InterviewSolution
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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 1. |
CaS के कोलॉइडी विलयन के 100ml के स्कंदन के लिए 1M, NaCl के 5ml की आवश्यकता पड़ती है | NaCl की ऊर्णन मान (Flocculation value) की गणना कीजिए| |
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Answer» स्कन्दक शक्तियों की तुलना निम्नानुसार की जा सकती है- ऊर्णन मान `=("स्कन्दक विद्युत - अपघट्य का मिली मोल ")/("स्कन्दित होने वाले कलिल विलयन का आयतन")` `=(5mlxx1M)/(100ml)xx1000= 50` |
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| 2. |
पेस्ट है-A. द्रव में ठोस का निलम्बनB. द्रव में ठोस का यांत्रिक विक्षेपणC. ठोस में ठोस का कोलॉइडी विलयनD. इनमें से कोई नहीं। |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 3. |
अपोहन विधि द्वारा कोलॉइडी कणो से किन अशुध्दियों को दूर करते है ? |
| Answer» विलेय अशुद्धियों को | | |
| 4. |
दो विपरीत आवेशित सॉल को परस्पर मिश्रित करने पर क्या होता है ? |
| Answer» दोनों स्कन्दित हो जाते है । | |
| 5. |
`As_(2)O_(3)` विलयन में `H_(2)S` प्रवाहित करने पर पर `As_(2)S_(3)` का ऋणात्मक कोलॉइड प्राप्त होता है, क्यों ? |
| Answer» `H_(2)S` के आधिक्य में `As_(2)S_(3)` के कणों के चारों ओर `S^(2-)`आयनों का अधिशोषण हो जाता है | | |
| 6. |
किसी सॉल का निरन्तर अपोहन करने पर होता है ? |
| Answer» यह स्कन्दित हो जाता है । | |
| 7. |
NaCl विलयन को गोल्ड सॉल में मिश्रित करने पर क्या होता है ? |
| Answer» गोल्ड सॉल का स्कन्दन हो जाता है । | |
| 8. |
द्रव स्नेही साल की प्रकृति ............. होती है जबकि द्रव विरोधी सॉल की प्रकति ............. होती है | |
| Answer» उत्क्रमणीय , अनुत्क्रमणीय | |
| 9. |
क्या कारण कि `FeCl_(3)`से प्राप्त `Fe(OH)_(3)`का कोलॉइडी विलयन धनात्मक होता है ? |
| Answer» `FeCl_(3)`द्वारा प्रदत्त `Fe^(3+)`आयन, `FeCl_(3)` के जल-अपघटन से प्राप्त `Fe(OH)_(3)` के कणों पर अधिशोषित हो धनात्मक कोलॉइडी विलयन बनाते है | | |
| 10. |
हार्डी-शुल्ज का नियम क्या है ? निम्नलिखित विलयनों की स्कन्दन क्षमता का क्रम कारण सहित लिखिए : `1 MAlCl_(3), 1M CaCl_(2), 1 M KCl, 1 M Th(NO_(3))_(4)` |
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Answer» स्कन्दन क्षमता का क्रम : `1 M Th(NO_(3))_(4) lt 1 M AlCl)(3) gt 1 M CaCl_(2) gt 1 M KCl` (आयन पर आवेश के आधार पर) |
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| 11. |
किसी आयन की की स्कंदन क्षमता निर्भर करती है -A. इसके आवेश परB. केवल आवेश के चिन्ह परC. आवेश के परिमाण परD. परिमाण तथा आवेश दोनों पर । |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 12. |
`As_(2)S_(3)` के पीले ऋणात्मक सॉल तथा `Fe(OH_(3)` के लाल धनात्मक सॉल की समतुल्य मात्राएँ आपस में मिलाने पर रंगहीन विलयन प्राप्त होता है क्यों ? |
