InterviewSolution
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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 1. |
उन वैद्युत तथा चुम्बकीय तरंगों के नाम लिखिए जिनका प्रयोग किया जाता है - (a) कीटाणुओं को मारने में, (b) भौतिक थैरेपी के लिए। |
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Answer» Correct Answer - (a) पराबैगनी विकिरण, (b) अवरक्त किरणे |
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| 2. |
रेडियो तरंगों, X-किरणों, गामा-किरणों एवं सूक्ष्म तरंगों को उनके तरंगदैर्घ्य के घटते क्रम में लिखिए। |
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Answer» Correct Answer - रेडियो तरंग, सूक्ष्म तरंगें, X-किरणे तथा गामा किरणें |
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| 3. |
(a) निम्नलिखित में से कौन वैद्युत-चुम्बकीय तरंगों की उत्पत्ति का स्रोत हो सकता है? कारण दोजिए। (i) नियत वेग से गतिमान आवेश, (ii) वृत्तीय गति करता हुआ आवेश, (iii) स्थिर आवेश। (b) वैद्युत-चुम्बकीय वर्णक्रम का वह भाग बताइए जिससे (i) `10^(20)` Hz, (ii) `10^(9)` Hz आवृत्ति की तरंगें सम्बन्धित हों। |
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Answer» Correct Answer - (a) नियत वेग से गतिमान आवेश अथवा स्थिर आवेश में त्वरण नहीं होता। अत: ये वैद्युत-चुम्बकीय तरंगों की उत्पत्ति के स्रोत नहीं हो सकते। वृत्तीय गति करते हुए आवेश की गति त्वरित गति होगी, अत: यह वैद्युत-चुम्बकीय तरंगों की उत्पत्ति का स्नरोत हो सकता है। |
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| 4. |
उन वैद्युत तथा चुम्बकीय तरंगों के नाम लिखिए जिनकी उत्पत्ति की विधि संलग्न है- (a) क्लिस्ट्रॉन वाल्व के द्वारा। (b) परमाणुओं तथा अणुओं के कम्पन के द्वारा। (c) परमाणुवीय नाभिक के क्षय के द्वारा। (d) L-C परिपथ द्वारा। |
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Answer» Correct Answer - (a) माइक्रो तरंगें, (b) अवरक्त तरंगें, (c) गामा किरणें, (d) रेडियो तरंगे |
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| 5. |
एक बैटरी द्वारा `1.5 muF` धारिता के संधारित्र को `88.5 muC` आवेश देकर बैटरी को हटा लिया जाता है। अब संधारित्र को 12 mH प्रेरकत्व वाली कुण्डली के समान्तर क्रम में जोड़ दिया जाता है जिससे परिपथ में वैद्युतचुम्बकीय दोलन प्रारम्भ हो जाते हैं। ज्ञात कीजिये- (i) वैद्युतचुम्बकीय दोलनों की आवृत्ति | (ii) संधारित्र में संचित अधिकतम ऊर्जा। (iii) कुण्डली में संचित अधिकतम ऊर्जा। (iv) परिपथ में धारा का अधिकतम मान। |
