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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.

201.

भारत कितनी ओर से हिन्द महासागर से घिरा है?

Answer»

भारत तीन ओर से हिन्द महासागर से घिरा है।

202.

हिन्द महासागर में भारत की स्थिति क्या है ?

Answer»

हिन्द महासागर में भारत की स्थिति केन्द्रीय है।

203.

भारत किस महासागर के शीर्ष पर स्थित है?

Answer»

भारत हिन्द महासागर के शीर्ष पर स्थित हैं।

204.

भारत का कौन-सा राज्य क्षेत्रफल एवं जनसंख्या में प्रथम स्थान रखता है?

Answer»

राजस्थान क्षेत्रफल एवं उत्तर प्रदेश जनसंख्या में देश में प्रथम स्थान रखता है।

205.

भारत के उत्तर में स्थित हिमालय पर्वत की बनावट कैसी है? इस प्रदेश का भौगोलिक वर्णन कीजिए।याहिमालय के कोई दो महत्त्व लिखिए। हिमालय पर्वत से होने वाले कोई पाँच लाभ लिखिए।याहिमालय पर्वतों की तीन समान्तर शृंखलाओं के नाम लिखिए और प्रत्येक की एक-एक विशेषता लिखिए। याभारत के हिमालय पर्वतीय प्रदेश का वर्णन निम्नलिखित शीर्षकों में कीजिए-(क) स्थिति एवं विस्तार, (ख) धरातलीय संरचना, (ग) जल-प्रवाह।

Answer»

हिमालय पर्वत की संरचना

भारत के उत्तर में हिमालय पर्वत चाप के आकार में तथा पश्चिम में सिन्धु नदी के मोड़.से पूर्व में ब्रह्मपुत्र नदी • के मोड़ तक 2,500 किमी की लम्बाई में चन्द्राकार रूप में फैले हैं। इसकी औसत चौड़ाई 150 से 400 किमी के बीच है। हिमालय; भारत और तिब्बत (चीन) के मध्य एक अवरोध के रूप में स्थित है। मुख्य हिमालय में विश्व की सर्वोच्च पर्वत-चोटियाँ पायी जाती हैं, जिनकी औसत ऊँचाई 6,000 मीटर से भी अधिक है। एशिया महाद्वीप में 97 ऐसी ज्ञात चोटियाँ हैं, जिनकी ऊँचाई 7,500 मीटर से अधिक है। इनमें से 95 चोटियाँ भारत के इसी पर्वतीय प्रदेश में स्थित हैं। हिमालय की ये पर्वत-श्रेणियाँ सदैव बर्फ से ढकी रहती हैं, इसलिए इस पर्वतमाला का नाम हिमालय रखा गया है। इसका क्षेत्रफल लगभग 5 लाख वर्ग किमी है। भौगोलिक दृष्टि से हिमालय पर्वतीय प्रदेश को निम्नलिखित उपविभागों में बाँटा जा सकता है–

1. महान् या वृहद् हिमालय– हिमालय की यह पर्वत-श्रेणी सबसे ऊँची है, जिन्हें हिमाद्रि या वृहत्तर हिमालय भी कहा जाता है। इस पर्वत-श्रेणी की औसत ऊँचाई 6,000 मीटर से अधिक होने के कारण यह वर्षभर बर्फ से आच्छादित रहती है। इस पर्वत-श्रेणी की लम्बाई सिन्धु नदी के मोड़ से अरुणाचल प्रदेश में ब्रह्मपुत्र नदी के मोड़ तक 2,500 किमी तथा औसत चौड़ाई 25 किमी है। इस क्षेत्र में गंगोत्री, जेमू तथा मिलाम जैसे विशाल हिमनद (Glaciers) पाये जाते हैं, जिनकी लम्बाई 20 किमी से भी अधिक है। माउण्ट एवरेस्ट, कंचनजंगा, मकालू, धौलागिरि, नंगा पर्वत, गॉडविन-ऑस्टिन, त्रिशूल, बदरीनाथ, नीलकण्ठ, केदारनाथ आदि इस क्षेत्र के प्रमुख पर्वत-शिखर हैं। इन। पर्वत-श्रेणियों का निर्माण ग्रेनाइट, नीस, शिस्ट आदि कठोर और प्राचीन शैलों से हुआ है। माउण्ट एवरेस्ट (नेपाल देश में स्थित) विश्व की सर्वोच्च पर्वत-श्रेणी है, जिसकी ऊँचाई 8,848 मीटर है। महान् हिमालय में अनेक दरें पाये जाते हैं जिनमें शिपकीला, थांगला, नीति, लिपुलेख, बुर्जिल, माना, नाथुला तथा जैलेपला आदि मुख्य हैं। इन्हीं दरों के मार्ग द्वारा भारत की सीमा के पार जाया जा सकता है। महान् हिमालय की पूर्वी सीमा पर ब्रह्मपुत्र तथा पश्चिमी सीमा पर सिन्धु नदियाँ गहरी एवं सँकरी घाटियों से होकर प्रवाहित होती हैं। वृहद् हिमालय और श्रेणियों के मध्य दो प्रमुख घाटियाँ हैंकाठमाण्डू की घाटी (नेपाल) और कश्मीर की घाटी (भारत)।

