InterviewSolution
This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
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डिटॉल का मुख्य कार्य है(क) जलन को दूर करना(ख) घाव को कीटाणु रहित करना(ग) मूच्र्छा दूर करना(घ) रक्त-स्राव बन्द करना |
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Answer» सही विकल्प है (ख) घाव को कीटाणु रहित करना |
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| 2802. |
सर्प के काटने पर काटे हुए स्थान पर लगाते हैं(क) बरनॉल(ख) लाल मिर्च(ग) पोटैशियम परमैंगनेट(घ) नौसादर |
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Answer» सही विकल्प है (ग) पोटैशियम परमैंगनेट |
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| 2803. |
रोगाणुओं के शरीर में प्रवेश करने के कारण उत्पन्न होने वाले रोगों को कहते हैं(क) साधारण रोग(ख) घातक रोग(ग) संक्रामक रोग(घ) गम्भीर रोग |
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Answer» सही विकल्प है (ग) संक्रामक रोग |
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| 2804. |
रोग के उद्भवन काल से आपका क्या तात्पर्य है? |
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Answer» किसी भी संक्रामक रोग के रोगाणुओं के शरीर में प्रवेश करने तथा रोग के लक्षण प्रकट होने के मध्य काल को रोग का उद्भवन काल कहते हैं। |
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| 2805. |
उत्तम स्वास्थ्य का प्रतीक है(क) सुन्दर बाल(ख) चमकती आँखें(ग) मजबूत मांसपेशियाँ(घ) ये सभी |
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Answer» सही विकल्प है (घ) ये सभी |
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| 2806. |
तपेदिक के रोगाणु को कहते हैं(क) वरियोला वायरस(ख) विब्रियो कोलेरी(ग) ट्यूबरकिल बैसिलस(घ) बैसिलस टाइफोसिस |
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Answer» सही विकल्प है (ग) ट्यूबरकिल बैसिलस |
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| 2807. |
रेबीपुर की सूई………. काटने पर लगाई जाती है।(क) मच्छर के(ख) खटमल के(ग) कुत्ते के(घ) साँप के |
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Answer» सही विकल्प है (ग) कुत्ते के |
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| 2808. |
बच्चों को क्षय रोग से बचाने के लिए टीका लगाया जाता है(क) ट्रिपल एण्टीजन का(ख) बी० सी० जी० का(ग) टिटेनस का(घ) इन सभी का। |
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Answer» सही विकल्प है (ख) बी० सी० जी० का |
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| 2809. |
बच्चों को बी० सी० जी० का टीका क्यों लगाया जाता है? |
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Answer» यह टीका बच्चों में क्षय रोग (टी० बी०) से बचाव के लिए लगाया जाता है। |
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| 2810. |
काली खाँसी रोग के कारण, लक्षण एवं उपचार बताइए। |
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Answer» कारण-काली खाँसी अथवा कुकुर खाँसी बच्चों में होने वाला एक भयंकर रोग है, जो कि होमोकीस परदुसिस बैसिलस नामक जीवाणु के द्वारा होता है। रोगी के खाँसने, छींकने या बोलने से जीवाणु वायु में आ जाते हैं तथा इस प्रकार की दूषित वायु स्वस्थ बच्चों में रोग का प्रसार करती है। रोगी द्वारा प्रयुक्त वस्त्र एवं बर्तन भी रोग के प्रसार का माध्यम होते हैं। लक्षण:
बचने के उपाय तथा उपचार:
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| 2811. |
पागल कुत्ते के काटने से होने वाला रोग है(क) हिस्टीरिया(ख) मिरगी(ग) रक्तस्राव(घ) हाइड्रोफोबिया |
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Answer» सही विकल्प है (घ) हाइड्रोफोबिया |
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| 2812. |
सूर्य के प्रकाश का रोगाणुओं पर क्या प्रभाव पड़ता है? |
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Answer» शुष्क वातावरण एवं सूर्य के प्रकाश में रोगाणु प्रायः नष्ट हो जाते हैं। |
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चेचक नामक रोग की उत्पत्ति के कारणों, लक्षणों तथा बचने एवं उपचार के उपायों का विवरण प्रस्तुत कीजिए। |
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Answer» वायु द्वारा संक्रमित होने वाले रोगों में से एक मुख्य रोग चेचक (Smallpox) है। यह एक अत्यधिक भयंकर एवं घातक रोग है। अब से कुछ वर्ष पूर्व तक भारतवर्ष में इस संक्रामक रोग का काफी अधिक प्रकोप रहता था। प्रतिवर्ष लाखों व्यक्ति इस रोग से पीड़ित हुआ करते थे तथा हजारों की मृत्यु हो जाती थी, परन्तु सरकार के व्यवस्थित प्रयास से अब इस रोग को प्रायः पूरी तरह से नियन्त्रित कर लिया। गया है। चेचक को स्थानीय बोलचाल की भाषा में बड़ी माता भी कहा जाता है। इस रोग के कारणों, लक्षणों एवं बचाव के उपायों का विवरण निम्नवर्णित है चेचक की उत्पत्ति के कारण: रोग के लक्षण:
