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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.

8051.

निम्नलिखित कथन सत्य हैं या असत्य⦁    वर्तमान परिस्थितियों में शिक्षा के किसी एक उद्देश्य को प्राथमिकता देना उचित नहीं है।⦁    भारत में शिक्षा का एक उद्देश्य निरक्षरता समाप्त करना भी है।⦁    भारत में शिक्षा का उद्देश्य वैज्ञानिक दृष्टिकोण का विकास करना कदापि नहीं है।⦁    भारत में शिक्षा का एक उद्देश्य व्यावसायिक कुशलता में वृद्धि करना भी है।⦁    शिक्षा के माध्यम से विश्व-बन्धुत्व की भावना को विकसित करना व्यर्थ एवं अनावश्यक है।

Answer»

⦁    सत्य,

⦁    सत्य,

⦁    असत्य,

⦁    सत्य,

⦁    असत्य।

8052.

किस के पद के लिए वकीलों का भी जी ललचाता था ?

Answer»

नमक दारोगा के पद के लिए वकीलों का भी जी ललचाता था।

8053.

मैनेजरी के लिए मुंशी वंशीधर का वेतन कितना निश्चित किया था ?

Answer»

मैनेजरी के लिए मुंशी वंशीधर का वेतन छह हजार वार्षिक वेतन निश्चित किया।

8054.

‘नमक का दारोगा’ कहानी के कोई दो अन्य शीर्षक बताते हुए उसके आधार को भी स्पष्ट कीजिए ।

Answer»

इस कहानी के अन्य दो शीर्षक मेरे अनुसार इस प्रकार हो सकते हैं:

1. ईमानदारी का फल : हम इस कहानी का शीर्षक ‘ईमानदारी का फल’ रख सकते हैं, क्योंकि ईमानदारी का फल सुखद होता है । जैसे कहानी में वंशीधर को ईमानदारी के कारण कष्ट उठाना पड़ता है । परंतु अंत में अलोपीदीन उसे अपनी जायदाद का मैनेजर बना देता है । तथा ईमानदारी कथानायक से जुड़ी हुई है और कहानी की सभी घटनाएँ भी ईमानदारी से जुड़ी हैं । इसलिए मेरी नजर में कहानी का शीर्षक ईमानदारी का फल हो सकता है ।

2. भ्रष्टाचार और न्याय व्यवस्था : कहानी में भ्रष्टाचार और न्याय व्यवस्था के पक्ष को उजागर किया गया है । कहानी में यह दिखाया गया है कि न्याय के रक्षक वकील कैसे अपने ईमान को बेचकर गलत भ्रष्ट पंडित अलोपीदीन को बचाते हैं । इस प्रकार समाज में फैले भ्रष्टाचार को कहानी में व्यक्त किया गया है । इसलिए मेरे अनुसार कहानी का दूसरा शीर्षक यह भी हो सकता है ।

8055.

नमक विभाग के दारोगा पद के लिए बड़ों-बड़ों का जी ललचाता था । वर्तमान समाज में ऐसा कौन-सा पद होगा जिसे पाने के लिए लोग लालयित रहते होंगे और क्यों ?

Answer»

वर्तमान समाज में ऐसे पद हैं – आयकर, बिक्रीकर, सेल्सटेक्स इंस्पेक्टर आदि । इन्हें प्राप्त करने के लिए लोग अधिक ललचाते हैं । क्योंकि, इन क्षेत्रों में रिश्वतखोरी के अवसर अधिक होते हैं ।

8056.

वंशीधर को पण्डित अलोपीदीन ने कौन-से पद पर नियुक्त किया?(क) स्थायी मैनेजर(ख) दारोगा(ग) जज(घ) हनुमानजी पर

Answer»

सही विकल्प है (क) स्थायी मैनेजर

8057.

लेकिन ……………. को दाँव पर पाना जरा कठिन है ।(A) गरज़(B) बेरज(C) बेगरज(D) दारोगा

Answer»

सही विकल्प है (C) बेगरज

8058.

बैंक समाधान विवरण तैयार करने का मुख्य उद्देश्य बताइए ।

Answer»

बैंक समाधान विवरण तैयार करने का मुख्य उद्देश्य रोकड़बही के अनुसार की बैंक शेष और पासबुक के अनुसार की बैंक शेष के बीच अंतर के कारणों को ज्ञात करना रहा हुआ है ।

8059.

