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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.

1.

किसी अन्य विलयन की तुलना में कम परासरण दाब युक्त विलयन को कहा जाता है -A. न्यूनपरासरीB. अतिपरासरीC. समपरासरीD. इनमे से कोई नहीं ।

Answer» Correct Answer - A
2.

निम्न युग्मो में अंतराआण्विक आकर्षण अन्तःक्रिया के मुख्य प्रकार को बताइये- (i) n-हेक्सेन तथा n-ऑक्टेन (ii) `I_(2)` तथा `C Cl_(4)` (iii) `NaClO_(4)` तथा जल (iv) मेथेनॉल तथा ऐसीटोन (v) ऐसीटोनाइट्राइल `(CH_(3)CN)` तथा ऐसीटोन `(C_(3)H_(6)O)`

Answer» (i) डिस्पर्सन बल (dispersion forces) क्योकि दोनों अध्रुवीय है |
(ii) डिस्पर्सन बल (dispersion forces),
(iii) आयन - द्विध्रुव अंतः क्रिया क्योकि विलयन में `NaClO_(4)` आयनित हो जाता है और `Na^(+)` व `ClO_(4)^(-)` आयन देता है जबकि जल के अणु में ध्रुवीय होते है ।
(iv) द्विध्रुव - द्विध्रुव अंतः क्रिया क्योकि दोनों ध्रुवीय है |
(v) द्विध्रुव - द्विध्रुव अतःक्रिया ।
3.

शुद्ध जल की मोलरता है-A. `55.6`B. 50C. 100D. 18

Answer» Correct Answer - A
मोलरता `=("एकलीटर में विलेय का भार")/("विलेय पर अणुभार")`
(जल का घनत्व =1 )
`=(1000)/(18)M=55.6M`
4.

NaCl के एक डेसीनॉर्मल विलयन का परासरण दाब 300 K पर 4.6 atm है । इसकी वियोजन की मात्रा की गणना कीजिए ।

Answer» NaCl जल में घुलकर `Na^(+)` तथा `Cl^(-)` आयनो में वियोजित होता है है यदि प्रारम्भ में NaCl का एक लिया जाये तथा उसकी वियोजन की मात्रा `alpha` हो तो ,
`{:(,NaCl,hArr,Na^(+),+,Cl^(-)),("प्रारम्भ में","1 मोल",,-,,-),("साम्यावस्था में",(1-alpha)"मोल",,alpha"मोल",,alpha"मोल"):}`
`:.`साम्यावस्था में कुल मोलो की संख्या `=1-alpha+alpha+alpha=1+alpha`
अतएव NaCl के लिए वांट हॉफ कारक,
`i=("विलयन में मोलो की संख्या")/("लिये गये मोलो की संख्या")=(1+alpha)/(1)=1+alpha`
प्रश्नानुसार, विलयन देसीनॉर्मल है । अतएव,
लिए गये NaCl के मोलो की संख्या (n)=0.1
विलयन का आयतन (V)=1L
परासरण दाब `(pi)=4.6" atm"`
ताप = 300 K
परासरण दाब की परिवर्द्धित समीकरण के अनुसार,
`piV="in RT"`
मानो को प्रतिस्थापित करने पर,
`4.6xx1=(1+alpha)xx0.1xx0.0821xx300`
या `alpha=((4.6)/(0.1xx0.0821xx300))-1=0.868`
अतएव NaCl की वियोजन की मात्रा 0.868 अथवा `86.8%` है
5.

निम्न यौगिक के 1 मोलल जलीय विलयनों में से किसके विलयन का हिमांक अधिकतम होगा ?A. `[Co(H_(2)O)_(6)]Cl_(3)`B. `[Co(H_(2)O)_(5)Cl]Cl_(2)*H_(2)O`C. `[Co(H_(2)O)_(4)Cl_(2)]Cl*2H_(2)O`D. `[Co(H_(2)O)_(3)Cl_(3)]*3H_(2)O`

Answer» Correct Answer - D
6.

सिल्वर नाइट्रेट का एक `1.7%` विलयन ग्लूकोस `(C_(6)H_(12)O_(6))` के `3.4%` विलयन के साथ समपरासरी है। सिल्वर नाइट्रेट की वियोजन की मात्रा की गणना कीजिए ।

