InterviewSolution
This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
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राजकीय तत्त्व किसे कहते हैं ? |
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Answer» सरकार के साथ संकलित तत्त्व और जिस पक्ष की सरकार हो उनकी आर्थिक विचारधारा से जुड़े हुए तत्त्वों को राजकीय तत्त्व कहते हैं । |
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M.R.T.P. = Monopoly & Restrictive Trade Practices Act |
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Answer» M.R.T.P. = Monopoly & Restrictive Trade Practices Act को संक्षिप्त में M.R.T.P. द्वारा जाना जाता है । भारत में आर्थिक सत्ता के केन्द्रीकरण को दर करने के लिए एवं नियंत्रित व्यापारी नीति-नियमो को रोकने के लिए सरकार ने जो कानून बनाया उसे M.R.T.P. कहते हैं । |
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भारत WTO का सदस्य कब से है ?(A) 1991(B) स्थापना से ही(C) 2001(D) 1947 |
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Answer» सही विकल्प है (B) स्थापना से ही |
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| 4. |
आवश्यक चीजवस्तुओं का कानून किस वर्ष अस्तित्व में आया ?(A) 1951(B) 1955(C) 1969(D) 1986 |
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Answer» सही विकल्प है (B) 1955 |
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ट्रेडमार्क कानून किस वर्ष अस्तित्व में आया ?(A) 1951(B) 1955(C) 1969(D) 1986 |
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Answer» सही विकल्प है (C) 1969 |
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प्रमाणभूत वजन और माप कानून किस वर्ष अस्तित्व में आया ?(A) 1951(B) 1955(C) 1969(D) 1986 |
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Answer» सही विकल्प है (C) 1969 |
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| 7. |
औद्योगिक विकास और नियमन कानून किस वर्ष अस्तित्व में आया ?(A) 1951(B) 1955(C) 1969(D) 1986 |
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Answer» सही विकल्प है (A) 1951 |
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| 8. |
भारतीय चलन-रूपया को कौन-सी संज्ञा दी गई है ? |
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Answer» भारतीय चलन-रुपया को रु. की संज्ञा दी गई है । |
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| 9. |
धन्धाकीय पर्यावरण का अर्थ समझाकर इनका महत्त्व स्पष्ट कीजिए । |
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Answer» पर्यावरण का अर्थ : धन्धाकीय इकाई को असर करने वाले आस-पास के समूहों को धन्धाकीय पर्यावरण (Business Environment) कहते हैं । पर्यावरण यह सामाजिक, राजकीय, आर्थिक और कानूनों का समूह है जो धंधे के विकास एवं पतन का सर्जन करता है ।। आर्थर एम विमर के मतानुसार ‘धन्धाकीय पर्यावरण अर्थात् आर्थिक, सामाजिक, राजकीय, कानूनी और तकनीकि परिबलों का समूह है । जिससे धंधाकीय प्रवृत्ति की जाती है ।’ धंधाकीय इकाई के संचालकों के द्वारा धंधाकीय पर्यावरणों का ध्यान में रखते हुए संचालन करना होता है । जैसे सन 1986 में ग्राहक सुरक्षा एक्ट अमल में आया तब से मालिकों, उत्पादकों एवं व्यापारियों के द्वारा ग्राहकों को योग्य सेवा प्रदान करने का निर्णय लिया गया । इससे ग्राहकों का शोषण से मुक्ति एवं योग्य लाभ प्राप्त हुआ है । कई इकाईयों में कम्प्यूटर द्वारा कार्य किया जाता है । तथा इकाईयों ने प्रदुषण अंकुश के हेतु का पालन करने के लिए प्रदूषण निराकरण के कई पहलूओं को अपनाया गया है । धन्धाकीय/व्यवसायिक पर्यावरण का महत्त्व (उपयोगिता) : (1) लाभ के अवसर का सृजन : धंधाकीय पर्यावरण अनेक लाभ के अवसरों