2. लघु या मध्य हिमालययह पर्वत-श्रेणी महान् हिमालय के दक्षिण में उसके समानान्तर फैली हुई है, जो 80 से 100 किमी तक चौड़ी है। इस श्रेणी की औसत ऊँचाई 2,000 से 3,500 मीटर तक है। तथा अधिकतम ऊँचाई 4,500 मीटर तक पायी जाती है। इस भाग में नदियाँ ‘वी’ (V) अकार की घाटियाँ तथा गहरी कन्दराएँ बनाकर बहती हैं, जिनकी गहराई 1,000 मीटर तक है। महान् और लघु हिमालय के मध्य कश्मीर, काठमाण्डू, काँगड़ा एवं कुल्लू की घाटियाँ महत्त्वपूर्ण स्थान रखती हैं। शीत-ऋतु में तीन-चार महीने यहाँ हिमपात होता है। ग्रीष्म ऋतु में ये पर्वतीय क्षेत्र उत्तम एवं स्वास्थ्यवर्द्धक जलवायु तथा मनमोहक प्राकृतिक सुषमा के कारण पर्यटन के केन्द्र बन जाते हैं। कश्मीर की जास्कर और पीर पंजाल इसकी महत्त्वपूर्ण श्रेणियाँ हैं, जो अनेक भुजाओं वाली हैं। इस श्रेणी की ऊँचाई 4,000 मीटर है। चकरौता, शिमला, मसूरी, नैनीताल, रानीखेत, दार्जिलिंग आदि स्वास्थ्यवर्द्धक पर्वतीय नगर लघु हिमालय में ही स्थित हैं, जहाँ प्रति वर्ष लाखों पर्यटक सैर के लिए जाते हैं। इस श्रेणी के उत्तरी ढाल मन्द, हैं, जब कि दक्षिणी ढाल तीव्र। इस पर्वतीय क्षेत्र में उपयोगी कोणधारी वृक्ष तथा ढालों पर घास उगती है। घास के इन मैदानों को कश्मीर में मर्ग (गुलमर्ग, खिलनमर्ग, सोनमर्ग) तथा उत्तराखण्ड में बुग्याल और पयार (गढ़वाल एवं कुमाऊँ हिमालय) के नाम से पुकारते हैं। इस भाग की संरचना में अवसादी शैलों की प्रधानता है, जिनमें अधिकांश चूने की चट्टानें विस्तृत क्षेत्र में फैली हैं।

3. उप-हिमालय या शिवालिक श्रेणियाँ अथवा बाह्य हिमालयहिमालय की सबसे निचली तथा दक्षिणी पर्वत-श्रेणियाँ इसके अन्तर्गत आती हैं, जिन्हें बाह्य हिमालय या शिवालिक श्रेणियों के नाम से भी पुकारते हैं। यह हिमालय का नवनिर्मित भाग है, जो पंजाब में पोतवार बेसिन के दक्षिण से आरम्भ होकर पूर्व में कोसी नदी अर्थात् 87° देशान्तर तक विस्तृत है। इन पर्वत-श्रेणियों का निर्माण-काल बीस लाख वर्ष से दो करोड़ वर्ष के मध्य माना जाता है। शिवालिक श्रेणियों का निर्माण नदियों द्वारा लायी गयी अवसाद में मोड़ पड़ने से हुआ है, इसलिए इन पर अपरदन की क्रियाओं का विशेष प्रभाव पड़ा है। तिस्ता और रायडॉक के निकट 50 किमी की चौड़ाई में इन पहाड़ियों का लोप हो जाता है। इनकी औसत चौड़ाई पश्चिम में 50 किमी और पूरब में 15 किमी है। ये पर्वत औसत रूप से 600 से 1,500 मीटर तक ऊँचे हैं। इस क्षेत्र में अनेक उपजाऊ तथा समतल विस्तृत घाटियाँ हैं, जिन्हें दून और द्वार कहते हैं; जैसे-देहरादून, पूर्वादून, कोठड़ीदून, पाटलीदून, हरिद्वार, कोटद्वार आदि।

भौगोलिक महत्त्व/लाभ

हिमालय पर्वत ने हमारे देश के भौतिक, आर्थिक, सांस्कृतिक तथा राजनीतिक स्वरूप का निर्माण किया है। इनके भौगोलिक महत्त्व/लाभ का वर्णन निम्नलिखित है

1. ये पर्वत साइबेरिया और मध्यवर्ती एशिया की ओर से आने वाली बर्फीली, तूफानी और शुष्क हवाओं से भारत की रक्षा करते हैं।

2. हिमालय की ऊँची-ऊँची हिमाच्छादित चोटियाँ उत्तरी भारत के तापमान एवं आर्द्रता (वर्षा) को | प्रभावित करती हैं। इसी के फलस्वरूप हिमालय में हिम नदियाँ, सदावाहिनी नदियाँ प्रारम्भ होती हैं, जो उत्तरी मैदान को उपजाऊ बनाती हैं।

3. हिमालय के हिमाच्छादित शिखरों और नैसर्गिक दृश्यों के कारण इन पर्वतों का पर्यटकों के लिए महत्त्व बढ़ गया है।

4. हिमालय की घाटी में जैसे ही वृक्षों की सीमा समाप्त होती है, वहाँ छोटे-छोटे चरागाह पाये जाते हैं, जिन्हें मर्ग कहते हैं; जैसे—गुलमर्ग, सोनमर्ग आदि। यहाँ कश्मीरी गड़रिये भेड़-बकरियाँ चराते हैं।

5. हिमालय पर्वत से निकलने वाली सदावाहिनी नदियाँ अपने प्रवाह-मार्ग में प्राकृतिक जल-प्रपातों की . रचना करती हैं। ये जल-प्रपात जल-विद्युत शक्ति के उत्पादन में सहायक सिद्ध हुए हैं।

6. शीत ऋतु में उत्तरी ध्रुवीय प्रदेश से ठण्डी एवं बर्फीली पवनें दक्षिण की ओर चला करती हैं। हिमालय | पर्वतमाला इन पर्वतों के मार्ग में बाधा बनकर भारत को ठण्ड से बचाती है। 7. हिमालय पर्वत पर पर्याप्त मात्रा में कोयला, पेट्रोल तथा अन्य खनिज पदार्थ प्राप्त होने की सम्भावना | व्यक्त की गयी है, जिससे इसका आर्थिक महत्त्व और अधिक बढ़ गया है।