Answer» सिल्वर नाइट्रेट एक विधुत अपघटय है तथा विलयन में `Ag^(+)` तथा `NO_(3)^(-)` आयनो में वियोजित होता है । इसके विपरीत ग्लूकोस एक विधुत अनअपघटय पदार्थ है और विलयन में न तो वियोजित होता है न ही संयोजित । चूँकि दोनों विलयन समपरासरी है अतएव उनके परासरण दाब समान होंगे ।
सिल्वर नाइट्रेट विलयन के लिए -
माना कि `AgNO_(3)` की वियोजन की मात्रा `=alpha`
`{:(,AhNO_(3),hArr,Ag^(+),+,NO_(3)^(-)),("प्रारम्भ में","1 मोल",,-,-),("साम्यवास्थ में",(1-alpha)"मोल",,alpha"मोल",alpha"मोल"):}`
`:." "` विलयन में कुल मोलो की संख्या `=1-alpha+alpha+alpha=1+alpha`
अतएव `" "i=(1+alpha)/(1)=1+alpha`
चूँकि `AgNO_(3)` विलयन `1.7%` है अतएव घुलित `AgNO_(3)` की मात्रा =1.7 g
विलयन का आयतन = 100mL = 0.1 L
`AgNO_(3)` का अणुभार `=108+14+48=170`
`:.` घुलित `AgNO_(3)` के मोलो की संख्या `(n)=(1.7)/(170)=0.01`
यदि विलयन का ताप T हो तो,
`because" "piV="inRT"`
`:." "pi_(AgNO_(3))=("inRT")/(V)=((1+alpha)xx0.01xxRT)/(0.1)`
ग्लूकोस विलयन के लिए -
ग्लूकोस का अणुभार =72+12+96=180
घुलित ग्लूकोस के मोलो की संख्या `=(3.4)/(180)=0.019`
विलयन का आयतन =100 mL = 0.1 L
चूंकि ग्लूकोस विलयन में न तो वियोजित और न ही संयोजित होता है अतएव `piV=nRT`
या `pi_("glucose")=(nRT)/(V)=(0.019RT)/(0.1)`
चूँकि विलयन समपरासरी है अतएव, `pi_(AgNO_(3))==pi_("glucose")`
या `((1+alpha)xx0.01xxRT)/(0.1)=(0.019RT)/(0.1)`
या `alpha=(0.019)/(0.01)-1=0.9`
अतएव ग्लूकोस की वियोजन की मात्रा 0.9 या `90%` है ।
7.

शुद्ध जल की मोलरता है -A. 100 MB. 55.6 MC. 50 MD. 18 M.

Answer» Correct Answer - B
8.

निम्न में से किसके जलीय विलयन का क्वथनांक सर्वाधिक होगा ?A. `1%` ग्लूकोजB. `1%NaCl`C. `1%CaCl_(2)`D. `1%` सुक्रोज ।

Answer» Correct Answer - C
9.

NaCl जल में विलेय होता है परन्तु बेंजीन में नहीं, क्यों ?

Answer» जल म, NaCl की जलयोजन एन्थैल्पी इसकी जालक एन्थैल्पी की अपेक्षा उच्च होती है । अतः यह जल में विलेय होता है । जबकि बेंजीन में इसकी विलायक संयोजन एन्थैल्पी जालक एन्थैल्पी अपेक्षाकृत बहुत काम होती है अतः NaCl बेंजीन में अविलेय होता है ।
10.

मोलरता की अपेक्षा मोललता को अधिक वरीयता क्यों दी जाती ?

Answer» विलयन की मोलरता ताप के साथ परिवर्तित होती है जबकि विलयन की मोललता ताप से अप्रभावित है ।
11.

एक अवाष्पशील विलेय (जो वियोजित नहीं होता है) की सूक्ष्म मात्रा को `56.8cm^(3)` बेंजीन (घनत्व `=0.889gcm^(-3)` ) में विलेय किया गया । कमरे के तापमान पर इस विलयन का वाष्प दाब 98.88 mm Hg पाया गया जबकि बेंजीन का वाष्प दाब 100 mm Hg था । इस विलयन की मोललता की गणना कीजिए । यदि इस विलयन का हिमांक बेंजीन की अपेक्षा `0.73^(@)C` कम है तो बेंजीन के मोलल हिमांक अवनमन स्थिरांक का मान होगा ?

Answer» Correct Answer - `0.1436m,5.08"K kg mol"^(-1)`
बैंजीन का द्रव्यमान = घनत्व `xx` आयतन
`=0.889xx56.8`
`=50.5g=0.0505kg`
`:.` बैंजीन के मोल `=(50.5)/(78)=0.647`
(`because` बैंजीन का अणुभार = 78)
शुद्ध बैंजीन का वाष्प दाब `(p^(@))=100"mm Hg"`
विलयन का वाष्प दाब `(p)=98.88"mm Hg"`
चूँकि विलयन तनु है अंतः राउल्ट के नियमानुसार
`(p^(@)-p)/(p^(@))=(n)/(N)`
या `(100-98.88)/(100)=(n)/(0.647)`
या `n=((100-98.88)/(100))xx0.647=7.25xx10^(-3)`
`:.` विलयन की मोललता `=("विलेय के मोलो की संख्या")/(kg " में विलायक का द्रव्यमान")`
`=(7.25xx10^(-3))/(0.0505)=0.1436`
पुनः `DeltaT_(f)=K_(f)xxm`
`:." "0.73=K_(f)xx0.1436`
या `K_(f)=(0.73)/(0.1436)=5.08"K kg mol"^(-1)`
12.

