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101.

`XeF_(2)` में `sp^(3)d` संकरण होने पर भी यह रेखीय होता है । समझाइए ।

Answer» `XeF_(2)` में Xe परमाणु पर तीन एकाकी इलेक्ट्रॉन युग्म होते है ।
102.

वायु में उत्कृष्ट गैस ...........उपस्थित नहीं होती है।

Answer» Correct Answer - रेडॉन
103.

सभी उत्कृष्त गैसों में ध्रुवित होने की क्षमता सबसे अधिक जीनॉन में होती है ।

Answer» जीनॉन का परमाणु आकार सबसे बड़ा होता है जिसके कारण बाह्म कक्षा के एल्क्ट्रोन, नाभिक से कम शक्ति से बँधे होते है और आसानी से ध्रुवित हो जाते है ।
104.

हीलियम के नाभिक में होते है-A. 4 प्रोटोनB. 4 न्यूट्रॉनC. 2 न्यूट्रॉन,2 प्रोटॉनD. 3 प्रोटॉन 2,.इलेक्ट्रॉन

Answer» Correct Answer - C
हीलियम का परमाणु भार चार होता है, जिसके कारण इसके नाभिक में दो न्यूट्रॉन तथा प्रोटॉन होते है।
105.

सभी उत्कृष्ट गैसों की विद्युतऋणता ............. होती है।

Answer» Correct Answer - शून्य
106.

टाइटेनियम के उत्पादन , क्रौल तथा आई सी आई प्रक्रम में कौन-सी उत्कृष्ट गैस प्रयुक्त होती है ?

Answer» Correct Answer - आर्गन
107.

वायुमण्डल में पायी जाने वाली निष्क्रिय गैस है-A. He,Ne तथा ArB. He तथा KrC. He, Ne , Ar तथा KrD. Rn के अतिरिक्त सभी गैसे

Answer» Correct Answer - D
108.

अमोनिया के क्यूप्रिक हाइड्रोऑक्साइड की घुनलशीलता ............. के निर्माण के कारण होती है।

Answer» `[Cu(NH_(3))_(4)] (OH)_(2)`
109.

समुद्री गोताखोरों द्वारा साँस लेने में ऑक्सीजन के साथ नाइट्रोजन के स्थान पर कौन-सी उत्कृष्ट गैस प्रयोग की जाती है ?

Answer» Correct Answer - हीलियम
110.

निम्नलिखित में से कौन-सा एक अस्तित्व में नहीं है ? `(i) XeOF_(4) " " (ii) NeF_(2), " " (iii) XeF_(2)" "(iv) XeF_(6)`

Answer» फ्लुओरइन , Ne को ऑक्सीकृत नहीं कर पाती है । क्योकि Ne की प्रथम तथा द्वितीय आयनन एन्थैल्पी का योग बहुत अधिक होता है । इसलिये `NeF_(2)` नहीं पाया जाता है ।
111.

उत्कृष्ट गैसों से जीनॉन परमाणु के सबसे अधिक यौगिक ज्ञात है । क्यों ?

Answer» सभी उत्कृष्ट गैसों में Xe की आयनन ऊर्जा सबसे कम हॉट है अतः इसको कम ऊर्जा देने पर ही यह उत्तेजित अवस्था में आ जाता है जिससे इसमें अयुग्मित इलेक्ट्रॉन होने के कारण ये आय तत्वों (F ,O ) के साथ यौगिक बनाते है ।
112.

उत्कृष्ट गैस प्रायः निष्क्रिय होती है, क्योकिंA. ये एक परमाणुक हैB. इनकी आयनन ऊर्जा अधिक हैC. इनकी इलेक्ट्रॉन बन्धुता अधिक हैD. ये सरलता से द्विपरमाणुक बनाती है

Answer» Correct Answer - B
आयन ऊर्जा अधिक होने के अतिरिक्त इलेक्ट्रॉन बन्धुता तथा विद्युत ऋणात्मकता कम होती है।
113.

सभी उत्कृष्ट गैसों में जीनॉन (Xe ) जल में सबसे अधिक विलेय है ।

Answer» जल में उत्कृष्ट गैसों में सबसे अधिक वान्डर वाल्स बल जीनॉन (Xe ) में होता है ।
114.

रेडॉन का उपयोग किस रोग के उपचार में होता है ?

Answer» Correct Answer - कैंसर
115.

He उत्कृष्ट गैसों में सबसे निष्क्रिय है , क्यों ?

Answer» हीलियम की आयनन ऊर्जा सबसे अधिक होती यही अतः इलेक्ट्रॉन अधिक शक्ति के साथ नाभिक से बंधे रहते है ।
116.

`S_(2)` को उपस्थिति का पता कैसे लगाया जाता है ?

