InterviewSolution
This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
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NAREGA की शुरूआत किस वर्ष में हुयी ?(A) 2009(B) 2006(C) 2005(D) 2008 |
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Answer» सही विकल्प है (C) 2005 |
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| 2. |
भारत में कितने करोड़ लोग हानिकारक और स्वास्थ्य को नुकसान पहुँचे ऐसे मकानों में निवास करते हैं ?(A) 60 करोड़(B) 50 करोड़(C) 70 करोड़(D) 40 करोड़ |
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Answer» सही विकल्प है (A) 60 करोड़ |
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| 3. |
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर वर्ष 1990 में गरीबी का न्यूनतम मापदण्ड दैनिक कितना था ?(A) 1 डॉलर(B) 2 डॉलर(C) 3 डॉलर(D) 4 डॉलर |
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Answer» सही विकल्प है (A) 1 डॉलर |
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| 4. |
दांडेकर और रथ ने ग्राम्य क्षेत्रों के लिए 1960-’61 के आधार कीमत पर कितने रूपये निश्चित किया गया ?(A) 5(B) 10(C) 15(D) 20 |
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Answer» सही विकल्प है (C) 15 |
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| 5. |
दांडेकर और रथने शहरी क्षेत्रों के लिए 1960-61 के आधार कीमत पर कितने रूपये निश्चित किया गया ?(A) 20(B) 21.5(C) 20.5(D) 22.5 |
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Answer» सही विकल्प है (D) 22.5 |
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| 6. |
इन्डियन काउन्सिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ग्रामीण क्षेत्र में व्यक्ति के भोजन में न्यूनतम दैनिक कितनी कैलोरी निश्चित किया है ?(A) 2400(B) 2300(C) 2200(D) 2100 |
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Answer» सही विकल्प है (A) 2400 |
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| 7. |
इन्डियन काउन्सिल ऑफ मेडिकल रिसर्च द्वारा शहरी क्षेत्रों के लिए प्रतिव्यक्ति कैलोरी निश्चित किया गया है ?(A) 2100(B) 2400(C) 2300(D) 2600 |
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Answer» सही विकल्प है (A) 2100 |
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| 8. |
विश्व में खाद्य सुरक्षा की परिस्थिति, 2015 पर FAO के रिपोर्ट के अनुसार भारत कुपोषण की दृष्टि से कौन-से स्थान पर था ?(A) प्रथम(B) दूसरे(C) तीसरे(D) अंतिम |
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Answer» सही विकल्प है (B) दूसरे |
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वर्ष 2014 में भारत में बालमृत्युदर का प्रमाण कितना था ?(A) 02(B) 06(C) 09(D) 39 |
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Answer» सही विकल्प है (D) 39 |
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| 10. |
वर्ष 2014 में भारत में अपेक्षित आयुष्य कितने वर्ष था ?(A) 75.8 वर्ष(B) 74.9 वर्ष(C) 68 वर्ष(D) 81.6 वर्ष |
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Answer» सही विकल्प है (C) 68 वर्ष |
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| 11. |
गरीबी किसे कहते हैं ? |
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Answer» समाज का जो वर्ग अपनी आधारभूत न्यूनतम आवश्यकताओं को संतुष्ट नहीं कर सके तो उसे गरीबी कहते हैं । |
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| 12. |
कार्य करने की स्वतंत्रता किसके पास होती है ? |
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Answer» कार्य करने की स्वतंत्रता धनवानों के पास होती है । |