का सर्जन करता है । जो संचालक इन अवसरों को ध्यान में लेकर प्रवृत्ति करते हैं । वे अपनी स्पर्धात्मक इकाई की स्पर्धा में आगे रहते हैं । और अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं । जैसे लोहे के अधिक उपयोग के स्थान पर फाइबर की सामग्री का उपयोग वाहनो में करने से वाहन बनानेवाली कंपनी बाजार में अधिक लाभ प्राप्त करती है । (2) महत्त्वपूर्ण निर्णय लेना अथवा संचालकों की संवेदनशीलता : धंधाकीय पर्यावरण द्वारा धंधे की सफलता के लिए योग्य निर्णय लेने में सहायक (मददरूप) बनते हैं । योग्य निर्णय लेने से धंधे का विकास एवं प्रगति निश्चित होती है । जैसे वस्तु बाजार में ग्राहकों की व्हील साबुन की मांग कम होने पर उत्पादक व्हील पावडर का अधिक उत्पादन करते हैं । जिससे उत्पादक ग्राहकों की मांग के अनुसार वस्तु की पूर्ति करने में सफल बनता है । (3) नीति विषय निर्णय लेने में आधार रूप पर्यावरण की पहचान : धंधाकीय नीतियों की रचना, नीतियों का पालन तथा नीतियों की सफलता एवं निष्फलता के संजोगो का मूल्यांकन किया जा सकता है । और इकाई भविष्य के लिए आयोजन कर सकता है । जैसे वर्तमान समय में भारत का प्रवासन उद्योग यह विशाल उद्योग है । इसके बावजूद भी समग्र विश्व की तुलना में भारत का स्थान काफी पीछे है । अत: इस समय पर कोई कंपनी अलग-अलग स्थानों पर होटलों की स्थापना करने का नीतिविषयक निर्णय लेकर अन्य स्पर्धात्मक कंपनी का सामना कर सकती है । वर्तमान में भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) भी स्वीकारा गया है । (4) सतत अध्ययन हेतु पर्यावरण : धंधाकीय संचालकों को सतत नए-नए पहलूओं के अध्ययन हेतु आधार प्रदान करता है । इन नवीनतम पहलूओं का विशेष अध्ययन करके इकाई में संचालन की प्रवृत्ति की जाए तो इकाई का विकास एवं लाभ के अवसर प्राप्त कर सकते हैं । जैसे कम्प्यूटर के क्षेत्र में नई-नई टेक्नोलोजी का उपयोग होता है । इसका लगातार अध्ययन किया जाए और नए परिवर्तनों के साथ प्रवृत्ति की जाए तो कम्प्यूटर के क्षेत्र में विशेष सफलता प्राप्त कर सकते हैं । (5) हानिकारक जोखिमों से बचने के लिए : धंधाकीय पर्यावरण में इकाई को असर करने वाले आंतरिक एवं बाहरीय परिबलों पर विचार किया जाता है । पर्यावरण से इकाई को भविष्य में कोई नुकसान हो सकता है । इसका अध्ययन किया जाता है । जिसके संचालक इकाई और पर्यावरण के बीच संकलन रखते हैं । (6) पूँजी विनिमय के निर्णय हेतु : धंधाकीय पर्यावरण के परिबलों का अध्ययन करने से पूँजी विनियोग करना योग्य है या नहीं इसका निर्णय लिया जा सकता है । जैसे स्थिर पूँजी, कार्यशीलपूँजी, सार्वजनिक बचत, ऋणपत्र, प्रेफेरेन्स शेयर इन समग्र पूँजी प्राप्त करने के प्राप्ति स्थान तथा विनियोग को की रूचि की जानकारी धंधाकीय पर्यावरण के अध्ययन से प्राप्त होती है । (7) भय स्थानों की पहचान : निरन्तर बदलने रहता धन्धाकीय पर्यावरण में कई भयस्थान रखता है । कई उत्पादों अथवा सेवाओं को ग्राहक अमुक समय के पश्चात स्वीकार नहीं करते । ऐसे भय स्थानों की पहचान होने से धन्धा में आवश्यक परिवर्तन अनिवार्य हो जाता है । जैसे भारत में रेडियो की प्रचलितता आरम्भ के वर्षों में बहुत अधिक थी, लेकिन रंगीन टेलीविजन के आने से रेडियो का महत्त्व घटने लगा था । रेडियो की सेवा में परिवर्तन लाया गया । वर्तमान में रेडियो की सेवा FM द्वारा प्राप्त बनी है । FM रेडियो की विविध चेनलों द्वारा उद्घोषक अपने को RJ (Radio- Jockey) या MJ (Music Jockey) के रूप में पहचाना जाता है और FM बेन्ड रेडियो उनकी विविध चेनलो द्वारा प्रचलित बना है । |
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FERA के स्थान पर कौन-सा कानून लाया गया ? |
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Answer» FERA के स्थान पर FEMA कानून लाया गया । |
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राजकोषीय नीति कौन-सी बातों के साथ संकलित है ? |