रोग से बचने के उपाय:
चेचक का उपचार: |
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| 2814. |
अतिसार के रोगी को कैसा भोजन देना चाहिए ?(क) तला भोजन(ख) तरल भोजन(ग) गरिष्ठ भोजन(घ) कुछ नहीं |
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Answer» सही विकल्प है (ख) तरल भोजन |
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| 2815. |
चेचक के विषाणु का क्या नाम है?(क) एण्टअमीबा हिस्टोलिटिका(ख) वेरियोला वाइरस(ग) विब्रियो कोलेरा(घ) साल्मोनेला टाइफॉइडिस |
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Answer» सही विकल्प है (ख) वेरियोला वाइरस |
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| 2816. |
रोग के रोगाणु शरीर में प्रवेश करने से रोग उत्पन्न होने तक के काल को कहते हैं(क) संक्रमण काल(ख) सम्प्राप्ति काल(ग) रोग का प्रकोप(घ) रोग सुधार की अवधि |
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Answer» सही विकल्प है (ख) सम्प्राप्ति काल |
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टिटनेस रोग के जीवाणु पाये जाते हैं।(क) मिट्टी में(ख) गोबर में(ग) जंग लगे लोहे में(घ) इन सभी में |
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Answer» सही विकल्प है (घ) इन सभी में |
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| 2818. |
क्षय रोग उत्पन्न करने वाले जीवाणु का नाम है(क) कोरीनीबैक्टीरियम(ख) माइक्रो बैसिलस ट्यूबरकुलोसिस(ग) बोइँटेला(घ) स्ट्रेप्टोकोकस |
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Answer» सही विकल्प है (ख) माइक्रो बैसिलस ट्यूबरकुलोसिस |
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| 2819. |
बी० सी० जी० का टीका लगाया जाता है(क) क्षय रोग से बचने के लिए(ख) काली खाँसी से बचने के लिए(ग) कर्णफेर से बचने के लिए(घ) रोहिणी से बचने के लिए |
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Answer» सही विकल्प है (क) क्षय रोग से बचने के लिए |
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| 2820. |
टिटनेस नामक रोग किस जीवाणु से फैलता है?याटिटनेस फैलाने वाले सूक्ष्म जीवाणु का नाम क्या है? इस रोग की रोकथाम के दो उपाय लिखिए। |
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Answer» टिटनेस नामक रोग क्लॉस्ट्रीडियम टिटेनाइ नामक जीवाणु द्वारा फैलता है। रोकथाम के उपाय 1. प्रसव के समय माँ को तथा 3 से 5 माह के बच्चे को टिटनेस का टीका लगवा देना चाहिए। |
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| 2821. |
डिफ्थीरिया नामक रोग में होने वाला विकार है(क) लार ग्रन्थियों में सूजन(ख) चेहरे पर लाल दाने निकल आना(ग) गले में झिल्ली का बन जाना(घ) टॉन्सिल्स में वृद्धि हो जाना |
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Answer» सही विकल्प है (ग) गले में झिल्ली का बन जाना |
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| 2822. |
कौन-कौन से हेपेटाइटिस रोग से बचाव के टीके उपलब्ध हैं? |
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Answer» हेपेटाइटिस ‘A’ तथा ‘B’ से बचाव के लिए टीके उपलब्ध हैं। |
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| 2823. |
डिफ्थीरिया नामक रोग किस आयु-वर्ग के बच्चे को होता है? |
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Answer» डिफ्थीरिया रोग सामान्यतया 2 से 5 वर्ष की आयु के बच्चों को अधिक होता है। |
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टेटवैक (ए०टी०एस०) का इन्जेक्शन किस रोग से बचाव के लिए लगाया जाता है?(क) टिटनेस(ख) डिफ्थीरिया(ग) हैजा(घ) तपेदिक |
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Answer» सही विकल्प है (क) टिटनेस |
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| 2825. |
फाइलेरिया रोग कैसे फैलता है? |
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Answer» फाइलेरिया एक कृमिजनित रोग है। इस कृमि को फाइलेरिया क्रॉफ्टी कहते हैं। इसे कृमि को फैलाने का कार्य क्यूलेक्स मच्छर द्वारा किया जाता है। |
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| 2826. |
हाथीपाँव नामक रोग को अन्य किस नाम से जाना जाता है? |
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Answer» हाथीपाँव नामक रोग को फाइलेरिया नाम से भी जाना जाता है। |
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हेपेटाइटिस रोग का मुख्य लक्षण है(क) पीलिया के लक्षण प्रकट होना(ख) अधिक भूख लगना(ग) वजन बढ़ना(घ) कोई भी लक्षण |