किसका नया विभाग बन गया ?(A) नमक(B) चीनी(C) उद्योग(D) कृषि

Answer»

सही विकल्प है (A) नमक

8060.

डॉ. कलाम की उच्च शिक्षा अंग्रेजी माध्यम की …………. में हुई।A. संस्थाओंB. प्रथाओंC. कथाओंD. पाठशालाओं

Answer»

डॉ. कलाम की उच्च शिक्षा अंग्रेजी माध्यम की संस्थाओं में हुई।

8061.

दारोगा पद के लिए तो ……….. का भी जी ललचाता था ।(A) डॉक्टरों(B) वकीलों(C) शिक्षकों(D) इनमें से कोई भी नहीं

Answer»

सही विकल्प है (B) वकीलों

8062.

मासिक वेतन तो ………………. का चाँद है ।(A) दौज़(B) तीज(C) अमावस(D) पूर्णमासी

Answer»

सही विकल्प है (D) पूर्णमासी

8063.

किस भाषा का प्राबल्य था ?(A) हिन्दी(B) संस्कृत(C) फ़ारसी(D) अंग्रेजी

Answer»

सही विकल्प है (C) फारसी

8064.

रेखांकित चैक का भुगतान(a) नकद मिल सकता है(b) नकद नहीं मिल सकता(c) ग्राहक के खाते में जमा होता है(d) उपरोक्त में से कोई नहीं

Answer»

(c) ग्राहक के खाते में जमा होता है।

8065.

आदाता द्वारा प्राप्त वाहक चैक को रेखांकित (a) किया जा सकता है।(b) नहीं किया जा सकता(c) पता नहीं(d) उपरोक्त सभी

Answer»

 (a) किया जा सकता है।

8066.

चैक पर लेखक के हस्ताक्षर होना।(a) आवश्यक नहीं है(b) वांछनीय है(c) आवश्यक है(d) ये सभी

Answer»

 (c) आवश्यक है

8067.

चैक के रेखांकन का क्या उद्देश्य है?

Answer»

चैक के भुगतान को सुरक्षित करना।

8068.

चैक की वैधता कितनी होती है?

Answer»

चैक की वैधता 3 माह होती है।

8069.

चैक एक शर्तसहित/शर्तरहित आज्ञा-पत्र है।

Answer»

चैक एक शर्तरहित आज्ञा-पत्र है।

8070.

……………………. संपत्ति को चालु संपत्ति के रूप में गिना जाता है ।(अ) पक्की तलपट की तारीख के बाद के 12 मास दौरान रोकड़ में रूपान्तर होने पात्र(ब) पक्की तलपट की तारीख के बाद के 12 मास दौरान बिक्री पात्र(क) पक्की तलपट की तारीख के बाद के 12 मास दौरान उपभोग पात्र(ड) ऊपर के सभी

Answer»

सही विकल्प है (ड) ऊपर के सभी

8071.

 कंपनी कानून, 2013 के अनुसार कंपनी की संपत्तियों और दायित्वों को …………………….. और …………………….. में वर्गीकृत किया जाता है ।(अ) चालु, स्थायी(ब) स्थायी, स्थायी(क) अल्पकालीन और दीर्घकालीन(ड) चालु, बिनचालु

Answer»

सही विकल्प है (ड) चालु, बिनचालु

8072.

पक्की तलपट ……………….. जब लाभ-हानि का पत्रक ……………….. तैयार किया जाता है ।(अ) निश्चित हिसाबी समय के लिये, निश्चित दिन को(ब) निश्चित दिन को, निश्चित हिसाबी समय के लिये(क) निश्चित दिन को, निश्चित दिन को(ड) निश्चित हिसाबी समय के लिये, निश्चित हिसाबी समय के लिये

Answer»

सही विकल्प है (ब) निश्चित दिन को, निश्चित हिसाबी समय के लिये

8073.

वित्तीय पत्रक में किन पत्रकों का समावेश होता है ?