| Answer» इन्हे मिलाने पर पारस्परिक स्कन्दन हो जाता है जिससे परिक्षिप्त प्रावस्था के कण अवक्षेपित होकर नीचे बैठ जाते है तथा ऊपर जल रह जाता है | | |
| 13. |
एक धनात्मक सॉल का स्कन्दन करने के लिए निम्नलिखित में से किसका `0.1 M` विलयन सर्वाधिक प्रभावी होगा ? `Na_(2)SO_(4)` `Ba(NO_(3))_(2)` `AlCl_(3)` `K_(4)[Fe(CN)_(6)]` |
| Answer» Correct Answer - `K_(4)[Fe(CN)_(6)]` | |
| 14. |
`Fe^(3+ ),Na^(+),Ba^(2+),Sn^(4+)` आयनो को एक ऋणात्मक सॉल का स्कन्दन करने की बढ़ती क्षमता के क्रम में व्यवस्थित कीजिए । |
| Answer» `Na^(+)ltBA^(2+)ltFe^(3+)ltSn^(4+)` | |
| 15. |
निम्नलिखित वियलनों की `-ve`सॉल के प्रति स्कन्दन क्षमता का क्रम लिखिए | `1 M FeCl_(3)` 1 MNaCl `1 M BaCl_(2)` `1 M Th(NO_(3))_(4)` |
| Answer» `Th(NO_(3))_(4) gt FeCl_(3) gt BaCl_(2) gt NaCl` | |
| 16. |
द्रवरागी (द्रव-स्नेही) एवं द्रवविरागी (द्रव-विरोधी) सॉल क्या होते है ? प्रत्येक का एक-एक उदाहरण दीजिए | द्रव-विरोधी सॉल आसानी से स्कंदित क्यों हो जाते है ? |
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Answer» द्रव-स्नेही तथा द्रव-स्नेही कोलॉइडी विलयन अध्याय में देखिये | कोलॉइडी कणों पर धनावेश या ऋणावेश विधमान होता है | जब किसी द्रव-विरोधी कोलॉइड में वैधुत अपघट्य मिलाया जाता है, तो कोलॉइडी कणों पर उपस्थित आवेश उदासीन हो जाता है | कोलॉइडी कण समीप आकर जुड़ जाते है तथा अवक्षेपित होकर नीचे बैठ जाते है | द्रव-स्नेही कोलॉइडी विलयन आवेश के साथ-साथ जलयोजित होने के कारण अधिक स्थायी होते है | द्रव-स्नेही कोलॉइड का स्कन्दन करने के लिए कोलॉइडी कणों पर उपस्थित विलायक के अणुओं को पृथक करना आवश्यक होता है इसके लिए जलीय कोलॉइडी विलयन में पहले एथिल ऐल्कोहॉल या ऐसीटोन मिलाते है | इसके बाद वैधुत अपघट्य मिलाकर आवेश उदासीन करते है |
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| 17. |
धात्विक सॉल की विधुत प्रकृति बताइए | |
| Answer» Correct Answer - ऋणावेशित सॉल | | |
| 18. |
क्या होता है जब ? `Fe(OH)_(3)` के ताजा अवक्षेप पर `FeCl_(3)`विलयन डाला जाता है | |
| Answer» पेप्टीकरण के कारण `Fe(H)_(3)`कोलॉइडी अवस्था में आ जाता है | | |
| 19. |
दो रक्षी कोलॉइडी के नाम बताओ | |
| Answer» (i) जिलेटिन (ii) गोद | | |
| 20. |
विपायसीकरण (दिमल्सीफिकेशन) क्या है ? दो विपायसक (डिमलसीफायर्स) के नाम लिखिए | |
| Answer» किसी पायस को अपने अवयवी द्र्वो में पृथक करना विपायसन कहलाता है इसे हिमीकरण, क्वथन तथा अपकेंद्रीकरण क्रिया द्वारा किया जा सकता है | | |
| 21. |
जियोलाइट उत्प्रेरित अभिक्रियाएँ निम्न तथ्य पर निर्भर करती हैं -A. छिद्रB. छिद्रिकाएँC. गुहिका-आकारD. सभी पर |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 22. |
ऑक्जेलिक अम्ल तथा अग्लीय पोंटैेशियम परमैंगनेट के अनुमापन में बनने वाला मैगनस लवण अभिक्रिया को उत्प्रेरित करता है। मैगनस लवण है-A. उत्प्रेरक-वर्धनB. धनात्मक उत्प्रेरकC. स्वतः-उत्प्रेरकD. इनमें से कोई नहीं। |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 23. |