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| 13. |
कौन-सी गरीबी संपूर्ण गरीबी कहलाती है ? |
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Answer» निरपेक्ष गरीबी संपूर्ण गरीबी कहलाती है । |
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| 14. |
सही अर्थ में आर्थिक विकास क्या है ? । |
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Answer» आर्थिक विकास के साथ गरीबी और आय की असमानता में कमी आना चाहिए । तभी आर्थिक विकास सही है । |
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| 15. |
निरपेक्ष गरीबी किसे कहते हैं ? |
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Answer» आय या खर्च का आधार पर निश्चित किया गया न्यूनतम स्तर को ही निरपेक्ष गरीबी कहते हैं । |
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| 16. |
मानव गरीबी अंक में किन मापदण्डों का समावेश किया जाता है ? |
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Answer» मानव गरीबी अंक में ज्ञान, आरोग्य और जीवनस्तर का समावेश किया जाता है । |
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| 17. |
प्रतिव्यक्ति गृह उपभोग खर्च किस प्रकार ज्ञात करते हैं ? |
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Answer» किसी एक वर्ष दरम्यान परिवारों द्वारा खरीदी हुयी वस्तुओं और सेवाओं, टिकाऊ वस्तुएँ आदि के बाज़ार मूल्य को उस वर्ष की जनसंख्या का भाग देने से प्रतिव्यक्ति गृह उपभोग खर्च प्राप्त होता है । |
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| 18. |
17वीं सदी में भारत किन-किन वस्तुओं का निर्यात करता था ? |
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Answer» 17वीं सदी में भारत में से सिल्क, गर्म मसाला, चावल आदि का निर्यात करता था । |
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| 19. |
अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर निरपेक्ष गरीबी को समझाइए । |
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Answer» अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर निरपेक्ष गरीबी निश्चित करने के लिए गरीबी रेखा सामान्य रूप से किसी एक वर्ष के दरम्यान औसत युवा उम्र व्यक्ति द्वारा उपयोग में लिये जानेवाले संसाधनों के खर्च द्वारा निश्चित किया जाता है । अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर गरीबी रेखा निश्चित करने के लिए विश्व बैंक द्वारा वर्ष 2005 में समखरीद शक्ति के आधार पर दैनिक आय 1.25 डॉलर निश्चित की । जो 1990 के वर्ष में 1 डॉलर और 2015 में 1.90 डॉलर निश्चित किया गया है । इस प्रकार जिस व्यक्ति की दैनिक आय 1.90 डॉलर से कम हो वह निरपेक्ष गरीब कहलाता है । |
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| 20. |
पीने के स्वच्छ पानी और मकान की उपलब्धता का महत्त्व समझाइए । |
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Answer» दूषित और अशुद्ध पानी अनेक रोगों का कारण है । वर्ष 2011 में 63.3 प्रतिशत परिवारों को ही नल द्वारा शुद्ध पानी प्राप्त होता था । 8.67% परिवारों को नल द्वारा शुद्धीकरण न किया पानी, 26% लोगों को कुआ, हेन्डपंप, ट्यूबवेल, झरने, नदी आदि से पानी प्राप्त होता है । इस प्रकार शुद्ध पानी के अभाव में गंदा प्रदूषणयुक्त पानी से देश में अनेक पानीजन्य रोगों में वृद्धि होती है । जिसे गरीबी और अधिक गंभीर बनती है । आवास जीवन की प्राथमिक आवश्यकता है । किस प्रकार का आवास है इस पर गरीबी का मापदण्ड है । रहने का मकान, कमरे, रहनेवालों की संख्या, नल, ड्रेनज, बिजली जैसी सुविधा रखनेवाले मकान गरीबी के प्रतिशत को दर्शाते हैं । भारत में अभी भी 60 करोड़ लोग असुविधा और खतरनाक (जोखमी) मकानो में रहते हैं । जो गरीबी के निर्देश को दर्शाते हैं । |
