1 = 0.25 Omega`
अतः `R = (60 pm 0.25) Omega`.
21.

दिये गये परिपथ में ज्ञात कीजिए : (i) बिंदु A का विभव , (ii) बिंदु D का विभव तथा (iii) 10 V की बैटरी के सिरों पर लगाये गये वोल्टमीटर की माप ।

Answer» Correct Answer - (i) 4 वोल्ट , (ii) `-0.5` वोल्ट , (iii) 11 वोल्ट |
परिपथ में वैधुत धारा
` I = (16 - 10)/6 = 1` ऐम्पियर |
22.

किसी ताम्बे के चालक में मुक्त इलेक्ट्रॉनों का संख्या घनत्व `8.5 xx 10^(28) "मी "^(-3)` है । 3 मीटर लम्बे तार के एक सिरे से दूसरे सिरे तक अपवाह करने में इलेक्ट्रॉन कितना समय लेता है ? तार की अनुप्रस्थ - काट `2.0 xx 10^(-6)"मी"^(2)` है और इसमें `3.0` ऐम्पियर धारा प्रवाहित हो रही है ।

Answer» तारा में धारा , ` I = n e A u_(d)`
यहाँ ` n = 8.5 xx 10^(28) "मीटर "^(-3), e = 1.6 xx 10^(-19) C`,
`i = 3.0 A, A = 2.0 xx 10^(-6)"मीटर"^(2), l = 3.0` मीटर
`:. ` अपवाह वेग ,
`u_(d) = i/(n e A) `
`= 3.0/(8.5 xx 10^(28) xx 1.6 xx 10^(-19) xx 2.0 xx 10^(-6))`
` = 1.1 xx 10^(-4)` मीटर / सेकण्ड
समय, `t=l/u_(d) = 3.0/(1.1xx10^(-4))`
` = 2.72 xx 10^(4)` सेकण्ड
= 7 घण्टे 33 मिनट
23.

`6.08`वोल्ट की एक बैटरी ` 1.5` ओम प्रतिरोध वाले बिजली के बल्ब में `4.0` ऐम्पियर की धारा भेज रही है । ज्ञात कीजिए : (i) बल्ब के सिरों p व Q के बीच विभवान्तर, (ii) बैटरी के टर्मिनलों A व B के बीच विभवान्तर तथा (iii) बैटरी का आंतरिक प्रतिरोध r ।

Answer» (i) बल्ब का प्रतिरोध `1.5` ओम है तथा इसमें धारा `I = 4.0` ऐम्पियर है । अतःइसके सिरों p व Q के बीच वैधुत विभवान्तर ` V_(PQ) = I R = 4.0` ऐम्पियर `xx 1.5 ` ओम = 6.0 वोल्ट|
(ii) चूँकि बैटरी के टर्मिनल A व B , सीधे बल्ब के सिरों P व Q से जुड़े है , अतः इनके बीच भी उतना ही विभवान्तर होगा अर्थात `V_(AB) = V_(PQ) = 6.0` वोल्ट |
(iii) बैटरी के आंतरिक प्रतिरोध में विभव - पतन i r है । यदि बैटरी का विधुत वाहक बल E हो , तब इसके सिरों के बीच उपलब्ध विभवान्तर `V_(AB) = E - i r`
`:. ` बैटरी का आंतरिक प्रतिरोध
`r = (E - V_(AB))/i = ((6.08 - 6.0)"वोल्ट ")/(4.0 "ऐम्पियर ") = 0.02` ओम |
24.

एक सेल से `0.5` ऐम्पियर धारा लेने पर उसका विभवान्तर `1.8` वोल्ट तथा `1.0`ऐम्पियर धारा लेने पर `1.6` वोल्ट हो जाता है । सेल का आंतरिक प्रतिरोध तथा विधुत वाहक बल ज्ञात कीजिए |

Answer» माना की बैटरी का विधुत वाहक बल E वोल्ट तथा आंतरिक प्रतिरोध r ओम है । जब इससे i ऐम्पियर की धारा ली जाती है तो इसके भीतर i r वोल्ट का विभव -पतन हो जाता है । अतः बैटरी के टर्मिनलों के बीच विभवान्तर
`V = E - I r`.
प्रश्नानुसार , जब `i= 0.5 ` ऐम्पियर तब `V = 1.6` वोल्ट |
` :. 1.8 = E - 0 .5 r`
अथवा ` E = 1.8 + 0.5` r ......(i)
इस प्रकार , जब `i = 1.0` ऐम्पियर तब ` V = 1.6` वोल्ट |
अतः ` E = 1.6 + 1.0 ` r . (ii)
समीकरण (i) व (ii) को हल करने पर
आंतरिक प्रतिरोध `r = 0.4` ओम तथा विधुत वाहक बल `E = 2.0`वोल्ट |
25.