Answer»

वित्तीय पत्रक में कंपनी कानून, 2013 की कलम 2(40) के अनुसार निम्न पत्रकों का समावेश होता है :

  1. वित्तीय वर्ष के लिये लाभ-हानि खाता अथवा लाभ के लिये प्रवृत्ति नहीं करती कंपनी के लिये उपज-खर्च खाता
  2. वित्तीय वर्ष के अंत में पक्की तलपट
  3. वित्तीय वर्ष के लिये रोकड प्रवाह पत्रक
  4. इक्विटी में परिवर्तन दर्शाता पत्रक
  5. हिसाबों से संबंधित लेखा
8074.

…………………… यह कंपनी की आर्थिक स्थिति दर्शाता है, जबकि …………………… यह आर्थिक दिखाव दर्शाता है ।(अ) लाभ-हानि का पत्रक, रोकड़ प्रवाह का पत्रक(ब) पक्की तलपट, रोकड़ प्रवाह का पत्रक(क) लाभ-हानि का पत्रक, पक्की तलपट(ड) पक्की तलपट, लाभ-हानि का पत्रक

Answer»

सही विकल्प है (ड) पक्की तलपट, लाभ-हानि का पत्रक

8075.

 ………………………. के लिये लाभ-हानि का पत्रक तथा पक्की तलपट उर्ध्व (शीर्ष) स्वरूप में निर्धारित नमूने में ही तैयार करना अनिवार्य(अ) एकल व्यापार(ब) साझेदारी पेढ़ी(क) सभी कंपनियों(ड) बीमा कंपनी, बिजली कंपनी और बैकिंग कंपनी सिवाय की कंपनियाँ

Answer»

(ड) बीमा कंपनी, बिजली कंपनी और बैकिंग कंपनी सिवाय की कंपनियाँ

8076.

कंपनी कानून, 2013 के परिशिष्ट-III के अनुसार इक्विटी और दायित्व के अन्तर्गत समाविष्ट मुख्य शीर्षक बताइए ।

Answer»

कंपनी कानून, 2013 के परिशिष्ट-III के अनुसार इक्विटी और दायित्व के अन्तर्गत समाविष्ट मुख्य शीर्षक निम्न है :

  1. शेयरधारकों के फंड़ (भंडोल)
  2. बिन चालु दायित्व और
  3. चालु दायित्व
8077.

वित्तीय पत्रक तैयार करने के उद्देश्य बताइए ।

Answer»

वित्तीय पत्रक तैयार करने के उद्देश्य निम्न है :

  1. कानूनी आवश्यकताओं के पालन का उद्देश्य
  2. कंपनी की वित्तीय स्थिति के बारे में सही और वास्तविक ख्याल प्राप्त करने का उद्देश्य
  3. विविध हित रखनेवालों को कंपनी की वित्तीय जानकारी देने का उद्देश्य ।
  4. कंपनी की कार्यक्षमता के बारे में सही और वास्तविक ख्याल प्राप्त करने का उद्देश्य
8078.

 वित्तीय पत्रक के लक्षण बताइए ।

Answer»

वित्तीय पत्रक के लक्षण निम्न है :

  1. वित्तीय पत्रक भूतकाल के समय से संबंधित होने से ऐतिहासिक पत्रक के रूप में जाने जाते है ।
  2. वित्तीय पत्रक नामा के सर्वस्वीकृत सिद्धांतों के आधार पर तैयार किये जाते है ।
  3. वित्तीय पत्रक में दर्शाये जानेवाले अंक रकम के रूप में दर्शाये जाते है ।
  4. लाभ-हानि खाता निर्धारित समय के लिये कंपनी का लाभ-हानि दर्शाने से कंपनी की वित्तीय कार्यक्षमता का चित्र प्रस्तुत करता है ।
  5. पक्की तलपट निश्चित समय पर कंपनी की आर्थिक स्थिति और दायित्व दर्शाता है ।
  6. वित्तीय पत्रक दर्ज किये गये सत्य पर आधारित होते है और कुछ महत्त्वपूर्ण सत्य दर्ज नहीं किये जाते ।
8079.

वित्तीय पत्रक किसे कहते हैं ?

Answer»

वित्तीय पत्रक अर्थात् हिसाबी समय पूरा होने पर हिसाबी प्रक्रिया के अंत में हिसाबी जानकारी को संक्षेप में प्रस्तुत करनेवाला पत्रक वित्तीय पत्रक कहलाता है । वित्तीय पत्रकों के द्वारा उसके आंतरिक और बाह्य उपयोग कर्ताओं के हिसाबी परिणामों की जानकारी देते है ।

8080.