स्पष्ट कीजिए, बेंजीन जल में विलेय क्यों नहीं होती ।

Answer» बेंजीन अध्रुवीय होती है जबकि जल ध्रुवीय होता है ।
13.

1 मोलर यूरिया, 1 मोलर NaCl तथा 1 मोलर सोडियम सल्फेट विलयनों में से किसका क्वथनांक न्यूनतम होगा क्यों ?

Answer» 1 मोलर `Na_(2)SO_(4)`, क्योकि यह विलयन में अधिकतम आयन देता है ।
14.

माना कि एक ठोस विलयन दो पदार्थ के बीच बनता है । इनमे से एक पदार्थ के कण बहुत बड़े तथा दूसरे के बहुतछोट है । यह किस प्रकार का ठोस विलयन होगा ?

Answer» अन्तराकाशी ठोस विलयन ।
15.

`15^(@)C` पर `5 %` गन्ने की शक्कर का परासरण दाब है-A. 4वायुमण्डलB. 34 वायुमण्डलC. `3.456` वायुमण्डलD. `2.45` वायुमण्डल

Answer» Correct Answer - C
`P=CST`
`P=(50)/(342)xx0.0821xx288`
`=3.456` वायुमण्डल.
16.

विलयन में विलेय की सामान्य स्थिति दर्शाने वाले वांटहॉफ गुणक का मान होगाA. `I = 1`B. `I =0`C. `I gt1`D. `I lt1.`

Answer» Correct Answer - A
वांटहॉफ गुणांक `i=("विलेय का विलयन में कुल कण")/(" विलयन में सामान्य कण")`
17.

किसी विलयन में पदार्थ की आणविक अवस्था परिवर्तित होने पर `DeltaT_(b)` तथा `K_(b)` किस प्रकार सम्बंधित होंगे ?

Answer» `DeltaT_(b)=iK_(b)*m`
18.

बेरियम हाइड्रॉक्साइड के एक विलयन के 25 mL का अनुमापन हाइड्रोक्लोरिन अम्ल के 0.1 मोलर विलयन के साथ करने पर अनुमाप मान 35 mL प्राप्त हुआ । बेरियम हाइड्रॉक्साइड विलयन की मोलरता थी -A. 0.07B. 0.14C. 0.28D. 0.35

Answer» Correct Answer - A
19.

संघटनो के संपूर्ण परास में बेन्जीन तथा टॉलूईन आदर्श विलयन बनाते है । 300 K पर शुद्ध बेन्जीन तथा टॉलूईन का वाष्प दाब क्रमश : 50 .71 mm Hg तथा 32.06 mm Hg है । यदि 80 g बेन्जीन को 100 g टॉलूईन में मिलाया जाये तो वाष्प अवस्था में उपस्थित बेन्जीन के मोल - अंश परिकलित कीजिए ।

Answer» Correct Answer - 0.6तथा 0.4
20.

वायु अनेक गेसो का मिश्रण है. 198K पर आयतन में मुख्य ऑक्सीजन और नाइट्रोजन लगभग `20 %` एव `79 %` के अनुपर में है 10 वायुमण्डल दाब पर जल वायु के साथ साम्य में है. 298K पर यदि ऑक्सीजन तथा नाइट्रोजन के हेनरी स्थिरांक क्रमश: `3.30xx10^(7)mm ` तथा `6.651xx10^(7)mm` है, तो जल में इन गैसों का संघटन ज्ञात कीजिए .

Answer» वायु की जल के साथ साम्य पर कुल दाब =10 atm
`because` वायु में `20%` ऑक्सीजन तथा `79%` नाइट्रोजन आयतानुसार उपस्थित है .
`therefore` ऑक्सीजन का आंशिक दाब `(p_(O_(2)))=(20)/(100)xx10` atm
`=2 atm.`
`=2xx760mm`
`=1520mm`
नाइट्रोजन का आंशिक दाब `(p_(N_(2)))=(79)/(100)xx10 atm`
`=7.9atm ==6004 mm`
`K_(H)(O_(2))=3.30 xx10^(7)mm`
`K_(H) (O_(2))=3.30 xx10^(7)mm`
` K_(H) (N_(2))=6.51xx10^(7)mm`
हेनरी के नियमानुसार,
`p_(O_(2))=K_(H)xxX_(O_(2))`
`X_(O_(2))=(p_(O_(2)))/(K_(H))`
`=(1520mm)/(3.30xx10^(7)mm)`
`=4.61xx10^(-5)`
`p_(N_(2))=K_(H)xxX_(N_(2))`
`X_(N_(2))=(p_(N_(2)))/(K_(H))`
`=(6004mm)/(6.51xx10^(7))=9.22xx10^(5).`
21.