विभवमापी की कार्यविधि का सिद्धांत लिखिए। विभव प्रवणता की परिभाषा लिखिए एवं इसका मात्रक लिखिए।

Answer» एकसमान परिच्छेद के तार में , जिसमें नियत धारा बह रही हो , तार के किसी भी भाग के सिरों के बीच विभवांतर , उस भाग की लम्बाई के अनुक्रमानुपाती होता है ।
26.

निम्नलिखित प्रश्नो के उत्तर दीजिए : (a) किसी असमान अनुप्रस्थ काट वाले धात्विक चालक से एकसमान धारा प्रवाहित होती है । निम्नलिखित में से चालक में कौन -सी अचर रहती है - धारा , धारा घनत्व , विधुत क्षेत्र , अपवाह चाल ? (b) क्या सभी परिपथीय अवयवों के लिए ओम का नियम सार्वत्रिक रूप से लागू होता है ? यदि नही , तो उन अवयवों के उदाहरण दीजिए जो ओम के नियम का पालन नहीं करते । (c ) किसी निम्न वोल्टता सम्भरण जिससे उच्च धारा देनी होती है , का आंतरिक प्रतिरोध बहुत कम होना चाहिए ,क्यों ? (d ) किसी उच्च विभव [H.T.] संभरण, मान लीजिए 6 किलोवोल्ट , का आंतरिक प्रतिरोध अत्यधिक होना चाहिए , क्यों ?

Answer» (a) धारा अचर रहती है क्योंकि यह राशि चालक के अनुप्रस्थ काट के क्षेत्रफल पर निर्भर नहीं करती है ।
(b) सभी परिपथीय अवयवों के लिए ओम का नियम लागू नहीं होता है । यह नियम सभी चालकीय परिपथों `(Cu , Al , Ag ` इत्यादि ) पर लागू होता है , परन्तु अर्द्ध - चालकों , वैधुत अपघटय , ट्रॉजिस्टर , थरमोस्टर आदि पर लागू नहीं होता है ।
(c ) वोल्टता संभरण से प्राप्त धारा उच्च होगी , यदि आंतरिक प्रतिरोध का मान न्यूनतम हो ।
(d) उच्च विभव संभरण का आंतरिक प्रतिरोध अधिक होना चाहिए , क्योंकि यदि इसे परिपथ से अलग कर दिया जाए तो उच्च विभव संभरण लघुपथित होकर नष्ट हो जाएगा , परन्तु आंतरिक प्रतिरोध अधिक होने पर धारा का मान कम होने से परिपथ नष्ट नहीं होगा ।
27.

किसी सेल के श्रेणीक्रम में जुड़े प्रतिरोध का मान आधा कर देने पर वैधुत धारा का मान ठीक दोगुना न होकर दोगुने से कम रह जाता है , क्यों ?

Answer» सेल के आंतरिक प्रतिरोध r के कारण ,`i=E//(R+r),R` के स्थान पर R/2 कर देने पर वैधुत धारा का मान 2 i से कुछ कम आयेगा ।
28.

दो ( अथवा अधिक ) एक - सी सेलो को पहले श्रेणीक्रम में जोड़कर एक बाह्य प्रतिरोध R में वैधुत धारा परवाहित की जाती है और फिर उन्हीं सेलों को परस्पर समांतर -क्रम में जोड़कर उसी बाह्य प्रतिरोध R में वैधुत धारा प्रवाहित की जाती है । यदि दोनों परिस्थितियों में वैधुत धारा का मान बराबर हो, तो R एवं r में संबंध ज्ञात कीजिए , जहाँ r एक सेल का आंतरिक प्रतिरोध है ।

Answer» n सेलों को श्रेणीक्रम में जोड़ने पर , वैधुत धारा
` I = (n E)/(R + r n) ` …(i)
समांतर - क्रम में जोड़ने पर वैधुत धारा
`I = E/(R+r/n) = (n E)/(n R + r) ` ….(ii)
समीकरण (i ) व (ii ) की तुलना करने पर R = r .
29.