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Answer» सही विकल्प है (क) पीलिया के लक्षण प्रकट होना |
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इन्सेफेलाइटिस रोग का लक्षण है(क) रोगी अतिसंवेदनशील हो जाता है।(ख) रोगी को दुर्बलता महसूस होती हैं तथा उल्टियाँ भी होती हैं।(ग) रोगी की गर्दन अकड़ जाती है।(घ) उपर्युक्त सभी लक्षण |
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Answer» सही विकल्प है (घ) उपर्युक्त सभी लक्षण |
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चिकनगुनिया के मुख्य लक्षण बतायें। |
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Answer» चिकनगुनिया रोग में जोड़ों में दर्द होता है तथा साथ ही ज्वर होता है। त्चचा शुष्क हो जाती है तथा प्रायः त्वचा पर लाल चकत्ते पड़ जाते हैं। बच्चों में रोग के संक्रमण से उल्टियाँ भी होने लगती हैं। |
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Answer the following questions, note down the important points and then develop the points into one – paragraph answers:The story ends with the new fellow- traveler telling the narrator that the girl was completely blind. What do you think, would be the feelings and thoughts of the narrator after knowing the truth? |
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Answer» 1. Narrator is still thinking about the girl who was left. 2. when the new traveler comes into the compartment, the narrator is getting ready for another round of his favorite game. 3. the surprising remark by the traveler would surely shock the narrator, and ultimately make him feel ashamed about himself. Paragraph: Both the readers and the narrator ultimately learn a very valuable lesson about the influence of initial assumptions on the ways we perceive (or fail to perceive) the world and other persons. |
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What are the symptoms of swine flu? |
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Answer» Symptoms of swine flu : Palpitations, difficulty in breathing, sore throat, body pain along with high fever. |
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Everyone brought .......... lunch to the picnic. (a) their( b) there (c) theirs (d) his/her |
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Answer» (d) his/her |
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The story ends with a revelation. What is the revelation? |
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Answer» The narrator had thought he was playing a game and trying to fool a normal-sighted person. He came to know that he was actually trying to fool a person blind like him. He also realized that even she had played a similar game with him, hiding her blindness. |
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What are the reasons for spread of swine flu? |
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Answer» Swine flu is caused by the virus influenza A (H1N1). Its carrier is pig. The contact with such pigs or infected persons can cause infection of swine flu. The infection spreads through sweat and through secretions of nose, throat and saliva of the diseased person. |
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One word in the following sentences is wrong. Change it to make the sentences correct:Transmission of swine flu is done by dogs and human beings. |
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Answer» Transmission of swine flu is done by pigs and human beings. |
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Rewrite the sentence after filling the blank:For treating diarrhoea/dysentery…………. is given to the patient. |
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Answer» For treating diarrhoea/dysentery O.R.S. is given to the patient. |
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Rewrite the sentence after filling the blank:…………. mosquito spreads dengue. |
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Answer» Aedes aegypti mosquito spreads dengue. |
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किस रोग में रोगी के गले की मांसपेशियाँ निष्क्रिय हो जाती है तथा वह कुछ भी निगल नहीं पाता?(क) मलेरिया(ख) फाइलेरिया(ग) हाइड्रोफोबिया(घ) इन्सेफेलाइटिस |
