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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 1. | हल्का काम करने वाले व्यक्ति को कितनी कैलोरी की आवश्यकता है?(क) 3000(ख) 2500(ग) 3500(घ) 2200 | 
| Answer» सही विकल्प है (ख) 2500 | |
| 2. | शाकाहारी स्त्री के आहार में मात्रा बढ़ा देनी चाहिए(क) मांस की(ख) अण्डों की(ग) अनाज की(घ) दूध की | 
| Answer» सही विकल्प है (घ) दूध की | |
| 3. | शरीर में कार्बोहाइड्रेट्स का प्रमुख कार्य है(क) विटामिन को निर्माण(ख) जीवद्रव्य का संगठन(ग) ऊर्जा का उत्पादन(घ) इनमें से कोई नहीं | 
| Answer» सही विकल्प है (ग) ऊर्जा का उत्पादन | |
| 4. | दूध में प्रोटीन किस रूप में होती है?(क) केसिन(ख) ब्लूटिन(ग) मायोसिन(घ) एल्ब्यूमिन | 
| Answer» सही विकल्प है (क) केसिन | |
| 5. | मक्खन में आहार का कौन-सा तत्त्व होता है? | 
| Answer» मक्खन में प्रमुखतः वसा, विटामिन ‘ए’ व ‘डी’ होते हैं। | |
| 6. | प्रमुख भोज्य पदार्थों से हमें कितनी ऊर्जा मिलती है? | 
| Answer» प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट्स तथा वसा प्रमुख भोज्य पदार्थ हैं जो कि हमें ऊर्जा प्रदान करते हैं। इनकी एक ग्राम मात्रा शरीर में जाने के पश्चात् निम्न प्रकार से ऊर्जा उत्पन्न करती है प्रोटीन                      4.1 कैलोरी | |
| 7. | किसी भी भोज्य पदार्थ से प्राप्त ऊर्जा को नापने की इकाई है(क) ग्राम(ख) औंस(ग) डिग्री(घ) कैलोरी | 
| Answer» सही विकल्प है (घ) कैलोरी | |
| 8. | 9-12 माह के शिशु को ऊर्जा चाहिए(क) 1000 कैलोरी(ख) 1400 कैलोरी(ग) 1500 कैलोरी(घ) 1600 कैलोरी | 
| Answer» सही विकल्प है (क) 1000 कैलोरी | |
| 9. | कुपोषण से बचने का उपाय है(क) सन्तुलित आहार(ख) पर्याप्त आहार(ग) मांसाहारी आहार(घ) शाकाहारी आहार। | 
| Answer» सही विकल्प है (क) सन्तुलित आहार | |
| 10. | कुपोषण से आप क्या समझती हैं? इससे बचने के उपाय बताइए।याकुपोषण का क्या अर्थ है? कुपोषण का क्या कारण है एवं स्वास्थ्य पर उसका क्या प्रभाव पड़ता है? स्पष्ट कीजिए। | 
| Answer» कुपोषण-आहार में सभी अनिवार्य तत्त्व सम्मिलित होने पर भी यदि स्वास्थ्य में निरन्तर गिरावट हो रही हो तो इसे दोषपूर्ण पोषण अथवा कुपोषण कहते हैं। अतः कुपोषण का अर्थ है आहार का दोषपूर्ण उपभोग। उदाहरण के लिए-अरुचिपूर्ण आहार चाहे जितना भी पौष्टिक हो, पर्याप्त लाभकारी नहीं होता। इसी प्रकार अनिच्छापूर्वक व अनियमित रूप से आहार का उपयोग करना लाभप्रद न होकर अस्वस्थता को जन्म दे सकती है। कुपोषण को ठीक प्रकार से समझने के लिए सम्बन्धित कारणों को जानना आवश्यक है। कुपोषण के कारण कुपोषण की पृष्ठभूमि में अज्ञानता एवं लापरवाही से आहार के उपभोग करने का महत्त्वपूर्ण योगदान है, जिसे निम्नलिखित कारणों का अध्ययन कर भली प्रकार समझा जा सकता है (1) कार्य की अधिकता: (2) निद्रा में कमी: (3) अस्वस्थता: (4) घर एवं कार्यस्थल पर उपेक्षा: (5) अनुपयुक्त एवं अनियमित आहार: (6) गरिष्ठ आहार: कुपोषण के लक्षण (प्रभाव) 