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Answer» राजकोषीय नीति कर का ढाँचा और सरकारी खर्च के साथ संकलित है । |
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……………………… नीति कर का ढाँचा और सरकारी खर्च के साथ संकलित है ।(A) मत्स्य(B) राजकोषीय(C) खनन(D) वन |
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Answer» सही विकल्प है (B) राजकोषीय |
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पूँजीवादी आर्थिक नीति में उत्पादकों को क्या अधिकार है ? |
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Answer» पूँजीवादी आर्थिक नीति में उत्पादकों को आर्थिक प्रवृत्ति के सन्दर्भ में समस्त निर्णय लेने का अधिकार होता है । |
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WTO संज्ञा समझाइये । |
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Answer» WTO अर्थात् World Trade Organisation का संक्षिप्त रूप है । जिसका अर्थ होता है ‘विश्व व्यापार संगठन’ समग्र विश्व को एक ही व्यापार मंच पर इकट्ठा किया जा सके इस उद्देश्य की रचना की गई है । भारत प्रारम्भ से ही इसका सदस्य बना है । |
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उदारीकरण का अर्थ बताइये । |
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Answer» उदारीकरण (Liberalisation) अर्थात् व्यापार धन्धा के लिये नियंत्रित अर्थतंत्र के मार्ग छोड़कर उन्हें स्वतंत्रता के मार्ग पर प्रगति करने का एक प्रयत्न है । उदारीकरण के भाग के रूप में नियंत्रण क्रमशः कम किये गये तथा कितने ही क्षेत्रों में दूर कर दिये गये । |
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वैश्वीकरण का महत्त्व क्यों है ? |
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Answer» वैश्वीकरण के कारण सेवा क्षेत्र का तीव्र विकास के लिये वैश्वीकरण जिम्मेदार बना है । बैकिंग, बीमा, परिवहन, संदेश व्यवहार क्षेत्र में देश की राजकीय सीमा की मर्यादाएँ दूर होती है और कम्पनियाँ ऐसी सेवाओं को विश्व के अधिकांश देशों तक पहुँचा सकते है । अर्थात् कि समग्र विश्व एक गाँव (Global Village) बना है । विश्व का ग्राहक बाजार विकसित होता जा रहा है और अब भारत भी इस व्यवस्था का महत्त्वपूर्ण भाग बन रहा है । |
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वर्तमान में भारत सरकार ने माल और सेवा कर के रूप में कौन-से Tax की प्रक्रिया अपनाई है ? |
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Answer» भारत सरकार में वर्तमान में माल और सेवा के रूप में GST – Goods and Service Act की प्रक्रिया अपनाई है । |
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ग्राहक समझ सकें और सरलतापूर्वक उपयोग कर सके इसके लिए बैंको ने किसकी शुरूआत की है ? |
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Answer» ग्राहक समझ सके और इनका सरलतापूर्वक उपयोग कर सके इसके लिए E-Banking और M-Banking की सेवा बैंको न आरम्भ की है। |
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इनमें से कौन-सा विकल्प निजीकरण का लाभ नहीं है ?(A) कार्यक्षमता में वृद्धि(B) राजनैतिक दलगीरी का अभाव(C) कर्मचारियों का शोषण(D) आधुनिक टेक्नोलॉजी का उपयोग |
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Answer» सही विकल्प है (C) कर्मचारियों का शोषण |
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धंधाकीय/व्यवसायिक पर्यावरण को कौन-से परिबल असर करते है ? |
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Answer» धंधाकीय/व्यवसायिक पर्यावरण को आंतरिक एवं बाहरीय परिबल असर करते है । आंतरिक परिबलो में साधन, सुविधा, कंपनी की पूँजी, धन्धा का उद्देश्य, संचालकीय ढाँचा, कर्मचारियों इत्यादि का समावेश होता है । तथा बाहरीय परिबलों में सामाजिक, सांस्कृतिक, टेक्नोलोजिकल, आर्थिक, राजकीय एवं कानूनी परिबलों इत्यादि का समावेश होता है । |
