Explore topic-wise InterviewSolutions in .

This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.

11151.

Write 5 lines on how to make the earth lok beautiful in hindi

Answer»

हम अपने धरती को सुन्दर बनाने के लिए निम्न चेज़ कर सकते है:-

1.पृथ्वी पे जगह जगह पर पड़े पौधे लगा कर इस सुन्दर व साफ बन सकते है।

2.साथ में हम कचरा कुरेदान में डाले इधर उधर न फेके।

3.जादा पानी बेकार न करके पानी बचने से हमारे पड़े पौध को सही मात्र में पानी मिलगा।

4.जादा पोलुशन न कर के इस के कर जीव जंतु को सास ले ने में तकलीफ होती है।

5.और फैक्ट्री को सिटी से दूर कर के जिस से ग्लोबल वर्मिबग कम हो।

मुझे माफ़ कर दिज्येअ घा किसी भी ग़लती के लिए जो मुझ से हुई हो।

Love SHOURYA,your FRIEND

11152.

Information on kabir das in hindi 5 linesno spamming best answer will be marked as brainlist

Answer» HEY ur ANSWER
PLEASE mark me as brainliest
please FOLLOW me
dfgh4☺️☺️☺️☺️
11153.

Write a 4line poem about nana and nani in hindi

Answer»

mere nana ka NAAM ......................... hai

ve bahut ACCHE hai

ve mera bahut dhyan rakhte hain


meri NANI ka naam ..............................hai

vo SABKA dhyan rakhti hain

vo BHUT acchi hai

11154.

Write 5 sentences in hindi to make the earth beautiful

Answer»

सबसे पहले 22 अप्रैल 1970 को अमेरिका के द्वारा Earth Day मनाया गया था इसके बाद पूरी दुनिया में इस को मनाया जाने लगा।पृथ्वी सूर्य के चारों तरफ़ 365 दिन 5 घंटे 48 मिनट और 45 सेकंड में अपना एक चक्कर पूरा करती है।रोज़ाना 4000 बादल पृथ्वी पर गरजते हैं।सूरज का प्रकाश पृथ्वी पर पहुंचने में 8 मिनट 18 सेकंड्स लगते हैं।धरती अपना चक्कर 23 घंटे 56 मिनट और 5 सेकंड्स में करती है।हमारी पृथ्वी 1670 घंटा प्रति किलोमीटर की रफ़्तार से घूम रही है।चांद धरती का एकमात्र उपग्रह है।सूर्य के अंदर 13 लाख धरतियां समा सकती हैं।धरती को BLUE Planet भी कहा जाता है ।

*************************************************

11155.

Write about mahatma jyothiba bhule(born, work,death) in marathi

Answer»

नाम    – महात्मा जोतिराव गोविंदराव फुले
जन्म   – ११ अप्रैल १८२७ पुणे
पिता    – गोविंदराव फुले
माता   –  विमला बाई
विवाह  – सावित्रीबाई फुले
  महात्मा ज्योतिबा फुले (ज्योतिराव गोविंदराव फुले) को 19वी. सदी का प्रमुख समाज सेवक माना जाता है. उन्होंने भारतीय समाज में फैली अनेक कुरूतियों को दूर करने के लिए सतत संघर्ष किया. अछुतोद्वार, नारी-शिक्षा, विधवा – विवाह और किसानो के हित के लिए ज्योतिबा ने उल्लेखनीय कार्य किया है

11156.

निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए −सूखे हुए कीचड़ का सौंदर्य किन स्थानों पर दिखाई देता है?

Answer»

उत्तर :
नदी के किनारे जब कीचड़ के सुखकर टुकड़े हो जाते हैं तो सूखे हुए कीचड़ का सौंदर्य दिखाई देता है। यह कीचड़ के सूखे हुए टुकड़े अधिक गर्मी के कारण टेढ़े होकर सूखे खोपरे जैसे दिखाई देते हैं। सूखे हुए कीचड़ पर चलने वाली बगुले तथा अन्य पक्षियों के पदचिन्ह भी दिखाई देने में सुंदर लगते हैं। जब कीचड़ अधिक सुख का ठोस हो जाता है तो उस पर गाय, बैल, भैंस, भेड़,बैल आदि के अंकित पदचिन्हों की शोभा निराली होती है

आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।

11157.

निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए −मनुष्य को क्या भान होता है जिससे वह कीचड़ का तिरस्कार न करता?

Answer»

उत्तर ;
मनुष्य को यदि इस बात का भान होता कि हम धान की फसल भी कीचड़ में से ही पैदा करते हैं तो वह कभी भी कीचड़ का तिरस्कार नहीं करते। भारत के उत्तर पूर्वी राज्य में सबसे अधिक पैदा होने वाली धान की फसल कीचड़ में ही उगती है। हमारा राष्ट्रीय फूल कमल जो अपनी सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है, वह भी कीचड़ में पैदा होता है।

आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।

11158.

निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए −कीचड़ सूखकर किस प्रकार के दृश्य उपस्थित करता है?