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Answer» प्रश्नानुसार, संधारित्र की धारिता `C = 1.5 muF = 1.5 xx 10^(-6) F` संधारित्र पर आवेश `Q_(0) = 88.5 muC = 85.5 xx 10^(-6)C` कुण्डली का प्रेरकत्व `L = 12 mH = 12 xx 10^(-3)H` (i) वैद्युतचुम्बकीय दोलनों की आवृत्ति `v = (1)/(2pi sqrt(LC)) = (1)/(2 xx 3.14 sqrt((12 xx 10^(-3)) xx(1.5 xx 10^(-6))))` = 1186.3 Hz (ii) संधारित्र में संचित अधिकतम वैद्युत ऊर्जा `U_(EO) = (Q_(0)^(2))/(2C) = ((85.5 xx 10^(-6))^(2))/(2 xx 1.5 xx 10^(-6))` ` = 2.43675 xx 10^(-3)` जूल (iii) कुण्डली में संचित अधिकतम चुम्बकीय ऊर्जा `U_(BO) = U_(EO) = 2.43675 xx 10^(-3)` जूल (iv) यदि परिपथ में प्रवाहित धारा का अधिकतम मान `I_(0)` हो तो `U_(BO) =(1)/(2) LI_(0)` `I_(0) = sqrt((2U_(BO))/(L))` ` = sqrt((2 xx 2.43675 xx 10^(-3))/(12 xx 10^(-3)))` =0.637 ऐम्पियर = 637 मिली ऐम्पियर |
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| 6. |
[A] एक समतल वैद्युतचुम्बकीय तरंग में दोलन करते विद्युत क्षेत्र का आयाम 40 वोल्ट/मीटर है। यह `2 xx 10^(10)` हर्ट्ज आवृत्ति से दोलन करता है। ज्ञात कीजिये- विद्युत क्षेत्र के कारण ऊर्जा घनत्व। |
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Answer» विधुत ऊर्जा घनत्व `U_(E) = (1)/(4) epsi_(0) E_(0)^(2)` `=(1)/(4) xx (8.85 xx 10^(-12)) (40)^(2)` ` = 3.55 xx 10^(-9)" जूल"//"मीटर"^(2 )` |
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| 7. |
(i) कब एक आवेश वैद्युत तथा चुम्बकीय तरंगों की उत्पत्ति का स्रोत हो सकता है? (ii) वैद्युत तथा चुम्बकीय तरंगों में वैद्युत क्षेत्र तथा चुम्बकीय क्षेत्र परस्पर तथा तरंग संचरण की दिशा से किस प्रकार सम्बन्धित होते हैं? (iii) वह कौन-सी भौतिक राशि है जो वैद्युत तथा चुम्बकीय वर्णक्रम के सभी भागों की तरंगों के लिए समान होती है? |
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Answer» Correct Answer - (i) जब आवेश त्वरित हो, (ii) वेद्युत क्षेत्र तथा चुम्बकीय क्षेत्र परस्पर लम्बवत् होते हैं तथा तरंग संचरण की दिशा के भी लम्बवत् होते हैं, (iii) निर्वात् में चाल। |
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| 8. |
[A] एक समतल वैद्युतचुम्बकीय तरंग में दोलन करते विद्युत क्षेत्र का आयाम 40 वोल्ट/मीटर है। यह `2 xx 10^(10)` हर्ट्ज आवृत्ति से दोलन करता है। ज्ञात कीजिये- तरंग की तरंगदैर्ध्य। |
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Answer» तरगदेंर्ध्य `lambda =(c)/(v) ` ` = (3 xx 10^(8))/(2 xx 10^(10)) = 1.5 xx 10^(-2)` मीटर = 1.5 सेमी |
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| 9. |
[A] एक समतल वैद्युतचुम्बकीय तरंग में दोलन करते विद्युत क्षेत्र का आयाम 40 वोल्ट/मीटर है। यह `2 xx 10^(10)` हर्ट्ज आवृत्ति से दोलन करता है। ज्ञात कीजिये- दोलन करते चुम्बकीय क्षेत्र का आयाम । |
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Answer» [A] विद्युत क्षेत्र का आयाम `E_(0) = 40` वोल्ट/मीटर आवृत्ति `v=2xx10^(10)` हर्ट्ज चुमब्कीय क्षेत्र का आयाम `B_(0) =(E_(0))/(c) =(40 )/(3 xx 10^(8)) = (4)/(3) xx 10^(-7)` टेस्ला अथवा `= 1.33 xx 10^(-7)` टेस्ला |