7. हिमालय पर्वतमाला भारत के उत्तर में पहरेदार की भाँति एक अभेद्य दीवार के रूप में खड़ी है, जो आक्रमणकारियों से भारत की रक्षा करती है।

8. हिमालय की कश्मीर घाटी को फलों का स्वर्ग कहा जाता है। यहाँ सेब, अखरोट, आड़, खुबानी, अंगूर व नाशपाती आदि फल उगाये जाते हैं। पर्वतीय ढालों पर चाय, सीढ़ीदार खेतों में चावेल व आलू की खेती भी की जाती है।

9. हिमालय पर्वत के दोनों ढालों पर उपयोगी वनों का बाहुल्य है। इन वनों से विभिन्न उद्योगों के लिए कच्चे माल, उपयोगी इमारती लकड़ियाँ आदि प्राप्त होती हैं।

10.हिमालय पर्वतमाला से अनेक जड़ी-बूटियाँ प्राप्त होती हैं, जो अनेक रोगों की चिकित्सा में काम आती हैं। इसके अतिरिक्त हिमालय के वनों से शहद, आँवला, बेंत, गोंद, लाख, कत्था, बिरोजा आदि प्राप्त होते हैं, जो मानव की विविध आवश्यकताओं की पूर्ति करते हैं। हिमालय के अनेक पर्वतीय नगर ग्रीष्म-ऋतु में पर्यटकों के भ्रमण के लिए आकर्षण के केन्द्र बन जाते हैं।

206.

तटीय सीमाओं से संलग्न राज्यों की पहचान कीजिए।

Answer»

तटीय सीमाओं पर स्थित राज्य निम्नलिखित हैं

अरब सागर की ओर-गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक एवं केरल।

बंगाल की खाड़ी की ओर-तमिलनाडु, तेलंगाना, आन्ध्र प्रदेश, ओडिशा तथा प० बंगाल।

207.

देश इस समय कितने राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों में बंटा हुआ है?

Answer»

28 राज्य और 8 केन्द्र शासित प्रदेश ।

208.

भारत के उत्तर में स्थित किन्हीं दो देशों के नाम लिखिए।

Answer»

(1) चीन

(2) नेपाल

209.

क्षेत्रफल में भारत से बड़े छः देशों के नाम बताइए।

Answer»

भारत का विश्व में क्षेत्रफल की दृष्टि से सातवाँ स्थान है।

इससे बड़े छः अन्य देश हैं-

(1) रूस

(2) संयुक्त राज्य अमेरिका 

(3) कनाडा

(4) चीन

(5) ब्राजील

(6) आस्ट्रेलिया

210.

देश में राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों की संख्या कितनी है?

Answer»

आज देश में राज्यों की कुल संख्या 29 और संघशासित प्रदेशों की संख्या 7 है।

211.

क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत के सबसे बड़े और सबसे छोटे राज्यों के नाम बताइए।

Answer»

क्षेत्रफल की दृष्टि से राजस्थान सबसे बड़ा और गोवा सबसे छोटा राज्य है।

212.

भारत में क्षेत्रफल व जनसंख्या की दृष्टि से सबसे बड़े व छोटे राज्यों के नाम लिखो।

Answer»

क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का सबसे बड़ा राज्य राजस्थान और सबसे छोटा राज्य गोआ है। जनसंख्या की दृष्टि से उत्तर प्रदेश सबसे बड़ा और सिक्किम सबसे छोटा राज्य है।

213.

……. गंगा के मैदान का प्रवेशद्वार कहलाता है ।(A) हरिद्वार(B) दिल्ली(C) लखनऊ(D) मथुरा

Answer»

सही विकल्प है (B) दिल्ली

214.

उत्तर का मैदानी प्रदेश लगभग ……………….. कि.मी. लम्बा है ।(A) 2000(B) 2400(C) 1200(D) 3200

Answer»

सही विकल्प है (B) 2400

215.

उचित शब्दों द्वारा रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:1.  भारत में सर्वप्रथम सूर्योदय …………….. में होता है ।2.  क्षेत्रफल की दृष्टि से ………… … देश भारत में बड़े हैं ।3.  भारत …………….. के शीर्षस्थ थान पर स्थित हैं ।4.  हिन्द महासागर में किसी भी देश की तटीय सीमा ……………….. जैसी नहीं है 5. … को तेलंगाना राज्य आंध्र प्रदेश से नया 29वाँ राज्य बना ।

Answer»

1. (अरुणाचल प्रदेश)

2. (6)

3. (हिन्द महासागर)

4. (भारत)

5. (2 जून, 2014)

216.

उत्तर के मैदान के मुख्य शहरों के नाम लिखिए ।

Answer» दिल्ली, कानपुर, लखनऊ, इलाहाबाद, वाराणसी, पटना, कोलकाता आदि महत्त्वपूर्ण शहर इस मैदान में स्थित है ।
217.

उत्तर के मैदान की समुद्रतल से अधिकतम ऊँचाई कितनी है ?(A) 240 मीटर(B) 180 मीटर(C) 200 मीटर(D) 150 मीटर

Answer»

(B) 180 मीटर

218.

मरुस्थलीय मिट्टी किन प्रदेशों में पायी जाती है ? ।

Answer»

मुख्यत: राजस्थान, गुजरात, पंजाब और हरियाणा में पायी जाती है ।

219.

उत्तर का मैदान कितनी मोटी काँप मिट्टी की परत से बना है ?(A) 10 मीटर(B) 25 मीटर(C) 50 मीटर(D) 70 मीटर

Answer»

सही विकल्प है (C) 50 मीटर

220.

