1.

‘तुमुल’ के आधार पर ‘मकराक्ष-वध’ नामक चतुर्थ सर्ग के कथानक का सारांश लिखिए।

Answer»

चतुर्थ सर्ग (मकराक्ष-वध) इस सर्ग में ‘मकराक्ष के वध’ की कथा और रावण द्वारा मेघनाद की शौर्य-गाथा वर्णित है। राम से युद्ध करते हुए संग्राम में मकराक्ष मारा गया था। उसके मारे जाने के बाद अन्य राक्षस युद्ध-स्थल छोड़कर भाग खड़े हुए। इससे रावण  बहुत भयभीत और चिन्तित हुआ। उसी समय उसे महाबली मेघनाद का स्मरण आता है; क्योंकि मेघनाद भी उसके समान ही पराक्रमी और वीर था तथा युद्ध में राम और लक्ष्मण से निपटने में समर्थ था।



Discussion

No Comment Found

Related InterviewSolutions