सेल के आंतरिक प्रतिरोध से आप क्या समझते है ? किन परिस्थितियों में किसी सेल का विo वाo बल तथा टर्मिनल विभवांतर समान होगा ?

Answer» जब धारा i अथवा आंतरिक प्रतिरोध का मान शून्य हो तब E = V .
30.

निम्न चित्र में AB , `10 Omega` प्रतिरोध का 1 मीटर लम्बा , समरूप तार है । शेष आँकड़े चित्र में प्रदर्शित है । ज्ञात कीजिये : (i) तार AB की विभव - प्रवणता तथा (ii) अविक्षेप स्थिति में तार AO की लम्बाई ।

Answer» (i) प्राथमिक परिपथ का कुल प्रतिरोध `10 Omega + 15 Omega = 25 Omega` है तथा विधुत वाहक बल 2 वोल्ट है । अतः तार AB में वैधुत धारा
` I = (2"वोल्ट ")/(25"ओम ") = 0.08` ऐम्पियर |
तार AB के सिरों के बीच विभवांतर = धारा `xx` तार का प्रतिरोध
` = 0.08` ऐम्पियर `xx 10` ओम
= 0.8 वोल्ट |
`:. "विभव - प्रवणता K " = ("विभवांतर (V )")/("लम्बाई (l )") `
` = (0.8"वोल्ट ")/(1.0"मीटर ") = 0.8` वोल्ट / मीटर |
(ii) द्वितीयक परिपथ का प्रतिरोध ` R = 1.2 Omega + 0.3 Omega = 1.5 Omega` है तथा विधुत वाहक बल `E = 1.5` वोल्ट है । अतः परिपथ में वैधुत धारा
` i = E/R = (1.5"वोल्ट ")/(1.5"ओम ") = 1.0 `ऐम्पियर |
`0.3 Omega ` प्रतिरोध में यही धारा है । अतः `0.3 Omega` के सिरों के बीच विभवांतर = धारा `xx`प्रतिरोध ` = 1.0 xx 0.3 = 0.3` वोल्ट । अविक्षेप स्थिति में बिन्दुओ A व O के बीच यही विभवांतर `0.3` वोल्ट होगा ।
अब विभवांतर = विभव - प्रवणता `xx` तार AO के लम्बाई
`:. ` AO की लम्बाई` = ("विभवान्तर") / ("विभव - प्रवणता ") = = (0.3"वोल्ट ")/(0.8 "वोल्ट //मीटर ")`
= 0.375 मीटर
= 37.5 सेमी |
31.

यदि सेलों के संयोजन में `R_(1)` तथा `R_(2)` क्रमश : कुल आंतरिक तथा कुल बाह्य प्रतिरोध हों , तो सेलों का श्रेणीक्रम संयोजन उपयोगी होता है जब :A. `R_(1) gt R_(2)`B. `R_(1) lt R_(2)`C. `R_(1) = R_(2)`D. इनमे से कोई नहीं ।

Answer» Correct Answer - B
32.

`E_(1)` एवं `E_(2)` विo वाo बo वाले दो सेल `(E_(1) gt E_(2))` चित्रानुसार जुड़े है । जब विभवमापी A व b के बीच जुड़ा हो तब विभवमापी तार की संतुलित लम्बाई = 300 सेमी है । जब समान विभवमापी A व C के बीच जुड़ा हो तब संतुलित लम्बाई 100 सेमी है । `E_(1)` व `E_(2)` के अनुपात की गणना करे ।

Answer» माना विभवमापी के तार के अनुदिश विभव - प्रवणता K है । बिन्दुओ A व B के बीच विधुत वाहक बल `E_(1)` है , तथा बिन्दुओ A व C के बीच `E_(1) - E_(2)` है । तब
` E_(1) = K xx 300` सेमी ….(i)
तथा `E_(1) - E_(2) = K xx 100` सेमी ……(ii)
माना विभवमापी को बिन्दुओ B व C के बीच जोड़ने पर , संतुलन लम्बाई x प्राप्त होती है । तब
` E_(2) = K x ` .....(iii)
समीकरण (iii) को समीकरण (i) में से घटाने पर
` E_(1) - E_(2) = K (300` सेमी - x) ....(iv)
समीकरण (iv) व (ii) से ,
K (300 सेमी - x) = `K xx 100` सेमी |
`:. x = 300` सेमी - 100 सेमी = 200 सेमी|
` E_(1) = K xx 300, E_(2) = K xx 200`
` :. E_(1) : E_(2) = 3 : 2 `.
33.