 कुपोषण से बचने के उपाय कुपोषण से बचने के लिए पोषण के दोषपूर्ण तरीकों को दूर करने के उपायों पर विचार करना आवश्यक है। कुपोषण का विलोम शब्द है ‘सुपोषण’ अर्थात् अच्छा पोषण आहार के विभिन्न पोषक तत्त्वों, का उपयुक्त मात्रा में शरीर को उपलब्ध होना तथा उनका सही पाचन सुपोषण कहलाता है। सुपोषण के सामान्य नियमों का पालन करना ही कुपोषण से बचने का एकमात्र विकल्प है। सुपोषण के सामान्य नियमों का विवरण निम्नलिखित है (1) ताजा एवं सुपाच्य आहार: (2) परोसने की कला: (3) पदार्थों एवं रंगों में परिवर्तन: (4) आहार को नियमित समय: (5) जल की मात्रा: (6) आहार पकाने की विधि: (7) यथायोग्य आहार: | |
| 11. | सन्तुलित आहार तथा पर्याप्त आहार में अन्तर स्पष्ट कीजिए। | 
| Answer» ‘सन्तुलित आहार’ तथा ‘पर्याप्त आहार’ दो भिन्न-भिन्न धारणाएँ हैं। इनमें स्पष्ट अन्तर है। पर्याप्त आहार से आशय है आहार का मात्रा में पर्याप्त होना अर्थात् इतना आहार उपलब्ध होना, जिससे व्यक्ति का पेट भर जाए तथा भूख मिट जाए। यहाँ यह स्पष्ट कर देना अनिवार्य है कि ‘पर्याप्त आहार अनिवार्य रूप से ‘सन्तुलित आहार नहीं होता। इससे भिन्न ‘सन्तुलित आहार’ की धारणा में इसके गुणात्मक पक्ष की प्रधानता होती है। सन्तुलित आहार मात्रा में पर्याप्त होने के साथ-साथ आहार सम्बन्धी सभी उद्देश्यों की पूर्ति करने वाला भी होता है; उसमें आहार के सभी पोषक तत्त्व उचित मात्रा एवं अनुपात में विद्यमान होते हैं। | |
| 12. | कुपोषण के कोई दो कारक बताइए। | 
| Answer» (1) कार्य की अधिकता | |
| 13. | आहार से प्राप्त होने वाली ऊर्जा की इकाई क्या है? | 
| Answer» आहार से प्राप्त ऊर्जा की इकाई कैलोरी है। | |
| 14. | एक सामान्य व्यक्ति के दैनिक आहार में कैल्सियम, फॉस्फोरस व लोहे की मात्रा कितनी होनी चाहिए? | 
| Answer» एक सामान्य व्यक्ति के दैनिक आहार में कैल्सियम 2.02 ग्राम, फॉस्फोरस 1.47 ग्राम तथा लोहा 30 से 40 मिलीग्राम तक होना चाहिए। | |
| 15. | सामान्य स्थिति में स्त्रियों को पुरुषों की अपेक्षा कम आहार की आवश्यकता होती है। क्यों? | 
| Answer» इसके प्रमुख कारण हैं 
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| 16. | बड़ों की अपेक्षा बच्चों को अधिक आहार की क्यों आवश्यकता होती है? | 
| Answer» बढ़ते हुए बच्चों को प्रति किलोभार के अनुसार सभी तत्त्वों की आवश्यकता होती है। 5 वर्ष की आयु के पश्चात् कैलोरी की आवश्यकता घट जाती है। अत: बच्चों को बड़ों की अपेक्षा अधिक कैलोरी वाला आहार देना आवश्यक है। इसका प्रमुख कारण उनके शरीर को होने वाला विकास है। बाद में एक निश्चित समय के बाद शरीर की इस प्रकार की वृद्धि समाप्त हो जाती है। इसलिए बड़ों को केवल टूट-फूट व कार्य शक्ति प्राप्त करने के लिए आहार की आवश्यकता होती है। | |
| 17. | बहुप्रयोजन आहार से क्या तात्पर्य है? | 