Answer» `SO_(2)` तीखी गंधयुक्त रंगहीन गैस है। `SO_(2)` गैस की उपस्थिति का पता निम्नलिखित परिक्षण से लगाया जाता है। यह अम्लीय पोटैशियम परमैगनेट `(KMMnO_(4))` के गुलाबी विलयन को रंगीन कर देती है, क्योकिं यह `KMnO_(4)` को रंगहीन `MnSO_(4)` में अपचयित कर देती है ।
`underset("(गुलाबी)")(2MnO_(4)^(-))+5SO_(4)+2H_(2)O to underset(" (रंगहीन)")(2Mn^(2+)+5SO_(4)^(-2)+4H^(+)`
117.

निम्नलिखित में से कौन-सा तत्व ऑक्सीजन के साथ सीधे अभिक्रिया नहीं करता ? `(Zn, Ti, Pt, Fe)`

Answer» इन तत्त्वों में से `Pt,` ऑक्सीजन के साथ सीधे अभिक्रिया नहीं करता क्योकिं इसकी क्रियाशीलता बहुत कम होती है, अतः `Pt` एक उत्कृष्ट धातु है।
118.

नाइट्रिक अम्ल केवल ऑक्सीकारक का कार्य करता है जबकि नाइट्रस अम्ल ऑक्सीकारक व अपचायक दोनों का कार्य कर सकता है ।

Answer» `HNO_(3)` में N -परमाणु +5 कि ऑक्सीकारक संख्या रखता है जो इसकी अधिकतम ऑक्सीकारक संख्या है अतः यह अपनी ऑक्सीकरण संख्या को घटा तो सकता है म बढ़ा नहीं सकता ।
`(5-a)e+underset("ऑक्सीकारक")(N^(5+)) to N^(a+)`
(स्वयं का अपचयन , अतः दूसरे का ऑक्सीकरण )
`HNO_(2)` में N -परमाणु +3 की ऑक्सीकरण संख्या रखता है जो इसकी अधिकतम संख्या (group no. ,i.e. ,+5 ) व निम्नतम ऑक्सीकरण संख्या (group no. -18) अर्थात -3 के बीच होती है , अतः ये अपनी ऑक्सीकरण संख्या घटा या बढ़ा सकता है ।
`N^(3+) to N^(a+) + (a-3)e`
(स्वयं का ऑक्सीकरण , दूसरे का अपचयन)
`(3-a)e+N^(3+) to N^(a+)`
(स्वयं का अपचयन , दूसरे का ऑक्सीकरण )
119.

सोना अम्लराज में घुलता है, क्यों ?

Answer» `H[(AuCI_(4))]` जटिल लवण बनने के करण घुल जाता है।
120.

अम्लराज क्या है ?

Answer» एक आयतन सान्द्र `HNO_(3)` तथा तीन आयतन सान्द्र `HCI` के मिश्रण को अम्लराज कहते है।
121.

`NH_(3)` व `HCI` के संयोग से बनने वाले यौगिक का नाम लिखिए जो सफ़ेद धुआँ देता है।

Answer» `NH_(3)CI` (अमोनिया क्लोराइड)
122.

शुध्द जल की अपेक्षा KI विलयन में आयोडीन अधिक विलय है ।

Answer» `I_(2)` एक अध्रुवीय (non -polar ) अणु है अतः यह (ध्रुवीय विलायक ) में कम विलेय है । जबकि KI की उपस्थिति में यह विलेय संकर (complex ) लवण बनने के कारण अधिक घुल जाती है।
`I_(2) + KI to KI_(3) ` (विलेय संकर)
123.

ब्रोमीन +7 ऑक्सीकरण अवस्था प्रदर्शित नहीं करता ।

Answer» ब्रोमीन में बाहर से अंदर वाली कोश (जैसे -`3s^(2),3p^(6),3d^(10)` ) में परिरक्षण प्रभाव (screening effect ) अधिक होता है । अतः 4s से इलेक्ट्रान को उत्तेजिन करने के लिए क्लोरीन की अपेक्षा अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है , जिसके कारण यह +7 ऑक्सीकरण अवस्था प्रदर्शित नहीं करता ।
124.

`HNO_(3)` प्रोटीन विलयन के साथ ........... बनने के कारण ........... रंग उत्पन्न होता है।

Answer» जैन्थोप्रोटिक अम्ल , पीला
125.

`H_(2)SO_(4)` के किन्ही दो निर्जलीकारक गुणों का वर्णन कीजिए ।

Answer» `C_(12)H_(22)O_(11) underset(Delta)overset(H_(2)SO_(4))to 12C + 11H_(2)O`
`(C_(6)H_(10)O_(5))_(n) underset(Delta)overset(H_(2)SO_(4))to 6nC + 5nH_(2)O`
126.