एक प्राथमिक सेल का विधुत वाहक बल `2.4` वोल्ट है । जब इसे लघुपथित कर देते है है , तो यह `4.0` ऐम्पियर धारा देता है । इसका आंतरिक प्रतिरोध है :A. 6.0 ओमB. 1.2 ओमC. 4.0 ओमD. 0.6 ओम

Answer» Correct Answer - D
34.

एक सेल को `10 Omega` प्रतिरोध के द्वारा लघुपथित करने तथा न करने पर एक विभवमापी के तार पर क्रमश : 110 सेमी तथा 100 सेमी के विरुद्ध संतुलित किया जा सकता है । सेल का आंतरिक प्रतिरोध है :A. ` 1.0 Omega`B. `0.5 Omega`C. ` 2. 0 Omega`D. शून्य ।

Answer» Correct Answer - A
` r = (l_(1)/l_(2) - 1) R = (110/100 - 1) xx 10 = 0.1 xx 10 = 1.0 Omega`.
35.

विभवमापी द्वारा `E_(1)//E_(2)` ज्ञात करने के प्रयोग में एक सेल के लिए शून्य - विक्षेप स्थिति 440 सेमी पर तथा दूसरे के लिए 660 सेमी पर आती है । `E_(1)//E_(2)` का मान क्या है ?

Answer» Correct Answer - `2 : 3`.
36.

विभवमापी में शून्य - विक्षेप स्थिति पर क्या प्रभाव पड़ता है यदि , (i) नापे जाने वाली सेल का विधुत वाहक बल घट जाये ? (ii) विभवमापी के तार में बहने वाली धारा कम हो जाये ? (iii) विभवमापी के तार की लम्बाई दोगुनी कर दी जाये ? आधी कर दी जाये ?

Answer» (i) शून्य - विक्षेप स्थिति की दूरी घट जायेगी ,(ii) बढ़ जायेगी , (iii) दोगुनी हो जायेगी , आधी रह जायेगी ।
37.

विभवमापी में ताँबे का तार प्रयोग में नहीं लाया जाता । कारण बताइए ।

Answer» ताँबे का प्रतिरोध ताप - गुणांक अधिक तथा विशिष्ट प्रतिरोध कम होता है ।
38.

एक सेल का विधुत वाहक बल 2 वोल्ट तथा आंतरिक प्रतिरोध 2 ओम है । यदि इसे 998 ओम प्रतिरोध के वोल्टमीटर के पाठ्यांक में कितने प्रतिशत की अशुद्धि होगी ?

Answer» माना सेल का विधुत वाहक बल E , आंतरिक प्रतिरोध r तथा वोल्टमीटर का प्रतिरोध R है । अतः परिपथ में वैधुत धारा
` I = E/(R + r) = (2"वोल्ट ")/((998 + 2 )"ओम ") = 2 xx 10^(-3)` ऐम्पियर |
वोल्टमीटर के पाठ्यांक में अशुद्धि , `E - V = I r` .
`:. `वोल्टमीटर के पाठ्यांक में अशुद्धि , `E - V = i r`
` = (2 xx 10^(-3)"ऐम्पियर ") xx ( 2 Omega)`
` = 4 xx 10^(-3) ` वोल्ट |
वोल्टमीटर द्वारा 2 वोल्ट विधुत वाहक बल नापने पर , पाठ्यांक में ` 4 xx 10^(-3)` वोल्ट की अशुद्धि आती है । अतः प्रतिशत अशुद्धि
` ( E - V)/E xx 100 = (4 xx10^(-3)" वोल्ट ")/(2 "वोल्ट ") xx100 = 0.2 %`.
39.

हम सेल का विधुत वाहक बल नापने के लिए वोल्टमीटर की अपेक्षा विभवमापी को वरीयता क्यों देते है ?