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Answer» सही विकल्प है (ग) हाइड्रोफोबिया |
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पीत ज्वर का संक्रमण कैसे होता है? |
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Answer» पीत ज्वर एक वायरसजनित रोग है। इस रोग के विषाणु का संक्रमण एडीस ईजिप्टिआई जाति के मच्छरों के माध्यम से होता है। |
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| 2840. |
टिप्पणी लिखिए-इन्फ्लुएन्जा। |
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Answer» इन्फ्लुएन्जा या फ्लू आमतौर पर एक फैलने वाला संक्रामक रोग है। सामान्य रूप से मौसम के बदलते समय यह रोग अधिक होता है। इस रोग का प्रसार बड़ी तेजी से होता है; अतः इससे बचाव के लिए विशेष सावधानी रखनी पड़ती है। कारण तथा प्रसार: लक्षण: फ्लू प्रारम्भ में जुकाम के रूप में प्रकट होता है। नाक से पानी बहने लगता है। इस रोग के शुरू होते ही शरीर में दर्द होने लगता है। सारे शरीर में बेचैनी होती है तथा कमजोरी महसूस होती है। इसके साथ-ही-साथ तेज ज्वर 102° से 104° फारेनहाइट तक हो जाता है। बचाव के उपाय: फ्लू के रोगी को अन्य व्यक्तियों से दूर ही रहना चाहिए। उसे भीड़ भरे स्थानों पर नहीं जाना चाहिए। रोगी को साफ कमरे में रखना चाहिए। पौष्टिक आहार, उचित विश्राम एवं निद्रा का ध्यान रखना चाहिए। |
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Why did the old man Twinkle need a boy? |
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Answer» Old man Twinkle wanted a boy to help him in his shop. He needed a boy who could drive Jenny, the pony, for all Twinkle’s merchandise was taken round in the cart. |
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Rewrite the sentence after filling the blank:…………. virus is responsible for the infection of swine flu. |
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Answer» Influenza A (H1N1) virus is responsible for the infection of swine flu. |
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डेंगू (Dengue) नामक रोग का सामान्य परिचय दें। इस रोग के कारण, लक्षणों, गम्भीरता तथा बचने के उपाय भी लिखिए। |
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Answer» डेंगू एक संक्रामक रोग है जो मादा एडीज (Female Aedes) मच्छर के काटने से होता है। यह मच्छर प्रायः दिन में ही सक्रिय होता है तथा मनुष्यों को काटता है। डेंगू का अधिक प्रकोप कुछ वर्षों से अधिक हुआ है। हर वर्ष अनेक व्यक्ति इसके शिकार होते हैं। समुचित उपचार न होने की दशा में यह रोग घातक भी सिद्ध होता है। यह रोग उस समय अधिक गम्भीर हो जाता है, जब रोगी के रक्त के प्लेटलेट्स तेजी से घटने लगते हैं। डेंगू के लक्षण-डेंगू के लक्षण निम्नलिखित हैं डेंगू की गम्भीरता: डेंगू से बचने के उपाय: |
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| 2844. |
Answer the following questions, note down the important points and then develop the points into one – paragraph answers:Everyone thinks, he could out-wit anyone but sometimes, he himself is out-witted by others. Substantiate this with reference to the story. |
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Answer» 1. The narrator plays this game of pretense with strangers. 2. He never talks about his blindness and takes it for granted that the others are normal-sighted. 3. Throughout the encounter, he is bothered about what he should say and hence doesn’t pay much attention to what the other person says. Paragraph: After listening to the parent’s conversation with the daughter, the narrator could not distinguish any unusual advice or information that led him to believe the girl had any handicap herself. The narrator fooled himself. Apparently, he also misled the girl because she did not realize that her fellow traveler was blind either. |
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| 2845. |
With the help of a dictionary, find out the difference between the following pairs of words and make sentences to bring out the difference. 1. anxious × curious 2. praise × flattery3. lonely × alone4. change × alter5. vendor × hawker6. probable × possible7. look × see8. hear × listen 9. loud × aloud 10. hanged × hung 11. break × brake 12. desert (n) × desert (v) ×deserts (n) × dessert (n) |
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Answer» 1. anxious × curious : Anxious – experiencing worry or unease. Curious – eager to know or learn something.