दो औद्योगिक प्रक्रमों के नाम लिखो जो विषमांग उत्प्रेरण के उदाहरण है। |
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Answer» (i) `H_(2)SO_(4)` बनाने की सम्पर्क विधि `2SO_(2(g))+O_(2(g)) underset(Delta)overset(V_(2)O_(5)(s)) to 2SO_(3(g))` (ii) `HNO_(3)` बनाने की ऑस्टवाल्ट विधि `4NH_(3(g))+5O_(2(g)) overset(Pt) to 4NO_((g))+6H_(2)O_((g))` |
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| 24. |
वेग स्थिरांक व साम्य स्थिरांक पर उत्प्रेरक का क्या प्रभाव पड़ता है |
| Answer» वेग स्थिरांक बढ़ जाता है किन्तु साम्य स्थिरांक स्थिर रहता है। | |
| 25. |
`As_(2)S_(3)` सॉल के स्कन्दन के लिए कौन सर्वाधिक प्रभावी होगा तथा क्यों ? क्रम भी दीजिए | `KCl ` `Na_(3)PO_(4)` `Mg(N_(3))_(2)` `AlCl_(3)` |
| Answer» `AlCl_(2) gt Mg(NO_(3))_(2) gt Na_(3)PO_(4) ~=KCl`, चूँकि `Al^(3+)` ऋणात्मक सॉल के स्कन्दन के सबसे प्रभावी धनायन है| | |
| 26. |
क्या होता है जब ? `Fe(OH)_(3)` सॉल में विधुत प्रवाहित की जाती है | |
| Answer» `Fe(OH_(3)` के धनात्मक कण (परिक्षिप्त प्रावस्था) ऋणात्मक इलेक्ट्रोड की और गति करने लगते है| | |
| 27. |
क्या होता है जब ? आर्सेनियस सल्फाइड सॉल में NaCl विलयन मिलाया जाता है | |
| Answer» Correct Answer - स्कंदन हो जाता है| | |
| 28. |
इमल्शन क्या है ? इसके विभिन्न प्रकार क्या है ? प्रत्येक प्रकार का उदाहरण दीजिए | |
| Answer» ऐसे कोलॉइडी विलयन जिनमें परिक्षेपण माध्यम एवं परिक्षिप्त प्रावस्था दोनों ही द्रव होते है, इमल्शन (पायस) कहलाते है | इमल्शन दो प्रकार के होते है : (1) तेल का जल में इमल्शन तथा (2)जल का तेल में इमल्शन | | |
| 29. |
विपयसिकरण का क्या अर्थ है ? दो विपायसिकारको के नाम बताइये । |
| Answer» किसी पायस को उसके संघट्य अवयवों में विभजित करने की प्रक्रिया को विपायसीकरण ( demulsification ) कहा जाता है पायस का विपायसीकरण उसे उबालकर अथवा सैंट्रीफ्यूगेशन द्वारा किया जा सकता है । | |
| 30. |
बहुआणाविक तथा वृहतआणविक कोलायडी विलयनों में क्या अन्तर है प्रत्येक का एक - एक उदाहरण दीजिये । संगणित कोलायडी विलयन उपरोक्त दोनों प्रकार के कोलायडी विलयनों से किस प्रकार भिन्न होते है ? |
| Answer» सगुणित , बहुआणाविक तथा वह्र्तआणविक कोलायडी विलयनों के अन्तर - संगणित कोलायडी विलयन प्रबल विधुत अपघट्यो के द्वारा निर्मित किये जाते है इनके आयन अधिक सांद्रता पर सगुणित होते है तथा कोलायडी आकार के कण बनाते है बहुआविक कोलायडी विलयन परमाणु अथवा सरल अणुओ के एकत्रीकरण द्वारा बनते है वृहतआणविक कोलायडी विलयन बड़े आकार के अणुओ वाले होते है और इनके अणुओ के आकार कोलायडी आकार के होते है । | |
| 31. |
तेलों के हाइड्रोजनीकरण में प्रयुक्त उत्प्रेरक है-A. PtB. MoC. FeD. Ni |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 32. |
निर्जल `AlCl_(3)` द्वारा उत्प्रेरित दो अभिक्रियाएँ लिखो । |
| Answer» (i) फ्रीडल-क्राफ्ट अभिक्रिया, (ii) फ्राइज पुनर्विन्यास। | |
| 33. |