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| 10. |
एक समतल वैद्युत तथा चुम्बकीय तरंग निर्वात् में Y-दिशा में संचरित हो रही है। वैद्युत तथा चुम्बकीय क्षेत्रों के (i) परिमाण का अनुपात, (ii) दिशाओं के विषय में लिखिए। |
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Answer» Correct Answer - (i) `(E )/(B) = c,` जहां c = प्रकाश की चाल। (ii) वैद्युत तथा चुम्बकीय क्षेत्र सदिश E तथा B सदिश क्रमश: Z-अक्ष तथा X-अक्ष के अनुदिश होंगे। ये वैद्युत-चुम्बकीय तरंग संचरण दिशा के लम्बवत् होंगे। |
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| 11. |
वैद्युत-चुम्बकीय तरंग का वेग c समान्तर होता है-A. `vecE` केB. `vecB` केC. `vecB.vecE` vD. `vecE xx vecB` के |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 12. |
एक समतल इलेक्ट्रोमेंनेटिक तरंग में वैद्युत क्षेत्र, `2.0xx 10^(10)` हर्ट्ज आवृत्ति तथा 48 वोल्ट/मीटर आयाम से ज्यावक्रीय रूप से दोलन करता है। (a) तरंग की तरंगदैध्ध्य क्या है? (b) दोलनकारी चुम्बकीय क्षेत्र का आयाम क्या है? (c) यह दर्शाइए कि वैद्युत क्षेत्र B का औसत ऊर्जा घनत्व, चुम्बकीय क्षेत्र B के औसत ऊर्जा घनत्व के बराबर होगा। `(c = 3 xx 10^(8) "मीटर"//"सेकण्ड")` |
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Answer» दोलनों की आवृत्ति `= 2 xx 10^(10) Hz` दिया है- `c = 3 xx 10^(8)` मीटर/सेकण्ड वेद्युत क्षेत्र आयाम `(E_(0)) = 48` वोल्ट/मीटर (a) तरंगों की तरंगदैर्ध्य `(lambda) =(c)/(f) =(3xx 10^(8))/(2xx10^(10)) = 1.5 xx 10^(-2)` मीटर (b) सूत्रानुसार `c = (E_(0))/(B_(0))` दोलनकारी चुम्बकीय क्षेत्र का आयाम, `B_(0) = (E_(0))/(c) = (48)/( 3 xx 10^(8)) = 1.6 xx 10^(-7) T` (c) वैद्युत क्षेत्र का औसत ऊर्जा घनत्व, `u_(E) = (1)/(4) epsi_(0)E_(0)^(2)` हम जानते हैं कि, समीकरण (i) में रखने पर, `therefore u_(E) = (1)/(4) epsi_(0).c^(2)B_(0)^(2) " "......(ii)` इलैक्ट्रोमेग्नेटिक तरंगों की चाल `(c) = (1)/(sqrt(mu_(0)epsi_(0)))` समीकरण (ii) में रखने पर, `u_(E) = (1)/(4) epsi_(0) B_(0)^(2) .(1)/(mu_(0)epsi_(0))` `u_(E) = (1)/(4) .(B_(0)^(2))/(mu_(0)) =(B_(0)^(2))/(2mu_(0)) = mu_(B)` अतः वैद्युत क्षेत्र की औसत ऊर्जा घनत्व चुम्बकीय क्षेत्र की औसत ऊर्जा घनत्व के बराबर होती है। |
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| 13. |
एक वैद्युत तथा चुम्बकीय तरंग किसी माध्यम में वेग `vecV = v, से जा रही है। वैद्युत-चुम्बकीय तरंग के वैद्युत दोलन Y-अक्ष के अनुदिश हैं। (i) चुम्बकीय क्षेत्र के दोलन किस दिशा में हो रहे होंगे ? (ii) वैद्युत क्षेत्र तथा चुम्बकीय क्षेत्र के परिमाण परस्पर किस प्रकार सम्बन्धित होंगे? |