Answer»

उत्तर :
नदी किनारे जब कीचड़ सूखकर टुकड़े हो जाते हैं तो उस पर पड़ने वाली दरारें बहुत सुंदर लगती है। बहुत ज्यादा गर्मी में जब इन टुकड़ों पर दरारें पड़ती है और ये टेढ़े हो जाते हैं तब यह सुख आए हुए खोपरे जैसे दिखाई देते हैं। नदी किनारे मीलों तक फैला हुआ समतल और चिकना कीचड़ बहुत आकर्षक दृश्य उत्पन्न करता है। इस कीचड़ के कुछ सूख जाने पर इस पर बने हुए बगुले तथा अन्य पक्षियों के चलने का निशान भी देखने में अच्छे लगते हैं।

आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।।

11159.

निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए −ज़मीन ठोस होने पर उस पर किनके पदचिह्न अंकित होते हैं।

Answer»

उत्तर :
जब कीचड़ ज्यादा सूखकर ज़मीन को ठोस बना देती है तब उस पर गाय ,बैल ,भैंस  ,बकरे, भेड़ आदि के पदचिन्ह दिखाई देने लगते हैं । कई बार इस पर आपस में लड़ते हुए बैल के सींगों के चिन्ह भी दिखाई देते है।

** ‘कीचड़ का काव्य’ एक ललित निबंध है। इस निबंध के लेखक काका कालेलकर है।

आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।।

11160.

निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए −कीचड़ के प्रति किसी को सहानुभूति क्यों नही होती?

Answer»

उत्तर :
कीचड़ के प्रति किसी को सहानुभूति इसलिए नहीं होती क्योंकि कीचड़ में पैर डालना कोई पसंद नहीं करता।किसी को भी अपने ऊपर कीचड़ लगाना अच्छा नहीं लगता है। कीचड़ से शरीर गंदा हो जाता है। कीचड़ से कपड़े मैले हो जाते हैं ।अपने शरीर पर कीचड़ उड़े यह किसी को भी पसंद नहीं है। सब कीचड़ से बचते हैं।

आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।

11161.

निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए −कीचड़ कहाँ सुदंर लगता है?

Answer»

उत्तर :
गंगा नदी और सिंधु नदी के किनारे मीलों तक जब समतल और चिकना कीचड़ एक साथ फैला हुआ होता है तब और खंभात में माही नदी के मुख से आगे चारों ओर दूर दूर तक फैला हुआ पहाड़ के पहाड़ डुबो लेने की शक्ति रखने वाला कीचड़ सुंदर लगता है। माही नदी की कीचड़ इतनी गहरी है कि उसमें पहाड़ के पहाड़ डूब सकते हैं।

आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।

11162.

Urdu lenguage mai jawab likho plz Masnavi chand kise khatay hai

Answer»
جلال الدین محمد بلخی کی طرف سے فارسی میں لکھا نظم نظم، مشہور صوفی شاعر کے طور پر بھی جانا جاتا ہے. یہ تصوف کے سب سے مشہور اور س...More
11163.

निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए −कीचड़ से क्या होता है?

Answer»

उत्तर :
कीचड़ से पैर ,शरीर और कपड़े गंदे हो जाते हैं। किसी को भी अपने ऊपर कीचड़ लगाना अच्छा नहीं लगता है। कीचड़ में पैर डालने से ही शरीर के साथ-साथ मन भी गंदा अनुभव करने लगता है। कीचड़ से सब लोग दूर रहना चाहते हैं। कीचड़ से किसी को भी सहानुभूति नहीं होती।

आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।।

11164.

Essay ek vivek mastishk ka aur ek dil ka

Answer»

दिल और दिमाग भले ही शरीर के दो अलग अलग स्थान पर रहते हो। मगर दिल और दिमाग का विवेक हमारे बहुत काम आता है। दिल और दिमाग एक दूसरे के पूरक हैं। दिल को हम दिमाग से अलग करके कुछ सोच ही नहीं सकते हैं।

दूसरे शब्दों में,दिल न केवल मस्तिष्क के अनुरूप है, बल्कि मस्तिष्क दिल से प्रतिक्रिया देता है। तनावपूर्ण या नकारात्मक भावनाओं के दौरान मस्तिष्क में दिल का इनपुट भी मस्तिष्क की भावनात्मक प्रक्रियाओं पर गहरा असर डालता है-वास्तव में तनाव के भावनात्मक अनुभव को मजबूत करने के लिए सेवा प्रदान करता है दिल।

दिल और दिमाग की जंग में दिमाग ही जीत जाता है।यदि आप मेरे जैसे हैं, तो संभवतः आपको अपने जीवन में निर्णय लेने के लिए सभी प्रकार की सलाह मिल गई है-- " आप अपने दिल को सुनो।"

अपने दिमाग का प्रयोग तर्कसंगत निर्णय लेने में करें। विवादित बयानों के लिए दिमाग की जरूरत होती है। वहां दिल के निर्णय की कोई महत्व नहीं रहती है।

इसके अलावा आपके जीवन से जुड़े किसी भी फैसले के लिए आपको अपने दिल और दिमाग दोनों से निर्णय लेना चाहिए।

याद रखें दिल के निर्णय को दिमाग पर और दिमाग के निर्णय को दिल पर हावी नहीं होने देना है। फैसले ऐसे लिजिए जिससे की आपको कोई तकलीफ़ न हो।

11165.

निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए −लोग किन-किन चीज़ों का वर्णन करते हैं?

Answer»

उत्तर :
लोग आकाश, पृथ्वी और जलाशयों का वर्णन करते है।

उन्हें आकाश का खुलापन , धरती की चारों ओर फैली हरियाली और जलाशयों का कल कल ध्वनि करता जल अधिक आकर्षित करता है। उन्हें चारों ओर रंग फैलाने वाली वस्तुएं ज्यादा अच्छी लगती है।

** ‘कीचड़ का काव्य’ एक ललित निबंध है। इस निबंध के लेखक काका कालेलकर है। इसमें लेखक काका कालेलकर ने कीचड़ की उपयोगिता का काव्यमय भाषा शैली में वर्णन किया है। उन्होंने इस निबंध में तत्सम और तद्भव शब्दावली का प्रयोग कर अपने विचारों को व्यक्त किया है।

आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।

11166.

निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए −बादल किसकी तरह हो गए थे।

Answer»

उत्तर :
बादल सफेद रंग की कपास की पूनी(धुनी हुई रुई की बत्ती के समान) के रंग के तरह हो गए थे।

** काका कालेलकर द्वारा रचित ‘कीचड़ का काव्य’ एक ललित निबंध है। इस पाठ में लेखक ने कीचड़ की उपयोगिता पर प्रकाश डाला है। लेखक के अनुसार कीचड़ में भी सौंदर्य है उसका रंग बहुत सुंदर है। इस निबंध में लेखक ने कीचड़ की उपयोगिता का काव्यमय भाषा शैली में वर्णन किया है।

आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।।

11167.

निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए −रंग की शोभा ने क्या कर दिया?

Answer»

उत्तर :
रंग की शोभा उत्तर दिशा में जमी थी। उत्तर दिशा में लाल रंग ने आज कमाल ही कर दिया था। उत्तर दिशा में बहुत अधिक लालिमा फैली हुई थी थोड़ी देर बाद वहां भी सफेद रंग की कपास की पूनी के रंग जैसे बादलों ने उस लालिमा को भी ढक दिया था। कुछ ही देर में वहां भी बादल छा गए।

आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।।

11168.

How many types of fitter are there

Answer»

Is it FITTER?? or FILTER

11169.

Bhasa kise kahte bai

Answer» SIMPLE definition

मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है. सामाज में रहते हुए वह अपनी बात दुसरो तक पहुँचाना चाहता है. और दुसरो की बात आप भी समझना चाहता है.उसे भाषा कहते है अर्थात मनुष्य के मुँह से निकली ध्वनियों को भाषा कहते है यह जो दूसरो तक अपनी बात को पहुँचाने का कार्य करती ह
11170.

Kya nirash hu aa jaye give me answer Q1. aaj bhi desh me karodo log garib kyo he

Answer»

आज भी देश मे लाखो लाखो लोग गरीब है क्योंकि देश मे करप्शन बहुत है।लोगों के पास रोजगार नही है एबं लोगों के पास उचित अबसर नही मिल रहे ।
में आशा करता हु की तुम्हें जवाब मिल गया होगा!

11171.

What is the meaning of Prachur in Hindi

Answer»

प्रचुर का अर्थ है । -- बहुत अधिक

11172.

Hasiyekrith varh aur paristhithi

Answer»

sorry DUDE i am not good at hindi

please MARK me as the BRAINLIEST

11173.

Plz one paragraph on nadiyon se hone wale laabh aur hanny .

Answer»

नदी जोड़ो परियोजना एक सिविल इंजीनियरिंग परियोजना है, जिसका उद्देश्य भारतीय नदियों को जलाशयों और नहरों के माध्यम से आपस में जोड़ना है. इससे किसानों को खेती के लिए मानसून पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा और साथ ही बाढ़ या सूखे के समय पानी की अधिकता या कमी को दूर किया जा सकेगा. आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि विश्व में जितना भी पानी उपलब्ध है उसका केवल चार फीसदी ही भारत के पास है और भारत की आबादी विश्व की कुल आबादी का लगभग 18 फीसदी है. परन्तु हर साल करोड़ों क्यूबिक क्यूसेक पानी बह कर समुद्र में चला जाता है और भारत को केवल 4 फीसदी पानी से ही अपनी जरूरतों को पूरा करना पड़ता है. हर योजना के दो पक्ष होते है परन्तु हमें इस बात पर ध्यान देना चाहिए की इसका लाभ कितना अधिकाधिक लोगों तक पहुंचेगा. यह लेख नदी जोड़ो परियोजना पर आधारित है जिसमें इसके इतिहास और इस परियोजना से लोगों को होने वाले लाभ के बारे में बताया गया है.
नदी जोड़ो परियोजना क्या हैं 
इस परियोजना के तेहत भारत की 60 नदियों को जोड़ा जाएगा जिसमें गंगा नदी भी शामिल हैं. उम्मीद है कि इस परियोजना की मदद से अनिश्चित मानसूनी बारिश पर किसानों की निर्भरता में कटौती आएगी और सिंचाई के लिए लाखों खेती योग्य भूमि भी होगी. इस परियोजना को तीन भागों में विभाजित किया गया है: उत्तर हिमालयी नदी जोडो घटक; दक्षिणी प्रायद्वीपीय घटक और 2005 से शुरू, अंतरराज्यीय नदी जोडो घटक. इस परियोजना को भारत के राष्ट्रीय जल विकास प्राधिकरण (एनडब्ल्यूडीए), जल संसाधन मंत्रालय के अन्तर्गत प्रबंधित किया जा रहा है. 
नदी जोड़ो परियोजना का इतिहास