लाल मिट्टी मुख्यत: किन राज्यों में पायी जाती है ?

Answer»

लाल मिट्टी मुख्यत: गोवा, तमिलनाडू, कर्णाटक, आंध्र प्रदेश, उड़ीसा, झारखंड आदि राज्यों में पायी जाती है ।

221.

काली मिट्टी किन-किन राज्यों में पायी जाती है ?

Answer»

काली मिट्टी मुख्यतः महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात, कर्णाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और तमिलनाडू में पायी जाती है ।

222.

काँप मिट्टी मुख्यतः किन क्षेत्रों में पायी जाती है ?

Answer»

काँप मिट्टी मुख्यतः नदि किनारे के क्षेत्रों, पंजाब, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल आदि राज्यों में पायी जाती है ।

223.

भारत में शिक्षा के बदलते स्वरूप का वर्णन निम्न शीर्षकों में कीजिए(क) प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा, (ख) उच्च शिक्षा, (ग) तकनीकी शिक्षा।याभारत में शिक्षा के प्रसार पर स्वातन्त्र्योत्तर काल शिक्षा के वर्तमान स्वरूप पर एक लेख लिखिए।

Answer»

() प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा

प्राथमिक शिक्षा
प्राथमिक शिक्षा ऐसा आधार है जिस पर देश तथा इसके प्रत्येक नागरिक का विकास निर्भर करता है। हाल के वर्षों में भारत ने प्राथमिक शिक्षा में नामांकन, छात्रों की संख्या बरकरार रखने, उनकी नियमित उपस्थिति दर. और साक्षरता के प्रसार के संदर्भ में काफी प्रगति की है। जहाँ भारत की उन्नत शिक्षा पद्धति को भारत के आर्थिक विकास का मुख्य योगदानकर्ता तत्त्व माना जाता है, वहीं भारत में आधारभूत शिक्षा की गुणवत्ता, काफी चिन्ता का विषय है।

भारत में 14 साल की उम्र तक के सभी बच्चों को नि:शुल्क तथा अनिवार्य शिक्षा प्रदान करना सांवैधानिक प्रतिबद्धता है। देश की संसद ने वर्ष 2009 में शिक्षा का अधिकार अधिनियम’ पारित किया है जिसके द्वारा 6 से 14 साल के सभी बच्चों के लिए शिक्षा एक मौलिक अधिकार हो गई है। हालांकि देश में अभी भी आधारभूत शिक्षा को सार्वभौम नहीं बनाया जा सका है। इसका अर्थ है–बच्चों का स्कूलों में सौ फीसदी नामांकन और स्कूलिंग सुविधाओं से लैस हर अधिवास में उनकी संख्या को बरकरार रखना। इसी कमी को पूरा करने हेतु सरकार ने वर्ष 2001 में सर्व शिक्षा अभियान योजना की शुरुआत की, जो अपनी तरह की दुनिया में सबसे बड़ी योजना है।

सूचना प्रौद्योगिकी के इस युग में सूचना व संचार प्रौद्योगिकी शिक्षा क्षेत्र में वंचित और सम्पन्न समुदायों, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में, के बीच की दूरी पाटने का कार्य कर रहा है। भारत विकास प्रवेशद्वार ने प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में भारत में मौलिक शिक्षा के सार्वभौमिकरण हेतु प्रचुर सामग्रियों को उपलब्ध कराकर छात्रों तथा शिक्षकों की क्षमता बढ़ाने की पहल की है।

माध्यमिक शिक्षा

प्रारम्भिक शिक्षा को सर्वव्यापी करना एक संवैधानिक अधिदेश बन गया है इसलिए यह अत्यंत आवश्यक है। कि इस अभिकल्पना को माध्यमिक शिक्षा के सर्वव्यापी बनाने की ओर बढ़ाने की आवश्यकता है, जिसे कि बड़ी संख्या में विकसित देशों तथा कई विकासशील देशों में पहले ही हासिल कर लिया गया है। सभी युवा व्यक्तियों को अच्छी गुणवत्तायुक्त माध्यमिक शिक्षा सुलभ कराने तथा कम मूल्य पर उपलब्ध कराने की । केन्द्र सरकार की वचनबद्धता के भाग के रूप में भारत सरकार ने 11वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान माध्यमिक स्तर पर शिक्षा को सर्वव्यापी बनाने तथा गुणवत्ता-सुधार हेतु राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान (आर०एम०एस०ए०) नामक एक केन्द्रीय प्रायोजित स्कीम शुरू की गई। इस स्कीम का उद्देश्य प्रत्येक आवास से उचित दूरी के भीतर माध्यमिक स्कूल उपलब्ध कराकर 5 वर्ष के भीतर कक्षा में नामांकन हेतु नामांकन अनुपात को 75 प्रतिशत करने, सभी माध्यमिक स्कूलों द्वारा निर्धारित मानदण्डों के अनुपालन को | सुनिश्चित करके माध्यमिक स्तर पर शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार, महिला-पुरुष सामाजिक-आर्थिक तथा विकलांगता-आधारित बाधाओं को दूर करना वर्ष 2017 अर्थात् 12वीं पंचवर्षीय योजना के अंत तक माध्यमिक स्तर की शिक्षा को सर्वव्यापी बनाने और वर्ष 2020 तक सभी बच्चों को विद्यालयों में बनाए रखना है। मुख्य रूप से भौतिक लक्ष्यों में 5 वर्षों के भीतर कक्षा IX.X हेतु नामांकन अनुपात को वर्ष 2005-06 के 52.26 प्रतिशत से बढ़ाकर 75 प्रतिशत करना, वर्ष 2011-12 तक अनुमानित 32.20 लाख : छात्रों के अतिरिक्त नामांकन हेतु सुविधाएँ उपलब्ध कराना, 44,000 मौजूदा माध्यमिक स्कूलों का सुदृढ़ीकरण, 11000 नए माध्यमिक स्कूल खोलना, 1.79 लाख अतिरिक्त शिक्षकों की नियुक्ति तथा 80,500 अतिरिक्त कक्षा-कक्षों का निर्माण शामिल था। 11वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान परियोजना लागत का 75 प्रतिशत केन्द्र सरकार द्वारा वहन करने तथा शेष 25 प्रतिशत का वहन राज्य सरकारों द्वारा किये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। 12वीं पंचवर्षीय योजना के लिए हिस्सेदारी पैटर्न 50 : 50 होगा। 11वीं तथा 12वीं योजनाओं दोनों के लिए पूर्वोत्तर राज्य हेतु निधियम पैटर्न 90 : 10 रखा गया। 11वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान इस स्कीम हेतु 20,120 करोड़ आबंटित किए गए थे। वर्ष 2010-11, जो इस कार्यक्रम का दूसरा वर्ष था, में 34 राज्यों/संघराज्य क्षेत्रों से वार्षिक योजना प्रस्ताव प्राप्त हुए।