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……………………….. में परम्परायें, रीति-रिवाज, रहन-सहन की मान्यताएँ आदत आदि का समावेश होता है ?(A) सामाजिक तत्त्व(B) सांस्कृतिक तत्त्व(C) राजकीय तत्त्व(D) कानूनी तत्त्व |
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Answer» सही विकल्प है (B) सांस्कृतिक तत्त्व |
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धन्धाकीय/व्यवसायिक पर्यावरण के साथ संकलित समूहों के नाम दीजिए । |
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Answer» धन्धाकीय/व्यवसायिक पर्यावरण के साथ संकलित समूह जैसे कि ग्राहक, कर्मचारी, स्पर्धी, माल, प्रदान करने वाले होते हैं । |
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धन्धाकीय/व्यवसायिक पर्यावरण के साथ संकलित तत्त्वो के नाम बताइए ? |
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Answer» धन्धाकीय/व्यवसायिक पर्यावरण के साथ आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, टेक्नोलोजिकल, राजनैतिक, कानूनी तत्त्व आदि संकलित होते है। |
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निजीकरण (Privatisation) का अर्थ और इसके लाभ व दोष बताइए । |
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Answer» सार्वजनिक साहसों की मालिकी और संचालन पर का नियंत्रण निजी क्षेत्र की इकाईयों अथवा कम्पनी को सौंपना अर्थात् कि । सार्वजनिक साहसों का संचालन और मालिकी निजी इकाईयों को सौंपने की प्रक्रिया अर्थात् निजीकरण । लाभ : निजीकरण के लाभ अर्थात् निजीकरण के सकारात्मक प्रभाव निम्नलिखित हैं :
दोष अथवा निजीकरण के नकारात्मक प्रभाव : निजीकरण के दोष/नकारात्मक प्रभाव निम्न होते है :
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निजीकरण अर्थात् क्या ? |
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Answer» सार्वजनिक इकाई का संचालन एवं मालिकी निजी इकाईयों को सौंपने की प्रक्रिया निजीकरण कहलाती है । |
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सांस्कृतिक तत्त्वों में कौन-सी बातों का समावेश होता है ? |
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Answer» सांस्कृतिक तत्त्वों में परम्परायें, रीति-रिवाज, रहन-सहन की मान्यताएँ आदत आदि का समावेश होता है । |
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……………………… नीति में ब्याज की दर में परिवर्तन, मुद्रा स्फीति की दर, शान सर्जन, शान की प्राप्ति आदि का समावेश होता है ।(A) औद्योगिक(B) जनसंख्या(C) कृषि(D) मौद्रिक |
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Answer» सही विकल्प है (B) जनसंख्या |
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धन्धाकीय/व्यवसायिक तत्त्वों को मुख्यत: कितने एवं कौन-कौन से भागों में विभाजित किया गया है ? |
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Answer» धन्धाकीय/व्यवसायिक तत्त्वों को मुख्यत: दो भागों में बाँटा गया है :
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पूँजीवादी आर्थिक पद्धति अमल में हो तो इसका सीधा अर्थ क्या होता है ? |
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Answer» पूँजीवादी आर्थिक पद्धति अमल में हो तो इसका सीधा अर्थ होता है ‘मुक्त व्यापार’ की नीति होता है । |
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कौन से सामाजिक परिबल धंधे को असर करते है । |
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Answer» समाज के लोगों की रीति रिवाज, जीवनशैली लोगो की मान्यताएँ, धर्म, जाति, संप्रदाय इत्यादि परिबल धंधे पर असर करते है । |