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Answer» Correct Answer - (i) तरंग X-अक्ष के अनुदिश चल रही हैं तथा वैद्युत क्षेत्र के कम्पन Y-अक्ष के अनुदिश हैं, अतः चुम्बकीय क्षेत्र के कम्पन Z-अक्ष के अनुदिश होंगे। क्योंकि तरंग संचरण की दिशा E x B की दिशा होती है। `(hatj xx hatk = hati)` |
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| 14. |
[A] एक समतल वैद्युतचुम्बकीय तरंग में दोलन करते विद्युत क्षेत्र का आयाम 40 वोल्ट/मीटर है। यह `2 xx 10^(10)` हर्ट्ज आवृत्ति से दोलन करता है। ज्ञात कीजिये- चुम्बकीय क्षेत्र के कारण ऊर्जा घनत्व। |
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Answer» चुमब्कीय ऊर्जा घनत्व `U_(B) = U_(E) = 3.55 xx 10^(-9) "जूल/मीटर"^(3 )` |
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| 15. |
[A] एक समतल वैद्युतचुम्बकीय तरंग में दोलन करते विद्युत क्षेत्र का आयाम 40 वोल्ट/मीटर है। यह `2 xx 10^(10)` हर्ट्ज आवृत्ति से दोलन करता है। ज्ञात कीजिये- औसत ऊर्जा घनत्व। |
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Answer» औसत ऊर्जा धनत्व `U_(ax) = U_(E) = 3.55 xx 10 ^(-9)"जूल/मीटर"^(3)` |
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| 16. |
[B] यदि विद्युत क्षेत्र Y-अक्ष के अनुदिश तथा चुम्बकीय क्षेत्र Z-अक्ष के अनुदिश हों तो इनकी समीकरण लिखिये। |
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Answer» तरग की कोणीय आवृत्ति = `omega = 2pi v` सचरण नियताक `K = (2pi)/(lambda)` विधुत क्षेत्र `(vecE), Y -` अक्ष के अनुदिश है तथा चुम्ब्कीय क्षेत्र `(vecB)` Z, - अक्ष के अनुदिश है , अतः तरग के सचरण की दिशा = `vec E xx vecB` की दिशा = X - अक्ष की दिशा | अतः विधुत क्षेत्र का समीकरण `E = E_(y) = E_(0) sin (omegat - kx)` ` = 40 sin [(2piv) t - ((2pi)/(lambda))x]` अथवा `E = 40 sin 2 pi [ (2xx 10^(10))t -(x)/(1.5 xx 10^(-2))]` चुम्ब्कीय क्षेत्र की समीकरण `B = B_(z) = B_(0) sin (omega t - kx)` अथवा `B = ((4)/(3) xx 10^(-7)) sin 2pi [(2 xx 10^(10)) t - (x)/(1.5 xx 10^(-2))]` |
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| 17. |
[A] एक समतल वैद्युतचुम्बकीय तरंग में दोलन करते विद्युत क्षेत्र का आयाम 40 वोल्ट/मीटर है। यह `2 xx 10^(10)` हर्ट्ज आवृत्ति से दोलन करता है। ज्ञात कीजिये- तरंग की औसत तीव्रता (दिया है : `c = 3 xx 10^(8) "मीटर"//"सेकण्ड" epsi_(0) = 8.85xx 10^(-12) "कूलॉम" // "न्यूटन-मीटर"^(2)` |
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Answer» तरग की कोणीय आवृति ` I = (E_(0)B_(0))/(2 mu_(0))` ` = (40 xx 1.33 xx 10^(-7))/( 2 xx 4pi xx 10^(-7))` ` = 2.1178 "वाट/ मीटर"^(2 )` |
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| 18. |
एक समतल वैद्युतचुम्बकीय तरंग + X अक्ष की ओर संचरित है। इसकी तरंगदैर्ध्य 5 मिमी है। तरंग में विद्युत क्षेत्र का आयाम 30 वोल्ट/मीटर है तथा इसके कम्पन Y-अक्ष के अनुदिश है- तरंग की आवृत्ति तथा चुम्बकीय क्षेत्र का आयाम ज्ञात कीजिये। |