Answer» वोल्टमीटर सेल से कुछ धारा लेता है जिससे सेल के सिरों के बीच विभवांतर , विधुत वाहक बल से कुछ कम हो जाता है । वोल्टमीटर इसी विभवांतर को नापता है । शून्य - विक्षेप की स्थिति में सेल से कोई धारा प्रवाहित नहीं की जाती अर्थात यह अनंत प्रतिरोध के आदर्श वोल्टमीटर के तुल्य है ।
40.

कारण सहित बताइए : (i) क्या मीटर ब्रिज के तार की लम्बाई 1 मीटर ही रखनी आवश्यक है ? (ii) मीटर - ब्रिज के तार का अनुप्रस्थ - परिच्छेद एकसमान क्यों होना चाहिए ? (iii) शून्य - विक्षेप की स्थिति तार के मध्य में ही लाने को क्यों कहा जाता है ? (iv) इसमें लेक्लांशे सेल को प्रयुक्त करने को क्यों प्राथमिकता दी जाती है ?

Answer» (i) नहीं ।
(ii) जिससे कि तार की एकांक लम्बाई का प्रतिरोध सर्वत्र समान रहे ।
(iii) तब सुग्राहिता अधिकतम होती है ।
(iv) क्योंकि इसमें धारा रुक - रुक कर चाहिए ।
41.

एक तार जिसका प्रतिरोध `0.1` ओम /सेमी है , एक वर्ग ABCD के अकार में में मोड़ा गया है जिसकी प्रत्येक भुजा 10 सेमी है । ठीक ऐसा ही एक तार बिदुओं B व D के बीच जोड़ दिया गया है । वर्ग के दूसरे कोनों A व C के बीच तुल्य - प्रतिरोध कितना होगा ? यदि A व C के बीच 2 वोल्ट की बैटरी जोड़ दें, तब परिपथ में कितनी शक्ति - क्षय होगी ? यदि B व D के बीच अमीटर जोड़ दें , तो उसका पाठ्यांक क्या होगा ?

Answer» Correct Answer - `1.0` ओम , शक्ति - क्षय `(V^(2)//R) 4` वाट , शून्य ।
यह संतुलित व्हीटस्टोन - सेतु होगा जिसमे BD प्रतिरोध प्रभावहीन होगा ।
42.

(a) `1 Omega , 2 Omega ` और ` 3 Omega` के तीन प्रतिरोधक श्रेणी में संयोजित है । प्रतिरोधकों के संयोजन का कुल प्रतिरोध क्या है ? (b) यदि प्रतिरोधकों का संयोजन किसी 12 वोल्ट की बैटरी जिस आंतरिक प्रतिरोध नगण्य है , से संबद्ध है , तो प्रत्येक प्रतिरोधक के सिरों पर वोल्टता पात ज्ञात कीजिए ।.

Answer» (a) श्रेणीक्रम में जुड़े प्रतिरोधकों का कुल प्रतिरोध
`R = R_(1) + R_(2) + R_(3) = 1 + 2 + 3 = 6 Omega `
(b) श्रेणीक्रम में प्रत्येक प्रतिरोधक में धारा समान रहती है ।
परिपथ में धारा , `I = V/R = 12/6 = 2` ऐम्पियर
`R_(1)` के सिरों के बीच विभवपात , `V_(1) = i R_(1) = 2 xx 1 = 2` वोल्ट
`R_(2)` के सिरों के बीच विभवपात , `V_(2) = i R_(2) = 2xx2 = 4` वोल्ट
`R_(3)` के सिरों के बीच विभवपात, `V_(3) = i R_(3) = 2 xx3 = 6` वोल्ट
43.

कमरे के ताप `(27.0^(@)C)` पर किसी तापन - अवयव का प्रतिरोध `100 Omega` है । यदि तापन - अवयव का प्रतिरोध `117 Omega`हो तो अवयव का ताप होगा ? प्रतिरोधक के पदार्थ का ताप - गुणांक `1.70 xx 10^(-4).^(@) C^(-1)` है ।

Answer» प्रश्नानुसार , `R_(27) = 100" "Omega, R_(t) = 117" "Omega, t = ?, alpha = 1.70 xx 10^(-4) (.^(@)C)^(-1)`
ताप- गुणांक , `alpha = (R_(t)-R_(27))/(R_(27)(t-27))` ताप t अज्ञात है ।
अथवा `t-27 = (R_(t)-R_(27))/(R_(27)xxalpha) `
` = (117 - 100)/(100 xx(1.70 xx 10^(-4)))=1000`
`:. " " t = 1000 + 27 = 1027^(@)C`
44.