कंपनी कानून, 2013 के परिशिष्ट-III के अनुसार लाभ-हानि का पत्रक और पक्की तलपट ………………………. स्वरूप में तैयार करना अनिवार्य है ।(अ) क्षैतिजया (ब) उर्ध्व(क) लाभ-हानि का पत्रक क्षैतिज स्वरूप में और पक्की तलपट उर्ध्व(ड) लाभ-हानि का पत्रक उर्ध्व स्वरूप में और पक्की तलपट क्षैतिज

Answer»

सही विकल्प है (ब) उर्ध्व

8081.

कंपनी कानून, 2013 के परिशिष्ट-III …………………… निर्धारित नमूना में ही तैयार करना अनिवार्य है ।(अ) पक्की तलपट(ब) लाभ-हानि का पत्रक(क) पक्की तलपट और लाभ-हानि का पत्रक दोनों(ड) पक्की तलपट और लाभ-हानि के पत्रक में से एक भी नहीं

Answer»

सही विकल्प है (क) पक्की तलपट और लाभ-हानि का पत्रक दोनों

8082.

कंपनी कानून, 2013 के परिशिष्ट-III के अनुसार चालु संपत्ति का वर्गीकरण दर्शाइए ।

Answer»

कंपनी कानून, 2013 के परिशिष्ट-III के अनुसार चालु संपत्ति का वर्गीकरण निम्न है :

  1. चालु विनियोग
  2. मालसामग्री
  3. व्यापारी लेना
  4. रोकड़ और रोकड़ समकक्ष
  5. अल्पकालीन लोन, और धिराण
  6. अन्य चाल संपत्तियाँ ।
8083.

चालु दायित्व और बिन चालु दायित्व अर्थात् क्या ?

Answer»

चालु दायित्व : किसी भी दायित्व को चालु दायित्व तब कह जायेगा जब वह निम्न दी गई शर्त में से किसी एक शर्त का पालन करता हो –

(a) कंपनी के सामान्य कामकाज के समय के दरम्यान उसका भुगतान अपेक्षित हो ।

(b) व्यापार करने के उद्देश्य से धारण किया गया हो ।

(c) रिपोर्ट की तारीख के बाद के 12 मास तक के समय दौरान भुगतानपात्र हो ।

बिन चालु दायित्व : चालु दायित्व के अलावा के अन्य दायित्व को बिन चालु दायित्व कहते हैं ।

8084.

चालु संपत्ति और बिन चालु संपत्ति अर्थात् क्या ?

Answer»

चालु संपत्ति – किसी भी संपत्ति को चालु संपत्ति तब कहा जायेगा जब वह निम्न दी गई शर्त में से किसी एक शर्त का पालन करता हो –

(a) जब वह कंपनी के सामान्य कामकाज चक्र के दौरान रोकड़ में रूपान्तर होने पात्र हो या बिक्री का इरादा हो या उपयोग होने के पात्र हो ।

(b) व्यापार करने के उद्देश्य से प्राथमिक रूप से धारण किया हो ।

(c) रिपोर्ट की तारीख के 12 मास के अन्दर रोकड़ में रूपांतरित किया जा सकता हो ।

(d) बिन चालु संपत्ति : चालु संपत्तियों के सिवाय की अन्य संपत्तियों को बिन चालु संपत्ति कहते हैं ।

8085.

नस्तीकरण का उद्देश्य होता है(a) पुनः आदेशों की पूर्ति के लिए(b) मतभेदों का निपटारा करना(c) पत्रों को सुरक्षित रखने हेतु(d) ये सभी

Answer»

सही विकल्प है (d) ये सभी

8086.

चैक के अनादरण के किन्हीं दो कारणों का उल्लेख कीजिए।अथवाचैक के अनादरण के किन्हीं चार कारणों का उल्लेख कीजिए। 

Answer»

निम्नलिखित दशाओं के कारण बैंक चैक का अनादरण कर देता है

⦁    यदि चैक पर दिनांक न लिखी हो।
⦁    किसी चैक पर आगे (भविष्य) की तारीख लिखी हुई हो।
⦁    चैक पर 3 माह पूर्व की तारीख लिखी हुई हो।
⦁    किसी व्यक्ति के खाते में चैक की राशि की अपेक्षा पर्याप्त धन न हो।

8087.