| Answer» `6xx10^(10)` हर्ट्ज, `10^(-7)` टेस्ला | |
| 19. |
एक समतल वैद्युतचुम्बकीय तरंग + X अक्ष की ओर संचरित है। इसकी तरंगदैर्ध्य 5 मिमी है। तरंग में विद्युत क्षेत्र का आयाम 30 वोल्ट/मीटर है तथा इसके कम्पन Y-अक्ष के अनुदिश है- तरंग में वैद्युत क्षेत्र की समीकरण लिखिये । |
| Answer» `E_(y) = 30 sin 2pi [ 6 xx 10^(10) t - (x)/(5 xx 10^(-3))]` | |
| 20. |
एक समतल वैद्युतचुम्बकीय तरंग में विद्युत क्षेत्र का व्यंजक निम्न है। `E_(2) = 15 sin (9.42 xx 10^(14)t + 3.14 xx 10^(6)x)"वोल्ट/मीटर"` जहाँ t सेकण्ड में तथा x मीटर में है। ज्ञात कीजिए- (i) तरंग की आवृत्ति तथा तरंगदैर्ध्य। (ii) चुम्बकीय क्षेत्र का व्यंजक। |
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Answer» (i) दिये गये समीकरण की वैद्युत क्षेत्र के निम्न समीकरण `E_(z) = E_(0) sin (omega t + kx)` वोल्ट/मीटर से तुलना करने पर `E_(0) = 15` वोल्ट/मीटर `omega = 9.42 xx 10^(14)"सेकण्ड"^(-1)` `k = 3.14 xx 10^(6) "मीटर"^(-1)` `therefore` आवृत्ति `v =(omega)/(2pi) =(9.42 xx 10^(14))/(2 xx 3.14) = 1.5 xx 10^(14)` हर्टज तरंगदैर्ध्य `lambda = (2pi)/(k) = (2 xx 3.14)/(3.14 xx 10^(6)) = 2 xx 10^(-6)` मीटर (ii) चुम्बकीय क्षेत्र का आयाम `B_(0) = (E_(0))/(c) = (15)/(3 xx 10^(8)) = 5 xx 10^(-8)` टेस्ला दी गयी समीकरण से स्पष्ट है कि वैद्युत क्षेत्र Z-अक्ष के अनुदिश है तथा तरंग संचरण की दिशा X-अक्ष की (ऋणात्मक) दिशा है। अत: चुम्बकीय क्षेत्र Y-अक्ष की ओर है। अत: इसका व्यंजक `B = B_(y) = B_(0) sin (omega t - kx)` `therefore B_(y) = 5 xx 10^(-8) sin (9.42 xx 10^(14) t + 3.14 xx 10^(6)x) ` टेस्ला |
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| 21. |
एक समतल वैद्युतचुम्बकीय तरंग में विद्युत क्षेत्र की समीकरण निम्न है। `E= 50 sin (omega t - kx)` वोल्ट/मीटर (i) दिक्स्थान में 10 सेमी2 परिच्छेद वाले उस बेलन में निहित। वैद्युतचुम्बकीय ऊर्जा ज्ञात कीजिये जिसकी लम्बाई 50 सेमी X-अक्ष के अनुदिश है। (ii) तरंग की तीव्रता ज्ञात कीजिये। |
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Answer» (i) दिक्स्थान में औसत ऊर्जा घनत्व `U_(av) = U_(E) = (1)/(2) epsi_(0) E_(0)^(2)` ` E_(0) = 50 ` वोल्ट/मीटर (प्रश्नानुसार) ` epsi_(0) = 8.85xx 10^(-12)"कूलॉम /न्यूटन-मीटर"^(2)` `therefore " "U_(av) = (1)/(2) xx (8.85 xx 10^(-12)) (50)^(2)` ` = 1.1 xx 10^(-8)" जूल/मीटर"^(3)` बेलन का आयतन `V = AL = (10 xx 10^(-4)) (50 xx 10^(-2)) = 5xx 10^(-4)"मीटर"^(-3)` `therefore` बेलन में निहित ऊर्जा `= (U_(av)) xx V` ` =(1.1 xx 10^(-8))(5 xx 10^(-4)) = 5.5 xx 10^(-12) `जूल (ii)समतल वैद्युतचुम्बकीय तरंग की तीव्रता `I =(1)/(2) epsi_(0) E_(0)^(2)c` ` =(1)/(2) (8.85 xx 10^(-12)) (50^(2))( 3xx 10^(8))` ` = 3.3 "वाट/मीटर"^(2)` |