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धन्धाकीय/व्यवसायिक पर्यावरण के आन्तरिक तत्त्वों का नाम बताइये । |
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Answer» धन्धाकीय/व्यवसायिक पर्यावरण के आन्तरिक तत्त्व निम्न है ।
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मौद्रिक नीति में कौन-सी बातों का समावेश होता है ? |
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Answer» मौद्रिक नीति में ब्याज दर में परिवर्तन, मुद्रा स्फीति की दर, शान सर्जन, शान की प्राप्ति आदि का समावेश होता है । |
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विकासशील देश किसे कहते हैं ? |
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Answer» विकासशील देश अर्थात् ऐसा देश जिसमें राष्ट्रीय आय और प्रति व्यक्ति आय की निरन्तर वृद्धि का लक्षण हो, प्राप्य साधन सम्पत्ति के उपयोग में वृद्धि होती जाती हो, अधिक उत्तम जीवन स्तर के लिए लोगों की भूख सतत बढ़ती जाती हो । |
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मुक्त व्यापार अर्थात्त क्या ? |
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Answer» मुक्त व्यापार अर्थात् इस प्रकार का व्यापार की जिसमें राज्य का हस्तक्षेप कम हो और आर्थिक प्रवृत्तियों के संदर्भ में सभी प्रकार के निर्णय लेने में उत्पादकों को अधिकार प्राप्त हो उसके मुक्त व्यापार कहते हैं । |
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इनमें से कौन-सी आर्थिक पद्धति में अधिकांशत: सरकार के अधीन होने से व्यक्तिगत प्रोत्साहन नाम मात्र का होता है ?(A) पूँजीवादी(B) समाजवादी(C) मिश्र अर्थतंत्र(D) इनमें से कोई नहीं |
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Answer» सही विकल्प है (B) समाजवादी |
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अल्पविकसित देश किसे कहते हैं ? |
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Answer» जिस देश में धंधाकीय विकास के अवसर मर्यादित हों तथा देश के आवक के पहलू की वृद्धि दर कम हो उसे अल्पविकसित देश कहते हैं। |
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प्रति व्यक्ति में वृद्धि कब होती है ? |
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Answer» जिस प्रमाण में आय बढ़े उतने प्रमाण में यदि जनसंख्या में वृद्धि न हो अर्थात् आय वृद्धि की दर जनसंख्या वृद्धि की दर की तुलना में अधिक हो तो प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि होती है । |
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देश के कुल विकास में किन उद्योगो का मुख्य योगदान है ? |
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Answer» देश के कुल विकास में कृषि क्षेत्र औद्योगिक क्षेत्र और सेवा क्षेत्र के उद्योगो का मुख्य योगदान है । |
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कौन-सी आर्थिक पद्धति में उत्पादकों को आर्थिक प्रवृत्ति के सन्दर्भ में सम्पूर्ण निर्णय लेने का अधिकार होता है ?(A) समाजवादी(B) पूँजीवादी(C) मिश्र अर्थतंत्र(D) उपरोक्त सभी |
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Answer» सही विकल्प है (B) पूँजीवादी |
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राजकोषीय नीति के महत्त्वपूर्ण पहलू कितने व कौन-कौन से है ? |
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Answer» राजकोषीय नीति के दो महत्त्वपूर्ण पहलू है ।
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किस देश की प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि होती है । |
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Answer» किसी भी देश में आवक वृद्धि के समान बस्ती में वृद्धि न हो अर्थात् आय में होने वाली वृद्धि की दर जनसंख्या वृद्धि दर से अधिक हो तब प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि होती है । |