चैक से आप क्या समझते हैं? चैक का अनादरण क्या है? चैक के अनादरण के दस कारणों का उल्लेख कीजिए।

Answer»

चैक का अनादरण या चैक को वापस करना जब कोई बैंक किसी कारणवश चैक का भुगतान करने से इन्कार कर देता है, तो इसे चैक का अनादरण, अप्रतिष्ठित या तिरस्कृत होना’ (Dishonour of Cheque) कहते हैं। ग्राहक के द्वारा लिखे गए प्रत्येक चैक का भुगतान करना बैंक के लिए अनिवार्य होता है। यदि ग्राहक के खाते में पर्याप्त धन जमा है, तो बैंक चैक का अनादरण नहीं कर सकता है, परन्तु निम्न कारणों से बैंक चैक का अनादरण कर देता है

⦁    दिनांक को न लिखा होना यदि किसी चैक पर दिनांक नहीं लिखी हो, तो बैंक ऐसे चैक पर ‘दिनांक नहीं’ शब्द लिखकर चैक को वापस कर देता है।

⦁    आगामी दिनांक का चैक यदि किसी चैक पर आगामी दिनांक लिखी होती है, तो बैंक ऐसे चैक का भुगतान नहीं करता है एवं उस पर ‘आगामी दिनांक का चैक’ शब्द लिखकर चैक को वापस कर देता है।

⦁    3 माह पूर्व की तारीख यदि किसी चैक पर 3 माह पूर्व की तारीख लिखी हुई हो, तो इस दशा में बैंक चैक का भुगतान नहीं कर सकता है।

⦁    अपर्याप्त धन का होना यदि किसी ग्राहक के खाते में चैक की राशि से  कम राशि जमा होती है, तो बैंक द्वारा इस दशा में चैक का भुगतान नहीं किया जाता है तथा चैक पर ‘अपर्याप्त धनराशि’ शब्द लिखकर चैक को वापस कर देता है।

⦁    अंकों व शब्दों में अन्तर यदि चैक में लिखी गई धनराशि के अंकों व शब्दों में कोई अन्तर होता है, तो बैंक ऐसे चैक का भुगतान नहीं करता तथा चैक पर ‘अंकों वे शब्दों में अन्तर’ शब्द लिखकर चैक को वापस कर देता है।

⦁    न्यायालय द्वारा रोक यदि किसी कारणवश न्यायालय द्वारा चैक का भुगतान रोक दिया गया हो, तो इस दशा में बैंक चैक का भुगतान नहीं कर सकता।

⦁    विकृत चैक यदि चैक कटा-फटा हो या उसका रूप विकृत हो गया हो, तो ऐसे चैक को बैंक ‘विकृत चैक’ शब्द लिखकर वापस कर देता है।

⦁    बेचान में शंका यदि किसी चैक को बेचान करते समय किसी प्रकार की शंका उत्पन्न हो, तो भी बैंक चैक का अनादरण कर देता है।

⦁    लेखक की मृत्यु यदि चैक लिखने वाले की मृत्यु हो गई हो या वो पागल या दिवालिया हो गया हो और बैंक को इस बात की जानकारी हो, तो बैंक चैक का भुगतान करने से मना कर सकता है।

⦁    हस्ताक्षरों में अन्तर यदि चैक पर किए गए लेखक के हस्ताक्षर उसके नमूने के हस्ताक्षर से भिन्न होते हैं तब बैंक ऐसे चैक को हस्ताक्षरों में अन्तर शब्द लिखकर वापस कर देता है।

8088.

चैक की विशेषताएँ बताइए। चैक के विभिन्न भेदों को भी स्पष्ट कीजिए।

Answer»

चैक की विशेषताएँ निम्नलिखित हैं-

⦁    यह एक शर्तरहित लिखित आज्ञा-पत्र होता है।

⦁    इसका भुगतान माँगने पर ही दिया जाता है।

⦁    इसमें किसी बैंक विशेष को आज्ञा दी जाती है।

⦁    धनराशि का भुगतान उसी व्यक्ति को करना पड़ता है, जिसका नाम चैक पर लिखा हो अथवा उसके आदेशानुसार किसी अन्य व्यक्ति को किया जाता है।