निम्नलिखित परिस्थितियों में क्या प्रेक्षण प्राप्त होंगे ? कोलॉइडी सॉल में से विधुत-धारा प्रवाहित की जाती है | |
| Answer» कोलॉइडी कण विपरीत आवेशित इलेक्ट्रॉड की और गमन करते है | कोलॉइडी कणों का आवेश समाप्त हो जाता है तथा इससे वे स्कन्दित हो जाते है | | |
| 34. |
आर्सेनियस सल्फाइड सॉल को स्कन्दित करने में `AlCl_(2)` का `0.1M` घोल `0.1 M Na_(2)PO_(4)` की अपेक्षा अधिक प्रभावशाली होता है , परन्तु फेरिक ऑक्साइड सॉल को स्कन्दित करने में `AlCl_(3)` का `0.1 M` घोल `Na_(3)PO_(4)` के `0.1 M` घोल की अपेक्षा कम प्रभावशाली होता है | कारण बतलाइए | |
| Answer» `As_(2)S_(3)` का सॉल ऋणात्मक होता है अतः प्रभावी आयनों `Al^(3+)(AlCl_(3))` एवं `(Na_(3)PO_(4))` में `Al^(3+)` अधिक संयोजकता के कारण अधिक प्रभावी होगा | वही `Fe(OH)_(3)` का सॉल धनात्मक होता है अतः प्रभावी आयनों `Cl^(-)(AlCl_(3))` एवं `PO_(3)^(3-)(Na_(3)PO_(4))` में `PO_(4)^(3-)` अधिक प्रभावी होगा | | |
| 35. |
स्पष्ट कीजिए , क्या अवलोकित होता है जब -(i ) एक प्रकाश पुँज को कोलायडी विलयन से प्रवहित किया जाता है ? (ii ) एक विधुत अपघट्य (NaCl ) को जलयोजित फैरिक एक्ससाइड सॉल में मिलाया जाता है ? (iii ) कोलायडी विलयन में विधुत धारा प्रवाहित की जाती है ? |
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Answer» (i ) किरण पुंज का पथ नीले प्रकाश से प्रदीप्त हो जाता है ( टिंडल प्रभाव , विस्तृत वर्णन के लिए कृपया देखे )। (ii ) फैरिक हाइड्राक्साइड के धनात्मक आवेशित कोलायडी कण NaCl के ऋणात्मक आवेशित `Cl ^(- )` आयनों द्वारा स्कन्दित हो जाते है (iii ) जब विधुत धारा कोलायडी विलयन से प्रवाहित की जाती है तो कोलायडी कण विपरीत आवेशित इलेक्ट्रोड की और गमन करते है , उनका आवेश उदासीन हो जाती है तथा वे स्कन्दित हप जाते है ( विस्तृत जानकारी हेतु पाठ्य देखे )। |
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| 36. |
निम्नलिखित परिस्थितियों में क्या प्रेक्षण होंगे? (i) जब प्रकाश किरण पुंज कोलॉइडी सॉल में से गमन करता है। (ii) जलयोजित फेरिक ऑक्साइड सॉल में NaCI वैद्युत् अपघट्य मिलाया जाता है। (ii) कोलॉइड सॉल में विद्युत् धारा प्रयाहित की जाती है। |
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Answer» (i) टिण्डल प्रभाव के कारण प्रकाश मार्ग के साथ-साथ कोलॉइड कण भी चमकने लगते हैं। (ii) धनावेशित फेरिक हाइड्रॉक्साइड के कोलॉइडी कण CI- आयनों द्वारा उदासीन हो जाता है, अतः विलयन स्कब्दित हो जाता है। (iii) कोलॉइड कण वैद्युत् कण संचलन प्रकट करते हैं। |
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| 37. |
निम्न अभिक्रियाओं में प्रयुक्त ऋणात्मक उत्प्रेरक का नाम लिखिए- (i) `2H_(2)O_(2) to 2H_(2)O+O_(2)` (ii) `2CHCl_(3)+O_(2) to 2COCl_(2)+2HCl` |
| Answer» (i) `H_(3)PO_(4)` अथवा ग्लिसरीन (ii) `C_(2)H_(5)OH` | |
| 38. |