Source: www. www.researchgate.net.com
नदी जोड़ो परियोजना पर काफी लंबे समय से विचार-विमर्श चल रहा है. भारत में जिन क्षेत्रों की नदियों में अधिक पानी है और जिनमें कम पानी है उनको जोड़ने का सुजाव काफी समय से हो रहा है. 
- सबसे पहले नदियों को जोड़ने का विचार 150 वर्ष पूर्व 1919 में मद्रास प्रेसीडेंसी के मुख्य इंजीनियर सर आर्थर कॉटन द्वारा प्रस्तुत किया गया था. 
- 1960 में फिर तत्कालीन उर्जा और सिंचाई राज्यमंत्री कएल राव ने गंगा और कावेरी नदियों को जोड़ने के विचार को पेश कर इस विचार धरा को फिर से जीवित कर दिया था. 
- पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी ने 1982 में नेशनल वाटर डेवलपमेंट एजेंसी का गठन किया था.
- सुप्रीम कोर्ट ने 31 अक्टूबर, 2002 में एक जनहित याचिका की सुनवाई करते हुए केंद्र सरकार को इस योजना को शीघ्रता से पूरा करने को कहा और साथ ही 2003 तक इस पर प्लान बनाने को कहा और 2016 तक इसको पूरा करने पर ज़ोर दिया गया था.
- प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 2003 में सुरेश प्रभु की अध्यक्षता में एक टास्क फोर्स का गठन किया था और यह अनुमान लगाया गया था कि इस परियोजना में लगभग 560000 करोड़ रुपयों की लागत आएगी.
- 2012 में सुप्रीम कोर्ट ने फिर से केंद्र सरकार को निर्देश दिया की इस महत्वकांशी परियोजना को समयबद्द तरीके से अम्ल करके शुरू किया जाए ताकि समय ज्यादा बढ़ने की वजह से इसकी लागत और न बढ़ जाए.
- 2017 में सबसे पहले केन-बेतवा परियोजना लिंक जिसमें उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के हिस्से शामिल है को जोड़ा जाएगा और इसमें तकरिबन 10 हजार करोड़ की लगात आने का अनुमान है. इस परियोजना के तहत मध्य प्रदेश से केन नदी के अतिरिक्त पानी को 231 किमी लंबी एक नहर के जरिये उत्तर प्रदेश में बेतवा नदी तक लाया जाएगा. इससे बुंदेलखंड के एक लाख 27 हजार हेक्टेयर ज़मीन की सिंचाई की जा साकेगी क्योंकि यह सबसे ज्यादा सुखा ग्रस्त क्षेत्र है.

दुनिया की अनोखी नदियां जिनसे सोना प्राप्त होता है
भारत को नदी जोड़ने के अभियान से क्या लाभ हो सकता हैं 
- इस परियोजना से सूखे तथा बाढ़ की समस्या से राहत मिल सकती है क्योंकि जरूरत पड़ने पर बाढ़ वाली नदी बेसिन का पानी सूखे वाले नदी बेसिन को दिया जा सकता है. गंगा और ब्रह्मपुत्र क्षेत्र में हर साल आने वाली बाढ़ से निजात मिल सकता है.



11174.

Srinathuni padhayulu with bhavalu

Answer»

Srinathudu Padyalu with BHAVAM WOH bahut acche Aadmi Thay would have known Apne Jeevan Ke Aadhar PAR Ke Logo ke Jeevan KO Sudhar a.

11175.

A upasagya Laga kar Char Shabd likhiye in Hindi

Answer» AAKRITI
aajivan
aanand
aakhri


HOPE it HELPS
11176.

Whatartefacts are to museum documents and records are to

Answer»

As every OBJECT within a COLLECTION must have accompanying documentation, records management functions as the PRIMARY focus

11177.