(ख) उच्च शिक्षा

आजादी के बाद के वर्षों में उच्च शिक्षा क्षेत्र की संस्थागत क्षमता में अत्यधिक वृद्धि हुई है। वर्ष 1950 में विश्वविद्यालयों/विश्वविद्यालय स्तरीय संस्थाओं की संख्या 27 थी जो 18 गुणा बढ़कर वर्ष 2009 में 504 हो गई है। इस क्षेत्र में 42 केन्द्रीय विश्वविद्यालय, 243 राज्य विश्वविद्यालय, 53 राज्य निजी विश्वविद्यालय, 130 समविश्वविद्यालय, 33 राष्ट्रीय महत्त्व की संस्थाएँ (संसद के अधिनियमों के तहत स्थापित) और पाँच संस्थाएँ (विभिन्न राज्य विधानों के अंतर्गत स्थापित) शामिल हैं। कॉलेजों की संख्या में भी कई गुणा वृद्धि दर्ज की गई है जो 1950 में केवल 578 थे, 2011 में 30,000 से भी अधिक हो गए हैं।

उच्चतर शिक्षा क्षेत्र में हुई वृद्धि में विश्वविद्यालय बहुत तेजी से बढ़े हैं जो अध्ययन का सर्वोच्च स्तर है। यूनिवर्सिटी शब्द लैटिन के “युनिवर्सिटाज’ से लिया गया है, जिसका आशय है, “छात्रों और शिक्षकों के बीच विशेष समझौते।’ इस लैटिन शब्द का अभिप्राय अध्ययन की संस्थाओं से है जो अपने छात्रों को डिग्रियाँ प्रदान करते हैं। वर्तमान में विश्वविद्यालय प्राचीन संस्थाओं से ज्यादा अलग नहीं हैं, इस बात को छोड़कर कि आजकल विश्वविद्यालये पढ़ाए गए विषयों और छात्रों दोनों के मामले में अपेक्षाकृत बड़े हैं। भारत में विश्वविद्यालय का आशय किसी केन्द्रीय अधिनियम, किसी प्रांतीय अधिनियम अथवा किसी राज्य अधिनियम के द्वारा स्थापित अथवा निगमित विश्वविद्यालय से है जिसमें इस अधिनियम के तहत इस संबंध में बनाए गए विनियमों के अनुसार उस सम्बद्ध विश्वविद्यालय के परामर्श से विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थाएँ शामिल हैं। प्रतिवर्ष देश-विदेश के लाखों छात्र मुख्यतः अपनी स्नातकोत्तर की पढ़ाई के लिए इनमें दाखिला लेते हैं जबकि लाखों छात्र बाहरी दुनिया में कार्य करने के लिए इन संस्थाओं को छोड़ते हैं। उच्च शिक्षा केन्द्र और राज्य दोनों की साझा जिम्मेदारी है। संस्थाओं में मानकों का समन्वय और निर्धारण केन्द्र सरकार का संवैधानिक दायित्व है। केन्द्र सरकार यूजीसी को अनुदान देती है और देश में केन्द्रीय विश्वविद्यालयों की स्थापना करती है। केन्द्र सरकार ही यूजीसी की सिफारिश पर शैक्षिक संस्थाओं को समविश्वविद्यालय घोषित करती है। वर्तमान में, विश्वविद्यालयों/विश्वविद्यालय स्तरीय संस्थाओं के मुख्य घटक हैं—केन्द्रीय विश्वविद्यालय, राज्य विश्वविद्यालय, समविश्वविद्यालय और विश्वविद्यालय स्तरीय संस्थाएँ।

इनका वर्णन नीचे दिया गया है
केन्द्रीय विश्वविद्यालय :

  • केन्द्रीय अधिनियम द्वारा अथवा निगमित विश्वविद्यालय।

राज्य विश्वविद्यालय :

  • प्रांतीय अधिनियम द्वारा अथवा राज्य अधिनियम द्वारा स्थापित अथवा निगमित विश्वविद्यालय।

निजी विश्वविद्यालय :

  • ऐसा विश्वविद्यालय जो किसी राज्य/केन्द्रीय अधिनियम के माध्यम से किसी प्रायोजक निकाय, अर्थात् सोसायटी पंजीकरण अधिनियम, 1860 अथवा राज्य में उस समय लागू किसी अन्य संबंधित कानून के तहत पंजीकृत सोसायटी अथवा सार्वजनिक न्यास अथवा कंपनी अधिनियम, 1956 की धारा 25 के अंतर्गत पंजीकृत कंपनी द्वारा स्थापित किया गया है।