संघटनो के सम्पूर्ण परास में बेन्जीन तथा टॉलुईन आदर्श विलयन बनाते है 300K पर शुद्ध बेन्जीन तथा नैप्थेलिन का वाष्प दाब क्रमश: `50.71 mm Hg` तथा `32.06 mm Hg` है . यदि 80g बेन्जीन को 100g नेफ्थेलीन में मिलाया जाये तो वाष्प अवस्था में उपस्थित बेन्जीन मोल-अंश परिकलित कीजिए .

Answer» द्रव अवस्था `n_(B) =(80)/(78) =1.025, n_(N) =(100)/(128) =0.78`
अतः `X_(B)=1.025,X_(N)=0.78`
`P_(B)=50.71xx1.025=51.97`
`P_(N)=32.06xx0.78=25`
बेंज़ीन का वाष्प अवस्था में मोल प्रभाज `=(51.97)/(51.97+25)=0.675`
नेप्थलीन का वाष्प अवस्था में मोल प्रभाज `=(25)/(25+51.97)=0.324`
22.

हेनरी का नियम तथा इसके कुछ महत्वपूर्ण अनुप्रयोग लिखिए .

Answer» हेनरी का नियम- स्थिर ताप पर किसी गैस की द्रव में विलेयता, उस गैस के दाब के समानुपाती होती है.
`p=K_(HX)" "K_(H)=` हेनरी स्थिरांक
हेनरी के नियम के महत्वपूर्ण अनुप्रयोग- (i ) सोडा-वाटर तथा शीतल पेय पदार्थो में `CO _(2 )` की विलेयता बढ़ाने के लिए बोतलों को उच्चदाब पर सील बंद किया जाता है .
(ii) गहरे समुन्द्र में जाने वाले गोताखोरों को होने वाली बीमारी बेंड्स से बचने के लिए हीलियम मिलाकर तनु की गई वायु के टेंको का उपयोग किया जाता है .
(iii) फेफड़ो में `O_(2)` गैस का आंशिक दाब अधिक होने से हीमोग्लोबिन `O_(2)` के साथ संयुक्त होकर ऑक्सीहीमोग्लोबीन बनाकर ऊतकों तक पहुँचता है जहां आंशिक दाब कम होता है जिसमे `O_(2)`ऊतकों की क्रियाओ में प्रयुक्त होती है .
23.

प्रभाजी आसवन द्वारा किस विलयन युग्म को पृथक किया जा सकता है ?A. जल - `HNO_(3)`B. जल - HClC. बैन्जीम - टॉलूईनD. `C_(2)H_(5)OH`- जल

Answer» Correct Answer - C
24.

ऐल्कोहॉल तथा जल के विलयन में आणविक अन्योन्या क्रिया (molecular interaction) का क्या कार्य है ?

Answer» एल्कोहॉल तथा दोनों में प्रबल अंतर आणविक हाइड्रोजन बंध होते है जब दोनों को एक साथ मिश्रित किया जाता है तो एल्कोहॉल तथा जल के अणुओ के बीचअंतर आणविक हाइड्रोजन बंध बन जाते है चूंकि एल्कोहॉल-एल्कोहॉल या जल-जल के अणुओ के बीच अन्तःकिग्रा एल्कोहॉल-जल के अणुओ के बीच आंतरिक बल से अधिक प्रबल होती है इसलिए परिणामी विलयन राउल्ट के नियम से धनात्मक विचलन प्रदर्शित करता है तथा अवयवों की तुलना में अधिक वाष्प दाब व कम कवथनांक प्रदर्शित करता है
25.

कथन-हिमांक वह तापक्रम है, जिस पर ठोस विलयन से क्रिस्टलित होते है . कारण-हिमांक अवनमन शुद्ध विलेय के हिमांक व तापमान के बिच अंतर है .A. कथन तथा कारण दोनों सही है तथा कारण कथन का सही स्पष्टीकरण देता है .B. कथन तथा कारण दोनों सही है लेकिन कारण कथन का सही स्पष्टीकरण नहीं देता .C. कथन सही है लेकिन कारण गलत है.D. कथन व कारण दोनों गलत है

Answer» Correct Answer - C
हिमांक वह तापक्रम है, जिस पर द्रव व ठोस का वाष्पदाब समान होता है . इस कारण ठोस इस तापक्रम पर द्रव से क्रिस्टलीकृत होता है . जब किसी शुद्ध विलायक में अवाष्पशील ठोस घोला जाता है तो प्राप्त विलयन का वाष्पदाब कम होता है, जिससे इसका हिमांक शुद्ध विलायक के हिमांक से कम होता है. इस कारण हिमांक अवनमन शुद्ध विलायक के हिमांक और विलयन के हिमांक का अंतर है.
26.