Essay on there is a widom of the head and there is a wisdom of the heart in hindi

Answer»

दिल और दिमाग भले ही शरीर के दो अलग अलग स्थान पर रहते हो। मगर दिल और दिमाग का विवेक हमारे बहुत काम आता है। दिल और दिमाग एक दूसरे के पूरक हैं। दिल को हम दिमाग से अलग करके कुछ सोच ही नहीं सकते हैं।

दूसरे शब्दों में,दिल न केवल मस्तिष्क के अनुरूप है, बल्कि मस्तिष्क दिल से प्रतिक्रिया देता है। तनावपूर्ण या नकारात्मक भावनाओं के दौरान मस्तिष्क में दिल का इनपुट भी मस्तिष्क की भावनात्मक प्रक्रियाओं पर गहरा असर डालता है-वास्तव में तनाव के भावनात्मक अनुभव को मजबूत करने के लिए सेवा प्रदान करता है दिल।

दिल और दिमाग की जंग में दिमाग ही जीत जाता है।यदि आप मेरे जैसे हैं, तो संभवतः आपको अपने जीवन में निर्णय लेने के लिए सभी प्रकार की सलाह मिल गई है-- " आप अपने दिल को सुनो।"

अपने दिमाग का प्रयोग तर्कसंगत निर्णय लेने में करें। विवादित बयानों के लिए दिमाग की जरूरत होती है। वहां दिल के निर्णय की कोई महत्व नहीं रहती है।

इसके अलावा आपके जीवन से जुड़े किसी भी फैसले के लिए आपको अपने दिल और दिमाग दोनों से निर्णय लेना चाहिए।

याद रखें दिल के निर्णय को दिमाग पर और दिमाग के निर्णय को दिल पर हावी नहीं होने देना है। फैसले ऐसे लिजिए जिससे की आपको कोई तकलीफ़ न हो।

11178.

Doctor ne mareez ko dekha aur use dawa di.

Answer»

It feels NICE to help some ONE through medication from the medicines...
but people should mode be into exercises so that they COULD be FIT firmly

11179.

Nayi bhasha seekhne ke laabh essay

Answer» U can INTERACT with other PEOPLE those KNOW that LANGUAGE
11180.

Pragraph pratha kal ka derishya in hindi

Answer»

Hey MATE YE KYA hota HAI

11181.

I want ten Hindhi sulekhs?

Answer» OK for you. It is there in any HINDI BOOK.
11182.

Agar Tum Na Hote To Kya Hota

Answer» EXACTLY PUCHNA KYA CHAHTE HO??
11183.

Essay on chipku movement in Hindi

Answer» HEY mate here is your ANSWER
भारत में चिपको आंदोलन!

चिपको आंदोलन उत्तर प्रदेश के उत्तरी हिमालयी खंड में शुरू किया गया था, जो क्षेत्र उत्तराखंड के नाम से जाना जाता है। "चिपको" शब्द "छड़ी" या "गले लगाने" का संदर्भ देता है। आंदोलन का नाम "गले लगाओ" नामक एक शब्द से आता है: जहां ग्रामीणों ने वृक्षों को गले लगाया, उन्हें अपने शरीर और ठेकेदारों के अक्षों के बीच अपने शरीर को जोड़कर बचाया।