⦁    इस पर लेखक के हस्ताक्षर अवश्य होते हैं।

⦁    इसका भुगतान करने की धनराशि निश्चित होती है।

चैक के मुख्य भेद

चैक मुख्यत: निम्नलिखित दो प्रकार के होते हैं-

1. वाहक चैक इस चैक का भुगतान उसमें उल्लेखित व्यक्ति को या वाहक अर्थात् बैंक की खिड़की पर प्रस्तुत करने वाले व्यक्ति को कर दिया। जाता है। ऐसे चैक का हस्तान्तरण केवल सुपुर्दगी मात्र से ही हो जाता है। तथा चैक का पृष्ठांकन करने की आवश्यकता नहीं होती है। यदि कोई गलत व्यक्ति ऐसे चैक का भुगतान ले लेता है, तो इसमें बैंक की कोई जिम्मेदारी नहीं होती है। ऐसे चैक को प्राप्त करने वाला व्यक्ति उस चैक का कानूनी अधिकारी बन जाता है। भुगतान प्राप्त करने की दृष्टि से आदेशित चैकों को निम्नलिखित दो भागों में बाँटा गया है

⦁    खुला चैक जिस चैक का भुगतान बैंक की खिड़की पर प्रस्तुत करने पर तुरन्त प्राप्त हो जाता है, उसे खुला चैक कहते हैं।

⦁    रेखांकित चैक यदि किसी चैक को अत्यन्त सुरक्षित बनाने के लिएउसके  मुख्य पृष्ठ पर ऊपर बाईं ओर कोने में दो तिरछी समानान्तर रेखाएँ खींच दी जाती हैं, तो ऐसे चैक को रेखांकित चैक’ कहते हैं।

2. आदेशित चैक इस चैक का भुगतान उसमें उल्लेखित व्यक्ति को या उसके आदेशानुसार अन्य किसी व्यक्ति को ही दिया जाता है तथा इस चैक पर व्यक्ति के नाम के आगे ‘Or Order’ शब्द लिखा रहता है। ऐसे चैक के हस्तान्तरण के लिए चैक की सुपुर्दगी के साथ-साथ उसका पृष्ठांकन करना भी जरूरी होता है। व्यवहार में प्रायः इसी प्रकार के चैकों का प्रयोग होता है।

8089.

निम्नलिखित बाकियाँ कंपनी कानून, 2013 के परिशिष्ट-III में दर्शाये अनुसार कंपनी के लाभ-हानि के पत्रक में कौन-से शीर्षक के अंतर्गत दर्शायेंगे ?(1) बिक्री(2) वेतन(3) घिसाई(4) डूबत ऋण वापसी(5) डिबेन्चर ब्याज(6) ओडिट फीस(7) भंगार की उपज(8) सम्पत्ति विक्रय का लाभ(9) विज्ञापन खर्च(10) प्रोविडन्ट फंड में हिस्सा(11) बैंक ओवरड्राफ्ट का ब्याज(12) बैंक चार्जिस(13) कर्मचारियों को बोनस(14) अपलिखित डिबेन्चर बट्टा

Answer»
विवरणलाभ-हानि के पत्रक का शीर्षक
(1) बिक्रीपरिचालन से उपज
(2) वेतनकर्मचारियों से संबंधित खर्च
(3) घिसाईघिसाई एवं अपलिखित खर्च
(4) डूबत ऋण वापसीअन्य उपज
(5) डिबेन्चर ब्याजवित्तीय लागत
(6) ओडिट फीसअन्य खर्च
(7) भंगार की उपजअन्य उपज
(8) सम्पत्ति विक्रय का लाभअन्य उपज
(9) विज्ञापन खर्चअन्य खर्च
(10) प्रोविडन्ट फंड में हिस्साकर्मचारियों से संबंधित खर्च
(11) बैंक ओवरड्राफ्ट का ब्याजवित्तीय लागत
(12) बैंक चार्जिसअन्य खर्च
(13) कर्मचारियों को बोनसकर्मचारियों से संबंधित खर्च
(14) अपलिखित डिबेन्चर बट्टाघिसाई एवं अपलिखित खर्च

8090.

नस्तीकरण का एक लाभ लिखिए। 

Answer»

नस्तीकरण के द्वारा पत्रों को क्रमबद्ध रूप में भविष्य के लिए सँभालकर रखा जाता है।

8091.