समविश्वविद्यालय :

  • विश्वविद्यालयवते संस्था, जिसे सामान्यतः समविश्वविद्यालय के नाम से जाना जाता है, का आशय एक ऐसी उच्च-निष्पादने करने वाली संस्था से है जिसे विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) अधिनियम, 1956 की धारा 3 के अंतर्गत केन्द्र सरकार द्वारा उस रूप में घोषित किया है।

राष्ट्रीय महत्त्व की संस्था :

  • संसद के अधिनियम द्वारा स्थापित और राष्ट्रीय महत्त्व की संस्था के रूप में घोषित संस्था।

राज्य विधानमंडल अधिनियम :

  • किसी राज्य विधानमंडल अधिनियम द्वारा स्थापित अथवा के अंतर्गत संस्था निगमित कोई संस्था।

() तकनीकी शिक्षा

भारत में तकनीकी शिक्षा का संचालन अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् (All India Council for Technical Education/AICTE) द्वारा किया जाता है। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् भारत में नई तकनीकी संस्थाएँ शुरू करने, नए पाठ्यक्रम शुरू करने और तकनीकी संस्थाओं में प्रवेश-क्षमता में फेरबदल करने हेतु अनुमोदन देती है। यह ऐसी संस्थाओं के लिए मानदंड भी निर्धारित करती है। इसकी स्थापना 1945 में सलाहकार निकाय के रूप में की गई थी और बाद में संसद के अधिनियम द्वारा 1987 में इसे सांविधिक दर्जा प्रदान किया गया।

इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है, जहाँ इसके अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं सचिव के कार्यालय हैं। कोलकाता, चेन्नई, कानपुर, मुम्बई, चण्डीगढ़, भोपाल और बंगलुरु में इसके 7 क्षेत्रीय कार्यालय स्थित हैं। हैदराबाद में एक नया क्षेत्रीय कार्यालय स्थापित किया गया है। यह तकनीकी संस्थाओं के प्रत्यायन या कार्यक्रमों के माध्यम से तकनीकी शिक्षा के गुणवत्ता विकास को भी सुनिश्चित करती है। अपनी विनियामक भूमिका के अलावा अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् की एक बढ़ावा देने की भी भूमिका है जिसे यह तकनीकी संस्थाओं को अनुदान देकर महिलाओं, विकलांगों और समाज के कमजोर वर्गों के लिए तकनीकी शिक्षा का विकास, नवाचारी, संकाय, अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देने संबंधी योजनाओं के माध्यम से कार्यान्वित करती है। परिषद् 21 सदस्यों वाली कार्यकारी समिति के माध्यम से अपना कार्य करती है। 10 सांविधिक अध्ययन बोर्ड द्वारा सहायता प्राप्त है जो नामतः इंजीनियरी और प्रौद्योगिकी में अवर स्नातक अध्ययन, इंजीनियरी और प्रौद्योगिकी में स्नातकोत्तर और अनुसंधान, प्रबंध अध्ययन, व्यावसायिक शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, फार्मास्युटिकल शिक्षा, वास्तुशास्त्र, होटल प्रबंधन और कैटरिंग प्रौद्योगिकी, सूचना प्रौद्योगिकी, टाउन एवं कंट्री पलैनिंग परिषद् की सहायता करते हैं।

224.

भारत के सकल घरेलू उत्पाद में कृषि के घटते योगदान से क्या निष्कर्ष निकाला जा सकता हैं ?

Answer»

भारत के सकल घरेलू उत्पाद में कृषि के घटते योगदान से निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि भारत विकास की ओर अग्रसर है।

225.

निम्नलिखित में से कौन-सी सबसे बड़ी नदी है?(क) गोदावरी(ख) गंगा(ग) कृष्णा(घ) साबरमती

Answer»

सही विकल्प है (ख) गंगा

226.

भारत की वह नदी जो ज्वारनदमुख बनाती है(क) ताप्ती(ख) महानदी(ग) गोदावरी(घ) लूनी

Answer»

सही विकल्प है (क) ताप्ती

227.

उचित शब्दों द्वारा रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:1. उत्तर के पर्वतीय क्षेत्र की चौड़ाई ………………… km से ………………… km के बीच है ।2. हिमालय अनेक प्रकार की ………………… का समूह है ।3. उत्तर का पर्वत ……………. की पामीर की गाँठ के नाम से पहचान जानेवाली मुख्य पर्वतश्रेणी का ही एक भाग है ।4. हिमालय पर्वत श्रेणी में एक-दूसरे के समांतर ……………….. गिरिमालाएँ है ।5. शिवालिका पर्वत श्रेणी की चौड़ाई …………… कि.मी. है ।6. उत्तरी पर्वतीय प्रदेश और दक्षिण के पठार के बीच ……………… स्थित है ।7. उत्तर का मैदान …………… के पास संकरा हैं ।8. सिंधु नदी …………. में मिलती है ।

Answer»

1. (240, 320)

2. (पर्वत श्रेणियों)

3. (मध्य एशिया)

4. (3)

5. (10 से 15)

6. (उत्तर का विशाल मैदान)

7. (दिल्ली)

8. (अरब सागर)

228.

बृहद हिमालय के मुख्य दरें कौन से है ?

Answer»

बृहद हिमालय में जेलाप ला, नाथु ला, शिप्की ला आदि ऊँचे दरें है ।

229.

छठका त्यौहार किस राज्य में मनाया जाता है ?(A) असम(B) बिहार(C) केरल(D) मेघालय

Answer»

सही विकल्प है (B) बिहार

230.