यह "चिपको आंदोलन" के रूप में लोकप्रिय हो गया। चिपको आंदोलन एक जमीनी स्तर का आंदोलन है, जो उत्तराखंड के लोगों की जरूरतों के जवाब में शुरू हुआ। जंगलों की भारी कमी की दर के परिणामस्वरूप विनाश, शुष्क- हिमालय पर्वत श्रृंखला बंजर बना रहा। इसके अलावा, बांधों, कारखानों और सड़कों के निर्माण से पहले ही वनों की कटाई हो गई थी। चिपको आंदोलन के अधिकांश नेताओं गांव महिलाओं और पुरुषों थे जो निर्वाह और उनके समुदायों के अपने साधनों को बचाने के लिए प्रयास करते थे। स्वयंसेवक और महिलाओं के एक समूह के साथ एक प्रसिद्ध गांधीवादी सुंदरलाल बहुगुणा ने उन्हें गिरने से बचाने के लिए पेड़ों से चिपककर अहिंसक विरोध शुरू कर दिया। इसने "चिपको आंदोलन" की शुरुआत की। इस आंदोलन का मुख्य उद्देश्य पारिस्थितिकीय संतुलन और जनजातीय लोगों के अस्तित्व को सुनिश्चित करना था जिनकी आर्थिक गतिविधियों ने इन जंगलों के आसपास घूम लिया था। श्रीमती गांधी को उनकी अपील के परिणामस्वरूप ग्रीन-फॉलिंग प्रतिबंध हुआ। 1 9 81-1983 में 5,000 किलोमीटर ट्रांस-हिमालय पैर मार्च चिपको संदेश फैलाने में महत्वपूर्ण था। बहुगुणा ने चिपको नारा बनाया: "पारिस्थितिकी स्थायी अर्थव्यवस्था है"। जल्द से जल्द चिपको कार्यकर्ताओं में से एक चंडी प्रसाद भट्ट ने स्थानीय लाभ के लिए वन धन के संरक्षण और टिकाऊ उपयोग के आधार पर स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा दिया। बखनी देवी और कई गांव महिलाओं के साथ धूम सिंह नेगी ने पहले उन्हें "चिपको गले लगाकर" में पेड़ से बचाया।
"जंगल क्या मिट्टी, पानी, और शुद्ध हवा" सहन करते हैं। चिपको कवि घनश्याम रतुरी, जिनके गीत उत्तर प्रदेश के हिमालय के दौरान गूंजते हैं और दर्शन के डॉक्टर इंदु तुइकर, जिनके प्राचीन संस्कृत ग्रंथों और तुलनात्मक धर्म पर भारत भर में आध्यात्मिक व्याख्यान ने एकता और जीवन की एकता पर बल दिया है, इस संदर्भ में चिपको आंदोलन और आंदोलन के अन्य प्रमुख नेता हैं। पहली चिपको कार्रवाई अप्रैल 1 9 73 में ऊपरी अलाकानंद घाटी में मंडल गांव में स्वचालित रूप से हुई थी, और अगले पांच वर्षों में यह उत्तर प्रदेश में हिमालय के कई जिलों में फैल गया। अलाकानंद घाटी में वन क्षेत्र की एक भूखंड को एक स्पोर्ट्स सामान कंपनी को आवंटित करने के सरकार के फैसले से इसे उड़ा दिया गया था। इससे ग्रामीणों को नाराज कर दिया गया, क्योंकि कृषि उपकरणों को बनाने के लिए लकड़ी का उपयोग करने की उनकी मांग से पहले इनकार कर दिया गया था। एक स्थानीय गैर सरकारी संगठन (गैर-सरकारी संगठन), डीजीएसएस (दासोली ग्राम स्वराज संघ) से प्रोत्साहित करने के साथ, एक कार्यकर्ता, चंडी प्रसाद भट्ट के नेतृत्व में क्षेत्र की महिलाएं जंगल में गईं और पेड़ के चारों ओर एक चक्र बनाया उन्हें नीचे काटने से पुरुषों। उत्तराखंड क्षेत्र पतली और नाजुक मिट्टी के साथ, इसकी उपनिवेश ढलानों के कारण एक बेहद दूरस्थ क्षेत्र है। इस क्षेत्र को प्रचुर मात्रा में जल संसाधनों और जंगलों के साथ अत्यधिक संसाधन दिया जाता है। इस क्षेत्र में रहने वाले लोग किसान हैं, जिनके प्रमुख व्यवसाय छत की खेती और पशुपालन हैं। सड़कों का व्यापक नेटवर्क, जो भारत-चीनी सीमा संघर्ष के बाद बनाया गया है, ने इस क्षेत्र में आसानी से पहुंच प्रदान की है। नतीजतन, उत्तराखंड क्षेत्र, जो समृद्ध खनिजों, मिट्टी और जंगलों के लिए जाना जाता है, ने कई उद्यमियों को आकर्षित किया। जल्द ही क्षेत्र इन उद्यमियों द्वारा शोषण का उद्देश्य बन गया। कुछ उत्पादों जिसके लिए क्षेत्र का शोषण किया गया था लकड़ी, चूना पत्थर, मैग्नीशियम, पोटेशियम इत्यादि थे। इस क्षेत्र में संघर्ष का प्रमुख स्रोत उद्यमियों द्वारा सरकार की मंजूरी के साथ वनों का शोषण था। इस तरह के संघर्षों का दूसरा कारण यह था कि ग्रामीणों को पहले वनों के उपयोग से इनकार कर दिया गया था। सुव्यवस्थित नीतियों ने स्थानीय कृषिविदों और जड़ी-बूटियों को ईंधन की लकड़ी या चारा के लिए और कुछ अन्य प्रयोजनों के लिए पेड़ों को काटने की अनुमति नहीं दी।
hope it helps u
11184.

Aapna bachpan ki koi funny gattana batao

Answer»

I was in 2 class .I am GOING too market with Mom.. I see two man were fighting for 1 samosa ....... haaaahaaa
hai na funny gatna

11185.

Aaj ki soshankari shatiya ka kya kya hai

Answer» AAJ KI sosal KARI sektya MEDIA politices and own POWER
11186.

Vijyapan of toothpaste in Hindi

Answer» PLEASE CORRECT the QUESTION...........
11187.

Agr pariksa (exam) na hoti to बच्चे खुश हो जायेंगे।

Answer» YEAH....then...what do you WANT to SAY..
11188.

Wow.. really.. i wish that day come soon..meaning in hindi

Answer» HEY dear friend ,

Here is your ANSWER

Wow.. really.. i wish that day COME SOON.. = वाह .. वास्तव में .. मैं चाहता हूं कि वह दिन जल्द ही आ जाए .. ।

Thanks;)☺☺☺☺
11189.

5 sentences in sanskrit on udhyanam

Answer»

एतद् उद्यानम् अस्ति। अत्र अनेकाः वृक्षाः सन्ति। वृक्षाः पर्णैः पुष्पैः च शोभन्ते। पक्वानि फलानि अपि वृक्षाणां भूषणानि। जनाः वृक्षाणां फलानि भक्ष्यन्ति। उपवने लताः अपि रोहन्ति। उपवन विविधानि वर्णानि पुष्पाणि अपि सन्ति। पुष्पेषु भ्रमराः गुञ्जन्ति मधुपानं च कुर्वन्ति। उद्याने बालका: कन्दुकेन क्रीडन्ति प्रभाते सायंकाले च। जनाः उद्याने शान्तिम् अनुभवन्ति। अनेकाः जनाः अपि उद्याने भ्रमन्ति। उद्यानस्य मध्ये एकम् सरोवरम् अपि अस्ति।


11190.