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| 22. |
4mW के स्त्रोत से उत्सर्जित लेसर किरण पुंज में 60 सेमी लम्बाई में संचित ऊर्जा ज्ञात कीजिये। |
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Answer» स्रोत की शक्ति `P = 4 mW = 4 xx 10^(-3)` वाट 60 सेमी दूरी तय करने में लेसर किरण को लगा समय `t= ("दूरी")/("चाल") = (60 xx 10^(-2) "मीटर")/( 3 xx 10^(8) "मीटर / सेकण्ड")= 2 xx 10^(-9)"सेकण्ड"` 60 सेमी लम्बाई में संचित ऊर्जा स्रोत से `2 xx 10^(-9)` सेकण्ड में उत्सर्जित ऊर्जा है। इसका मान `U = P xx t = (4 xx 10^(-3))(2 xx 10^(-9)) = 8 xx 10^(-12)` |
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| 23. |
मान लीजिये सूर्य वैद्युतचुम्बकीय विकिरण का 3.9 x 10 वाट क्षमता का बिन्दु स्त्रोत है। सूर्य से पृथ्वी की दूरी 1.5 x 10" मीटर है। मान लीजिये सूर्य से पृथ्वी की ओर उत्सर्जित विकिरण मार्ग में अवशोषित हुए बिना पृथ्वी तक पहुँचता हैं तथा पृथ्वी तल पर अभिलम्बवत् आपतित होता है। सौर विकिरण द्वारा प्रृथ्वी पर आरोपित विकिरण दाब क्या होगा यदि यह विकिरण- (i) पूर्णतः अवशोषित हो जाये? (i) पूर्णतः परावर्तित हो जाये? |
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Answer» (i) सूर्य बिन्दु स्रोत है। यदि सूर्य से पृथ्वी की दूरी R हो तो पृथ्वी तल पर आपतित सौर विकिरण की तीव्रता `I = (P)/(4piR^(2)) = (3.9 xx 10^(26))/(4 xx 3.14 xx (1.5 xx 10^(11))^(2))` ` =1.4 xx10^(3) "वाट/मीटर"^(2)` यदि विकिरण पूर्णत: अवशोषित हो जाये तो पृथ्वी तल पर विकिरण दाब `P_(r) = (I)/(c) = 2 (1.4 xx 10^(3))/( 3 xx 10^(8)) = 4.66 xx 10^(-6)"न्यूटन/मीटर"^(2)` (ii) यदि विकिरण पूर्णतः परावर्तित हो जाये तो पृथ्वी तल पर विकिरण दाब `P_(r) = (2I)/(c) = 2 (4.66 xx 10^(-6)) = 9.32 xx 10^(-6)"न्यूटन/मीटर"^(3)` |
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| 24. |
100 W विद्युत बल्ब की शक्ति का लगभग 5% दूश्य विकिरण में बदल जाता है| (a) बल्ब से 1 मीटर की दूरी पर 10 मीटर की दूरी पर दुश्य विकिरण की औसत तीव्रता कितनी है? यह मानिए कि विकिरण समदैशिकत: उत्सर्जित होती है और परावर्तन की उपेक्षा कीजिए। |
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Answer» कुल शक्ति= 100W दृश्य विकिरण शक्ति = कुल शक्ति का 5% `=(5)/(100) xx 100 = 5W` (a) 1 मीटर की दूरी पर सम्पूर्ण ऊर्जा गोले के रूप में वितरित हो। जाती है। गोले का क्षेत्रफल `= 4pi ("त्रिज्या")^(2)` दृश्य विकिरण की तीव्रता `=("शक्ति")/("क्षेत्रफल") = (5)/(4 xx 3.14 xx (1)^(2)) = 0.4 "वाट"//"मीटर"` (b) 10 मीटर की दूरी पर दृश्य विकिरण की पीव्रता `= (5)/(4 xx3.14 xx(10)^(2))= 4 xx 10^(-3) "वाट"/"मीटर"^(2)` |
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| 25. |
एक रेडियो 7.5 MHz से 12 MHz बैंड के किसी स्टेशन से समस्वरित हो सकता है। संगत तरंगदैध्य्य बैंड क्या होगा? |