निम्न परिपथ में अमीटर A का प्रतिरोध नगण्य है तथा वोल्टमीटर V का प्रतिरोध बहुत उच्च है । कुंजी K खुली पर वोल्टमीटर का पाठ्यांक `1.53` वोल्ट है । कुंजी बंद करने पर अमीटर का पाठ्यांक ऐम्पियर आता है तथा वोल्टमीटर का गिरकर `1.03` वोल्ट रह जाता है । ज्ञात कीजिए : (i) सेल का विधुत वाहक बल E , (ii) सेल का आंतरिक प्रतिरोध r, (iii) R का मान तथा (iv) सेल से ली गई ऊर्जा का प्रतिरोध R में प्रतिशत R में प्रतिशत ऊर्जा - क्षय ।

Answer» Correct Answer - (i) `1.53` वोल्ट , (ii) `0.50` ओम , (iii) ` 1.03` ओम ,
(iv) R में प्रतिशत ऊर्जा - क्षय `= (i^(2)R)/(E i) xx 100`
45.

12 वोल्ट विधुत वाहक बल वाले एक सेल का आंतरिक प्रतिरोध `5 xx 10^(-2)` ओम है । यह एक अज्ञात प्रतिरोध के सिरों से जोड़ा जाता है । सेल के सिरों पर क्या विभवांतर होगा जब इससे 60 ऐम्पियर की धारा ली जाती है ?

Answer» Correct Answer - 9 वोल्ट |
46.

एक सेल का विधुत वाहक बल E वोल्ट तथा आंतरिक प्रतिरोध r ओम है इसे r ओम के बाह्य प्रतिरोध से जोड़ा जाता है । सेल के दोनों टर्मिनलों के बीच विभवान्तर होगा :A. E वोल्टB. 2 E वोल्टC. E/2 वोल्टD. E/4 वोल्ट |

Answer» Correct Answer - C
47.

विधुत वाहक बल E तथा आंतरिक प्रतिरोध r के सेल से किसी परिवर्ती प्रतिरोध R पर एक स्थिर वोल्टता मिले , इसके लिए प्रतिबंध ज्ञात कीजिए ।

Answer» प्रतिरोध R के सिरों के बीच वोल्टता `V = I R`
सेल से वैधुत धारा `I = E/(R+r) `, जब r = 0 , तो ` I = E/R`
`:. V = E/R xx R = E`.
अतः जब आंतरिक प्रतिरोध r 0 , जब V = E.
48.

एक `6 Omega` के बाह्य प्रतिरोध के साथ 24 सेलों को किस प्रकार जोड़े कि प्रतिरोध में अधिकतम शक्ति क्षय हो ? सेल का आंतरिक प्रतिरोध `1 Omega` है ।

Answer» माना n सेलों को श्रेणीक्रम में तथा m सेलों को समांतर - क्रम में जोड़ते है । तब
` m xx n = 24` …(i)
अधिकतम शक्ति क्षय के लिए `(n r)/m = R`
`:. N xx 1 = mR` ….(ii)
समीकरण (i) में मान रखने पर
` m xx mR = 24`
` m^(2) = 24/R = 24/6 = 4`
` m = 2 "तथा" 2 xx n = 24 rArr n = 12`
अतः 12 - 12 की 2 पंक्तियाँ होगी ।
49.

यदि किसी सेल का आंतरिक प्रतिरोध r ओम हो , तो सेल से होकर i ऐम्पियर की वैधुत धारा प्रवाहित होने पर सेल में विभव - पतन तथा शक्ति - क्षय के लिए व्यंजक लिखिए ।

Answer» विभव - पतन V = i r वोल्ट तथा शक्ति - क्षय `P=i^(2) r` वाट ।
50.

जब 45 ओम के एक बाह्य प्रतिरोध को एक बैटरी के टर्मिनलो से जोड़ा जाता है तो इसमें `0.3` ऐम्पियर की धारा बहती है । जब प्रतिरोध घटाकर 25 ओम कर दिया जाता है तो धारा बढ़कर `0.5` ऐम्पियर हो जाती है । बैटरी का विधुत वाहक बल तथा आंतरिक प्रतिरोध ज्ञात कीजिए ।

Answer» Correct Answer - 15 वोल्ट , 5 ओम ।