यदि कक्षा में अधयापक न आते

Answer»

To BACHCHE MSTI KRTE

11191.

Who had dedicated their life for humanity meaning in hindi?

Answer»

Kin LOGO nai ( ya KISNE) manavtaa KE liye APNA jivan samarpit kar DIYA??? Hindi means of this

11192.

Is Kauai ka kendiye bhav k ya hai

Answer» KI WO hamasha KISI KO parashan karta ha
11193.

Water park ke liye Vigayapan

Answer»

What is U R QUESTION

11194.

What would happen if there are no trees ? in hindi

Answer»

We will DIE. there is no LIFE and NATURAL BEAUTY

11195.

Five ways to stop pollution in hindi

Answer»

Here is your answer.


1-रीसायकल हो सकें ऐसे सामान खरीदें और बरतें और रोज़ के उपयोग में आने वाला बहुत सा सामान आप दोबारा इस्तमाल कर सकते हैं.


2-प्रिंटर का इस्तमाल ध्यान से करें और उस में इस्तमाल होने वाले कागज की हो सके तो दोनों साइड इस्तमाल करें.


3-कागज या प्लास्टिक से बने प्लेट /गिलास आदि डिस्पोसबल सामान /कागज के नेपकिन आदि का प्रयोग नियंत्रत रखें.


4-कार पूल, पैदल चलना, साइकिल का इस्तमाल, ट्रेफिक सिग्नल पर गाड़ी के इंजन को बंद करना आदि विधियों से आप पेट्रोल की खपत में कमी कर सकते हैं. इसके अतिरिक्त अपनी गाडी के टायरों में हवा का दवाब सही रखना, गंदे फिल्टरों के समय से बदलने से, इंजिन आयल सही और अच्छी क्वालिटी का इस्तमाल करने से भी आप पेट्रोल की खपत में कमी ला सकते हैं.


5-अनावश्यक बिजली न जलाएं. घरों में ट्यूब लाईट, फ्लोरेसेंट बल्ब, एलईडी बल्‍बों का इस्तेमाल करें.


6-घर में पानी के टपकते नलों की मरम्मत करा कर रखें. कहीं भी अनियंत्रित या खराब बहते हुए सरकारी नल /पाईपलाईन को देख कर अनदेखा न करें. उसकी रिपोर्ट सम्बंधित विभाग में करें .


7- नहाने के टब में पानी भर कर नहाने से बेहतर है बाल्टी में पानी भर कर मग के प्रयोग से नहाना .


8-शेव या टूथ ब्रश करते समय पानी को बहते रखना पानी की बर्बादी है. ध्यान रखें ब्रश करते समय पानी को बंद कर देने से आप करीब 25 गेलन पानी हर महीने बचा सकते हैं.


9-कूलर या ऐसी से टपकते पानी को इकट्ठा करें और पौधों में डालें.


10-अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाएं.



Hope it HELPS you.

11196.

A good poem in hindi, for project

Answer»

this is BEST POEM WRITTEN by SHANKAR Shailendra


तू ज़िन्दा है तो ज़िन्दगी की जीत में यकीन कर,

अगर कहीं है तो स्वर्ग तो उतार ला ज़मीन पर!

सुबह औ' शाम के रंगे हुए गगन को चूमकर,

तू सुन ज़मीन गा रही है कब से झूम-झूमकर,

तू आ मेरा सिंगार कर, तू आ मुझे हसीन कर!

अगर कहीं है तो स्वर्ग तो उतार ला ज़मीन पर!.... तू ज़िन्दा है

ये ग़म के और चार दिन, सितम के और चार दिन,

ये दिन भी जाएंगे गुज़र, गुज़र गए हज़ार दिन,

कभी तो होगी इस चमन पर भी बहार की नज़र!

अगर कहीं है तो स्वर्ग तो उतार ला ज़मीन पर!.... तू ज़िन्दा है

हमारे कारवां का मंज़िलों को इन्तज़ार है,

यह आंधियों, ये बिजलियों की, पीठ पर सवार है,

जिधर पड़ेंगे ये क़दम बनेगी एक नई डगर

अगर कहीं है तो स्वर्ग तो उतार ला ज़मीन पर!.... तू ज़िन्दा है

हज़ार भेष धर के आई मौत तेरे द्वार पर

मगर तुझे न छल सकी चली गई वो हार कर

नई सुबह के संग सदा तुझे मिली नई उमर

अगर कहीं है तो स्वर्ग तो उतार ला ज़मीन पर!.... तू ज़िन्दा है

ज़मीं के पेट में पली अगन, पले हैं ज़लज़ले,

टिके न टिक सकेंगे भूख रोग के स्वराज ये,

मुसीबतों के सर कुचल, बढ़ेंगे एक साथ हम,

अगर कहीं है तो स्वर्ग तो उतार ला ज़मीन पर!.... तू ज़िन्दा है

बुरी है आग पेट की, बुरे हैं दिल के दाग़ ये,

न दब सकेंगे, एक दिन बनेंगे इन्क़लाब ये,

गिरेंगे जुल्म के महल, बनेंगे फिर नवीन घर!