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Answer» आवृत्ति `(f_(1))` = 7.5MHz आघूर्ण `(f_(2))` = 12MH2 इलेक्ट्रोमेग्नेटिक तरंग की चाल `(c) = 3xx10^(8)` मीटर/सेकण्ड `f_(1)` के संगत इलैक्ट्रोमैन्नेटिक का तरंगदैध्ध्य, `lambda_(1) = (c)/(f_(1))=(3 xx 10^(8))/(7.5xx 10^(6)) = (300)/(7.5) = 40` मीटर `f_(2)` के संगत इलैक्ट्रोमैग्नेटिक तरंग का तरंगदैर्ध्य, `lambda_(2) = (c)/(f_(2)) = (3 xx 10^(8))/(12 xx 10^(6)) = (300)/(12) = 25` मीटर अतः संगत तरंगदैर्ध्य बैण्ड 25 मौटर से 40 मीटर तक है। |
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| 26. |
एक आवेशित कण अपनी माध्य साम्यावस्था के दोनों ओर `10^(@)H` आवृत्ति से दोलन करता है। दोलक द्वारा जनित वैह्युतचुम्बकीय तरंगों की आवृत्ति कितनी है? |
| Answer» प्रश्नानुसार, इलैक्ट्रोमैग्नेटिक तरंग की आवृत्ति `=10^(@) Hz` दोलक द्वारा जनित वैद्युत चुम्बकीय तरंग को आवृत्ति आवेशित कण के दोलनों की आवृत्ति के समान है (सन्तुलन की अवस्था के सापेक्ष)। | |
| 27. |
चित्र में एक संधारित्र दर्शाया गया है जो 12 सेमी० त्रिज्या की दो वृत्ताकार प्लेटो को 5.0 सेमी० की दूरी पर रखकर बनायागया है। संधारित्र को एक बाह्य स्त्रोत (जो चित्र में नहीं दर्शाया गया है) द्वारा आवेशित किया जा रहा है। आवेशकारी धारा नियत है और इसका मान `0.15A` है। (a) धारिता एवं प्लेटों के बीच विभवान्तर परिवर्तन की दर का परिकलन कीजिए। (b) प्लेटों के बीच विस्थापन धारा ज्ञात कीजिए। (c) क्या किरचाफ का प्रथम नियम संधारित्र की प्रत्येक प्लेट पर लागू होता है? स्पष्ट कीजिए। |
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Answer» प्लेट की त्रिज्या (r) = 12 सेमी० = `12xx 10^(-2)` मीटर दो वृत्तीय प्लेटों के बीच की दूरी, `d = 5` सेमी० `= 5xx 10^(-2)` मीटर धारा (I) = 0.15 A (a) समान्तर पटट् संधारित्र की धारिता, `C = (epsi_(0) A)/(d)` जहाँ, A प्लेटों का क्षेत्रफल, `C = (8.854 xx 10^(-12) xx 3.14(12 xx 10^(-2))^(2))/(5 xx 10^(-2))` `C =(8.854 xx 3.14 xx 144 xx 10^(-12-4 +2))/(5)` ` C = 8.01 xx 10^(-14) F = 8.01 pF` संधारित्र की प्लेटों पर आवेश, `q=CV` ` (dq)/(dt) = C .(dV)/(dt)` ` I = C .(dV)/(dt)" "[because .(dq)/(dt) = I]` `(dV)/(dt) = (I)/(C)= (0.15)/(8.01 xx 10^(-12)) = 18.7 xx 10^(9)` वोल्ट/सेकण्ड अतः विभव परिवर्तन की दर `18.7xx 10^(@)` वोल्ट/सेकण्ड (b) विस्थापन धारा चालन धारा के बराबर है, `I_(d) = 0.15A` (c) हाँ, किरचॉफ का प्रथम नियम वैद्य है क्योंकि हम संयुक्त धारा विस्थापन धारा तथा चालन धारा के योग के बराबर लेते हैं। |
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| 28. |
वैद्युतचुम्बकीय तरंगों में विद्युत क्षेत्र तथा चुम्बकीय क्षेत्र के कम्पनों की दिशा में कितना कोण होता है? तरंग संचरण की दिशा तथा वैद्युत क्षेत्र के कम्पनों की दिशा के बीच कितना कोण होता है? |