लघु हिमालय की चौड़ाई कितनी है ?(A) 100 से 200 कि.मी.(B) 80 से 100 कि.मी.(C) 100 से 120 कि.मी.(D) 100 से 150 कि.मी.

Answer»

(B) 80 से 100 कि.मी.

231.

हिमालय पर मान सरोवर किस देश में आया हुआ है ?(A) भारत(B) चीन(C) नेपाल(D) तिब्बत

Answer»

सही विकल्प है (B) चीन

232.

इनमें से कौन-सा बृहद हिमालय का दर्रा है ?(A) जेलाप ला(B) नाथु ला(C) शिप्कीला(D) ये तीनों ही

Answer»

सही विकल्प है (D) ये तीनों ही

233.

उचित शब्दों द्वारा रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:1. भारतीय संस्कृति के निर्माण और विकास में ……….. परिस्थितियों ने महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है ।2. भौगोलिक दृष्टि से भारत ……….. गोलार्द्ध में स्थित है ।3. भारत या महाद्वीप के ………. में स्थित है ।4. भारत ………….. उ.अ. से ………….. उ.अ. के बीच फैला हुआ है ।5. भारत कश्मीर से कन्याकुमारी तक ………………… km लम्बा है ।

Answer»

1. (भौगोलिक)

2. (उत्तरी)

3. (दक्षिण)

4. (8°4′, 37°6′)

5. (3214)

234.

किस राज्य में पश्चजल (Back water) देखने को मिलते है(A) गुजरात(B) केरल(C) राजस्थान(D) बिहार

Answer»

सही विकल्प है (B) केरल

235.

निम्नलिखित विधानों के लिए भौगोलिक कारण दीजिए :हिमालय में मोड़दार आकार देखने को मिलता है ।

Answer»

आज जहाँ हिमालय विद्यमान है वहाँ पहले एक कमजोर भाग था । यह एक भूसगति के रूप में एक संकरी कमजोर तलीवाला सागरीय भाग था । इसके उत्तर के भाग को लारेशिया तथा दक्षिण का भाग गोडवानालैण्ड था । इस (टैथिस सागर) में दोनों ओर प्रवाहित जल के साथ तलछट जमती गई । तलछट में नदियों द्वारा बहाकर लाई गयी मिट्टी जमा होती रही । इस प्रकार टेथिस सागर में विभिन्न कारणों से तलछट पर दबाव पड़ने से इसमें वलय या मोड़ पड़े जिसके परिणामस्वरूप हिमालय पर्वतमाला की उत्पत्ति हुई । इसलिए हिमालय में मोड़दार आकार देखने को मिलते है ।

236.

उन देशों के नाम लिखिए जिनकी सीमाएँ भारत की उत्तरी सीमा से मिलती हैं।

Answer»

भारत की उत्तरी सीमा से मिलने वाले देशों के नाम इस प्रकार हैं–

(1) चीन

(2) अफगानिस्तान

(3) पाकिस्तान

(4) नेपाल

(5) भूटान

237.

भारतीय संस्कृति में किस प्रकार की अनेकताएं मिलती हैं?

Answer»

भारत के भिन्न-भिन्न प्रदेशों में अलग-अलग धर्मों तथा जातियों के लोग रहते हैं। परिणामस्वरूप उनमें भाषा, वेशभूषा, रहन-सहन, खान-पान सम्बन्धी विभिन्नताएं पाई जाती हैं। उनके लोकगीत, मेले, त्योहार तथा रीतिरिवाज भी अलग-अलग हैं। यहां 187 भाषाएं प्रचलित हैं। देश के 97% भाग में केवल 23 भाषाएं बोली जाती हैं। संविधान में 22 भाषाओं को मान्यता प्राप्त है। देश के विभिन्न भागों में अलग-अलग लोक नृत्य विकसित हुए। सच तो यह है कि हमारे देश के लगभग हर क्षेत्र में विभिन्नताएं पाई जाती हैं।

238.

निम्नलिखित विधानों के लिए भौगोलिक कारण दीजिए :भारत के भूपृष्ठ में विविधता देखने को मिलती है ।

Answer»

भारत के प्रत्येक भाग की अपनी विशिष्ट लाक्षणिकता हैं और फिर भी सभी विभाग एकदूसरे से जुड़े है ।

  • देश की समृद्धि में इन सबका विशेष योगदान हैं । वे अन्य संसाधनों के लिए उपयोगी हैं ।
  • उत्तर के उपजाऊ काँप के मैदान को अनाज का भंडार कहा जाता है ।
  • दक्षिण भारत का पठारी प्रदेश विविध खनिज संसाधनों से समृद्ध हैं, जिससे देश के औद्योगिक विकास को गति मिलती हैं ।
  • उत्तर का पर्वतीय प्रदेश विपुल जलराशिवाली नदियों का उद्गम स्थान हैं, साथ ही साथ वनसंसाधन की विविधता के लिए मशहूर
239.

उचित शब्दों द्वारा रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:1. भूगर्भ में होनेवाली …………… प्रक्रिया के परिणामस्वरूप गरमी उत्पन्न होती है ।2. करोड़ों वर्ष पूर्व भारत ……….. विशाल भूखण्ड का भाग था ।3. …. से अलग होकर इण्डो ऑस्ट्रेलियन प्लेट धीरे-धीरे आगे बढ़ने लगी ।4. ……… के कारण पश्चिमी घाट एकदम सुस्पष्ट हो गया ।5. …… प्रदेश सबसे प्राचीन है ।

Answer»

1. (किरणोत्सर्गी)

2. (गोंडवानालैण्ड)

3. (गोंडवानालैण्ड)

4. (भू निमंजन)

5. (दक्षिण का पठार)

240.

