InterviewSolution
Saved Bookmarks
| 1. |
काव्य-सौन्दर्य लिखिए –पाहुन ज्यों आए हों गाँव में शहर के।मेघ आए बड़े बन-ठन के सँबर के। |
|
Answer» काव्य-सौन्दर्य : प्रस्तुत पंक्तियों में मेघ रूपी मेहमान के आने का सजीव चित्रण है। दामाद के रूप में प्रकृति का मानवीकरण किया गया है। कविता में चित्रात्मक शैली का उपयोग किया गया है। भाषा आम-बोलचाल की है। ‘बड़े बन-ठन के’ में ‘ब’ वर्ण की आवृत्ति होने से अनुप्रास अलंकार है। ‘मेघ आए बड़े बन-ठन के’ पंक्ति में मेघ का दामाद के रूप में मानवीकरण हुआ है, अतः मानवीकरण अलंकार है। |
|