2. praise × flattery : Praise – sincere appreciative words about someone; Flattery – excessive or false praise;
3. lonely × alone: Lonely – the feeling of being isolated; the feeling can arise even when surrounded by many people; Alone – the state of being physically all by oneself;
4. change × alter : Change – move from one system or situation to another; Altar – make or become different;
5. vendor × hawker : Vendor – sells one or two goods, most often in an establishment; Hawker – sells different types of goods and has no establishment;
6. probable × possible : Probable – likely to happen or be the ease; Possible – capable of existing, happening or being done;
7. look × see : Look – direct one’s gaze in a particular direction; usage is – look at (someone/something); See – become aware of with the eyes;
8. hear × listen : Hear – become aware of (something) with the ear; Listen – given one’s attention to a sound;
9. loud × aloud : Loud – producing much noise, is used as an adjective; Aloud – audibly, so as to be heard, is used as an adverb.
10. hanged × hung : Hanged – used in the case of a living being; Hung – used in the case of non-living beings.
11. break × brake : Break – to cut into pieces; Brake – a device for slowing or stopping a moving vehicle;
12. desert (n) × desert (v) × deserts (n) ×dessert (n): Desert (n) – a place where there is little or no vegetation but only sand;
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| 2846. |
मलेरिया रोग फैलने के कारण, लक्षण और बचाव के उपाय लिखिए। मलेरिया के रोगी को क्या भोजन देना चाहिए?यामलेरिया रोग कैसे फैलता है? इस रोग के लक्षण तथा बचाव के उपाय बताइए।यामलेरिया बुखार से बचने के उपाय लिखिए। |
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Answer» मलेरिया (Malaria) एक व्यापक रूप से फैलने वाला संक्रामक रोग है। चिकित्सा सम्बन्धी ज्ञान के भरपूर विकास के उपरान्त भी प्रतिवर्ष हमारे देश में लाखों व्यक्ति इस रोग के शिकार होते हैं। जिनमें से अनेक की इस रोग के कारण मृत्यु तक हो जाती है। मलेरिया फैलाने का कार्य मच्छर करते हैं। ऐनोफेलीज जाति के मादा मच्छर मलेरिया के वाहक होते हैं। इस रोग की उत्पत्ति एक परजीवी या पराश्रयी कीटाणु प्लाज्मोडियम (Plasmodium) से होती है। मलेरिया की उद्भवन अवधि 9 से 12 दिन है। व्यक्ति के रक्त में कीटाणु सक्रिय होकर रोग के लक्षण उत्पन्न करते हैं। लक्षण: बचाव के उपाय: उपचार: |
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संक्रामक रोग किसे कहते हैं? मुख्य संक्रामक रोगों के नाम लिखिए। |
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Answer» वे रोग जो जीवाणुओं के माध्यम से एक व्यक्ति अथवा प्राणी से दूसरे व्यक्ति अथवा प्राणी को लग जाते हैं, उन्हें संक्रामक रोग कहा जाता है। मुख्य संक्रामक रोग हैं-चेचक, तपेदिक, हैजा, मियादी बुखार, डेंगू, चिकनगुनिया, इन्सेफेलाइटिस आदि। |
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काली खाँसी के लक्षण, कारण व बचाव के उपाय लिखिए।याकुकुर खाँसी के लक्षण लिखिए। |