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| 21. |
युद्ध और असुरक्षा जैसे परिबल भी गरीबी के लिए जवाबदार है, समझाइए । |
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Answer» भारत देश चीन और पाकिस्तान जैसे पड़ौसी देशों के साथ युद्ध का सामना कर चुका है । साथ ही सरहद पर तनाव और संघर्ष चलता रहता है । तथा भारत सतत असुरक्षा महसूस कर रहा है । असुरक्षा का सामना कर रहा है । निरंतर युद्ध का सामने करने के लिए संरक्षण के पीछे अधिक खर्च करना पड़ता है । देश की संरक्षण व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए आधुनिक मिसाइल, युद्ध विमानो, टेन्को, सबमरीन के पीछे अधिक खर्च करना पड़ता है । इस प्रकार का खर्च बिनविकासशील खर्च है । यह खर्च अधिक होने से विकासशील खर्च में कमी होती है । आर्थिक विकास धीमा पड़ जाता है और गरीबी का प्रमाण बढ़ जाता है । |
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सापेक्ष गरीबी को मापने के लिए किस पद्धति का उपयोग किया जाता है ? |
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Answer» सापेक्ष गरीबी को मापने के लिए सामान्य रूप से आय समूह की रचना, लोरेन्ज वक्र, गीनी अनुपात जैसी पद्धतियों का उपयोग किया जाता है । |
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भारत में अभी भी लोग कुपोषण के शिकार है’ विधान की चर्चा कीजिए । |
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Answer» भारत में अभी अधिकांशतः 21.9 प्रतिशत लोग गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहे हैं । भारत में अभी भी नीची प्रतिव्यक्ति आय और आय की असमानता अधिक देखने को मिलती है । नीची आय के कारण लोगों को कैलोरी, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन और मिनरल्स पर्याप्त प्रमाण में नहीं मिलता है । इसके कारण अभी भी 15.2% लोग कुपोषण के शिकार है । |
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राष्ट्रीय रोजगार गारंटी कानून (NREGA) पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए । |
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Answer» राष्ट्रीय रोजगार मारंटी कानून वर्ष 2005 में स्वीकार किया गया । जिसका उद्देश्य सार्वजनिक निर्माण कार्यक्रम के अंतर्गत संपत्ति खड़ी करके ग्रामीण, शहरी, गरीब और निचले मध्यम वर्ग के परिवार में से एक व्यक्ति को वर्ष में कम से कम 100 दिन का रोजगार दिया जाता है । वर्ष 2009 से इस योजना का नाम बदलकर महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी कानून (MGNREGA) कर दिया है । |
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17वीं सदी में भारत किस प्रकार का राष्ट्र था ? |
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Answer» 17वीं सदी में भारत शहरीकृत और व्यावसायिक राष्ट्र था । |
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टिकाऊ वस्तुएँ किसे कहते हैं ? |
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Answer» जिन वस्तुओं का उपयोग दीर्घकालीन समय तक किया जाये तो उसे टिकाऊ वस्तुएँ कहते हैं । जैसे – कार, वॉशिंग मशीन, कम्प्यूटर आदि । |
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भारत में वर्ष 2011 में साक्षरता दर कितनी थी ? |
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Answer» भारत में वर्ष 2011 में साक्षरता दर 74.04% है । |
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वर्ष 2011 में ब्राजिल में साक्षरता दर कितनी है ? |
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Answer» वर्ष 2011 में ब्राजिल में साक्षरता दर 91 प्रतिशत है । |