KCl पर सांद्र `H_(2)SO_(4)` की क्रिया से HCl प्राप्त होती है , परन्तु KI पर सांद्र `H_(2)SO_(4)` की क्रिया से HI प्राप्त नहीं होता ।

Answer» HI स्वयं प्रबल अपचायक होने के कारण `H_(2)SO_(4)` से क्रिया कर `I_(2)` बना देता है ।
127.

`N_(2)O_(5)` में नाइट्रोजन की ऑक्सीकरण अवस्था बताइए।

Answer» Correct Answer - `+5`
128.

`PH_(3) ` का क्वथनांक `NH_(3)` की अपेक्षा कम होता है, क्यों ?

Answer» `NH_(3)` में `N` की कम परमाणु त्रिज्या तथा अधिक विद्युतऋणता के कारण `NH_(3)` अणुओं के मध्य प्रबल हाइड्रोजन बांध पाया जाता है, जो की वाडरवाल बल से प्रबल होता है। जबकि `PH_(3)` अनु का द्रव्य अवस्था में हाइड्रोजन बंद नहीं पाया जाता है, (p की अधिक त्रिज्या व विधुतऋणता के कारण ) अतः `PH_(3)` का क्वथनांक `NH_(3)` से कम होता है।
129.

यद्यपि नाइट्रोजन `+5` ऑक्सीकरण अवस्था दर्शता, है लेकिन, यह फ़ेंटाहाइलाइड नहीं बनता । कारण दीजिए।

Answer» नाइट्रोजन में मुख्य क्वाण्टम संख्या `n=2` है, जिसमे केवल `s`तथा `p` कक्षक होते है। अतः इसमें संहयोजकता का चार से आगे प्रसार करने के लिए `d` कक्षक उपलब्ध नहीं है, इसलिए यह पेंटाहाइलाइड नहीं बनता है ।
130.

`NH_(3)` में N का संकरण क्या है -A. `sp`B. `sp^(2)`C. `sp^(3)`D. `sp^(3)d`

Answer» Correct Answer - C
131.

ओजोन `(O_(3))` की परत पृथ्वी के लिए छाते (umbrella ) का कार्य करती है जो सूर्य से आने वाली हानिकारण विकिरणों को रोकती है ।

Answer» सूर्य में आने वाले हानिकारक विकिरण (UV rays ) को ओजोन की परत अवशोषित कर लेती है और पृथ्वी पर नहीं आने देती ।
132.

`SO_(2)` जल में घुलकर उत्पन्न करता है -A. `H_(2)SO_(4)`B. `H_(2)S_(2)O_(7)`C. `H_(2)S_(2)O_(8)`D. `H_(2)SO_(3)`

Answer» Correct Answer - D
133.

वह तत्व, जो सभी ऑक्सीकरण अवस्थाओं में `+I` से `+V` तक ऑक्साइड बनता है-A. NB. PC. AsD. Sb

Answer» Correct Answer - A
134.

`H_(2)SO_(4)` को तनु करने के लिए इसमें जल नहीं मिलते है ।

Answer» सांद्र `H_(2)SO_(4)` जल के साथ प्रबल H -बन्ध बनाता है जिससे अम्ल में जल डालने पर अधिक मात्रा में ऊर्जा उत्पन्न होती है , जिससे अचानक ही ताप बढ़ जाता है और द्रव उछलकर बाहर आ जाता है । इसलिए अम्ल को जल में धीरे-धीरे मिलते है , जिससे ताप तेजी से नहीं बढ़ता और द्रव भी उछलकर बाहर नहीं आता है ।
135.

`PCl_(5)` एक क्लोरोनीकारक की तरह व्यवहार करता हैं, क्यों ?

Answer» `PCI_(5)` अणु की ज्यामिति त्रिभुजीय द्वीपीरामिडीय होती है तथा इसके अक्षीय (Axial) स्थल पर जुड़े दो परमाणुओं की बंध लम्बाई अधिक तथा बंध ऊर्जा अन्य तीन त्रिकोणीय स्थल से जुड़े `CI` की अपेक्षा कम होती है। फलस्वरूप `PCI_(5)` अणु वियोजन पर `PC_I_(3)` तथा `CI_(2)` देता है तथा एक अच्छे क्लोरोनिकारक की तरह व्यवहार करता है ।
`PCI_(5) to PCI_(3)+CI_(2)`
136.

`SF_(6)` ज्ञात है, किन्तु `SH_(6)` ज्ञात नहीं है, क्यों ?

Answer» उच्तम ऑक्सीकरण अवस्था में सल्फर केवल उच्च ऋणाविधुति तत्व जैसे-फ्लुओरीन से संयोग कर सकता है ।
137.