बाहर जाने वाले पत्रों का रिकॉर्ड रखे जाने वाले रजिस्टर का नाम लिखिए। 

Answer»

पत्र-प्रेषित पुस्तक या रजिस्टर

8092.

कबूतर खाने वाली फाइल’ में कितने खाने होते हैं?

Answer»

कबूतर खाने वाली फाइल में 24 खाने होते है।

8093.

अनुपस्थिति कार्ड का प्रयोग किस फाइल में किया जाता है? (a) कबूतरखाने वाली फाइल में(b) तार फाइले में।(c) शैनन फाइल में(d) खड़ी फाइल में

Answer»

(d) खड़ी फाइल में

8094.

एक कंपनी के चालु वर्ष के खर्च रु. 6,00,000 है और जिसमें गत वर्ष की तुलना में 20% वृद्धि हुई हो तो गत वर्ष का खर्च कितना होगा ?(अ) रु. 1,20,000(ब) रु. 5,00,000(क) रु. 7,20,000(ड) उपरोक्त में से कोई नहीं

Answer»

सही विकल्प है (ब) रु. 5,00,000

8095.

संपत्तियों के उपयोग संबंधी माहिती ………………………….. विश्लेषण है ।(अ) लाभकारकता(ब) तरलता(क) सम्पन्नता(ड) कार्यक्षमता

Answer»

सही विकल्प है (ड) कार्यक्षमता

8096.

पड़ी या समतल फाइलिंग क्या है? इसके दो दोषों का उल्लेख कीजिए। 

Answer»

इस प्रणाली में पत्रों को लेटी या पट अवस्था में रखा जाता है। इसमें पत्र तिथिवार फाइल किए जाते हैं अर्थात् जो पत्र पहले आता है, वह पहले रखा जाता है तथा जो बाद में आता है, वह बाद में रखा जाता है। यह छोटे-बड़े दोनों कार्यालयों में प्रयोग होती है। इस प्रणाली के दोष निम्नलिखित हैं

⦁    असुरक्षा इस प्रणाली के अन्तर्गत जरा-सी असावधानी से पत्रों में धूल | जम जाती है, कीड़े-मकोड़े पत्रों को नष्ट कर सकते हैं। इस प्रकार असुरक्षा का भय रहता है।

⦁    असुविधा इस प्रणाली में नीचे के पत्रों को निकालने में असुविधा  रहती है और पत्रों के गिर जाने का भय भी रहता है।

8097.

खड़ी फाइलिंग प्रणाली के गुण एवं दोषों का वर्णन कीजिए। 

Answer»

नस्तीकरण की खड़ी फाइल प्रणाली के गुण नस्तीकरण की खड़ी फाइल प्रणाली के गुण निम्न हैं

⦁    पत्रों को सुरक्षित रहना इस प्रणाली के अन्तर्गत पत्रों को फोल्डर में रखा जाता है, जिससे उनके कटने-फटने या आपस में मिल जाने का भय नहीं रहता है। अत: इस प्रणाली के उपयोग से पत्र सुरक्षित रहते हैं।

⦁    पत्रों को निकालने व पुनः रखने में सुविधा इस प्रणाली में संकेत कार्ड द्वारा पत्रों को सरलता से प्राप्त किया जा सकता है वे अनुपस्थिति कार्ड के उपयोग द्वारा सरलता से पुनः रखा जा सकता है। अतः इस फाइल प्रणाली में पत्रों को लगाने एवं निकालने में समय एवं श्रम कम लगती है।

⦁    सुव्यवस्थित व वैज्ञानिक प्रणाली यह प्रणाली सुव्यवस्थित एवं वैज्ञानिक है। अतः यह फाइलिंग की सबसे उत्तम, आधुनिक तथा सर्वश्रेष्ठ प्रणाली मानी जाती है।

⦁    लोचदार प्रणाली यह प्रणाली लोचदार है। इसमें फोल्डरों की  संख्या को आवश्यकतानुसार घटाया-बढ़ाया जा सकता है।

⦁    गोपनीयता का गुण इस प्रणाली में अलमारी एवं ताले की व्यवस्था होती है, जिससे पत्रों की गोपनीयता बनी रहती है।

नस्तीकरण की खड़ी फाइल प्रणाली के दोष नस्तीकरण की खड़ी फाइल प्रणाली के दोष निम्न हैं