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सापेक्ष गरीबी का अर्थ लिखो । |
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Answer» एक वर्ग या व्यक्ति की अपेक्षा दूसरे व्यक्ति या वर्ग को कम आय या कम सुविधाएँ प्राप्त हों तो उसे सापेक्ष गरीबी कहते हैं। कम आय वाला वर्ग अधिक आयवाले वर्ग की अपेक्षा सापेक्ष गरीब है, ऐसा कहते हैं । |
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गरीबी निवारण के लिए सामाजिक सुरक्षा की योजनाओं को संक्षिप्त में समझाइए । |
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Answer» भारत में गरीबी दूर करने की व्यूहरचना के रूप में विविध प्रकार की सामाजिक सुरक्षा की योजनाएं शुरू की गयी है ।
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गरीबी रेखा अर्थात् क्या ? |
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Answer» जीवन की न्यूनतम आवश्यकताओं को संतुष्ट करने के लिए आवश्यक चीजवस्तुओं और सेवाओं को खरीदने के लिए निश्चित किया गया आय और खर्च का न्यूनतम स्तर अर्थात् गरीबी रेखा । |
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आवास योजनाओं पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए । |
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Answer» भारत में ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े पैमाने में गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करनेवाले परिवार अर्धस्थायी या कामचलाऊ मकानों में आवास करते हैं । गरीबों को उचित आवास उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से वर्ष 1985-86 में ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करनेवाले अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग को मकान की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए इन्दिरा आवास योजना (IAY) शुरू की गयी । वर्ष 2013-14 में राजीव आवास योजना अमल में रखी गयी । शहरी क्षेत्रों में भी गरीब परिवार गंदी झोपड़पट्टी में रहते हैं । इस शहरी आवास की समस्या को ध्यान में रखकर 25 जून, 2015 से शहरी गरीबों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) शुरू की गयी । आवास योजनाएँ गरीब परिवारों को आवास की सुविधा उपलब्ध करवाने के साथ-साथ रोजगार के अवसर भी सर्जित होते हैं। जिससे बेकारी में कमी आती है । |
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विकासशील देशों में प्रति छ हजार की जनसंख्या एक डॉक्टर था, तो विकसित देशो में यह प्रमाण कितना है ?(A) 350(B) 450(C) 550(D) 750 |
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Answer» सही विकल्प है (A) 350 |
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जनगणना 2011 के अनुसार भारत में कितनी प्रतिशत जनता को नल के शुद्धीकरण के द्वारा पानी मिलता है ?(A) 73.3%(B) 63.3%(C) 83.3%(D) 93.3% |
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Answer» सही विकल्प है (B) 63.3% |
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IRDP का मुख्य उद्देश्य क्या है ? |
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Answer» IRDP का मुख्य उद्देश्य गरीब परिवारों को स्वरोजगारी को प्रोत्साहन देना है । |
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गरीबी के मुख्य कितने विभाग है ?(A) एक(B) तीन(C) दो(D) चार |
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Answer» सही विकल्प है (C) दो |
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गरीबी दूर करने के लिए वैतनिक रोजगार कार्यक्रमों की चर्चा कीजिए । |