क्या नियत कथन मिश्रण के घटको को आवस्वान द्वारा पृथक किया जा सकता है ? समझाइए.

Answer» नहीं हम नियम क्वथन मिश्रण के घटको का पृथककरण आसवन द्वारा नहीं कर सकते क्योकि इनके दोनों घटक समान कवथांक पर बिना संघटनात्मक परिवर्तन के आस्तवित होते है .
27.

यदि किसी झील के जल का घनत्व `1.25gmL^(-1)` है तथा उसमे `92gNa^(+)` आयन प्रति किलो जल में उपस्थित है तो झील में `Na^(+)` आयन की मोललता ज्ञात कीजिए.

Answer» विलेय का भार =92g विलायक का भार = 1000g
`M=("विलेय का भार")/(" अणुभार")xx(1000)/(" विलायक का भार")`
`=(92)/(23)xx(1000)/(1000)=4M(because Na` का अणुभार =23 )
28.

पहचानिए की निम्नलिखित यौगिकों में से कौन से जल में अत्यधिक विलेय , आंशिक रूप से विलेय तथा अविलेय है । (I) फीनॉल (ii ) टॉलूईन (iii ) फार्मिक अम्ल (iv) एथिलीन ग्लाइकॉल ( V ) क्लोरोफॉर्म (vi ) पेंटेनॉल

Answer» Correct Answer - टॉलूईन , क्लोरोफॉर्म , फीनॉल, पेंटेनॉल , फार्मिक , अम्ल एथिलीन , ग्लाइकॉल
29.

निम्न यौगिक में से कौन - कौन से यौगिक जल में अविलेय आंशिक विलेय तथा अत्यधिक विलेय है - (i) फ़िनोल , (ii) टोल्वीन, (iii) फॉरमिक अम्ल , (iv) एथिलीन ग्लाइकॉल (v) क्लोरोफॉर्म , (vi) पेंटेनॉल ।

Answer» (i) फिनॉल आंशिक रूप से विलेय होगा क्योकि `-C_(6)H_(5)` समूह अध्रुवीय है जबकि -OH समूह ध्रुवीय है |
(ii) । टोलवीं जल में अविलेय है क्योकि टॉलईन अध्रुवीय है जबकि जल ध्रुवीय है ।
(iii) फॉरमिक अम्ल जल में अत्यधिक विलेय है क्योकि यह जल के साथ डाइड्रोजन बंध बना सकता है
(iv) ऐथिलीन ग्लाइकॉल जल में अत्यधिक विलेय है क्योकि इसमें दो ध्रुवीय -OH समूह पाए जाते है । जो कि जल के साथ हाइड्रोजन बंध बना सकते है ।
(v) क्लोरोफॉर्म जल में अविलेय है क्योकि यह जल के साथ हाड्रोजन बांध में असमर्थ होता है ।
(vi) पेंटेनॉल जल में आंशिक विलय है क्योकि इसमें -OH समूह ध्रुवीय है जबकि `-C_(5)H_(11)` समूह अध्रुवीय है ।
30.

परासरण दाब `(pi ),` आयतन V व ताप T के लिए निम्न में से कौन-सा कथन सत्य है-A. `pi prop 1/V`यदि T स्थिर हैB. `pi prop T` यदि V स्थिर हैC. `pi prop V`V यदि T स्थिर हैD. `pi prop 1/T` यदि V स्थिर है.

Answer» Correct Answer - D
31.

तनु जलीय विलयन में KCl के लिए वांट हॉफ कारक का मान क्या होता है ?

Answer» 2, क्योकि तनु विलयन में यह पूर्णतया वियोजित हो जाता है ।
32.

किन परिस्थितियों में गणनाओं से प्राप्त किसी पदार्थ का अणुभार उसके सामान्य अणुभार की अपेक्षा उच्च होता है ?

Answer» विलयन में पदार्थ के संयोजित होने पर ।
33.

एक दुर्बल अम्ल HX के 0.2मोललता जलीय विलयन में वियोजन की मात्रा 0.3 है । इस विलयन का हिमांक लगभग होगा (जल का `K_(f)=1.85` ) -A. `-0.480^(@)C`B. `-0.360^(@)C`C. `-0.260^(@)C`D. `+.480^(@)C`.