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Answer» यह रोग साधारणतः 5 वर्ष से कम आयु के शिशुओं को होता है। प्रायः खसरा होने के बाद असावधानी से यह रोग उत्पन्न हो जाता है। इस रोग में बच्चे को रुक-रुककर खाँसी के दौरे पड़ते हैं। जो दिन में पाँच से लेकर बीस बार तक पड़ते हैं। प्रायः खाँसते-खाँसते उल्टी भी हो जाती है। इस रोग का उद्भवन काल 7 से 14 दिन तक होता है। रोग फैलने के कारण: उपचार: (1) स्वस्थ बच्चों को रोगी बच्चे के सम्पर्क से बचाकर रखना चाहिए, |
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| 2849. |
तपेदिक (Tuberculosis) नामक रोग के फैलने के कारणों, लक्षणों तथा उपचार के उपायों का वर्णन कीजिए।याक्षय रोग के सामान्य लक्षण एवं रोकथाम के उपाय लिखिए।याक्षय रोग के कारण, लक्षण और बचाव के उपाय लिखिए। क्षय रोग के रोगी को क्या विशेष भोजन देना चाहिए?याकिसी एक संक्रामक रोग के कारण, लक्षण एवं बचने के उपाय लिखिए। |
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Answer» तपेदिक (क्षय रोग) यह अत्यन्त दुष्कर विश्वव्यापी संक्रामक रोग है जो आधुनिक वैज्ञानिक अनुसन्धानों के बावजूद भी नियन्त्रण में नहीं आ रहा है तथा उत्तरोत्तर वृद्धि कर रहा है। एक सर्वेक्षण के अनुसार, तपेदिक के विश्व के सम्पूर्ण रोगियों के एक-तिहाई भारत में हैं। इस रोग को ‘Captain of Death’ कहते हैं। इस रोग में मनुष्य के शरीर का शनैः-शनैः क्षय होता रहता है तथा इसमें घुल-घुलकर मनुष्य अन्ततोगत्वा मृत्यु को प्राप्त हो जाता है। इसी कारण से इसे क्षय रोग भी कहते हैं। वैसे अब यह रोग असाध्य नहीं रहा। इसका पूर्ण उपचार सम्भव है। नियमित रूप से निर्धारित अवधि तक उचित औषधियाँ लेने तथा आहार-विहार को नियमित करके रोग से छुटकारा पाया जा सकता है। | इस रोग के कई रूप हैं: फेफड़ों की तपेदिक, आँतों की तपेदिक, अस्थियों की तपेदिक तथा ग्रन्थियों की तपेदिक। इनमें सर्वाधिक प्रचलित फेफड़ों की तपेदिक है, जिसे पल्मोनरी टी० बी० (Pulmonary TB.) भी कहते हैं। तंग स्थानों व बस्तियों में जहाँ प्रकाश की उचित मात्रा नहीं पहुँचती, रहने वाले नागरिक शीघ्रता से इस बीमारी के शिकार बन जाते हैं। इसके अतिरिक्त, निर्धनता, परदा-प्रथा, बाल-विवाह, अपौष्टिक भोजन और वंश-परम्परा भी इस रोग को फैलाने में सहायक होते हैं। सड़कों पर पत्थर तोड़ने वाले मजदूरों, चमड़े तथा टिन का कार्य करने वाले श्रमिकों तथा भरपेट भोजन न प्राप्त कर सकने वाले व्यक्तियों को भी यह रोग शीघ्रता से ग्रस्त कर लेता है। बहुत अधिक मानसिक क्लेशों के व्याप्त रहने तथा मादक द्रव्यों का अत्यधिक सेवन करने से भी यह रोग जन्म लेता है। गायों को यह रोग शीघ्रता से लता है तथा इस रोग से ग्रस्त गायों का दूध पीने से भी यह रोग हो सकता है। उदभवन-काल: इस रोग के जीवाणु शरीर में पहुँचकर धीरे-धीरे बढ़ते तथा अपना प्रभाव जमाते हैं। रोग के काफी बढ़ जाने पर ही इसका पता लगता है। रूप और लक्षण: उपचार तथा बचाव |
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| 2850. |
विषाक्त भोजन (Food poisoning) से क्या तात्पर्य है? भोजन के विषाक्त होने के कारण, लक्षण एवं उपचार की विधियाँ लिखिए।याभोजन विषैला होने के कारण, लक्षण तथा इससे बचाव के उपाय बताइए।याभोजन दूषित होने के विभिन्न कारणों को लिखिए । मनुष्य में भोज्य विषाक्तता के लक्षण भी लिखिए।याविषाक्त भोजन से आप क्या समझती हैं? विषाक्त भोजन से मानव शरीर पर क्या प्रभाव पड़ता है?याभोजन विषाक्तता से आप क्या समझती हैं? भोजन विषाक्तता के लक्षण बताइए। भोजन विषाक्तता से बचने के लिए क्या उपाय करने चाहिए?याविषाक्त भोजन की हानियाँ लिखिए |