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Answer» गरीबी दूर करने के लिए वैतनिक रोजगार कार्यक्रम एक व्यूहरचना का हिस्सा है । जिन बेरोजगारों के पास भौतिक श्रम के अतिरिक्त आय का साधन न हो उनके लिए वैतनिक कार्यक्रम शुरू किये जाते हैं । इन कार्यक्रमों मात्र कृषि के सिवाय मौसम में स्वरोजगार न दे सकते हों उनके लिए ही मात्र नहीं परंतु अकाल, बाढ़ और अन्य प्राकृतिक आपदाओं में भी रोजगार उपलब्ध करवाता है । इन कार्यक्रमों में गाँव में ढाँचाकीय सेवाओं का विकास किया जाता है । और श्रमिको उचित वेतन प्राप्त हो ऐसा प्रयास किया जाता है । वेतनयुक्त रोजगारी कार्यक्रम में –
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गरीबी का स्वरूप बताकर गरीबी के कारणों की चर्चा कीजिए । |
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Answer» गरीबी के ख्याल को समझने के लिए अर्थशास्त्रियों ने गरीबी के स्वरूप के आधार पर गरीबी को दो भागों में विभाजित किया गया है : (1) सापेक्ष गरीबी * गरीबी गरीबी के कारण : गरीबी के अनेक कारणों में एतिहासिक सामाजिक, आर्थिक कारण जैसे अनेक कारण जवाबदार होते हैं । (1) ऐतिहासिक कारण : भारत 17वीं सदी में शहरीकृत और व्यवसायिक राष्ट्र था । भारत में गर्म मसाला, सूती कपड़े, सिल्क आदि का निर्यात किया जाता था । परंतु अंग्रेजो, फ्रेंच, डच जैसी प्रजा के आगमन के बाद उनकी संस्थान और स्वार्थवादी नीति के कारण भारत में कृषि और उद्योगों की परिस्थिति बिगड़ती चली गयी । ब्रिटिश शासनकाल के दरम्यान कृषि क्षेत्र की स्थिति नाजुक बनी । एक ओर भारत की कृषि वर्षा पर आधारित थी और दूसरी ओर अंग्रेजो ने सिंचाई के लिए पूँजी निवेश नहीं किया। बार-बार अकाल, जमीनदारी प्रथा, बढ़ती हुयी महसूल की रकम आदि के कारण किसान की आर्थिक स्थिति खराब हो गयी । किसान ऋण के नीचे डूबता चला गया, किसान बदहाल हो गया और गरीबी में वृद्धि हुयी । उद्योगों और व्यापार के सम्बन्ध में अंग्रेजो ने ऐसी व्यापार-नीति, कर-नीति और औद्योगिक नीति अपनायी जिसे अंग्रेज व्यापारियों का भारत में लाभ हो । भारतीय निर्यात के लिए यूरोप के बाजारों में प्रतिबंध लगा दिया । इंग्लैण्ड में उत्पादित वस्तुओं के लिए भारतीय बाज़ार में अनेक प्रकार के टेक्स में छूट-छाट दी भारत के कोने-कोने में मालसामान पहुँचाने के लिए रेलवे का उपयोग किया । भारत में ही भारत के उद्योग इंग्लैण्ड के उद्योगों की स्पर्धा में टिक नहीं सके जिससे भारतीय उद्योगों का पतन हुआ और गरीबी में वृद्धि हुयी । 2. ग्रामीण गरीबी के कारण : ग्रामीण गरीबी के कारण निम्नानुसार हैं : (1) प्राकृतिक परिबल : भारत आरम्भ से ही कृषि प्रधान देश है । देश का बड़ा हिस्सा कृषि पर आधारित है । भारत की कृषि प्राकृतिक परिबल जैसे बरसाद, जलवायु तत्त्वों पर निर्भर है । बार-बार अकाल, वर्षा की अनियमितता के कारण कृषि क्षेत्र का उत्पादन और आय कम होने से गरीबी के प्रमाण में वृद्धि हुयी । (2) जनसंख्या सम्बन्धी परिबल : भारत में स्वतंत्रता के बाद आर्थिक विकास हुआ, स्वास्थ्य में सुधार के कारण मृत्युदर में कमी आयी । परंतु जन्मदर ऊँची रही । जिससे जनसंख्या वृद्धिदर बढ़ी । बढ़ती हुयी जनसंख्या के कारण प्रतिव्यक्ति आय में विशेष वृद्धि नहीं हुयी । जिससे जीवनस्तर नीचा था । बढ़ती हुयी जनसंख्या के कारण श्रम पूर्ति में वृद्धि हुयी परंतु रोजगार के अवसर न बढ़ने से बेकारी सर्जित हुयी परिणाम स्वरूप गरीबी में वृद्धि हुयी । (3) आर्थिक कारण : गरीबी के आर्थिक कारण निम्नानुसार हैं : (1) प्रति श्रमिक कृषि की नीची उत्पादकता : भारत में कृषि क्षेत्र पर जनसंख्या का अधिक भार है । दूसरी और कृषि क्षेत्र । में सिंचाई का अभाव, अपर्याप्त टेक्नोलोजी, शिक्षा और प्रशिक्षण का अभाव, अल्प पूँजीनिवेश आदि कारण उत्पादकता नीची होती है । परिणाम स्वरूप श्रमिक की नीची उत्पादकता रहती है । जिससे गरीबी में वृद्धि होती है । (2) जमीन और संपत्ति का असमान वितरण : भारत में अंग्रेजों