| Answer» Correct Answer - `90^(@), 90^(@)` | |
| 29. |
किसी संधारित्र के आवेशन में प्लेटों के बीच चुम्बकीय क्षेत्र का उत्पादन किस कारण होता है? |
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Answer» Correct Answer - किसी संधारित्र की प्लेटों के मध्य खाली स्थान में आवेशन के दौरान परिवर्ती वैद्युत क्षेत्र उत्पन्न हो जाता है। मैक्सवेल के प्रेरण नियम के अनुसार यह परिवर्ती वैद्युत क्षेत्र चुम्बकीय क्षेत्र उत्पन्न करता है। |
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| 30. |
वैद्युतचुम्बकीय तरंग क्या हैं? |
| Answer» परिवर्ती युग्मित वैद्युत एवं चुम्बकीय क्षेत्रों से उत्पन्न वैद्युतचुम्बकीय विक्षोभ | |
| 31. |
विद्युत्-चुम्बकीय तरंगें उत्पन्न होती हैं-A. स्थैतिक आवेश के द्वाराB. एकसमान रूप से गतिमान आवेश द्वाराC. त्वरित आवेश द्वाराD. उदासीन कणों द्वारा |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 32. |
`5450Å`तरंग-देर्घ्य किस भाग में पायी जाती है?A. बैंगनीB. आसमानी C. हराD. लाल |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 33. |
दृश्य प्रकाश की तरंग-दैधर्य की परास है-A. `1000 Å` से ` 2000 Å`B. `2000 Å` से ` 4000 Å`C. `4000 Å` से ` 7000 Å`D. `7000 Å` से ` 16000 Å` |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 34. |
वैद्युत्-चुम्बकीय स्पेक्ट्रम की सबसे अधिक एवं सबसे कम आवृ्ति वाली तरंगें है-A. गामा किरणें, रेडियो तरंगेंB. एक्स किरणें, अवरक्त विकिरणC. गामा किरणें, पराबैंगनी किरणेंD. बैंगनी किरणे, लाल किरणें |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 35. |
`10^(-10)` मीटर तरंगदैर्ध्य की x-किरणों, 6800 `Å` तंरंगदैध्ध्य के प्रकाश, तथा 500 मीटर की रेडियों तरंगों के लिए किस भौतिक राशि का मान समान है? |
| Answer» यहाँ x-तरंगें लाल प्रकाश तथा रेडियों तरंगें सभी वैद्युत चुम्बकीय तरंगें हैं। हम जानते हैं कि सभी वैद्युत चुम्बकीय तरंगें प्रकाश के वेग से गति करती हैं, अत: सभी तरंगों की चाल समान है। | |
| 36. |
एक माध्यम की सापेक्ष वैद्युतशीलता 2 तथा सापेक्ष चुम्बकशीलता 4.5 हैं। उस माध्यम में प्रकाश की चाल ज्ञात कीजिये। |
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Answer» Correct Answer - `10^(8)` मीटर/सेकण्ड `v =(1)/(sqrt(mu epsi)) = (1)/(sqrt(mu_(r)mu_(0)epsi_(r)epsi_(0))) = (c)/(sqrt(mu_(r)epsi_(r))) = (3xx 10^(8))/(sqrt(4.5xx2) = 10^(8))` मीटर/सेकण्ड |
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`1//mu_(0)epsi_(0)` की विमाएँ हैं-A. `[L^(-1)T]`B. `[LT^(-2)]`C. `[L^(2) T^(2) ]`D. `[LT^(-1)]` |
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Answer» Correct Answer - C `[(1)/(mu_(0)epsi_(0))] = [c^(2) ] = [L^(2)T^(-2)]` |
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