| Answer» शरीर को स्वस्थ, क्रियाशील, निरोग एवं चुस्त रखने के लिए पौष्टिक आहार की आवश्यकता होती है। पौष्टिक आहार सभी प्रकार के पोषक तत्वों से युक्त होता है। इस प्रकार के आहार के लिए अनेक शोध कार्य किए गए, जिनके परिणामस्वरूप सभी प्रकार के पोषक तत्त्वों से युक्त तथा सस्ता आहार तैयार किया जा सका। इस आहार को बहुप्रयोजन आहार कहते हैं। बहुप्रयोजन आहार बनाने की विधि-तिलहनों का तेल निकाल लेने के बाद बचा पदार्थ खली कहलाता है। इसमें अनेक पोषक तत्त्व पाए जाते हैं। हमारे देश में बहुप्रयोजन आहार बनाने के लिए मुख्य रूप से सोयाबीन व मूंगफली की खली प्रयोग में लाई जाती है। इसमें चने का आटा तथा कुछ खनिज लवण व विटामिन मिलाए जाते हैं। बहुप्रयोजन आहार का महत्त्व-यह बच्चों के लिए, गर्भवती तथा शिशु को दूध पिलाने वाली महिलाओं के लिए विशेष रूप से उपयोगी होता है। इसमें आहार के सामान्य रूप से अनिवार्य सभी तत्त्व समुचित मात्रा में पाए जाते हैं। बच्चों के लिए इसकी दैनिक आवश्यकता लगभग 30 ग्राम तथा बड़ों के लिए 60 ग्राम होती है। | |
| 18. | ‘आहार की तालिका’या’ मीनू’ बनाने का क्या महत्त्व है? मीनू बनाते समय किन-किन बातों को ध्यान में रखना चाहिए? सविस्तार समझाइए।यासन्तुलित आहार-तालिका बनाते समय किन बातों को ध्यान में रखना चाहिए? | 
| Answer» आहार की तालिका बनाने के लाभ-एक समझदार गृहिणी प्रायः आहार की दैनिक, साप्ताहिक एवं मासिक तालिकाएँ बनाती है; क्योंकि 
 मीनू बनाते समय ध्यान देने योग्य बातें– (1) पौष्टिक तत्त्व युक्त आहार: आहार खाने वाले की रुचि के अनुसार होना चाहिए, जैसे कि चपाती खाने वाले के लिए चपातियाँ तथा चावल खाने वाले के लिए दाल-भात इत्यादि। | |
| 19. | आहार आयोजन से आप क्या समझती हैं? | 
| Answer» आहार योजना बनाते समय परिवार की आय को ध्यान में रखा जाता है। इसके अन्तर्गत सभी पौष्टिक तत्त्वों से युक्त आहार कम-से-कम मूल्य में तैयार करने का प्रयास किया जाता है। सभी सदस्यों की रुचि एवं आवश्यकता के अनुसार गृहिणी दैनिक एवं साप्ताहिक मीनू बनाती है। आहार योजना बनाने के लिए गृहिणी को निम्नलिखित बातों की जानकारी होनी चाहिए 
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| 20. | सन्तुलित आहार से क्या आशय है? | 
| Answer» व्यक्ति की आहार सम्बन्धी समस्त आवश्यकताओं को पूरा करने वाला आहार सन्तुलित आहार कहलाता है। | |
| 21. | स्पष्ट कीजिए कि सन्तुलित आहार सापेक्ष होता है। | 
| Answer» आहार एवं पोषण विज्ञान की मान्यता है कि प्रत्येक व्यक्ति को ‘सन्तुलित आहार ग्रहण करना चाहिए। ‘सन्तुलित आहार’ की अवधारणा का विश्लेषण करने पर स्पष्ट होता है कि सन्तुलित आहार अपने आप में सापेक्ष होता है अर्थात् भिन्न-भिन्न व्यक्तियों के लिए भिन्न-भिन्न प्रकार का एवं भिन्न-भिन्न मात्रा का आहार सन्तुलित आहार होता है। भिन्न-भिन्न प्रकार एवं मात्रा वाला कार्य करने वाले व्यक्तियों के लिए भिन्न-भिन्न मात्रा एवं अनुपात में आहार ही सन्तुलित आहार कहलाती है। जो आहार एक बच्चे के लिए सन्तुलित होता है, वह एक युवक के लिए सन्तुलित आहार नहीं कहला सकता। इसी प्रकार खेत अथवा कोयले की खान में दिन भर शारीरिक श्रम करने वाले श्रमिक तथा मेज-कुर्सी पर बैठकर पुस्तक लिखने वाले बुद्धिजीवी लेखक का सन्तुलित आहार एकसमान नहीं हो सकता। स्पष्ट है कि सन्तुलित आहार सापेक्ष होता है तथा इसका निर्धारण व्यक्ति के सन्दर्भ में विभिन्न कारकों को ध्यान में रखकर ही किया जाता है। | |