के शासनकाल से ही जमीनदारी प्रथा के कारण जमीन मुट्ठीभर जमीनदारों के पास थी । जिनका कृषि से प्रत्यक्ष सम्बन्ध नहीं था परिणाम स्वरूप उन्हें कृषि विकास के लिए पूँजीनिवेश. में रूचि नहीं थी । दूसरी ओर कारकारों, बटाईदारों या कृषि मजदूरों की जमीन मालिकी न होने से उन्हें कृषि उत्पादन में रूचि नहीं थी । परिणाम स्वरूप कृषि क्षेत्र में कृषि उत्पादन और कृषि उत्पादकता नीची होने से गरीबी में वृद्धि हुयी । (3) छोटे और गृह उद्योगों का अल्पविकास : भारत में दूसरी पंचवर्षीय योजना से आर्थिक विकास की व्यूहरचना के भाग के रूप में आधारभूत और बड़े उद्योगों को महत्त्व दिया गया । परंतु ग्रामीण क्षेत्रों में छोटे और गृह उद्योगों की उपेक्षा की गयी । साथ में कृषि से सम्बन्धित उद्योग जैसे पशुपालन, डेरी उद्योग, मत्स्यपालन आदि के कम विकास के कारण मौसमी बेकारी में वृद्धि हुयी जो गरीबी का कारण बना । (4) भाववृद्धि : युद्ध, अकाल, कम राष्ट्रीय उत्पादन, मांग वृद्धि, उत्पादन खर्च में वृद्धि के कारण चीजवस्तुओं और सेवाओं तथा खाद्य वस्तुओं के भाव में तीव्रता से वृद्धि हुयी, जिससे नीची आयवालों की खरीदशक्ति घटी । नीचा जीवनस्तर बना । जिससे गरीबी में वृद्धि हुयी । दूसरी ओर भाववृद्धि के कारण उद्योगपतियों, व्यापारियों और बड़े किसानों को लाभ हुआ आय बढ़ी । जिससे समाज में आय की असमानता में भी वृद्धि होती है । (5) बेरोजगारी का ऊँचा प्रमाण : ‘भारत में अधिकांशतः ग्रामीण जनसंख्या कृषि पर निर्भर है । कृषि वर्षा पर निर्भर होने से एक-दो ही फसल ले सकते है । इसलिए कृषि क्षेत्र में मौसमी बेकारी देखने को मिलती है । दूसरी ओर संयुक्त कुटुम्ब प्रथा और रोजगार के अन्य विकल्प न होने से परिवार के सभी सदस्य आवश्यकता न होने पर कृषि क्षेत्र में ही काम करते हैं । परिणाम स्वरूप प्रच्छन्न बेकारी बढ़ती है । परिणाम स्वरूप गरीबी में वृद्धि होती है । (4) सामाजिक कारण : भारत में गरीबी के लिए सामाजिक कारण भी जवाबदार हैं : (1) शिक्षा का नीचा स्तर : गरीबी का एक महत्त्वपूर्ण कारण शिक्षण, प्रशिक्षण और कौशल्य का अभाव है । शिक्षा के नीचे स्तर के कारण कृषि क्षेत्र में नयी टेक्नोलोजी, नयी कृषि पद्धतियाँ, संशोधनों, कृषि उत्पादनों के विक्रय के लिए बाज़ारों का लाभ प्राप्त नहीं होता । परिणाम स्वरूप नीची कृषि उत्पादकता के कारण किसानों की आय कम रहती है । परिणाम स्वरूप गरीबी में वृद्धि होती है । (2) लैंगिक असमानता : भारत में स्त्री-पुरुष का कम प्रमाण देखने को मिलता है । समाज में स्त्रियों के स्वास्थ्य पर कम ध्यान देते हैं । जिससे स्त्रियों में कुपोषण, कम वजन, कमजोरी का प्रमाण बढ़ता है । प्रसूति में माता मृत्युदर अधिक होती है । नवजात शिशु का स्वास्थ्य अच्छा नहीं होता है । स्त्रियाँ गृहिणी होने से घर का ही काम करती है । काम के अवसर स्त्रियों को कम मिलते हैं । काम के अवसरों में भी भेदभाव देखने को मिलता है । स्त्रियों में शिक्षा का प्रमाण भी कम होता है । अर्थतंत्र में स्त्रियों की हिस्सेदारी आधे से भी कम है । जिससे परिवार की आय कम होती है और गरीबी में वृद्धि होती है । (5) अन्य कारण : इन कारणों के अतिरिक्त अन्य कारण भी गरीबी के लिए जवाबदार हैं : (1) युद्ध : भारत से पाकिस्तान और चीन की सीमायें जुड़ी है । भारतने इन दोनों से युद्ध का सामना किया है । परिणाम स्वरूप संरक्षण खर्च में वृद्धि होती है । और आर्थिक विकास के पीछे खर्च में कटौती करनी पड़ती है । परिणाम स्वरूप . विकास की दर कम होती है और गरीबी में वृद्धि होती है । (2) संरक्षण खर्च में वृद्धि : वारंवार युद्ध के कारण देश की संरक्षण की बात गंभीर बनी है । जिससे देश की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए आधुनिक मिसाइल, लड़ाकू विमान, टेन्क, सबमरीन के पीछे अधिक खर्च करना पड़ता है । आतंकवाद का सामना करने के