भूसंचलनीय प्लेटो को कितने भागों में विभाजित किया गया है ?(A) 12(B) 5(C) 7(D) 6

Answer»

सही विकल्प है (C) 7

241.

विशाल मैदान का भौतिक दृष्टि से कितने भागों में विभाजन किया गया है ? समझाइए ।

Answer»

विशाल मैदान को भौतिक दृष्टि से निम्न चार भागों में विभक्त किया गया है :

  • भाबर – सतलुज और गंगा के मैदान में कंकड़-पत्थरों से ढका हुआ भाग भाबर कहलाता है ।
  • तराई – भाबर प्रदेश के आगे अदृश्य रूप से प्रवाहित जल धारा पुन: धारा पुनः धरातल पर प्रकट होती है । ढाल की कमी के कारण यत्र-तत्र दलदल पाये जाते है । जिससे बड़ी घास, सघन वन एवं अन्य जन्तुओं की बहुलता पाई जाती है ।
  • बांगड़ – प्राचीन काँप से निर्मित अपेक्षाकृत उच्च भाग को बागड़ कहा जाता है । यहाँ सामान्यतया वर्षाकाल में बाढ़ का जल नहीं पहुँच पाता है । यहाँ जल अधिक गहरा होता है । यहाँ चूनायुक्त कंकरीली मिट्टियाँ मिलती है, जिससे आद्रता कम मिलती है । इस भूमि का विस्तार पंजाब व उत्तर प्रदेश में अधिक है ।
  • खादर – ये नवीन काँप निर्मित निचले मैदान है जो वर्षाकाल में बाढ़ग्रस्त हो जाते है । वहाँ बाढ़ का पानी प्रतिवर्ष पहुंचकर मिट्टी की नई परत जमा करता है । ऐसे निचले मैदानों को खादर कहते हैं । पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार व पश्चिमी बंगाल में
    खादर की अधिकता है ।
242.

अरावली पहाड़ियाँ किस राज्य में स्थित हैं ?

Answer»

अरावली पहाड़ियाँ राजस्थान राज्य में स्थित हैं।

243.

भारत की उत्तरी सिरे (कश्मीर) से दक्षिणी सिरे (कन्याकुमारी) तक कितनी लंबाई है?

Answer»

3214 किलोमीटर।

244.

भू-पृष्ठ की विविधता की दृष्टि से भारत को किन भागों में बाँटा गया है ?

Answer»

भूपृष्ठ की विविधता की दृष्टि से भारत को निम्न 5 भागों में बाँटा गया है :

  1. उत्तर का पर्वतीय प्रदेश
  2. उत्तर का विशाल मैदानी प्रदेश
  3. प्रायद्विपीय पठारी प्रदेश
  4. तटीय मैदान
  5. द्वीप समूह ।
245.

लोकजीवन की दृष्टि से भारत को कौन-से भागों में बाँटा गया है ?

Answer»

1. पश्चिमी भारत

2. दक्षिणी भारत

3. उत्तरी भारत और

4. पूर्वी भारत ।

246.

क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का विश्व में कौन-सा स्थान है?

Answer»

क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का विश्व में सातवाँ स्थान है।

247.

माउण्ट आबू की सबसे ऊँची शिखर कौन-सी है ?(A) दोदाबेटा(B) बुंदेलखण्ड(C) कार्डेमम(D) गुरु शिखर

Answer»

सही विकल्प है (D) गुरु शिखर

248.

हिमालय में 7000 मीटर से ऊँची कितने शिखर है ?(A) 25(B) 35(C) 20(D) 40

Answer»

सही विकल्प है (D) 40

249.

अरावली पर्वत श्रेणी का विस्तार कहां से कहां तक है तथा इसकी सबसे ऊंची चोटी का नाम क्या है?

Answer»

अरावली पर्वत श्रेणी दिल्ली से गुजरात तक फैली हुई है। इसकी सबसे ऊंची चोटी का नाम गुरु शिखर (1722 मीटर) है।

250.

भारत की स्थिति और विस्तार का वर्णन कीजिए।

Answer»

उत्तरी गोलार्द्ध में स्थित भारत विश्व का सातवाँ बड़ा देश है। इसका भौगोलिक विस्तार 8°4′ उत्तर से 37° 6′ उत्तरी अक्षांश तक तथा 68° 7′ पूर्व से 97° 25′ पूर्व देशान्तर तक फैला है। 23° 30′ उत्तर अक्षांश रेखा जिसे कर्क रेखा भी कहते हैं, भारत को दो लगभग समान भागों में बांटती है। भारत के मुख्य भू-भाग के दक्षिण-पूर्व में अंडमान और निकोबार द्वीप समूह बंगाल की खाड़ी में तथा लक्षद्वीप समूह अरब  सागर में क्रमशः स्थित हैं। गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखण्ड, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा और मिजोरम ऐसे राज्य हैं जिनमें से कर्क रेखा गुजरती है।

भारत के भूभाग का कुल क्षेत्रफल लगभग 32.8 लाख वर्ग किलोमीटर है। भारत का क्षेत्रफल विश्व के कुल भौगोलिक क्षेत्रफल का 2.4 प्रतिशत है। यह विश्व का सातवाँ सबसे बड़ा देश है। भारत की थल सीमा रेखा लगभग 15,200 किमी और समुद्री तट रेखा अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप समूह को मिलाकर 7,516 किमी है। भारत उत्तर-पश्चिम, उत्तर एवं उत्तर-पूर्वी सीमा पर नवीनतम वलित पर्वतों से घिरा हुआ है। यह दक्षिण में 22° उत्तर अक्षांश से हिन्द महासागर की ओर संकरा होता चला गया है जहाँ इसे दो सागरों पश्चिम में अरब सागर तथा पूर्व में बंगाल की खाड़ी में विभाजित कर देता है।