Answer» Correct Answer - A
34.

`Ca(NO_(3))_(2)` के एक तनु जलीय विलयन, जिसमे `100^(@)C` पर 100 g जल में 7.0 g लवण घुला है, की वियोजन की मात्रा `70%` है यदि `100^(@)C` पर जल का वाष्प दाब 760 mm है तो विलयन के वाष्प दाब की गणना कीजिए ।

Answer» Correct Answer - 745.97 mm
`Ca(NO_(3))_(2)` के विलयन की मात्रा `=(70)/(100)=0.7`
`{:(,Ca(NO_(3))_(2),hArr,Ca^(2+),+,2NO_(3)^(-)),("प्रारम्भ में","1 मोल",,-,,-),("साम्य पर",(1-0.7)" मोल",,0.7" मोल",,2xx0.7" मोल"):}`
`:.` विलयन में मोलो की कुल संख्या
`=(1-0.7)+0.7+(2xx0.7)=2.4`
`:." "i=("विलयन में मोलो की संख्या")/("प्रयुक्त मोलो की संख्या")=(2.4)/(1)=2.4`
विलेय का द्रव्यमान =7.0 g
विलेय `[Ca(NO_(3))_(2)]` का सामान्य अणुभार = 164
`:.` विलेय के मोल `=(7)/(164)=0.043`
विलायक `(H_(2)O)` में मोल `=(100)/(18)=5.55`
`:.` विलेय का मोल प्रभाज `(x_("विलेय"))=(0.043)/(0.043+5.55)`
`=7.69xx10^(-3)`
दिया है `100^(@)C` पर विलायक का वाष्प दाब = 760 mm
`100^(@)C` पर विलायक का वाष्प दाब `(p)=?`
पर वाष्प दाब में सापेक्ष अवनमन की परिवर्द्धित समीकरण से,
`(p^(@)-p)/(p^(@))=ixx_(x_("विलेय"))`
`(760-p)/(760)=2.4xx7.69xxz10^(-3)`
`p=760-(760xx2.4xx7.69xx10^(-3))`
=745.97 mm
अंतः `100^(@)C` पर दिये गये विलयन का वाष्प दाब 745.97 mm Hg है ।
35.

एक विलयन में `0.520g` ग्लूकोज `(C_(6)H_(12)O_(6)) 80.2g` जल में विलेय है . उस विलयन का क्वथनांक ज्ञात कीजिए . (जल का क्वथनांक = 373 K तथा जल के लिए `K_(b)=0.52Km^(-1))`

Answer» सूत्र `DeltaT_(b)=(K_(b)xxW_(B)xx1000)/(M_(B)xxW_(A))`
यहाँ `K_(b)=0.52Km^(-1), W_(B)=0.52,M_(B)=180,`
`W_(A)=80.2`
सूत्र में मान रखने पर,
`DeltaT_(b)=(0.52xx0.52xx1000)/(180xx80.2)=0.0187`
`therefore` विलयन का क्वथनांक= विलायक का क्वथनांक `+DeltaT_(b)=373+0.0187=373.0187K.`
36.

ऐथिल ऐल्कोहॉल तथा प्रोपिल ऐल्कोहॉल के एक मिश्रण का 300 K पर वाष्प दाब 290 mm है । प्रोपिल ऐल्कोहॉल का वाष्प दाब 200mm है । यदि ऐथिल ऐल्कोहॉल का मोल प्रभाज 0.6 है तो समान ताप पर इसका वाष्प दाब (mm में) होगा -A. 350B. 300C. 700D. 360 .

Answer» Correct Answer - A
37.

ग्लूकोज के एक जलीय विलयन जिसमे 12 g ग्लूकोज `(M =180 )100g ` जल में घुला है, का क्वथनांक `100.34^(@)C`है तथा जल का क्वथनांक `100^(@)C` है. जल के मोलल उन्नयन स्थिराक की गणना कीजिए.

Answer» सूत्र `M_(B)=(100xxK_(b)xxW_(B))/(DeltaT_(b)xxW_(A))`
या `K_(b)=(M_(B)xxDeltaT_(b)xxW_(A))/(1000xxW_(B))`
दिया है, `W_(A)=100g, DeltaT_(b)=100.34-100=0.34`
`W_(B)=12g, K_(b)=?, M_(B)=180`
मान रखने पर,
`K_(b)=(180xx0.34xx100)/(1000xx12)=0.51.`
38.