लिए भी सुरक्षा खर्च बढ़ाना पड़ता है । संरक्षण खर्च बिन विकासलक्षी खर्च है । इस खर्च में जितनी वृद्धि होती है उतना ही आर्थिक विकास खर्च कम होता है । आर्थिक विकास धीमा होता है और गरीबी का प्रमाण बढ़ता है । (3) खामीयुक्त नीतियों : भारत में आर्थिक विकास के लिए दूसरी पंचवर्षीय योजना से आधारभूत और बड़े उद्योगों को प्राथमिकता दी गयी । परंतु इस नीति में कृषि पर आधारित जनसंख्या की उपेक्षा की गयी । देश की अधिकांशत: जनसंख्या को रोजगार और आय उपलब्ध करानेवाले कृषि क्षेत्र और छोटे और गृह उद्योगों के कम विकास के कारण आय नीची रही । गरीबी और बेकारी को दूर करने के लिए विविध योजनाएं शुरू की गयी । परंतु बार-बार बदलती सरकारों के कारण सातत्य और संकलन का अभाव देखा गया । परिणाम स्वरूप इन खामीयुक्त नीतियों के कारण योजनाओं में लक्ष्यांक के अनुसार गरीबी में कमी नहीं आ सकी । |
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भारत में गरीबी घटाने के उपायों की चर्चा कीजिए । |
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Answer» भारत में गरीबी घटाने के उपाय निम्नानुसार है : (1) कृषि क्षेत्र में श्रमिकों की उत्पादकता में वृद्धि : कृषि क्षेत्र में श्रमिकों की उत्पादकता बढ़ाकर गरीबी को कम कर सकते हैं । (2) छोटे उद्योगों का विकास : भारत में कुल राष्ट्रीय उत्पादन और कुल रोजगारी में छोटे और गृह उद्योगों का योगदान अधिक होता है । इसलिए छोटे पैमाने के उद्योगों के विकास के लिए अनुकूल वातावरण, उपलब्ध करवाना, उन पर से नियंत्रण कम करना, कच्चा माल, लोन, टेक्नोलोजी उपलब्ध करवाना तथा उत्पादित वस्तु के विक्रय के लिए बाज़ार उपलब्ध करवाना चाहिए । इस प्रकार इन उद्योगों के विकास से गरीबी को दूर कर सकते हैं । (3) असंगठित क्षेत्र का विकास : भारत में जनसंख्या का बड़ा हिस्सा गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहा है । जिनमें सब्जी विक्रेता, निर्माण क्षेत्र के मजदूर, कृषि मजदूर, हाथलारी चलानेवाले आदि असंगठित क्षेत्र के लोग अधिक हैं । इसलिए ऐसे मजदूरों की स्थिति सुधारने के लिए राष्ट्रीय आयोग ने काम की परिस्थिति निश्चित करना, जीवन बीमा, स्वास्थ्य तथा वृद्धावस्था पेन्शन जैसे सामाजिक सुरक्षा उपलब्ध करवाने की सिफारिश की है । (4) उचित कर नीति का उपयोग : भारत में आय की असमानता कम करने के लिए तथा गरीबी घटाने के लिए आय के पुनः वितरण के लिए सरकार द्वारा उचित करनीति का उपयोग किया जाता है । जिसमें धनवानों पर अधिक टेक्स, गरीबों पर कम टेक्स लगाकर कर राहत देनी चाहिए । धनवानों से प्राप्त आय को गरीबों लाभ हो ऐसे कल्याणकारी कार्यक्रम शुरू करना चाहिए । जिससे गरीबी में कमी आती है । (5) मानव पूंजीनिवेश में वृद्धि : गरीबी घटाने के लिए मानव पूंजीनिवेश में वृद्धि आवश्यक है । मानवपूँजी निवेश के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और कौशल्यवर्धन में निवेश बढ़ाना चाहिए । जिससे उत्पादकता में वृद्धि होती है आय बढ़ती है । जिससे गरीबी का प्रमाण कम होता है । (6) उचित कीमत पर वस्तुएँ और सेवाएँ : अधिक कीमत पर कम आय वाले वस्तु और सेवाएँ न खरीद सकने के कारण गरीबी में वृद्धि होती है । इसलिए गरीबी कम करने के लिए गरीबों को पर्याप्त पोषणयुक्त आहार या खाद्य सुरक्षा (Food Security) प्राप्त हो इस हेतु राहतदर खाद्य पदार्थ उपलब्ध करवाना चाहिए । जिससे प्रत्यक्ष रूप से गरीबी घटा सकते हैं । इस संदर्भ में सार्वजनिक वितरण व्यवस्था के अन्तरगत सस्ते अनाज की दुकानों द्वारा ग्रामीण और शहरी गरीब खरीद सकें उस कीमत पर आधारभूत सुविधाएँ चीजवस्तुएँ उपलब्ध करवायी जाती हैं । |
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| 40. |
वर्ष 2012 में भारत में एक प्रतिशत धनवानों के पास राष्ट्रीय आय का कितने प्रतिशत हिस्सा था ?(A) 18.9%(B) 12.7%(C) 12.6%(D) 12.8% |