`SF_(6)` एक ज्ञात योगिक है जबकि `SCl_(6)` ज्ञात नहीं है ।

Answer» जैसे -जैसे हैलोजनों का आकार बढ़ता है वैसे-वैसे ही वर्ग 16 (VI A ) के तत्वों की अधिकतम सहसंयोजक अवस्था घटती है । अतः कोई भी हैक्सा -क्लोराइड ज्ञात नहीं है ।
138.

`3:1` अनुपात में बने `HCI` तथा `HNO_(3)` के मिश्रण में उपस्थित होता है-A. `CIO_(2)`B. `NOCI`C. `NCI_(3)`D. `N_(2)O_(4)`

Answer» Correct Answer - B
139.

`H_(2)SO_(4)` की वाष्पशीलता में कमी होने का कारण है-A. प्रबल बन्धB. वांडरवाल बलC. हाइड्रोजन बन्धD. उपयुक्त में कोई नहीं

Answer» Correct Answer - C
140.

`68% HNO_(3)` विलयन............ होता है।

Answer» Correct Answer - स्थरक्वाथी मिश्रण
141.

`SF_(6)` गैसीय विद्युत कुचालक के रूप में प्रयोग किया जाता है, क्यों ?

Answer» यह उष्मीय रूप से स्थायी और रासयनिक रूप में अक्रिया होता है, इसलिए गैसीय कुचालक के रूप में प्रयुक्त किया जाता है।
142.

चीनी (sugar ) सांद्र `H_(2)SO_(4)` मिलाने पर काली पड़ जाती है ।

Answer» सांद्र `H_(2)SO_(4)` निर्जलीकारक होने के कारण चीनी में से जल के समस्त अणुओं को निकाल देता है और कार्बन शेष रह जाता है
`C_(12)H_(22)O_(11) overset(H_(2)SO_(4))to 12C + 11H_(2)O`
143.

सल्फ्यूरिक अम्ल का एनहाइड्राइड है-A. `H_(2)S_(2)O_(3)`B. `SO_(2)`C. `HSO_(4)`D. `SO_(3)`

Answer» Correct Answer - D
144.

`H_(2)SO_(4)` का प्रयोग अमलोपचार (pickling ) में किया जाता है ।

Answer» धातुओं पर उपस्थित धातु ऑक्साइड की परत को हटाना अमलोपचार (pickling ) कहलाता है । धातु ऑक्साइडों की बेसिक परत को दूर करने के लिए `H_(2)SO_(4)` का प्रयोग किया जाता है ।
145.

रेडॉन के रसायन का अध्यन्न करना कठिन क्यों है ?

Answer» रेडॉन रेडियोएक्टिव तत्व है तथा इसका अर्ध्दायु काल कम होता है ।
146.

सांद्र सल्फ्यूरिक अम्ल की श्यानता (Viscosity) का कारण ............ की उपस्थिति है ।

Answer» अन्तराणुक हाइड्रोजन बन्ध
147.

अमोनिया को शुष्क करने के लिए सान्द्र `H_(2)SO_(4)` , निर्जलीय `CaCl_(2)` या `P_(4)O_(10)` का प्रयोग नहीं किया जाता ।

Answer» चूँकि अमोनिया की प्रकृति क्षारीय (basic ) है अतः इसे शुष्क करने के लिए अमोनिया की प्रकृति के निर्जलीकरण का प्रयोग नहीं कर सकते , क्योकि वे `NH_(3)` के साथ संयोग कर लवण बना लेंगे । `CaCl_(2)` अमोनिया के साथ करके योगशील यौगिक बनाता है ।
148.

हाइड्रोजन को शुष्क करने के लिए सांद्र सल्फ्यूरिक अम्ल का प्रयोग नहीं करते ।

Answer» सांद्र सल्फ्यूरिक अम्ल, जल को अवशोषित कर बहुत अधिक ऊर्जा उत्पन्न करता है , जिसमे हाइड्रोजन जलने लगती है ।
149.

सांद्र `HNO_(3)` सूर्य के प्रकाश में ........... के कारण पीला पड़ जाता है।

Answer» Correct Answer - प्रकाश-अपघटन
150.

सांद्र `H_(2)SO_(4)` का प्रयोग, को सुखाने में नहीं किया जाता ।

Answer» सांद्र `H_(2)SO_(4)` के द्वारा `H_(2)S` का S में ऑक्सीकरण हो जाता है और इसलिए इसका प्रयोग `H_(2)S` को सुखाने में नहीं किया जाता ।
`H_(2)SO_(4) + H_(2)S to 2H_(2)O + SO_(2) + S`