⦁    पत्रों के बिखरने का भय इस प्रणाली के अन्तर्गत पत्रों को फोल्डर में खुला ही रखा जाता है, जिससे पत्रों के बिखरने का भय लगा रहता है।

⦁    ढूँढने में समय लगना इस प्रणाली में यदि फोल्डर गलत स्थान पर रख दिया जाता है, तो उसे ढूंढने में अधिक समय वे श्रम लगता है।

⦁    अधिक स्थान की आवश्यकता इस प्रणाली में लकड़ी या लोहे की अलमारी का प्रयोग किया जाता है, जो बहुत अधिक स्थान घेरती है।

⦁    खर्चीली प्रणाली यह प्रणाली अधिक खर्चीली होती है, छोटे व्यवसायी इसका उपयोग नहीं कर पाते हैं।

⦁    तकनीकी ज्ञान की आवश्यकता इस प्रणाली हेतु विशेष तकनीकी ज्ञान एवं प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है।

8098.

पड़ी फाइलिंग के गुण एवं दोषों का वर्णन कीजिए।

Answer»

पड़ी फाइलिंग के गुण पड़ी फाइलिंग के गुण निम्नलिखितहै।

⦁    सरलता पड़ी फाइल प्रणाली अत्यन्त सरल होती है। इस प्रणाली में पत्रों को आसानी से रखा जा सकता है और निकाला भी जा सकता है। इस प्रकार, यह प्रणाली अन्य प्रणालियों की तुलना में सरल है।

⦁    सुरक्षा इस प्रणाली में पत्रों को बाँधकर रखा जाता है, जिससे पत्र सुरक्षित रहते हैं।

⦁    सस्ती प्रणाली यह प्रणाली अन्य प्रणालियों की तुलना में अपेक्षाकृत सस्ती है, इसलिए यह प्रणाली काफी लोकप्रिय है।

⦁    कम स्थान घेरना यह प्रणाली अन्य प्रणालियों से कम स्थान घेरती है।

⦁    उपयुक्त प्रणाली यह प्रणाली छोटे व्यापारियों के लिए उपयुक्त होती है।

⦁    प्रशिक्षण नहीं नया व्यक्ति भी इस प्रणाली को  सरलता से समझ सकता है। इसमें किसी प्रकार के विशेष प्रशिक्षण की आवश्यकता नहीं रहती है।

⦁    अनुक्रमणिका (सूची) साथ में होना इस प्रणाली में अनुक्रमणिका साथ में होती है।

पड़ी फाइलिंग के दोष पड़ी फाइलिंग प्रणाली के दोष निम्नलिखित हैं-

⦁    सुरक्षा का अभाव इस प्रणाली में पत्रों को खुला रखा जाता है और साथ ही पत्र बँधे हुए रहते हैं, जिससे इनके निकलने की आशंका रहती है, अत: पत्र असुरक्षित रहते हैं।

⦁    वर्गीकरण का अभाव इस प्रणाली में पत्रों को वर्गीकृत नहीं किया जाता है। इससे पत्रों को ढूंढने में असुविधा होती है।

⦁    गोपनीयता का अभाव पड़ी फाइलिंग प्रणाली में अन्य प्रणालियों की तुलना में गोपनीयता का अभाव पाया जाता है।

⦁    पत्र फटने का भय इस प्रणाली में पत्रों के बँधे होने के कारण उनके फटने का भय बना रहता है।

⦁    लोचता पड़ी फाइलिंग प्रणाली में अन्य प्रणालियों से कम लोच पाई जाती है।

⦁    पुरानी प्रणाली यह प्रणाली बहुत पुरानी है और अब यह बड़े व्यापारियों के लिए अनुपयुक्त सिद्ध हो गई है।

8099.

निम्न में से कौन-सा विश्लेषण पक्षकार आधारित है ?(अ) बाह्य विश्लेषण(ब) समतल विश्लेषण(क) अल्पकाल का विश्लेषण(ड) उर्ध्व विश्लेषण

Answer»

सही विकल्प है (अ) बाह्य विश्लेषण

8100.

फाइलिंग का सबसे पुराना तरीका है(a) कार्ड-बोर्ड फाइल(b) तार फाइल(c) खड़ी फाइल(d) इनमें से कोई नहीं

Answer»

सही विकल्प है (b) तार फाइल