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Answer» सही विकल्प है (C) 12.6% |
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तेंदुलकर समिति के सिफारिश के अनुसार वर्ष 2011-12 के लिए ग्रामीण क्षेत्रों की गरीबी रेखा निश्चित करने के लिए कितनेरूपये निश्चित किये है ?(A) 916(B) 1000(C) 816(D) 2000 |
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Answer» सही विकल्प है (C) 816 |
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| 42. |
वर्ष 2011-12 के अनुमान के अनुसार 10 प्रतिशत से कम गरीबी की श्रेणी में निम्न में से किस राज्य का समावेश होता है ?(A) मध्य प्रदेश(B) पश्चिम बंगाल(C) हरियाणा(D) पंजाब |
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Answer» सही विकल्प है (D) पंजाब |
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| 43. |
वर्ष 2011-’12 में ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी का प्रमाण कितना था ? |
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Answer» वर्ष 2011-’12 में ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी का प्रमाण 25.7 प्रतिशत था । |
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वर्ष 2013 में भारत में सबसे कम गरीबी किस राज्य में देखने को मिलती है ?(A) गुजरात(B) राजस्थान(C) गोवा(D) बिहार |
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Answer» सही विकल्प है (C) गोवा |
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| 45. |
वर्ष 2011-’12 में भारत के किन राज्यों में गरीबी का प्रमाण 10 से 20 प्रतिशत बीच थी ? |
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Answer» वर्ष 2011-’12 में भारत के जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, तमिलनाडु, गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र, त्रिपुरा, नागालैण्ड और मेघालय जैसे राज्यों में 10 से 20% के बीच गरीबी का प्रमाण था । |
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| 46. |
वर्ष 2014 में US में प्रतिव्यक्ति खर्च कितने डॉलर था ?(A) 22149(B) 25828(C) 31469(D) 1420 |
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Answer» सही विकल्प है (C) 31469 |
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| 47. |
वर्ष 2011-’12 में भारत के किन राज्यों में गरीबी का प्रमाण 10 प्रतिशत से कम था ? |
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Answer» वर्ष 2011-’12 में भारत के गोवा, केरल, हिमाचल प्रदेश, सिक्किम, पंजाब और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में गरीबी का प्रमाण 10 प्रतिशत से कम था । |
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| 48. |
वर्ष 2011-12 में निरपेक्ष गरीबी का प्रमाण कितने प्रतिशत था ?(A) 10%(B) 20%(C) 20.5%(D) 21.9% |
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Answer» सही विकल्प है (D) 21.9% |
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| 49. |
वर्ष 2011-12 के अनुमान के अनुसार 10 से 20 प्रतिशत की गरीबी की श्रेणी में निम्न में से किस राज्य का समावेश होता है ?(A) गुजरात(B) उत्तर प्रदेश(C) गोवा(D) मध्य प्रदेश |
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Answer» सही विकल्प है (A) गुजरात |
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| 50. |
वर्ष 2013 में गरीबी का सबसे अधिक प्रमाण किस राज्य में है ?(A) ओडिसा(B) छत्तीसगढ़(C) झारखंड(D) असम |
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Answer» सही विकल्प है (B) छत्तीसगढ़ |
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