अगर कहीं है तो स्वर्ग तो उतार ला ज़मीन पर!.... तू ज़िन्दा है


11197.

Short hindi speech about family

Answer»
 

मेरा परिवार पर निबंध 6 (400 शब्द)

मेरा परिवार दुनिया का सबसे प्यारा परिवार है और समाज की एक महत्वपूर्ण इकाई है। अपने सदस्यों के लिये एक छोटा और बड़ा परिवार बहुत महत्वपूर्ण होता है और समाज की मजबूत इकाई के रुप में देखा जाता है क्योंकि कई परिवार एक साथ एक अच्छा समाज बनाती हैं। एक परिवार बच्चों के लिये पहला स्कूल बनता है जहां वो सभी संस्कृति, परंपरा और सबसे ज़रुरी आधारभूत पारिवारिक मूल्यों को सीखते हैं। परिवार में बच्चों को अच्छा व्यवहार और आदतें सीखाने में परिवार ही मुख्य भूमिका निभाता है। समाज में एक बेहतर चरित्र के व्यक्ति को बनाने में ये मदद करता है। मैं वास्तव में बहुत सौभाग्याशाली हूं कि एक छोटे प्यारे परिवार में पैदा हुआ हूं जहां मैं सब कुछ बचपन में ही सीख लेता हूं।

दरअसल, मैं 6 सदस्यों वाले मध्यम परिवार से संबंध रखता हूं (माता, पिता, दादा-दादी, मैं और मेरी बहन)। हम सभी अपने दादा-दादी की बात का अनुसरण करते हैं क्योंकि वो परिवार के मुखिया हैं। हम सच में परिवार में उनके प्रधान पद की बहुत इज्जत करते हैं और आनन्द उठाते हैं। वो एक महान इंसान हैं क्योंकि उन्होंने अपने समय में कई रोमांचक कार्य किये हैं। वो हमेशा हमारे भले के लिये सोचते हैं और हमारे लिये सही फैसला करते हैं। सभी पारिवारिक मामलों में उनका फैसला ही अंतिम होता है। वो डाइनिंग टेबल के मुख्य कुर्सी पर बैठते हैं। मेरे दादा-दादी बहुत ही शांत और दोस्ताना व्यक्ति हैं हालांकि हम में से कोई भी उनके खिलाफ जाने की कोशिश नहीं करता है। वो बहुत ही प्रभावशाली इंसान हैं प्यारी बातचीत से वो सभी का दिल जीत लेते हैं। वो बहुत बूढ़े हैं फिर भी हमारे गृहकार्यों में मदद करते हैं क्योंकि वो शिक्षक थे। जीवन में सफल होने के कई तरीकों के बारे में उन्होंने हमें सीखाया जैसे अनुशासन, समयपालन, स्वच्छता, नैतिकता, कड़ी मेहनत और निरंतरता।

मेरी दादी माँ भी एक प्यारी महिला हैं और वो हर रात हमलोगों को अच्छी कहानियाँ सुनाती हैं। मेरे पिता एक स्कूल में प्रधानाध्यापक हैं और अनुशासनप्रिय व्यक्ति हैं। वो बहुत समयनिष्ठ, समझदार और स्वाभाव से परिश्रमी हैं। उन्होंने भी हमें सिखाया है कि जब तुम समय खराब करते हो, एक दिन समय तुम्हें बरबाद कर देगा इसलिये कभी-भी अपने समय की बरबादी मत करो और इसका सही इस्तेमाल करो। मेरी माँ बहुत प्यारी हैं और बहुत साधारण गृहिणी हैं। वो परिवार के सभी सदस्यों का ध्यान देती हैं और हर दिन परिवार में एक खुशनुमा माहौल बनाए रखती हैं। वो दादा-दादी और बच्चों का खास ख्याल रखती हैं साथ ही साथ हमेशा समाज में गरीब और ज़रुरतमंद लोगों की मदद करती हैं। हमें बचपन से अपने परिवार में बड़ों की इज़्जत और प्यार करना तथा सड़क पर ज़रुरतमंद लोगों की मदद करना सिखाया गया है। मेरा प्यारा छोटा परिवार वास्तव में प्यार, देखभाल, शांति, समृद्धि और अनुशासन से भरा हुआ है।

11198.

What is the meaning of hindi word saliya in english?

Answer»

Saliya MEANS *AGE* in ENGLISH

11199.

What is the meaning of these mangoes are sweet in hindi?

Answer»

ये आम मीठे है ............

11200.

Best food security poems in hindi

Answer»

Hope this HELPS you
plz MAKE it brainlyst ANSWER