निम्नलिखित प्रक्रमों में प्रयोग होने वाले उत्प्रेरक बताइए- (i) तेलों का हाइड्रोजनीकरण (ii) डीकन विधि द्वारा `HNO_(3)` क्लोरीन का निर्माण (iii) ऑस्टवाल्ट विधि द्वारा `HNO_(3)` के निर्माण में (iv) सम्पर्क विधि द्वारा `H_(2)SO_(4)` के निर्माण में (v) सीस कक्ष विधि द्वारा `H_(2)SO_(4)` के निर्माण में (vi) हैबर विधि द्वारा `NH_(3)` के निर्माण में (vii) `N_(2)+3H_(2) to 2NH_(3)` (viii) `2SO_(2)+O_(2) to 2SO_(3)` |
| Answer» (i) Ni, (ii) `CuCl_(2)`, (iii) Pt, (iv) Pt, या `V_(2)O_(5)`, (v) NO, (vi) Fe, (vii) Fe, (viii) Pt. | |
| 39. |
`KMnO_(4)` तथा `(COOH)_(2)` के बीच होने वाली अभिक्रिया में उत्प्रेरक क्या है? |
| Answer» `Mn^(2+)` स्व-उत्प्रेरक की तरह कार्य करता है। | |
| 40. |
क्या होता है जब ? जिलेटिन की उपस्थिति में और अनुपस्थिति में कोलॉइडी विलयन में मात्रा में विधुत-अपघट्य मिलते है | |
| Answer» उपस्थिति में स्कंदन नहीं होता, अनुपस्थिति में स्कंदन हो जाता है | | |
| 41. |
निम्नलिखित परिस्थितियों में क्या प्रेक्षण प्राप्त होंगे ? जलयोजित फेरिक ऑक्साइड सॉल में NaCl वैधुत-अपघट्य मिलाया जाता है | |
| Answer» फैरिक ऑक्साइड का कोलॉइडी वियन धनावेशित होता है |यह धनावेश `Cl^(-)` आयनों द्वारा उदासीन हो जाता है | इससे कोलॉइडी कणों का आवेश समाप्त हो जाता है तथा वे स्कन्दित हो जाते है | | |
| 42. |
सिल्वर आयोडाइड का उपयोग कृत्रिम वर्षा के लिये करते हैं, क्योंकि यह-A. ऊँचाई पर आसानी से छिड़का जा सकता है।B. आसानी से संश्लेषित किया जा सकता है।C. क्रिस्टल संरचना बर्फ के समान है।D. जल में अविलेय है |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 43. |
संगुणित कोलॉइड का उदाहरण है-A. दूधB. साबुन का विलयनC. रबर लैटेक्सD. वनस्पति तेल। |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 44. |
निम्नलिखित अभिक्रियाओं में प्रयोग होने वाले उत्प्रेरक कौन-से है? `underset("Maltose")(C_(12)H_(22)O_(11))+H_(2)O to underset("Glucose")(2C_(6)H_(12)O_(6))` `NH_(2)CONH_(2)+H_(2)O to 2NH_(3)+CO_(2)` |
| Answer» (i) माल्टोज (ii) यूरिएज | |
| 45. |
कोलॉइडी कणों का आकार है-A. 1 nmB. 1-100 nmC. 100 nmD. 1000 nm. |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 46. |
जल में तेल प्रकार के पायस में किसी वैधुत अपघट्य की शुक्ष्म मात्रा मिलाने पर चालकता ................ है | |
| Answer» Correct Answer - बढ़ती | |
| 47. |
निम्न पदों को उचित उदाहरण सहित समझाइए एल्कोसॉल |
| Answer» एल्कोसॉल : यह वह कोलॉइडी विलयन है, जिसमें एल्कोहॉल परिक्षेपण माध्यम का कार्य करता है जैसे कोलीडॉन | इसमें सैलुलोज नाइट्रेट परिक्षिप्त प्रावस्था तथा ऐथिल ऐल्कोहॉल परिक्षेपण माध्यम का कार्य करता है | | |
| 48. |
W/o प्रकार के पायस में जल ……... का कार्य करता है । जबकि तेल ………….. का कार्य करता है । |
| Answer» परिक्षिप्त प्रावस्था , परिक्षेपण माध्यम | |
| 49. |
ग्लूकोज के ऐल्कोहॉल में परिवर्तन में कौन-सा एन्जाइम प्रयोग होता है? |
| Answer» Correct Answer - जाइमेज | |
| 50. |
कोलॉइडी कणों का आकार कितना होता हैं ? एक ऋणात्मक कोलॉइड का उदाहरण दीजिए | |
| Answer» `10^(-7)` से `10^(-5)` सेमीo, `As_(2)S_(3)` सॉल| | |