| 22. | व्यक्ति के सन्दर्भ में सन्तुलित आहार के निर्धारक कारक कौन-कौन से हैं? | 
| Answer» व्यक्ति के सन्दर्भ में सन्तुलित आहार के निर्धारक कारक हैं—आयु, लिंग-भेद, शरीर का आकार, शारीरिक श्रम तथा जलवायु। | |
| 23. | सन्तुलित आहार के निर्धारक कारकों का वर्णन कीजिए। | 
| Answer» हम जानते हैं कि सन्तुलित आहार सापेक्ष होता है अर्थात् भिन्न-भिन्न व्यक्तियों के लिए भिन्न-भिन्न परिस्थितियों में भिन्न-भिन्न प्रकार एवं मात्रा वाला आहार सन्तुलित आहार कहलाता है। सन्तुलित आहार के निर्धारक कारक निम्नवर्णित हैं (1) आयु: (2) लिंग भेद: (3) शारीरिक आकार: (4) जलवायु: (5) शारीरिक श्रम: | |
| 24. | सन्तुलित आहार (balanced food) से आप क्या समझती हैं? विस्तृत स्पष्टीकरण प्रस्तुत कीजिए। | 
| Answer» प्राणीमात्र के जीवित रहने के लिए वायु के बाद सर्वाधिक आवश्यक वस्तु भोजन या आहार है। आहार का हमारे जीवन में बहुपक्षीय महत्त्व है। आहार की आवश्यकता एक नैसर्गिक आवश्यकता है; जिसको आभास भूख लगने से होता है। सामान्य रूप से समझा जाता है कि आहार का केवल यही एक कार्य है। वास्तव में इसके अतिरिक्त भी अन्य विभिन्न कार्य आहार द्वारा सम्पन्न होते हैं। स्वास्थ्य विज्ञान एवं आहार-शास्त्र के विस्तृत अध्ययनों के परिणामस्वरूप निष्कर्ष प्राप्त हुआ है कि आहार के सभी कार्यों को पूरा करने के लिए तथा शरीर की आहार सम्बन्धी समस्त आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु आहार को सन्तुलित (balanced) होना चाहिए। सन्तुलित आहार का अर्थ सन्तुलित आहार सम्बन्धी स्पष्टीकरण सन्तुलित आहार का अर्थ जानने के उपरान्त इसके विषय में कुछ प्रश्न उत्पन्न होते हैं, जैसे कि-क्या भरपेट आहार ही सन्तुलित आहार है? क्या सन्तुलित आहार काफी महँगा होता है? क्या स्वादिष्ट आहार सन्तुलित होता है? क्या ऊर्जादायक एवं वृद्धिकारक आहार ही सन्तुलित होता है? इन प्रश्नों का समुचित स्पष्टीकरण निम्नवर्णित है । (1) क्या भरपेट आहार सन्तुलित आहार है? (2) क्या महँगा आहार सन्तुलित आहार है? (3) क्या स्वादिष्ट आहार सन्तुलित आहार है? (4) क्या वृद्धिकारक आहार सन्तुलित आहार है? (5) क्या ऊर्जादायक आहार सन्तुलित आहार है? स्पष्टीकरण पर आधारित निष्कर्ष | |
| 25. | बाल्यावस्था में सन्तुलित आहर में किन पोषक तत्वों की प्राथमिकता दी जानी चाहिए? | 
| Answer» बाल्यावस्था में सन्तुलित आहर वृद्धिकारक तथा ऊर्जादायक तत्त्वों की प्राथमिकता दी जानी चाहिए। | |
| 26. | क्या सभी व्यक्तियों के लिए सन्तुलित आहार बिल्कुल समान होता है ? | 
| Answer» सभी व्यक्तियों के लिए सन्तुलित आहार समान नहीं होता। यह सापेक्ष होता है। अर्थात् भिन्न-भिन्न श्रम एवं प्रकृति वाले व्यक्तियों का सन्तुलित आहार भिन्न-भिन्न होता है। | |