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Answer» विषाक्त भोजन: अर्थपूर्ण रूप से स्वच्छ, पौष्टिक तथा उपयुक्त दिखायी देने वाले भोज्य पदार्थ भी कभी-कभी व्यक्ति को रोगी बना सकते हैं। सामान्यतः ऐसे भोजन में कोई-न-कोई पदार्थ व्यक्ति को ग्राह्य नहीं होता। इसका मुख्य कारण होता है, भोजन के अन्दर उपस्थित ऐसे पदार्थ जो व्यक्ति के शरीर में जाने के बाद विषैले प्रभाव उत्पन्न करते हैं। यही विषाक्त भोजन है। वास्तव में कुछ जीवाणु आहार में मिलकर उसे विषाक्त बना देते हैं। आहार को विषाक्त बनाने वाले मुख्य जीवाणुओं का सामान्य परिचय निम्नवर्णित है इस समूह के जीवाणु पशु-पक्षियों के शरीर में पाए जाते हैं। मनुष्य जब इनका मांस खाते हैं अथवा दूध पीते हैं, तो जीवाणु उनके शरीर में प्रवेश कर जाते हैं। संक्रमण के छह घण्टों से दो दिन तक के समय में जीवाणु विषाक्तता के लक्षण प्रकट कर देते हैं। भोजन की यह विषाक्तता प्रायः मांस, अण्डे, क्रीम तथा कस्टर्ड आदि द्वारा उत्पन्न होती है। मक्खियाँ भी इन जीवाणुओं के संवाहन में महत्त्वपूर्ण योगदान देती हैं। लक्षण : मितली, वमन, पेट में पीड़ा तथा दस्त होते हैं, जिनके कारण रोगी निर्जलीकरण अथवा डी-हाइड्रेशन का शिकार भी हो सकता है। उचित उपचार न मिलने पर रोगी की मृत्यु भी हो सकती है। बचाव एवं उपचार (2) स्टैफाइलोकोकाई समूह: इस समूह के जीवाणु प्राय: वायु में, मनुष्यों की नाक, गले, फोड़े-फुन्सियों व घावों में पाए जाते हैं। ये भोजन बनाते समय खाँसने व छींकने तथा गन्दे हाथों के माध्यम से भोजन में प्रवेश करते हैं। भोजन के विषाक्त होने का मुख्य कारण भोजन के पकाने के पश्चात् इसे अधिक समय तक गर्म रख छोड़ना है। इस प्रकार का विषाक्त भोजन खाने के एक से छह घण्टों के अन्दर विषाक्तता के लक्षण प्रकट होने लगते हैं। लक्षण: बचाव एवं उपचार: (3) क्लॉस्ट्रीडियम समूह-क्लॉस्ट्रीडियम परफ्रिजेन्स : लक्षण: मानव शरीर में प्रवेश करने पर पेट में पीड़ा व डायरिया के लक्षण पैदा करता है, परन्तु इस जीवाणु द्वारा उत्पन्न विषाक्तता के कारण मृत्यु की सम्भावना बहुत कम रहती है। उपचार: (4) क्लॉस्ट्रीडियम बौटूलिनम: इस जीवाणु द्वारा उत्पन्न भोजन की विषाक्तता को बौटूलिज्म कहते हैं। यह जीवाणु भयानक टॉक्सिन उत्पन्न करता है। इसकी भयानकता का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि एक औंस टॉक्सिन करोड़ों लोगों की मृत्यु के लिए पर्याप्त है। ये जीवाणु अपनी बीजाणु अवस्था में मछलियों, पक्षियों, गाय व घोड़े जैसे पशुओं व मनुष्यों की आँतों में पाए जाते हैं। जीवाणुओं के ये बीजाणु खाद तथा मल-मूत्र जैसी गन्दगियों के माध्यम से भूमि में पहुँचकर कृषि द्वारा प्राप्त खाद्य पदार्थों से चिपक जाते हैं। ऑक्सीजनविहीन परिस्थितियों में तथा असावधानियों से तैयार किए गए डिब्बा-बन्द खाद्य पदार्थों में ये बीजाणु अंकुरित हो असंख्य को जन्म देते हैं। सेम, मक्का, मटर व चना इत्यादि इस प्रकार के डिब्बा-बन्द खाद्य पदार्थों के उदाहरण हैं। इस अवस्था में जीवाणु टॉक्सिन उत्पन्न करते हैं, जिसके मनुष्यों में होने वाले प्रभाव निम्नलिखित हैं– प्रभाव: बचाव एवं उपचार: |
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