`4%NaOH` विलयन (भार/आयतन) तथा `6%` यूरिया विलयन (भार/आयतन) समअणुक(equimolar ) है लेकिन समपरासरी (equimilar ) है लेकिन समपरासरी (isotonic ) नहीं, क्यों ?

Answer» `4 % NaOH ` विलयन तथा `6 %` यूरिया विलयन दोनों कि मोलरता 1 M है लेकिन ये समपरासरी नहीं का क्योकि NaOH जालित विलयन में आयनो में विभक्त हो जाता है लेकिन यूरिया `(NH_(2)CONH_(2))` विलयन का परासरण दाब यूरिया विलयन से अधिक होगा. अतः दोनों विलायक समपरासरी नहीं है.
39.

समान विलायक में बने एक पदार्थ का `5.25%` विलयन यूरिया (अणुभार `=60"g mol"^(-1))` के `1.5%` विलयन के समपरासरी है यदि दोनों विलयनों के घनत्वों को `1.0"g cm"^(-3)` माना जाये तो पदार्थ का अणुभार होगा -A. `90.0"g mol"^(-1)`B. `115.0"g mol"^(-1)`C. `105.0"g mol"^(-1)`D. `210.0"g mol"^(-1)`

Answer» Correct Answer - D
40.

कथन-यूरिया के 1M घोल (जलीय) में 60 ग्राम यूरिया 1 लीटर में विलेय है . कारण- 1 लीटर में विलेय का अणुभार घोलने पर एक मोलर घोल प्राप्त होता है .A. कथन तथा कारण दोनों सही है तथा कारण कथन का सही स्पष्टीकरण देता है .B. कथन तथा कारण दोनों सही है लेकिन कारण कथन का सही स्पष्टीकरण नहीं देता .C. कथन सही है लेकिन कारण गलत है.D. कथन व कारण दोनों गलत है

Answer» Correct Answer - A
(a ) यूरिआ का अणुभार =60 , यूरिया घोल के एक लीटर में मोल `=(60)/(60)=1`
41.

750 mm Hg दाब पर जल का क्वथनांक `99.63 ^(@)C` है । 500 g जल में कितना सुक्रोस मिलाया जाए की इसका `100 ^(@)C ` पर क्वथन हो जाए ।

Answer» Correct Answer - `121.67 g`
42.

750 mm Hg दाप पर जल का क्वथनांक `99.63^(@)C` है 500g जल में कितना सुक्रोज मिलाया जाए कि इसका `100^(@)C` पर क्वथनांक हो.

Answer» क्वथनांक उन्नयन `DeltaT_(b)=(K_(b)xx1000xxw_(B))/(M_(B)xxw_(A))`
`DeltaT_(b)=100-99.63=0.37`
`K_(b)` क्वथनांक उन्नयन स्थिरांक (मलाल उन्नयन स्थिरांक )
`=052Kg mol ^(-1)`
`M_(B)=` विलेय का मोलर द्रव्यमान
`=342` (सुक्रोज) `C_(12)H_(22) O_(11)`
`W_(B)` = विलेय का भार= ?
`W_(A)` विलायक का भार
`DeltaT_(b)=0.37=(0.52xx100xxw_(2))/(342xx500)`
`w_(B)=(0.37xx342xx500)/(0.52xx1000)`
`w_(B)=12.167`
अतः `121.67g` सुक्रोज मिलाना पड़ेगा.
43.

`0.1MNaCl` विलयन तथा `0.1M` सुक्रोज विलयन का क्वथनांक में उन्नयन समान होगा?

Answer» नहीं, क्वथनोक में उन्नयन समाना नहीं होता क्योकि अनुसंख्यक गन मोलर सांद्रता पर निर्भर न करने विलयन में उपस्थित कणो (आयनो) की संख्या पर निर्भर करते है. NaCl एक आयनिक ठोस होता है, अतः यह विलयन में आयनो में वियोजित होकर अधिक संख्या में कण (आयन) उत्पन्न करता है जबकि सुक्रोज `(C_(11)H_(22)O_(11))` आण्विक ठोस होता है और अयानो में नहीं टूटता है . अतः क्वथनांक का उन्नयन `0.1MNaCl` के लिए अधिक होगा .
44.

कथन- `C Cl_(4)` तथा `H_(2)O` अमिश्रणीय द्रव है . `C Cl_(4)` धृवीय विलायक है .A. कथन तथा कारण दोनों सही है तथा कारण कथन का सही स्पष्टीकरण देता है .B. कथन तथा कारण दोनों सही है लेकिन कारण कथन का सही स्पष्टीकरण नहीं देता .C. कथन सही है लेकिन कारण गलत है.D. कथन व कारण दोनों गलत है

Answer» Correct Answer - C
कथन सही है कि ` C Cl_(4)` व `H_(2)O` अमिश्रणीय है लेकिन कारण गलत है . `C C l_(4)` अध्रुवीय विलायक है , जबकि जल ध्रुवीय विलायक है .
45.