| 27. | एक वृद्ध व्यक्ति की अपेक्षा एक युवक के आहार में क्या अन्तर होना चाहिए? | 
| Answer» एक युवक को एक वृद्ध की अपेक्षा अधिक कैलोरी वाले आहार की आवश्यकता होती है। | |
| 28. | प्रौढ़ावस्था में आहार ग्रहण करने का प्रमुख उद्देश्य क्या होता है? | 
| Answer» प्रौढ़ावस्था में मुख्य रूप से ऊर्जा प्राप्त करने के लिए तथा शरीर के रख-रखाव के लिए आहार ग्रहण किया जाता है। | |
| 29. | अंकुरित मूंग में कौन-सा विटामिन पाया जाता है? | 
| Answer» अंकुरित मूंग में विटामिन ‘सी’ पाया जाता है। | |
| 30. | प्रोटीन प्राप्त करने के लिए कुछ प्रमुख स्रोत बताइए। | 
| Answer» प्रोटीन, दूध, दही, मांस, मछली, अण्डा, दालें व सोयाबीन आदि से प्राप्त किया जा सकता है। | |
| 31. | गर्मियों की अपेक्षा सर्दियों में अधिक आहार की आवश्यकता क्यों होती है? | 
| Answer» सर्दियों में शरीर को उचित ताप पर बनाए रखने के लिए अधिक आहार की आवश्यकता होती है। | |
| 32. | कॉफी के प्रयोग से क्या हानियाँ हैं? | 
| Answer» यह कार्बोज के पाचन में बाधा उत्पन्न करती है, हृदय की धड़कनें बढ़ाना, नींद में कमी तथा स्नायु-तन्त्र में विकार इनकी अन्य हानियाँ हैं। | |
| 33. | हरी पत्तेदार सब्जियों की क्या उपयोगिता है? | 
| Answer» हरी पत्तेदार सब्जियाँ रोगों से बचाने में सहायता करती हैं। | |
| 34. | विटामिन ‘ए’ एवं डी’ के लिए सरलता से उपलब्ध होने वाला स्रोत कौन-सा है? | 
| Answer» दूध में विटामिन ‘ए’ व ‘डी’ पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। | |
| 35. | शाकाहारी व्यक्तियों के लिए प्रोटीन प्राप्ति के कोई तीन स्रोत बताइए। | 
| Answer» (1) दूध | |
| 36. | हरी सब्जियाँ क्यों आहार का मुख्य अंग मानी जाती हैं? | 
| Answer» हरी सब्जियाँ रक्षात्मक खाद्य पदार्थों की श्रेणी में आती हैं; क्योंकि इनमें आवश्यक खनिज लवण एवं विटामिन पाए जाते हैं। | |
| 37. | विटामिन ‘डी’ की प्राप्ति का स्रोत है(क) फल एवं सब्जियाँ(ख) हवा एवं पानी(ग) सूर्य का प्रकाश(घ) ये सभी | 
| Answer» सही विकल्प है (ग) सूर्य का प्रकाश | |
| 38. | भोज्य पदार्थों को परिवर्तन कर प्रयोग करने से आहार में(क) पौष्टिक तत्त्वों की कमी हो जाती है(ख) रुचि उत्पन्न होती है(ग) कोई लाभ नहीं होता है(घ) व्यवस्था में कठिनाई होती है। | 
| Answer» सही विकल्प है (ख) रुचि उत्पन्न होती है | |
| 39. | आहार की उपयोगिता अधिक निर्भर करती है उसके(क) पौष्टिकता के गुण पर (ख) स्वादिष्ट होने पर(ग) पचने पर(घ) इनमें से कोई नहीं। | 
| Answer» सही विकल्प है (ग) पचने पर | |
| 40. | दालों में सबसे अधिक मिलता है(क) खनिज लवण(ख) प्रोटीन(ग) ग्लूकोस(घ) इनमें से कोई नहीं | 
| Answer» सही विकल्प है (ख) प्रोटीन | |
| 41. | सलाद में पाया जाता है(क) कार्बोहाइड्रेट्स(ख) खनिज लवण(ग) वसा(घ) प्रोटीन | 
| Answer» सही विकल्प है (ख) खनिज लवण | |
| 42. | सन्तुलित आहार में उपयुक्त मात्रा में होते हैं(क) विटामिन वे खनिज लवण(ख) प्रोटीन(ग) कार्बोज व वसा(घ) ये सभी। | 
| Answer» सही विकल्प है (घ) ये सभी | |