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धन्धाकीय/व्यवसायिक पर्यावरण का निरन्तर अध्ययन क्यों जरूरी है ? । |
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Answer» धन्धाकीय पर्यावरण का निरन्तर अध्ययन इसलिये जरूरी है कि धन्धाकीय पर्यावरण संचालकों को निरन्तर सीखने के लिए एक आधार प्रदान करते है । धन्धाकीय पर्यावरण के निरन्तर अध्ययन के कारण धन्धा का कद और लाभ में वृद्धि होती रहती है, पूँजी बाजार की स्थिति, धन्धा के उत्पाद की भविष्य में माँग आदि जान सकते है । जिसके कारण धन्धाकीय इकाई अपना आयोजन बना सकती है । उदाहरण के तौर पर कम्प्यूटर के क्षेत्र में निरन्तर नये-नये सोफ्टवेर तथा हार्डवेर की खोज होती रहती है. जिससे इस क्षेत्र में स्थित लोगों को निरन्तर अध्ययन करना पड़ता है तथा कम्प्यूटर क्षेत्र के धन्धे का विकास क्रमश: बढ़ रहा है । |
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……………………… अर्थात् ऐसा देश कि जिसमें राष्ट्र की कुल आय और प्रति व्यक्ति आय का प्रमाण ऊँचा हो, प्राप्त साधनों का महत्तम विकास हुआ हो ।(A) विकसित देश(B) विकासशील देश(C) अल्पविकसित देश(D) उपरोक्त सभी |
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Answer» सही विकल्प है (A) विकसित देश |
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………………….. जिसमें आय का पहलू बहुत ही निर्बल हो और उनकी वृद्धि दर भी निर्बल हो जो धन्धाकीय विकास के अवसर को कमजोर बनाती है ।(A) विकासशील देश(B) विकसित देश(C) साम्यवादी देश(D) अल्प विकसित देश इनमें |
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Answer» सही विकल्प है (D) अल्प विकसित देश इनमें |
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…………. अर्थात् ऐसा देश कि जिसमें राष्ट्रीय आय और प्रति व्यक्ति आय निरन्तर बढ़ रही हो, प्राप्त साधन सम्पत्ति का उपयोग बढ़ रहा हो, लोगो के जीवन स्तर में सुधार हो रहा हो ।(A) विकसित देश(B) विकासशील देश(C) अल्पविकसित देश(D) पूँजीवादी देश |
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Answer» सही विकल्प है (B) विकासशील देश |
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सन 1991 के पहले किस पर प्रतिबन्ध था ?(A) विदेशी(B) शहरीकरण(C) विदेशी पूँजी निवेश(D) औद्योगीकरण |
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Answer» सही विकल्प है (C) विदेशी पूँजी निवेश |
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जब कोई भी देश विदेशी कम्पनियों को अपने देश में धन्धा करने हेतु अनुमति प्रदान करें और अपने देश की कम्पनियों का विदेश में धन्धा करने की अनुमति प्रदान करे तो क्या कहा जाता है ?(A) उदारीकरण(B) वैश्वीकरण(C) निजीकरण(D) औद्योगिकीकरण |
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Answer» सही विकल्प है (B) वैश्वीकरण |
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मिश्र अर्थतंत्र अर्थात् क्या ? |
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Answer» जिस अर्थतंत्र में धंधाकीय स्वतंत्रता हो परन्तु सरकार की सम्पूर्ण मालिकी अथवा प्रभुत्व हो उसे मिश्र अर्थतंत्र कहते हैं । |
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भारत में कौन-सा अर्थतंत्र कार्यरत है ?(A) मिश्र(B) पूँजीवादी(C) समाजवादी(D) साम्यवादी |
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Answer» सही विकल्प है (A) मिश्र |
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भारत सरकार ने कौन-सा अर्थतंत्र स्वीकार किया है ? |
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Answer» भारत सरकार ने मिश्र अर्थतंत्र स्वीकार किया है । |
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