प्रोटीनों के अणुभार निर्धारण के लिए परासरण दाब निर्धारित किया जाता है, क्यों ?

Answer» मोलर द्रव्यमान के निर्धारण में क्वथनांक उन्नयन, हिमांक अवनमन उपयोगी नहीं है क्यों की ताप परिवर्तन `(DeltaT)` अति अलप होता है. अधिक ताप पर प्रोटीन अपघटित हो जाती है अथवा अस्थायी जो जाती है. इसलिए प्रोटीन तथा अन्य बहुलको के अणुभार निर्घारण में परासरण दाब निर्धारण श्रेष्ठ विधि है.
46.

कथन-पहाड़ो पर बर्फ धीरे-धीरे पिघलती है. ऊँचाइयो पर दाब कम होता है .A. कथन तथा कारण दोनों सही है तथा कारण कथन का सही स्पष्टीकरण देता है .B. कथन तथा कारण दोनों सही है लेकिन कारण कथन का सही स्पष्टीकरण नहीं देता .C. कथन सही है लेकिन कारण गलत है.D. कथन व कारण दोनों गलत है

Answer» Correct Answer - A
पहाड़ो पर ऊँचाइयो पर दाब काम होता है. गलन की क्रिया अधिक दाब पर तीव्र व कम दाब पर धीरे होती है .
47.

कथन-ऐमाइड के क्वथनांक व गलनाल उनके संगत अम्लों से अधिक होते है. कारण-यह उनके अणुओ में मजबीत आंतरिक हाइड्रोजन बंध का कारण है.A. कथन तथा कारण दोनों सही है तथा कारण कथन का सही स्पष्टीकरण देता है .B. कथन तथा कारण दोनों सही है लेकिन कारण कथन का सही स्पष्टीकरण नहीं देता .C. कथन सही है लेकिन कारण गलत है.D. कथन व कारण दोनों गलत है

Answer» Correct Answer - A
आंतरिक आण्विक हाइड्रोजन बंध के करना गलनांक व क्वथनांक उच्च होते है, क्योकि हाइड्रोजन बंध को तोड़ने के लिये अतिरिक्त ऊर्जा आवश्यक होती है .
48.

कथन-जल की मोलर ऊष्मा बेंजीन की मोलर ऊष्मा से अधिक है . कारण-स्थिर ताप (क्वथनांक) पर ऊष्मा की वह मात्रा जो एक मोल द्रव को वाष्पीकृत करने के लिये आवश्यक होती है, द्रव की मोलर ऊष्मा कहलाती है .A. कथन तथा कारण दोनों सही है तथा कारण कथन का सही स्पष्टीकरण देता है .B. कथन तथा कारण दोनों सही है लेकिन कारण कथन का सही स्पष्टीकरण नहीं देता .C. कथन सही है लेकिन कारण गलत है.D. कथन व कारण दोनों गलत है

Answer» Correct Answer - B
बेंजीन की मोलर ऊष्मा `80^(@)C` पर 31kJ तथा जल की मोलर ऊष्मा `100^(@)C` पर `40.6Kj` है . जल के अणुओ में हाइड्रोजन बंध के कारण संगुणन होते है, जबकि बेंजीन के अनु असंगुणित है क्योकि इनमे हाइड्रोजन बंद नहीं होता है इस कारण जल की मोलर वाष्पन ऊष्मा, बेंजीन के मोलर वाष्पन ऊष्मा से अधिक है . किसी द्रव के एक मोल को स्थिर तापक्रम पर वाष्पीकृत करने के लिये आवश्यक ऊष्मा द्रव की मोलर ऊष्मा कहलाती है . अतः कथन व कारण सही है, स्पष्टीकरण सही नहीं है .
49.

क्वथनांक बिंदु पर किसी भी द्रव का वाष्पदाब होता है ? [ यदि बाहय वायुमंडलीय दाब = 1 atm ]A. 2 atmB. 1 atmC. 5 atmD. इनमे से कोई नहीं

Answer» Correct Answer - B
50.

`80^(@)C` पर शुद्ध द्रव A का वाष्प दाब 520 mm Hg तथा शुद्ध द्रव B का वाष्प दाब 1000 mm Hg है । A तथा B का मिश्रण `80^(@)C` तथा 1 वायुमण्डल दाब पर उबलता है तब मिश्रण में A की मात्रा (1 वायुमण्डल = 760 mm Hg) है -A. 52 mol per centB. 34 mol per centC. 48 mol per centD. 50 mol per cent.

Answer» Correct Answer - D